By reading this Kedarnath Shayari In Hindi you will experience the beauty of Kedarnath and devotion to Lord Mahadev.
“ आंधी तूफानों से वो डरते हैं,जिनके मन में प्राण बसते हैं,वो मौत देखकर भी हँसते हैं,जिनके मन में महाकाल बसते हैं….!!!
ख़ुद को इतना दुनियांदार नही कर सकते,हम तो केदारनाथ के भक्त है, हम तुम से प्यार नहीं कर सकते!!
“ काल का भी उसपर क्या आघात हो,जिस बंदे पर बाबाकेदारनाथ का हाथ हो…!!
मेरा टेलीविज़न लगभग प्रलाप जैसी भाषा में जो लगातार बोलता रहता है, एक ख़ास तरह का प्रदूषण मेरी भाषा की दुनिया में—उसके ज़रिए भी फैलता है।
भजन मंडली साथ हो केदारनाथ का नाम होडरने की कोई बात नही, जब बाबा केदारनाथ पास हो।
दोस्तों से केदारनाथ जाने की बात हो रही है,मानों साक्षात भोले बाबा से मुलाक़ात हो रही है.
मौत का डर उनको लगता है, जिनके कर्मों मे दाग है ।हम तो महाकाल के भक्त है, हमारे तो खून में ही आग है ।🌻Jai Shree Mahakal🌻
“ अपन की तोबस इतनी सी कहानी हैबालक है हम उसकेजिसकी दुनिया दिवानी है…!!
लम्बत्स पिङ्गल जटा मुकुटोत्कटाय दंष्ट्राकरालविकटोत्कटभैरवाय । व्याघ्राजिनाम्बरधराय मनोहराय त्रिलोकनाथनमिताय नम: शिवाय ॥
हां हूं थोड़ा सा झल्ला सा मेरे साथ रहोगी क्या Paris तो नहीं ले जा सकता तुम्हे पर तुम मेरे साथ केदारनाथ चलोगी क्या ।
“ सुन मेरे बाबा केदारनाथ वो एक तेरा नाम है जो बनाता हम सबभक्तो के बिगड़े काम है…!!
एक ही फर्क है स्वर्ग और केदारनाथ मेंस्वर्ग में देव और केदारनाथ में महादेव
अपनी कृपा की बरसात कर दो भोलेनाथ, छोड़कर दुनियादारी आ जाऊँ केदारनाथ।
शुरुआत से समय के अंत तक...एक बाबा केदारनाथ ही है जो साथ रहता है
आऊंगी एक दिन आपके इस सुन्दर दरबार में मैं भी देंगे ना दर्शन अपने तुच्छ भक्त को भगवान भी...!🔱🙏
कई बार एक आलोचक जो कहता है, उससे कहीं अधिक महत्त्वपूर्ण वह होता है जो वह नहीं कहता।
मैं ठीक-ठाक कारण तो नहीं बता सकता, पर इस ‘शास्त्र’ शब्द से मुझे डर लगता है—शायद इसलिए कि उसमें एक शासक की-सी ध्वनि है।
सर्द हवाएं रोकेंगी तो बोल बम का नारा लगाएंगेयात्रा शुरू की है तो केदारनाथ मंदिर जरूर जाएंगे
गया था उज्जैन की गलियों मे महाँकाल का दिल जितनेज़ब वापस आया तो अपना ही दिल लुटा आया..!Har Har Mahadev
बाबा केदारनाथ के दरबार के दृशन कर लोमिल जायेंगे राम, बस जय बाबा केदारनाथ जय बाबा केदारनाथ बज लो
किसी ने क्या खूब कहा है उज्जैन के दरबार में डमरू वाला बैठा है एक दफा तो मांग के देख दिल खोल के वो देता है.
जहां नदी के लहरों का मिलन होता है,केदारनाथ की गोद में शिव का विलास चलता है।वहां श्रद्धालु होंठों पर धुन बसती है,महादेव की महिमा सबके दिल में बसती है।
सबको दे दर्शन तू अपने धाम के,हर इच्छा को पूरा करने के।
महाकाल आपसे छुप जाए मेरी तकलीफ ऐसी कोई बात नही तेरी भक्ति से ही पहचान है मेरी वरना मेरी कोई औकात नही.
“केदारनाथ यात्रा आपके मन में आत्मविश्वास का बढ़ता है।”
बाबा भोलेनाथ की कृपाजिन भक्तों पर होती हैवही केदारनाथ जाते हैऔर ज्योतिर्लिंग कादर्शन पाते है
सरे दुःख खुशियों में बदल जायेंगे एक बार आप भी केदारनाथ के मंदिर तो होकर आईये।
जब केदारनाथ धाम में जमी बर्फ पिघल जायेगी,फिर बाबा भोलेनाथ के भक्तों भीड़ उमड़ जायेगी।
“ सबसे बड़ा तेरा दरबार है,तू ही सब का पालनहार हैसजा दे या माफी महादेव,तू ही हमारी सरकार है…!!
महादेवच स्वर्ग आहेतमहादेवच मोक्ष आहेत
“ जिंदगी बीत गई दोवक़्त की रोटी कमाने में,बड़ी देर हो गई बाबातेरे केदारधाम आने में…!!
“ जिंदगी में एक ऐसाहमसफ़र खोज रहा हूँउसी के साथ केदारनाथजाने की सोच रहा हूँ..!!
वहाँ भोलेनाथ का वास स्थान है,जहाँ श्रद्धालु जन चलते हैं जान से।
“ इतना ना सजा करो ओ मेरे महाकाल आपकोनज़र लग जायेगी और उस मीर्ची की क्याऔकात जो आपकी नजर उतार पायेंगी…!!!
“ किसी ने मुझसे कहाइतने ख़ूबसूरत नहीं हो तुम,मैंने कहा केदारनाथ महादेवके भक्त खूंखार ही अच्छे लगते हैं…!!
केदारनाथ में मिलता है आत्मीयता का अनुभव,भक्तों को देता है शांति और सुख का आदर्श।
“ यह कह कर मेरे दुश्मन मुझे छोड़ गये कि,ये तो “महाकाल” का भक्त है, पंगा लियातो महाकाल नंगा कर देंगे…!!
शिव दिगम्बर भस्मधारी, अर्द्ध चन्द्र विभूषितम ।शीश गंगा कण्ठ फिणिपति, जय केदार नमाम्यहम ।
“ जहाँ झरने भी बाबाभोलेनाथ का नाम लेकर बहते है,इस जहाँ के उस स्वर्गको केदारनाथ धाम कहते है….!!
“ जिस मंदिर का आंगनलगता स्वर्ग से सुंदर हैसिंहासन बाबा केदारका उस मंदिर के अंदर है….!!
जिनके मन में श्रद्धा नहीं होती हैवही कहते है भोलेनाथ का दरबार दूर हैजिनके मन श्रद्धा होती हैवो केदारनाथ जाते जरूर है
पर्वतीपुत्र के धाम को,फिर भी चार धामों में है,इसकी महिमा अपार बहुत।
भाषा स्मृतियों का पुंज है और विलक्षण यह है कि स्मृतियाँ पुरानी और एकदम ताज़ा भाषा में घुली-मिली होती हैं।
ना चाहुँ सुख महलो का ना कोई वैभव माँगू देदे बाबा थोड़ी जगह अपनी चरणों में मैं भी अपना जीवन सँवारु। || हर हर महादेव ||
“ जिनके रोम-रोम में शिव हैंवही विष पिया करते हैं ,जमाना उन्हें क्या जलाएगा ,जो श्रृंगार ही अंगार से किया करते है…!!!
