If someone has broken your heart then this collection of Broken Heart Shayari 2 Lines In Hindi is for you. You can share these shayari with others on WhatsApp and Facebook.
कैसे भुला दू उसको, मौत इंसानों को आती है यादों को नहीं
ये शायरियां चोट और विश्वासघात की भावनाओं को व्यक्त करती हैं जो इस तरह के अहसास के साथ आती हैं, और ऐसे दर्दनाक अनुभव से आगे बढ़ने में कठिनाई होती है।
ज़रा धीरे धीरे याद आया कर मुझको तूजल्दी जल्दी कश लगाना अच्छा नही होता
न वो आ सके , न हम कभी जा सके , न दर्द दिल का किसीको सुना सके बस खामोश बैठे है उसकी यादों में , न उसने याद किया न हम उसे भुला सके.
सुन लेता हूँ मैं बोली, खामोशियों में भी तेरी,गूंजती है कुछ इस कदर तेरी बातें मेरे ज़हन में !!
जाने लागे जब वो छोड़ के दामन मेरा, टूटे हुए दिल ने एक हिमाक़त कर दी, सोचा था कि छुपा लेंगे ग़म अपना, मगर कमबख्त आँखों ने बगावत कर दी।
तेरे लिए लड़ लिए सबसे,लेकिन हम हार गये अपने नसीब से।
हम उनसे तो लड़ लेंगे जो खुले आम दुश्मनी करते हैं,लेकिन उनका क्या करे जो लोग मुस्कुरा के दर्द देते हैं !!
जो पूछो तुम मैं न बताऊं ऐसे तो हालात नहीं, एक छोटा सा दिल टूटा है और तो कोई बात नहीं !
गुनाहगार होकर भी इन्साफ करोगेखुदका दामन मैला है और हमे साफ करोगेअजी साब अपनी जैब भरिये जैबआप देश का भला क्या खाक करोगे
आखिर क्यों बस जाते हैं दिल में बिना इजाज़त लिए,वो लोग जिन्हे हम ज़िन्दगी में कभी पा नहीं सकते !
कोई मिला ही नही हमे कभी हमारा बन कर,वो मिला भी तो हमे सिर्फ किनारा बनकर,हर ख्वाब बन कर टुटा है यहां,अब बस इंतज़ार ही मिला है एक सहारा बन कर।
अपने क़दमों के निशान मेरे रास्ते से हटा दोकहीं ये ना हो कि मैं चलते चलते तेरे पास आ जाऊं
प्यार करना हादसा था या फसाना, इस दिल को टुटने से नही बचा पाया।
हमे इतना वक्त ही कहाँ की हम मौसम सुहाना देखे,जब तेरी याद से निकले तभी तो मौसम सुहाना देखे।
छोड़कर उसके जाने से जिंदगी में मेरे हुआ अँधेरा है हर शाम बानी काली रात भले ही दुनिया के लिए हर रोज सवेरे है.
ढुढते ढुढते थक गया, कदमों ने भी अब हार मान लिया।
एक साँस भी पुरी नहीं होती, तेरे ख्यालों के बिना, तुमने ये कैसे सोचा कि, हम जिदंगी गुजार देगे तेरे बिना !
बड़ी मुश्किल से समझाया है खुद को मैंनेअपनी आंखों को तेरे ख़्वाब क़ा लालच दिखाकर !
दर्द कितना है बता नहीं सकते ज़ख़्म कितने हैंदिखा नहीं सकते, आँखों से समझ सको तोसमझ लो आँसू गिरे हैं कितने गिना नहीं सकते !!
हैरान हूँ मैं खुद अपने सब्र का पैमाना देखकर,उसने याद नहीं किया और मैंने इंतज़ार नहीं छोड़ा !
हर रोज़ करते है तुम्हारे लौट आने की तमन्नाइसलिए दिन रात रहने लगे अब चौकन्ना
खुदा कभी किसी पे फिदा न करे, अगर करे भी तो कभी कयामत तक जुदा न करे !
जिसको आज मुझमें हजारों गलतियां नजर आती हैं ! कभी उसी ने कहा था तुम जैसे भी हो मेरे हो !
दिल का दर्द दिल तोड़ने वाला क्या जाने, प्यार के रिवाजों को ये ज़माना क्या जाने, होती है इतनी तकलीफ लड़की पटाने में, ये घर बैठा उसका बाप क्या जाने।
चाहे तू कितने भी करले सितम, मुस्कुराकर सह लेंगे हम,प्यार करो ना करो हमसे, तेरी यांदो के सहारे जी लेंगे हम।
जल्द महसूस होगा तुम्हे, कि मेरा होना क्या था, और मेरा ना होना क्या है !
वक्त के बदल जाने से इतनी तकलीफ नही होती है,जितनी किसी अपने के बदल जाने से तकलीफ होती है।
ख्वाइशें तमाम पिघलने लगी है,फिर से एक और शाम ढलने लगी है,उनसे मुलाकात के इंतज़ार में बैठे है,अब ये जिद भी तो हद से गुजर ने लगी है।
कुछ रिश्तों को मुलाकातों की जरुरत नहीं होतीदिल से ही याद करो वो निखर आया करतें हैं
किनारे पे जो बना दु तेरी आँखों की तस्वीरतो तेरी गली आने-जाने समंदर लग जाएमें जो कहु की में वो जिसका तेरे दिलपे राज हैतो मुज गरीब से जलने सिकंदर लग जाए
उन्हें क्या पता जो कहते है हर वक़्त रोया ना करोमैं कैसे समझाऊं कुछ दर्द सहने के काबिल नही होते
जब भी दिल टुटता है तो बस एक ही आवाज आती है, चाहे कुछ भी कर लेना कभी किसी से दिल मत लगाना।
कोई नहीं हैं दुश्मन अपना फिर भी परेशान हूँ मैं,अपने ही क्यों दे रहे हैं जख्म इस बात से हैरान हूँ मैं !!
ए-दिल थोड़ी सी हिम्मत कर ना यार, दोनों मिलकर उसे भूल जाते है !
तुमने समझा ही नहीं और ना समझना चाहाहम चाहते ही क्या थे तुमसे तुम्हारे सिवा
प्यार हर किसी को जीना सिखा देता है,वफ़ा के नाम पर मरना सिखा देता है,प्यार नही किया तो करके देखो,ये हर दर्द सहना सिखा देता है।
लाख कोशिश की इस दिल को मनाने, कमबख्त मानने को तैयार नही।
ज़िन्दगी से क्यों रूठ गए हो तुम, इतने मायूस क्यों हो गए हो तुम, जरूर तुम्हारा भी किसी ने दिल तोड़ा है, जो इतने गम-गीन हो गए हो तुम !
