Kismat Shayari 2 Lines In Hindi | Best Kismat Shayari In Hindi

दोस्तों दुनिया में ऐसे कई लोग हैं जो किस्मत के भरोसे बैठे रहते हैं, लेकिन हमें सिर्फ अपनी किस्मत के भरोसे बैठना नहीं चाहिए, हमें अपनी पूरी महेनत करनी चाहिए और हर चीज़ में अपना बेस्ट देना चाहिए इसीलिए आज हम ये Kismat Shayari 2 Lines In Hindi लाएं हैं जो आपको अच्छी लगेगी |

2024-10-03 08:51:03 - Milan

कदर न करने पर उपरवाला छीन ही लेता है,वक्त भी और शख्स भी…।
रिश्वत भी नहींलेता कमबख्त जान छोड़ने की,ऐ सनम ये तेरा इश्क मुझे बहुतईमानदार लगता है।
याद से मिलती है दिल की तृप्ति नहीं तो हमने सबसे आलीशान भी देखा है।
कुछ मुस्कराहटें भी कितनी खामोश होती हैं,शोर भी बस आंखों की नमी में ही दिखता है।
““ किस्मत ने तुमसे दूर कर दियाअकेलेपन ने दिल को मजबूर कर दियाहम भी जिंदगी मुँह मोड़ लेते मगरतुम्हारे इंतजार ने जीने पर मजबूर कर दिया…!!
हो सके तो दोस्ती कर लेना,पर दिल किसी से कभी न लगाना..Ho sake toh dosti kar lena,Par dil kisi se kabhi na lagana…
सारी उम्र तुझे मेरी कमी रहेखुदा करे तेरी उम्र बहुत लम्बी रहे!
हम तो आए ही हैं बर्बाद होने के लिए,तुम तो सिर्फ एक बहाना हो..Hum toh aaye hi hai barbaad hone ke liye,Tum to sirf ek bahana ho..
याददाश्त का कमजोर होना उतनी भी बुरी बात नहीं,बड़े बेचैन रहते हैं वो लोग जिन्हे हर बात याद रहती है।
“ किस्मत के नखरे काफी हैये बैठे-बैठे कभी नहीं बदलती…!!
आसमान की ऊंचाइयोमें ढूंढता रहा मैं तुम्हेकिस्मत से जमी परमिल गए हो तुम मुझे..!
जो दिल के सच्चे होते है, वो जिंदगी में बड़ी किस्मत से मिलते है।
नज़रों से दूर होकर भी यूँ तेरा रूबरू रहना,किसी के पास रहने का सलीका हो तो तुम सा हो।
प्यार परवाह और सुकून न हो तो,अपना घर भी काटने को दौड़ता हैं…. !
जो रुला सकता हैवो भूला भी सकता है ।
सारा इल्जाम अपने सर ले करहमने किस्मत को माफ कर दिया!
आहिस्ता आहिस्तादिल में समा गयेतुम इश्क़ से इश्क़करना सीख गए तुम
किस्मतवालों को हीमिलती है पनाह मेरे दिल में,यूं हर शख़्स को तोजन्नत का पता नहीं मिलता…
सोचा वक़्त से कुछ सौदे कर लूं,मुझे क्या पता था की उसकी कीमत बचपन की नादानियां होगी !!
लिबास देखकर हमे गरीब ना समझो,हमारे गम भी तुम्हारी जायदाद से ज़्यादा हैं।
जो किस्मत में लिखा है वह भाग के आएगा,और जो नही लिखा है वह भाग कर चला जाएगा,फिर खुश या दुखी होने की क्या आवश्यकता है ,आप अपने कर्म करते रहों.
कल भी मन अकेला थाएआज भी अकेला हैजाने मेरी किस्मत ने कैसा खेल खेला है’!
उड़ जायेंगेतस्वीरों से रंगो की तरह हम,वक़्त की टहनी पर हैं परिंदो की तरह हम।
बात मुकद्दर पे आ के रुकी हैवरनाकोई कसर तो न छोड़ी थीतुझे चाहने में
“ आपका भाग्य भीआपको हरा नहीं सकताजब तक आपके अंदरजीतने की चाह ज़िंदा है…!!
“ भाग्य भी उसी व्यक्ति का साथ देता हैंजो पहले खुद अपनी तरफ से !!सफलता प्राप्त करने केलिए कदम बढ़ाता हैं….!!
समंदर न सही पर एक नदी तो होनी चाहिएतेरे शहर में ज़िन्दगी कही तो होनी चाहिए
मुहब्बत बुरी है बुरी हैं मुहब्बत,कहे जा रहे हैं, किये जा रहे हैं…
बचपन छोड कर जवानी में क्या आएये दुनिया तो.गोल से मतलबी हो गई यार..!!
बात मुकद्दर पे आ के रुकी हैवरनाकोई कसर तो न छोड़ी थीतुझे चाहने में !!
“ लोग आज कल भाग्यपर इतने निर्भर हो गए हैंकी उन्होंने खुद परभरोसा करना ही छोड़ दिया है….!!
“ कुम्भकरण की तरहजब किस्मत सोता हैतभी इंसान से जमकर मेहनत होता है…!!
“ हाथों की लकीर, किस्मत और नसीबजवानी में ऐसी बातें लगती है अजीबकर्म करके तू लिख दे अपना नसीबदुनिया भी कहे इंसान था वो अजीब..!!
#किस्मत अपनी अपनी है, किसी को क्या #सौगात में मिले, किसी को #खाली सीट मिले, किसी को #मोती साथ में मिले !!
“ इतिहास में किसी भी सफलव्यक्ति के बारे में पढ़ लोउसने हमेशा खुद पर भरोसाकिया है क़िस्मत पर नहीं…!!
कभी किस्मत, कभी वक़्त पर इल्ज़ा,कभी गलती सितारों की तो कभी दूसरों की,कितने पर्दे हाज़िर हैं यहां,ख़ुद को छुपाने के लिए।
सामने बैठे रहो दिल को करार आएगा ,जितना देखेंगे तुम्हे उतना ही प्यार आएगा ..
तकदीर त छे मगर किस्मत नि खुलतीताजमहल बनाना चाहूँमगर ष्मुमताज नि मरती!!
मेरी लकीरें मुझे उस मोड़ पर ला कर खड़ा कर देती है, जहाँ से समझ ही नहीं आता की जाना कहाँ है।
वक़्त उसके साथ बिताओजिसके साथ वक़्त का पता ना चले
जब इंसान की क़िस्मत चलती है तो हर बाजार में सबसे ऊंची उसकी क़ीमत लगती है।
कितने सच कितने अफ़साने, कैसी ये रेखाओं की बस्ती है, वही मुकम्मल है ताने बाने, जो ये किस्मत बुना करती है।
⇒ हम उन में से नहीं जो पीठ पीछे बोलते हैं हम तो हितेषी है तेरे मुँह पर बोलने वालों में से हैं!!
