These 2 Line Deep Meaning Shayari In Hindi will touch your heart. You can share this shayari with your loved ones and family on WhatsApp and Facebook.
तलब ये के तुम मिल जाओ….हसरत ये के उम्र भर के लिए!!🥰
हर सुबह मेंरी किताब के पन्ने नम होते है तुम तक न पहोचकर मेरे शेर बहोत रोते है
क्या ही फर्क पड़ा है किसी को तुम्हारे नाराज़ होने से,वक्त के साथ बदल जाओ, इतना बर्बाद होने से।
हम बुरे है हम भी मानते है,तुम कहते हो तो बुरा लगता है.
सब कुछ पा लिया तुमसे इश्क़ करके , बस कुछ रहा गया तो वो हो तुम।
याद वो नहीं जो अकेले में आये बल्कि वो है जोमहफ़िल में आये और अकेला कर जाए..!
जिंदगी किसी से वफ़ा’ नहीं करती,और मौत किसी को ‘धोका’ नहीं देतीं।
तेरे आरीज़ों लब छूकर आयी होगी हवाए तेरी गली होकर आयी होगी अजीब नमी है इसके छूने मे आज गीली ज़ुल्फो से लिपटकर आयी होगी
तुम क्या जानो हाल हमारा..!एक तो शहर बंद, उपर से खयाल तुम्हारा..!!
पूछा जो हमने किसी और की होने लगी हो क्या,वो मुस्कराकर बोली पहले तुम्हारी थी क्या ….
काश तुम भी मुझे ऐसे चाहोजैसे तकलीफ में इंसान सुकून चाहता हैं
दिल की तकलीफ़ कम नही करते,अब कोई शिकवा हम नही करते….
ना जख्म भरे, ना शराब सहारा हुई ना तुम लौटे, ना मोहब्बत दोबारा हुई !
दिल की धड़कन में बसती है तेरी यादें,मेरे इश्क की रौशनी हैं तेरी निगाहें।
जिसे सोच कर ही चहरे पर ख़ुशी आ जाये वो खूबसूरत एहसास हो तुम!!💖
बचपन छोड कर जवानी में क्या आएये दुनिया तो.गोल से मतलबी हो गई यार..!!
तरस गये है हम तेरे मुंह से कुछ सुनने को हमप्यार की बात न सही कोई शिकायत ही कर दे
एक शाम और ढल गई,एक दिन और जी लिए हम तेरे बगैर !!
सच्चा प्यार किसी भूत की तरह होता हैबातें तो सब करते है देखा किसी ने नहीं
जो होता ही नहीं कहानी मैं कहानी का वही किरदार हूँ मैं
दोस्ती उसी से करिएगा,जिससे आप उम्र भर झगड़ भी सकेऔर लिपटकर कर रो भी सके !
हो के तुम मेरे मुझको मुकम्मल कर दो,अधूरे-अधूरे अब हम ख़ुद को भी अच्छे नहीं लगते।
कभी तो सुबह का कुछ ऐसा नज़ारा होखुले जब आंखे मेरी सामने चेहरा तुम्हारा हो..
किसी एक की चाहत बनो हर किसी की तमन्ना नही,जो मजा उस एक के इश्क में है वो नशा किसी और में नही..
ऐसा नही की आपकी याद आती नही,ख़ता सिर्फ़ इतनी है के हम बताते नही !
गली दबा के दाँतो में वो मुस्कुरा दिए,इतनी सी बात ने कई तूफां उठा दिए! ?
सारी दुनिया से मुलाकातें एक तरफतेरे साथ बैठना तुझे देखना एक तरफ़।
कैसे बयान करें सादगी अपने महबूब की,पर्दा हमीं से था मगर नजर भी हमीं पे थी।
नफरत मत करना हमसे हमे बुरा लगेगा,सिर्फ प्यार से बोल देना अब तुम्हारी जरूरत नही
कुछ टूटे हैं ख़्वाब मेरे कुछ को अब भी बुन रहाजो उठ रही आवाज़ें मुझ पर उनको भी सुन रहा।
तेरी बातें ही सुनाने आएदोस्त भी दिल ही दुखाने आए।
जितना गहरा प्यार होता हैउतना ही गहरा वार होता है।
लोग कहते हैं। जिन्दगी छोटी सी हैं।भगर मुझे सदियाँ हो गयी उसके बिना जीते जीते।।
जिंदगी में अगर खुश रहना है तो,अपना दर्द छुपाना सीख़ालो।
वो रिश्ता जो उम्र भर ना टूटे तुमसें,मुझे उसका हिस्सेदार बनना है..!
नहीं बस्ती किसी और की सूरत अब इन आँखों में,काश की हमने तुझे इतने गौर से ना देखा होता ..
दर्द से भरा है तू ? एक दिन सब ठीक होगा रुलाने वाला तेरा भी हैं तेरे सारे घाव भर देगा
कितनी खूबसूरत हो जाती है दुनिया जब कोई अपना कहता है के तुम बहुत याद आ रहे हो!!💌😍
वो मिल जाये तो इस चाहत को समेटे रखना नजर न लग जाये दुनिया से बचा के रखना।
उतर रही हो या चढ़ रही होक्या मेरी मुश्किलों को पढ़ रही होगुलज़ार
मेरे साथ बैठ कर रोया वक्त भी एक दिनबोला ‘तू तो ठीक है मगर, मैं ही खराब हूं’
उजालो में हाथ थाम कर रखा था अच्छा हुआ अँधेरे ने परख करा दी अपनों की
रास्ता सुनसान था तो मुड़ के देखा क्यूं नहीमुझ को तन्हा देखकर उसने पुकारा क्यों नही
इसान अगर दिल से खेलना छोड़ देतो किसी की भी मोहब्बत अधूरी नही होगी !
उदास दिलो को हमदर्द मिलते हैहमसफर नही.!
