This Dance Competition Shayari On Dance In Hindi will be best for your dance competition which you can also send to your other friends.
“ खुशियों से भरी जिन्दगीकई तरह से जी जाती है,खूबसूरत नृत्य बड़ीशिद्दत से की जाती है….!!
“ दिमाग में चल रहा नृत्यविचारों का दिलभटक रहा यहाँ बंजारों सा….!!
“ जब मैं नृत्य करता हूँ, तो मैं बाकीसब कुछ भूल जाता हूँ और बसपूरी तरह से खुश महसूस करता हूँ…!!
ताली आप बजाओगे, बिखर जायेगा नूर,बज जायेगा ह्रदय में, बच्चों के संतूर,अधिक परिश्रम से किया, इनने आज धमाल,ये बच्चे हक़दार हैं, ताली हो भरपूर…
“ प्रकृति सम्पूर्ण संगीत है, जीवन महज एक नृत्य है….!!
“ रात भर चलता रहानृत्य साँसों का देहके टेढ़े आँगन में…!!
वो आए घर में हमारे ख़ुदा की क़ुदरत है कभीहम उन को कभी अपने घर को देखते हैं।
#गीत ख़ुशी के गाते रहो जीवन उल्लसित हो #नृत्य स्वयं करने लगेगा !! ♥️💃♥️
#दिमाग में चल रहा नृत्य विचारों का दिल भटक रहा यहाँ #बंजारों सा
“ खुशियों से तेरा आंगन छलकता रहे,फूलों की वादियों से जीवन महकता रहे,चांद सूरज है आसमान में जब तक,तेरी जिंदगी का सितारा तब तक चमकता रहे…!!
सजदा अदा न कर सका इस बात का ग़म नहीं खुशी से झूमना भी दोस्तों खुदा की इबादत से कम नहीं
“ बहुत नाच लिये जंगल में मोर,अब तुम जरा शहर में आओ,नंगे बदन इन कलाकारों कोअब तुम नृत्य कला सिखलाओ…!!
अपनी एक ज़मी, अपना एक आकाश पैदा कर,तू अपने लिए एक नया इतिहास पैदा कर…मांगने से कब मिली है ख़ुशी मेरे दोस्त,तू अपने हर कदम पर विश्वास पैदा कर।।
“ क्रोध को समेट लेता है नृत्य,मन को मोह लेता है नृत्य,जीवन का एक अंग है नृत्य,सुकून उसे मिलता है जिसके संग है नृत्य…!!
नृत्य दिवस चाहे कभी भी मना लो #ज़िंदगी तो हर दिन नचायेगी
“ तुम्हें नाचने के लिए दो पांवनहीं मेरी जान एक दिल चाहिएजो भरा हो प्रेम से…!!
दिलों में विश्वास पैदा करता Hai,हम सुब में कुछ आस पैदा करता Hai…मिटटी की बात तो अलग Hai,इश्वर तो पत्थरों में भी घास पैदा करता Hai।।
जीत की खातिर बस जुनून चाहिए,जिसमें उबाल हो एसा खून चाहिए |यह आसमां भी आएगा ज़मी पर,बस इरादों में जीत कि गुंज चाहिए ||
“ नृत्य तो असंख्य गोपिकाएं करती थीभगवान श्रीकृष्ण के संग,उन्हें लुभाने के लिए नहींअपितु स्वयं को उनमे भुलाने के लिए….!!
#नृत्य तो असंख्य गोपिकाएं करती थीं #भगवान श्री कृष्ण के संग… उन्हें ‘लुभाने’ के लिए नहीं #अपितु स्वयं को उनमें #भुलाने के लिए!
“ नृत्य करती है सृजन में डूबी हुई एक पृथ्वीतो बदलते है दिन बीतता है समय!नृत्य करती है अवसाद में डूबी हुईएक नर्तकी तो भूल जाती हैदिन,समय और काल…!!
“ मस्तिष्क में नृत्य करते हैजब विचार, हृदय भी भावुकहो जाता है कई बार….!!
काला न कहो मेरे महबूब को,काला न कहो मेरे महबूब को,खुदा तो तिल ही बना रहा था,स्याही का प्याला लुढ़क गया,उसमे उसका कोई कसूर नहीं । 🖤
जैसा मूड हो वैसामंजर होता Haiमौसम तो हर इंसान केअंदर होता Hai
नृत्य #आत्मा की छिपी हुई भाषा है.
डांस तुम मेरे यार होबचपन वाला मेरा प्यार होदर्द देती है एडियां लेकिनदिल कहता है हर बार हो
देख पोस्ट मेरी अच्छी है सोच मेरी अच्छी है.BUT अभी भी तुझे नही आया पसंद तो.यार तू अभी बोर्न बेबी है.
“ जब लोग नाचना शुरू करते हैं,तो वे ऐसे नृत्य करते हैं जैसेउन्हें पता नहीं होता कि वेऐसा कर रहे है…!!
पूजा हो मंदिर में तो थाली भी चाहिए,गुलशन है गुल का तो माली भी चाहिए है,दिल है दिलवाला तो दिलवाली भी चाहिए,कार्यक्रम है हमारा तो आपकी ताली भी चाहिए।
“ आज भी तुम करती हो नृत्यमेरे मन की भीगी सड़कों परजहाँ से कोई गुजरता नहीं अब….!!
“ आपको सबसे बेहतर नृत्य सीखने की आवश्यकता नहीं है आपको ज़रुरत है रोज़ खुद से बेहतर नृत्य सीखने की…..!!
न पूजा न रानी अपना तो एक ही उसूल है.भाई हर लडकी पर तरी मारू.
“ प्रकृति सम्पूर्ण संगीत हैजीवन महज़ एक नृत्य है…!!
“ नृत्य का शौक़ीन होना,प्यार में पड़ने की दिशामें निश्चित कदम था…!!
“ जिन्दगी में अच्छे लोगो सेमिलना है, तो नृत्य करना सीख लीजिये….!!
“ नाचना रिंदगी भी होती है नाचना खुदा की बंदगी भी होती है कुछ पल झूम के देखो खुशी में तोलगेगा कि नाचना जिंदगी भी होती है…!!
तुम जो आए हो तो शक्ल-ए-दर-ओ-दीवार है औरकितनी रंगीन मिरी शाम हुई जाती है।
“ मसर्रत के तराने गा रहे हैंदिल वाले घोड़े मुबारक हो दिल,फिर से डांस करने लगे है वो थोड़े…!!
“ दर्दे दिल बयाँ करने हैं आये,आखिर बार दुल्हे को समझाने हैं आये,शादी नहीं हैं वो लड्डू जिसे खाकर बस मजा आये,ये तो वो फंदा हैं जिस गले पड़े वो पछताये…!!
