If you are looking for Aukat Paise Paise Ki Duniya Hai Shayari, you are at the right place. Here is the best collection of shayari which you love.
लोग कहते है की पैसा चलता है,मगर हमने कभी पैसे को चलता नहीं देखा,हां कई लोगों के मुंह चुप कराते जरूर देखा है
👴✍📚 “जिस दिन हमने अपना रॉयल अंदाज़ दिखाया, उस दिन ये Attitude वाली लड़कियां खड़े, खड़े ढेर हो जाएंगी।” 👴✍📚
इंसान कहता है कि पैसा आये तो मैं कुछ करके दिखाऊँ, और पैसा कहता है कि तू कुछ करके दिखा तो मैं आऊँ…!!
मतलबी दुनियाँ पैसे की हमने पैसों से इन्हें आज़माया है,सब साथ छोड़ गए तबसे जब से खुद को गरीब बताया है..!!
अपनों ने हमारी औकात बताई थी, हमने तो शराफ़त से हुनर दिखाई थी.
जिन्दगी की हर तपिश को मुस्कुरा कर झेलिये,धुप कितनी भी हो समंदर सूखा नही करते।
पता है कब पैसे के लिए भी इंसान रोता हैजब जरूरत पड़ने पर जेब खाली होता है
अपनी औकात भूल जाए इतने अमीर भी नहीं है हम और तुम हमें हमारी औकात बताओ इतने फ़क़ीर भी नहीं है हम
👴✍📚 “माना कि तेरी एक आवाज से भीड़ जमा हो जाती है लेकिन, हम भी कुछ कम नहीं, हमारी एक आवाज से पूरी भीड़ बिखर जाती है।” 👴✍📚
#औकात🤬 की बात मत कर वो सोच से बनी है पैसों से नहीं…!!
मुझे कम मत समझना,खड़े खड़े नीलाम,कर सकता हूँ तुझको।
कुछ लोग ख़्वाब खरीदने के लिए नींद बेच देते हैं,कुछ लोग ज़मीन खरीदने के लिए ज़मीर बेच देते हैं।
बुरे वक्त की भी क्या बात होती है, वो भी सलाह देता है जिसक कोई औकात नहीं होती है.
बस इतनी सी बात पर हमारा परिचय तमाम होता है,हम उस रास्ते नही जाते जो रास्ता आम होता है।
हर महंगी चीज लगे सस्ती तुम्हेंपैसा कमाकर बनानी है अपनी हस्ती तुम्हें
पागल हैं ये मस्ताने ये जानते नही ,सारी बुराईयों की जड़ ये पैसा हैं,पैसा कमाने से किसी को एतराज नहीं ,घर कमाया पैसा नाराज नही…!!
👴✍📚 “छोड़ जाने वालों ने सिखाया है, आने वाले को औकात में रखना।” 👴✍📚
👴✍📚 “औकात तो दिखा के रहेंगें, लेकिन हथियार लोहे का नहीं दिमाग का होगा।” 👴✍📚
👴✍📚 “कौन कहता है कि तू “”अकेला”” है — मैं कहता हूं, तू अकेला ही 100 की “”औकात”” रखता है… ” 👴✍📚
मोहब्बत ना दिल देख होती है ना लहज़ा देख कर होती हैमोहोब्बत पैसा देख कर होती है
किसी की क्या औकात बिगाड़ सके कुछ हमारा, हमने तो अपना दामन खुद ही जला रखा है।
पैसे कमाए ज़िन्दगी को खर्च कर !!अब ले जा भी नहीं सकते !!पैसे ऊपर जेब में रख कर !!
👴✍📚 “मैं तुम्हारे लिए चूप ही ठीक हूं अगर बोलूंगा, तो सच बोलूंगा और तुम्हारी औकात भी, दिखाऊंगा।” 👴✍📚
👴✍📚 “अपनी हैसियत ऐसी की लोग देख के अपनी औकात भूल जाये, और अपनी शख्सियत ऐसी की लोग देख के खुद को भूल जाये, कुछ दिन साथ आकर गए।” 👴✍📚
ना पैसा लगता हैं, ना ख़र्चा लगता हैंराम-राम बोलिये, बड़ा अच्छा लगता हैं
राजपूत है हम, मौत भी पीछे से धोखा देकर आती है हमें,तो दुश्मन की तो औकात कि क्या जो सामने से वार करें।
पैसा पूछता नहीं कर्म इंसान का, पर इंसान पूजता है पैसा जैसे हो धर्म इंसान का।
👴✍📚 “बड़े कमबख्त होते हैं ये गुब्बारे चंद सांसो में फूल जाते हैं। और थोड़ी सी भी ऊंचाई पा ले अगर तो अपनी औकात भूल जाते हैं।” 👴✍📚
धन केवल रहन-सहन का स्तर बदल सकता है बुद्धि, नीयत और किस्मत नही बदल सकता
👴✍📚 “ना पूछो मुझसे मेरी ओक़ात में तो सीधा साधा आर जो विरानते हैं शमशाज पीके भांग उनका दीवाजा हूं।” 👴✍📚
दौलत से औकात नापी जाए जहाँ, क्या इंसान की कद्र होगी वहाँ।
👴✍📚 “अपनी औकात में रहना सीख ले वर्ना जो हमारी, आँखों में खटकते है वो शमसान में भटकते हैं।” 👴✍📚
हमारा attitude तो Airtel 4G से भी fast है,एक बार click तो करके देख बिना Loading,के सीधा दिल में उतर जाऊंगा।
कई लोग अक्सर भुला देते हैं हमें अपनी #औकात🤬 की तरह…!!
लोगों को झुकते देखा है कैसे कैसो के आगे, सब कुछ छोटा सा लगता है पैसों जूतों की क़ीमत है जान की किसे परवाह है, पैसा ही मंदिर अब पैसा ही दरगाह है।
अभी न आई है और न आएगी मुश्किलें हमारे सामने,क्योकि उनकी इतनी हिम्मत ही नही होती की हमारे सामने टिक पाए।
पैसा इसलिए भी जरूरी कमाना हो गया हैक्योंकि पैसे का ही दीवाना आज सारा ये जमाना हो गया है
बुरे वक्त से मैंने मुलाक़ात की है, अपनों की मैंने औकात देख ली है.