ये न कह मोहब्बत मिलना किस्मत की बात है, क्योंकि मेरी बर्बादी में तेरा भी हाथ है !
“जिंदगी में हमने जिसको चाहा था वह हमें ना मिला, पत्थर से दिल लगाया था हमने दर्द के सिवा कुछ भी हमें ना मिला।”
मेरे ख्यालो में सिर्फ तुम हो तुम्हे कैसे भुला दूँ,इस दिल की धड़कन हो सिर्फ तुम,तुम्हे कैसे निकाल दूँ।
वक़्त के एक दौर में इतना भूखा था मैंकुछ न मिला तो धोखा ही खा गया
तेरे पास सिर्फ चेहरा थाकिरदार होता तो मैं तेरा होता
लग रहा है फिर से दिल टूटने वाला है मेरा,क्योंकि प्यार से बात कर रहे हैं कुछ!
दुआ करना दम भी उसी तरह निकले,जिस तरह तेरे दिल से हम निकले।
मेरी मुस्कराहट को हकीकत ना समझ ऐ दोस्तदिल में झांक कर देख कितने उदास हैं हम
वो एक हसीन घड़ी थी जो तुझमेघुल के निखर गये,न जाने किसकी नज़र लगी कि हमऐसे बिखरे की मर गये !!
हर घड़ी इस जिंदगी को आज़माया है हमने,इस जिंदगी में सिर्फ गम पाया है हमने,जिस ने हमारी कभी कदर ही न जानी,उस वेबफा को इस दिल में बसाया है हमने।
दिल है कि उसे भुलने को तैयार नही, वो है कि वापस आने को तैयार नही।
हम झुके अपनों को उठाने के लिए, और अपने झुके हमे गिराने के लिए, वाह रे खुदा कैसा मंजर दिया तूने, ज़िंदगी बिताने के लिए !!💘💔
वही लोग अकेले रह जाते है,जो जमाने में सबका साथ चाहते है !!
जब कोई आपसे मजबूरी में जुदा होता है,जरूरी नही वो इंसान वेबफा होता है,जब कोई देता आपको जुदाई के आँसू,तन्हाइयों में वो आपसे ज्यादा रोता है।
हमको दीवाना कर दिया एक नजर देख कर,हम कुछ भी न कर सके बार बार देख कर।
एक बात याद रखना लोग बदल जाते है,जब उन्हें आपसे बेहतर लोग मिल जाते है !!
खामोशियां बोल देती है जिनकी बाते नहीं होतीइश्क वो भी करते हैं जिनकी मुलाकाते नहीं होती
बस इस इक ख़याल पे सारे नशे छोड़ दिये मेने कि तेरे बग़ैरजी सकता हूँ तो किसीके भी बगैर जी सकता हूँ में
मोहब्बत एक हादसा कहो या फ़साना,जी तो मैं किसी में भी नहीं पाया !!
हमसफ़र थे आप कभी मेरेख्वाबों में,बीच सफर में ही साथ छुटेगा, ऐसाकभी सोचा न था !!
काश कही से मिल जाते वो अल्फ़ाज़ हमे भी,जो तुझे बता सकते कीहम शायर कम तेरे आशिक ज्यादा है।
चंद प्यार के खातिर मैंने उनसे मोहब्बत तो कर ली,पर कैसे मनाऊं उस टूटे दिल को जिसने मोहब्बत बस ठोकरें खाने क लिए किया था !!
जाने क्या मुझसे यह ज़माना चाहता है, मेरा दिल तोड़कर मुझे ही हसना चाहता है, जाने क्या बात झलकती है मेरे चेहरे से, हर शख्स मुझे आज़माना चाहता है।
जान कर भी वो मुझे जान न पाए, आज तक वो मुझे पहचान न पाए, खुद ही कर ली बेवफाई हमने, ताकि उन पर कोई इलज़ाम न आये।
तूमने ही लगा दिया इल्ज़ाम-ए-बेवफ़ाई, अदालत भी तेरी थी गवाह भी तू ही थी। Tumne Hi Laga Diya Ilzaam-E-Bewafai, Adalat Bhi Teri Thi Gavaah Bhi Tu Hi Thi
कुछ इंसान इसके लिए शायरी और quotes का सहारा लेते है, वह दर्द भरी शायरी पढ़ कर अपने दुख को कम करने की कोशिश करते है।
एक नजर भी देखना गंवारा नहीं उसे, जरा सा भी एहसास हमारा नहीं उसे. वो साहिल से देखते रहे डूबना हमारा, हम भी खुद्दार थे पुकारा नहीं उसे।
सबके बारे में सोचती हो तुम पर,मेरा ख्याल आते ही क्यों चुप हो जाती हो।
मेरे दिल को तोड़ कर वो किसी और की बाहों में सो गयाकितनी आसान से वेबफाई का नाम मजबूरी हो गया।
कर दे कमाल और कुछ ऐसा लिख मेरे टूटे दिल,जिसे पढ़कर वो रोये भी ना और चैन से सोये भी ना !!
लोग प्यार में बड़ी बड़ी बातें करते हैं, और फिर एक दिन छोड़ कर चले जाते हैं !
इस बार वो मुझे लुटे तो पूरी तरह लुटे,आवाज़ किसी को ना आये मगर दिल पूरी तरह टूटे !!
उस टूटे दिल की खबर कहा थी उन्हें,जब इंतज़ार ही उन्हें मेरे जाने का था !!
बहुत सी ख्वाहिशें थी तेरी मोहब्बत में तुझको लेकर,देख के तुझे किसी और के बाहों में तुमने सब पूरा कर दिया।
हर शाम क्या पता एक तुझे ही क्यू सोचता रहता है वोवेसे उस आशिक़ मिजाज़ ने मोहब्बते और भी की थी
पहले मुझे भी इश्क का नशा था दोस्तो पर, जब से दिल टूटा है नशे से इश्क हो गया !
"सोचता हूँ मिलूंगा जब तुझसे, तुझे सीने से अपने लगाऊंगा,छुपा लूंगा दिल में मैं तुझको, कंही दूर ना फीर कभी जाऊंगा।"
छोड़ने से पहले कहते तो आप,दर्दे दिल एक बार हमे सुनाते तो आप,ऐसी क्या मजबूरी थी आपकी,जो हमे जिंदगी के सफर में छोड़ गये आप।
उन्हें अब गैरों से फुर्सत नहीं मिलती,जो कभी मेरे पैरों की आहट से पहचानते थे !!
हम न पा सके तुझे मुद्दतो चाहने के बाद, और किसी ने तुझे अपना बना लिया, चन्द रस्मे निभाने के बाद !
जख्म दे जाती है उसकीआवाज मुझको आज भी,जो बरसों पहले कहती थीकी बहुत प्यार करती हूँ तुमसे !!