ठीक नहीं कहना मेरा सबसे यह हर बार,करतल ध्वनि हो जाये तो हो जाये उपकार,बिना कहे बजती रहें हर प्रस्तुति के बाद,तड़-तड़ वाली तालियाँ तब है कोई बात।
ग़र ख़ुद के साथ ज़ीना आ जायेटूटे हुओं के ज़ख्मो को सीना आ जायेहर पल बरसती है नियामतें कायनात कीबस हर दिन की मुबारक देना आ जाए
ताली आप बजाओगे, बिखर जायेगा नूर,बज जायेगा ह्रदय में, बच्चों के संतूर,अधिक परिश्रम से किया, इनने आज धमाल,ये बच्चे हक़दार हैं, ताली हो भरपूर।
“ दिल की बाहो से वो खिल उठा हैकुछ बात है डांस में जो मिल चूका हैहर एक कदम पे मन उड़ जाता हैपैरो के मन से डमरू मुड़ जाता है…!!
रौनक़-ए-बज़्म नहीं था कोई तुझ से पहलेरौनक़-ए-बज़्म तिरे बा’द नहीं है कोई।
“ अहसास के रंग में डूब कर जबचली कलम शब्द शब्द नृत्य करनेलगे और कविता बन गयी…!!
“ नृत्य के कला को जिसने समझाउसके लिए वरदान है, जो इसे सिर्फ‘नाच’ समझा वो इंसान बड़ा ही नादान है….!!
“ न नृत्य जानूँ न जानूँ गायन नही आये चित्रकारी इस लॉकडाउन में एक ही सहारामेरी ये लिखने की बीमारी…!!
भाव-भंगिमाएं जब #सम्प्रेषण के माध्यम से प्रगाढ़ होते हैं विभिन्न #शैलियों में नृत्य-संगीत लोचन से अकाट्य# होते हैं
“ आज फिर से उसके कदमथिरकने लगे, ‘ जब बेड़ियाँधुंघरुओं का रूप लेने लगे…!!
दिन निकला हर दिन जैसापर आज का दिन कुछ ख़ास होअपने लिए तो जीते हैं रोजआज सबके भले की अरदास हो।
ये माना की जिंदगी की राह आसान नहींपर मुस्कुराकर चलने में कोई नुकसान नहीं
“ जो तेरा हाल है वो मेराहाल है, हाल से हालमिला ताल से ताल मिला…!!
चेहरे पर हंसी और दिल में खुशी होती हैसही मायनों में यही जिंदगी होती हैऔर हंसना किसी इबादत से कम नहींकिसी और को हंसा दो तो बंदगी होती है।
हर मायूस को हंसाने काकारोबार है अपनादिलो का दर्द खरीद लेते हैंबस यही रोजगार अपना।
“ गीत ख़ुशी के गाते रही जीवनउल्लसित ही नृत्य स्वयंकरने लगेगा…!!
“ किसी के नाचने में हरख होता हैमजबूरी के नाच में एक दर्द होता हैबंदगी,गुमान,शराब के नशे में नाचते हैं लोगनाचने नाचने के भाव में फ़र्क होता है…!!
“ नृत्य के कला को जिसने समझाउसके लिए वरदान है, जो इसे सिर्फ‘नाच’ समझा वो इंसान बड़ा ही नादान है….!!
“ हर इंसान के पैर पूरे जीवन मेंसैकड़ो मील चलते है, नृत्य करनेवाले पैर इस दुनियामें बहुत कम मिलते है….!!
“ हृदय में जिसके नृत्य भरा था,घुघर भी गुलाम हो गए उसकेफिर क्या बिसात “कदमों” की,जो थिरकने से रोक पाते…!!
मीठी बात और चेहरे पर मुस्कान,ऐसे लोग ही है हमारी महफ़िल के शान।
हमारी महफ़िल में लोग बिन बुलायें आते हैं,क्योकि यहाँ स्वागत में फूल नहीं पलकें बिछाये जाते हैं
“ वह थिरकती लौ आत्मा कीजो कण-कण में विराजित है,नृत्य में नटराज हीआदि कल से समाहित है….!!
एक मत है #आत्मा तीसरे नेत्र के स्थान पर होती है कुछ कहते हैं #हृदय की गहराई में स्थित है मैने महसूस किया है मेरी #आत्मा मेरे पैरो में है |
सुनता हूँ मैं कि आज वो तशरीफ़ लाएँगेअल्लाह सच करे कहीं झूटी ख़बर न हो
“ नृत्य का शौक़ीन होना,प्यार में पड़ने की दिशामें निश्चित कदम था…!!
“ आज भी तुम करती हो नृत्यमेरे मन की भीगी सड़कों परजहाँ से कोई गुजरता नहीं अब….!!
ताली आप बजाओगे, बिखर जायेगा नूर,बज जायेगा ह्रदय में, बच्चों के संतूर,अधिक परिश्रम से किया, इनने आज धमाल,ये बच्चे हक़दार हैं, ताली हो भरपूर…
“ आज भी नृत्य करती हूं उसी कोदिखाने के लिए किन्तु वो इसेभावनाओं का नाच समझे बैठा हैजाने क्यूं वह पुरुष प्रकृति को नहीं समझता…!!
सुनता हूँ मैं कि आज वो तशरीफ़ लाएँगेअल्लाह सच करे कहीं झूटी ख़बर न हो
तुमको मिल सकता है मुझसे बेहतर तोहमको मिल सकता है तुमसे बेहतरलेकिन तुम और हम ग़र मिल जाएं तोकुछ और नहीं हो सकता इससे बेहतर।
“ राधा को कान्हा देखकर हो जाते थेविदेह कान्हा की बांसुरी पे राधाका मनमयूर करे नृत्य…!!
“ तकदीर ने चाहा तकदीर ने बताया,तकदीर ने आपको और हमको मिलाया,खुशनसीब थे हम या वह पल,जब आप जैसा हमसफर जिंदगी में आया…!!
प्यार में ये कैसा सौदा हुआ हमारे साथ,हमारा दिल सबने लिया और हमें किसी नेदिल दिया ही नहीं, ओर मजे की बात ये है कीहमारे पास कभी दिल खतम ही नही हुए । 💯😂🙌
“ नृत्य ख़ुशी का इजहार है,ये राधा-कृष्ण का प्यार है,प्रसन्नता का ये इकरार है, नृत्य कलाओं का निहार है….!!
“ आज भी नृत्य करती हूं। उसी कोदिखाने के लिए किन्तु वो इसेभावनाओं का नाच समझे बैठा हैजाने क्यूं वह पुरुष प्रकृति को नहीं समझता…!!
“ कला की हम करते है कदर,गज़लहो या हमारी पायल,लिखे नज़्मऔर थिर्के पैर भी,रहें ना इसकेबगैर अब,जहां मान चुके इसे हम रब…!!
“ नृत्य एक क्षैतिज इच्छा कीलंबवत अभिव्यक्ति है…!!!
न नृत्य# जानूँ न जानूँ गायन न ही आये चित्रकारी इस #लॉक डाउन में एक ही सहारा मेरी ये #लिखने की बीमारी
“ नृत्य मेरी अभिलाषा है,नृत्य ही मेरी भाषा है,नृत्य मेरे लिए सम्मान है,नृत्य ही मेरी पहचान है….!!