👴✍📚 “बस वक्त बदलने की देर हैं और लोगो की, असल औकात का अंदाज़ा आपको मालूम हो जायेगा।” 👴✍📚
पैसा होने पर किसी को बेइज़त मत करना याद रखना पैसा किसी का नहीं होता।
आपके पास पैसा है, तो लोग पूछते है… कैसा हैं? छोड़ो इन मतलबी लोगो को, इनका स्वभाव ही ऐसा हैं
भाई ने भाई को और,बेटे ने माँ-बाप को छोड़ दिया,इतना बड़ा हो गया ये पैसा,की इसके लिए सभीअनमोल रिश्तो को तोड़ दिया
मैं मोहब्बत में ऐसे अल्फ़ाज़ लिख देता हूँ,कलम उठा के उस बेवफा की औकात लिख देता हूं।
रिश्तों की कदर पैसों की तरह करनी चाहिएक्योंकि दोनों को कमाना कठिन और गवाना आसान है
👴✍📚 “वो जाते जाते अपनी, औकात बता गए वो।” 👴✍📚
समझने में ज़माने लग गए,दोस्त का साथ छूट गया जब कमाने लग गए।
कैदी बाइज्जत बरी और बेगुनाह को मिल रही जेल है मैं तो बस इतना ही कहूंगा, सब पैसों का खेल है
👴✍📚 “सोच अपनी ऊंची रखो, औकात हमेशा नीचे रखो, नजरो से गिरे तो, कभी रूठ ना सकोगे।” 👴✍📚
कभी सोचा है प्यार कैसा दिखता है, प्यार वो अँधा होता है जिसे बस पैसा दिखता है।
👴✍📚 “आपको पता है बिगडे वक्त मै जो सच्चा दोस्त होता है, वही हालात पुच्छता है बाकी तो सब औकात पुच्छते है।” 👴✍📚
दोस्ती को दौलत की तराजू पर मत तोलो, वफ़ा करने की औकात गरीबी में ही है.
👴✍📚 “आओ तुम्हे तुम्हारी औकात दिखाते हैं, तुम जिसे आप कहते हो वो हमे बाप कहते हैं।” 👴✍📚
कोशिशे लाख आजमाई तुम्हारा साथ निभाने में, एक पल भी न लगा तुम्हे औकात दिखाने में।
लिखने वाले ने तो लिख दिया, दौलत साथ नहीं जाएगीलेकिन ये नहीं लिखा कि, जीते जी बहुत काम आएगी
औकात जो नाप रहे हो ज़ुबान की धार से, ज़रा ख़ुद में झाँक लो ज़मीर के दीदार से।
अंधा प्यार तो एक ज़माने में हुआ करता था,आजकल तो प्यार पैसा देख कर होता है..!!
👴✍📚 “चीर दूंगा मेरे जख्मी पैरों से इन लंबे रास्तों को वक्त मेरा बताएगा औकात इन हसीन चेहरे वालों को..!” 👴✍📚
रंग पैसे ने अपना कुछ ऐसा जमाया है, की इंसान भूल गया पैसे ने उसे नहीं उसने पैसे को बनाया है
आप जितना कम बोलोगे तो,लोग आपकी बात उतनी ज्यादा सुनना चाहेंगे।
पैसा इंसान को ऊपर ले जा सकता हैपर इंसान पैसा ऊपर नही ले जा सकता है
👴✍📚 “बेटे जितने तेरे पास चिल्लर है उससे दुगुने तो मेरे पास KILLER है..!!” 👴✍📚
इंसान को उतना ही सुकून मिलता है,जितना Phone Pay APP में पैसा होता है..
जुआ To वो खेलते HaiN,Jise अपनी किस्मत Aaj Maine है,हम To किस्मत Se ही जुआ खेलते HaiN.
👴✍📚 “सुन पगली, आज चर्चा 500 में है कल चर्चा हजारो में होगी, आज नाम लोगो के दिल-ओ-दिमाग में है, कल फ़ोटो अखबारो में होगी।” 👴✍📚
मैंने अपनो से ज्यादा गैरों पे भरोसा किया।तकदीर का खेल तो देखो।पैसों के चमक ने गैरों का असली रंग दिखा दिया।
जब से मैं खुद कमाने लगातो एक एक पैसे का कीमत समझ आने लगा
जिनके पास पैसे चार उनके दोस्त भी बनते हैं हजारजिनके पास कुछ नही उन्हें पूछते भी नही उनके यार
एक दिन ऐसा आएगा,जब मै कामयाबी की कलम से,तैरी औकात के पन्ने फाड़ दूंगा।
बदमाश तो हम जन्म से हैं,पर कभी बदमाशी दिखाई नहीं,जिस दिन बदमाशी दिखा दी,उस दिन लोगो का घर से निकलना मुश्किल हैं।
जब तक आपसे न पुछा जाए तब 🤦 तक सलाह न दें…!!
जिसके पास पैसा होता है !!उनके सब क़रीब होते है !!उनका कोई नहीं होता जो गरीब होते हैं !!
👴✍📚 “इतनी अकड़ मत दिखा वर्ना छोड़ देंगे तुझे, भीगे कागज की तरह ना लिखने के काबिल, और ना जलाने के।” 👴✍📚
न कर बात #औकात🤬 की और न कर घमंड किस्मत पर, सवेरा उनका भी होता है 🤦 जिन्हे वो याद नहीं करते…!!