मुजे इस बात का गिला भी कम नहीमेरे हिस्से में अब तेरे इश्क़ का गम नही
तुझे दर्द देने का शौक था बहुत,हमे भी दर्द सहने का शौक था बहुत।
💔कुछ ऐसा हो जाए कुछ वैसा हो जाए हम उनके हो जाएं और वो हमारा हो जाए 💔
💔किसी को तो किसी के प्यार ने मारा किसी को तो किसी के ऐतवार ने मारा बच निकले थे हम इन सबसे मगर हमे तो किसी के इंतजार ने मारा
तेरे बाद किसी को प्यार से ना देखा हमनेहमें इश्क का शौक है आवारगी का नही
आँखें थक गई है आसमान को देखते देखतेपर वो तारा नहीं टूटता जिसे देखकर तुम्हें मांग लूँ
कभी-कभी जिंदगी इस कदर तनहा कर देती हैफिर जिन्दगी से प्यारी मौत लगने लगती है
"जो देखे थे उनके साथ हमने, साकार वो कभी सपने न हुए,जिनका था बहुत सहारा हमको, वो गम भी अपने ना हुए। ... "
उनसे मिलकर उदास ज़रूर हूँ,पर उनसे मिलने की ख्वाहिश हमेशा रहती है !!
अब न खोलो मेरे घर के उदास दरवाज़ेहवा का शोर मेरी उलझनें बढ़ा देता है
उनके ख़याल का दर्द इतना बढ़ गया है, कीअब तो नींद भी आने से कतराती है !!
आँखे वो ही है उनकीलगता है नज़र बदल गयीहमने तो खैरियत लिखी थीउन तक पहोंची तो खबर बदल गयी
जिसने हमको चाहा उसे हम चाह न सके,और जिसको हमने चाहा उसको हम पा न सके।
लिखता हूँ दिल-ऐ -दस्तूर, पर शायर नहीं हूँ मैं,न हूँ मैं उनसे दूर, तो कौन सा उनके करीब हूँ मैं !!
“वो गैर हो चुके है इस बात की ज़माने को खबर है पर हम तो सिर्फ उनके ही है, इस बात से वो आज भी बेखबर है.”
वफ़ा करके भी कुछ हासिल न हुआफिर भी दिल देता है उनको हज़ारो दुआ
जिसके दिल में हमने घर बनाया, उसी ने आज दिल से निकाल दिया।
अब मोहब्बत नही रही इस जमाने में,क्योंकि लोग अब मोहब्बत नही,मज़ाक किया करते है इस जमाने में।
भीगा देती है निगाहें रातों में तकिये को,अब इसके सिवा मुझसे लिपटता ही कौन है !!
तुझे तो सिर्फ़ दिल का मालूम हैइधर तो फेफड़े भी जलते है
ऐसे ही लोगों के लिए हम आज ले कर आए best broken heart sad shayari वो भी हिन्दी में,
बड़ी मुश्किल से फिर हमने बात बदलीयारो ने तो कर ही दिया था ज़िक्र तेरा
हर बात में आँसू बहाया नही करते,हर बात दिल की हर किसी से कहा नही करते,ये नमक का शहर है,इसलिए ज़ख्म यहाँ हर किसी को दिखाया नही करते।
“खामोशियां बेवजह नहीं होती कुछ दर्द इंसान की आवाज छीन लेते है.”
उनकी एक नजर को तरसते रहेंगे, ये आंसू हर बार बरसते रहेंगे, कभी बीते थे कुछ पल उनके साथ, बस यही सोच कर हसते रहेंगे।
दिल मे आरजू के दिये जलते रहेगे, आँखों से मोती निकलते रहेगे, तुम शमा बन कर दिल में रोशनी करो, हम मोम की तरह पिघलते रहेंगे !
अगर पसंद नहीं मेरा साथ तोह दूर हो जाओ, यूँ हर रोज बिजी होने का बहाना मत बनाओ !
बुजदिल हें वो लोग जो मोहब्बत नहीं करते,बहुत हौसला चाहिए बर्बाद होने के लिए।
"हँसते हँसते मेरी आंख भर आयी, साजन आज फिर तेरी बहुत याद आयी,याद आते हैं वो पल जब आप थे हमारे, यह सोचता हूँ फिर क्यों तू हो गयी परायी।"
ऐसा नहीं है कि अब तेरी जुस्तजू नहीं रही, बस टूट कर बिखरने की आरजू नहीं रही !
मोहब्बत में तेरे जब से टूटे हैं हम,सच कहते हैं सनम टुकड़ोंटुकड़ों में बिखर के जुड़े है हम।
पूरी उम्र सीख न सके जो किताबे पढ़कर,करीब से कुछ चेहरे पड़े तो न जाने कितने सबक सीख लिए !!
याद रहेगा ये दौर भी हमको उम्र भर के लिए,कितना तड़पे थे ज़िन्दगी में एक शख्स के लिए !
अंदर कोई झाँके तो टुकडों में मिलुंगा ये हंसता हुआ चेहरा दिखाने के लिए। Andar Koei Jhake To Tumro Me Miluga,Ye Hasta Huaa Chehra Dikhane Ke Liye Hai,
टूट सा गया है मेरी चाहतों का वजूद, अब कोई अच्छा भी लगे तो इजहार नहीं करते !
जिन दिनों को मुश्किल दिन समझ रोने बैठे गए तुमऐसी तो मेरे दोस्त मैने आम ज़िन्दगी गुज़ारी है
हर शाम एक उसे ही क्यों सोचते हो तुमने मोहब्बते और भी की थी
ऐसा नही है मेरे दिल में तेरी तस्वीर नही है,पर शायद मेरे हाथो में ही तेरे नाम की लकीर नही है।
वो करते है मोहब्बत की बात,लेकिन मोहब्बत के दर्द का उन्हें एहसास नही,मोहब्बत तो वो चाँद है जो दिखता तो है सबको,लेकिन उसको पाना सबके बस की बात नही।
मेरी नहीं होती तो किसी और की हो जाओकी तुम्हे यूह तन्हा देखकर अच्छा नही लगता
नशे में हो तो चुप चुप रहो कि राज दिल केअगर खुल जाए तो अच्छा नही होता
इन आँखों में कभी हमारे आंसू आये न होते,अगर वो पीछे मुड़ कर मुस्कुराये न होते,उनके जाने के बाद यही गम रहेगा,के काश वो हमारी जिंदगी में आये न होते।
अब तुम्हे सुनाना नही होता तो कुछ भी कैसा भी लिख देते हैपहेले तो वरना हर एक शेर में जान निचोड़ी जाती थी
मुझे दिल से यूँ पुकारा न करो,यूँ आँखों से हमे इशारा न करो,दूर हूँ तुझसे मजबूरी है मेरी,यूँ तन्हाइयों में मुझे तड़पाया न करो।
जरुरत से ज्यादा किसी से प्यार ना करना, बन जाती है दिल टुटने की वजह।
पास वो मेरे इतने कि दूरियो का कोई एहसास नहीं,फिर भी जाने क्यों वो पास होकर भी मेरे पास नहीं !!