मुद्दत से आता हर दिनज़िन्दगी में नई उम्मीद जागेआज का दिन बख्शे खुशियां आपकोनेक कामोंसे सबके नसीब जागे।
“ पहला नृत्य सबसे खराब नृत्य है;अंतिम नृत्य सबसे अच्छा नृत्य है.निरंतर अभ्यास के सभी मार्ग पूर्णताकी भूमि की ओर ले जाते है…!!
क्या करे हमारी गर्ल फ्रेंड ही एसी है,हर मैसेज का रिप्लाइ hmmm में देती है,ओर खुद गूंगी है, ऐसा मानती भी नही । 🤣💯
मसर्रत के तराने गा रहे हैं दिल वाले घोड़ेमुबारक हो दिल ,फिर से डांस करने लगे है वो थोड़े
“ नृत्य और दौड़ ख़ुशी केरसायन को बढ़ा देते है…!!
“ जरूरतें हर इंसान को नचाती है, कोई पर्दे के आगे नाचता हैतो कोई पर्दे के पीछे नाचता है….!!
“ नृत्य करना मेरे जीवनके सबसे ख़ुशी के पल रहे है..!!
मंजिल उनिको मिलती हीजिनके सपनो मैँ जान होती है,पंखो से कुछ नहीं होताहौसलों से उड़ान होती है।”
“ वो कुछ इस तरह अधूरा हैमेरे बिना जैसे की संगीत बिना नृत्य…!!
हमारी महफ़िल में लोग बिन बुलायें आते हैं,क्योकि यहाँ स्वागत में फूल नहीं पलकें बिछाये जाते हैं।
“ राधा को कान्हा देखकर हो जाते थेविदेह कान्हा की बांसुरी पे राधाका मनमयूर करे नृत्य…!!
मंजिल उनिको मिलती हीजिनके सपनो मैँ जान होती है,पंखो से कुछ नहीं होताहौसलों से उड़ान होती है।
यह खोज आपके लिए है कुछ यादगार बनाने के लिए, सही नृत्य करने में समय लगता है।
“ चाहे न चाहे जिदंगी हमसे उम्रभर नृत्य करवाती है, नृत्य करतेकरते इंसान की पूरी उम्र निकल जाती है….!!!
na sangharsh, na takaleephen…kya hai maja phir jeene mein.toophaan bhee tham jaega, jab lakshy rahega seene mein।।
जोह तेरा #हाल है, वह मेरा हाल है … हाल से हाल मिला, #ताल से ताल मिला
नृत्य एक #कला है,💃 💃 जिससे संसार# का बच्चा-बच्चा जुड़ा है। ये नृत्य धरती# के कण-कण में बसा है!!
“ पहला नृत्य सबसे खराब नृत्य है;अंतिम नृत्य सबसे अच्छा नृत्य है.निरंतर अभ्यास के सभी मार्ग पूर्णताकी भूमि की ओर ले जाते है…!!
“ जब शरीर और आत्माका मिलन होता है,तब एक खुबसुरतनृत्य का श्रीजन होता है…!!
बस खुद को बना ले अपना सारा जमाना अपना बन जाएगा तनिक खुद के साथ झूम के देखो हर दिन सावन नजर आएगा
कार्यक्रम में खुशियों का महोत्सव हो जाएगा,समंदर में लहरों का महोत्सव हो जाएगा,शोभा आपकी और हमारी दो दूनी चार होगी,जब आपकी तालियों का महोत्सव हो जाएगा।
रौनक़-ए-बज़्म नहीं था कोई तुझ से पहलेरौनक़-ए-बज़्म तिरे बा’द नहीं है कोई।
“ तुम्हारा जिक्र हो और दिलउछल पड़े कहीं यहीतो नहीं परिभाषा नृत्य की….!!
ये माना की जिंदगी की राह आसान नहींपर मुस्कुराकर चलने में कोई नुकसान नहीं।
बहुत खूबसूरत हो तुम फूल की तरह,खुद को दुनिया कि नजर से बचाए रखो,सिर्फ आँखों में काजल ही काफी नहीं,गले में नीम्बू ओर मिर्ची भी लटकाया करो । 🤣
“ नृत्य तो असंख्य गोपिकाएंकरती थी भगवान श्रीकृष्ण के संग,उन्हें लुभाने के लिए नहीं अपितुस्वयं को उनमे भुलाने के लिए…!!
“ क्रोध को समेट लेता है नृत्य,मन को मोह लेता है नृत्य,जीवन का एक अंग है नृत्य,सुकून उसे मिलता है जिसके संग है नृत्य…!!
“ ऊर्जा से भरा योग है नृत्य,हर लेता सारे रोग है नृत्य,खुशियों का स्त्रोत है नृत्य,जीवन जीने का शोध है नृत्य….!!
“ मुद्दत से एक ठुमका देखने की ललक थीआज देखना नसीब हो गयाअब तक तो था दिल से अमीरआज दिल का गरीब हो गया…!!
इम्तिहान समझकरसारे गम सहा करोशख़्सियत महक उठेगीबस खुश रहा करो
“ तुम्हारा जिक्र हो और दिलउछल पड़े कहीं यहीतो नहीं परिभाषा नृत्य की….!!
“ आज भी नृत्य करती हूं। उसी कोदिखाने के लिए किन्तु वो इसेभावनाओं का नाच समझे बैठा हैजाने क्यूं वह पुरुष प्रकृति को नहीं समझता…!!
“ नृत्य तो असंख्य गोपिकाएंकरती थी भगवान श्रीकृष्ण के संग,उन्हें लुभाने के लिए नहीं अपितुस्वयं को उनमे भुलाने के लिए…!!
लोग कहते है की प्यार में मेरादिल टूट गया, में सोचता हु कीदिल टूट ने के बाद भी तू जिंदा कैसे है । 🤣🙌
“ नृत्य है एक ऐसी कलाजिसका ना कोई. मेल नृत्य हैएक ऐसी कला जो बच्चों का ना खेल…..!!
“ प्रकृति सम्पूर्ण संगीत है, जीवन महज एक नृत्य है….!!
“ हमें हर उस बीते ही दिन पर विचारकरना चाहिए जिस पर हमने कमसे कम एक बार भी नृत्य नहीं किया है…!!
सौ चाँद भी चमकेंगे तो क्या बात बनेगीतुम आए तो इस रात की औक़ात बनेगी
“ मुद्दत से एक ठुमका देखने की ललक थीआज देखना नसीब हो गयाअब तक तो था दिल से अमीरआज दिल का गरीब हो गया…!!
अपनी कद्रदानी को,इस तरह Naa छिपाइए,अगर प्रस्तुति पसंद आई Ho,तो तालियाँ बजाइये……
“ क्रोध को समेट लेता है नृत्य, मन को मोहलेता है नृत्य, जीवन का एक अंग हैनृत्य, सुकून उसे मिलता है जिसके संग है नृत्य….!!!
“ भाव-भंगिमाएं जब सम्प्रेषण केमाध्यम से प्रगाढ़ होते हैं विभिन्नशैलियों में नृत्य-संगीत लोचनसे अकाट्य होते हैं…!!
