These Wo Kisi Aur Ke Sath Khush Hai Shayari is for those who are in one sided love and have failed in love.
वो मुस्कुरा के मुकरने की अदा जानता हैमैं भी आदत बदल लेता तो सुकून में होता
कब औरो का साथ निभाते है लोगआंसु की तरह बिछड जाते है लोगवो जमाना और था जब रोते थे गम मेअब अपनो को रुलाकर मुस्कुराते है लोग.
बिना दर्द के आंसु बहाये नही जातेबिना प्यार के रिश्ते निभाये नही जातेजिंदगी मे हमेशा एक बात याद रखनाकिसिको रुलाके अपने सपने सजाये नही जाते…
तन्हाई में अक्सर हम खुद से ये सवाल करते हैं, की उन्हें इतना टूट कर चाहने के बाद भी वो किसी और से मोहोब्बत करते हैं।
तारों को आसमान से गायब होते देखा है, खिलतेहुए फूलों को मुरझाते हुए देखा है, सच कहता हूँदोस्तों मैंने लैला मजनू जैसा रिश्ता भी बिछड़ताहुआ देखा है।
कैसे कह दूँ कोई बात नहीं, हुआ मैं पहले कभी यूँ बर्बाद नहीं।
तुम जियो या मरो किसी के लिए, कितना भी करो, किसी को फर्क नहीं पड़ता !
उससे चाहत मेरी कम नहीं हुई भले फासले थोड़े और बढ़ गए हैं हमारे बीच।
ये कैसी ख्वाहिश है जो कभी मिलती हि नहीजी भर के तुझे देख लिया फीर भी नजर हटती नही
एहसास नहीं होता उसे मेरी मोहोब्बत का कभी ना मेरे दर्द का कभी उसे पता लगता है।
हसीनो ने हसीन बनकर गुनाह कियाऔरों को तो ठीक पर हम को भी तबाह कियाअर्ज़ किया जब ग़ज़लों मे उनकी बेवफ़ाई को तोऔरों ने तो ठीक उन्होने भी वा वा किया
जान हम उन पर छिड़कते हैं,और वो किसी और पर जान निसार करते हैं,हम उनकी चाहत के लिए तड़प रहे हैं,पर वो किसी और से प्यार करते हैं।
मत पूछ मुझसे की इश्क़ में मेरी क्या नौबत हुई, दुनिया में सबसे ज्यादा चाहकर भी उसे दुनिया में किसी और से ही मोहोब्बत हुई।
कुछ युंह मिली नज़र उनसेकी सब कुछ नज़र अंदाज़ हो गया….
जब सवाल उठेगा जमाने मेंरुस्वा चाहत तुम्हारी होगीगर बेवफा हम कहलाए तोबदनाम मोहब्बत तुम्हारी होगी…
जख्म के बदले जख्म मिलेपर राहत के बदले राहत ना मिलीनफरत के बदले नफरत तो मिलीपर चाहत के बदले चाहत ना मिली
जाते जाते वो कोई अच्छी सी निशानी दे गयेउमर भर दोहरा सकु ऐसी कहानी दे गयेहम तो रेह गये प्यासेपर हमारे पलको मे पाणी दे गये…
नादान इनकी बातो का एतबार ना करभूलकर भी इन जालिमो से प्यार ना करवो क़यामत तलक तेरे पास ना आयेंगेइनके आने का नादान तू इंतज़ार ना कर
क्यों जिंदगी इस तरह तुम दूर हो गएक्या बात है जो इस तरह मगरूर हो गएहम तरसते रहे तुम्हारा प्यार पाने कोबेवफा बनकर तुम तो मशहूर हो गए
कसूर उनका नहीं हमारा ही थाहमारी चाहत ही इतनी थी किउनको गुरुर आ गया.