न जाने वो कोन है जो बिन बुलाये आता है,मेरे ख्याल से तेरा ख्याल ही होगा जो मुझे सताता है।
तुम हमे क्यों इतना दर्द देते हो,जब जी में आये तब रुला देते हो,लफ़्ज़ों में तीखा पन और नजरो में बेरुखी,ये कैसा इश्क है जो तुम हमसे करते हो।
इंतजार है मुझे जिंदगी के आखिरी पन्ने का सुना है,अंत में सब ठीक हो जाता है।
तू देगा किन किन अदाओ से फरेब बतामुजे अपने अंदाज़े सितम हर एक बता
प्यार में जब दिल टूटता है तो वह दर्द सहन करना बहुत ही मुश्किल होता है, इस दर्द को सहन करने के सबके अलग तरीके होते है,
तुजसे बढ़कर आती है अदाकारी मुझकोपर रिस्तो में कभी ये हुनर नही आज़माया
आज तेरी याद को सीने से लगा कर हम रोये,हम तुझे तन्हाई में पास बुलाकर रोये,पाना तो बहुत चाहा था हर बार तुझे,पर हर बार तुझे न पाकर हम रोये।
सोचता हूं क्या अजीब वो थे दिन, हम अकेले रहते थे प्यार के बिन।
चलो अब जाने भी दो क्या करोगे दास्ताँ सुनकर,खामोशी तुम समझोगे नहीं और बया हमसे होगा नहीं।
अगर तुम समझ पाते मेरी चाहत की इन्तहा, तो हम तुमसे नही तुम हमसे मोहब्बत करते !
नाकामयाब मोहब्बत ही सच्ची होती हैमयाब होने के बाद मोहब्बत नहीं बचती
बहुत अँधेरा है दिल के कमरों में,अब सोच ये ही कि कुछ ख़्वाब जलाए जाए।
हम दुआएं करेंगे उनपर एतवार रखना,न कोई हमसे कभी सवाल रखना,अगर दिल में चाहत हो हमे खुश देखने की,बस हमेशा मुस्कुराना और अपना ख्याल रखना।
साथ मेरे बैठा था पर किसी और के करीब था,वो अपना सा लगने वाला किसी और का नसीब था !!
दो पल को ही सही पर मेरी तन्हाइयो में खो जाओ,मैं तेरा और तुम मेरी दो पल के लिए हो जाओ।
किसी शक्स की आदत हो जाना, इश्क होने से ज्यादा खतरनाक है !
दिल की क्या बिसात थी निगाह-ए-जमाल में, इक आइना था टूट गया देख-भाल में !
मोहब्बत अगर सच्ची होती, हमारे बीच कभी दुरी न होती।
एहसास दिलाती थी वो हर बार मुझे,की मै कभी उसका नहीं हो सकता !!
सोचा जब से वो मेरी जिंदगी में आई जिंदगी संवर सी गई, अब पता चला मोहब्बत करने के बाद जिंदगी बिखर सी गई।
जब भी वो उदास हो तो उसे मेरी कहानीसुना देना मेरे हालात पर,हंसना उसकी पुरानी आदत है !
बे-वक्त बे-वजह सी बेरुखी तेरीफिर भी बे-इंतहा चाहने की बेबसी मेरी
सुपुर्द कर के उसे चाँदनी के हाथों मेंमैं अपने घर के अँधेरों को लौट आऊँगी
रिश्तो केदलदल से मैं जब भी बाहर आया,हर साजिश के पीछे किसी न किसी अपने को ही पाया !!
आज मुँह फेरते है जो वो एक समय हमारे करीब थे,असल में वो गलत नहीं बस वो किसी और के नसीब थे।
सुन रहा हैं ना तू रो रही ही हु में कभीफुर्सत मिले तो सोचना जरूर एकलापरवाह क्यों तेरी परवाह करता था !
अक्सर दिखावे का प्यार ही शोर करता हैसच्ची मोहब्बत तो इशारों में ही सिमट जाती है
जरा ख्याल की जिए मर न जाऊँ कहीँ,बहुत जहरीली है तेरी ख़ामोशी मैं पी न जाऊँ कहीँ।
इतनी शराब पी कि फिर बेबाक हो गएचलो अच्छा हुआ दिल से पाक हो गए
कुछ मोहब्बत का नशा था पहले हमको, दिल जो टूटा तो नशे से मोहब्बत हो गई।
कौन याद रखता हैं गुजरे हुए वक़्त के साथी को,लोग तो दो दिन में नाम तक भुला देते हैं !!
शाहजहाँ से बढ़कर हूँ आशिक़, परदौलत के तराजू में इश्क़ तोला न करेतू बेवफाई कर रहा है पर दुआ करनाकि में तुजसा हो जाऊ खुदा न करे
तुमने देखी नहीं उसकी आँखें वरनातुम भी शायर होते मेरे दोस्त
क्यों तुम इस कदर रिश्ता तोड़ गयी, क्यों बेगानो से रिश्ता जोड़ गयी, आखिर मै दीवाना था तेरा, फिर क्यों मुझे इस हाल में छोड़ गयी.
टुटे दिल का हाल बयां करना हमें नही आता, बेवजह किसी से दिल नही लगाना होता।
कहता था तू ना मिला मुझे तो मैं मर जाऊंगावो आज भी जिंदा है यही बात किसी और से कहने के लिए
हमारे रिश्तों के सब सपने टूट गए,उनकी यादों में खुद को हम खो गए।
हम तो ख्वाबो की दुनिया में बस खोते गये,होश तो था फिर भी मदहोश होते गये,उस अजनबी चेहरे में क्या जादू था,न जाने क्यों हम उसके होते गये।
हसीन शामों में जब वो मिला करता थादिल पतझड़ में भी फूलों सा खिला करता था
सच कहो तो उन्हें ख्वाब लगता है,और शिकवा करो तो उन्हें मज़ाक लगता है,हम कितनी शिद्दत से उन्हें याद करते है,और एक वो हैं जिन्हें ये सब इत्तेफाक लगता है।
"यार से बिछुड़े मुद्दत हुयी, मगर भूल उसे हम पाए नहीं,गम ही गम मिले क्यूंकि खुशियां को साथ वो लाये नहीं। ..."
आदत मेरी अंधेरों से डरने की डाल करएक शख्स मेरी ज़िन्दगी को रात कर गया
अनजाने में ही सही, एक नेक काम करते रहे, उनको करते रहे आबाद, खुद को बर्बाद करते रहे !
