Today we came with the best and latest Old Memories Shayari In Hindi. Want to post your old pics with amazing caption? Then this one is best atricle for that. Get the best shayari and use it on your post.
हजारों मंजिलें होंगी हजारों कारवाँ होंगेनिगाहें आपको ढूढेंगी न जाने आप कहाँ होंगे.
वातावरण को जो महका दे उसे इत्र कहते हैं,जीवन को जो महका दे उसे ही मित्र कहते हैं।
मैने दिल से कहा थोड़ा कम याद किया कर उसे !!दिल ने मुझसे कहा याद मैं कर रहा हु उसे !!फिर तकलीफ क्या है तुझे।
यह बात मुझे मरती रहती है,मैं यही सोचता हूं कि आप कैसेकभी भी याद नहीं करते हैंजो मैं कभी नहीं भूलूंगा।
बचपन का वो समय राजा रानी की वो कहानी, कहा आती थी नींद बिना ये सुने, एसे थे बचपन के दिन
ठंडी हवाए क्या चली मेरे शहर में, हर तरफ यादों का फूल बिखर गया।
वक्त बुरा नहीं होता,व्यक्ति के हालात बुरे होते है।
Dosti हमारी जान है, और जान के लिए जिंदगी कुर्बान है याद करते हैं हम, यारो की दोस्ती यादों से दिल भर जाता है !
जब रो रहे थे हम अपने हालात परसब मुस्कुरा रहे थे जाने किस बात परहम जिन्दगी की आग में यूँ झुलस गयेकि यकीं नहीं होता अब बरसात पर.
क्यूँ मुश्किलों में साथ देते हैं दोस्त,क्यूँ गम को बाँट लेते हैं दोस्त।न रिश्ता खून का न रिवाज से बंधा है,फिर भी ज़िन्दगी भर साथ देते हैं दोस्त।
आँखों में ‘शराफ़त’ चाल में ‘नजाकत’ दिल में ‘सच्चाई’ और चहेरे में ‘सफ़ाई’ फिर क्यों न बोले हर लड़की आपको ‘भाई’
किसी भी चीज़ को तब तक गुमा हुआ नहीं कह सकते जब तक उसे माँ ने नहीं ढूंढा।
जानने की कोशिश की थी तुमको,तुमने कभी मुझ पर ध्यान ना दिया,गैरों पर तुम्हे गहरा विश्वास था,जिसने अपना समझा उस पर विश्वास ना किया।
जब तुम पर बीतेगी तो तुम भीजान जाओगे किकितना दर्द होता है नज़र अंदाज़करने से ।
जो लोग दूसरों की आँखों मेंआँसूं भरते हैवो क्यूँ भूल जाते है की उनके पास भीदो आँखें है…!!!
उस वक्त शर्म से झुक जाती है आँखे, जिस भाई को दुश्मन समझो वही सहारा दे
वक्त सबका आता है,कोई बिखर जाता है तो कोई निखर जाता है।
की 👲 हमे नही पता कि क्यों क्या और कैसी होती है..
“ इंतज़ार रहता है हर शाम तेरा,रातें कटती है लेके नाम तेरा,मुदत से बैठा हु ये आस पाले,कल आएगा कोई पैग़ाम तेरा….!!!
बात तो सिर्फ जज्बातों की हैवर्ना मोहब्बत तो सात फेरो केबाद भी नहीं होती
अब तक हमारी उम्र का बचपन नहीं गया घर से चले थे जेब के पैसे गिरा दिए - नश्तर ख़ानक़ाही
मिल जाती है कितनो को मुस्कुराहट,मिट जाते हैं कितनो के दुःख,मैसेज इसलिये भेजते हैं हम,ताकि न मिलने से भी अपनी यारी न हो कम
बहुत तकलीफ देती है न मेरी बातेंतुम्हें देख लेना मेरी खामोशी एकदिन तुम्हें रुला देगी.!
तुम पूछ लेना सुबह से, न यकीन हो तोशाम से,ये दिल धड़कता है तेरे ही नाम से।
“ परिवार की अहमियततब समझ में आती है,जब दूर शहर में घर की यादें सताती है…!!
बचपन की दोस्ती थी बचपन का प्यार था तू भूल गया तो क्या तू मेरे बचपन का यार था
Yaadein वे सभी हैं जिन्हें हमनेअपने साथ रखा हैजब कोई हमारा साथ नहीं देता है
“ चार दिन की जिंदगी है,हंसते हंसाते चलो,राहों में चाहे जो कोई मिल जाए,खुशियां बांटते चलो,कोई याद करें ना करें,क्या फर्क पड़ता है…!!
बरसात तो थम जाती हैं पर यादें नहीं.. रोज-रोज मौसम का बदलना अच्छा नहीं।
अगर आप कुछ करने में पहली बार असफल होते हैं तो उसे उस तरह कीजिए जैसे माँ ने बताया था।
जानते हो मोहब्बत किसे कहते है, किसी को दिल से चाहना, उसे हार जाना, और फिर खामोश हो जाना।😢
कितना हसीन इत्तेफाक़ था तेरी गली में आने का,किसी काम से आये थे… किसी काम के ना रहे।
आँखों में ‘शराफ़त’ चाल में ‘नजाकत’ दिल में ‘सच्चाई’ और चहेरे में ‘सफ़ाई’ फिर क्यों न बोले हर लड़की आपको ‘भाई’
दुनियां रँग रूप देखती हैं ,हम जिगर देखते हैं ,दुनिया सपने देखती है हम सच्चाई देखते है।दुनिया जहाँ मे दोस्त देखती हैं,हम दोस्ती में जहाँ देखते हैं।
आँखों की सजा तब तक है जब तक दीदार ना होदिल की सजा तब तक है जब तक प्यार ना होयह जिंदगी भी एक सजा है ऐ मेरे दोस्तजब तक आप जैसा कोई यार ना हो
बहुत मुश्किल से करते हैं तेरी यादोंका कारोबार,मुनाफा कम ही सहीमगर गुजारा हो ही जाता है।
दोस्ती और किसी ग़रज़ के लिए,वो तिजारत है दोस्ती ही नहीं।
“ अपने मेहमान कोपलकों पे बिठा लेती है,गरीबी जानती हैघर में बिछौने कम है…!!