उम्मीद तो नही फिर भी उम्मीद होकोई तो इस तरह आशिक़ शहीद होगुलज़ार
हवा से कह दो कि “खुद को आजमा के दिखाये,बहुत चिराग़ बुझाती है, “एक जला के दिखाए.
तेरा हाथ पकड़कर घूमने का मन करता है,फिर चाहे वो हकीकत में हो या ख्वाबों में..!!
के देख के मेरी हालत को जब वो मुस्कुराने लगे,खूब रोए थे हम जब वो बिछड़ के ऐसे जाने लगे।
मैं लव हूँ पर मेरी बात तुम हो,और मैं तब हूँ जब मेरे साथ तुम हो
है इश्क तो फिर असर भी होगा,जितना है इधर , उधर भी होगा..
कुछ लोग सिर्फ एक दूसरे के लिए बने होते है,जैसे कि मैं और तुम.!!
शहर में हसीनाएं कम कहाँ रहते है चर्चे मगर दो चार के
बेहद सर्दी भी गर्मी सी लगने लगती है,जब निगाहे तेरी मेरी निगाहो से मिलने लगती है..
हर शख़्स में थोड़ी-बहुत कमियाँ जरूरी है,इंसान हो तो इंसान लगना भी जरूरी है… !
ये मोहब्बत है या सिर्फ चाहत है कुछ है दिल में या देखने की आदत है
हवा चुरा ले गई मेरी शायरी की किताब,देखो आसमां पढ़ के रो रहा है बेहिसाब आज।
हज़ारों से बातें नही करनी,हजार बातें करनी है सिर्फ तुमसे !
दिल ना उम्मीद तो नही….नाकाम ही तो है,लंबी है गम की शाम मगर शाम ही तो है…
हम उसे नाराज़ समझ रहे थे,मगर वो तो कहीं और उलझा था । “
दर्द है मगर ज्यादा नहीं हैंनाराज हूँ मगर बिछड़ने का इरादा नहीं हैं.!
तुम्हारे सिवा मुझे कुछ नहीं चाहिए,,,यार जो भी हो बस तुम ही हो..!
देखो तो ख्वाब है ज़िन्दगी, पढ़ो तो किताब है ज़िन्दगी, सुनो तो ज्ञान है ज़िन्दगी, हस्ते रहो तो आसान है ज़िन्दगी।
लोग कहते है मोहब्बत एक बार होती है,लेकिन मुझे तो एक हि इंसान से बार बार होती है..!
एक दिल , एक जिस्म एक मैं,एक तू यही ख्वाब है मेरा !!!🤍💟
दिल भर गया मोहब्बत से उसका में भी पहले सा दीवाना नही वो तो बदल जैसी है कभी भी बरसे पर मुजे बुखार है मुजे भीगाना नही
माहौल गरम हो या हो बातों में चिंगारीमै मसरूफ हूं अपने काम में, मुझे भाती नही ये दुनियादारी।
इश्क़ उतना ही कर जितना तू सह सकेबिछड़ना भी पड़े तो कम से कम ज़िंदा रह सके।
मरना भी मुश्किल है जिस शख्श के वगैर, उस शख्स ने ख्वाबों में भी आना छोड़ दिया।😑
कौन है जिसमे कमी नहीं होती,आसमान के पास भी तो जमीं नही होती..
दिल की तकलीफ़ कम नही करते,अब कोई शिकवा हम नही करते…
खफा रहने का शौक भी पूरा कर लो तुमलगता है तुम्हे हम “जिंदा” अच्छे नहीं लगते…??
जो इंसान आपको खुश रख सकता है,उससे ज्यादा ‘Perfect’आपके लिए कोई नहीं हो सकता !
तुम सुकून का वो लम्हा होजो हर पल चाहिए मुझे..!!
मुहब्बत बुरी है बुरी है मुहब्बत,कहे जा रहे हैं, किये जा रहे हैं…
कितना हसीन इत्तेफाक़ था तेरी गली में आने का,किसी काम से आये थे… किसी काम के ना रहे।
बस एक तुम्हें ही मांगा हैं,पूरी दुनियां का मैं क्या करूं
ऐ मोहब्बत, तुझे पाने की कोई राह नहीतू तो उसे ही मिलेगी जिसे तेरी परवाह नहीं
हम खामोश रहकर अब तुम्हारा सब अजमाएंगे,देखते है अब हम तुम्हे कब याद आयेंगे
मोहब्बत का एहसास तो हम दोनों को हुआ थाफर्क सिर्फ इतना था की उसने किया था और मुझे हुआ था
Woh Khud Ek Sawaal BanKe Rah Gaya, Jo Meri Puri Zindgi Ka Jabbab Tha. वो खुद एक सवाल बन के रह गया, जो मेरी पूरी ज़िंदगी का जवाब था।
ख़ुदा को कहता आया हु ‘सनम’ इस सबब से न उसको पा सकूँगा कभी न ख़ुदा मिलना है मुझे
तेरी फिक्र हम आज भी करते हैं,बस पहले हक था और अब नहीं
मोहब्बत में उस शख़्स से हारे हैजो कहता था कि हम सिर्फ तुम्हारे है.!
जुगनू कोई सितारों की महफ़िल में खो गया,इतना न कर मलाल, जो होना था हो गया.बशीर बद्र
जिंदगी संवारने को तो सारी जिंदगी पड़ी है,अभी बस वो लम्हा संभाल लो.. जहां जिंदगी खड़ी है।
देखो ना इतने शौक़ से ऊँची इमारतें, मुमकिन है कि नींव में अरमान दफ़न हों।
मोहब्बत उसी से करनाजिससे उम्र भर लड़ने की ठानी हो..!!
जिंदगी होगी तो कल फिर फिकर होगी तेरी,अगर इसी रात हम चल बसे तो ख्याल रखना अपना..!
तू हर रोज़ देखता है उसे और मुझे उसको देखे ज़माने हुए पर उसके चेहरे को में आज भी तुमसे बेहतर लिख दूंगा
कोई तीर होता तो, दाग़ देते तेरे दिल पर,कम्भख्त मोहब्बत है, जताई भी नहीं जाती!!