“ महाकाल हो जब इस दुनिया से मेरी विदाईतो इतनी मोहलत मेरी सांसो को देना एकबारऔर महाकाल कह लेने देना महाकाल….!!
“ जब भक्ति का प्रसाद पाएंगे,जब बाबाभोलेनाथ बुलाएंगे, उठाकर झोला अंजानराहो से तभी हम केदारनाथ जाएंगे…!!
“ चल चले मितवा वहाँजहाँ स्वर्ग से हवा आती हैजिस केदारनाथ कीमहिमा पूरी दुनिया गाती है…!!
आसान नहीं हैं नीलकंठ हो जाना, विष को गले में रखकर चेहरे पर, भोलापन लाना पड़ता है !
कैसे कह दूँ कि मेरी हर दुआ बेअसर हो गई मैं जब जब भी रोया मेरे भोलेनाथ को खबर हो गई,हर हर महादेव.
काल भी तुम, महाकाल भी तुम लोक भी तुम, त्रिलोक भी तुम शिव भी तुम, और सत्य भी तुम। || हर हर महादेव ||
उत्साहहीन जिंदगी दवा माँग रही हैयह तो केदारनाथ की हवा मांग रही है
जिनके मन में श्रद्धा नहीं होती है वही कहते है भोलेनाथ का दरबार दूर है जिनके मन श्रद्धा होती है वो केदारनाथ जाते जरूर है।
जीवन के सारे पापों से मुक्ति कामार्ग अपना ले,केदारनाथ में ज्योतिर्लिंगके दर्शन का मन अपना बना ले. – केदारनाथ भगवान की स्तुति।
हाथों की लकीरें अधूरी हो तो किस्मत अच्छी नहीं होती,हम कहते हैं की सर पर हाथ महादेव का हो, तो लकीरों की ज़रूरत नहीं होती..!!
“ कृपा जिनकी मेरे ऊपरतेवर भी उन्हीं का वरदान हैशान से जीना सिखायाजिसने महादेव उनका नाम है…!!!
कुंकुमचन्दनलेपितलिंगम् पंकजहारसुशोभितलिंगम्। संचितपापविनाशनलिंगम् तत्प्रणमामि सदाशिवलिंगम् ॥
“ मेरे मन में बसा हैबस एक ही धुन, एक ही नाममहादेव और महादेवका केदारनाथ धाम…!!
1 ही शौक रखते है पर बैमिसाल रखते है,हालात कैसे भी होफिर भी जुबां पर हमेशा “जय महादेव” रखते है..!!
केदारनाथ की महिमामुझ मूरख से बखानी ना जायेगीजो दिव्य अनुभूति कीवो शब्दों में बताई ना जायेगी
हसून देतो मी जेव्हा लोक धोका देतातकारण खूप चांगल्या पद्धतीने माहीत आहे मला,की सोबत तर फक्त महादेव देतात..!ओम नमः शिवायlord Shiva Quotes in Marathi
“ तुम्हारे नाम से शुरू,मेरे नाम का प्रेममेरे जीवन की अंतिमसांस तक का व्रत है…!!
केदार की घाटी और मौसम सुहाना दिल में केदार और मै केदारनाथ का दीवाना. Kedar ki ghati aur mosam suhana dil me kedar or me kedarnath ka diwana.
बाबा भोलेनाथ के दरबार केदारनाथ में ऐसा ही होता हैआसमान स्वयं झुककर बाबा की भक्ति करता है
जय जय केदार, शंकर के अवतार,भक्तों के लिए है यह प्रिय आदार।
“ यह कैसी घटा छाई हैंहवा में नई सुर्खी आई है फ़ैली हैजो सुगंध हवा में जरुरमहादेव ने चिलम लगाई है…!!
“ बड़ी बरकत हैकेदारनाथ महादेव तेरी भक्ति में, जब से की है,कोई दुःख दर्द ही नहीं होता…!!
वो सफर हसीं जरूर होगा अगर वो सफर केदारनाथ की ओर जाने का होगा
कण कण में भोलेनाथ आपका ही वास है, हर भक्त के लिए आप और, हर भक्त आपके लिए खास है ! जय भोले बाबा !
कोई मुझसे मेरा सब कुछ छीन सकता हैं, पर महाकाल की दीवानगी, मुझसे कोई नही छीन सकता। जय महाकाल।
खौफ फैला देना नाम का कोई पुछे तो कह देना, भक्त लौट आया है महादेव का !!
जिसके अदव से छूता आसमान भी है वहां हवा की ध्वनि में भी जयकार हैं वो मेरे भोले नाथ का केदारनाथ है।
जिंदगी नहीं तुमसे जान है मेरीकेदारनाथ महादेव का भक्त यहीं पहचान है मेरी
“ मुश्किल तो मेरे भीहालत बड़े थे मै जीतगयीं क्योकि साथमेरे महाकाल खड़े थे….!!
महादेव तुझसे इतना प्यार है कि मेरी खुशियों का हर दिन एक सोमवार है। Mahadev tujhse itna pyar hai ki Meri khushiyon ka har din ek somvaar hai.
जिंदगी की हर सुख और सारी ख्वाहिश एक तरफतेरे साथ केदारनाथ जाने की तमन्ना एक तरफ
बाबा हृदय में तेरा वास हो,दुःख-सुख में तेरा साथ हो,जब आये आखिरी वक़्तजुबां पर नाम केदारनाथ हो.
वसिष्ठकुम्भोद्भवगौतमार्य मुनीन्द्रदेवार्चितशेखराय। चन्द्रार्कवैश्वानरलोचनाय तस्मै वकाराय नम: शिवायः ॥
मन्दिर के द्वार पर खड़ा हुआ,भगवान की भक्ति में खो जाओ।
अब पैर खींचने वाले को कैसे समझाए की मेरा हाथ मेरे Mahadev ने पकड़ा है
यदि आपका कोई नैतिक संदेश है तो कविता में उसे अंतर्निहित होना चाहिए, मुखर नहीं।
तुम्हारे नाम से शुरू, मेरे नाम का प्रेममेरे जीवन की अंतिम सांस तक का व्रत है
बाबा भोलेनाथ की कृपा जिन भक्तों पर होती हैवही केदारनाथ जाते है और ज्योतिर्लिंग का दर्शन पाते है
रूद्र हूं महाकाल हूँ मृत्यु रूप में विकराल हूं नित्य हूं निरंतर हूं शांति रूप में शंकर हूं…।।
धन्य हैं वे लोग जो जाते हैं यहाँ,केदारनाथ धाम में पाते हैं निर्वाण का मार्ग प्रमाण।
“ भोले के दरबार में, दुनिया बदल जाती है,रहमत से हाथ की, लकीर बदल जाती है,लेता है जो भी दिल से महादेव का नाम,एक पल में उसकी तकदीर बदल जाती है….!!
जहाँ झरने भी बाबा भोलेनाथ का नाम लेकर बहते है,इस जहाँ के उस स्वर्ग को केदारनाथ धाम कहते है.