चेहरे अजनबी हो जाये तो कोई बात नही !रवैये अजनबी हो जाये तो बडा दर्द होता है
दोस्तो से दोस्ती रखा करो तबियत मस्त रहेगी,ये वो हक़ीम हैं जो अल्फ़ाज़ सेदुरुस्त किया करते हैं।
गया था मै तुझसे दुर बहुत कुछ पाने के लिए… पर सिवाए तेरी यादो के कुछ हासिल ना हुआ !!!!
की 👲हमे नही पता कि क्यों क्या औऱ कैसी होती है…
किसी ने मुझसे पूछावादें ” और ” यादें” में क्या अन्तर हैमैंने कहा वादें इन्सान तोड़ता हैऔर यादें इन्सान को तोड़ती हैं..।
हमारे अच्छे, बुरे पल अस्थायी हो सकते हैं, लेकिन yaad हमेशा के लिए है।
नफरत करनी है तोइस कदर करनाकी हम दुनिया से चले जाए परतेरी आँख मे आंसू ना आए ।
मेरा कोई भी कुछ नही कर सकता है, क्योंकि जब तक कि मेरे सिर पर मेरे दादाजी का साया है।
रोती हुई आंखे कभी झूठ नहीं बोलती क्योंकि आंसूतभी आते हैं जब कोई अपना दर्द देता हैं..
मुद्दतों बैठे रहे हम तेरे एहसास के साथदूर के दूर रहे और पास के पास…
एक माँ अपने बच्चे का हाथ भले ही कुछ समय के लिए थामती है पर उसका दिल हमेशा के लिए थामती है।
“ बहुत उदास है कोई शख्स तेरे जाने सेहो सके तो लौट के आजा किसी बहाने सेतू लाख खफा हो पर एक बार तो देख लेकोई बिखर गया है तेरे रूठ जाने से….!!
एक दिन आप लोगों के लिए एक yaad बनकर रह जाएंगे। एक अच्छा इंसान बनने की कोशिश करें।
समझ के बिना भी, हम सभी बहुत सच्चे थे, क्या दिन थे वो भी, जब हम सब बच्चे थे।
दोस्त वह होता है जो आपके भुतकाल को समझता है, आपके भविष्य पर विश्वास रखता है, और आप जैसे हो वैसे ही आपको अपनाता है !
शौक-ऐ-नजर की खातिर चाहा था बस देखना,बेहद ही मासूम थे वो मासूमियत से दिल में उतर गए.
सुनो एक बार और मोहब्बत करनी है तुमसे, मगर इस बार बेवफाई हम करेंगे
बचपन सा इन्साफ कहीं नहीं किया कुदरत ने बचपना इंसान का हो या जानवर का मासूम ही होता है।
दोस्तों को भी मिले दर्द की दौलत या रब,मेरा अपना ही भला हो मुझे मंज़ूर नहीं।
कोई पुरानी कहानी याद आ रही है, किसी की याद आज फिर सता रही है।
वो दिन नहीं बीतता जिस दिन तू यादों में नहीं मिलती, किसी दिन तो आ कभी हक़ीकत में मिलने।
बचपन में खिलौना ही खज़ाना था, पर उसे छुपाने के लिए तिजोरी पर खर्चा नहीं करना पड़ता था।
आप जैसा बड़प्पन, नहीं है कहीं,आप जैसा सरल मन, नहीं है कहीं,आपको हम विदा, आज कर दें मगर,सीनियर ऐसा सज़्ज़न, नहीं है कहीं
कहाँ फँस गये घरग्रस्ति के चक्करमें वो College के दिनों में सुख था
दिल में बसे हो जरा ख्याल रखना,वक्त मिल जाए तो याद करना।हमें तो आदत है तुमको याद करने की,तुम को बुरा लगे तो माफ करना।
सालगिरह आज की खुशियाँ,कल की यादें और आनेवाले कल की खुशियाँ मनाने का समय है।
तू पास हैं बस तभी तक ज़िंदगी चाहिए,तू न मिले तो सांसे भी नहीं चाहिए…Tu paas hain bas tabhi tak zindagi chahiye,Tu na mile toh sanse bhi nhi chahiye…
पुरानी शराब और पुरानी यादें ज्यादा चढ़ती है।
ख़ुशी थोड़े समय के लिए रहती है,लेकिन yaad हमेशा के लिए रहती है।
“ थक चूका हूँ मेहमानकी तरह घर आते-आते,बेघर हो गये है हमचंद रूपये कमाते-कमाते…!!
इतनी यादें तेरी पर तू ही मेरे पास नहींइतनी बातें है पर करने को तू ही साथ नहीं
सिर्फ यादों😣 का एक सिलसिला रह गया हैरब जाने उनसे मेरा क्या🥺 रिश्ता रह गया है
College की लड़कियां जितना Attitude दिखाती हैंउससे ज्यादा खूबसूरत लडकियाँहमारे खेत में गेहू काटने आती हैं
पाने से खोने का मज़ा कुछ और है,बंद आँखों से सोने का मज़ा कुछ और है,आँसू बने लफ़ज़ और लफ़ज़ बनी जुबा,इस ग़ज़ल में किसी के होने का मज़ा कुछ और है।
तू तोड़ दे वो कसम जो तूने खाई है,कभी-कभी तुम ही बताओ याद करनेमें क्या बुराई है.
भाई की सलाह सदैव आपको विकास के मार्ग पर ले जाती हैं।
वो अखबार बेचता हुआ बच्चा अपना बचपना दाव पर लगा कर क्या खूब पैसे कमा रहा था।
यादों में जिसकी ये रात गुजर जाती है, यादों में जिनकी ये आंखें भर आती हैं, उसको मुश्किल है यह कह पाना कि धड़कन भी तेरे बिन थम-सी जाती है।
न जाने इतना दर्द क्यों देती हैये मोहब्बतहँसता हुआ इंसान भीदुआओ में मौत मांगता है ।
कभी-कभी आपको एक पल का मूल्य तब तक पता नहीं चलेगा जब तक कि वह याद नहीं बन जाता।
मेरी मौत की खबर उसे न देनामेरे दोस्तों घबराहट होती हैकही पागल न हो जायेवो इस खुशी में ।
समय का आईना,कभी झूठ नहीं बोलता।
उसकी दर्द भरी आँखों ने जिस जगह कहाथा, अलविदा आज भी वही खड़ा है दिलउसके आने के इंतजार में ।
माँ वो है जो हर किसी की जगह ले सकती है लेकिन माँ की जगह कोई नहीं ले सकता।
चुभ गई अगर कोई बात तुम्हारी,तो मेरा किरदार खराब भी हो सकता है।किसी की बात पर फिसला नही करते दोस्त,तारीफ की शक्ल में तेजाब भी हो सकता है।
“ उम्र बीत जाती हैं लेकिनदोस्ती के वह लम्हे सदा याद रहते हैं।सारी महफिले भूल जाती हैं लेकिनदोस्त के साथ बिताया हुआएक पल याद रह जाता है…!!