वो देखता सबकुछ हैबस फैसला देर से करता है..!
मोहब्बत एक दम ग़म का एहसास होने नही देती,ये तितली बैठती है ज़ख़्म पर आहिस्ता-आहिस्ता !!
रातों को नींद ना आना बेशक प्यार है,पर इन चक्करों में जो ना पड़े वही समझदार है.
Pasand Aa Gaye Hain Kuchh Logon Ko Hum, Kuchh Logon Ko Yeh Baat Pasand Nahin Aayi. पसंद आ गए हैं कुछ लोगों को हम, कुछ लोगों को ये बात पसंद नहीं आयी।
ज़िंदगी रोज़ कोई ताज़ा सफ़र मांगती हैऔर थकान शाम को अपना घर मांगती है।
बात रोने की लगे और हंसा जाता हैयूं भी हालात से समझौता किया जाता है।
किसी ने क्या खूब लिखा हैमोहब्बत नहीं, यादें रुलाती हैं.!
ग़लती ये हई…कि कामयाब होने से पहले इश्क़ कर लिया.!
क्या मिला मुझसे दूर रह करलोग आज भी तुझे मेरीमोहब्बत कहते हैं।
बेर-सबब बात बढ़ाने की जरूरत क्या हैहम खफा कब थे मनाने की जरूरत क्या है।
ख्वाब एक ये की तुम सिर्फ हमारी होंहकीकत ये की ख्वाब ही तो हैं.!
थकान से चूर हूँ अब तक समझ नहीं आता, मैं तेरे शहर से ऐसा भी क्या उठा लाया हूँ?
अश्कों से भीगे पन्ने पर यूँ लफ्ज़ सिमटते गए,दर्द से बेहाल कलम और ज़ज़्बात पिघलते गए।
ना उम्मीद सी हो रही है ये मेरी सभी उम्मीदें !अरमां था कभी तेरे सीने से लिपटकर जी भर के रोने का !!
अपने तो हजारों हैकमी तो अपनेपन की है ।
इस ज़ालिम दुनिया में इतना खो गया हूँ की मुझे हकीकत और सुपनो में फर्क ही समझ नहीं आ रहा है।
ऐसा नहीं कि दिल में तेरी तस्वीर नही थी..बस हाथों में तेरे नाम की लकीर नही थी।
प्यार और दोस्ती में जगह मिली नहीं फिर अकेले खुश रहना सिख गए
उसने देखा ही नहीं अपनी हथेली को कभी,उसमें एक हलकी सी लकीर मेरी भी थी !
जिसे सोचकर ही दिल खुश हो जाए,वो प्यारा सा एहसास हो तुम..!🥰❤️
अंगड़ाईया लेते लेते ही रुक जाते है ये,कमाल करते है सुबह सुबह ही मुझमे खो जाते है ये .
मुझसे जुदा हुए तो बरसों हो गये हैं, घडी अब तक पहनते हो, किसका इंतज़ार रहता हैं।
वक्त भी…कैसी पहेली दे गया…उलझने सौ… जां अकेली दे गया…
प्यार कभी वादों का मोहताज नहीं होता,माँ कोई वादा नहीं करती, सिर्फ निभाती है.
ना जाने इतना प्यार कहां से आया हैतुम्हारे लिये कि मेरा दिल भी तुम्हारेखातिर मुझसे रूठ जाता है
मुद्दतों बैठे रहे हम तेरे एहसास के साथदूर के दूर रहे और पास के पास…
अपनी मर्जी से कहाँ अपने सफ़र के हम हैंरुख़ हवाओं का जिधर का है उधर के हम हैं
बेवक्त बेवजह बेसबब सी बेरुखी तेरीफिर भी बेइंतहा चाहने की बेबसी मेरी।
हर बार हम पर इल्जाम लगा देते हो मुहब्बत का,कभी खुद से भी पूंछा है इतनी खूबसूरत क्यों हो!
निकल पड़े है खुद की खोज में हम, बस अब राहों में किसी से रिश्ता नहीं बनाते।
कास तुम पूछते सुकून कहा हैऔर हम निंगाऐ उठाकर तुमे देखते लेते..।
ना जाने यह कैसी मोहब्बत है तुझसेबात नहीं होती फिर भी दिल को फ़िक्र बस तेरी होती है
कुछ इस तरह से हमारी बातें कम हो गईकैसे हो से शुरू और ठीक हूं पर खत्म हो गई।
वो पीला कर जाम होठों से अपनी मोहब्बत का,अब कहती है नशे की आदत अच्छी नहीं होती. !!
क्या मिला मुझसे दूर रह करलोग आज भी तुझे मेरीमोहब्बत कहते हैं।
हजारों चेहरों में,एक तुम ही दिल को अच्छे लगे।वरना ना तो चाहत की कमी थी,और ना ही चाहने वालो की।
तुम्हारी फिक्र है मुझे इसमे कोई शक नही,तुम्हे कोई और देखे किसी को ये हक नही।
कुछ नही सूझता जब किरदार छोटा हो, किमत उसकी भी होती है जो सिका खोटा हो।
मेरा खालीपन बताता है मुझे,कितनी जगह दे रखी थी उसे..।
हमें ख़बर भी नहीं होती कि हमकितने लोगों से आख़िरी बार मिल रहे होते हैं!
नहीं होते हो, तब भी होते हो तुम,हर वक़्त जाने क्यों, मेहसूस होते हो तुम..!!!
मेरे होंठो पर लफ्ज़ भी अब तेरी तलब लेकर आते हैं,तेरे जिक्र से महकते हैं तेरे सजदे में बिखर जाते हैं।
हल्की फुल्की सी है जिंदगी,बोझ तो ख्वाहिशों का है.
तेरे इश्क़ में में इस तरह नीलाम हो जाऊ….आख़री हो तेरी बोली और में तेरे नाम हो जाऊ!!💟
हर तमन्ना जब दिल से रुखसत हो गई,यकीन मानिए फुरसत ही फुरसत हो गई..!