👴✍📚 “रहो तुम भी अकड़ में हम भी तुमको भूल जाएगे .. जिस दिन हम इस दुनिया से जाएगे .. उस दिन आप जैसो की औकात याद दिला जाएगे..” 👴✍📚
👴✍📚 “गिरना अच्छा है अपनी औकात पता चलती है, कौन आपके साथ है ये बात पता चलती है।” 👴✍📚
मुझे पागलो से दोस्ती करना पसंद है साहब,क्युकी मुश्किल वक़्त में कोई समझदार काम नहीं आता।
जब जेब में रूपये हो तो, दुनिया आपको औकात देखती हैं, और जब जेब में रूपये न हो तो, दुनिया अपनी औकात दिखाती हैं…
खुद का घर बनाने के लिए खुद्दार हो गए, अपना घर होते हुए भी किरायदार हो गए।
पैसा कितना भी हो जाए तुम मौत से बच नहीं सकते,याद रखना तुम अमीर हो अमर नहीं।
पैसा होने पर किसी को बेइज़त मत करना याद रखना पैसा किसी का नहीं होता
👴✍📚 “दिमाग से शब्द और दिल से जबात लিखনा हूं में आज कल प्यार के नाम पर इूठ बोलने वालों की औकात लिखता हूं” 👴✍📚
बहुत अमीर होती हैं ये शराब की बोतलेंपैसा चाहे जो भी लग जाये, सारे गम खरीद लेती हैं
जब जेब में रूपये हो तो,दुनिया आपको औकात देखती हैं,और जब जेब में रूपये न हो तो,दुनिया अपनी औकात दिखाती हैं
किसी का भला कितना ही कर लो, आखिर में वो अपनी औकात दिखा देता है।
👴✍📚 “अकड़ की बात मत करो, जिस दिन सामना होगा, उस दिन हस्ती मिटा देंगे।” 👴✍📚
👴✍📚 “पन्गा लेना है तो औकात में रह कर ले मैं cute जरूर हूँ लेकिन mute नहीं !!” 👴✍📚
पैसा कम हो तो इंसान ज्यादा बोलता हैपैसा ज्यादा हो तो इंसान कम बोलता है
जब पढ़ने नहीं दिया हमे इस ज़माने ने तो लगादी पूरी ताकत अपनी हमने पैसा कमाने में
झूठ इसलिए बिक जाता है क्योंकि सच को खरीदने की सबकी औकात नहीं होती
दरवाजें बड़े करवाने है !!मुझे अपने आशियाने के !!क्योकि कुछ दोस्तो का !!कद बड़ा हो गया है !!चार पैसे कमाने me !!
बेच कर अपना लहू भेजा था !!पैसा बाप ने शहर में बेटे ने !!महबूबा को तोहफा दे दिया !!
आज कल डॉक्टर भी जान बाद में बचते हैंपहले देखते हैं की मरीज़ की जेब में पैसा बचा है की नहीं।
कुछ लोग इस तरह जीने का सलीका सिखाते है, औकात में रहूं इसीलिए औकात दिखाते है।
इंसान अब जात पात से ऊपर उठ चूका है अब वो पैसा देखता है
कभी पैसा देख कर किसी से दोस्ती ना करोजिससे दोस्ती करो हर हालात में उसके साथ रहो।
कभी जात कभी समाज तो कभी औकात ने लुटा, इश्क़ किसी बदनसीब गरीब की आबरू हो जैसे।
जब से मैं खुद कमाने लगातो एक एक पैसे का कीमत समझ आने लगा
मैंने अपना ठिकाना नहीं बदला, आज भी अपनी औकात में रहता हूँ।
👴✍📚 “अकड़ में रहने वाले ही, अक्सर औकात की बात करते है।” 👴✍📚
रास्ते बदले या फिर बदले वक्त,हम तो अपनी मंजिल को पाकर ही रहेंगे,जो अपने आपको समझते थे,सिकंदर एक दिन उनको भी बनायेंगे अपने सामने बंदर।
मतलबी दुनियाँ पैसे देख कर,आपके आगे पीछे चलती है,गर जैब खाली हो आपकी तो,आपसे दूरी बना कर रखती है..!!
जिन्दगी मिलती है जिन्दादिली से जीने के लिएलोग मेहनत से कमायें पैसे को उड़ाते है पीने के लिए
कोई दौलत पर नाज करते हैं, कोई शोहरत पर नाज करते हैंजिसके साथ आप जैसा दोस्त हो, वो अपनी किस्मत पर नाज करते हैं
जब पढ़ने नहीं दिया,हमे इस ज़माने ने,तो लगादी पूरी ताकत अपनी,हमने पैसा कमाने में…
पैसों की क़ीमत जान से ज्यादा है आज के दौर में, पैसों का दर्जा भगवान् से ज्यादा है आज कल
पैसे के पीछे भागते हैं लोग,सच्चे प्यार को ठुकरा देते हैं,जब तक मतलब होता है आपसे,तब तक ही यह यार रहते हैं..!!
👴✍📚 “चुन चुन के हिसाब लेती हूं जब में अपनी ओंकात में आती हूं सब को उनकी औक्लात दिखाती हूं।” 👴✍📚
मतलबी पैसे की दुनिया है सबको समझा रहा हूँमुझे पता चल गया इसलिए आपको भी बता रहा हूं।
ज़िंदगी बस नौकरी, पैसा, पति और शादी नहीं होतीज़िंदगी में मोहब्बत, रिश्ते साथ और अपनापन भी होता हैं
ख़्वाहिश तो मेरी भी होती है तुम्हें अपना बनाने की, मग़र तुम्हारे दीवार की ईंट भी मेरी औकात से ऊपर है।
👴✍📚 “वक्त आने दो सबके औकात का पता चल जाएगा।” 👴✍📚
जिसके पास पैसा होता है उनके सब क़रीब होते है,उनका कोई नहीं होता जो गरीब होते हैं…!!