कार्यक्रम में खुशियों का महोत्सव हो जाएगा,समंदर में लहरों का महोत्सव हो जाएगा,शोभा आपकी और हमारी दो दूनी चार होगी,जब आपकी तालियों का महोत्सव हो जाएगा…
“ नृत्य है एक ऐसी कलाजिसका ना कोई. मेल नृत्य हैएक ऐसी कला जो बच्चों का ना खेल…..!!
ज़िन्दगी तब बहतर होती है जब हम खुश होते हैं,लेकिन ज़िन्दगी तब बहतरीन होती है जब हमारी वजह से कोई खुश होता है।।
“ आज भी तुम करती हो नृत्यमेरे मन की भीगी सड़कों परजहाँ से कोई गुजरता नहीं अब….!!
“ खुशियों से भरी जिन्दगीकई तरह से जी जाती है,खूबसूरत नृत्य बड़ीशिद्दत से की जाती है….!!
“ जिनके बुरे विचार होते है,वो करता है बुरे कृत्या,जिनके विचार खूबसूरत होते हैवो करते है नृत्य…!!
“ हमें हर उस बीते ही दिन पर विचारकरना चाहिए जिस पर हमने कमसे कम एक बार भी नृत्य नहीं किया है…!!
“ डांस तुम मेरे यार हो बचपनवाला मेरा प्यार हो दर्द देती हैएडियां लेकिन दिल कहताहै हर बार हो…!!
“ करते मेरे शब्द नृत्य किसी रचनाकी तलाश में मिल जाये वोपरिंदा मेरे किसी शब्दों की रचनाओं में..!!
मिलते तो बहुत लोग Hai ज़िन्दगी की राहों में,मगर हर किसी Me आप जैसी बात नहीं होती।।
“ किसी के नाचने में हरख होता हैमजबूरी के नाच में एक दर्द होता हैबंदगी,गुमान,शराब के नशे में नाचते हैं लोगनाचने नाचने के भाव में फ़र्क होता है…!!
“ यामिनी नृत्य कर रही जुगनुओंके प्रकाश में रातरानी मुस्कुरारही नवयौवन की आस में…!!!
मिलते तो बहुत लोग है ज़िन्दगी की राहों में,मगर हर किसी में आप जैसी बात नहीं होती।।
कलाकार हु अपनी कला जानती हुकहाँ सुनती हु बस दिल का ही मानती हुगर्व है मुझे अपनी विरासत पेकुछ और नहीं आपकी तारीफें मांगती हु
उस #आदमी को कभी तलवार मत दो जो #नाच न सके.
हर मायूस को हंसाने काकारोबार है अपनादिलो का दर्द खरीद लेते हैंबस यही रोजगार अपना
“ नृत्य में तल्लीन हो मेरे साथ कीअनुभूति करना मेरे हमनवां ‘ मैंधुंघरुओं की झंकार बन नृत्य मेंशामिल हो जाऊँगी मैं लौट आऊँगी…!!
“ नाचने का हुनर बचपनमें ही सीख लो, ये जिंदगीवक़्त-बेवक्त बड़ा नचाती है….!!
“ खुशियों से भरी जिन्दगीकई तरह से जी जाती है,खूबसूरत नृत्य बड़ीशिद्दत से की जाती है….!!
इम्तिहान समझकरसारे गम सहा करोशख़्सियत महक उठेगीबस खुश रहा करो
“ नाचना रिंदगी भी होती है नाचना खुदा की बंदगी भी होती है कुछ पल झूम के देखो खुशी में तोलगेगा कि नाचना जिंदगी भी होती है…!!
तकदीर ने चाहा तकदीर ने बताया,तकदीर ने आपको और हमको मिलाया,खुशनसीब थे हम या वह पल,जब आप जैसा हमसफर जिंदगी में आया…
ठीक नहीं कहना मेरा सबसे यह हर बार,करतल ध्वनि हो जाये तो हो जाये उपकार,बिना कहे बजती रहें हर प्रस्तुति के बाद,तड़-तड़ वाली तालियाँ तब है कोई बात…
राधा को #कान्हा देखकर हो जाते थे विदेह कान्हा की #बांसुरी पे राधा का मनमयूर करे नृत्य
ये नन्हे फूल तब महकते हैं,जब खुदा की नीली छत्रियां तनती हैं,ये नन्हे मुन्हे फरिश्तो के लिए,जोरदार तालियाँ तो बनती हैं…
शब्दों के इत्तेफाक़ मेंयूँ बदलाव करके देखतू देख कर न मुस्कुराबस मुस्कुरा के देख
कुछ बयां कर देता हूंकुछ छूपा लेता हूंमै अपनी मुस्कान से हीखूद को मना लेता हूं
“ नृत्य के कला को जिसने समझाउसके लिए वरदान है, जो इसे सिर्फ‘नाच’ समझा वो इंसान बड़ा ही नादान है….!!
“ जब शरीर और आत्माका मिलन होता है, तब एकखूबसूरत नृत्य का सृजन होता है….!!
“ य तो कला वरदान हैपर समझता समाजइसको सिर्फ़ “नाच” है…!!
तुम आ गए हो तो कुछ चाँदनी सी बातें होंज़मीं पे चाँद कहाँ रोज़ रोज़ उतरता है
“ रक्स ना कर अपनी खुशीपर इस कदर दूसरों का दर्दभी तुझ ही से वाबस्ता है…!!
“ जब तक आप नृत्य करते हैंतब तक आप जीवित रहते हैं…!!
कार्यक्रम में खुशियों का महोत्सव Ho जाएगा,समंदर में लहरों का महोत्सव Ho जाएगा,शोभा आपकी और हमारी Do दूनी चार होगी,जब आपकी तालियों का महोत्सव Ho जाएगा…
“ प्रकृति सम्पूर्ण संगीत है, जीवन महज एक नृत्य है….!!
हम अपनी जान के दुश्मन को अपनी जान कहते है,और मोहोब्बत की इसी मिटी को हिन्दोस्तान कहते हैं।
“ नृत्य तो असंख्य गोपिकाएंकरती थी भगवान श्रीकृष्ण के संग,उन्हें लुभाने के लिए नहीं अपितुस्वयं को उनमे भुलाने के लिए…!!
क्लासिकल डांस भी एक सम्पूर्ण व्यायाम है जो आपको स्वस्थ रखता है और मन को सुकून देता है।
तुम्हारा# जिक्र हो और दिल उछल पड़े #कहीं यही तो नहीं परिभाषा #नृत्य की
आप मुस्कुराते भी खूब हो फिर,आप दूसरा शर्माते भी खूब हो.दिल तो चाहता है आपको दावत पे बुलाऊ,मगर सुना है आप खाते भी खूब हो.
अपनी कद्रदानी को,इस तरह ना छिपाइए,अगर प्रस्तुति पसंद आई हो,तो तालियाँ बजाइये…
“ जो शब्द ना अब तक कह पाए मेरेघुंघरुओं ने दास्ताँ बताई है कौन कहता हैयह कोई डांस है मेरा मन जागा हैउसी की यह अंगड़ाई है…!!
“ नृत्य का शौक़ीन होना,प्यार में पड़ने की दिशामें निश्चित कदम था…!!