किस्मत ने तुमसे दूर कर दिया, अकेलेपन ने दिल को मजबूर कर दिया, हम भी जिंदगी मुँह मोड़ लेते मगर तुम्हारे इंतजार ने जीने पर मजबूर कर दिया।
रूह में बसे हुए लोगदिल से कभी नहीं निकलते।
कितने सच कितने अफसाने ,कैसी ये रेखाओ की बस्ती है ,वही मुकम्मल है ताने बाने ,जो ये किस्मत बुना करती है ।
तेरी आँखों मेंजब से मैंने अपना अक्स देखा है,मेरे चेहरे को कोई आइना अच्छा नहीं लगता।
बुरा वक्त भी कमाल का हैं,जी कहने वाले भी,तू कहने लगते जाते हैं…Bura waqt bhi kamal ka hain,Ji kahne wale bhi,Tu kahne lag jate hain..
चुभता हूँ सभी को वो छुरा हूँ मैं, अपनी क़िस्मत की तरह काफी बुरा हूँ मैं।
⇒⇒ किताबों की जिंदगी से अगर निकलें तो पता चलता है की जिंदगी में धुप में घूम कर आने पर छाँव की अहमियत !!
मेहनत का सिक्का हर दूकान में चलता है और किस्मत के सिक्के सिर्फ उन्ही दुकानों पर चलते हैं जहाँ क़िस्मत चलती है।
क्यूं हथेली की लकीरों से हैं आगे उंगलियांरब ने भी किस्मत से आगे मेहनत रखी !!
मैंने किस्मत पर भरोसा करना छोड़ दिया था,पर तुझे पाया तो किस्मत अच्छी लगने लगी है..!!
जिंदगी किसी से वफ़ा’ नहीं करती,और मौत किसी को ‘धोका’ नहीं देतीं।
अब किस्मत पर कैसा भरोसा जनाब,जब जान से प्यारे लोग बदल गए,तो किस्मत भी एक दिन बदल जाएगी।
किस्मत के मोड़ हमे कहां ले जाएंगेक्या कोई मंजिल हम कभी पाएंगे..!
बहुत कुछ देख लिया मैंने जिंदगी में,मगर जिंदगी मुझे सिर्फ़ तुझमें दिखी।
अगर मोहब्बत हो तो गरीब से होतोहफ़े ना सही, धोके तो नहीं मिलेंगे..।
⇒⇒ वो पूछते हैं क्या हाल है, उन्हें क्या बताएं आपके बिना क्या हाल हो सकता है!!
“ किस्मत से टकराने काजिंदगी में मजा है यहींये मुझे जीतने नहीं देतीऔर मैं हार मानने वाला नहीं…!!
⇒⇒ नींद नहीं आती है जिनकी याद में! वहीँ हमें whatsapp पे मैसेज भेज के कहते हैं Goodnight!!
मेहंदी हो या मोहब्बत बात एक ही हैजतन कितना भी करो एक दिन फ़ीकी हो ही जाती है
क्या खता हुई हमसे की खत का आना बंद है,आप हैं हमसे खफा या, डाक-खाना बंद है!!
वक़्त बुरा क़िस्मत बुरी हालात भी बुरे है मेरे, नाजाने किस धागे से तक़दीर के कपड़े बुने हैं मेरे।
वो हो या वो हो #दोनों हैं, #इलाज ए दर्द ए दिल, ❤️ व ए एक #किस्मत एक भी लेना #आने का नाम, नहीं आने का #नाम ।।
किस्मत की बात है, कल तक मैं उसकी ज़िन्दगी था, आज ज़िन्दगी में कहीं भी नही हूँ।
क़िस्मत की लकीरों ने छोड़ा है ऐसे मंज़र पर, की ना दुआ काम आ रही है ना दवा काम आ रही है।
जिनका मिलना मुकद्दर में लिखा नहीं होता,उनसे मोहब्बत कसम से कमाल की होती है !
मोहब्बत पहली दूसरी या तीसरी नहीं होती, मोहब्बत वही है जिसके बाद कोई मोहब्बत नहीं होती।
किस्मत से भी ऊपर उसकी दुआएं हैजन्नत तो नही पर मोहब्बतको जरूर पा लिया है..!
प्यार की कली सबके लिए खिलती नहीं, चाहने पर हर एक चीज मिलती नहीं, सच्चा प्यार किस्मत से ही मिलता है, और हर किसी को ऐसी तकदीर मिलती नहीं.
मेरी बेपनाह मोहब्बत का नज़राना हो तुम,मेरी चमकी हुई किस्मत का खज़ाना हो तुम।
खूबियों से नहीं होती मोहब्बत सदा,कमियों में अक्सर प्यार हो जाता है
में नासमझ सही पर वो तारा हूँ जो तेरी ख़वीशो के लिए सौ बार टूट जाऊ!!🥰
मेरे करीब ना आना कोई,खुद ही कह देता हूं,अफवाह उड़ी है के मैसबको दगा देता हूं।
मेरे होंठो पर लफ्ज़ भी अब तेरी तलब लेकर आते हैं,तेरे जिक्र से महकते हैं तेरे सजदे में बिखर जाते हैं।
क्यूं हथेली की लकीरो से है आगे उंगलियाँ ,रब ने भी किस्मत से आगे आपकी मेहनत रखी ।
कर दे नजर-ए-करम मुझपर मैं तुझ पर एतबार कर लूँ,दीवाना हूं मैं तेरा ऐसा कि दीवानगी की हद पार कर लूं।
यादों की फरमाइश भी बड़ी कमाल की होती हैंसजदा वही होता हैं जहाँ दिल की हार होती हैं
यूँ ही नहीं होती हाथ कीलकीरों के आगे उंगलियाँ,खुदा ने भी किस्मत सेपहले मेहनत लिखी है.
लेके अपनी-अपनी क़िस्मत,आए थे गुलशन में गुल,कुछ बहारों में खिले,कुछ ख़िज़ाँ में खो गए।
“ किस्मत की लकीरेमुझे खुद बनानी हैबात ये पुरानी हैपर मुझे पूरी करके दिखानी है…!!
लेके अपनी-अपनी क़िस्मत,आए थे गुलशन में गुल,कुछ बहारों में खिले,कुछ ख़िज़ाँ में खो गए||
जब #किस्मत और #हालात #खिलाफ हो, तो बहुत कुछ सुनना और #सहना पड़ता है !!