ज़िन्दगी की हर शाम हसीन हो जाए….,अगर मेरी मोहब्बत मुझे नसीब हो जाये
एक दिल , एक जिस्म एक मैं,एक तू यही ख्वाब है मेरा !!!🤍💟
“ अखबार तो रोज़आता है घर में,बस अपनों की ख़बर नहीं आती…!!
अल्लाह फिर से लौटा दे मुझे वो बचपन के दिन, ज़िन्दगी में कम से कम सुकून से बैठने के लिए रविवार का इंतज़ार तो नहीं करना पड़ेगा।
“ सफ़र का पता नहीं चलता साहब,बस वो रास्ता घर का होना चाहिए…!!
ये कैसी मोहब्बत है की मै किस खुमार में हूँ, वो आके जा चुकी है मै अब भी इंतजार मे हूँ
याद आती है तेरी यादें पुरानी मुझे, देती है सुकून एक भीतरी रूहानी मुझे।
भाई🤲 तू ही मेरी जिंदगी है तू ही मेरी मां❤ है और 🌐 तू ही मेरा बाप तो 🙏ही मेरा सब🤝 कुछ है
हमें तो कबूल है हर दर्द… हर तकलीफ़ तेरी चाहत में,बस इतना बता दे क्या तुझे मेरी मोहब्बत क़बूल है ?
आती हैं जब याद तेरी तो तेरी यादों में हम खो जाया करते हैं, आजकल तुझे सोचते-सोचते ही हम सो जाया करते हैं।
जितना समेटो उतना हीबिखरती जाती है,ये ऐसी यादें है जो ना चाहकरभी हमेशा साथ निभा जाती है।
करके याद तुमको नींदे उड़ जाती है, सोच कर बातें तेरी आँखें गीली हो जाती है।
तेरी बेरूखी का अंजाम एक दिन यही होगा,आखिर भुला ही देंगे तुझे याद करते करते
मैं नहीं चाहता तुम्हारीपुरानी यादें मुझे परेशां करेंमगर ये जमाना भूलने देता ही नहीं ..
ये जो मेरे अलावा तुम पर मरते हैवो मर क्यों नहीं जाते !
जिन लोगों को तन्हाई पसंद होती है,उन्हें समझना बहुत मुश्किल होता है ।।
मुझे किसी के बदल जाने का गम नहीं बस कोई था जिस पर खुद से ज्यादा भरोसा था…!!!
इस से पहले कि बे-वफ़ा हो जाएँ,क्यूँ न ऐ दोस्त हम जुदा हो जाएँ।
बस एक आख़िरी रस्मचल रही है हमारे बीच..एक दूसरे को याद तो करते हैलेकिन बात नहीं करते…
हर तरह के इल्जाम को सह लेते हैं,जिंदगी को यही जी लेते हैं।मिला लेते हैं जिनसे हाट दोस्ती का,उन हातो से फिर, जहर भी पी लेते हैं।
किसी के लिये किसी की अहमयित खास होती है,और एक दिल की चाबी दूसरे के पास होती है।
महफिल मैं कुछ तो सुनाना पडता है,ग़म छुपाकर मुस्कुराना पडता है।कभी उनके हम भी थे दोस्त,आज कल उन्हे याद दिलाना पडता है।
हमारी जिंदगी को कुछ लोग,दोस्त बन कर आबाद कर जाते हैं।कहाँ जाते हैं फिर हमें छोड़ कर,वो तो हमारे जहन में घर कर जाते हैं।
आपकी यादें हमेशा मेरे साथ रहेंगीबेशक वो भावनाएं आपके लिए नहीं रही।इसलिए कहते हैंकी समय के साथ सब जख्म भर जाते..
“ गलतियाँ करने से मैंअब घबराने लगा हूँ,जिम्मेदारियाँ घर कीमैं जब से उठाने लगा हूँ…!!
“ तुम अपने साथ हमारीनींदे चुरा कर ले गए होतुम्हें याद करते करतेआंखों ही आंखों में रातें बीत जाती हैं…!!
जिस फूल की परवरिश हम नेअपनी मोहब्बत से की,जब वो खुशबु के काबिल हुआतो औरो के लिए महकने लगा.।
जब मां के बारे में कुछ लिखने की कोशिश करते हैं तो कई महान लेखक अपनी कलम बंद कर देते हैं।
“ चलती फिरती आँखोंसे अज़ाँ देखी है,मैंने जन्नत तो नहींदेखी है माँ देखी है…!!
वो yaadein ही है मेरे जीने का सहारा हैं, जो मुझे थोड़ी ही सही ख़ुशी देती हैं, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि मेरे जीवन में अब क्या चल रहा है।
दोस्त एग्ज़ैम में फेल हो जाए तो दुख होता है,लेकिन फर्स्ट आ जाए तो उससे भी ज्यादा दुख होता है।
शौक से तुमने भी इश्क किया था, फिर हमारी याद तुम्हें क्यों नहीं आती है।।
देखते ही गले लगजाते हैं, ऐसी है हमारी दोस्ती, इसे ही यु ना समझ, एसी है हमारी बचपन की दोस्ती।
हसरतें हस्ती बनने की नहीं मस्ती करने की हुआ करती थी, उस दौर में मेरी उम्र यही कुछ 6,7 साल की हुआ करती थी।
बड़े ही अजीब हैं ये जिंदगी के रास्ते,अंजान मोड़ पर कुछ लोग अपने बन जाते हैं,मिलने की खुशी दें या न दें,मगर बिछड़ने का गम ज़रूर दे जाते हैं।
अगर रो कर भुलाई जाती यादें,तो हंसकर कोई गम नहीं छुपाता।
हर कोई प्यार के लिए तड़पता है,हर कोई प्यार के लिए रोता है।मेरे प्यार को गलत मत समाधान,प्यार तो दोस्ती में भी होता है।
वक्त धीरे-धीरे ही सही,लेकिन बदलता जरूर है।
ख्यालों में अक्सर तू होती है साथ मेरे बस एक हक़ीक़त ही है, जिसमे तू मेरे साथ नहीं होती।
दिल ही क्या जो मिलने की आरजू न करे,तुम्हें भूलकर जियूं यह खुदा न करे,रहे तेरी दोस्ती मेरी जिंदगी बनकर,यह बात और है जिन्दगी वफा न करे
क्लास में मस्ती थीहमारी भी कुछ हस्ती थीटीचर का सहारा थादिल यह आवारा था
आग तो तूफान में भी जल जाती हैं,पुष्प तो काँटो में भी खिल जाते हैं,मस्त बहुत होती हैं वो शाम,दोस्त आप जैसे जहां मिल जाते हैं.