सबको पता है कि प्यार मे दर्द है फिर भी लोग प्यारकरते है, जब कोई दिल तोड़कर चला जाता है तोकहते है, “वो किसी और से प्यार करते है।”
सलामत रहे तेरी महफिल साकीदौर मयकशी के यूं ही गुजरते रहेंगेजब जब होगी जमाने में बेवफाईदीवाने तेरे दर पे यूं ही गिरते संभलते रहेंगे…
मै जिसका इंतजार करता था वो अब किसी और काइंतजार करती है, जब गुजरा उसके मोहल्लेसे तो पताचला वो किसी चु…..से प्यार करती है।
वो रात बन कर रह गई जिंदगीजिसका सवेरा ना हुआहमने उसके नाम कर दी जिंदगीजो कभी मेरा ना हुआ।
ना वो सपना देखो जो टूट जायेना वो हाथ थामो जो छुट जायेमत आने दो किसी को करीब इतनाकि उससे दूर जाने से इंसान खुद से रूठ जाये
होंठो ने मुस्कुराने से मना कर दिया..आंसुओं ने बह जाने से मना कर दिया..एक बार जो दिल टूटा प्यार में..फिर इस दिल ने दिल लगानेसे मना कर दिया
किसी इंसान के लिए कितना भी करों, आखिर में वो इंसान यही कहता है, कि तुमने मेरे लिए किया ही क्या है !
हमारे इश्क का खेल भी क्या निराला था, हमारे के लिए वो हमारी पूरी दुनिया थे, और हम उनके लिए कुछ भी नहीं !
तेरी बेवफाई की वजह से आजइस कोठे पर कदम आ गया हैखुदा ही जाने कि ये खता किसकी हैहाथ में मौत का जाम आ गया है…
मोहोब्बत वो सफर है जिसका अंजाम यही होता है, तुम उसके हो जाते हो जो किसी और का हो चूका होता है।
मत पूछ मुझसे कीइश्क़ में मेरी क्या नौबत हुईदुनिया में सबसे ज्यादा चाहकर भी उसेदुनिया में किसी और से ही मोहोब्बत हुई।
दिल में होता तो कब का भुला देते हमवो शक्स तो बहुत दूर तक बसा है मुझमें…
हम उसे सच्चे दिल से प्यार करते हैं वो किसी और से प्यार करते हैं भूल मत जिसे तुम प्यार करती हो वो किसी और से प्यार करता हैं।
ये दुनिया स्वार्थ पर ही टिकी है, जिस दिन उनका स्वार्थ खत्म, उनका तुमसे रिश्ता भी खत्म !
वो मिलते हमसे थे उन्हें मोहोब्बत किसी और से हुई, बात हमसे करते थे मगर बाते किसी और की हुई।
कौन कहता हैसिर्फ नफरतो में ही दर्द हैकभी कभी बेपनाह मोहब्बत भीबहुत दर्द देती है..
हम रह जाना चाहते थे उसी का होकरजो रह जाता है हर किसी का होकर।
अपनी ही मोहोब्बत से मुकरना पड़ा मुझे, जब उसे किसी और के लिए रोता देखा।
वो रात बन कर रह गई ज़िन्दगी जिसका सवेरा ना हुआ, हमने उसके नाम कर दी ज़िन्दगी जो कभी मेरा ना हुआ।
हम रह जाना चाहते थे उसी का होकरजो रह जाता है हर किसी का होकर…
दिल को दर्द से मोहलत कहाँ मिलती है, आज कल मोहोब्बत के बदले मोहोब्बत कहाँ मिलती है।
सुनो एक बार और मोहब्बत करनी हैतुमसे लेकिन इस बार बेवफाई हम करेंगे.
एक चांद है जिसे सब याद करते हैहमारी किस्मत तो तारों जैसी हैहमे याद करना तो दुरलोग अपने खुशी के लियेहमारे टुटने का इंतजार करते है.
बस मुझे इस बात का अपनी ज़िन्दगी में गम होता है, की किसी के लिए कितना भी करो कम होता है !!
इस प्यार के खेल में वो हमारे लिए, वो जान से भी ज्यादा थे, पर हम उनके लिए बस एक प्यादे थे !
ज़िन्दगी के अगले क़दम बढ़ने से पहले, मंज़िलें सारी चढ़ने से पहले, बस एक आखरी ख्वाहिश यही है जीना है संग तेरे मरने से पहले।
चुप हम है और वो क्यों कुछ बोल नहीं रहे ये किसी और से सवाल करते हैं, हहम समझ गए हैं वो किसी और से प्यार करते हैं।
वो बेपरवाह लौटकर भी नहीं आया और उसने कहाँ भी नहीं की मेरा इंतज़ार मत करना।
मुझे हर कोई अपना दिखता है, पर मेरी तरफ कोई, तभी देखता है जब उसे मुझमे कोई फायदा दिखता है !