ऐ दिल ऐ दिल तु उसे भूल जा, तरसना छोड़ दे तड़पना छोड़ दे, ऐ दिल ऐ दिल तु उसे भूल जा !
सबने चाहा कि हम न मिले,हमने चाहा कि उसे गम न मिले,अगर ख़ुशी मिलती है उसे हमसे जुदा रह कर,तो दुआ है मेरी रब से कि उसे हम न मिले !
ज़रा सी चोट क्या आई कलाई पेमुजे याद आ गया दुपट्टा तेरा
तन्हा मौसम है और उदास रात है,वो मिल के बिछड़ गये ये कैसी मुलाक़ात है,दिल धड़क तो रहा है मगर आवाज़ नही है,वो धड़कन भी साथ ले गये कितनी अजीब बात है !!
हम खुश हैं कम से कम कोई हमारी बात तो करता है,वो बुरा कहता है तो क्या, कम से कम कोई याद तो करता है।
ये वक्त बदला और बदली ये कहानी है,अब तो बस मेरे पास उनकी यादें पुरानी है,न लगाओ मेरे ज़ख्मो पे मरहम,क्योंकि मेरे पास बस उनकी यही बची हुई निशानी है।
ऐ दिल थोड़ी सी हिम्मत कर ना यारदोनों मिल कर उसे भूल जाते है !
बीच सफर में तुम हमसे अलविदा कह गये,पहले अपना बनाया फिर पराया कर गये,जब जिंदगी की जरूरत सी बन गये,तभी वो हमसे किनारा कर गये।
सच्ची मोहब्बत भी हम करते है, वफ़ा भी हम करते है,भरोसा भी हम करते है,और आखिर में तन्हा जीने की सजा भी हमे ही मिलती है.
मैंने पहले ही कहा था की मुझसे प्यार मत करना,देख लो अब न सो पाते है और न रो पाते है हम।
दिल की तमन्ना इतनी है कुछ ऐसा मेरा नसीब होमैं जहाँ जिस हाल में रहुँ बस तू ही तू मेरे करीब हो
ऐसा गलती से भी मत समझना ये सब किस्मत की बात हैं मैं तो बस इतना जानता हु मेरी बर्बादी में बस तुम्हारा ही हाथ हैं.
टूट तो हम तब जाते हैजब हमारे दर्द की खबर गैरों से ली जाती है
इस इश्क की किताब से,बस दो ही सबक याद हुए,कुछ तुम जैसे आबाद हुए,कुछ हम जैसे बर्बाद हुए।
उनके सवाल का क्या जवाब दूँ,जो पूछते है हम उन्हें भूल तो नहीं जायेंगे !!
सादगी में भी गुरुर रखोगुरुर में भी कुछ सादगी
वो रोए तो मगर मुझसे मुँह मोड़कर रोए, कोई मजबूरी होगी जो दिल तोड़कर रोए, मेरे सामने कर दिए मेरी तस्वीर के टुकड़े, मेरे बाद वो उन्हें जोड़-जोड़ कर रोए !
रिश्ता उससे बनाओ जिसका दिल सच्चा हो,उससे नहीं जो दिखने में अच्छा हो !!
तेरा बदन तो हुस्न का करिश्मा है मगरहमसा दिल भी खुदा कभी कभी बनाता है
अकेला हूँ मैं क्योंकि झूठा रिश्ता मैं बनाता नहीं,और सच्चा ढूँढता तो बहुत हूँ पर कहीं पाता नहीं।
बेखबर हूँ उनकी मजबूरियों से,लेकिन वो बस इतना समझ लेकी तिल तिल मर रहा हूँ उनके बगैर !!
तुम पूछो और मैं न बताऊं ऐसेतो हालात नहीं एक जरा सादिल टूटा है और तो कोई बात नहीं।
नींद भी नीलाम हो जाती हैदिलो की महफ़िल में जनाब,किसी को भूल कर सो जानाइतना आसान नहीं होता !
उस शक़्स को अलविदा कहना कितना मुश्किल है,जिस ने हमें बहुत सारी यादें दी हो !
मतलब की दुनिया थी इसलिए छोड़ दिया सबसे मिलना,वरना ये छोटी सी उम्र तन्हाई के काबिल नही थी।
दिन हुआ है, तो रात भी होगी, मत हो उदास, उससे कभी बात भी होगी वो प्यार है ही इतना प्यारा, ज़िंदगी रही तो मुलाकात भी होगी।
कुछ यूह हम तुझको देखा किये सनमपहेले पहेल जैसे बच्चा कोई तितली को देखे
कोई मरतो नही जाता इश्क-ए-जुदाई में,लेकिन जी भी तो नही पाता है जिंदगी की तन्हाई में।
मेरे होंठो का रंग बोलता हैकब से कितनी पिता हु में
खोने के लिए मेरे पास अब कुछबचा ही नहीं, एक दिल ही तो था वो भी !
कभी साथ मिलकर खाई थी कसमें, वो बन गई दूर रहने की रस्में।
"तुझको किया हमसे जुदा जिसने, हमने वो सारा ही जमाना छोड़ दिया,जीने की तमन्ना भी ना रही बाकी, हमने दिल अपना खुद ही दिया।"
मेरे दिल में उन्होंने घर बना लिया,अब कैसे कहूँ किराये का मकान ले लो !!
ये दिल अजीब है अक्सर कमाल करता है,नहीं जवाब जिनका वो सवाल करता है।
उस वेबफा को अपना समझा,जिसे हमने इतना प्यार किया,उसने किया हमसे सिर्फ धोखा,हमने फिर भी एतवार किया।
भूलना चाहो फिर भी भूलने नही देती,यादें तेरी कभी मुझे अकेला रहने नहीं देती !!
इश्क अधुरा हो तो ही बयाँ होता है साहबमुक्कमल मोहब्बत के शायर सुने नहीं मैंने
ये न कह मोहब्बत मिलना किस्मत की बात है,क्योंकि मेरी बर्बादी में तेरा भी हाथ है।
जरूरी नही जीने के लिए सहारा हो,जरूरी नही जिसे हम अपना माने वो हमारा हो,कई कस्तियां बीच भबर में डूब जाया करती हैं,जरूरी नही हर कस्ती को किनारा हो।
दुआ करो की वो सिर्फ हमारे ही रहे,क्यूंकि हम भी किसी और के होना नहीं चाहते !!
न, मोहब्बत का कोई क़ुसूर नहीं,उसे तो मुझसे रूठना ही था !दिल मेरा शीशे सा साफ़,और शीशे का अंजाम तो टूटना ही था।
माना की आप के रहन सहन के तरीके नवाबी हैपर हम खराबो से भी मिलते रहो तो क्या खराबी है
हम में जूठे अदबो आदाब कम हैदिल से हम मगर खराब कम है
मेरे टूटे हुए दिल को तुम कैसे जोड़ दोगे, मुरझाए हुए फूल को तुम कैसे खिलापाओगे !