हुआ सवेरा तो हम उनके नाम तक भूल गएजो बुझ गए रात में चरागों की लौ बढ़ाते हुए।
बदतमीज़ है यार तेरे गालिया बहोत देते है खत आये उनका यो सरे महेफिल न खोलना
हमदर्द नही बन सके,दोनों ही दर्द में जीते रहे…!
मोहब्बत बेमिसाल तब होती है,जब चाहने वाला बेशुमार इज्जत करें !
गुस्सा उन पे नही खुद पर आता हैकी मैंने उनसे इतना प्यार ही क्यों किया ।
आती तो मेरे कंधे तक भी नहीं थीलेकिन रोज कहती थी कि तेरा गला दबा दूंगी।
“दिल से प्यार किया है तो दिल से निभाएंगे,जब तक जिंदा है तुझे जान से भी ज़्यादा चाहेंगे……
मुझे नहीं मालूम वो पहली बार कब अच्छा लगामगर उसके बाद कभी बुरा भी नहीं
तुम थे तुम हो तुम ही रहोगेकुछ इस तरह के अल्फ़ाज़ थे उसके।
बिन सोये गुजर रहीं हैं,ये राते तुम पर कर्ज होंगी।
दिल के रिश्ते किस्मत से मिलते है,वरना मुलाकाते तो हजारो से होती है.
हाल तो सब पूछ लेते हैं,तुम ख्याल रखना मेरा..!☺️❤️
ये बात दावे के साथ कह सकता हूँ उम्र भर उसे मेरा इश्क़ याद रहेगा
कभी कभी अधूरी मोहब्बतइंसान को पूरा खा जाती हैं।
जो वक़्त बिता उसे वापस बुला न पाया, और जो छोड़ गया उसे कभी भुला न पाया।
रूह में बसे हुए लोगदिल से कभी नहीं निकलते।
हमने तो मोहब्बत छोड़ दी,पर कमबख्त मोहब्बत ने हमें कहींका नहीं छोड़ा..!!
अजीब जुल्म करती हैं तेरी यादें मुझ परसो जाऊं तो उठा देती हैं जाग जाऊँ तो रुला देती है
इस दौर में इंसान का चेहरा नहीं मिलता, कब से मैं नक़ाबों की तहें खोल रहा हूँ।
रंग देखने को तब मिलते हैं बड़े नसीब से,जब गुजरना पड़ता है किसी के बेहद करीब से।।
शौक-ऐ-नजर की खातिर चाहा था बस देखना,बेहद ही मासूम थे वो मासूमियत से दिल में उतर गए.
तुमको पाने के लिए सब कुछ छोड़ दिया,और तुम्हारी खुशी के लिए तुम्हें भी छोड़ दिया
इक शख़्स.. कुछ लम्हे.. कई यादें बतौर इनाम मिलेइक सफर पर निकले और तजुर्बे तमाम मिले
हर किसी के पास अपने अपने मायने है , खुद को छोड़ सिर्फ दुसरो के लिए आईने है
ज़िन्दगी तब खूबसूरत लगती है,जब इसे खूबसूरत बनाने वाला साथ हो..!🥰💙
नज़र, नमाज़, नज़रिया सब कुछ बदल गयाइक रोज़ मुझे इश्क़ हुआ और मेरा खुदा बदल गया..
अच्छी सोहबत में रहने की मुझे कोई नसीहत न दे यहाँ कोई इतना भी बिगड़ा हुआ नही की मुजे बिगड़ दे
खुद को समझाना आसान नहीं, 100 झुठ बोलने पड़तें हैं,इस दिल को तसल्ली देने के लिये…..
जिस दिल में बसा था नाम तेरा हमने वो तोड़ दियान होने दिया तुझे बदनाम बस तेरे नाम लेना छोड़ दिया
मोहब्बत बुरी है बुरी है मोहब्बत,कहे जा रहे है किये जा रहे है।
सोच रहा हु कि कुछ ऐसा लीख दू,की वो पढ़ के रोए भी ना, सोए भी ना..!
हसीनाओ से है हसीनाएं और हसीन पर मुझको किसीकी सादगी ने मारा
मुस्कुरा जाता हूँ अक्सर गुस्से में भी तेरा नाम सुन कर,तेरे नाम से इतनी मोहब्बत है तो सोच तुझसे कितनी होगी.
तुम्हारे ख़यालों की भीड़ लगी है मुझमेंमैं अकेला होकर भी अकेला नहीं होता
क्या रोना उसके लिए , वो तन्हा रहा तो ही तुम्हे याद करता है ना…
बहुत दर्द हैं ऐ जान-ए-अदा तेरी मोहब्बत में, कैसे कह दूँ कि तुझे वफ़ा निभानी नहीं आती।
प्यार परवाह और सुकून न हो तो,अपना घर भी काटने को दौड़ता हैं…. !
ज़िंदगी थोड़ी बेहतर होती अगर तुम ज़िंदगी से जाते ही नहीं,थोड़ी ज़्यादा बेहतर होती अगर तुम ज़िंदगी में आते ही नहीं।
माना की मरने वालों को भुला देते हैं सभी..!मुझे जिंदा भूलकर तुमने तो कहावत ही बदल दी.!!
जो हर बात पर वाह-वाह करते है,वही लोग अक्सर तबाह करते है.
मोहब्बत आज भी तुमसे ही है मगर जता कर बता कर या दिखा कर नहीं
तेरा वजूद मेरी दुआओं में होमेरी हाथों की लकीरों में तू ऐसे समायेमैं दुआ में अमीन कहूंऔर तू मेरी हो जाये
मरने के बाद क्या होता है..? जो जिंदा हैं वो बता रहे थे…
राह तकते जब थक गई आंखेफिर तुझे ढूंढने मेरी आंख के आसूं निकले..