खुदा की रहमत सारे संसार पर बरसेमेरे हिस्से की रहमत मेरे यार पर बरसेऐ खुदा मुझे कर देना पानीअगर मेरा यार कभी प्यास से तरसे
किसी को दिल की हालत बताई नहीं जाती, उनकी चाहत हमसे छुपाई नहीं जाती, जाने के बाद उनके, एक बस उनकी याद बची है, दिल से वो याद भी मिटाई नहीं जाती।
शायद फिर वो तक़दीर मिल जायेजीवन के वो हसीं पल मिल जायेचल फिर से बैठें वो क्लास कि लास्ट बैंच पेशायद फिर से वो पुराने दोस्त मिल जाएँ।
समय ही जीवन बनाता है,समय ही जीवन काटता है।
वो विशेष पल होते हैंजो हमारी कहानी बताती हैं।
“ घर से दूर है मस्जिद क्या चला जाएँ,किसी रोते हुए बच्चेको हँसा दिया जाएँ….!
रोते-रोते थककर जैसे कोई बच्चा सो जाता हैहाल हमारे दिल का अक्सर कुछ ऐसा ही हो जाता है
उदास नज़रो में ख़्वाब मिलेंगे,कभी काटे तो कभी गुलाब मिलेंगे,मेरे दिल की किताब को मेरी नज़रो से पढ़ कर तो देखो,कही आपकी यादे तो कही आप मिलेंगे।
मुझे नींद की इजाजत भीउनकी यादों से लेनी पड़ती है,जो खुद आराम से सोये हैंमुझे करबटो में छोड़ कर।
अगर कोई अपना हो तो आइनेजैसा हो,हंसे भी साथ और रोए भीसाथ..!
हम बहुत अजीब सा दोस्ताना करते है,दोस्ती पर सब कुछ वार दिया करते हैं,रिश्तो को तो हम निभाते ही है,पर दोस्ती का अंदाज अलग ही रखा करते है
मेरी हर रात तेरे सपनों से शुरू होती है, और मेरी हर सुबह केवल तुझे याद करते- करते होती हैं।
तेरी याद हर वक्त तड़पाती है, हमें हर वक्त तेरी याद इतना सताती है,
सच्चे दोस्त हमे कभी गिरने नहीं देतेना किसी की नजरों में ना किसी के कदमो में
यादों की गठरी खोली हैं, आज मैंने एक अधूरी मुलाकात मिली है मुझे।
यूँ ना कहो कीये क़िस्मत की बात हैमुझे बर्बाद करने में तुम्हारा भीहाथ है ।
कुछ यादें धुंधली सी पड़ने लगीजब बिछड़ते वक़्त आंखों में नमी बढ़ गई.
दोस्त दिल की हर बात समझ जाया करते हैं,सुख दुःख के हर पल में साथ हुआ करते है।दोस्त तो मिला करते है तक़दीर वालो को,मिले ऐसी तक़दीर हर बार हम दुआ करते है।
हर बच्चे की पहली टीचर उसकी माँ ही होती है।
पंछी के पंखो से भी हल्का था बचपन, ना मुझ पर कोई ज़िम्मेदारी थी ना मैं ज़िम्मेदार था।
दूरियां ही दोस्तों को नजदीक लाती हैदूरियां ही एक दूजे की याद दिलाती हैदूर रहकर करीब है दोस्त कितनादूरियां ही इस बात का एहसास दिलाती है
मुझे तुम्हारी याद बहुत आती हैजब भी मैं वो पुराना गाना सुनता हूँ,जो हम सुना करते थेऔर उसे गलत ही गया करते थे।
समय धीरे-धीरे हर वस्तु को,ठोक पीटकर परिपक्व बना देता है।
सुकून की बात अब नही होती मेरे दोस्त, बचपन वाला Sunday अब नहीं आता, जवानी के साल में।
“ याद तुम्हें जब मेरी आएगीरो रो कर तुम्हें तड़पाएगीचाहे कितनी ही कोशिश कर लोमुझे भूल जाने की लेकिनयाद रखना तुम भूल नहीं पाओगी…!!
आएँगे ज़रूर मुझसे मिलने भले ही कुछ समय बाद आएँगे, पर तब तक बस मुझे मेरे वो दोस्त याद आएँगे।
रोने की वजह भी न थी न हंसने का बहाना था क्यो हो गए हम इतने बडे इससे अच्छा तो वो बचपन का जमाना था |
पुरानी यादें नए आँखें नम कर जात है, सर दर्द कर जाती है नाक में दम कर जाती है।
चेहरे ” अजनबी” हो जाये तोकोई बात नही, लेकिनरवैये “अजनबी” हो जाये तोबड़ी “तकलीफ” होती है!
हम कभी नहीं जानते हो कि तुम कब yaad बना रहे हो।
औकात से ज्यादामोहब्बत करलीइसलिए बर्दाश्त से ज्यादादर्द मिला ।
कभी-कभी आपको एक पल का मूल्यतब तक पता नहीं चलेगा जबतक कि वह याद नहीं बन जाता।
दूरियां होने से कुछ नहीं होता जबपुरानी यादें बहुत हसीन और मीठी हों।
जिसकी शाम अच्छी उसकी रात अच्छी,जिसके दोस्त अच्छे उसकी ज़िंदगी अच्छी।
कुछ मजबूर करती है उसकी यादें,कुछ मुझे भी लिखना अच्छा लगता है.