अपनी एक ज़मी, अपना एक आकाश पैदा कर,तू अपने लिए एक नया इतिहास पैदा कर।मांगने से कब मिली है ख़ुशी मेरे दोस्त,तू अपने हर कदम पर विश्वास पैदा कर।।
“ जब शरीर और आत्माका मिलन होता है,तब एक खुबसुरतनृत्य का श्रीजन होता है…!!
“ करते मेरे शब्द नृत्य किसी रचनाकी तलाश में मिल जाये वोपरिंदा मेरे किसी शब्दों की रचनाओं में..!!
सारे दुःख मिटा दो चेहरे की हंसी seगमों की आग बुझा दो चेहरे की हँसी Seहर कोई खुश रह नहीं सकता चाह Kar भीखुशी का राज बता दो चेहरे की हँसी Se
आओ आज मुश्किलों को हराते हैंचलो आज दिन भर मुस्कुराते हैं
ये माना की जिंदगी की राह आसान नहींपर मुस्कुराकर चलने में कोई नुकसान नहीं
ठीक नहीं कहना मेरा सबसे यह हर Baar,करतल ध्वनि हो जाये तो Ho जाये उपकार,बिना कहे बजती रहें हर प्रस्तुति Ke बाद,तड़-तड़ वाली तालियाँ तब Hai कोई बात…
आओ आज मुश्किलों को हराते हैंचलो आज दिन भर मुस्कुराते हैं।
हमारा दिल इतना बड़ा है कीहर किसीको देने के बाद भीआज तुम्हारे लिए भी जगह है । 😆
“ तुम्हारा जिक्र हो और दिलउछल पड़े कहीं यहीतो नहीं परिभाषा नृत्य की….!!
“ नृत्य क्लासिकल नृत्य भीएक सम्पूर्ण व्यायाम है जोआपको स्वस्थ रखता हैऔर मन को सुकून देता है…!!
“दिलों में विश्वास पैदा करता है,मन में कुछ आस पैदा करता है,मिटटी की तो कुछ बात ही अलग है,ईश्वर तो पत्थरों में भी घास पैदा करता है…”
स्नेहपूर्ण प्यार से बंधी हैं रेशमसी डौर,जिसके प्यार की सीमा का नहीं है छौर,ले रहे हैं जो एक सपनों की उड़ान,उनके प्यार की खुशबू महक रही है चहुओर…
हर सुबह एक नई शुरुआत लाती हैपुरे दिन के नेक संकल्प सजाती हैजिसने जाना हर दिन है होता शुभये सुबह उसी को ख़ूबसूरत बनाती है
उसने कहा क्यों मुझे टूट कर चाहा.मैंने कहा दिमाग से खाली थी और कोई बात नही.
“ खुद को व्यक्त करनेका सबसे अच्छा तरीका नृत्य है…!!
“ जरूरतें हर इंसान को नचाती है, कोई पर्दे के आगे नाचता हैतो कोई पर्दे के पीछे नाचता है….!!
शब्दों Ka वजन तो हमारे बोलने के भाव से पता चलता हैं,वैसे तो, दीवारों Par भी “वेलकम” लिखा होता हैं।
“ नृत्य और दौड़ ख़ुशी केरसायन को बढ़ा देते है…!!
“ नाचना रिंदगी भी होती हैनाचना खुदा की बंदगी भी होती हैकुछ पल झूम के देखो खुशी में तोलगेगा कि नाचना जिंदगी भी होती है…!!
“ य तो कला वरदान हैपर समझता समाजइसको सिर्फ़ “नाच” है…!!
मुहोब्बत Ka एक हसीं अहसास हूँ में,हर पल Me घुल जून कुछ एसा खास हूँ में…पूरी उम्र जपो यद् रहे आपको,इस शाम का वो हसीं आगाज़ हूँ Me।।
“ एक चीज जो हमारीअधिकांश समस्याओंको हल कर सकती हैवह नृत्य है…!!!
“ यह खोज आपके लिए हैकुछ यादगार बनाने के लिए,सही नृत्य करने में समय लगता है…!!
तुमको देखेगे सितारे तो स्याह मंगेगे.और प्यासे तेरी जुल्फों से घाटा मांगेगे.अपने कंधे से दुपटे को ना सरकने देना.वरना बूढ़े भी जवानी कि दुआ मांगेगे.
“ जिनके बुरे विचार होते हैवो करते है बुरे कृत्य, जिनके विचारखूबसूरत होते है वो करते है नृत्य…!!
“ आज भी तुम करती हो नृत्यमेरे मन की भीगी सड़को परजहाँ से कोई गुजरता नहीं अब….!!
“ ये कौन सा नृत्य है जो निरंतर हैअविरल है हर निग्रह से मुक्त किसअप्राप्य के लिए घूमता है विग्रह…!!
आज के दिन को सर झुकाकर करें सज़दामन की उमंगों को पँख लग जायेंगेभर लिया ख़ुद को दुआओं से इस दिनतो दूसरों के लिए भी दुआ कर पाएंगे।
“ किसी के नाचने में हरख होता हैमजबूरी के नाच में एक दर्द होता हैबंदगी,गुमान,शराब के नशे में नाचते हैं लोगनाचने नाचने के भाव में फ़र्क होता है…!!
“ नृत्य मेरी अभिलाषा है,नृत्य ही मेरी भाषा है,नृत्य मेरे लिए सम्मान है,नृत्य ही मेरी पहचान है….!!
आज #मयूर सा नाचे है मन कहो तो हो जाऊँ #इश्कन?
“ किसी के नाचने में हरख होता हैमजबूरी के नाच में एक दर्द होता हैबंदगी,गुमान,शराब के नशे में नाचते हैं लोगनाचने नाचने के भाव में फ़र्क होता है…!!
“ मसर्रत के तराने गा रहे हैंदिल वाले घोड़े मुबारक हो दिल,फिर से डांस करने लगे है वो थोड़े…!!
“ भाव-भंगिमाएं जब सम्प्रेषण केमाध्यम से प्रगाढ़ होते हैं विभिन्नशैलियों में नृत्य-संगीत लोचनसे अकाट्य होते हैं…!!
“ हमें हर उस बीते ही दिन पर विचारकरना चाहिए जिस पर हमने कमसे कम एक बार भी नृत्य नहीं किया है…!!
“ जब मैं नृत्य करता हूँ, तो मैं बाकीसब कुछ भूल जाता हूँ और बसपूरी तरह से खुश महसूस करता हूँ…!!
ऐ खुदा अपनी अदालत में हम सबके लिए ज़मानत रखना,हम रहे या ना रहें, हमारे दोस्तों को यूँ ही सलामत रखना।।
“ वह थिरकती लौ आत्मा कीजो कण-कण में विराजित है,नृत्य में नटराज हीआदि कल से समाहित है…!!
“ आज भी तुम करती हो नृत्यमेरे मन की भीगी सड़को परजहाँ से कोई गुजरता नहीं अब….!!
” खुद को पेश करो नाचो, गाओ,सीना चीरके दिलको, अपनी जानलगाओ देखो ना सूनेपन से इसजहाँ को कुछ दुसरो का कुछहमरा दिल बहलाओ…!!