चारा होते हुए भी बेचारा है वो, क्या करे भला क़िस्मत का मारा हूँ वो।
जरुरी तो नहीं जीने के लिए सहारा हो,जरुरी तो नहीं हम जिसके हैं वो हमारा हो,कुछ कश्तियाँ डूब भी जाया करती है,जरुरी तो नहीं हर कश्ती का किनारा हो..!!
किसी के आने और जाने से,जीवन नही बदलता,बस जीने का अंदाज़ बदल जाता हैं..Kisi ke aane aur jane se,Jeevan nahi badalta,Bas jeene ka andaz badal jata hain…
जिन्हें नींद नहीं आती उन्हें ही मालूम हैसुबह होने में कितना वक्त लगता है।
क़िस्मत की एक जीत से बेहतर मैं म्हणत से हारना पसंद करूंगा।
अपनी तक़दीर खुद ही लिखनी होगी,ये चिठ्ठी नहीं जो दूसरों से लिखवा लोगे।

Kharab Kismat Shayari in Hindi

“ तुम मिले तो यूँ लगाहर दुआ कुबूल हो गयीकाँच सी टूटी किस्मतमेरी हीरों का नूर हो गयी…!
लोगो की तरह मेरी किस्मत भी दगा बाज है ,जालिम कभी साथ नही देती ।
अपने इश्क़ में कर दे मदहोश इस तरह,कि होश भी आने से पहले इज़ाज़त माँगे।
अगर इश्क़ है तो फिक्र भी बेहद होगी,उभर गए तो किस्मत,डूब गए तो चाहत होगी।
दुआ की न पूछो की कितनी है कुदरत,उठा के हाथ देखो बदलती है किस्मत..!!
मेरी किस्मत में लिखा सब मिटता चला गया,एक वो दूर क्या गया हर सपना टूटता चला गया।
मुद्दतों बैठे रहे हम तेरे एहसास के साथदूर के दूर रहे और पास के पास….
न मैं गिरा और न मेरी उम्मीदों के मीनार गिरे,पर कुछ लोग मुझे गिराने में कई बार गिरे
मेरा खुश रहना भीखुदा को कहां मंजूर थाछीन ही लिया उसनेकिस्मत का जोमेरी तकदीर में था..!
किस्मत तो खुदा की लिखावट हैहम इस पर कैसे गौर करेअब लिखी दिया तकदीर मेंतो चलो अब उसे पूरा करे..!
हर नजर मेंमुमकिन नहीं है बे-गुनाह रहना,वादा ये करें कि खुद की नजर में बेदाग रहें।
वक़्त का एक अलग ही दस्तूर है,जिसे दिलों -जान से चाहा, वही सबसे दूर है !!
जब तक मन में खोट और दिल में पाप हैतब तक बेकार सारे मंत्र और जाप है
तलब ऐसी है कि साँसों में बसा लूँ तुम्हें,और किस्मत ऐसी है कि देखने को मोहताज हूँ तुम्हें।
जिन्दगी क्या है एक सबर ही तो हैहर शक्स किसी ना किसी के इंतेजार में है ।
“ भाग्य का स्वभावमौसम की तरह होता हैवह सदैव बदलता रहता है…!!!
बात मुकद्दर पे आ के रुकी है वरनाकोई कसर तो न छोड़ी थी तुझे चाहने में !!
अंदर से बेबस और बाहर से शांत हो रहा हूं,अब धीरे धीरे मैं भी सुशांत हो रहा हुं।
काश मेरी किस्मत, कोरे कागज जैसी होती,जिस पर मैं रोज खुद लिख पाता..!
दिल की तकलीफ़ कम नही करते,अब कोई शिकवा हम नही करते….
“ उन्हें भुलाने का मैं सोचू कैसेउन्होंने हमें किस्मतकी लकीरों से चुराया है…!!
तुम वापस लौटने की तकलीफ मत करना !क्योंकि हम एक मोहब्बत दो बार नहीं करते !!
बड़े सुकून से रहता है वो आज-कल मेरे बिना,जैसे किसी उलझन से छुटकारा मिल गया हो उसे..!
मोहब्बत की आजमाइश दे देकर थक गया हू ऐ खुदा,किस्मत मे कोई ऐसा लिख दे,जो मौत तक वफा करे।
कौन है जिसे कमी नहीं हैआसमान के पास भी जमीन नहीं है
“ भाग्य में कोई दोष नहींहोता दोष होता हैआपकी कोशिशों काजो आधे मन से की गई है…!!
तुम्हारे चेहरेकी मुस्कान,मुझे अपनी जिंदगी से भी प्यारी है !!
#किस्मत वालों की पहली #औलाद हमेशा #बेटी होती है!!
“ तकदीर लिखने वाले एक एहसान कर देमेरे दोस्त की तकदीर में मुस्कान लिख देजिन्दगी में ना मिले कभी दर्द उनकोतू चाहे तो उसकी किस्मत में मेरी जान लिख दे…!!
लेकर अपनी-अपनी क़िस्मत आए थे,गुलशन में गुल कुछ बहारों में खिले,कुछ ख़िज़ाँ में खो गए..!!
मेरी किस्मत से खेलने वालेमुझ को दुनिया से बेखबर कर दे!
एक परवाह ही बताती है कि ख़्याल कितना है,वरना कोई तराजू नहीं होता रिश्तो में
देखने के लिए इक चेहरा बहुत होता है,आँख जब तक है तुझे सिर्फ़ तुझे देखूँगा।
जब क़िस्मत खराब हो तो सोना भी कचरे के भाव जाता है।
“ खुल जाएगा तेरी भीतक़दीर का तालाजब तू मेहनत की चाबी इसमें भरेगा…!!
ज़िंदगी में गुलाब के तरह खिलना हैं,तो काटो से तालमेल बढ़ाना ही पड़ेगा..Zindagi mein gulab ke tarah khilna hain,Toh kato se taalmel badhana hi padega…
वो आँखों ही आँखों में करती है ऐसे बातें,के कानों कान किसी को खबर नही होती।
मैं उस किस्मत का सबसे पसंदीदा खिलौना हूँ,वो रोज़ जोड़ती है मुझे फिर से तोड़ने के लिए।
तू तो मेरी जान थी,पर क्यों तेरी यादे,मेरी जान ले रही हैं…Tu toh meri jaan thi,Par kyu teri yaade,Meri jaan le rahi hain…
उदास मत हो जिन्दगी ही है कट जायेगी,क़िस्मत ही है किसी दिन पलट जायेगी..!!
कमी मेरी मोहोब्बत में कोई ना निकलना कोई पूछे की वो क्यों ना मिल सके तो कह देना मेरी क़िस्मत ही खराब थी।
ज़िन्दगी उस दौर से गुज़र रही हैदिल दुखता है, लेकिन चेहरा हँसता है.!