यह मजेदार है कि कोई आपके बिना नहीं रह सकता है, केवल आपकी यादों में रहता है।
एक ही ईसान था जिंदगी मेंजिसे देख कर लगता थाकि ये कभी साथ नहीं छोड़ेगालेकिन वो भी अकेला छोड़ दिया ।
सर पर ज़िम्मेदारियों का बोझ नहीं शरारतें सवार हुआ करती थी, वो दौर-ऐ बचपन भी कितना हसीं था।
दिल के जज्बात बड़े हो जाते है, जब मुसीबत में भाई खड़े हो जाते हैं.
बात वफ़ा की होतीतो कभी ना हारतेबात नसीब की थीकुछ कर ना सके..!
याद आते हैं तो कुछ भी नहीं करने देते, आप की यही बात बहुत बुरी लगती है
जब किसी से इश्क़ होता है,तब उसकी यादें सिर्फ यादें नहींबल्कि जिंदगी का सुकून बन जाती है.
याद यकीनन दर्द देती है, पर पुरानी यादों को याद करने में मज़ा बहुत आता है।
गुजरे है आज इश्क के उस मुकाम से,नफरत सी हो गयी है मोहब्बत के नाम से…❤️🩹🥀
हम कभी अपने से खफा हो नहीं सकते,दोस्ती के रिश्ते बेवफा हो नहीं सकते।आप भले हम भूल के सू जाओ,हम आपको याद किए बिना सू नहीं सकते।
मत ढूढ़ना मुझे इस जहाँ की तन्हाई में,ठण्ड बहुत हैं मैं हूँ अपनी रजाई में.
वो कॉलेज के दिन – कुछ बातें भूली हुई,कुछ पल बीते हुए, हर गलती का एक नया बहानाऔर फिर सबकी नज़र में आना
तेरी याद हर वक्त तड़पाती है, हमें हर वक्त तेरी याद इतना सताती है, शौक से तुमने भी इश्क किया था, फिर हमारी याद तुम्हें क्यों नहीं आती है।
स्कूल टाइम की वो पैटीज,कॉलेज टाइम के वो समोसे,कही और भी मिलता है क्या
“ जब लाइफ की सबहोप्स डूब रही हो पानी में,फॅमिली की नाव कहीआस पास ही मिलेगी…!!
तुम्हारी यारी की एक निगाह चाहिए,जिगर है बेघर उन्हें एक अपना चाहिए।सिर्फ यू ही संग चलते रहो मेरे दोस्त,ये दोस्ती हमे उम्रभर के लिए चाहिए।
यादें सेब की तरह हैं,एक भी बुरा एक पूरेगुच्छा को खराब कर सकता है।
लाख बेमेहर सही दोस्त तो रखते हो फ़राज़,इन्हें देखो कि जिन्हें कोई सितमगर ना मिला।
यह माना के हम से वो खफा रहे होंगे,हो सकता है वो हमें आजमा रहे होंगे,हम उतनी ही शिद्दत से याद करेंगे उन्हें,जितनी शिद्दत से वो हमें भुला रहे होंगे
मोहब्बत का एहसास तो हम दोनों को हुआ थाफर्क सिर्फ इतना था की उसने किया था और मुझे हुआ था
कभी याद आती हैकभी उनके ख्वाब आते हैं,मुझे सताने केसलीके तो उन्हें बेहिसाब आते हैं।
बच्चों की आँखों ने ख़्वाब देखना बंद कर दिया है, अब उनके सपने मोबाइल ही पूरे कर देता है।
हर एक पहलू तेरा मेरे दिल❤ में आबाद हो जायेतुझे मैं इस क़दर देखूं🙈 मुझे तू याद हो जाये🥰
इज़ाज़त हो तो लिफाफे में रखकर,कुछ वक़्त भेज दूं, सुना है कुछ लोगों को फुर्सत नहीं है अपनों को याद करने की..
शाम ढ़लती है तेरी यादों के पलकों पर और कमबख़्त ये बारिश, बहुत करीब से गुज़रती है ।
आँखों👀 के अंदाज़ बदल😇 जाते हैं , जब कभी हम👨💼 उनके👩💼 सामने जाते हैं👌
मुझे भी सीखा दो भूल जाने का हूनर .मैं थक गई हूँ हर लम्हा तुम्हें याद करते करते..🖤🥀
वादों और यादों के बीच सबसे अच्छा अंतर। वादों को हम तोड़ते हैं। यादों को याद करके हम टूटते हैं।
दुश्मनी जम कर करो मगर इतना याद रहे जब भी फिर दोस्त बन जाये, शर्मिन्दा न हो..
बचपन और जवानी में कुछखूबसूरत यादें बना लो अक्सरयही बुढ़ापे में सुख देती है.
“ हम ने घर कीसलामती के लिए,ख़ुद को घर से निकाल रक्खा है…!!
मोहब्बत जिसे हो जाएउसे मरने की ज़रूरत ही नहींज़िन्दगी ख़ुद हीअलविदा कह देगी ।
तेरी यादें भी किसी क़हर से कम नहीं, रोज़ आती हैं इक नई तबाही लेकर।
उस से कहना तेरे भूल जाने सेकुछ भी तो नहीं बदलाबस पहले जहा दिल हुआ करता थाअब वहा दर्द होता है ।
तुमसे बिछडे तो याद आया कि तुम आखिरी नहीं थेमगर दुबारा जन्म लेना होगा हमें ये भूलनें के लिए
इस #दुनियाँ में सब कुछ बिकता है, फिर जुदाई ही “रिश्वत” क्युँ नही लेती? मरता नहीं हैकोई_किसी से जुदा होकर_बस यादें ही हैं जो_जीने नहीं देती…
जब एल्बम खुली पुरानी तो चेहरा याद आ गया, हर किस्सा याद आ गया वो पुरानी खूबसूरत ज़िन्दगी का हर हिस्सा याद आ गया।
इज़्हार-ए-इश्क़ की ख़ातिर कई अल्फ़ाज़ सोचे थे,ख़ुद ही को भूल बैठे हम, जब तुम सामने आये!!
अगर तू 👧 पत्थर है तो फिर, मेरा 👦 ठोकर खाना 💔 जरूरी है..