अपनी लुटी हुई दुनिया के लिएआखिर किसको मैं बदनाम करुँतेरी बेवफाई का चर्चा सनम मेरेआखिर कैसे मैं खुलेआम करुँ…
चाहकर भी उसे चाहना छोड़ नहीं सकते, ना जाने उनकी क्या मजबूरी रही जो उन्हें हमसे मोहोब्बत नहीं हुई।
हम रह जाना चाहते थे उसी का होकर, जो रह जाता है हर किसी का होकर।
खुश रहना तो हमने भी सीख लिया थाउनके बगैरमुद्द्त बाद उन्होने हाल पूछ के फिरबेहाल कर दिया
उसे भूल जाने की कसम खाता तो हूँमगर टपक पढ़ते हैं आंसूं,कसम फिर टूट जाती हैकोशिशें लाख कर ली मगरहर बार कहीं ना कहीं कसर छूट जाती है
आप जिससे प्यार करते है वो किसी और से प्यारकरते है और वो जिससे प्यार करते है वो किसी औरसे प्यार करते है।
आंसुओं की बूँदें हैं या आँखों की नमी हैन ऊपर आसमां है न नीचे ज़मी हैयह कैसा मोड़ है जिंदगी काउसी की ज़रूरत है और उसी की कमी है
मेरे दोस्तों ने इकट्ठा किया मेरे ही कत्ल का सामान,मैंने उनसे कहा,यारो तुम्हारी नफरत ही काफी थी मुझे मारने के लिए…
अब ये हसरत है कि, सीने से लगाकर तुझको,इस क़दर रोऊँ की, आंसू आ जाये
जान हम उन पर छिड़कते हैं और वो किसी और पर जान निसार करते हैं, हम उनकी चाहत के लिए तड़प रहे हैं पर वो किसी और से प्यार करते हैं।
आज किसी की दुआ की कमी हैतभी तो हमारी आँखों में नमी हैकोई तो है जो भूल गया हमेंपर हमारे दिल में उसकी जगह वही है..
जख्म के बदले जख्म मिले पर राहत के बदले राहत ना मिली, नफरत के बदले नफरत तो मिली पर चाहत के बदले चाहत ना मिली।
अपनी ही मोहोब्बत से मुकरना पड़ा मुझेजब देखा उसे किसी और के लिए रोते हुए…
अब ज़िन्दगी ही लगभग बीत गई है तेरे इंतज़ार में, नाजाने और क्या क्या देखना पड़ेगा हमे तेरे प्यार में।
तेरे आने की उम्मीद और भी तड़पाती हैमेरी खिड़की पर जब शाम उतर जाती है
मेरे दिल की मोहोब्बत को अपने हाथों से मार कर, खुश हो ना तुम अब किसी और से प्यार कर।
मेरी आंखो मे जो लिखा है उसे मिटाउ कैसे,कोई बताओ उन्हे भुलाउ कैसे,जागते आंखो से देखु सपने उनके,अपनी आंखो मे किसी और के ख्वाब सजाउ कैसे….
दवा ये बस झूठे लोगों को मिलती हैये सच्ची मोहोब्बत ना जानेक्यों झूठे लोगों की मिलती है।
मुझसे वादा करो मुझे रुलाओगे नहीँहालात जो भी हो मुझे भुलाओगे नहीं
मैं हर बात में उसकी ही बात करता रहा, उसने एक दफा याद भी नहीं किया जिसकी याद में, मैं मरता रहा।
हम अपने दिल को ये कह कर तसल्ली देते रहे, की जो मेरा ना हो सका किसी और का क्या होगा।
रो पढ़ा वो शक्स आज अलविदा कहते कहते, मेरी शरारतों पे जो देता था धमकियाँ जुदाई की।
प्यार हम भी करते है प्यार वो भी करती है बस फ़र्क़ इतना है जनाब हम किसी और से करते है वो किसी और से करती है।
एक टुटी हुयी जंजिर की फरीयाद है हमऔर दुनिया कहती है की आझाद है हमइस प्यार ने क्या दिया हमको अब आपको क्या बतायेकल भी बर्बाद थे और आज भी बर्बाद है हम.
अगर जान लेते की वो एक दिन, हमे यूँ पराया कर देंगे तो सच कहते हैं जनाब, उन्हें हम अपना बनाने नही देते !