ज़िन्दगी की हर शाम हसीन हो जाए….,अगर मेरी मोहब्बत मुझे नसीब हो जाये
ए खुदा किसी एक का तो नसीब बदल दे,चाहे उसे मेरा या मुझे उसका कर दे..!!
खुद में ही उलझी हुई हैं जो मुझे क्या सुलझायेगीं, भला हाथों की चंद लकीरें भी क्या किस्मत बताएगीं।
मुझ को क़िस्मत ही पहुँचने नहीं देती वर्नाएक ए'ज़ाज़ है उस दर का गदागर होना
होठ चूमने वालो के चक्कर मेंमाथा चूमने वालों को खो मत देना
तुम थे नही कही भी मगरहर जगह तुम ही थेदुनिया की भीड़ में कहीजैसे बस हम ही घूम थे.!!
मैं सब कुछ पाकर भी बदक़िस्मत हूँ, और तुझे पाने वाला सब कुछ खोकर भी खुश क़िस्मत है।
इन आँखों में था प्यार बड़ा, उसने कभी इन आँखों में देखा ही नहीं इस दिल में थी तस्वीर उसकी, मैंने अपने दिल में और कुछ रखा ही नहीं..!!
ना कोई आया है और ना कोई आएगा,हम तुमसे कितना प्यार करते है ये गूगल भी नहीं बता पाएगा.!
अक्सर मेहनत में कसर ना छोड़ने वालों की क़िस्मत बहुत ढीली होती है।
“ किस्मत बदलने कासबसे आसान तरीका मेहनत…!!
बिन लगाए पौधा फूल नहीं खिलता, फल नहीं मिलता, वक्त से पहले और किस्मत से ज्यादा किसी को कुछ नहीं मिलता।
कोई जिस्म पर अटक गया कोई दिल पर अटक गया,इश्क उसका ही मुकम्मल हुआ जो रूह तक पहुँच गया।
कितना खेला है तुमने मेरे दिल से,एक गोल्ड मेडल तो तुम्हारा भी बनता है।
कभी किस्मत, कभी वक़्त पर इल्ज़ाम,कभी गलती सितारों की तो कभी दूसरों का नाम,कितने पर्दे हाज़िर हैं यहां, ख़ुद को छुपाने के लिए।
नहीं होते हो, तब भी होते हो तुम,हर वक़्त जाने क्यों, मेहसूस होते हो तुम..!!!
यह बस तब हमारे संज्ञान में आया था नहीं तो दोनों का प्यार सच्चा था।
फर्क होता है खुदा और फ़क़ीर में फर्क होता है किस्मत और लकीर में अगर कुछ चाहो और न मिले तो समझ लेना कि कुछ और अच्छा लिखा है तक़दीर में…
दूरियों में ही परखे जाते है रिश्ते…आंखों के सामने तो सभी वफादार होते हैं।
किस्मत इतनी बेकार ना होती ,तु ना होती शिकार ना होती ,जंग-ए-मोहब्बत ऐलान किया तुने दिल ए जिन्दगी यूं तैयार ना होती ।
मेरी किस्मत में लिखा, सब मिटता चला गया, एक वो दूर क्या गया हर सपना टूटता चला गया.
निगाहों की बात निगाहों से कर लिया करोमोहब्बत को नजर लगते देर नहीं लगती
वजह नही चाहिये मुझे.. तुझे सोचने कीतू तो वो ख्याल है मुझमे से कभी जाता ही नही..
किस्मत तो लिखी थी सोने की कलम से ,पर क्या करें की स्याही में जहर था ।
“ कमाल की है दुनिया अपनोंपर भरोसा नहीं करतीजो अपने होते हैं, औरभाग्य पर भरोसा कर लेती हैजो किसी का नहीं होता…!!
आये नया साल बन के उजालाखुले आपकी किस्मत का तालाहमेशा रहे मेहरबान ऊपर वालायही दुआ करते है ये आपका चाहने वाला।
कभी कभी अधूरी मोहब्बतइंसान को पूरा खा जाती हैं।
ज़ाया ना कर अपने अल्फाज़ हर किसी के लिए,बस ख़ामोश रह कर देख तुझे समझता कौन है..
बताओ मुझे भी कोई किसी की किस्मत इतनी अच्छई क्यों होती है ,की बिना मेहनत के हर खुशी उनके हिस्से में होती है ।किस्मत पर 2 लाइन शायरी
“ किस्मत ने कहा आजसे सब हुआ तेरामैंने कहा अभी मन नहीं भरा मेरा…!!
डर नहीं लगता मुझे इस रात के अंधेरे से,ये तो वक़्त की पाबंद है, ढल ही जाएगी !!
तेरी नफरत में वो दम कहा,जो मेरी चाहत को कम करदे..Teri Nafrat mein wo dum kaha,Jo meri chahat ko kam karde..
किस्मत में नहीं था ये सोचकर जिन्दगी भर खुद को तसल्ली देने से अच्छा है कि जिंदगी भर किस्मत से लड़ा जाए.
जिसका मिलना नही होता किस्मत में ,सच में उनसे मोहब्बत भी कमाल की होती है ।
मेरा ये किरदार इश्क के बिना जचेगा क्या,अगर खुद से तुम्हें निकाल दूं तो बचेगा क्या।
डिग्री कूड़े के भाव बिक जाती हैं,जब ज़िंदगी इम्तिहान लेना शुरू करती हैं..Degree kude ke bhav bik jati hain,Jab zindagi imtehan lena shuru karti hain…
इक मन था मेरे पास वो अब खोने लगा है,पाकर तुझे, हाय मुझे कुछ होने लगा है! ?
सब कुछ कॉपी हो सकता है ,लेकिन किस्मत और नसीब नही…
आँखें ही देखकर फ़ना हो गए उसकी,पर्दा न किया होता तो पर्दा कर गए होते।
बद-क़िस्मती को ये भी गवारा न हो सकाहम जिस पे मर मिटे वो हमारा न हो सका- शकेब जलाली
तुम इस शहर की रिवायत से अन्जान हो मुर्शिद,यहाँ याद रहने के लिए याद दिलाना पड़ता है।
हाथों की #लकीरों में मत ढूंढ तू #किस्मत, #कठिनाइयों में ही रखनी होती है.. #हिम्मत,,!!
इंसान और वक़्त दोनों एक सामान है,बदलना भी ज़रूरी है और चलना भी !!
भरे बाजार सेअक्सर मैं खाली हाथ आई हूँ,कभी ख्वाहिश नहीं होती कभी पैसे नहीं होते।
बन्दे हैं हम उसके, हम पे किसका ज़ोर  उमीदो के सूरज,निकले चारों औरर इरादे है फौलादी,हिम्मती हर कदम  अपने हाथों किस्मत लिखने,आज चले हैं हम!!