जब बाबा भोलेनाथ बुलाएँगे तो हम भी केदारनाथ घूमने जायेंगे।
“ जब जब हर दुआमेरी खाली लौट आई,तब तब मुझे अपनेकेदारनाथ जाने की याद आई..!!!
मेरी एक ख्वाहिश अधूरी है, पूरी कर पाओगी क्या?मेरा हाथ पकड़कर, केदारनाथ चल पाओगी क्या?
बाबा भोलेनाथ की कृपा जिन भक्तोंपर होती है, वही केदारनाथ जाते हैऔर ज्योतिर्लिंग का दर्शन पाते है.
पागल सा बच्चा हूँ पर दिल से सच्चा हूँ थोड़ा सा आवारा हूँ पर महादेव तेरा ही दीवाना हूँ
“ मुश्किल तो मेरे भीहालत बड़े थे मै जीत गयींक्योकि साथ मेरे महाकाल खड़े थे…!;
“ हम महाकाल के भक्त हैंसीना तान के घूमते हैं,ये महाकाल की दुनिया हैंजहाँ वीर श्रीराम के पलते हैं…!!
आता हूँ बाबा केदारनाथ तेरे दर पे, अपना शिर्ष झुकाने को;1000 जन्म भी कम है बाबा, अहेसान तेरा चुकाने को।
महाकाल हो जब इस दुनिया से मेरी विदाई तो इतनी मोहलत मेरी सांसो को देना एकबार और महाकाल कह लेने देना महाकाल.
बिगड़ा नसीब भी संवर जाता है, बंद किस्मत का ताला खुल जाता है अँधेरो में भी खुला दरवाजा नजर आता है, जो सर महादेव के चरणों में झुक जाता है.
“ एक सफर तेरे साथ हो मेरेहाथो में तेरा हाथ हो वह गोवाया मनाली नहीं केदारनाथ का राह हो….!!
जीवन के सारे पापों सेमुक्ति का मार्ग अपना लेकेदारनाथ में ज्योतिर्लिंगके दर्शन का मन अपना बना ले
“ बहुत ही गहरी सोच में होंगे महादेव कलयुगीइंसान को देखकर कि,विषपान तो मैंने किया थापर लोगों के दिल इतने जहरीले कैसे हो गये….!!!
तेरे दीवाने आए हैंबाबामहाकाल जय भोलेनाथहम #दिवाने #हैं #तेरेकेदारनाथ
“ शायरी का बादशाह हूँ और कलममेरी रानी अल्फाज मेरे गुलाम हैबाकि सब महाकाल की महरबानी…!!!
गोदी में पहाड़ियों की उजली दोपहरी गुज़रना हाय हाय तेरे साथ में अच्छा लगे..
“ खुशबु आ रही हैंकहीँ से गांजे और भांग की,शायद खिड़की खुली रह गयी हैं‘मेरे महांकाल’ के दरबार की….!!!
जो समय की चाल हैं, अपने भक्तों की ढाल हैं,पल में बदल दे सृष्टि को, वो महाकाल हैं..!!
मैंने तेरा नाम लेके ही सारे काम किये है महादेव,और लोग समझते है कि बंदा बहुत किस्मत वाला है ।
मेरी एक ख्वाहिश अधूरी है,पूरी कर पाओगी क्या?मेरा हाथ पकड़करकेदारनाथ चल पाओगी क्या?
ना वो कलम रखते हैं, न वो किताब रखते है फिर भी मेरे महादेव पूरी दुनिया का हिसाब रखते हैं
गांजे मे गंगा बसी चीलम में चार धाम, कंकर मे शंकर बसे और जग में महाकाल !
हे केदारनाथ महादेव , मेरे गुनाहों को माफ कर देना क्योंकि,मैं जिस माहौल में रहेता हूँ, उसका नाम है
मिलती है तेरी भक्ति महादेव बड़े जतन के बाद, पा ही लूंगा महादेव आपको शमशान में जलने के बाद !
“ मन ना जाने क्यों परेशान है,जबकि रास्ता बड़ा आसान हैअनेकों मुश्किलों अनेको आयाम है,पर केदारनाथ सबका मुकाम है…!!
मन ना जाने क्यों परेशान है जबकि रास्ता बड़ा आसान है अनेकों मुश्किलों अनेको आयाम है पर केदारनाथ सबका मुकाम है।
रचना का कहीं न कहीं एक ख़ास तरह की रचनात्मक मुक्ति से गहरा संबंध होता है और उसी मुक्ति में मेरा विश्वास है।
किस्मत लिखने वाले को भगवान कहते हैं, और बदलने वाले को भोलेनाथ कहते हैं !!
“ बाबा हृदय में तेरा वास हो,दुःख-सुख में तेरा साथ होजब आये आखिरी वक़्त,जुबां पर नाम केदारनाथ हो…!!!
काल का भी उस पर क्या आघात हो, जिस बंदे पर महाकाल का हाथ हो !!
किसी ने मुझसे कहा इतने ख़ूबसूरत नहीं हो तुम,मैंने कहा महादेव के भक्त खूंखार ही अच्छे लगते है..!!
“ जब केदारनाथ धाम मेंजमी बर्फ पिघल जायेगीफिर बाबा भोलेनाथ केभक्तों भीड़ उमड़ जायेगी…!!
सब का होगा बेड़ा पार, अगर महादेव की भक्ति में डूबेगा यह संसार ! हर हर महादेव !
कर से कर को जोड़कर शिव को करू प्रणाम हर पल शिव का ध्यान धर सफल होवें सब काम…।।
जब हृदय में प्रेम और भक्ति की स्वीकृति होती हैतब केदारनाथ धाम में अध्यात्म की जागृति होती है
अष्टदलोपरिवेष्टितलिंगम् सर्वसमुद्भवकारणलिंगम्। अष्टदरिद्रविनाशितलिंगम् तत्प्रणमामि सदाशिवलिंगम्॥
“केदारनाथ मंदिर धार्मिक और सामाजिक महत्त्वपूर्णता के लिए देश भर में जाना जाता है।”
“ ना कोई हमारा ना हम किसी के हैंबस एक महादेव ही हैऔर हम उसी के हैं…!!
जैसा समाज हम बनाएँगे, उसी के अनुसार कला और साहित्य की क़ीमत तय होगी।
हे महाकाल मेरे गुनाहों को माफ कर देना क्योंकि, मैं जिस माहौल में रहेता हूँ उसका नाम है दुनिया ! जय महाकाल की !
शिव दिगम्बर भस्मधारी, अर्द्ध चन्द्र विभूषितम ।शीश गंगा कण्ठ फिणिपति, जय केदार नमाम्यहम ।
लोकांच्या नजरेत चांगले बनण्याची ईच्छा नाही माझीबस फक्त तुमच्या नजरेतून पडू नये एवढा प्रयत्न आहे माझा.हर हर महादेव
“केदारनाथ यात्रा जीवन के महत्वपूर्ण ज्ञान और समझ का संचार करती है।”
तुम्हारे नाम से शुरू, मेरे नाम का प्रेममेरे जीवन की अंतिम सांस तक का व्रत है
“ एक ही फर्क हैस्वर्ग और केदारनाथ मेंस्वर्ग में देव औरकेदारनाथ में महादेव…!!!
वह अकेले ही पुरी दुनिया में मुर्दे कि भस्म से नहाते हैं,ऐसे ही नहीं वो कालो के काल महादेव कहलाते हैं..!!