वफा क्या होती है?काश तुम जान जाती …ना हम और ना तुम अकेली होती ।
जिनके होते हम किसी और को याद तक नहीं करते, ताज्जुब है की उन्होंने किसी और के लिए हमे भुला दिया।
कुछ युंह मिली नज़र उनसेकी सब कुछ नज़र अंदाज़ हो गया
अपनी ही मोहोब्बत से मुकरना पड़ा मुझेजब देखा उसे किसी और के लिए रोते हुए।
आओ फिर से दोहराए अपनी कहानीमैं तुम्हें बेपनाह चाहूँगाऔर तुम मुझे बेवजह छोड़ जाना.
ये चिराग-ए-जान भी अजीब हैकि जला हुआ है अभी तलकउसकी बेवफाई की आँधियाँ तोकभी की आ के गुजर गईं।
अब किसी और के लिए करते हैं जो कुछ हमारे लिए करते थे , वो अब किसी और के लिए जी रहे हैं जो कभी हम पर मरते थे।
बहुत मासूम होते है ये आँसू भीये गिरते उनके लिए है जिन्हे परवाह नहीं होती…
दिन ये मइय्यत से लगने लगते है, जिनके लिए हम दुखी हो रहे हैं वो किसी और को खुश रखते है।
तुझसे क्या तेरी राह से भी दूर रहतेतू बता देती अगर तू किसी और को चाहती हैसच कहते हैं तेरी निगाह से भी दूर रहते।
बहारें वो गुलों की कभी खिली ही नहीं, जिसे दिल से चाहा हमने वो कभी मिली ही नहीं।
एक बात तो हम तुम्हे दावे से बता रहे हैं, अब वो किसी और से कहते होंगे हम सिर्फ तुम्हारे हैं।
जिसके होते हम किसी और को याद तक नहीं करते थे, ताज्जुब है की उसने किसी और के लिए हमे भुला दिया।
आपकी यादें भी हैंमेरे बचपन के खिलौनो जैसीतन्हा होते हैं तो इन्हें ले कर बैठ जाते हैं
कुछ बताते नहीं ना कुछ सवाल करते हो, लगता नहीं की तुम अब भी मुझसे प्यार करते हो।
अब ये हसरत है किसीने से लगाकर तुझकोइस क़दर रोऊँ कीआंसू आ जाये
अल्फाज़ तो बहुत हैमोहब्बत को जताने के लिए,जो मेरी खामोशी नहीं समझ सकावो मेरी मोहब्बत क्या समझेगा !!
कब औरो का साथ निभाते है लोगआंसु की तरह बिछड जाते है लोगवो जमाना और था जब रोते थे गम मेअब अपनो को रुलाकर मुस्कुराते है लोग…
अब किसी और के लिए करते हैंजो कुछ हमारे लिए करते थेवो अब किसी और के लिए जी रहे हैंजो कभी हम पर मरते थे।
आजकल प्यार मे यही सच्चाई है, आज तुम जिसेयाद करके रो रहे हो, वो किसी और को खुश रखनेमे बिज़ि है।
अब वहां तक जाना है मुझेकी बस एक बार पा लू तुझे
उसे भूल जाने की कसम खाता तो हूँ मगर, टपक पढ़ते हैं आंसूं, कसम फिर टूट जाती है, कोशिशें लाख कर ली मगर हर बार कहीं ना कहीं कसर छूट जाती है।
भुला सकूं तुझे अभी इतना काबिल ना हुआगया था दूर तुझे भुलाने के लिएपर तेरी यादों के सिवाय कुछ हासिल ना हुआ।
हम अपने दिल को ये कह कर तसल्ली देते रहे, की जो मेरा ना हो सका किसी और का क्या होगा।
रो पढ़ा वो शक्स आज अलविदा कहते कहते,मेरी शरारतों पे जो देता था धमकियाँ जुदाई की।
जिंदगी के अगले क़दम बढ़ने से पहले,मंज़िलें सारी चढ़ने से पहलेबस एक आखरी ख्वाहिश यही हैजिना है संग तेरे मरने से पहले।
तुझसे क्या तेरी राह से भी दूर रहते, तू बता देती अगर तू किसी और को चाहती है सच कहते हैं तेरी निगाह से भी दूर रहते।
हम तो उनके लिए सीढ़ी की तरह थे मानों हम पर चढ़कर वो हमारा इस्तेमाल कर किसी दूसरे के हो गए।
तकलीफ ये नहीं कि तुम्हे अजीज़ कोई और हैदर्द तब हुआ जब हम नज़रअंदाज़ किये गए..!!