दोस्त मेरे सारे हुकुम के इक्के हैं, अजीब हैं लेकिन दोस्ती के पक्के हैं !
तेरी सादगी पर हम यूँ चार चाँद लगा देंगेतुम पहनना साड़ी, हम तेरी माँग में सिंदूर सजा देंगे
सिर्फ वक़्त गुजरना हो तो किसी और को अपना बना लेनाहम दोस्ती भी करते है तो प्यार की तरह
चले जायेंगे मगर यादें सुहानी छोड़ जायेंगेआपके दिल में अपनी निशानी छोड़ जायेंगेकभी रोओगे तो कभी मुस्कुराओगेहम दोस्ती की वो कहानी छोड़ जायेंगे
यू तो हजारों लोग मिल जायेगे लेकिन हाथ पकड़कर चलना सिखाने वाला भाई, बिना नसीब नही मिलता.
हमने भी एक ऐसे शख्स को चाहाजिसको भुला न सके और वो किस्मत मैं भी नहीं
जिंदगी में कुछ किस्से अधूरे रहते हैं,लेकिन उनकी यादें बहुत खूबसूरत होती है.
सच्ची दोस्ती वो नही होती है,जो हर किसी से हो जाती है।सच्ची दोस्ती वो होती है,जिसके होने से अपना सा महसूस हो।
मेरे दादाजी के मन का अंदाजा उनके चेहरे से ही लग जाता है, कि वो अपने पोते की कितनी परवाह आज भी करते है ये पता बातों से लग जाता है।
यारी दिमाग से नहीं दिल से निभाओ,भले ही आपका नाम शौहरत कितनी बड़ी हो,,मगर हर कदम अपने दोस्तों से मिलाके चलो।
जाता हूँ अभी भीकॉलेज की उन गलियों में,हर खिड़की में आज भीतू नज़र आती है।
वो उस जमाने का टाइम थाजब कॉलेज के लिए माँ के पैर छूकर ही निकलते थेअब फ़ोन की बैटरी फूल होने पर ही निकलते है
आज पड़ी जब नजर पुराने किताबों पर तो बीते Collageके वो दिन याद आ गए दोस्तों के साथ बिताए वो मस्ती भरेपल Collage के वो किससे फिर से तरोताजा हो गए
सारी रात जागा जिसके लिएवो अबकिसी और के लिएजागने लगी है।
काश आज मेरी साँस रुक जाए,सुना है की साँस रुक जाए तो रूठे हुए भीदेखने आते है ।
लोग मुझसे पूछते हैं कि तुम्हारीआंखें हमेशा लाल क्यूं रहती हैहम भी हंसकर कह देते हैंहम नशा करते हैं किसी की यादों का ।
वक्त जख्म देता भी है,वक्त जख्म भरता भी है।
अब हम 👦 फिर ना मिलेंगे, ढूंढते रहना, तेरे दर्द 💔 का अब ये असर आखिरी है !!!
यादें सबूत इस बात की,जाने वाले गए नहीं है, अब तक… !!
सामने बैठे रहो दिल को करार आएगा ,जितना देखेंगे तुम्हे उतना ही प्यार आएगा ..
ये चाँद चमकना छोड़ भी दे, तेरी चांदनी मुझे सताती है तेरे जैसा ही था उसका चेहरा, तुझे देख के वो याद आती है…!!!
वक़्त पर सीखोअपने प्यार की कदर करनालोग वापस नहीं आतेएक बार चले जाने के बाद.!
दुश्मनी ने सुना न होगा,जो हमें दोस्ती ने दिखलाया।
दिल मैं में जिनको भी जगह देता हूँ,खुद से ज़्यादा मैं उनका ख्याल रखता हूँ।जैसे के तुम मेरे दोस्त।
जिंदगी ने जीवन जीने के पाठ सिखाये, परंतु दादाजी ने जिंदगी जीने के अलग स्वरूप दिखाये।
बहाना नहीं चाहिए होता था खुश होने का, ना रोने की कोई ठोस वजह होती थी, ना डांटता था कोई गलतियों पर मुझे, ना गलतियों की कोई ठोस सजा होती थी।
आप रुक सकते है लेकिन समय नहीं,इसलिए धीरे ही सही लेकिन चलते रहे।
“ सुनो, तुम एक बार पुछ लो कि ‘कैसा हुँ,घर मेँ पङी सारीदवाईयाँ ना फेँक दुँ तो कहना…!!
मरना भी मुश्किल है जिस शख्श के वगैर, उस शख्स ने ख्वाबों में भी आना छोड़ दिया।😑
हम सब एक दिन याद बन जायेंगे,इसलिए कोशिश यहीं होनी चाहिए,कि यादें अच्छी बने.
जाने कब बीत गए वो दिन बचपन के ना खबर हुई ना सबर हुआ।
बता किस कोने में सुखाऊं तेरी यादेंबरसात बाहर भी है और अन्दर भी.
पूरा हक हैं तेरा मुझपरतू जताया भी करऔर न पुछू तो बताया भी कर।Pura haq hain tera mujhpar,Tu jataya bhi kar,Aur na puchu to bataya bhi kar…
“ खुद को मनवाने कामुझको भी हुनर आता है,मैं वह कतरा हूँसमन्दर मेरे घर आता है…!!
“ घर की खूबसूरती घरकी बनावट से नहीं,वहा रहने वाले लोगों से होती हैं…!
भूल जाता हूँ मैं सब कुछ आपके सिवा, यह क्या मुझे हुआ है,क्या इसी एहसास को दुनिया ने इश्क़ का नाम दिया है।
कुछ खूबसूरत पलों की महक सी हैं तेरी यादें सुकून ये भी है कि ये कभी मुरझाती नहीं…!!!
ना कर जिद अपनी हद मे रह ए दिल, वो बड़े लोग है मर्जी से याद करते है…।
मुझे याद आ रहा है वो बचपन का किस्सा वो एक ही रोटी हम तीनों दोस्तों का हिस्सा।
दोस्त रूठ गए तो कोई ख़ुशी न होगी,आपके बिना चिरागो में रोशनी न होगी।क्या कहू कैसी गुजरेगी दिल पर ऐ यार,प्राण तो रहेगे लेकिन ज़िंदगी न रहेगी।
आज़ाद कर देंगे तुझेअपनी मोहब्बत की क़ैद से,करे जो हमसे बेहतर कदरपहले वो शख्स तो ढूंढ़ !