ना कोई हमारा ना हम किसी के हैंबस एक महादेव ही है और हम उसी के हैं..हर-हर महादेव
वो खूबूसरत सफर होगा जिसमें परिवार साथ हो,सर्द हवाएं क्या बीमार करेंगी अगर मंजिल केदारनाथ हो.
जीवन के सारे पापों से मुक्ति का मार्ग अपना ले केदारनाथ में ज्योतिर्लिंग के दर्शन का मन अपना बना ले।
भक्ति में है शक्ति बंधू शक्ति में संसार है त्रिलोक में है जिसकी चर्चा उन शिव जी का आज त्यौहार है…।।
मन्दिर के द्वार पर खड़ा हुआ,भगवान की भक्ति में खो जाओ।
ॐ देवाधिदेव देवेश सर्वप्राणभूतां वर।प्राणिनामपि नाथस्त्वं मृत्युंजय नमोस्तुते।।12 राशियों के अनुसार शिव मंत्र
बाबा केदारनाथ के दरबार के दृशन कर लो,मिल जायेंगे राम, बस जय बाबा केदारनाथ जय बाबा केदारनाथ बज लो।||जय बाबा केदारनाथ की ||
केदारनाथ में ज्योतिर्लिंग का दर्शन वही पाते है जो किस्मत वाले होते है।
जब भी मैं अपने बुरे हालातो से घबराता हूँ, तब मेरे महाकाल की आवाज आती है, घबरा मत मैं साथ हूँ तेरे ।
जब मन को शांति की प्राप्ति चाहिए होती हैं तब इसकी इच्छा केदारनाथ जाने की होती है।
मौसम सर्द और नजारा रात का,साथ तेरा और सफर केदारनाथ का.
दक्षप्रजापतिमहाखनाशनाय क्षिप्रं महात्रिपुरदानवघातनाय । ब्रह्मोर्जितोर्ध्वगक्रोटिनिकृंतनाय योगाय योगनमिताय नम: शिवाय ॥
मैं सारी दुनिया घूमना नहीं चाहूँगा जब बाबा बुलाएँगे तो केदारनाथ आऊंगा। Me sari duniya ghumna nahi chahunga jab baba bulayenge to kedarnath aaunga.
ज्वाळा जळते, सकाळ सकाळी डमरू वाजतातमोठ्या अद्भुत शृंगारणे महाकाल सजतातहर हर महादेव
शैल सुन्दर अति हिमालय, शुभ मन्दिर सुन्दरम ।निकट मन्दाकिनी सरस्वती, जय केदार नमाम्यहम ।
“ सरे दुःख खुशियों में बदल जायेंगेएक बार आप भी केदारनाथके मंदिर तो होकर आईये…!!!
अज्ञेय से पहले हिंदी का कोई ऐसा कवि नहीं हुआ जो शुद्ध रूप से नागरिक कवि हो।
सबर करना दिल को थाम लेना तुम वो सब संभल लेगा, महादेव का नाम लेना तुम
केदारनाथ की महिमा मुझ मूरख से बखानी ना जायेगीजो दिव्य अनुभूति की, वो शब्दों में बताई ना जायेगी
जब इस दुनिया से मेरी विदाई तो,इतनी मोहलत मेरी सांसो को देना एक बार और महादेव कह लेने देना..!!
केदार की घाटी और मौसम सुहाना दिलमें केदार और मै केदारनाथ का दीवाना.
मुश्किल तो मेरे भी हालत बड़े थे मै जीत गयीं क्योकि साथ मेरे महाकाल खड़े थे
पूर्वोत्तरे प्रज्वलिकानिधाने सदा वसन्तं गिरिजासमेतम्। सुरासुराराधितपादपद्मं श्रीवैद्यनाथं तमहं नमामि ॥
“ दुःख और कष्टों का नाश होता हैं,जिसके हृदय में बाबा केदारनाथ का वास होता हैं…!!!
“ गरज उठे गगन सारासमुन्दर छोड़ें अपना किनारा,हिल जाए जहान सारा जबगूंजे बाबा केदारनाथ का नारा….!!!
भटकून भटकून जग हरलो,संकटात दिली नाही कोणी साथमिळून गेले प्रत्येक समस्येचे निरारकरणजेव्हा महादेवांनी धरला माझा हात
“ अपने जिस्म को इतना न सँवारो यह तोमिट्टी में ही मिल जाना है सँवारना है तोअपनी आत्मा को सँवारो क्योंकि उसआत्मा को ही महाकाल के पास जाना है…!!!
केदारनाथ की महिमामुझ मूरख से बखानी ना जायेगी,जो दिव्य अनुभूति की,वो शब्दों में बताई ना जायेगी।
हमारी एक ख्वाहिश है अधूरी जो केदारनाथ के दर्शन से होगी पूरी।
हमे वहाँ अंकुर जी मिल गये थे उन्होंने रूम बुक कर दिया था हमनें समान रूम पर रख दिया और शाम की आरती के लिए मंदिर को चले गये
पहाड़ो की सफ़ेद चादर घिरा रहता है सच में केदारनाथ किसी स्वर्ग से कम नहीं लगता है
केदारनाथ धाम की जय हो,शिव भक्तों को सदा सुख दो।
वो खूबूसरत सफर होगा जिसमें परिवारसाथ हो, सर्द हवाएं क्या बीमार करेंगीअगर मंजिल केदारनाथ हो.
ना जीने की खुशी न मौत का गम, जब तक है दम महादेव के भक्त रहेंगे हम ! हर हर महादेव !
जो जग को भाया उसे तू ने अपनाया, किस चीज की लालच देंगे वो हमे, जब तू ही मेरा मोह तू ही मेरी माया। हर हर महादेव.
केदारनाथ धाम की जय हो,शिव भक्तों को सदा सुख दो।
“ मैं चूम लू मौत को अगरमेरी एक प्रार्थना वो स्वीकारती हो,बस मेरी चिता की राख सेबाबा महाकाल भस्मा आरती हो…!!
जीवन के सारे पापों सेमुक्ति का मार्ग अपना ले,केदारनाथ में ज्योतिर्लिंगके दर्शन का मन अपना बना ले.
सुताम्रपर्णीजलराशियोगे निबध्य सेतुं विशिखैरसंख्यै:।श्रीरामचन्द्रेण समर्पितं तं रामेश्वराख्यं नियतं नमामि ॥
जो अपने को चाहें वह अपना है।मेरा केदारनाथ जाने का सब से बड़ा सपना है।
जिस जगह वास करते हैं भोलेनाथ, उस जगह को कहते हैं हम केदारनाथ।
“ हम भोले के भक्त हैजनाब किरदार में हमारेभोलापन है ये हम मानते हैपर याद ये भी रखनाजनाब जरूर पड़ने परताण्डव करना भी हम जानते है…!!
“ एक ही फर्क हैस्वर्ग और केदारनाथ में,स्वर्ग में देव औरकेदारनाथ में महादेव…!!!
महक उठेगा मेरा चमन केदारनाथ महादेव के दर्शन सेलौट आएगी खुशबू बाबा केदारनाथ के दर्शन से
“ जिंदगी की हर सुख औरसारी ख्वाहिश एक तरफ,तेरे साथ केदारनाथ जानेकी तमन्ना एक तरफ….!!!
अभी तो बस भक्त हुएं है, महादेव केमंजिल तो केदारनाथ में ही मिलेगी
एक दिन जिंदगी के सबसे खूबसूरत सफर पर चलेंगे, तुम ओर मै केदारनाथ चलेंगे !!