जान हम उन पर छिड़कते हैंऔर वो किसी और पर जान निसार करते हैंहम उनकी चाहत के लिए तड़प रहे हैंपर वो किसी और से प्यार करते हैं।
तेरी बेवफाई का सौ बार शुक्रियामेरी जान छूटी इश्क़ ऐ बवाल से.
एक शिकायत है खुदा तुझसे, और शिककायत ये नहीं की तूने लोग क्यों बनाए, शिकायत ये है की इतने मतलबी क्यों बनाए !
एक चांद है जिसे सब याद करते है, हमारी किस्मत तो तारों जैसी हैहमे याद करना तो दुर, लोग अपने खुशी के लियेहमारे टुटने का इंतजार करते है….
उसे चाह कर भी उसकी चाहत ना मिली, ढूँढा बहुत मगर उस सी दूसरी कोई आदत ना मिली।
दिन ये मइय्यत से लगने लगते है, जिनके लिए हम दुखी हो रहे हैं वो किसी और को खुश रखते है।
अजीब अदबो-आदाब से चल है ये रिश्ता, हमे उनसे मोहोब्बत है जो हमसे नफरत करते हैं।
साथ रोती थी हँसा करती थीएक परी मेरे दिल में बसा करती थीकिस्मत थी हम जुदा हो गएवरना वो मुझे अपनी तकदीर कहा करती थी
किसी को इतना भी न चाहो कि, भुला न सको क्योंकि,ज़िंदगी इन्सान और मोहब्बत तीनों बेवफा हैं !!!!
कैसा लगा दोस्तों आपको हमारा यह पोस्ट यदि आपको अच्छा लगा तो अपने दोस्तों को भी जरुर शेयर करें और हमें कमेन्ट में भी अपनी राय जरुर दें । (धन्यवाद)
गम नहीं की दौलत ना मिलीशौहरत ना मिलीगम इस बात का है कीइतना चाहने के बाद भीहमे उनकी मोहोब्बत ना मिली।
मैंने प्यार किया बड़े होश के साथमैंने प्यार किया बड़े जोश के साथपर हम अब प्यार करेंगे बड़ी सोच के साथक्योंकि कल उसे देखा मैंने किसी और के साथ
ये बेवफावफा की कीमत क्या जानेये बेवफा गम-ए-मोहब्बत क्या जानेजिन्हे मिलता है हर मोड पर नया हमसफरवो भला प्यार की कीमत क्या जाने
अब किसी और के लिए करते हैं जो कुछ हमारे लिए करते थे , वो अब किसी और के लिए जी रहे हैं जो कभी हम पर मरते थे।
जिसको याद कर के आप रो रहे हो वो किसी और को खुश करने में व्यस्त है।
हम अपने दिल कोयह कह कर तसल्ली देते रहे केजो मेरा ना हो सकावो किसी और का क्या होगा.
तुझे खुद और खुदा से भी ज्यादा माना हमनेगम तो होना ही थारास्ता चुना था अनजाना हमने।
हमारे दरवाज़े खुले होने के बावजूद भी वो किसी और के घर जाने लगे है, लगता है अब वो किसी और को चाहने लगे हैं।
ये दुनिया किसी काम की हो न हो, पर तुम्हे नीचा दिखने में और तुम्हारा फायदा, उठाने का काम ये बखूबी करते हैं !
इश्क़ का तो पता नहीं मगर जो तुझसे हुआ वो किसी और से ना हुआ।
मोहोब्बत दौलत की बदौलत नहीं की जाती, आज कल लोगों से मोहोब्बत के बदले, मोहोब्बत नहीं दी जाती !
बिना दर्द के आंसु बहाये नही जाते बिना प्यार के रिश्ते निभाये नही जातेजिंदगी मे हमेशा एक बात याद रखनाकिसिको रुलाके अपने सपने सजाये नही जाते.