तेरे न होने से बस इतनी सी कमी रहती है,में लाख मुस्कुराऊ आँखों में नमी रहती है !
उसके दिल पर भी क्या खूब गुज़री होगीजिसने इस दर्द का नाम मोहब्बत रखा होगा
“ क्यों लगता है तुझे कीतेरा जीतना मुमकिन नहींमुक़द्दर के बिना, अरे तूएक दफा खेल खेलकर दो देख…!!

किस्मत शायरी हिंदी में

ऐ सनम… होगी कितनी चाहत उस दिल में,जो खुद ही मान जाये कुछ पल खफा होने के बाद।
क़िस्मत पर भरोसा वो करे जो क़िस्मत के भरोसे बैठा हो, हम तो कर्मठ है कुछ करामात करेंगे।
देखिए पाते हैं उश्शाक़ बुतों से क्या फ़ैज़ इक बरहमन ने कहा है कि ये साल अच्छा है
एम्बुलेंस सा हो गया हैये जिस्म सारा दिन घायलदिल को लिये फिरता है।
तरस गये है हम तेरे मुंह से कुछ सुनने को हमप्यार की बात न सही कोई शिकायत ही कर दे
“ तकदीर बनाने वालेतुमने तो कोई कमी नहीं कीअब किसको क्या मिलाये मुकद्दर की बात है….!!
हमने भी एक ऐसे शख्स को चाहाजिसको भुला न सके और वो किस्मत मैं भी नहीं
ये मत सोचना कि तुम्हारे बिना मर जायेंगे हम,वो लोग भी जी रहे हैं जिन्हें छोड़ा था मैंने तुम्हारी खातिर।
“ भाग्य शरीर का कोई अंग नहीं हैजिस पर भरोसा किया जाए,यह एक काल्पनिक धारणा है…!!
जिनका स्वभाव अच्छा होता हैउन्हें कभी प्रभाव दिखाने की जरूरत नहीं होती है
दिमाग कहता है भूल जा…दिल हैं की मानता नहीं…।
पानी में डूब जाओ तो पानी का दोष क्या? ठोकर लगे गिर जाओ तो पत्थर का दोष क्या? जिन्दगी में कुछ कर न पाओ तो किस्मत का दोष क्या?
#सुना भी कुछ नहीं कहा भी कुछ नहीं, पर ऐसे #बिखरे हैं जिंदगी की #कशमकश में, कि टूटा भी कुछ नहीं, और #बचा भी कुछ नहीं !!
आती जाती हर सांस में सामिल हो तुम औरकैसे बताऊं कहां कहां हो तुम।
बदलता नहीं ये किस्मत, कैसी है इसकी फितरत, सोचता हूँ खरीद लू, पर लेता नहीं ये रिश्वत.
रोज़ वो ख़्वाब में आते हैं गले मिलने कोमैं जो सोता हूँ तो जाग उठती है क़िस्मत मेरी !
तेरी सादगी पर हम यूँ चार चाँद लगा देंगेतुम पहनना साड़ी, हम तेरी माँग में सिंदूर सजा देंगे
क्यूं हथेली की लकीरों से हैंआगे उंगलियांरब ने भी किस्मत से आगेमेहनत रखी !!
कहीं तुम भी न बन जाना किरदार किसी किताब का,लोग बड़े शौक से पढ़ते है कहानिया बेवफाओं की।
किस्मत की लकीरें भी आज इठलाई हैतेरे नाम की मेहँदी जो हाथों अपर रचाई है!
रखे तू हमेशा खुश मुझे, बस यही दुआ करती हूँ हर जनम में तेरा साथ मिले, बस यही अरदास करती हूँ..!!
जरूरतें कम कर लो जितना भी पैसा कमाओगे अधिक होगा, जरूरतें अधिक कर लो जिनता भी पैसा कमाओगे कम होगा.
थोड़ी सी तो जिंदगी थी,कयां तेरा बिछड़ना जरूरी था ।
जान-ए-तन्हा पे गुजर जायें हजारो सदमें,आँख से अश्क रवाँ हों ये ज़रूरी तो नहीं।
बेशक अब मौत आ जायेपर दिल किसी पर न आये।
कोई अपना रिस्ता पुछे तो बता देना, दो दिलो में एक जान बसती है हमारी।💝
राह तकते जब थक गई आंखेफिर तुझे ढूंढने मेरी आंख के आसूं निकले..
उनके पास वक्त नही था ,और हमारा किस्मत खराब था ।
जब हौसला बना लिया ऊंची उड़ान का,फिर देखना फिजूल है कद आसमान का।
मुझ में और किस्मत में हर बार बस यही जंग रही,मैं उसके फैसलें से तंग और वो मेरे हैसले से दंग रही।
इंसान का जब अच्छा वक्त आता है, तो किस्मत और लाइफ बदलते देर नही लगती है।
मेरे लिखने से अगर बदल जाती किस्मत तोहिस्से में तेरे सारा जहाँ लिख देती!
किस्मत अगर आपसे कुछ बहुत प्यारी चीज छीन रही है,इसका मतलब हैदेर से हीं सही,वह आपको कुछ ज्यादा कीमती चीज देगी.!!!
“ यूँ ना कहो कि येकिस्मत की बात हैमुझे बर्बाद करनेमें तुम्हारा भी हाथ है…!!
#दर्द की #कीमत में कहां जानता हूं, हमें तो अपनों ने ही #मुफ्त में दिया है,,!!
जिसकी किस्मत में लिखा हो रोनावो मुस्कुरा भी दे तो आंसू निकल जाते हैं ।
मिलावट है तेरे इश्क में इतर और शराब की, कभी हम महेक जाते है कभी हम बहेक जाते हैं😍
किस्मत की लकीरो मे तुम लिखे हो या नही पता नही ,पर हाथों की लकीरो पर तुम्हें रोज लिखती हूँ ।
काश तुम भी मुझे ऐसे चाहोजैसे तकलीफ में इंसान सुकून चाहता हैं
एक बार तो #पक्की है, जिनके #दिल बहुत अच्छे होते हैं, अक्सर #किस्मत उनकी ही बहुत #खराब होती हैं,!!
सच्चा हमसफ़र चेहरे का नहींदिल का दीवाना होता है
किस्मत को हमारी महफिल में बुलाया गया था ,हमें ना पाकर बहुत रोई होगी ।
कुछ ऐसा काम करो कि आपके माता-पिताअपनी प्रार्थना में कहेंहे प्रभु हमें हर जन्म में ऐसी ही संतान देना
अलविदा कह चुके हैं तुम्हेअब जाओआँखो पर ध्यान मत दो.!
मैंने छोड़ दिया है किस्मत पर यकीन करना, अगर लोग बदल सकते है तो किस्मत क्या चीज है …..