डियर ईश्क वर्ल्ड टूर नहीं करना मुझें तुम्हारे साथ केदारनाथ जाना हैं ।। || 🙏 महादेव 🙏 ||
“ अब कहाँ खबर हैहम को इस दुनियादारी कीतस्वीर जो बस गईकाया में महाकाल भस्मधारी की…!!
“ सुनो आज थोड़ा मेरे बारे में भी सुना दु,, में केदारनाथ महादेव का भक्त हूंयह तुम को भी बता दु…!!!
गंगा की धारा बहती है शान से,जिसे देखकर मिट जाते हैं दुःख के अंधेरे।
जो अपने को चाहें वह अपना है।मेरा केदारनाथ जाने का सब से बड़ा सपना है।
उत्साहहीन जिंदगी दवा माँग रही है,यह तो केदारनाथ की हवा मांग रही है.
महत: परित: प्रसर्पतस्तमसो दर्शनभेदिनो भिदे। दिननाथ इव स्वतेजसा हृदयव्योम्नि मनागुदेहि न:॥
सुख और सुकून एक साथ पाना है,माँ-बाप के साथ केदारनाथ जाना है.
जब भी मेरा स्वर्ग देखने का मन होता हैं तो एक चक्कर मेरा केदारनाथ की ओर हो आता है।
“ जब भी मैं अपने बुरेहालातो से घबराता हूँ,तब मेरे बाबा केदारनाथ की आवाज आती है,रूक मैं अभी आता हूँ…!!!
महाकाल कि महेफिल में बैठा किजिये साहब । बादशाहत का अंदाज खुद ब खुद आ जायेगा।
“ ना महीनों की गिनती,ना सालों का हिसाब हैं,मोहब्बत आज भीमहाकाल से बेइंतहा बेहिसाब हैं…!!!
रोया नहीं कभी शिव भक्ति मे शिव चरणों का मुझे रोग लगा |
सुरगुरुसुरवरपूजितलिंगम् सुरवनपुष्पसदार्चितलिंगम्। परात्परं परमात्मकलिंगम् तत्प्रणमामि सदाशिवलिंगम् ॥
मैं अनुभूति से विचार की ओर अग्रसर होता हूँ, जिनके बीच एक द्वंद्वात्मक संबंध होता है। पर मैं कविता को कभी अवधारणाबद्ध नहीं करता।
“केदारनाथ मंदिर हिन्दुओं की एक महान धार्मिक स्थल है।”
“ इस मतलबी दुनियां में,सुकून बाबा केदारनाथके चरणों में मिलता है…!!
बाबा हृदय में तेरा वास हो,दुःख-सुख में तेरा साथ हो,जब आये आखिरी वक़्तजुबां पर नाम केदारनाथ हो.
“ वो खूबूसरत सफर होगा जिसमें परिवारसाथ हो, सर्द हवाएं क्या बीमार करेंगीअगर मंजिल केदारनाथ हो….!!
“ केदारनाथ महादेव एकतुम्हें ही देखने की चाह,तन्हा रखती हैख्यालों की भीड़ में भी…..!!
पद्मावदातमणिकुण्डलगोवृषाय कृष्णागरुप्रचुरचन्दनचर्चिताय । भस्मानुषक्तविकचोत्पलमल्लिकाय नीलाब्जकण्ठसदृशाय नम: शिवाय ॥
लोगो ने कुछ दिया, तो सुनाया भी बहुत कुछ ऐ महादेव एक तेरा ही दर है, जहा कभी ताना नहीं मिला
स्वर्ग में देवता भी उनका अभिनंदन करते हैंजो हर पल बाबा केदारनाथ का वंदन करते हैं..।
चाहता नहीं ज़माने में किसी के दिल का खास बनूं बस तमन्ना यही है,कि महादेव के दर का दास बनूं..!
सविषैरिव भोगपगैखवषयैरेभिरलं परिक्षतम्। अमृतैरिव संभ्रमेण मामभिषिाशु दयावलोकनै: ॥
खामोश लबों को पढ़ लेते है मेरे बाबा केदारनाथमेरे एहसासों को समझ लेते है मेरे बाबा केदारनाथ
सुख और सुकून एक साथ पाना हैमाँ-बाप के साथ केदारनाथ जाना है
धन दौलत को चाहने वाला बिखर जाता है, और मेरे महादेव को चाहने वाला निखर जाता है ! हर हर महादेव की !
जिंदगी की हर सुख और सारी ख्वाहिश एक तरफ,तेरे साथ केदारनाथ जाने की तमन्ना एक तरफ.
अभी तो बस भक्त हुएं है, महादेव के,मंजिल तो केदारनाथ में ही मिलेगी।
बाबा हृदय में तेरा वास होदुःख-सुख में तेरा साथ होजब आये आखिरी वक़्तजुबां पर नाम केदारनाथ हो
मौसम सर्द और नज़ारा रात कासाथ तेरा और सफर केदारनाथ का
मौसम सर्द और नजारा रात का,साथ तेरा और सफर केदारनाथ का.
अब हम यूँही बाते करते हुए कमरे में चले गये राजीव जी ने राष्ट्रीय के नम एक लंबा आख्यान दिया और हम सो गये
प्राकर्तिक सौंदर्य का दृश्य देखने को मिलता है हैं केदारनाथ में सुकून सा लगता है।
मुझे कई बार लगता है कि पेड़ शायद आदमी का पहला घर है।
और सब समय सुबह के सात का हो चला था। हमने पहले प्रसाद लिया
ना जीने की खुशी, ना मौत का गम, जब तक हैं दम, महादेव के भक्त रहेंगे हम।
दुनिया के बदलते रंग देखता हूँ,पर सिर्फ आपको महादेवहर पल अपने संग देखता हूँ..!!
केदारनाथ की महिमामुझ मूरख से बखानी ना जायेगी,जो दिव्य अनुभूति की,वो शब्दों में बताई ना जायेगी। – केदारनाथ श्लोक।
“ जब हृदय में प्रेम औरभक्ति की स्वीकृति होती हैतब केदारनाथ धाम मेंअध्यात्म की जागृति होती है…!!
सूरज जब पलके खोले, मन नमः शिवाय बोले, मैं इस दुनिया से क्यों डरु, मेरे रक्षक है शिवशंकर भोले
“ जो करते हैं दुनिया पेभरोसा वो चिंता में होते हैं,जो करते हैं, महाकाल पर भरोसावो चैन की नींद सोते हैं…!!!
“ खौफ फैला देना मेरेनाम का कोई पुछे तोकहना, भक्त लौटआया है महाकाल का..!!!
ॐ हौं जूं सः ॐ भूर्भुवः स्वः ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् उर्वारुकमिव बन्धनान्मृ त्योर्मुक्षीय मामृतात् ॐ स्वः भुवः भूः ॐ सः जूं हौं ॐ।।
केदारनाथ मंदिर में स्वर्ग का सुख पायेगा,जिस भक्त को ज्योतिर्लिंग का दर्शन हो जाएगा।
एक सवय आहे सर्वकाही चांगले म्हणून सांगण्याचीएक सवय आहे महादेवावर अतूट विश्वास ठेवण्याची…!हर हर महादेवmahadev quotes in marathi
“ बाबा भोलेनाथ की कृपाजिन भक्तों पर होती हैवही केदारनाथ जाते हैऔर ज्योतिर्लिंग का दर्शन पाते है…!!