किसी की इतनी परवाह भी ना करो साहब, भलाई का ताज सतयुग में पहनाया जाता था, अब तो किसी के लिए कितना भी, कर दो वह तब भी कम ही होता है !!
दिल को दर्द से क्यों राहत नहीं मिलती, चाहत के बदले में क्यों चाहत नहीं मिलती।
मिलने का वादा कर गयी थीवापस लौट आउंगी ये कहकर गयी थीआई है अब वो जनाज़े पे मेरेवादा वो अपना निभाने चली थी
मैं हर बात में उसकी ही बात करता रहाउसने एक दफा याद भी नहीं कियाजिसकी याद में मैं मरता रहा
कौन कहता हैसिर्फ नफरतों में ही दर्द हैकभी कभी बेपनाह मोहब्बत भीबहुत दर्द देती है
दर्द दे कर इश्क़ ने हमे रुला दियाजिस पर मरते थे उसने ही हमे भुला दियाहम तो उनकी यादों में ही जी लेते थेमगर उन्होने तो यादों में ही ज़हेर मिला दिया.
खुद पर दाग और हमारे चरित्र पर सवाल करते हैं, आज कल के आशिक़ भी साहब कमल करते है।
वफ़ा निभा के वो हमे कुछ दे ना सके,पर बहुत कुछ दे गये जब वो बेवफा हुए।।।
मेरा प्यार ठुकराकर कहते हैं किसी और से प्यार है मुझे, मैं बहुत याद आऊंगा जब वो ठुकराएगा तुझे।
ख्वाहिश किसी चीज़ की नहीं की कभी खुदा से, हाँ एक दफा बस इतना कहा था तू मिल जाती तो सूलूं मिल जाता।
मेरी कोशिश हमेशा ही, नाकाम रहीपहले तुझे पाने की अब, तुझे भुलाने की…
आपके लिए वो किसी को भी छोड़ देंगे, ये तबतकमुमकिन नहीं जब तक आप खुद को सफलता कीऊंचाई तक पहुँचने नहीं देंगे।
हमे अकेला छोड़ अब वो किसी और के संग जाते हैं, इन बातों से तो साफ़ ज़ाहिर होता है की वो किसी और को चाहते हैं।
आप जिससे प्यार करते हो उसे और कोई पसंद है, आपचाहे कितना भी दिल लगालो उनको तो सिर्फ अपने मतलबसे प्यार है।
वो रो रो कर कहती रही मुझे नफरत है तुमसेमगर एक सवाल आज भी परेशान किये हुए हैकी अगर नफरत ही थी तो वो इतना रोई क्यों
मुझे पता है कि वो किसी और से प्यार करती है फिर भीदिल सिर्फ उसे ही चाहता है, खुद को लाख बार समझायामैंने फिर भी दिल उसके ही प्यार मे रोता है।
तुझे खुद और खुदा से भी ज्यादा माना हमने, गम तो होना ही था रास्ता चुना था अनजाना हमने।
काश उन्हें चाहने का अरमान नही होता,में होश में होकर भी अंजान नही होता,ये प्यार ना होता,किसी पत्थर दिल से,या फिर कोई पत्थर दिल इंसान ना होता!
मेरे दिल की दुनिया पे तेरा ही राज थाकभी तेरे सीर पर भी वफाओ का ताज थातूने मेरा दिल तोडा पर पता न चला तुझकोक्योंकि टुटा दिल दीवाने का बे आवाज था
ए दिलचल एक सौदा करते हैंमैं उसके लिए तड़पना छोड़ देता हूँतू मेरे लिए धड़कना छोड़ दे …
बड़ा बेदर्द है ये ज़माना नफरत उसी को देता है, जो यहाँ प्यार लुटाए फिरता है !!
बहुत पुराना मकान बना हुआ है तेरी यादों और मेरी हसरतों का,अब बस उसमें मेरे अधूरे ख्वाब, हसरतें और मैं, मिलकर रहते हैं…
किसी को इतना भी न चाहो किभुला न सको क्योंकिज़िंदगी इन्सान और मोहब्बत तीनों बेवफा हैं !!
हमने अपना दिल जिन्दगी रूह सब उनके नाम कर दिया, पर दुःख तो तब हुआ जब उन्होंने कहा, ऐसा भी क्या काम कर दिया !