ना पैसा लगता हैं,ना ख़र्चा लगता हैं,राम-राम बोलिये,बड़ा अच्छा लगता हैं…
पैसा कमाने के लिए इतना वक़्त खर्चा ना करो कि पैसा खर्च करने के लिए वक़्त ही ना मिले
भूलकर हमें अगर तुम रहते हो सलामत,तो भूल कर तुमको संभलना हमें भी आता है,मेरी फ़ितरत में ये आदत नहीं है वरना,तेरी तरह बदल जाना हमें भी आता है।
मतलबी दुनियाँ पैसे कीहमने पैसों से इन्हें आज़माया हैसब साथ छोड़ गए तब सेजब से खुद को गरीब बताया है।
👴✍📚 “मिट्टी हो या लोहा सब कुछ साचें में ढल जायेगा।” 👴✍📚
पैसे कमाए ज़िन्दगी को खर्च कर अब ले जा भी नहीं सकते, पैसे ऊपर जेब में रख कर
👴✍📚 “समुंदर बड़ा होकर भी अपनी हदों में रहता है और इंसान छोटा होकर भी अपनी ओकात भूल जाता है।” 👴✍📚
तू हमें ख़ैरात में ख़ुशी दे, इतनी 👉 तेरी #औकात 🤬 नहीं हम वो है जो ग़मों को भी नवाबों की तरह जीते हैं…!!
जिसे हम समझते थे कि हमारा यार है,वो तो निकला मतलबी और गद्दार है..!!
मतलब की इस दुनिया में कोई तुम्हारा साथ क्यों देगा, मुफ्त में तो यहां कफ़न भी नहीं मिलता।
तेरी औकात ही क्या है मेरे इस दिल में बसने की, हम तो शायरी से लोगों की रुह में बस जाते हैं।
खुद को इतना काबिल बना लो ना की आपको पैसे के पीछे ना भागोबल्कि पैसा आपके पीछे भागे
जो सामने मिलने पर भी भाई भाई करता हैं,अक्सर पीठ पीछे वही गाली बकता हैं..!!
इश्क़ में अमीरी-ग़रीबी देखी नहीं जाती है, क्योंकि औकात से मोहब्बत की नहीं जाती है.
कोई कहता हैं दुनिया प्यार से चलती हैं कोई कहता हैं,दुनिया दोस्ती से चलती हैं लेकिन ये दुनिया पैसो से चलती हैं..!!
जब जेब मै पैसा होता है ना,तो दुनिया सलाम करती है..!!
अगर कोई मेहनत से पैसा कमाता हैतो थोड़ा-बहुत घमंड आ ही जाता है
इश्क़ सच्चा हो तो जज्बात नहीं बदलते, बेईमानी से कमाई दौलत औकात नहीं बदलते।
👴✍📚 “न कर इतनी मनमानी, तेरी औकात का पता चल जाएगा, मेरी अकड़ में है इतना करंट जल कर ख़ाक हो जाएगा !!” 👴✍📚
कहा जाता है की दुसरो की वजह से,मिला हुआ काम अधिक पहचान नही देता,लेकिन खुद के काम से मिली पहचान अधिक समय तक रहती है।
जो लोग सिर्फ पैसे के लिए जीते हैपैसा उन्हें अक्सर जीने नही देती है
ये दुनिया एक दूकान है जहाँ हरतरफ बस दौलत का सिक्का चलता है।
मैं पैसा हूँ मैं सारे फसाद की जड़ हूँ मगर फिर भी न जाने क्यों सब मेरे पीछे इतना पागल हैं
रंग पैसे ने अपना कुछ ऐसा जमाया है, की इंसान भूल गया पैसे ने उसे नहीं उसने पैसे को बनाया है।
मैं पैसा हूँ मैं भगवान नही,पर मुझे लोग मानते भगवान से कम नही…!!
अरब खरब धन जोड़िए करिए लाख फरेब इसे रखोगे कहाँ तुम नहीं कफन में जेब
कागज़ के नोट की चाहत में बहुत कुछ छूट जाता हैं,न जाने सब्र का धागा कहाँ पर टूट जाता हैं…!!
पैसा हर समस्या का इलाज हैक्योंकि पैसा पूरी दुनिया पर करता राज है
👴✍📚 “तूने मुझे अपना रंग दिखाया, मैंने तुझे तेरी औकात दिखा दी।” 👴✍📚
एक बात तो पता लग गईप्यार तो रहना ही कहां थापैसा ना हो तो ज्यादा दिनदोस्त भी साथ नहीं रहते
मेरे से जलने वाले कमल करते है,उनकी तो कुछ औकात नहीं और मेरी बराबरी करने की सोचते है।
जिगर वालों के डर से कोई वास्ता नहीं होता,हम वहाँ भी कदम रखते हैं, जहां कोई रास्ता नहीं होता।
इंसान की अकड़ तो वाजिब हैं जनाब…..पैसा आने पर तो बटुआ भी फूल जाता हैं
लोग कहते है की पैसा बोलता हैमगर हमने कभी पैसे को बोलते नहीं देखाहां कई लोगों को चुप करवाते देखा है
चाँद तारों पर पहुंचने का क्यों गुमां करता है तू ए इंसान,मत भूल कभी के दो मुठ्ठी रेत से ज्यादा तेरी औकात नहीं।
जब बात पैसे की हो तो सब हाँ में हाँ मिलते हैं लोग इंसान से नहीं उसकी औकात से हाथ मिलाते हैं
सब ठीक था हमारे बीच, मगर पैसा बीच मे आ गयाहस्ता खेलता रिश्ता ये पैसा खा गया
👴✍📚 “बस इतना चाहिए तुझसे ए ज़िंदगी की ज़मीं पे बैठे तो लोग उसे बड़प्पन कहें, औक़ात नहीं।” 👴✍📚
👴✍📚 “मेरी औकात मेरी मां के कदमों के नीचे है और तेरी औकात मेरे कदमों के नीचे है।” 👴✍📚
जख्म कितने भी गहरे हो मरहम जरूर लगता है,याद रख तेरे वार के जख्म से ही मुझमे गरूर बनता है।
👴✍📚 “सीख ले अपनी औकात में रहना जो मेरी आँखों में खटकते हैं वो शमशान में भटकते है !!” 👴✍📚
खुद को इतना काबिल बना लो ना की आपको पैसे के पीछे ना भागो!बल्कि पैसा आपके पीछे भागे!