“ महादेव तुम से छुप जाए मेरी तकलीफऐसी कोई बात नही तेरी भक्ती से ही पहचानहै मेरी वरना मेरी कोई ओकात नही…!!
गंगोत्री के जल से स्नान करो,केदार के दर्शन से आनंद भरो।
अपनी कृपा की बरसात कर दो भोलेनाथ,छोड़कर दुनियादारी आ जाऊँ केदारनाथ।
ब्रह्ममुरारिसुरार्चितलिंगम् निर्मलभासितशोभितलिंगम्। जन्मजदु:खविनाशकलिंगम् तत्प्रणमामि सदाशिवलिंगम्॥
काल की आँखो में आँखे डाल के वही देख सकता है, जिसकी निगाहो मै महाकाल बसते है
भले ही पूरी दुनिया मत घूमना पर मेरी मानो तो एक बार केदारनाथ जरूर घूम आना।
जीवन के सारे पापों सेमुक्ति का मार्ग अपना लेकेदारनाथ में ज्योतिर्लिंगके दर्शन का मन अपना बना ले
“ ना कोई हुनर मेरे पास है,ना भाग्य मेरे साथ हैफिर भी रहता हूं मैंबेफिक्र क्योंकि महादेव मेरे पास है…!!
“ बाबा भोलेनाथ के दरबारकेदारनाथ में ऐसा ही होता हैआसमान स्वयं झुककरबाबा की भक्ति करता है…!!!
दोस्तों से केदारनाथ जाने की बात हो रही हैमानों साक्षात भोले बाबा से मुलाक़ात हो रही है
जब भी मैं अपने बुरे हालातो से घबराता हूँ,तब मेरे बाबा केदारनाथ की आवाज आती है, रूक मैं अभी आता हूँ
राहों में काटे नही फूल बिछा देंगे वो भोले है दुख में भी सुख दिखा देंगे। || जय भोलेनाथ ||
“ भूतकाल को अभी भूल मतवर्तमान अभी बाकी हैंये तो महाकाल की एक लहर हैं,अभी तो तूफ़ान आना बाकी हैं…!!
हंस के पी जाऊं भांग का प्याला, मुझे क्या फिक्र है जब मेरे साथ है त्रिशूल वाला !
हम ना कहते थे,जान लुटा देंगे,केदारनाथ महादेव जी की भक्ति में, मतलबी दुनिया को बुला देंगे .
जिंदगी में एक ऐसा हमसफ़र खोज रहा हूँ,उसी के साथ केदारनाथ जाने की सोच रहा हूँ.
मेरे ऊपर दूसरा वाला सटीक बैठता हैं मैं राजीव जी से उम्र में काफी छोटा था इस लिए उन्होंने इस बात को काटना ही उचित माना
अकाल मौत वो मरे, जो काम करे चंडाल का,काल उसका क्या करे,जो भक्त हो महादेव का..!!
ये उदासी वाले दिन कभी तो ढलेंगे फिर काशी तो क्या केदारनाथ भी चलेंगे
तब अंकुरजी ने बताया की भारतीय हिंदू धर्मशास्त्रों में एक है ऋग्वेद
जीवन के सारे पापों से मुक्ति का मार्ग अपना लेकेदारनाथ में ज्योतिर्लिंग के दर्शन का मन अपना बना ले
“ पहाड़ो की सफ़ेद चादर घिरा रहता हैसच में केदारनाथकिसी स्वर्ग से कम नहीं लगता है…!!
“ सुख और सुकून एक साथ पाना हैमाँ-बाप के साथ केदारनाथ जाना है…!!
“ मौसम सर्द और नज़ारा रात कासाथ तेरा और सफर केदारनाथ का…!!
हैसियत मेरी छोटी है पर, मन मेरा शिवाला है ।करम तो मैं करता जाऊँ, क्योंकि साथ मेरे डमरूवाला है
“ तू भस्म का श्रृंगार है मेरा पहला औरआखिरी प्यार है सबके लिये तो देव है तुपर मेरे लिये संसार है…!!!
काली गर्जन सुन कर जगमग उठता है,केदार के गुम्भ ऊंचाई से छिद जाता है।शिव की उपासना का वो स्थान है यहां,जहां भक्तों के दिल में ज्योति जगता है यहां
“ अपन की तो बस इतनी सी कहानी है,बालक है हम उसके,जिसकी दुनिया दिवानी है…!!!
“ महाकाल की सेवा जिसको मिले सबसे बड़ाधनवान है वो महाकाल की लगन जिसकोलगी किस्मत वाला इंसान है वो..!!!
विचार, अनुभूति और संवेदना—सबका संबंध शब्द से होता है और कविता शब्द है। शब्द—जो कवि के लिए सबसे रहस्यमय वस्तु है।
बड़ी बरकत है केदारनाथ महादेव तेरी भक्ति में,जब से की है, कोई दुःख दर्द ही नहीं होता !!
हिमालय की शीतलता और वन की शोभा,जिसे देखकर हो जाता है मन को रोभा।
“ वो खूबूसरत सफर होगाजिसमें परिवार साथ होसर्द हवाएं क्या बीमार करेंगीअगर मंज़िल केदारनाथ हो…!!!
पंच धन्य विशाल आलय, जय केदार नमाम्यहम ।नाथ पावन हे विशालम, पुण्यप्रद हर दर्शनम ।
उपभोक्ता समाज को टी.वी., रेडियो, कॉस्मेटिक्स और संचार के आधुनिक साधन चाहिए। कविता सबसे बाद में चाहिए, या फिर नहीं चाहिए। ऐसा एक समाज हमने बनाया है।
हारा हू बाबा पर तुझपे भरोसा हैजीतूंगा एक दिन मेरा दिल यह कहता हैबाबा केदारनाथ की जय
बाबा हृदय में तेरा वास हो, दुःख-सुख में तेरा साथ होजब आये आखिरी वक़्त, जुबां पर नाम केदारनाथ हो
“केदारनाथ मंदिर के दर्शन करने से मन का भाव कुछ अलग होता है।”
केदारनाथ का सफ़र हो__ और काश... तुम मेरी हमसफ़र हो..!!
उग्रायोग्रास्वरूपाय यजमानात्मने नमः । महाशिवाय सोमाय नमस्त्वमृत मूर्तये ॥
कविता में बिंब की घुलावट महत्त्वपूर्ण है, बिंब की प्रमुखता नहीं।
जिनके मन में श्रद्धा नहीं होती हैवही कहते है भोलेनाथ का दरबार दूर हैजिनके मन श्रद्धा होती हैवो केदारनाथ जाते जरूर है
स्वर्ग कहूं या केदारनाथ बात तो एक ही है
”महादेव” मैनें तेरा नाम लेके ही सारे काम किये है, और लोग समजतें है की बन्दा किस्मत वाला है ।
हिमालय की शीतलता और वन की शोभा,जिसे देखकर हो जाता है मन को रोभा।
ख़ुद को इतना दुनियांदार नही कर सकते,हम तो केदारनाथ के भक्त है, हम तुम से प्यार नहीं कर सकते!
“ सुबह-सुबह ले केदारनाथमहादेव का नाम,सिद्ध करेंगे तुम्हारे सब काम…!!!