वफ़ा निभा के वो हमे कुछ दे ना सकेपर बहुत कुछ दे गये जब वो बेवफा हुए
आज का इंसान ऐसा ही है साहब, जिसके लिए दुआ करो उसकी दुआओ में, अपने लिए गाली ही मिलती है !
गम नहीं की दौलत ना मिली शौहरत ना मिली, गम इस बात का है की इतना चाहने के बाद भी हमे उनकी मोहोब्बत ना मिली।
ख़ुशी की राज में गम मिले तो क्या करेवह की राह में बेवफा मिले तो क्या करेकैसे बचाये जिंदगी को दगाबाजों सेकोई दिल लगा के दगा दे जाए धोखा तो क्या करे
दिल के पहलू मेंएक दर्द सा पाने लगेजब अपने हीबेगाने से नजर आने लगे।
हमारे रास्ते से हटकर अब वो किसी और रीह पर जाने लगे हैं, हमसे मोहब्बत नहीं अब उन्हें अब वो किसी और को चाहे लगे हैं।
इस दुनिया मे किसी के लिए रोना एक फालतू काम है,जिसके पास पैसा है बस उसका ही नाम है, वरना बापभी अपने बच्चों को पैसों के लिए घर से बाहर निकालदेता है।
बिन बात के ही रूठने की आदत हैकिसी अपने का साथ पाने की चाहत है,आप खुश रहें मेरा क्या हैमैं तो आइना हूँ मुझे तो टूटने की आदत है।
हमें तो कबसे पता था कीतू बेवफ़ा हैतुझे चाहा इसलिए किशायद तेरी फितरत बदल जाये
ना पूछ मेरे सब्र की इंतहा कहाँ तक हैतू सितम कर ले तेरी हसरत जहां तक हैवफ़ा की उम्मीद जिन्हें होगी उन्हें होगीहमे तो देखना है तू बेवफा कहा तक है
रास्ते खुद ही तबाही के निकाले हम नेकर दिया दिल किसी पत्थर के हवाले हमनेहाँ मालूम है क्या चीज़ हैं मोहब्बत यारोअपना ही घर जला कर देखें हैं उजाले हमने
परेशान रहता हूँ सोच कर कीअब इस इश्क़ के दौर का क्या होगातू जो मेरा ना हुआवो किसी और का क्या होगा।
जिसके होते हम किसी और को याद तक नहीं करते थेताज्जुब है की उसने किसी और के लिए हमे भुला दिया।
वो लोग बहुत मजबूत हो जाते है, जिनके पास खोने के लिए कुछ भी नही होता !
जमाने ने की है बेवफाई इस कदरहिम्मत नहीं है किसी से नजर मिलाने कीजज्बा ही खत्म हो गया वफा का मेराहिम्मत नहीं है फिर से दिल लगाने की…
अपनी मोहोबत को किसी और के साथ जाते देखा है मैंने, मत पूछ उसकी चाहत में क्या क्या देखा है मैंने।
उसे चाह कर भी उसकी चाहत ना मिलीढूँढा बहुत मगरउस सी दूसरी कोई आदत ना मिली।
दवा ये बस झूठे लोगों को मिलती है, ये सच्ची मोहोब्बत ना जाने क्यों झूठे लोगों की मिलती है।
कुछ लोगों को हम कितना भी, अपना बनाने की कोशिश क्यों न करले, आखिर में वो साबित कर देते हैं, कि वो गैर ही हैं !
आज कल कहाँ कोई किसी एक का होकर रहता है, सब आज कल सभी को चाहने लगे हैं।
रोज़ ढलता हुआ सूरज ये कहता हैमुझसे आज उसे बेवफा हुएएक दिन और हुआ
हमें तो कबसे पता था की, तू बेवफ़ा हैतुझे चाहा इसलिए कि, शायद तेरी फितरत बदल जाये…
साथ रोती थी हँसा करती थीएक परी मेरे दिल में बसा करती थीकिस्मत थी हम जुदा हो गए वरना वोमुझे अपनी तकदीर कहा करती थी
अपनी ही मोहोब्बत से मुकरना पड़ा मुझे, जब देखा उसे किसी और के लिए रोते हुए।
मोहोब्बत हुई उसे भी मगर दिक्कत ये रही की मुझसे ना हुई।
हम तो उनके लिएसीढ़ी की तरह थेमानों हम पर चढ़कर वो हमारा इस्तेमाल करकिसी दूसरे के हो गए।
अपनी चाहत को किसी और का होते देखा है, मैंने बहार से मुस्कुराते हुए अपने दिल को रोते हुए देखा है।
परेशान रहता हूँ सोच कर की अब इस इश्क़ के दौर का क्या होगा, तू जो मेरा ना हुआ वो किसी और का क्या होगा।
मोहोब्बत कभी ख़त्म नहीं हुई उसे भी दबाना पड़ता है दिल के दर्द की तरह।
पत्थर समझती रही जिसे ताउम्रवो ही आज खुदा निकलाजिसे पूजा मैंने खुदा की तरहदुनिया वालों वो ही बेवफा निकला…
हम अपने दिल को, यह कह कर तसल्ली देते रहे केजो मेरा ना हो सका, वो किसी और का क्या होगा.