लोग खोजने है तो परवाह करने वालों को खोजिए,यूज करने वाले तो आपको खुद ही खोज लेंगे..!!
खुद कुछ करके दिखाने की औकात नहीं, औरो में कमियां निकालने का कोई फायदा नहीं।
👴✍📚 “दोस्तों आज मैं तुमको एक बात बताता हूँ दोस्ती हो, या दुश्मनी दोनों ही रिश्ते मैं बड़ी शिद्दत से निभाता हूँ।” 👴✍📚
पैसा वो बोली है जो बहरों को भी समझ आती है।
लाडले ने ख़त के बदले पैसे भिजवाए मगर बाप मिलने की तमन्ना दम-ब-दम करता रहा
इंसान कहता है कि पैसाआये तो मैं कुछ करके दिखाऊँ,और पैसा कहता है कि तूकुछ करके दिखा तो मैं आऊँ…
उसे भूल कर जिया तो क्या जिया,दम है तो उसे पाकर दिखा,लिख पत्थरो पर अपने प्रेम की कहानी,और सागर को बोल,दम है तो इसे मिटा कर दिखा।
मैं मोहब्बत में ऐसे अल्फ़ाज़ लिख देता हूँ, कलम उठा के उस बेवफा की औकात लिख देता हूं।
सब कुछ नहीं होता पैसा बात तो सही हैं, मगर इन्सान को बिकते हुए देखा है चंद कुछ रुपयों के लिए
जो कहता है कि पैसा सिर्फ कागज का टुकड़ा है,तो मेरे दोस्त यह कागज का टुकड़ा कभी कूड़ेदान में नहीं मिलेगा..!!
👴✍📚 “बेटे जितने तेरे पास चिल्लर है, उससे दुगुने तो मेरे पास KILLER है।” 👴✍📚
आँखें भी अक्सर अपनी औकात भूल जाती है, खुद है दो पर सपने हजार लिए चली आती है।
दुश्मन तो बहुत हैं पर वो कहतें हैं ना,शेर का शिकार कुत्तों से नही होता।
👴✍📚 “कोशिश इतनी है की कोई रूठे ना हमसे, वरना औकात दिखाने में, तो हमने डिग्री कर रखी है।” 👴✍📚
पैसा इसलिए भी जरूरी कमाना हो गया हैक्योंकि पैसे का ही दीवाना आज सारा ये जमाना हो गया है
👴✍📚 “जिसे निभा ना सकूँ ऐसा नहीं करता, बाते अपनी औकात से ज्यादा नहीं करता।” 👴✍📚
जब कोई आदमी कहता है कि पैसा कुछ भी कर सकता हैंतो साफ़ हो जाता हैं, उसके पास पैसा बिल्कुल नही हैं
जो लोग धन दौलत का अहंकार करते हैउन्हें चंद पैसे के लिए हाथ फ़ैलाते देखा है
👴✍📚 “बात-बात पर अपनी जात दिखाते हैं कुछ लोग दोस्ती में आँकात दिखाते है।” 👴✍📚
जरूरतें कम कर लो जितना भी पैसा कमाओगे अधिक होगा, जरूरतें अधिक कर लो जितना भी पैसा कमाओगे कम होगा।
ये जो पैसों के लिए किसी को भी छोड़ देते हैं याद रखना दोस्त पैसा किसी का नहीं होता
आपके पास पैसा हैतो लोग पूछते है… कैसा हैं?छोड़ो इन मतलबी लोगो को,इनका स्वभाव ही ऐसा हैं
दिलों से नफ़रत मिटाये जा रहा हूँ, इश्क़ की औकात दिखाए जा रहा हूँ.
पैसा तो सब को मिल ही जाता हैं,मगर सच्चा प्यार सब को नही मिलता हैं..
ये वो दौर हैं ज़नाबजहां ऐब छुप जाते हैं पैसा कमाने से
पैसा इंसान को ऊपर ले जा सकता है, पर इंसान पैसे को ऊपर नहीं ले जा सकता।
चीर दूंगा मेरे जख्मी पैरों से इन लंबे रास्तों को, वक्त मेरा बताएगा औकात इन हसीन चेहरों को।
ये इंसान भी कितने अजीब काम करता है मिट्टी की औक़ात लेकर दौलत पर गुमान करता है.
कोई समझे तो एक बात कहू साहब,तनहाई सौ गुना बेहतर है मतलबी लोगो से..!!
इंसान की अकड़ तो वाजिब हैं जनाब…..पैसा आने पर तो बटुआ भी फूल जाता हैं
👴✍📚 “मेरी औकात का अंदाज़ा तो आप इस बात से लगा सकते हैं। आप मेरा नाम पूछेगे तो लोग आपको मैरे घर तक छोड़ने आयेंगे?” 👴✍📚
इज्जत मेरे लिए बहुत बड़ी चीज है,इसकी उम्मीद मैं छोटे लोगो से नही करता।
आँखों से कहो औकात में रहे जनाब, बिना मुझसे पूछे पढ़ लेती है रूह मेरी।
बहोत आमीर होती हैंये शराब की बोतलें.पैसा चाहे जो भी लग जायेसारे गम खरीद लेती हैं!!
शेर के पाँव में काँटा चुभ जाए तो,उसका ये मतलब नहीं की,अब कुत्ते राज करेंगे।
कुछ लोग ख़्वाब खरीदने के लिए नींद बेच देते हैं कुछ लोग ज़मीन खरीदने के लिए ज़मीर बेच देते हैं
इंसान की अकड़ तो वाजिब है जनाबपैसा आने पर तो बटुआ भी फूल जाता है
इंसान की तकलीफ किसी को नजर नही आती,सबको पैसो से मतलब होता हैं..!!