हमें उनसे कोई शिकायत नहींशायद हमारी किस्मत में चाहत नहींमेरी तकदीर को लिखकर तो ऊपर वाला भीमुकर गया पूछा तो कहा ये मेरी लिखावट नही
“ जितनी उम्मीद अपने भाग्य से लगा रखी हैअगर इतनी उम्मीद खुद से लगाते तो शायद आजकोई इतना निराश नहीं होता…!!
“ दीदार जो उनका हुआआखे नमाजी हो गयीरूठी थी जो किस्मतमेरी पल में राजी हो गयी….!!
मुस्कुराना हमारी मजबूरी हैं,जिंदगी तो ऐसे भी हमसे नाराज रहती हैं…Muskurana hamari majboori hain,Zindagi toh aisi bhi hamse naraj rahti hain..
बहुत ध्यान से लगा था मैं लैपटॉप पर,पगली ने आ के बिच में एक किस दे दिया !!
मेरी किस्मत तो सिर्फ यादें है किसके मुकद्दरमें तुम हो उसकी तकदीर को सलाम!
बिन लगाए पौधा फूल नहीं खिलता, फल नहीं मिलता,वक्त से पहले और किस्मत से ज्यादा किसी को कुछ नहीं मिलता।
है इश्क तो फिर असर भी होगा,जितना है इधर उधर भी होगा ।
बिकने वाले और भी है जाओ जाकर खरीद लो, हम कीमत से नहीं किस्मत से मिला करते है.
दिल टुटा इस कदर कीधड़कना भूल गयाकिस्मत अच्छी थी जोआपने आकर मेरे दिल को थाम लिया!
अब #तन्हाइयों के टूटते नहीं सिलसिले, #अपना नहीं कोई गैर हजार आ मिले, उसी की #चाहत थी मुझे जिंदगी में, #नफरतों से मिले मेरी #चाहतों के सिले,,!!
“ रिश्ता निभाने कीतहजीब कहां होती हैचाहत हर किसी कोनसीब कहां होती है…!!
किस्मत भी उसी को ही आजमाती है, जिंदगी में जिसके हिस्से में चुनौतियाँ आती है।
कोई सिखा दे हमें भी वादों से मुकर जानाबहुत थक गये हैं निभाते निभाते
किस्मत का रोना मैंने छोड़ दिया, अपनी उम्मीदों को मैंने हौसलों से जोड़ दिया। अंजलि सिंह
इश्क कोई घावनही जो भर जाएगा,रिवाज़ है साहब,हीर के बगैर रांझा मर जायेगा…
है इश्क तो फिर असर भी होगा,जितना है इधर उधर भी होगा।
सपने दिखाती हैं तो चकनाचुर क्यों करती हैं,ये जिंदगी हमें अपनो से दूर क्यों करती है…
कुछ लोग किस्मत की तरह होते हैं जो दुआ से मिलते हैं… और कुछ लोग दुआ की तरह होते हैं जो किस्मत बदल देते हैं…
तू आशिक है मेरा,मैं तेरी दीवानगीमोहब्बत में सनम,मैं तेरी हो चली
है इश्क तो फिर असर भी होगा,जितना है इधर , उधर भी होगा..
सोचने से कहाँमिलते हैं तमन्नाओं के शहर,चलना भी जरुरी है मंजिल को पाने के लिए।
हुनर सड़कों पर तमाशा करता है,और किस्मत महलों में राज करती है..!!
“ दुनिया में कुछ भी खुद नहींबदलता किस्मत भी नहींउसे खुद बदलना पड़ता है…!!
मेरी मासूम सी मुहब्बत को ये हसीं तोहफे दे गए हैं,जिंदगी बन कर आए थे.. और जिंदगी ले गए हैं!
⇒मेरी गंभीरता को मेरा बदलाव न समझना, वक्त पड़ने पे जुनून और पागलपन आज भी इस्तेमाल कर लेता हूं!!
कोई दूर है तो कोई पास हैलिखा नही जो किस्मत मेंफिर भी ना जाने क्योउनसे मिलने की आस है..!
मैंने किस्मत पर भरोसाकरना छोड़ दिया थापर तुझे पाया तो किस्मतअच्छी लगने लगी है..!
कुछ तो लिखा होगा किस्मत में, वरना आप हम से यूं ना मिले होते।
अजीब सबूत मांगा उसने मेरी मोहब्बत काकि मुझे भूल जाओ तो मानू मोहब्बत है … ।।
जितना गहरा प्यार होता हैउतना ही गहरा वार होता है।
“ किस्मत मेरी फूटीख्वाब भी मेरे टूटेसनम भी मेरा झूठायार मेरे सब रूठे…!!
जमीन और किस्मत एक जैसी होती हैं, इंसान जो बोता है,उसे वैसा ही फल मिलता है ।
ਜੇ ਕੋਈ ਤੈਨੂੰ ਰਾਹ ਪੁਛੇ ਤਾਂ ਦੱਸ,ਇੱਕ ਜਾਨ ਸਾਡੇ ਦੋ ਦਿਲਾਂ ਵਿੱਚ ਵੱਸਦੀ ਹੈ।
इल्म हो गया मुझे, मेरी अहमियत खो गई हैजागी थी जो फिर से वो, किस्मत अब सो गई है..
जिस तरह मैंने तुझें चाहा,कोई और चाहे तो भूल जाना मुझें…Jis tarah maine tujhe chaha,Koi aur chahe toh bhool jana mujhe…
हर सितमसह कर कितने ग़म छिपाये हमने,तेरी खातिर हर दिन आँसू बहाये हमने,तू छोड़ गया जहाँ हमें राहों में अकेला,बस तेरे दिए ज़ख्म हर एक से छिपाए हमने.
शायद इश्क अब उतर रहा है सर से,मुझे अलफ़ाज़ नहीं मिलते शायरी के लिए..
है इश्क तो फिर असर भी होगा,जितना है इधर उधर भी होगा ।
जब भी रब दुनिया कीकिस्मत में चमत्कार लिखता है.मेरे नसीब में थोड़ा और इंतज़ार लिखता है.!!
तेरी चाहत में रुसवा यूं सरे बाज़ार हो गये,हमने ही दिल खोया और हम ही गुनाहगार हो गये।
जो इंसान जिंदगी में कुछ नही करता है, वो किस्मत को कोसता रहता है।
तस्वीरें आज भी बड़ी शिद्दत से देखता हूं तुम्हारी,पर आंखों मे तेरी वो चाहत नज़र नही आती अब।
कद बढ़ा नहीं करते,ऐड़ियां उठाने सेऊंचाईया तो मिलती हैं, सर झुकाने से।
तदबीर से क़िस्मत की बुराई नहीं जातीबिगड़ी हुई तक़दीर बनाई नहीं जाती- दाग़ देहलवी

Kismat Shayari on Life

पागलपन और बुद्धिमता के बीच का फ़र्क़,कामयाबी से मापा जाता हैं..Pagalpan aur Budhimta ke bich ka farq,Kamyabi se mapa jata hain..