मुझे इन पत्थरों से खौफ न होता, अगर शीशे का मेरा घर न होता, यकीनन मैं भी खेलता इश्क़ की बाज़ी, अगर दिल टूटने का डर न होता।
अच्छा हुआ जो मालुम होगया की हम उनके दिल में नहीं है,वरना हम तो अपना घर भी छोड रहे थेउनके दिल में बसने के लिये !!
वो रोए तो मगर मुझसे मुँह मोड़कर रोए, कोई मजबूरी होगी जो दिल तोड़कर रोए, मेरे सामने कर दिए मेरी तस्वीर के टुकड़े, मेरे बाद वो उन्हें जोड़-जोड़ कर रोए।
जब भी तेरे ख्वाब आते है, आंखों से आंसु निकल जाते है।
तेरा यूँ मेरे सपनो में आना ये तेरा कसूर था,और तुझ से दिल लगाना ये मेरा कसूर था,कोई आया था पल दो पल को जिंदगी में,और सर अपना समझ लेना वो मेरा कसूर था।
तुझे क्या खबर थी की तेरी यादो ने किस तरह सताया,कभी अकेले में हसांया तो कभी महफ़िलो में रुलाया !!
रात सारी तड़पते रहेंगे हम अब,आज फिर ख़त तेरे पढ़ लिए शाम को !!
हम उस तकदीर के सबसे पसंदीदा खिलौना हैंवो रोज़ जोड़ती है मुझे फिर से तोड़ने के लिए
झूठ कहूँ तो बहुत कुछ है मेरे पास,सच कहूँ तो कुछ नही सिवा तेरे मेरे पास।
ज़िंदगी सबको हंसाये जरुरी तो नहीं, मोहब्बत सबको मिल जाए जरुरी तो नहीं, कुछ लोग बहुत याद आते हैं ज़िंदगी में, वो भी हमें याद करे जरुरी तो नहीं।
काश उनको कभी फुर्सत में ये ख़याल आएकि कोई याद करता है उन्हें जिंदगी समझकर
इतना तड़प चुके हैं इतना तरस चुके हैं तेरे प्यार में,की अब एहसास ज़ख्म का होता है,तब जब वो ठीक होने के बाद निशान छोड़ जाता है।
“काश वो मौत होती तो, एक दिन जरूर मेरी होती ।”
“इस कदर दूर हुए है वो हमसे प्यार तो छोड़ अब नफरत भी नहीं करते।”
क्या कहूँ मुझे मंज़िल क्यों न मिली में कैसे कहूँकि तुझ बिन एक कदम का फ़ासला ज़माने मांगे
उनको मालूम है कि उनके बिना, हम टूट जाते हैं, फिर क्यूँ वो आज़माते हैं, हमको बिछड़-बिछड़ कर !
वो मुझसे दूर रहकर खुश है और मैउसे खुश देखने के लिए दूर हूँ !
हम खुश हैं कम से कम कोई हमारी बात तो करता है, वो बुरा कहता है तो क्या, कम से कम कोई याद तो करता है।
हम जानते है आप जीते हो जमाने के लिए,एक बार तो जीके देखो सिर्फ हमारे लिए,इस नाचीज़ की दिल क्या चीज़ है,हम तो जान भी दे देंगे आप को पाने के लिए।
मैंने जिंदगी में कई गमों को पार किया, पर तुमसे बिछड़ना इस टूटे, दिल को गवारा ना हुआ !
तन्हाई ना पाए कोई साथ के बाद, जुदाई ना पाए कोई मुलाकात के बाद, ना पड़े किसी को किसी की आदत इतनी, कि हर सांस भी आए उसकी याद के बाद.
मैं जानता हूँ तुमने उसे देखा नही हैगर देखा होता तो तुम भी शायर न होते
ज़िन्दगी गुज़ारी है हसीनो के दरमियाँ अपनीयह सारे नख़रे फरेब अदाएं देखी देखी है
बदला नहीं हूँ मैं, मेरी भी कुछ कहानी है,बुरा बन गया अब मैं, सब अपनों की मेहरबानी है।
बे-फिजूली की जिंदगी का सिल-सिला ख़त्मजिस तरह की दुनिया उस तरह के हम
दिल की ख़ामोशी पर मत जाओ साहेब,राख के नीचे अक्सर आग दबी होती है !!
तुझसे अच्छे तो जख्म हैं मेरेउतनी ही तकलीफ देते हैं जितनी बर्दास्त कर सकूँ
"मेरे दिल के जख्म यारो, आँखों से अश्क बनकर उभर जाते हैं,जिन्हे करते हैं प्यार हम दिल से, ना जाने क्यों वो हमे छोड़कर चले जाते हैं। ..."
कभी किसी को इतना सताया न करो,अपने लिए कभी किसी को तड़पाया न करो,जिनकी साँसे ही वो आपके लव्ज़ हो,उन लफ़्ज़ों के लिए कभी किसी को तरसाया न करो।
हमने मंज़िल की तलब में हमसफर नही बदलेबैठते थे जिसकी छांव में वो सजर नही बदले
"बिन आपके क्या पहचान मेरी, ये जिंदगी तो है वीरान मेरी,भले दो पल के लिए ही आ, पर कभी तो बन मेहमान मेरी। ... "
कितनी आसानी से कह दिया तुमने किबस अब तुम मुझे भूल जाओ,साफ साफ लफ्जो मे कह दिया होता कि बहुतजी लिये अब तुम मर जाओ !
दिल की मस्जिद से यादो की अज़ान लगी हैचल यार उसकी गली में सजदा कर आये
रोने से पहले आंसू आ जाते है मेरे,क्योंकि मेरे ख्वाब टूट जाते है पुरे होने से पहले !
छोड़ने से पहले कहते तो आप, दर्दे दिल एक बार हमे सुनाते तो आप, ऐसी क्या मजबूरी थी आपकी,जो हमे जिंदगी के सफर में छोड़ गये आप।
वो हम सफर था कभी मेरा ख्वाबों में, अब टुटे दिल का हाल पढ़ना किताबों में।
लोग मुझे आवारा कहते है,पर मै आवारा तो नहीं,बस जब किसी की याद सताती है,तो घर अच्छा नहीं लगता !
बेरहम मोहब्बत ने दिल तोड़के हमारा हमें अधमरा कर दिया,वरना हमको भी लोग महफिलों की शान कहा करते थे।
जिसे चाहा मैंने खुद से ज्यादा, आज उसी ने मेरा साथ छोड़ कर कहा, तुम्हारा प्यार पागलों वाला है और मैं पागल के साथ नहीं रह सकती।
“अजीब अंधेरा है तेरी महफ़िल में ऐ इश्क़, किसी ने दिल भी जलाया तो उजाला ना हुआ.”