कहते हैं पत्थर दिल रोया नहीं करतेतो फिर पहाड़ों से ही झरने क्यूं बहा करते हैं।
मेरे लाख परेशानियों में तेरा एक मैसेज,मरहम का काम कर जाता है..!!
तजुर्बा कहता है, मोहब्बत से किनारा कर लूँ, और दिल कहता है, ये तज़ुर्बा दोबारा कर लूँ।
है इश्क तो फिर असर भी होगा,जितना है इधर उधर भी होगा ।
तेरे इश्क में में इस तरह नीलाम हो जाऊँ,आखरी हो तेरी बोली और में तेरे नाम हो जाऊ ।
दिल अधूरी सी कहानियों का अंत ढूँढ़ता रहा,और वो कोरा पन्ना मुझे देर तक घूरता रहा.
न रूठने का डर न मनाने की कोशिशदिल से उतरे हुए लोगों से शिकायतें कैसी।
क्या खूब रंग दिखाती है जिंदगी क्या इक्तेफ़ाक होता है,प्यार में ऊम्र नही होती पर…. हर ऊम्र में प्यार होता है |
नादान बनकर जिया हूँ जबसे जिंदगी भी मुस्करा देती है
वो सुबह भी क्या मस्त होगी,जब तुम साथ होंगी और हाथों में चाय होगी !❤️
नफ़रत की एक बात बड़ी अच्छी होती हैं कि..यह मोहब्बत की तरह कभी झूठी नहीं होती..!!
इस तरह से याद आके बेचैनना किया करो एक ही सजा काफीहै कि मेरे नहीं हो तुम ।
है इश्क तो फिर असर भी होगा,जितना है इधर उधर भी होगा ।
कहती है ‘आपको’ पढ़ती रहती हूँ मैने सोचा काश ये कहती आपको
तड़प कर गुज़र जाती है हर रात आखिरकोई याद ना करे तो क्या सुबह नही होती
यहां सब खामोश हैं कोई आवाज नहीं करता,सच बोलकर कोई, किसी को नाराज नहीं करता
हो सके तो साथ बिताए पल कैद कर लूं मैं, जो ना हो खत्म ऐसा सफर शुरू कर दूं मैं।
तुझ से बिछड़ कर कब ये हुआ कि मर गए,तेरे दिन भी गुजर गए और मेरे दिन भी गुजर गए.गुलज़ार
जिस शख्स की गलती, गलती ना लगे,किताब ए इश्क में उसे महबूब कहते हैं..!
सवाल दूसरों पे क्या उठाऊ,की जिंदगी जवाब ढूंढ रही है….!जब खुद की जिंदगी।
भूल चुका था की लोग बेवफाई करते है फिर तेरा ज़िक्र हुआ , फिर याद आया
हमे रुलाने की क्या हैसियत थी तुम्हारी,वो जंग तुम भी न जीते जो हमने हारी।
हमेशा याद रहेगा ये दौर हमको,क्या खूब तरसे हैं एक शख्स के लिए
दुनियां की भीड़ में इस क़दर खो जाऊ की ख़ुद को अकेला मेहसूस करना ही भूल जाऊ।
वक़्त का करम है हम पर, जो तुमसे वक़्त रहते दूर हो गए।
जो रुला सकता हैवो भूला भी सकता है ।
मै ना नज़र आऊं और बेचैन हो जाओ तुमइश्क में ऐसा मुकाम चाहिए मुझे।
सच्ची मोहब्बत को वही समझ सकता है…,जीस ने अपनी सच्ची मोहब्बत खो दी हों….
तकदीर के लिखे पर कभी शिकवा ना कर मेरे दोस्त,तू अभी इतना समझदार नहीं कि रब के इरादे समझ सके.
धीरे धीरे ढलते सूरज का सफ़र मेरा भी हैशाम बतलाती है मुझ को एक घर मेरा भी है।।
अपने वो होते हैं जो समझते भी हैंऔर समझाते भी हैं.।
चल पड़े थे वो सच्ची मोहब्बत को तलाशने, समय बीतता गया उनकी मोहब्बत बदलती गई।
ज़रा धीरे से धड़क ए दिल ज़रा धीरे से नाम उसका आया है मगर मेहफिल में
यूं तो हर शाम उम्मीदों में गुजर जाती है,आज कुछ बात है जो शाम पे रोना आया।।
इंतजार है मौके काहिसाब होगा हर धोखे का ।।
खुद पर दया करना बंद किया हे जबसे अब अकेले नसीब से लड़ लेता हु।
हम इश्क़ के वो मुकाम पर खड़े हैजहाँ दिल किसी और को चाहे तो गुन्हा लगता है
मेरा सबसे प्यारा एहसास हो तुम,दूर हो लेकिन मेरे दिल के पास हो तुम।
मुस्कुराहट की बनावट में छुपाए हमने गम,दिखावट की हंसी से दुनिया के सामने खड़े हैं हम
उम्मीद का भी गजब तमाशा है,रोज टूटे जा रहे हैं, फिर भी आशा हैं..
कुछ लोग मेरे शहर में खुशबू की तरह हैं, महसूस तो होते हैं… दिखाई नहीं देते।
चाह कर भी बयां नहीं हो सकती वो मोहब्बत जो एक तरफ़ा हो
समंदर न सही पर एक नदी तो होनी चाहिए तेरे शहर में ज़िंदगी कहीं तो होनी चाहिए।
Uss Ne Jee Bhar Ke Mujhko Chaha Tha, Phir Yun Hua Ke Uska Jee Bhar Gaya. उसने जी भर के मुझको चाहा था, फिर यूँ हुआ कि उसका जी भर गया।
रहते हैं आस-पास ही लेकिन साथ नहीं होते… कुछ लोग जलते हैं मुझसे बस खाक नहीं होते।
तुम बस हाथ थामे रखना..साथ निभाने की जिम्मेदारी मेरी.!
मत सोच इतना ज़िन्दगी के बारे में जिसने ज़िन्दगी दी है उसने भी कुछ तो सोचा होगा!