“मैंने तो आग जलाई थी सेकने के लिए, मगर लोग आ गए तमाशा देखने के लिए”
अगर #किस्मत #लिखने का हक मेरी #मां का होता, तो मेरी #जिंदगी में एक भी #गम ना होता,,!!
जो किस्मत का रोना रोते है, वो फालतू में समय खोते है।
“ जिन्होंने मौका ढूंढने की कोशिश भी नहींकी आज वो भी कहते फिरते हैक़िस्मत ने हमे मौका नहीं दिया…!!
जो क़िस्मत में होगा वो ख़ुद चलकर आएगा,जो नहीं होगा वो पास आकर भी दूर चला जाएगा।
तलब ऐसी की सांसो में समा लूं तुझे ,किस्मत ऐसी की देखने को मोहताज हूं तुझे ।
मेरी मेहनत और बुरी क़िस्मत लड़ते बहुत है पर नाजाने कैसे किस्मत हमेशा जीत कर मुझे हरा देती है।
इस दुनिया में कौन कब कैसे कहाँ मिल जाए,उम्मीद रखों क्या पता कब किस्मत खुल जाए?
जागना भी कबूल है तेरी यादो में रात भर, तेरे एहसासों में जो मज़ा है वो नींद में कहा!!😍
जिनका मिलना किस्मत में नही होता, उनसे मोहब्बत कसम से कमाल की होती है। Jinka milna kismat me nahi hota unse mohabbat kasam se kamal ki hoti hai..
अब मेरी कोई ज़िंदगी ही नहींअब भी तुम मेरी ज़िंदगी हो क्या?
तेरा मिलना मेरी तकदीर में लिक्खा था मगरतेरा होना मेरी तकदीर में लिक्खा न गया
क़िस्मत की लकीरों ने छोड़ा है ऐसे मंज़र पर,की ना दुआ काम आ रही है ना दवा काम आ रही है।
भूल जाता हूँ मैं सब कुछ आपके सिवा, यह क्या मुझे हुआ है,क्या इसी एहसास को दुनिया ने इश्क़ का नाम दिया है।
कुछ तो लिखा होगा किस्मत में,वरना आप हम से यूं ना मिले होते..!!
सारी दौलत तिरे क़दमों में पड़ी लगती हैतू जहाँ होता है क़िस्मत भी गड़ी लगती है
मुकद्दर ही रूठा हुआ है मुझसे मैं तो वहां भी हार जाता हूँ जहाँ सब जीत जाते हैं।
ख़ुद को जताने का मुझको भी हुनर आता है,मैं वो कतरा हूं, दरिया क्या समंदर मेरे घर आता है।
किस्मत मात्र एक छलावा है कर्म के गीत गाओ,हो गई सुबह ख्वाब छोड़ो हकीकत से आँख मिलाओ।
बिकने वाले और भी है जाओ जाकर खरीद लो, हम कीमत से नहीं किस्मत से मिला करते है.
पहला सवाल जो मैं अपनी क़िस्मत से पूछना चाहता हूँ वो है आखिर मैं ही क्यों।
“ भाग्य नहीं खुलताअसल में सफल व्यक्तिकी आँखे अन्य व्यक्तियोंसे पहले खुल जाती है…!!!
सुना है अब भी मेरे हाथों किलकीरों मेंनाजूमियों को मुक़द्दरदिखाई देता है !!
कैसे बयान करें सादगी अपने महबूब की,पर्दा हमीं से था मगर नजर भी हमीं पे थी।
मुक़द्दर की लिखावट काएक ऐसा भी काएदा हो,देर से किस्मत खुलने वालोका दुगुना फायेदा हो||
जब भी खुदा दुनियां कीक़िस्मत में चमत्कार लिखता है,मेरे नसीब में थोड़ा और इंतज़ार लिखता है||
“ एक भाग्यशाली व्यक्तिको ढूंढना उतना ही मुश्किल हैजितना मुश्किल एकसफ़ेद कव्वे को ढूंढना है…!!!
एक बात तो पक्की है, किस्मत और लाइफ दोनों ही हमारी अच्छी है।
सच देखना भी हरकिसी के वश में नहीं होता,इंसान भी बेबस हैअपनी किस्मत के आगे।
“ तुझे तेरी किस्मत पर गुरुर हैमुझे मेरी मेहनत पर एतबारयही है जिंदगी जीने का सार…!!
जो क़िस्मत में होगा वोख़ुद चलकर आएगा,जो नहीं होगा वो पासआकर भी दूर चला जाएगा।
“ जो होना है वो हो कर रहेगा इसमेंन भाग्य का हाथ होता हैऔर ना भाग्य का दोष होता है…!!
खराब मै नही मेरी किस्मत है ,जहां भी जाते है , अकेले ही रह जाते है ।
ठुकरा केउसने मुझे कहा कि मुस्कुराओमैं हंस दिया सवाल उसकी ख़ुशी का थामैंने खोया वो जो मेरा था ​ही नहींउसने खोया वो जो सिर्फ उसी का था।
मेरा कसूर नहीं जे मेरी किस्मत का कसूर है,जिसे भी अपना बनाने की कोशिश करता हूँ,वो ही दूर हो जाता है..!!
उम्मीद ना कर इस दुनिया में हमदर्दी की,बड़े प्यार से दर्द देते हैं शिदत से चाहाने वाले..।
जिनके दिल बहुत अच्छे होते हैंअक्सर उन्हीं की किस्मत खराब होती है!
अहंकार में ही इंसान सब कुछ खोता हैबेवजह किस्मत को दोष देकर रोता है!
किस्मत और हालात दोनों जब साथ ना दे तोतब उनकी भी सुननी पड़ती है,जिनकी कोई औकात नही होती ।
लोग कहते हैं किआदमी को अमीर होना चाहिएऔर हम कहते कि आदमीका जमीर होना चाहिए।
लोग कहते है हर दर्द की एक हद होती है
मेरा वक्त बदला है… रूतबा नहीं तेरी किस्मत बदली है… औकात नहीं
किस्मत तो जुगाड़ में काम आती है ।
“छोड़ दिया यारो किस्मत की लकीरों पर यकीन करना जब लोग बदल सकते हैं तो किस्मत क्या चीज़ है”
एक बात तो पक्की है,जिनके दिल बहोत अच्छे होते हैं,अक्सर किस्मत उनकी हीबहुत खराब होती है!