चाहत इतनी थी की उनको दिखाई न गई,चोट दिल पर लगी इसलिए दिखाई न गई,हम चाहते तो थे सारी दूरियां मिटाना,लेकिन दूरियां इतनी थी की मिटाई न गई।
बेशक नजरों से दूर होपर तुम मेरे सबसे करीब हो
तुम चाहे जितना नाराज़ हो लो,मैं ऐतराज़ नहीं करूँगा किसी बात का !!
ज़रूरत से प्यार किया उसने मुझसे,क्या प्यार करना भी एक मज़बूरी थी उसकी ?
टुटे दिल की कहां थी उन्हें खबर, उन्होंने हमें देखकर भी कर दिया बेनजर।
काश कोई होता हमाराभी जो गले से लगा कर पूछता,क्यों इतने उदास रहते हो आज कल।
ये प्यार का भी अलग दस्तूर है साहबएक तर्फे से शुरू हो के बेवफाई पर खत्म होता है
महफिल लगी थी बद-दुआओं की हमने भीदिल से कहा उसे इश्क़ हो उसे इश्क़ हो उसे इश्क़ हो
ज़रा सी ज़िंदगी है अरमान बहुत है, हमदर्द नहीं कोई पर इंसान बहुत है, दिल का दर्द सुनाये किसको,जो शख्स दिल के करीब है वो अंजान बहुत है।
तू ख़ुदा होकर ख़ुदाई करे तो करिश्मा कैसेबनकर इंसान एक काम भला करे तो मानु
अजीब तरह से सोचा था जिन्दगी के लिए, जीना मरना था सिर्फ़ उसी के लिए, वो मुझे तन्हा छोड़ गया तो यकीन आया, कोई नहीं मरता किसी के लिए
चुप रह कर भी कह दिया,सब कुछ ये मेरा सलीका था,और तुम सुनकर भी समझ,नही पाए ये उनका प्यार था।
"कौन रोता है किसी के लिए यंहा, सब बस ऊपर से दिखावा करते हैं,साथ मरने पे मुकर वो जाते हैं, यूँ कहते हैं आप पे मरते हैं.... "
ना कोई समझता है, और ना कोई समझाता है, सबको बस दूसरों का मजाक उड़ाना आता है !
ऐसा नही की आपकी याद आती नहीख़ता सिर्फ़ इतनी है के हम बताते नही
टुटे हुये दिल का तु किसी के सामने जिक्र ना कर, ये दिल भी एक दिन मान जायेगा तु हमारी फिक्र ना कर।
यादों में तेरी आहे भरता है कोई,हर साँस के साथ तुझे याद करता है कोई,मरना तो सभी को है वो एक हकीकत है,लेकिन तेरी यादों में हर दिन मरता है कोई।
आता ही नहीं उस नादान के बगैर जीना मुझको,काश उस शख्स ने मरना भी सिखा दिया होता !!
प्यार हो तो ऐसा कि वो नहीं है पर,उनका दिया दर्द आज भी सम्हाल कर रखे हैं।
हर इल्जाम का हकदार वो हमे बना जाते है, हर खता कि सजा वो हमे सुना जाते है, हम हरबार खामोश रह जाते है, क्योकी वो अपना होने का हक जता जाते है.
चले जायेंगे एक दिन तुझे तेरे हाल पर छोड़कर,कदर क्या होती हैं प्यार की तुझे वक़्त ही सीखा देगा !!
खुश नसीब हैं बिखरे हुए यह ताश के पत्ते, बिखरने के बाद उठाने वाला तो कोई है इनको !
जो था तुझ पर, तेरी बातों पर,अब किसी और पर नहीं होता,इस कदर टूटा हूँ तेरे इश्क में,की अब तो यकीन पर भी यकीन नहीं होता।
होले होले कोई याद आया करता है,कोई मेरी हर साँसों को महकाया करता है,उस अजनबी का हर पल शुक्रिया अदा करते हैं,जो इस नाचीज़ को मोहब्बत सिखाया करता है।
सिर्फ कमबख्त प्यार में ही ऐसा अनोखाचीज़ होता है. दिल किसीऔर का हो चूका है पर दिल !!
अगर नींद आ जाये तो सो भी लिया करोयूँ रातों को जागने से मोहब्बत लौटा नहीं करती
तू मुझे याद करे न करे तेरी खुशी, हम तो तुझे याद करते रहते है, तुझे देखने को दिल तरसता रहता है, और हम तेरा इंतजार करते रहते है !
हमारी चाहत ने उस वेबफा को ख़ुशी देदी,और उस वेबफा ने बदले में ख़ामोशी देदी,मांगी तो उस रब से दुआ मरने की थी,लेकिन उसने भी हमे तड़पने के लिए जिंदगी देदी।
कहीं ना कहीं कुछ तो बात और है तुममेवरना तुमसे पहेले भी जो थी , हसीन थी
सुना है वो जाते हुए कह गये,के अब तो हम सिर्फ़ तुम्हारे ख्वाबो मे आएँगे,कोई कह दे उनसे के वो वादा कर ले, हम जिंदगी भर के लिए सो जाएँगे..
कभी मैं जो शायर था जो टुटे दिलो का हाल शायरी में बयां करता था, अब खुद के टुटे दिल का हाल जानने वाला कोई शायर नही है।
काश ! निगाहे फेर लेने से, ताल्लुक भी खत्म हो जाते।
प्यार का बदला कभी चुका न सकेंगे चाह कर भी आपको भुला न सकेंगे तुम ही हो मेरे लबों की हँसी तुमसे बिछड़े तो फिर मुस्कुरा न सकेंगे.
हमको शायद पे ऐतबार क्यों आयेवो जो आते नही इस बार क्यों आयेजब सारा गुलशन ही वीरान पड़ा हैफिर मेरे घर मे घर बाहर क्यों आये
एहसास दिलाती है उसकी हर बात, अब वो नही रही मेरे साथ।
हे उपर वाले, कोई एहसान करदे मुझपे इतना सा बता कर, भुलाया कैसे जाता है दिल तोड़ने वाले को !