मैं एक शाम जो रोशन दीया उठा लाया,तमाम शहर कहीं से हवा उठा लाया।Main Ek Shaam Jo Roshan Deeya Uthha Laya,Tamaam Shahar Kahin Se Hawa Uthha Laya.
‘खुदा ने बहुत कुछ छीना है मुझसे,लगता है वो गरीब ज्यादा है मुझसे…
सच कहा था एक फकीर ने मुझ से तुझेमहोबत तो मिलेगी पर तड़पाने वाली…!!
में नासमझ सही पर वो तारा हूँ जो तेरी ख़वीशो के लिए सौ बार टूट जाऊ!!🥰
तेरी एक झलक के लिए तरस जाता हूं,खुश किस्मत हैं वो लोग जो तुझे रोज देखते हैं!
अब नही होती किसी से भी परेशानी मुझेकितनी मुश्किल से हुई हासिल ये आसानी मुझे।।
किसी से प्यार करो तो इतना करो कि वो,आपको छोड़ के जाए तो किसी का हो न पाए।
मैंने कब कहा तुम मिल जाओ मुझे,गैर ना हो जाना बस इतनी सी हसरत है…
रास्ते कभी खत्म नहीं होतेबस लोग हिम्मत हार जाते हैं..
मै तो चाहता हूं हमेशा मासूम बने रहना,ये जो दुनिया है समझदार किए जाती है।
“ज़िंदगी” नहीं “रूलाती” है रुलाते तो वह,“लोग” हैं जिन्हें हम अपनी …ज़िन्दगी “समझ” बैठते हैं ..!!
मांगी थी हमने तुमसे मोहब्बत की ज़िन्दगी,तुमने तो जिंदगी को मोहब्बत बना दिया
है इश्क तो फिर असर भी होगा,जितना है इधर उधर भी होगा ।
बदले नहीं हैं हम बस समझ गये कोईकिसी का नहीं होता सब मतलबी हैं …
उसे बताना था तेरे बगैर भी बहुत खुश हूँ,उसे दिखाना पड़ा एक दिन संवर के मुझे।
यूँ बार बार ना करा करो सवाल सनम,मोहब्बत तुमसे बेहिसाब है लफ्जों में बयान नही होगी.
दर्द की भी अपनी अदा है,वह बस सहने वालों पर फिदा है।
चैन तो खैर इस जनम में आने से रहा, और अब मौत भी तरसती है आने के लिए।
कोई जिस्म पर अटक गया कोई दिल पर अटक गया,इश्क उसका ही मुकम्मल हुआ जो रूह तक पहुँच गया।
बड़े सुकून से रहता है वो आज-कल मेरे बिना,जैसे किसी उलझन से छुटकारा मिल गया हो उसे..!
तू मेरे साथ होगा तो क्या कहेगा जमाना,मेरी यही एक तमन्ना और तेरा यही एक बहाना !
तू कहे तो तेरे चेहरेपर किताब लिख दु पर किताबो में चेहरा डालकर बैठने की बात न कर
देखकर चाहे नज़र फेर लेना पर ये न कहना तुम्हे पहेचाना नही
दूरियों से ही एहसास होता है की,नज्दिकिया कितनी खास होती हैं ।
एक पल तुझे देखने से सारी दुनियाहसीन हो जाती है
जिनके करीब बहुत लोग हों,उनसे दूर रहना ही बेहतर है..!
तुम क्या जानो हाल हमारा एक तो बात बंद ऊपर से ख्याल तुम्हारा
ज़रूरी है कि बारिश जैसी लड़कियों कोप्रेम हो जाए रेगिस्तान सरीखे लड़कों से ।
ख्वाब आंखों से गए और नींद रातों से गई,वो गए तो यूं लगा जैसे जिंदगी हाथों से गई ।
कोई पूछेगा तो सुबह का भूला कह देंगे,,तुम आओ तो सही,हम शाम को सवेरा कह देंगे..
इक आदत सी पड़ी है सब ठीक है कहने की,इक आदत सी पड़ी है सब कुछ ही सहने की।
सामने बैठे रहो दिल को करार आएगा ,जितना देखेंगे तुम्हे उतना ही प्यार आएगा ..
ਜਿਸ ਦੇ ਬਗੈਰ ਮਰਨਾ ਔਖਾ ਹੈ,ਉਹ ਬੰਦਾ ਸੁਪਨੇ ਵਿੱਚ ਵੀ ਆਉਣਾ ਬੰਦ ਹੋ ਗਿਆ।
काश कोई करता इश्क़ हमसे भी , हम भी हद से गुजरते उसके लिए।
एक दर्द है जो अब तक उठा नही लगी है आग मगर मौजूद धुंआ नही रात तन्हा, आंखे ऩम और उदास दिल वेसे पूछो तो मुजे कुछ हुआ नही
ए जिंदगी क्यों मजे ले रही है,लेना ही है तो मेरी जान ले लो
हर कदम साथ चलने वाले हम कहीं खो गएइतने करीब थे हम और अब अजनबी हो गए
ਏਹਸਾਸ-ਏ-ਮੁਹੱਬਤ ਲਈ ਇਹ ਹੀ ਕਾਫੀ ਹੈ,ਅਸੀਂ ਤੇਰੇ ਬਿਨਾਂ ਵੀ ਜਿਉਂਦੇ ਹਾਂ।
तुम्हारे ख़यालों की भीड़ लगी है मुझमेंमैं अकेला होकर भी अकेला नहीं होता
तेरी सादगी पर हम यूँ चार चाँद लगा देंगेतुम पहनना साड़ी, हम तेरी माँग में सिंदूर सजा देंगे
हमनें हाथ फैला कर इश्क मांगा था,सनम ने हाथ चूमकर जान निकाल दी..
वो अदा करे तो शुक्र उसका, न दे तो मलाल नहीमेरे रब के फैसले कमाल के हैं, उन फैसलों पर सवाल नही
फिर बारिश हो रही है, शायद बादल रोया है,लगता है जैसे उसने भी मेरी तरह कोई अपना खोया है.!