हो चुके अब तुम किसी केकभी मेरी ज़िंदगी थे तुमभूलता है कौन मोहब्बत पहलीमेरी तो सारी ख़ुशी थे तुम।
भुला सकूं तुझे अभी इतना काबिल ना हुआ, गया था दूर तुझे भुलाने के लिए पर तेरी यादों के सिवाय कुछ हासिल ना हुआ।
उठ गया हो भरोसा उस बेवफा सेतो मुझको गले लगा ले तूजीवन भर साथ निभाऊंगी तेरामेरी वफा को आजमा ले तू…
तेरे चले जाने के बाद तेरी यादें ही आई है बस।
मोहब्बत जिंदगी बदल देती हैमिल जाये तब भी ना मिले तब भी
जिसको याद करके आप रो रहे होवो किसी और को ख़ुश रखने में व्यस्त है…
जिसे हम सबसे अधिक अपना समझते है, आखिर में वही लोग हमे पराया समझते है !
अब आशिक़ों में ये एक आदत नहीं मिलती, अब चाहत के बदले क्यों चाहत नहीं मिलती।
मेरी आंखो मे जो लिखा है उसे मिटाउ कैसेकोई बताओ उन्हे भुलाउ कैसेजागते आंखो से देखु सपने उनकेअपनी आंखो मे किसी और के ख्वाब सजाउ कैसे.
मैंने बात नहीं की कब से उनसे पर इसका ज़िकर कहाँ है, उन्हें भी अब मेरी फ़िक्र कहाँ है।
अनजान थी मैं नाम ऐ वफा सेदाग बेवफाई का सनम लगाया तुमनेनादान थी मैं ना समझी चाहत तुम्हारीइसलिए जीते जी कब्र में सुलाया तुमने…
जाते जाते वो कोई अच्छी सी निशानी दे गयेउमर भर दोहरा सकु ऐसी कहानी दे गयेहम तो रेह गये प्यासेपर हमारे पलको मे पाणी दे गये.
ज़िन्दगी के अगले क़दम बढ़ने से पहले, मंज़िलें सारी चढ़ने से पहले, बस एक आखरी ख्वाहिश यही है जीना है संग तेरे मरने से पहले।
बहुत मासूम होते है ये आँसू भीये गिरते उनके लिए है जिन्हे परवाह नहीं होती…
हम उसे सच्चे दिल से प्यार करते हैं वो किसी और से प्यार करते हैं भूल मत जिसे तुम प्यार करती हो वो किसी और से प्यार करता हैं।
अपनी चाहत कोकिसी और का होते देखा हैमैंने बहार से मुस्कुराते हुएअपने दिल को रोते हुए देखा है
प्यार की कदर करने वाले जीना जानते हैं, बाकी सबको तो आप सब भी पहचानते !!
तकलीफ ये नहीं कि तुम्हे अजीज़ कोई और हैदर्द तब हुआ जब हम नज़रअंदाज़ किये गए..!!
तेरी यादों की कोई सरहद होती तो अच्छा थाखबर तो रहती सफर तय कितना करना है
जिस्म से होने वाली मोहब्बत का इज़हार आसान होता हैरूह से हुई मोहब्बत समझने में ज़िन्दगी गुजर जाती है
कभी ग़म तो कभी तन्हाई मार गयीकभी याद आ कर उनकी जुदाई मार गयीबहुत टूट कर चाहा जिसको हमनेआखिर में उनकी ही बेवफाई मार गयी