👴✍📚 “झूक कर बात करने की आदत बना ले, काफी फायदे में रहोगे क्युकि? आज भी, आँखे मिला कर बात करने की तेरी औकात नही है।” 👴✍📚
जब बात पैसे की हो तो सब हाँ में हाँ मिलते हैं, लोग इंसान से नहीं उसकी औकात से हाथ मिलाते हैं।
पैसे की उतनी इज्जत करो कि सिर न चढ़ जायेंध्यान रखना पैसे की वजह से अहंकार न बढ़ जायें
पैसा कितना भी हो जाए तुम मौत से बच नहीं सकते, याद रखना तुम अमीर हो अमर नहीं
👴✍📚 “जिनका एक राच ये भी है जनाब आज के जमाने मैं लोग औकात देखकर रिश्ते सखते हैं।” 👴✍📚
ये जो आज पैसा है दौलत है, सब माँ-बाप की ही बदौलत है
👴✍📚 “वो अपनी मर्जी से बात करते हैँ और, हम कितने पागल हैँ जो उनकी मर्जी का इंतजार करते हैं।” 👴✍📚
👴✍📚 “वक्त आने पर हम क्या हैं हम दिखाएंगे तुम बस अपनी औकात में रहना..!!” 👴✍📚
👴✍📚 “चलो मान लिया कि में ग़लत थी पर अब में तुमसे माफ़ी मांगू इस लायक नहीं हो तुम…” 👴✍📚
कागज़ के नोट की चाहत में बहुत कुछ छूट जाता हैंना जाने सब्र का धागा कहाँ पर टूट जाता हैं
मतलब निकल जाने पर सब छोड़ देते हैं,झूठे वादे करके फिर उन्हें तोड़ देते हैं..!!
मेरी दौलत को जो मेरी औकात समझता है, शायद वो दोस्त मुझको नहीं समझता है.
भाई ने भाई को और,बेटे ने माँ-बाप को छोड़ दिया,इतना बड़ा हो गया ये पैसा,की इसके लिए सभी अनमोल रिश्तो को तोड़ दिया
कुछ लोग अपनी औक़ात दिखा देते हैं गिराने की फ़िराक़ में बस इल्जाम लगा देते हैं.
समझने में ज़माने लग गए, दोस्त का साथ छूट गया जब कमाने लग गए।
पैसा कम हो तो इंसान ज्यादा बोलता है,पैसा ज्यादा हो तो इंसान कम बोलता है…!!
कोई दौलत पर नाज करता हैं !!कोई शोहरत पर राज करता है !!जिसके पास आप जैसा दोस्त हो !!वो इंसान हमेशा खुश रहता है !!
सभी के तलवे चाटूँ मैं ऐसा थोड़ी हूँ,सभी को पसंद आऊं मैं पैसा थोड़ी हूँ।
ज़िंदगी बस नौकरी, पैसा, पति और शादी नहीं होती..ज़िंदगी में मोहब्बत, रिश्ते साथ और अपनापन भी होता हैं…..
इंसान की अकड़ तो वाजिब हैं जनाब…..पैसा आने पर तो बटुआ भी फूल जाता हैं
बेच कर अपना लहू भेजा था पैसा बाप ने शहर में बेटे ने महबूबा को तोहफा दे दिया
ये जो पैसों के पीछे जान देने पर तुले हुए है जानते नहीं की पैसों से ज़िन्दगी खरीदी नहीं जा सकती।
चढ़ गया था कुछ रईसों को गुरूर पैसों का, भगवन की एक लाठी ने उतार दिया सारा सुरूर पैसों का।
👴✍📚 “कोशिश इतनी है की कोई रूठे ना हमसे वरना औकात दिखाने में तो हमने डिग्री कर रखी है..!!” 👴✍📚
इंसान की नजर में जो पैसा दे पाए वह रिश्तेदार है,जो ना दे पाए वह बेकार है..!!
👴✍📚 “सर्वविजयी के आगे किसी की कुछ औकात नहीं समर्पण के रण में अगर हारे भी तो हार नहीं..!!” 👴✍📚
👴✍📚 “औकात की बात मत करो, जिस दिन सामना होगा उस दिन हस्ती मिटा देंगे।” 👴✍📚
पैसा बोलता नहीं है पर जब ये पास होता है ना,तो बहूत कुछ बोलता है..!!
सब कुछ नहीं होता पैसा बात तो सही हैं,मगर इन्सान को बिकते हुए देखा है हमने चंद कुछ रुपयों में..!!
किसी को सच या झूठ नहीं दिखतापैसों के आगे किसी को कुछ नहीं दिखता
आपके पास पैसा हैतो लोग पूछते है… कैसा हैं?छोड़ो इन मतलबी लोगो को,इनका स्वभाव ही ऐसा हैं
मुसीबतों का यहाँ हर कोई मारा है, पर सबसे बड़ा औकात हमारा है.
कागज़ के नोट की चाहत में बहुत कुछ छूट जाता हैं,ना जाने सब्र का धागा कहाँ पर टूट जाता हैं।
मैने खर्च कर दिया खुद को लोगो पर,जो मतलब के लिए साथ थे..!!
बिगड़े वक्त में सच्चा दोस्त ही हालात पूछता है, वरना हर कोई सबसे पहले औकात पूछता है.
👴✍📚 “अल्लाह मुझे बहुत प्यार करता है। उस बन्दें की क्या औकात की वो मुझसे नफ़रत करे.” 👴✍📚
जूतों की क़ीमत है जान की किसे परवाह है पैसा ही मंदिर अब पैसा ही दरगाह है
जिसकी #औकात 🤬 नहीं 🙋🏻 होती हमारी कामयाबी 🤦 रोकने की, वो बदनामी शुरू करते हैं नीचा दिखने के लिए…!!