जितना मुश्किल किसी को पाना होता हैं न, उससे कई ज्यादा मुश्किल उसे भुलाना होता हैं।
फिर मेरा जीवन उदासी का नमूना कर गए,तुम गए क्या शहर सूना कर गए.
पैसे से तो सिर्फ ज़िन्दगी जिया जा सकता है, ज़िन्दगी मजे के साथ जीना है तो दोस्त बनाओ।
रुलाया ना कर ऐ जिंदगीमुझे चुप कराने वाला कोई नहीं है… । ।
वो करते है नजर अंदाज हमे अब,उन्हें नजर आना ही छोड़ देंगे
होठ चूमने वालो के चक्कर मेंमाथा चूमने वालों को खो मत देना
वो जिंदगी भी मौत से कम नहीं हैं,अगर दिल में रहनेवाले जिंदगी मेंनही हैं !
दुआ करना दम भी उसी तरह निकले,जिस तरह तेरे दिल से हम निकले.
अब तुझसे कोई शिकायत नही है,सारी गलती अपनी मान ली है मैने
जिंदगी समझ नहीं आई तो “मेले” में “अकेला” और समझ आ गई तो “अकेले” में “मेला”
मै तो आबाद ही होता हूं उजड़ने के लिए,देखें इस बार कौन मिले बिछड़ने के लिए,,
एक बात मेरे जेहन से नहीं जाती है, तुझे मेरी याद क्यों नहीं आती है।
ये जो खामोश से अल्फ़ाज़ लिखे हैं ना,पढना कभी गौर से, चीरवते कमालहै..!!
प्यार करती थी मुझ से,,! पैसाहोता तो शादी भी कर लेती….!
ऐसा क्या लिखूं की दिल को तस्सली हो जाए,वो किसी और कि नही सिर्फ मेरी हो जाए।
किस्मत के तराज़ू में तौलो तो फ़कीर हैं हम,दर्द ए दिल में हम से नवाब नही कोई
हमें तो इंतज़ार करने से मतलब है,बाकी तुम्हारी मर्जी मिलो या ना मिलो..!
गुजारिश है कि हमें बेइंतहा तकलीफ ना दो !कहीं ये दिल टूट गया तो फिर किससे खेलोगी।
सारी उम्र तुझे मेरी कमी रहेखुदा करे तेरी उम्र बहुत लम्बी रहे!
बुराई अच्छाई में तौला जायेगा तुम्हे , तब खुद कि नजरो में खुद को गिरने मत देना
ये रात हम से बहुत प्यार करती हैंसब को सुलाकर हम से अकेले मे बात करती है.!
हमें पता है तुम कहीं और के मुसाफ़िर हो,जरा ठहर जाओ बस फिर चले जाना।
ख्वाब बोए थे और अकेलापन काटा है,इस मोहब्बत में यारों बहुत घाटा है।
दिमाग कहता है भूल जा…दिल हैं की मानता नहीं…।
कुछ दिन और सही मगर जब मिलेंगे तो मुलाकात यादगार होगी
छूटे हुए हाथों का छूटना अब और नही अखरतापड़ चुका है अब फ़र्क इतना कि अब फ़र्क नही पड़ता !!
उलझन को बढ़ाने की जरूरत क्या है,छोड़ना ही है तो बहाने की जरूरत क्या है.
इतनी कम दूरी कैसे तय की जाती है,खुद से मिलने में भी उम्र गुजर जाती है.
ये जो मेरे अलावा तुम पर मरते हैवो मर क्यों नहीं जाते !
न जाने कौन सी शिकायतों का हम शिकार हो गए,जितना दिल साफ रखा उतना गुनहगार हो गए।
जिंदगी से प्यार नहीं रहा अब मुझेए मौत तू मुझे अपने पास बुला ले
शिकायतें बहुत हैं तुमसे पर अब वो बात नही,मिलना चाहता हूं तुमसे पर अब वो जज़्बात नही।।
हम उदास रहते है जिनकी यादों में,वो हस रहे होंगे किसी की बातों में
काग़ज़ की एक नाव है पानी है और क्याइतनी ही ज़िंदगी की कहानी है और क्याराजेश रेड्डी
मुझे फुर्सत कहां, कि मैं मौसम सुहाना देखूं…तेरी यादों से निकलूं, तब तो जमाना देखूं..!
चेहरे पर खुशी छा जाती है आंखों में सुरूर आ जाता हैजब तुम मुझे अपना कहते हो अपने पे गुरुर आ जाता है
पुरानी होकर भी खास होते जा रही है,मोहब्बत बेशरम है बेहिसाब होते जा रही है।
किसीने जो पूछा सबसे नाज़ुक फूल कोनसे सो मुजे आ गया तेरे होंठो का खयाल ऐसे है
कौन कहता है कफ़न सफेद होता हैमैंने लाल जोड़े में भी जनाजा देखा है.!
तब से मोहब्बत हो गई है खुद सेजब से उसने कहा अच्छे लगते हो।
जब हम नज़र ना आएं तो मत घबराना तुम,कुछ दिन आसूं बहाकर किसी और के हो जाना तुम।
हाल जब भी पूछो खैरियत बताते हो,लगता है मोहब्बत छोड़ दी तुमने।Haal Jab Bhi Poochho Khairiyat Bataate Ho,Lagta Hai Mohabbat Chhod Di Tum Ne.
आँखों में उसके था नशा इतना की हर दारु चढ़ने से इंकार कर बैठी,मै उस पगली से करता था प्यार वो किसी और से इज़हार कर बैठी.
कहीं हर ज़िद पूरी, कहीं ज़रूरत भी अधूरी,कहीं सुगंध भी नही, कहीं पूरा जीवन कस्तुरी।
जब अपने ही गैरों जैसे बर्ताव करनेलगे तो फिर क्या अपना क्या पराया….!