माँ का दिल इतना बड़ा है कि उसमें आपको हमेशा माफ़ी ही मिलेगी।
जो तू चाहे वो तेरा हो,रोशन रातें और खूबसूरत सवेरा हो।जारी रहें हमारी दोस्ती का सिलसिला,कामयाब हर मंजिल पर दोस्त मेरा हो।
हदें टूट जाए पर दोस्ती न टूट पाए,दिल में बस यही अरमान दबाएँ है।
तन्हाई ना पाए कोई साथ के बाद,जुदाई ना पाए कोई मुलाकात के बाद,ना पड़े किसी को किसी की आदात इतनी,कि हर सांस भी आए उसकी याद के बाद।
काश तेरी यादों की तरह मैं भी तेरे पास इतनी ही तेज़ी आ जा सकता।
दिल के समुन्दर में एक गहराई है,उसी गहराई से तुम्हारी याद आई है,जिस दिन हम भूल जाये आपको,समझ लेना हमारी मौत आई है।
“ काश मेरा घर तेरे घर के बराबर होता,तू ना आती तेरी आवाज़ तो आती…!!
मिलते-झुलते रहेंगे आपकी भावनाओँके साथ आज से होगी आपके जीवनकी शुभ शुरुवात
ऐ रब मेरी दुआओं का इतना तो असर रहे, मेरे भाई के चेहरे पर हमेशा मुस्कुराहट रहे.
दिल ने मजबूर इतना किया, की फिर तुझे याद करना ही पड़ा।
वादा ना करो अगर तुम निभा ना सको,चाहो न उसको जिसे तुम पा ना सको।दोस्त तो दुनिया में बहुत होते है,पर एक खास रखो जिसके बिना मुस्कुरा ना सको।
टूट जायेगी तुम्हारीजिद की आदत भी उस दिन,जब पता चलेगा कीयाद करने वाला अब याद बन गया ।
नींद😴 पिछली सदी से ज़ख्मी🤕 हैख़्वाब अगली😩 सदी के देखते हैं
सुकून की तलाश में हम अपना दिलबेचने निकले थेखरीददार ऐसा मिला केदर्द भी दे गया और दिल भी ले गया ।
देखी जो नब्ज मेरी हँस कर बोला वो हकीमजा जमा ले महफिल पुराने दोस्तों के साथतेरे हर मर्ज की दवा वही है
कॉलेज एक परिवार होता है जहाँ हर दिन रविवार होता हैहर दिल में बहुत प्यार होता हैऔर आखरी दिन बड़ा ही बेकार होता है
मंजिल पर सिर्फ तस्वीर ली जाती है,यादे तो आज भी सफर में ही बनती है.
“ उड़ा देती है नींद कुछजिम्मेदारियाँ घर की,रात में जागने वालाहर शख्स आशिक नही होता…!!
जब भी दिल उदास होता हैतो कॉलेज के वो दिन याद कर लेता हूँ,कहाँ मिलेंगे ऐसे यार यही सोचकरअपनी आखें नाम कर लेता हूँ.
हद से बढ़ जाए तालुक तो गम ही मिलते है, मेरे दादाजी जैसे अच्छे इंसान बहुत कम ही मिलते है।
कही धूप है तो कही छाय भी होगी,मेरी हर ख़ुशी यार तुम्हारें नाम होगी।कबही माग कर तो देख मुझसें ऐ दोस्त,होठो पे हसी हथेली पे मेरी जान हाजिर होगी।
मेरी धड़कनो में आप का ही राज होगा,मेरी बात का बस यही अंदाज होगा।कभी बेवफाई नहीं करते हम दोस्ती में,मेरी दोस्ती पर आप को हमा नाज़ होगा।
कुछ खूबसूरत पलों की महक सी हैं आपकी यादें, सुकून ये भी है कि ये कभी मुरझाती नहीं।
तेरा हाल पूछे भी तोकिस तरह पूछे सुना हैमोहब्बत करने वाले बोला कमऔर रोया ज़्यादा करते है ।
जब वो लड़की मुझे पहलीबार देख कर मुस्कुराई थी,हम तो तभी समझ गये थे येलड़की हमे उम्र भर रुलायेगी।
दुनिया मे मोहब्बत आज भी बरकरार है,क्योंकि एकतरफा प्यार अब भी वफादार है..
मेरी हर जरुरत को वो पूरा करता हैं, मुझे कभी भी किसी चीज की कमी ना हो इस बात का ध्यान मेरा भाई सबसे ज्यादा रखता हैं।
हां मैं जानता हूं पहरा है सख्त रातों का, मगर यकीन है यहीं से निकलेगा काफिला तेरी यादों का।
दीपक की रोशनी भी मद्धम लगती है मेरे दादाजी की मुस्कुराहट के आगे, रिश्तों के मेलजोल भी अधुरे से लगते है आपकी चहल पहल के आगे।
भाई-भाई का रिश्ता ख़ास होता हैं, अक्सर ये दिल के बहुत पास होता हैं, रामायण और महाभारत का उदाहरण देख लो जब भाई-भाई लड़ते है तो कुल का नाश होता है.
ऐ मोहब्बत बता क्या दिल तोड़ना हीतेरा पेशा है !मर जाती है रूहमैंने मोहब्बत में लाशों को चलते हुए देखा है !
किस हद तक जाना है ये कौन जानता है,किस मंजिल को पाना है ये कौन जानता है।दोस्ती के दो पल जी भर के जी लो,किस रोज़ बिछड जाना है ये कौन जानता है।
अगर आए तुम्हे हिचकियाँ,तो माफ़ करना मुझे,क्योंकि इस दिल को आदत है,तुम्हे याद करने की.
पतंग नहीं मानो आइना था जैसे आज हवा में उड़ता हुआ मुझे मेरा बचपन दिखाई दिया।
तुम्हें दिल में हजार बार याद करता हूँ,मैं तुम्हें तुमसे ज्यादा प्यार करता हूँ ।
“ ठहाके छोड़ आये हैंअपने कच्चे घरों मे हम,रिवाज़ इन पक्केमकानों में बस मुस्कुराने का है…!