“ कलाकार हु अपनी कला जानती हुकहाँ सुनती हु बस दिल का ही मानती हुगर्व है मुझे अपनी विरासत पे कुछऔर नहीं आपकी तारीफें मांगती हूँ…!!
“ मयूर सा मन नाचता है,जो कोई मन मीत मिल जाता है….!!
“ तकदीर ने चाहा तकदीर ने बताया,तकदीर ने आपको और हमको मिलाया,खुशनसीब थे हम या वह पल,जब आप जैसा हमसफर जिंदगी में आया…!!
#काम ऐसे करों जैसे कि तुम्हें पैसे# की जरूरत ही न हो. प्रेम ऐसे करो जैसे आपको कभी #चोट नहीं लगी. डांस ऐसे करो जैसे कोई #तुम्हे देख ही नहीं रहा है.
“ नृत्य में तल्लीन हो मेरे साथ कीअनुभूति करना मेरे हमनवां ‘ मैंधुंघरुओं की झंकार बन नृत्य मेंशामिल हो जाऊँगी मैं लौट आऊँगी…!!
“ रक्स ना कर अपनी खुशीपर इस कदर दूसरों का दर्दभी तुझ ही से वाबस्ता है…!!
“ नृत्य एक कविता है जिसमेंप्रत्येक चाल एक शब्द है…!!
“ यह खोज आपके लिए हैकुछ यादगार बनाने के लिए,सही नृत्य करने में समय लगता है…!!
बहुत मस्त हो तुम लोगो की नजरो से बचके रहो.आँखों में काजल के साथ, गले में भी निम्बू मिर्चीकी माला लटकाया करो.
“ जो लोग नृत्य करना बहुत पसंद करते हैं,उनके सिर की तुलना में उनकेपैरों में अधिक दिमाग होता है…!!
जब भी मैं #नृत्य करता हूं, मैं खुद को साबित# करने की कोशिश करता हूँ.
“ वह थिरकती लौ आत्मा कीजो कण-कण में विराजित है,नृत्य में नटराज हीआदि कल से समाहित है…!!
बूझी शमा भी जल सकती है,तुफानो से कश्ती भी निकल सकती है,हो के मायूस यूँ ना अपने इरादे बदल,तेरी किस्मत कभी भी बदल सकती है…
“ दर्दे दिल बयाँ करने हैं आये,आखिर बार दुल्हे को समझाने हैं आये,शादी नहीं हैं वो लड्डू जिसे खाकर बस मजा आये,ये तो वो फंदा हैं जिस गले पड़े वो पछताये…!!
कलाकार है कला बख़ूबी जानती है ,कलाकार है इसलिए कलाकृति पहचानती हैडांस के अपने जादू से मंत्रमुग्ध हैं ये करती ,सब को हैरान करने की ताकत जानती है !!
“ मुद्दत से एक ठुमका देखने की ललक थीआज देखना नसीब हो गयाअब तक तो था दिल से अमीरआज दिल का गरीब हो गया…!!
“ जिनके बुरे विचार होते हैवो करते है बुरे कृत्य, जिनके विचारखूबसूरत होते है वो करते है नृत्य…!!
“ तुम्हारा जिक्र हो औरदिल उछल पड़े, कहींयही तो नही परिभाषा नृत्य की….!!
“ ऊर्जा से भरा योग है नृत्य,हर लेता सारे रोग है नृत्य,खुशियों का स्त्रोत है नृत्य,जीवन जीने का शोध है नृत्य….!!
“ आज मयूर सा नाचे हैमन कही तो हो जाऊँ इश्कन…!!
“ जब लोग नाचना शुरू करते हैं,तो वे ऐसे नृत्य करते हैं जैसेउन्हें पता नहीं होता कि वेऐसा कर रहे है…!!
जो खो गया उसके लिए रोया नहीं करते,जो पा लिया उसे खोया नहीं करते |उनके ही सितारे चमकते है ए दोस्,जो मजबूरियों का रोना रोया नहीं करते ||
“ मैं किसी और से बेहतर डांस करने कीकोशिश नहीं करता. मैं केवल अपनेआप से बेहतर नृत्य करनेकी कोशिश करता हूँ …!!
आज भी तुम करती हो नृत्य# मेरे मन की भीगी सड़कों पर जहाँ से कोई #गुजरता नहीं अब
#नृत्य एक क्षैतिज इच्छा की लंबवत #अभिव्यक्ति है.
तुम आ गए Ho तो कुछ चाँदनी सी बातें होंज़मीं पे चाँद कहाँ रोज़ रोज़ उतरता Hai
“ मैं किसी और से बेहतरडांस करने की कोशिश नहींकरता। मैं सिर्फ खुद सेबेहतर डांस करने की कोशिश करता हूं..!!
“ नृत्य करने पर घंघरू कीआवाज़ दे सुकून तेरे इत्र केमहकने पर एहसास ए प्यार का जुनून…!!
“ न नृत्य जानूँ न जानूँ गायन नही आये चित्रकारी इस लॉकडाउन में एक ही सहारामेरी ये लिखने की बीमारी…!!
“ न नृत्य जानूँ न जानूँ गायन नही आये चित्रकारी इस लॉकडाउन में एक ही सहारामेरी ये लिखने की बीमारी…!!
“ जब शरीर और आत्माका मिलन होता है,तब एक खुबसुरतनृत्य का श्रीजन होता है…!!
दिल को सुकून मिलता हैं मुस्कुराने से.महफ़िल में रौनक आती है दोस्तों के आने से,
दिलों में विश्वास पैदा करता है,हम सुब में कुछ आस पैदा करता है।मिटटी की बात तो अलग है,इश्वर तो पत्थरों में भी घास पैदा करता है।।
“ जिन्दगी में अच्छे लोगो सेमिलना है, तो नृत्य करना सीख लीजिये….!!
ज़िन्दगी तब बहतर होती है जब हम खुश होते हैं,लेकिन ज़िन्दगी तब बहतरीन होती है जब हमारी वजह से कोई खुश होता है।।
कोई भी #परवाह नहीं करता है अगर आप अच्छी तरह से #नृत्य नहीं कर सकते है. सिर्फ उठो और नृत्य# करो. महान नर्तक अपने #जूनून के कारण महान है.
“ नृत्य दिवस चाहे कभीभी मना लो ज़िंदगी तोहर दिन नचायेगी…!!
“ ये कौन सा नृत्य है जो निरंतर हैअविरल है हर निग्रह से मुक्त किसअप्राप्य के लिए घूमता है विग्रह…!!
प्रकृति #सम्पूर्ण संगीत है जीवन महज़ एक #नृत्य है
“ नृत्य क्लासिकल नृत्य भीएक सम्पूर्ण व्यायाम है जोआपको स्वस्थ रखता हैऔर मन को सुकून देता है…!!
“ नृत्य करती है सृजन में डूबी हुई एक पृथ्वीतो बदलते है दिन बीतता है समय!नृत्य करती है अवसाद में डूबी हुईएक नर्तकी तो भूल जाती हैदिन,समय और काल…!!