तेरी कृपा बिना तो कोई बात भी नहीं होती अजीब है ये दास्तान तभी तो तेरे दर्शन के बिना हमारे दिन की शुरुआत नहीं होती. जय श्री महाकाल.
“ मेरी एक ख्वाहिश अधूरी है,पूरी कर पाओगी क्यामेरा हाथ पकड़करकेदारनाथ चल पाओगी क्या…!!
कनकमहामणिभूषितलिंगम् फणिपतिवेष्टितशोभितलिंगम्। दक्षसुयज्ञविनाशनलिंगम् तत्प्रणमामि सदाशिवलिंगम् ॥
हर हर महादेव का नाम जपते हैं,भक्ति और प्रेम से उनको चापते हैं।
“केदारनाथ अपनी जटिलताओं और अनूठी संस्कृति के लिए भी जाना जाता है।”
खुशबु आ रही है कहीँ से भांग की शायद खिड़की खुली रह गयी है मेरे महांकाल के दरबार की हर हर महादेव…।।
किसी रचना की प्रक्रिया की पड़ताल वस्तुत: वह जिस तरह से भाषा में ढली है, उसकी पड़ताल है।
मौसम सर्द और नजारा रात कासाथ तेरा और सफर केदारनाथ का
“ केदार की घाटीऔर मौसम सुहाना दिलमें केदार और मैकेदारनाथ का दीवाना….!!
गरीब को दिया दान और मुँह से निकला महादेव का नाम कभी व्यर्थ नहीं जाता
आंखे जब भी मैं बंद करू बाबा केदारनाथ तेरा ही ख्याल आता हैलब्ज़ जब भी कुछ बोलूं, बाबा बाबा तेरा ही नाम आता है
क्या खूबसूरत रिश्ता है मेरे और मेरे प्रभु केदारनाथ कामैं प्रभु से कभी कुछ मांगता नहीं, प्रभु कभी कम देते नहीं
“केदारनाथ मंदिर धार्मिक एवं सांस्कृतिक ट्राइब्स के लिए जीवन की एक महत्त्वपूर्ण यात्रा है।”
शिव भक्तों के ह्रदय में बस जाओ,केदारनाथ धाम की आराधना करो।
इसी के साथ वक्त हो चला था कुछ खाने का हमने खाना खाया और कमरे पर सब सामान पैक किया और वापिस चलने के लिए तैयार हो गये
ढलती हुई शाम ने बताया है की दूर मंजिल पे रात है
न जगण्याचा आनंदन मरणाचे दुःखफक्त जोपर्यंत आहे जीवतोपर्यंत महादेवाचे राहू भक्त
सानन्दमानन्दवने वसन्तमानन्दकन्दं हतपापवृन्दम्। वाराणसीनाथमनाथनाथं श्रीविश्वनाथं शरणं प्रपद्ये ॥
“ मुझे हर पल यही एहसास होता हैतुम साथ होते होऔर सामने केदरनाथ होता है…!!
“ झूठी मोहब्बत तोमिल जायेंगी बाजारों मैंकेदारनाथ महादेव कीभक्ति की, कीमत नही होती…!!!
मन ना जाने क्यों परेशान है, जबकि रास्ता बड़ा आसान हैअनेकों मुश्किलों अनेको आयाम है, पर केदारनाथ सबका मुकाम है
“ बसा कर तुम्हे अपनेदिल मैं केदारनाथ महादेव हम सांस भी एहतराम से लेते है…!!!
धन्य धन्य भोलानाथ तुम्हारी, कोडी नही खजाने मे,तीन लोक बसती मे बसा कर, आप रहे बीराने मे..!!
“ हम ना कहते थे,जान लुटा देंगेकेदारनाथ महादेव जी की भक्ति में,मतलबी दुनिया को बुला देंगे…!!
भावार्थ : अग्निरुप तेज व पशुपति रूपवाले हे देव ! आपको नमस्कार है । शब्द तन्मात्रा से युक्त आकाश रूपवाले हे भीमदेव ! आपको नमस्कार है ।
नजर पड़ी महादेव की मुझ पर तब जाकर ये संसार मिला है बड़े ही भाग्यशाली शिवप्रेमी है हम जो महांकाल का प्यार मिला है। हे शंभो.
“ नजर पड़ी महादेव की मुझ पर तब जाकर येसंसार मिला है बड़े ही भाग्यशाली शिवप्रेमी हैहम जो महांकाल का प्यार मिला है…!!
दुनिया रचने वाले को भगवान कहते हैं,और संकट हरने वाले को केदारनाथ वाले महादेव कहते हैं।
सुख और सुकून एक साथ पाना है,माँ-बाप के साथ केदारनाथ जाना है.
“ जब हृदय में प्रेम औरभक्ति की स्वीकृति होती है,तब केदारनाथ धाममें अध्यात्म की जागृति होती है…!!!
मेरे किस्मत के दरवाजे केदारनाथ केकापट खुलने के साथ खुल जाते है
समाज और यथार्थ, और वह सब कुछ जो जीवन और जगत में है, कविता में आना चाहिए, लेकिन कविता की शर्तों को भूले बिना।
जटाओं के धारी, भक्तों का समूह,केदारनाथ के दर पर आते हैं सब रुप।
जहां झरने भी शिव के नाम के बहते हैं। जहां आकर लोग शांति पाते हैं। उस धाम को “केदारनाथ” कहते हैं।।
ख़ाक मज़ा है जीने में जब तक महादेव न बसें अपने सीने में बम भोले शंकर
“ बाबा हृदय में तेरा वास हो,दुःख-सुख में तेरा साथ हो,जब आये आखिरी वक़्तजुबां पर नाम केदारनाथ हो….!!
कविता के आनंद तक पहुँचने में समय लगता है।
“ मैं सारी दुनिया घूमना नहीं चाहूँगाजब बाबा बुलाएँगेतो केदारनाथ आऊंगा…!!
“ नजर पड़ी महाकाल की मुझ पर तब जाकेये संसार मिला बड़े ही भाग्यशाली शिवप्रेमी हैहम जो महाकाल का प्यार मिला…!!!
जिंदगी बीत गई दो वक़्त की रोटी कमाने मेंबड़ी देर हो गई बाबा तेरे केदारधाम आने में
द्वारा कराया गया था बाद में जिसका जीर्णोद्धार अदिगुरू शंकराचार्य ने किया था
सुन मेरे बाबा केदारनाथ वो एक तेरा नाम हैजो बनाता हम सब भक्तो के बिगड़े काम है।
भावार्थ : हे उग्ररूपधारी यजमान सदृश आपको नमस्कार है । सोमरूप अमृतमूर्ति हे महादेव ! आपको नमस्कार है ।
श्रीशैलशृंगे विबुधातिसंगे तुलाद्रितुंगेऽपि मुदा वसन्तम्। तमर्जुनं मल्लिकपूर्वमेकं नमामि संसारसमुद्रसेतुम् ॥
हिमालय की चोटी पर स्थित,यह धाम अद्भुत सुंदर,भक्तों के दिलों में बसते हैं,केदारनाथ के महादेव आप।
“ बाबा हृदय में तेरा वास हो,दुःख-सुख में तेरा साथ हो,जब आये आखिरी वक़्तजुबां पर नाम केदारनाथ हो….!!