अपना तो कोई दोस्त नही है, सब साले कलेजे के टुकडे है !
हर रात मेरे सीने से लिपट कर सोया करती हैं यादें तेरी.
बारिशें आ गईं और चली भी गईं कोई दिल में सिवा, तेरे आया नहीं जब भी सज़दा किया, नाम तेरा लिया भूल जाना तुझे, हमको आता नहीं ।
डर लगता है तेरी यादोंको छूने से भी,कही आँसू मे बह ना जायेचंद पल कि खुशियाँ मेरी।
तमन्ना ये नहीं कि भुलाएं किसी को हम,आरजू ये नहीं है कि रुलाएं किसी को हम,याद करते हैं जिसको जितना बसतमन्ना है कि याद आएं उतना ही किसी को हम।
हम गए उनकी गली में,तो वो फूल बरसाने लगे,जब देखा उनकी मम्मी ने तो,साथ में गुलाब भी आने लगे।
बंधे नहीं रहते थे किसी ज़िम्मेदारी की ज़ंजीर से बचपन में, तभी ये नन्हे पॉवं रुकने का नाम नहीं लेते थे।
जब भी मैं अपनी पुरानीज़िन्दगी को सोचता हूँ,बस उसी यादों मेंखोया सा रहता हूँ।
तू मिले या ना मिले ये मेरे मुकद्दर की बात है, सुकून बहुत मिलता है तुझे अपना सोचकर।
वो बिछड़ के हमसे ये दूरियां कर गई,न जाने क्यों ये मोहब्बत अधूरी कर गई,अब हमे तन्हाइयां चुभती है तो क्या हुआ,कम से कम उसकी सारी तमन्नाएं तो पूरी हो गई।
कुछ रिश्ते खून के होते हैं,कुछ रिश्ते पैसे के होते हैं।जो लोग बिना रिश्ते के ही रिश्ते निभाते हैं,शायद वही दोस्त कहलाते हैं।
कौन कहता है मुझे फिक्र नही है तुम्हारी, मैं तो तुम्हारी यादो का भी तकिया बना कर सोता हूँ।
दिल में होता है प्यार बहुत चाहे ज़ुबॉ पर कङवे बोल होते हैं, दुख-सुख में साथ देने वाले भाई अनमोल होते है
मुस्करा के उतार देते हैं उम्रः की चद्दर,ये कमीने दोस्त कभी बूढ़ा नही होने देते।
माँ हमारी सबसे पहली, सबसे अच्छी और हमेशा रहने वाली दोस्त होती है।
धूल हटाकर उन किताबों से जब खोला मैंने उनको आज , याद तेरी फिर आ गई मुझको, वो फूल मिला जब बरसों बाद।
माँ की ममता: सभी प्यार यहीं से शुरू हैं और यही पर ख़तम हैं।
वर्तमान में ऐसा काम करिये जिससेआपके अतीत कागलत काम भी सही हो जाये
“ तुम परिन्दें का दुःख नहीं समझे,पेड़ पर घोंसला नहीं घर था…!!
तेरे हर सवाल पर यू ही नही में खामोश हो जाता हूँ,हुस्न -ऐ -अदा तेरी देख में हर लफ्ज़ भूल जाता हूँ
बोलने को जब कुछ न हो, तो खास यादें ही पास होती हैं।।
“ अजब अंदाज से ये घर गिरा है,मिरा मलबा मिरे ऊपर गिरा है…!!
परवाह करने वाले अक्सर रुला जाते है,अपना कहकर पराया कर जाते है,वफ़ा जितनी भी करो कोई फर्क नहीं,“मुझे मत छोड़ना” कहकर खुद छोड़ जाते.!
न जाने क्यों हमें आंख भिगाना नहीं आता,न जाने क्यों हाल-ऐ-दिल समझाना नहीं आता,क्यों सारे दोस्त बिछड़ गए हमसे,शायद हमें ही साथ निभाना नहीं आता
अगर बच्चे खुश नहीं तो माँ भी खुश नहीं रह सकती।
कुछ लम्हों का साथ,और जिंदगी भर की यादें दी हैं तुमने.
यादें करवट बदल रही हैं,और मैं तन्हा-तन्हा सा हूँ,वक़्त भी जिससे रूठ गया है,मैं उस बेबस लम्हा सा हूँ.
अजीब जुल्म करती हैं तेरी यादें मुझ परसो जाऊं तो उठा देती हैं जाग जाऊँ तो रुला देती है
“ चले हैं घर से तो धूपसे भी जूझना होगा,सफ़र मे हर जगहघने बरगद नही मिलते…!
मोहब्बतों में दिखावे की दोस्ती न मिला,अगर गले नहीं मिलता तो हाथ भी न मिला।
हर पल हम आपके साथ हैं,तनहाइयों में होकर भी हम आपके पास हैं,आपका हो न हो पर हमें,आपकी कमी का हर पल अहसास है
मेरे सीनियर ने थोडा सताया भी पर बड़ेभाई की तरह प्यार जताया भी थोडापरेशान भी किया रास्तों पर, पर सहीरास्ता बताया भी.
हमरी किस्मत मेंतो सिर्फ यादें हैं तुम्हारी,जिसके नसीब में तू हैउसे ज़िन्दगी मुबारक।
मेरे जीवन के हर पहलू में,तेरा भी एक है रंग रहा।अब तू तो न है संग मेरे,पर तेरी यादों का है संग रहा।
तुझे पाना, पाकर खोना था,मेरे साथ भी ये हादसा होना था।Tujhe pana, pakar khona tha,Mere sath bhi ye hadsa hona tha….
दोस्ती में न जाने कितने वादे निभाए हैं,और दोस्तों ने आज ये दिन दिखाए है।दोस्त का दिल ना दुखे हमेशा ये चाहा,खुद ने अकेले में बहुत आंसू बहाएँ हैं।
कॉलेज के दिन भी कितने श्याने थे,हजारों वजह थी क्लास ना लेने कीऔर क्लास लेने की सिर्फ तुम
आज तक मन में एक सवाल हैमिलेंगे स्कूल के टीचर तो पूछूंगा जरूरये थीटा कोस और टेन थीटा काउपयोग आखिर करना कहा है
यों लगे दोस्त तेरा मुझसे ख़फा हो जाना,जिस तरह फूल से ख़ुश्बू का जुदा हो जाना।