“ डांस तुम मेरे यार हो बचपनवाला मेरा प्यार हो दर्द देती हैएडियां लेकिन दिल कहताहै हर बार हो…!!
“ हृदय में जिसके नृत्य भरा था,घुघर भी गुलाम हो गए उसकेफिर क्या बिसात “कदमों” की,जो थिरकने से रोक पाते…!!
“ मैं किसी और से बेहतर डांस करने कीकोशिश नहीं करता. मैं केवल अपनेआप से बेहतर नृत्य करनेकी कोशिश करता हूँ …!!
कला की हम करते है कदर,गज़ल हो या हमारी #पायल, लिखे नज़्म और थिर्के पैर भी,रहें ना इसके बगैर अब, जहां मान चुके इसे हम रब
“ नृत्य तो असंख्य गोपिकाएं करती थींभगवान श्री कृष्ण के संग उन्हें ‘लुभानेके लिए नहीं अपितु स्वयंको उनमें “भुलाने के लिए…!!
शाम सूरज को ढलना सिखाती हैशमा परवाने को जलना सिखाती हैं,गिरने वालो को होती है तकलीफपर ठोकर ही इंसान को चलना सिखाती।
कोई भी #परवाह नहीं करता है अगर आप अच्छी तरह से #नृत्य नहीं कर सकते है. सिर्फ उठो और नृत्य# करो. महान नर्तक अपने #जूनून के कारण महान है.
“ मुद्दत से एक ठुमका देखने की ललक थीआज देखना नसीब हो गयाअब तक तो था दिल से अमीरआज दिल का गरीब हो गया…!!
निकाल दे अपने दिल से हर डर को,नजारे मिलेंगे नए फिर तेरी नजर को,दामन भर जाएगा सितारों से तेरा,ये दुनिया देखेगी तब तेरे उभरते हुनर को…
“ नृत्य दिवस चाहे कभीभी मना लो ज़िंदगी तोहर दिन नचायेगी…!!
“ दिमाग में चल रहा नृत्यविचारों का, दिल भटकरहा यहाँ बंजारों सा….!!
“ आने से तेरे हर ख्वाब मेरेहसीन होने लगे, लिपट करगले लगे जो तेरे नृत्य हर रोम करने लगे….!!
“ हर इंसान के पैर पूरे जीवन मेंसैकड़ो मील चलते है, नृत्य करनेवाले पैर इस दुनियामें बहुत कम मिलते है….!!
“ रात भर चलता रहानृत्य साँसों का देहके टेढ़े आँगन में…!!
“ यदि आप अपनी आक्रामकताको छोड़ना चाहते हैं,तो उठो और नृत्य करो…!!
तुम आ गए हो तो कुछ चाँदनी सी बातें होंज़मीं पे चाँद कहाँ रोज़ रोज़ उतरता है।
“ किसी के नाचने में हरख होता हैमजबूरी के नाच में एक दर्द होता हैबंदगी,गुमान,शराब के नशे में नाचते हैं लोगनाचने नाचने के भाव में फ़र्क होता है…!!
अहसास के रंग में डूब कर जब चलीकलम शब्द शब्द नृत्य करने लगे और #कविता बन गयी
“ नृत्य करती है सृजन में डूबी हुई एक पृथ्वीतो बदलते है दिन बीतता है समय!नृत्य करती है अवसाद में डूबी हुईएक नर्तकी तो भूल जाती हैदिन,समय और काल…!!
“ नृत्य ख़ुशी का इजहार है,ये राधा-कृष्ण का प्यार है,प्रसन्नता का ये इकरार है,नृत्य कलाओं का निहार है…!!
लोग पूछते है की लड़की पटाने के बादतुझे चलने में दिक्कत क्यू हो रही है,अब उन्हें कैसे सुनाऊं की लड़की केबाप ने पिछवाड़ा लाल कर दिया है । 🤣
“ आज फिर से उसके कदमथिरकने लगे, ‘ जब बेड़ियाँधुंघरुओं का रूप लेने लगे…!!
जब जब दूर जाते हैं उनसेहमें अपना कसूर लगता हैउनके प्यार ने कितनों को किया दीवानाकि अब तो हर आदमी हमेअपना ससुर लगता है । 💥😂
“ बस खुद को बना ले अपनासारा जमाना अपना बन जाएगातनिक खुद के साथ झूम के देखोहर दिन सावन नजर आएगा…!!
जिंदगी की राह पर अकेला हूं,खूब खिलाया पिज्जा इस बेवफा कोइसीलिए आज भूखा और भिखारी हूं। 💔
कुछ बयां कर देता हूंकुछ छूपा लेता हूंमै अपनी मुस्कान से हीखूद को मना लेता हूं
इम्तिहान समझकरसारे गम सहा करोशख़्सियत महक उठेगीबस खुश रहा करो।
मिलते तो बहुत लोग है ज़िन्दगी की राहों में,मगर हर किसी में आप जैसी बात नहीं होती।।
“ दिल की बाहो से वो खिल उठा हैकुछ बात है डांस में जो मिल चूका हैहर एक कदम पे मन उड़ जाता हैपैरो के मन से डमरू मुड़ जाता है…!!
#कला की हम करते है कदर,गज़ल हो या हमारी #पायल, लिखे नज़्म और थिर्के# पैर भी,रहें ना इसके बगैर अब, जहां मान चुके इसे हम #रब
#अहसास के रंग में डूब कर जब चली #कलम शब्द शब्द नृत्य करने लगे और #कविता बन गयी
मुद्दत से एक ठुमका देखने की ललक थी आज देखना नसीब हो गया अब तक तो था दिल से अमीर आज दिल का गरीब हो गया
“ जो तेरा हाल है वो मेराहाल है, हाल से हालमिला ताल से ताल मिला…!!
“ दुनिया के मेले में सब हैनाचते, जिन्दगी में सबकेआते है मुश्किल भरे रास्तें….!!
“ सजदा अदा न कर सकाइस बात का ग़म नहींखुशी से झूमना भी दोस्तोंखुदा की इबादत से कम नहीं…!!
“ जो तेरा हाल है वो मेराहाल है, हाल से हालमिला ताल से ताल मिला…!!
“ जब नाचने न आयें,तो आंगन ही टेढ़ा हो जायें….!!
“ किसी के नाचने में हरख होता हैमजबूरी के नाच में एक दर्द होता हैबंदगी,गुमान,शराब के नशे में नाचते हैं लोगनाचने नाचने के भाव में फ़र्क होता है…!!
“ अहसास के रंग में डूब कर जबचली कलम शब्द शब्द नृत्य करनेलगे और कविता बन गयी…!!
दुनियां का हर शौक पला नहीं जाता,कांच के खिलोनो को उछाला नहीं जाता |महनत करने से हो जाती है मुश्किले आसान,क्यों की हर कम तक़दीर पर टाला नहीं जाता ||
“अपनी एक ज़मी, अपना एक आकाश पैदा कर,तू अपने लिए एक नया इतिहास पैदा कर…मांगने से कब मिली है ख़ुशी मेरे दोस्त,तू अपने हर कदम पर विश्वास पैदा कर।”
“ नृत्य दिवस चाहे कभीभी मना लो ज़िंदगी तोहर दिन नचायेगी…!!