पर मेरे मन पर, जो इस यात्रा की यादें थी रह रह कर चलचित्र की भांति
“ हम ना कहते थे,जान लुटा देंगे,केदारनाथ महादेव जी की भक्ति में,मतलबी दुनिया को बुला देंगे…!!!
“केदारनाथ यात्रा बड़ी भौतिक और मानसिक क्षमता विकसित करती है।” “केदारनाथ मंदिर धर्म के लिए एक अमूल्य धन है।”
महाकाल से ज्यादा प्यार न कोई मुझे कर सकता है,और न मैं किसी से कर सकता हूँ ।
कर त्रिशूल विशाल डमरू, ज्ञान गान विशारदम ।मझहेश्वर तुंग ईश्वर, रुद कल्प महेश्वरम ।
“ मेरी दुनिया में इतनी जो शौहरत हैमेरे बाबा केदारनाथ की बदौलत हैमेरे लिये तो मेरे केदारनाथ महादेवही मेरी सबसे बड़ी दौलत है…!!!
तमन्ना है मरने से पहले मुझे भी ये मंजर नसीब होकेदारनाथ की राहों से गुजरती हवा मुझे भी मेहसूस हो
भोले के दरबार में, दुनिया बदल जाती है, रहमत से हाथ की, लकीर बदल जाती है, लेता है जो भी दिल से महादेव का नाम, एक पल में उसकी तकदीर बदल जाती है !
सावन का महीना आया है महादेव को खुश करने का दिन आया है भक्तों का दुख हरने आया है महादेव का सबसे प्रिय सावन आया है। [हैप्पी सावन सोमवार]
जमाने से हारा हूं बाबा, अपनी गोद में बुला लेजनम जनम के पापों को, क्षण भर में भुला दे
महादेवामुळेच संसार आणि महादेवामुळेच शक्ती आहे स्वर्ग सुख आणि आनंद महादेवाच्याच भक्तीत आहे. हर हर महादेव
कोणी पैश्याचा वेडाकोणी प्रसिद्धीचा वेडाअर्श्यासारखे मन आहे माझेमी तर फक्त महादेवाचा वेडा
तू भस्म का श्रृंगार है मेरा पहला और आखिरी प्यार है सबके लिये तो देव है तु पर मेरे लिये संसार है। जय श्री महाकाल.
“ सर्द हवाएं रोकेंगी तोबोल बम का नारा लगाएंगे,यात्रा शुरू की है तोकेदारनाथ मंदिर जरूर जाएंगे…!!
हाथों की लकीरें अधूरी हो तो किस्मत अच्छी नहीं होतीहम कहते हैं की सर पर हाथ महादेव का हो, तो लकीरों की ज़रूरत नहीं होती
बाबा महाकाल के भक्त हैं हर हाल में मस्त हैं, जिंदगी एक धुँआ है इसलिए हम चिलम मैं मस्त हैं !
“केदारनाथ यात्रा धार्मिक दृष्टिकोण से काफी महत्वपूर्ण है।”
माझे डोळे जरी सर्वांना पाहतात बाबा…तरी हृदयाची धडधड फक्त आणि फक्त तुमच्यासाठी धडकतेओम नमः शिवाय
भोले के दरबार में, दुनिया बदल जाती है, रहमत से हाथ की, लकीर बदल जाती है, लेता है जो भी दिल से महादेव का नाम, एक पल में उसकी तकदीर बदल जाती है.
“ मेरे किस्मत के दरवाजे केदारनाथ केकापट खुलने के साथ खुल जाते है….!!
सविषोप्यमृतायते भवाछवमुण्डाभरणोपि पावन:। भव एव भवान्तक: सतां समदृखिवषमेक्षणोपि सन् ॥
“ ना मैं उच नीच में रहूँना ही जात पात में रहूँ, बाबा केदारनाथ आप मेरे दिल में रहे,और मैं औक़ात में रहूँ…!!!
“ भोले का भक़्त हूँ मैं महाकांल का चेलाकिसी दिन अपने पे आ गया अगर मैंपूरा सिस्टम हिला दूँगा अकेला…!!!
जय हो केदारनाथ भगवान,तेरे भक्तों का है संगठन।
वो खूबूसरत सफर होगा जिसमें परिवार साथ होसर्द हवाएं क्या बीमार करेंगी अगर मंज़िल केदारनाथ हो
बाबा केदारनाथ के दरबार के दृशन कर लो,मिल जायेंगे राम, बस जय बाबा केदारनाथ जय बाबा केदारनाथ बज लो।|जय बाबा केदारनाथ की|
“ जो अपने को चाहें वह अपना हैमेरा केदारनाथ जानेका सब से बड़ा सपना है..!!
मैं और मेरे भोलेनाथ दोनों ही भुलक्कड़ है,वो मेरी गलतियाँ भूल जाते है और मैं उनकी मेहरबानियाँ ||
ख़ामोशियों में बोली तुम्हारी कुछ इस तरह गूंजती है कानो से मेरे होते हुए वो दिल का पता ढूंढती है
“ दुनिया रचने वाले को भगवान कहते हैं,और संकट हरने वालेको केदारनाथ वाले महादेव कहते हैं…!!
सर्द हवाएं रोकेंगी तो बोल बम का नारा लगाएंगे, यात्रा शुरू की है तो केदारनाथ मंदिर जरूर जाएंगे।
“ प्राकर्तिक सौंदर्य कादृश्य देखने को मिलता हैकेदारनाथ में सुकून सा लगता है…!!
और जैसा की हमें केदारनाथ ज्योतिर्लिंग की कथा से पता चलता हैं कि
श्रीमत्प्रसन्नशशिपन्नगभूषणाय शैलेन्द्रजावदनचुम्बितलोचनाय । कैलासमन्दरमहेन्द्रनिकेतनाय लोकत्रयार्तिहरणाय नम: शिवाय ॥
“ ना कोई हुनर मेरे पास है,ना भाग्य मेरे साथ हैफिर भी रहता हूं मैंबेफिक्र क्योंकि महादेव मेरे पास है…!!!
हम ना कहते थे,जान लुटा देंगेकेदारनाथ महादेव जी की भक्ति में, मतलबी दुनिया को बुला देंगे
जहाँ झरने भी बाबा भोलेनाथ का नाम लेकर बहते है,इस जहाँ के उस स्वर्ग को केदारनाथ धाम कहते है.
हम दुनिया से अलग नहीं, हमारी दुनिया ही अलग है..!! जय श्री महादेव
अपनी की तो बस इतनी सी कहानी हैबालक है हम उसके,जिसकी दुनिया दिवानी है जय भोलेनाथ
महाकाल वो है जो नहीं है, और जो नहीं है वो महाकाल है ||
बेस्वादियों में, बेस्वादियों में जैसे मिल रहा हो कोई ज़ायका
अभी तो बस भक्त हुएं है, महादेव के,मंजिल तो केदारनाथ में ही मिलेगी।
“ शेरो वाली दहाड़ फ़िर सुनाने आए हैं,आग उगलने को फ़िर परवाने आये हैं,रास्ता भी छोड़ दिया स्वयं काल ने,जबदेखा उसने महाकाल के दीवाने आए हैं…!!
“ हारा हू बाबा पर तुझपे भरोसा हैजीतूंगा एक दिन मेरादिल यह कहता है…!!
“ हानि लाभ तो चलता रहेगा हौसला और केदारनाथ महादेवपे भरोसा कम मत होने देना…!!