लग गया हूं ख़ुद को ख़ुद से मिलाने में,गुम हो गया था मैं मोहब्बत के किसी फसाने में
छोङो ना यार, क्या रखा है सुनने और सुनाने में,किसी ने कसर नहीं छोङी दिल दुखाने में..।
कभी लौट आएं तो पूछना नही देखना उन्हे गौर सेजिन्हें रास्ते में ख़बर हुई कि ये रास्ता कोई और है।
तरस गये है हम तेरे मुंह से कुछ सुनने को हमप्यार की बात न सही कोई शिकायत ही कर दे
कुछ रिश्ते जिंदगी बदल देते है,मिले तब भी और ना मिले तब भी
क्या तुमसे शिकायत करू जिंदगी तेरा हे सब कुछ जो चाहे वो छीन ले
मेरी चाहत को मेरी हालत की तराजू में ना तोल,मैंने वो ज़ख्म भी खाये जो मेरी किस्मत में नहीं थे ।
मेरी तन्हाई देखेंगे तो हैरत ही करेंगे लोगमोहब्बत छोड़ देंगे या मोहब्बत ही करेंगे लोग।
इश्क-ऐ-दरिया में हम डूब कर भी देख आये,वो लोग मुनाफे में रहे जो किनारे से लौट आये
वो नही तो तू सही तू नही तो कोई और कुछ इस तरह भी ज़िन्दगी गुज़ारते है लोग
जो उम्र भर न मिले , उसे उम्र भर चाहना भी इश्क़ है।
मोहब्बत सरेआम नही बस एहसास होना चाहिए,हम उन्हे चाहते हैं ये पता सिर्फ उन्हें होना चाहिए।
” नफरत सी हो गई है, इसजिंदगी से…अब बस आखिरी … दिन का इंतजार है!
जिन्दगी क्या है एक सबर ही तो हैहर शक्स किसी ना किसी के इंतेजार में है ।
आज तक बहुत भरोसे टूटेमगर भरोसे की आदत नही छूटी।
थोड़ी दौलत कमा लो दिल लगाने से पहले,अब वो इश्क़ कहाँ जो गरीबी को सह ले.
मुझको मेरी सोहबते क्या ही बिगाड़ेगी ऐ दोस्त आखिर शहर में मुझसे ज्यादा बिगड़ा हुआ कौन है
वही गलती हर रोज़ कर रहे हैं हमजो मिल नहीं सकता उसी पे मर रहे हैं हम।
बिछड़ने की इतनी जल्दी थी उसे,खुद को आधा छोड़ गया मुझमे..!!
खूबसूरत मैं नहीं ये तुम्हारा इश्क है,जो नूर बनकर मेरी आँखों सें छलकता है..!
दुरी हुई तो उनसे करीब और हम हुए ये कैसे फ़ासले थे जो बढ़ने से कम हुए।
मिलावट है तेरे इश्क में इतर और शराब की, कभी हम महेक जाते है कभी हम बहेक जाते हैं😍
इस कदर फासले मत बढ़ाओ तुम अपने दरमियाँ कही चलते चलते मैं तुम तक पहुँचूँ और मर जाऊ
जरा पढ़कर देखो मेरी कहानीहर पन्ना दर्द से भरा पड़ा है।
मुसीबतों से घिरा हूँ,थोड़ा सरफिरा हूँ,कभी-कभी डरा हूँपर हमेशा लड़ा हूँ.
मुझको पढ़ना हो तो, मेरी शायरी पढ़ लेना,बेशक लफ्ज़ बेमिसाल ना सही, पर जज़्बात लाजवाब होंगे !!
जिसके लिए तुम जरुरी होउसे कोई भी वजह तुमसे दूर नहीं कर सकती
चेहरे अजनबी हो जाये तो कोई बात नही !रवैये अजनबी हो जाये तो बडा दर्द होता है
हमें तो कबूल है हर दर्द… हर तकलीफ़ तेरी चाहत में,बस इतना बता दे क्या तुझे मेरी मोहब्बत क़बूल है ?
कई दिन से तुझे देखा नहीं है,ये आँखों के लिए अच्छा नहीं है.
मोहब्बत होने में कुछ लम्हे लगते हैपूरी उम्र लग जाती है उसे भुलाने में
तरस गया हूँ खुद को देखने के लिए,आईना भी देखूं तो नजर तुम आती हो.!
सिर्फ लडकिया ही पैसों पें नही मरती,सारी कायनात मरती है….
क्या फ़र्क पड़ता है असल में हम कैसे हैं,जिसने जैसी सोच बना ली उसके लिए हम वैसे हैं।
वो बेख़ुदी की रातें, और दर्द बेहिसाब लिखता, होते अगर तुम मेरे, तुम पर मैं किताब लिखता।
बिना देखें उसे रहा भी नहीं जाता,सामने जब आए तो देखा भी नहीं जाता..!
कितनी मोहब्बत है तुमसे, कोई सफाई नही देंगे,साए की तरह रहेंगे तेरे साथ, पर दिखाई नही देंगे..!!
जब जिस्म से रूह निकल सकती है,तो दिल से लोग क्यों नहीं।
याद रखना ही मोहब्बत में नहीं है सब कुछ,भूल जाना भी बड़ी बात हुआ करती है।
बे-नाम सा ये दर्द ठहर क्यों नही जाता,जो बीत गया है वो गुज़र क्यों नही जाता।
बेरुख़ी से तेरी, यूँ दिल का जहाँ बैठता हैजैसे बारिश में कोई कच्चा मकाँ बैठता हैराजेश रेड्डी
हम उसे जीत भी जाते तो क्या जीतते, वो हर किसी पर दिल हार बैठा था।
वो इस अंदाज़ में मुझसे मोहब्बत चाहती है,मेरे ख्वाब में भी अपनी हुकूमत चाहती है.!!
तेरा होना ही मेरे लिये खास है,तू दूर ही सही मगर मेरे दिल के पास है ।