प्यार में ये कैसा सौदा हुआ हमारे साथ,हमारा दिल सबने लिया और हमें किसी नेदिल दिया ही नहीं, ओर मजे की बात ये है कीहमारे पास कभी दिल खतम ही नही हुए । 💯😂🙌
“ नृत्य मेरी अभिलाषा है,नृत्य ही मेरी भाषा है,नृत्य मेरे लिए सम्मान है,नृत्य ही मेरी पहचान है….!!
“ जब मैं नृत्य करता हूँ, तो मैं बाकीसब कुछ भूल जाता हूँ और बसपूरी तरह से खुश महसूस करता हूँ…!!
“ नृत्य ख़ुशी का इजहार है,ये राधा-कृष्ण का प्यार है,प्रसन्नता का ये इकरार है, नृत्य कलाओं का निहार है….!!
“ तकदीर ने चाहा तकदीर ने बताया,तकदीर ने आपको और हमको मिलाया,खुशनसीब थे हम या वह पल,जब आप जैसा हमसफर जिंदगी में आया…!!
“ मैं किसी और से बेहतर डांस करने कीकोशिश नहीं करता. मैं केवल अपनेआप से बेहतर नृत्य करनेकी कोशिश करता हूँ …!!
पहले के जमाने मे लोग सफल हुआ करते थे.और आजकल लोग वायरल हुआ करते है.
गर्व# है हमसब को आपपे विरासत में मिले एक #संस्कृति को जीवित# आपने है रखा !!
जैसे #गीत बिन नृत्य अधूरा वैसे तेरे बिन कहाँ #नूर मेरा।
जैसा मूड हो वैसामंजर होता हैमौसम तो हर इंसान केअंदर होता है।
वो आए घर में हमारे ख़ुदा की क़ुदरत है कभीहम उन को कभी अपने घर को देखते हैं।
आओ आज मुश्किलों को हराते Haiचलो आज दिन भर मुस्कुराते Hai
मीठी बात और चेहरे Par मुस्कान,ऐसे लोग ही Hai हमारी महफ़िल के शान।
नृत्य दिवस चाहे कभी भी मना लो ज़िंदगी तो हर दिन नचायेगीयामिनी नृत्य कर रही जुगनुओं के #प्रकाश में रातरानी मुस्कुरा रही नवयौवन की आस में..
“ बस खुद को बना ले अपनासारा जमाना अपना बन जाएगातनिक खुद के साथ झूम के देखोहर दिन सावन नजर आएगा…!!
“ खुद को व्यक्त करनेका सबसे अच्छा तरीका नृत्य है…!!
“ जब शरीर और आत्माका मिलन होता है, तब एकखूबसूरत नृत्य का सृजन होता है….!!
शब्दों के इत्तेफाक़ मेंयूँ बदलाव करके देखतू देख कर न मुस्कुराबस मुस्कुरा के देख
“ जीवन का मीठा सत्य है,जीवन भी एक नृत्य है….!!
“ ऊर्जा से भरा योग है नृत्य, हर लेतासारे रोग है नृत्य, खुशियों का स्त्रोत हैनृत्य, जीवन जीने का शोध है नृत्य….!!
“ आपको सबसे बेहतर नृत्य सीखने की आवश्यकता नहीं है आपको ज़रुरत है रोज़ खुद से बेहतर नृत्य सीखने की…..!!
“ नृत्य तो असंख्य गोपिकाएं करती थींभगवान श्री कृष्ण के संग उन्हें ‘लुभानेके लिए नहीं अपितु स्वयंको उनमें “भुलाने के लिए…!!
“ मसर्रत के तराने गा रहे हैंदिल वाले घोड़े मुबारक हो दिल,फिर से डांस करने लगे है वो थोड़े…!!
मुहोब्बत का एक हसीं अहसास हूँ में,हर पल में घुल जून कुछ एसा खास हूँ में।पूरी उम्र जपो यद् रहे आपको,इस शाम का वो हसीं आगाज़ हूँ में।।
“ गीत ख़ुशी के गाते रही जीवनउल्लसित ही नृत्य स्वयंकरने लगेगा…!!
मुस्कुराने की मकसद ना ढूंढवरना जिंदगी यूं ही कट जाएगीकभी बेवजह मुस्कुरा के देखतेरे साथ साथ जिंदगी भी मुस्कुराएगी
तुमको मिल सकता है मुझसे बेहतर तोहमको मिल सकता है तुमसे बेहतरलेकिन तुम और हम ग़र मिल जाएं तोकुछ और नहीं हो सकता इससे बेहतर।
कुछ परिंदे उड़ रहे Hai आँधियों के सामने,उनमें ताकत Naa सही पर होसला होगा ज़रूर।इसी तरह तक आगे बढ़ते रहे तो देखना,तय समंदर तक Ek दिन फासला होगा ज़रूर।।
एक मत है #आत्मा तीसरे नेत्र के स्थान पर होती है कुछ कहते हैं #हृदय की गहराई में स्थित है मैने महसूस किया है मेरी #आत्मा मेरे पैरो में है |
“ एक चीज जो हमारीअधिकांश समस्याओंको हल कर सकती हैवह नृत्य है…!!!
“ दिल की बाहो से वो खिल उठा हैकुछ बात है डांस में जो मिल चूका हैहर एक कदम पे मन उड़ जाता हैपैरो के मन से डमरू मुड़ जाता है…!!
#जीवन का मीठा सत्य है जीवन भी एक #नृत्य है।
“ एक चीज जो हमारीअधिकांश समस्याओंको हल कर सकती हैवह नृत्य है…!!!
मीठी बात और चेहरे पर मुस्कान,ऐसे लोग ही है हमारी महफ़िल के शान।
“ किसी के नाचने में हरख होता हैमजबूरी के नाच में एक दर्द होता हैबंदगी,गुमान,शराब के नशे में नाचते हैं लोगनाचने नाचने के भाव में फ़र्क होता है…!!
जो लड़कियां शादी के पहले भाव खाती है.शादी के बाद वो किसी तकले के साथ बड़ा पाँव खाती है.
“ दिमाग में चल रहा नृत्यविचारों का, दिल भटकरहा यहाँ बंजारों सा….!!
#रात भर चलता रहा #नृत्य साँसों का देह के टेढ़े आँगन में
“ गीत ख़ुशी के गाते रही जीवनउल्लसित ही नृत्य स्वयंकरने लगेगा…!!
“ सजदा अदा न कर सकाइस बात का ग़म नहींखुशी से झूमना भी दोस्तोंखुदा की इबादत से कम नहीं…!!
“ रात भर चलता रहानृत्य साँसों का देहके टेढ़े आँगन में…!!
“ नृत्य मधुवन में आज प्रीतमको धुंघरु साज त्याग के अंग रंगलाज नृत्य करुं हे अधिराज….!!
दिल की बाहो से वो खिल उठा हैकुछ बात है डांस में जो मिल चूका हैहर एक कदम पे मन उड़ जाता हैपैरो के मन से डमरू मुड़ जाता है