कितना दर्द है इस दिल में लेकिन हमे एहसास नही है,कोई था बहुत खास पर वो पास नही है,हमे उनके इश्क ने बर्बाद कर दिया,और वो कहते है की ये कोई प्यार नही है।
वास्ता नहीं रखना तो नजर क्यों रखते होकिस हाल में हूँ जिंदा ये खबर क्यों रखते हो
वो नही आती पर अपनी निशानी भेज देती है,ख्वाबो में दास्ताँ पुरानी भेज देती है,उसकी यादों के पल कितने भी मीठे हैं,मगर कभी कभी आँखों में पानी भेज देती है।
दूरियों का गम नहीं, अगर फासले दिल में न हो,नजदिकियां बेकार है, अगर जगह दिल में न हो।
जरा सी बात पर न छोड़ अपनों का दामन, क्योंकि जिंदगी बीत जाती है अपनों को अपना बनाने में !
Dil तो करता हैं की रूठ जाऊँकभी Baccho की तरहफिर सोचता हूँ कि मनाएगा !
ना जाने कितनी ख्वाईशें दफन है इस दिल में,कैसे दफनाओगे एक कब्रिस्तान को एक कब्र में !
जब सारे शहर में मुजे कोई मुजसा न मिलाफिर तो जो जैसा मिला में वैसा हो कर रह गया
दिल से रोये मगर होंठो से मुस्कुरा बेठे, यूँ ही हम किसी से वफ़ा निभा बेठे, वो हमे एक लम्हा न दे पाए अपने प्यार का, और हम उनके लिये जिंदगी लुटा बेठे.
एहसास दिला जाती है तुम्हारी वो हर बात, जब होती थी हमारी खास मुलाकात।
"सभी रहते हैं तभी दूर मुझसे, मेरा गम कंही उन्हें ना लग जाये,मेरे अपने भी यही सोचते हैं , यह आशिक़ दुनिया से कब जाए। "
सोचो कितनी मोहब्बत करता होगा वो शख्स,जो अपने प्यार की ख़ुशी के लिए उसे किसी और का होने देता है !
ज़ख़्म दे कर ना पूछा करो दर्द की शिद्दत,दर्द तो दर्द होता हैं थोड़ा क्या ज्यादा क्या !!
रोने की सजा है ना रुलाने की सजा है, ये दर्द मोहब्बत को निभाने की सजा है, हँसते हैं तो आँखों से निकल आते हैं आंसू, ये एक शख्स से दिल लगाने की सजा है।
हमको टालने का शायद तुमको सलीका आ गया,बात तो करते हो लेकिन अब तुम अपने नहीं लगते !!
तुमसे इश्क़ है में इनकार नही करतापर में अपनी खुद्दारी निसार नही करता
जब से दिल मेरा जला है,तब से इस दिल में कोई बचा नहीं है !!
लोग कहते है की बिना मेहनत कुछ पा नही सकतेना जाने ये गम पाने के लिये कौन सी महेनत कर ली हमनेHanuman Chalisa in Hindi
मेरी आंखों ख्वाहिशो के जनाज़े हैवक़्त है यारा वक़्त के अपने तकाज़े है
मेरी लिए रात रात नहीबस सुबह का इंतेज़ार है
जब तक दर्द न हो किसी के आंसू आया नही करते,बिना वजह किसी का दिल दुखाया नही करते,ये बात सुन लो कान खोल कर,किसी के सपने तोड़ कर अपने सपने सजाया नही करते।
मेरी बर्बादी महज़ लोगों के लिए सिर्फ एक कहानी है,पर ये कहानी नहीं मेरे टूटे दिल की ज़िंदगानी है।
आप जब से आये हो जिंदगी में, मुझको भी जीने का सहारा हो गया,. जिसको हमने देखा भी नहीं था कभी, वो भी हमारा हो गया....
दिल अब देखता ही कौन है यारमुनासिफ होगा की आदते सुधार लो
पुछा जो उससे मैंने की क्यूँ छोड़ दिया मुझे,जवाब में पगली मेरे आंसू पोंछते पोंछते रो पड़ी।
ज़िद मत किया करो मेरी दास्तान सुनने की यारो,मै हँस कर कहूँगा तो भी तुम रोने लगोगे !!
दुश्मन के सितम का खौफ नहीं हमकोहम तो दोस्तों के रूठ जाने से डरते हैं
सुना होगा दर्द कि एक हद होती है,मिलो हमसे आकर,हम अक्सर उसके पार जाते हैं।
जब भी दिल टुटता है, तो दर्द बहुत होता है।
इश्क़ में भी छुट्टी चाहिए थी उन्हें,नजाने इश्क़ को क्या समझ रखा है !!
सुना है सच्चा प्यार पाना दुआ से कम नही होता, दिल टुटने पर गम भी कभी कम नही होता।
कभी फुरसत मिले तो देख लेना एक बारकिसी नज़र को तेरा इंतजार आज भी है
हर घड़ी इस जिंदगी को आज़माया है हमने, इस जिंदगी में सिर्फ गम पाया है हमने, जिस ने हमारी कभी कदर ही न जानी, उस वेबफा को इस दिल में बसाया है हमने।
इस दिल में आग सी लग गई जब वो खफा हुए,फर्क तो तब पड़ा जब वो जुदा हुए,हमे वो वफ़ा करके तो कुछ दे न सके,लेकिन दे गये वो बहुत कुछ जब वो वेबफा हुए।
कहते है प्यार सुकून देता है, पर हम कहते है प्यार बहुत दुख देता है।
वो तेरे खत तेरी तस्वीर और सूखे फूलउदास करती हैं मुझ को निशानियाँ तेरी
कुछ बेगाने है इसलिए चुप हैंकुछ चुप है इसलिए बेगाने है
मोहब्बत में इस दिल ने ऐसा खाया धोखा, टुटने से बचने का नही मिला कोई मौका।
तर्के ताल्लुक का इरादा है पर बताती भी नहीअजीब लड़की है ठीक से सताती भी नही
होने को तो इसे वस्ल की शाम होना थाआप से आज कुछ दुआ सलाम होना थाफिर बैठे रहे शाम को कश लगाते हुए हमवेसे इस शाम को आपकी शाम होना था
प्यार मोहब्बत तो सब करते है,इसको खोने से भी सब डरते है,हम तो न प्यार करते है न मोहब्बत करते है,हमतो बस आपकी एक मुस्कुराहट पाने को तरसते है।
खुदा कभी किसी पे फ़िदा न करे,अगर करे भी तो कभी कयामत तक जुदा न करे।
“अगर सुकून से जीना है तो अकेले जीना सीख लो लोग तसल्ली देते हैं साथ नहीं.”
दो कदम साथ में चलने वाला हमसफ़र नहीं होता,कोई अगर किसी को ज्यादाचाहने लगे तो उसका कदर नहीं होता।
टूटता हुआ तारा सबकी दुआ पूरी करता हैक्योकि उसे टूटने का दर्द मालूम होता है !!
आया था वो मुक़ाबला करनेऔर गया है मेरे मुरीद होकर
नफरत करनी है तो इस कदर करनाकी हम दुनिया से चले जाये परतेरी आँख में आँसू न आये !