जो ठोकरों में जहाँ रखते है, वो जेब में पैसा कहाँ रखते है
👴✍📚 “इसे औकात नहीं सम्मान कहते हैं। तेरी ऑक़ात से व्यादा की थी मुहब्बत तुझसे, अब नफ़रत का आलम हैं सोच तेश क्या होगा.!” 👴✍📚
कैदी बाइज्जत बरी और बेगुनाह को मिल रही जेल है, मैं तो बस इतना ही कहूंगा सब पैसों का खेल है।
👴✍📚 “हाथ लगाने की औकात ना थी किसी की, पर तेरी मीहब्बत ने खींच खींच के तमाचे मारे..” 👴✍📚
कुछ लोग ख़्वाब खरीदने के लिए नींद बेच देते हैं, कुछ लोग ज़मीन खरीदने के लिए ज़मीर बेच देते हैं।
हुकुमत वो ही करता है जिसका दिलो पर राज होता है,वरना यूँ तो गली के मुर्गों के सर पे भी ताज होता है।
खूब सारा पैसा कमाना है क्योंकिपैसे को ही भगवान मानता ये जमाना है
मिली थी जिन्दगी किसी के “काम” आने के लिएपर वक्त बीत रहा है क़ागज के टुकड़े कमाने के लिए
जो लोग अपनी ठोकरों में यह जहाँ रखते है, बड़े दिल वाले अक्सर जेब में पैसा कहाँ रखते है
पैसो के पीछे भागने वाली यह दुनिया हमारा साथ तब तक देती है,जब तक आपके पास पैसा है..!!
जब तक पैसा मेरे पास रहातब तक मैं सबका बाप रहाजब हो गयी जेब खाली तोतू कौन है यह सबने कहा।
धुप को तो छोड़ गलती से भी,मेरा Attitude देख लिया ना तो,घर हो या छांव कही भी जले बिना नहीं रह पायेगी।
👴✍📚 “तूफानों से कहो अपनी औकात में रहे हमारी गर्लफ्रेंड पतली सी है कहीं उड़ गई तो लाशें बिछा देंगे लाशें..!!” 👴✍📚
कुछ को सौ में तो कुछ को हज़ारों में,इंसान और इंसानियत को बिकते देखा है मैंने बाज़ारों में।
जब से मुझे पता चला है,कि मेरा आत्मविश्वास मेरे साथ है,तब से मैने ये सोचना बंद कर दिया,कि कौन मेरे खिलाफ है।
बस किसी ने बड़ी तो किसी ने छोटी खानी है, फिर इंसान चाहे कितना ही अमीर क्यों ना हो जाए रोटी ही खानी है।
कैदी बाइज्जत बरी और !!बेगुनाह को मिल रही जेल है !!मैं तो बस इतना ही कहूंगा !!सब पैसों का खेल है !!
जब तक पैसा है तेरे पासतब तक मतलबी लोगों का है तू खास।
जिसके पास पैसा होता है उनके सब क़रीब होते है, उनका कोई नहीं होता जो गरीब होते हैं।
दौलत हो तो औकात नजर आती है, नम्रता हो तो बड़प्पन बढ़ जाती है.
दुनिया गिरती है आकर पैरों के आगे सब कुछ फीका हो गया है पैसों के आगे
चलो हकीक़त से थोड़ी मुलाक़ात करते हैं, जितनी औकात बस उतनी ही बात करते हैं।
मुझको मेरी #औकात🤬 याद दिलाने का शुक्रिया आपको आपकी # Aukat 🙏 रब्ब दिखायेगा…!!
इज्ज़त दोगे तो इज्ज़त पाओगे, औकात दिखाओगे तो बड़ा पछताओगे।
👴✍📚 “ऐसा सौदागर आए जो तमाम खजाने ले गए, हमसे जो टकराने आए वो जमाने से चले गए।” 👴✍📚
गलती मेरी है तुझे इतनी अहमियत दे दी, तुझे तो औकात दिखाने वाला आईना देना चाहिए था।
मैं पैसा हूँ, मैं नमक की तरह हूँ जो जरुरी तो है मगर जरुरत से ज्यादा हो तो जिंदगी का स्वाद बिगाड़ देता है
पैसे की कीमत को मैंने इतना ही जाना है
👴✍📚 “मत सुनो किसी की बातें, लोग तो कभी कभी अपनी औकांत के बाहर का बोल जाते हैं ….” 👴✍📚
दरवाजें बड़े करवाने है, मुझे अपने आशियाने केक्योकि कुछ दोस्तो का कद बड़ा हो गया है चार पैसे कमाने से
अब मैं तुझे अपने शब्दों में जगह दूँ ऐसी तुझमे कोई बात नहीं अब मैं तेरे बारे में लिखू इतनी तेरी औकात नहीं
पागल हैं ये दीवाने…ये जानते ही नही,सारी बुराईयों की जड़ ये पैसा हैं,पैसा कमाने से ‘हरि’ को ऐतराज नही,गर कमाया पैसा नाजायज नही
मोहोब्बत ना दिल देख होती है ना लहज़ा देख कर होती है, मोहोब्बत पैसा देख कर होती है।
कौन कहता हैं कि पैसा सब कुछ खरीद सकता हैंदम है तो टूटे हुए विश्वास को खरीदकर दिखाइये
सच्चे दोस्त बहुत मुश्किल से मिलते हैंमतलबी लोग तो खुद चल कर आ जाते हैं।।
बदल गई हैं रंगत ज़माने की जनाब,आजकल वही अनजान बनते हैं,जो लोगो सब कुछ जानते हो।
मुझ से मिलने मेरी औकात आई है, मकान कच्चा है और बरसात आई है।
काला धन से देश होता हैं बदहाल,काला धर वापस आपने से देश होगा खुशहाल
लोहा लोहे को काटता होगा जनाब यहाँ पैसे वालों का पैसे वालों से बहुत अटूट रिश्ता है।
👴✍📚 “चीर दूंगा मेरे जख्मी पैरों से लंबे रातों को वक्त मेरा बताएगा औकात इन हसीन चेहरे वालों को !” 👴✍📚
सब ठीक था हमारे बीचमगर पैसा बीच मे आ गयाहस्ता खेलता रिश्ता ये पैसा खा गया
👴✍📚 “औकात की बात मत कर पगली, हम तो इंटरनेट भी मेन बेलेंस पर चलाते है।” 👴✍📚
दरवाजें बड़े करवाने है मुझे अपने आशियाने के,क्योकि कुछ दोस्तो का कद बड़ा हो गया है चार पैसे कमाने से..!!