“ भाग्य भाग जाता हैंआँखों के आगे से बसमेहनत कभी साथ नहीं छोड़ती…!!
जाड़े की रुत है नई तन पर नीली शालतेरे साथ अच्छी लगी सर्दी अब के साल.
वो तरस जायेंगे प्यार की एक बून्द के लिएहम तो बादल है प्यार केकिसी और पर बरस जायेंगे
उड़के एक रोज़ बड़ी दूर चली जाती हैं, घर की शाख़ों पे ये चिड़ियों की तरह होती हैं – मुनव्वर राना
चाँद का क्या कसूर अगर रात बेवफा निकलीकुछ पल ठहरी और फिर चल निकलीउन से क्या कहे वो तो सच्चे थेशायद हमारी तकदीर ही हमसे खफा निकली !!
अब किस्मत पर कैसा भरोसा जनाब,जब जान से प्यारे लोग बदल गए,तो किस्मत भी एक दिन बदल जाएगी।
बेकार मत समझना, दुआ की भी पड़ती है जरूरत,कई बार सिर झुकाने से भी बदलती है किस्मत।
किस्मत जाग गयी मैं सोता रहा, किस्मत भाग गयी मैं रोता रहा।
कितना मुश्किल हैमोहब्बत की कहानी लिखनाजैसे पानी पर, पानी से, पानी लिखना….
जानकर भी तुममुझे जान ना पाएआजतक तुम मुझे पहचान ना पाए खुद हीकी है बेवाफाई तुमने ताकि तुम पर इल्ज़ाम ना आए!
“ तसल्ली के सिवाकुछ दे ना सकादेने वाला भी किस्मत का गरीब था…!!
बहुत प्यारा लगता है मुझे हर वो पलजब जब सोचता हूँ तेरे साथ अपना आने वाला कल
किसी राह पे मिल जाओ मुसाफ़िर बन के,क्या पता अपनी किस्मत में हमसफ़र भी लिखा हो.!!
हमनें हाथ फैला कर इश्क मांगा था,सनम ने हाथ चूमकर जान निकाल दी..
एक आँसू भी हुकूमत के लिए ख़तरा हैतुम ने देखा नहीं आँखों का समुंदर होना
किस्मत कहां इंसान को मारती है ,बस कुछ रिश्ते ही मार देते है ।
अगर क़िस्मत लिखने का हक़ मेरी माँ का होता ! तो मेरी ज़िन्दगी में एक भी ग़म न होता !!
जहां डूबा था मैं मुझे वही किनारा चाहिए,तू फिर आ मेरे पास, मुझे तू दोबारा चाहिए.!
वक्त के साथ लोग कैसे बदलते हैं, जो लोग हमें न छोड़ने की कस्मे खाते थे, वही लोग हमसे दुबारा न मिलने की कस्मे खाते हैं।
क़िस्मत और मेहनत में बस इतना सा फ़र्क़ है की किस्मत कभी कभी साथ देगी और मेहनत हमेशा साथ देगी।
मेरी बेबसी किइंतहा मत पूछो ,,में रो कर कह रही थी , वो हंस कर सुन रहा था
वक़्त के भी अजीब किस्से हैकिसी का कटता नही औरकिसी के पास होता नही।
आपकी किस्मत में जो चीज हो उसे हाँसिल करना कोई बड़ी बात नहीं है,बड़ी बात तब है… जब आप उन चीजों को हाँसिल करें ,जो आपकी किस्मत में नहीं हैं.
“ अपने भाग्य ठीक करने केलिए इतनी मेहनत करता हैइंसान, काश थोड़ी मेहनत वो खुदको बेहतर करने में लगादेता तो आज वह पतानहीं कहा से कहा होता…!!
लिखा है मेरी तक़दीर में तेरा नामदुनिया से क्या डरनाचाहे लाख कोशिश कर ले जमानामुमकिन नही हमको तुम से जुदा कर पाना!
⇒⇒ जो ज़ख़्म आप देख न पाएं समझना वो ज़ख्म किसी अपने ने ही दिया है!!
लोग खेलतें दिल के साथ हैं,लेकिन तमासा जिंदगी का बन जाता है।
“ अच्छा है कि मुकद्दरअपना कांटो के जैसा हैअगर फूल के जैसा होता तोकब के बिखर गए होते…!!
चलते तो हैं वो साथमेरे पर अंदाज देखिए,जैसे की इश्क करकेवो एहसान कर रहें है।
“ भाग्य भगवान् भरोसे होता हैऔर भगवान् भी उसी का भाग्य बदलते हैंजो अपनी मेहनत पर भरोसा करता है….!!
मत मिलाया कर उन्हेंए-ख़ुदाजिन्हें तू मिला नही सकता.!
खो दिया तुम को तो हम पूछते फिरते हैं यहीजिस की तक़दीर बिगड़ जाए वो करता क्या है- फ़िराक़ गोरखपुरी
जिन्दगी की राह पर चलते रहो मुसाफ़िर बनकर,क्या पता नसीब से मिल जाए जिंदगी का हमसफ़र।
क्या खूब मैनें किस्मत पाई है खुदा ने कहा,हंसकर संभाल कर रख पगले,ये मेरी पसंद है जो तेरे हिस्से में आई है..!!
किस्मत पर रोना मैंने छोड़ दिया,अपनी उम्मीदों कोमैंने हौसलों से जोड़ दिया।
जरुरी तो नहीं जीने के लिए सहारा होजरुरी तो नहीं हम जिसके हैं वो हमारा होकुछ कश्तियाँ डूब भी जाया करती हैजरुरी तो नहीं हर कश्ती का किनारा हो !!
नींद भी नीलाम होजाती है बाज़ार-ए-इश्क में,किसी को भूल कर सो जाना,आसान नहीं होता।
सोचता हूँ तो कहानी की तरह लगता हैरास्ते से मिरा तकना तेरा छत पर होना
⇒⇒ किस्मत ने हमें उनसे दूर कर दिया क्यूंकि किस्मत ने सारे मुश्किल काम हमें दे रखे हैं
दूरी जब क़िस्मत में लिखी हो तो नज़दीकियां बढ़ाने का कोई फायदा नहीं होता।
“ हमारे किस्मत में लिखा था रोनाना जाने तुम कहाँसे हँसाने वाले मिल गए….!!
ये न थी हमारी क़िस्मत कि विसाल ए यार होताअगर और जीते रहते यही इंतज़ार होता!
“ किस्मत को ताने मतकास की तुझ में कमी है.तू नहीं जीत पाया इस बार क्यूंकितेरी कोशिश में कुछ कमी है…!!
जो क़िस्मत में होगा वो ख़ुद चलकर आएगा, जो नहीं होगा वो पास आकर भी दूर चला जाएगा।

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