धनवानों का आधा धन तो यह जताने में चला जाता है कि वे भी धनवान हैं
बेवजह ही नहीं होती आंखों से बरसात, दौलत ने पूछी होगी दिलवालों की औकात।
जिनकी औकात नहीं आँख से आँख मिलाने की, अब वो भी बात करने लगे है घर से उठाने की.
👴✍📚 “शांत हूँ तो शांत ही रहने दो अगर भड़क गये तो, मुझे रोक सको इतनी औंकात नहीं है तुम्हारी।” 👴✍📚
सुनने का अगर दम है बेटातो एक बात बता दूं,क्या है मेरा Attɨtʊɖɛ ज़रा में बता दूं,गीदड़ की तरह झुंड में हमले को छोड़कर,आ सामने से लड़ तेरी औक़ात बता दूं।
👴✍📚 “औकात तो दिखा के रहेंगें, लेकिन हथियार लोहे का नहीं दिमाग का होगा।।” 👴✍📚
ये जो आज पैसा है दौलत है, सब माँ-बाप की ही बदौलत है।
जिस दिन न्यूज़ पेपर में नही छपेगा ये समाचार आज देश मे नही हुआ,एक भी बलात्कार उस दिन सफल होगा रक्षाबंधन का त्योहार।
मुझे लगता था कि इस मोहब्बत के शहर में, मैं बहुत अमीर हुँ, पर आज तेरे कारण मुझे मेरी औकात का पता चल गयी।
पैसे वालों के पास सब होता है गरीबों का बस एक रब होता है
जिस पर पैसा नहीं उसे कहाँ पूछा जाता है, यहाँ जिसके पास पैसा होता है उसे पूजा जाता है।
जब व्यक्ति के जेब में पैसा होता हैं,तो वह भूल जाता हैं कि वह कौन हैं,लेकिन जब उसके पास पैसा नही होता,तो दुनिया भूल जाती हैं कि वह कौन हैं
अब ना कोई उम्मीद है ना किसी से शिकवा है,जो अपने लोगों को भी मतलबी बनते देखा..!!
सूखा हुआ पत्ता साखों से टूट जाता है, औकात की बात मत कर सब कुछ यही छूट जाता है.
पैसा बहुत था पर वो अपनी औक़ात खो बैठा, अमीरी के फेर में जब पिता का साथ खो बैठा।
👴✍📚 “खौफ तो आवारा कुत्ते भी मचाते हैं, पर दहशत हमेशा शेर की रहती है।” 👴✍📚
कभी सोचा है प्यार कैसा दिखता है प्यार वो अँधा होता है जिसे बस पैसा दिखता है
आपके पास पैसा है…तो लोग पूछते है… कैसा हैं?छोड़ो इन मतलबी लोगो को,इनका स्वभाव ही ऐसा हैं…
औकात दिखाने के चक्कर में हर कोई दुखी है, जो शराफ़त से जी रहा है वहीं सुखी है.
हर महंगी चीज लगे सस्ती तुम्हेंपैसा कमाकर बनानी है अपनी हस्ती तुम्हें
👴✍📚 “ख्वाहिशें बड़ी नहीं मेरी बस जिनसे उम्मीद़ हैं, उनकी औकात छोटी हैं।” 👴✍📚
अगर किसी से मिलना हो कभी कभारआप दे दो उसको कुछ रूपये-पैसे उधार
जरूरतें कम कर लो जितना भी पैसा कमाओगे अधिक होगाजरूरतें अधिक कर लो, जितना भी पैसा कमाओगे कम होगा
सभी के तलवे चाटूँ मैं ऐसा थोड़ी हूँ, सभी को पसंद आऊं मैं पैसा थोड़ी हूँ।
कितनी भी शिद्दत से निभा लो रिश्तें, लोग औकात दिखा ही जाते है।
आँच क्या लगी दूध उबाल खाने लगा, एक बूँद पानी ने उसकी औकात दिखा दी.
पैसे से ज्यादा पेशा क्या हैं, ये देखना ज़रूरी होता है
पैसा वो बोली है जो बहरों को भी समझ आती है
कुछ लोग ख़्वाब खरीदने के लिए !!नींद बेच देते हैं कुछ लोग ज़मीन !!खरीदने के लिए ज़मीर बेच देते हैं !!
पैसा वो बोली हैजो बहरों को भी समझ आती है
👴✍📚 “चीर दूंगा मेरे जख्मी पैरों से इन लंबे रास्तों को, वक्त मेरा बताएगा औकात इन हसीन चेहरे वालों को।” 👴✍📚
पता है कब पैसे के लिए भी इंसान रोता है,जब जरूरत पड़ने पर जेब खाली होता है…!!
चढ़ गया था कुछ रईसों को गुरूर पैसों का भगवान की एक लाठी ने उतार दिया सारा सुरूर पैसों का
रिश्ते प्यार से नहींपैसे देख करनिभाए जा रहे हैं…😞
चाहत है खुद का नाम करूँ औकात से बाहर के काम करूँ
कागज़ की क़ीमत जान से ज्यादा है पैसों की क़ीमत आज कल भगवान से ज्यादा है
👴✍📚 “बस इतना चाहिए तुझसे ए ज़िंदगी की ज़मीं पे बैठे तो लोग उसे बड़प्पन कहें, औक़ात नहीं।” 👴✍📚
👴✍📚 “गुलाब हमारा आंचल महकाता है, अंगार इन निगाहों को दहकाता है, हमारे हुस्न की बात कुछ ऐसी है, चांद हमारे आगे सिर झुकाता है।” 👴✍📚
कुछ ऐसे ही हो रहा है रिश्तों का विस्तार,जिससे जितना मतलब, उससे उतना प्यार..!!