जब हमें कोई अपना धोखा देता हैं तो हम अंदर से टूट जाते हैं, और हम फिर किसी पे भरोसा नहीं कर पाते हैं, आज के इस ब्लॉग में आपको Dhokebaaz Ladki Shayari देखने मिलेगी जिसे आप उन्हें भेज सकते हैं जिन्होंने आपको धोख़ा दिया हो |
बहुत अजीब हैं ये मोहब्बत करने वाले,बेवफाई करो तो रोते हैं और वफा करो तो रुलाते हैं।
धोखेबाज तो हज़ारों मिलेंगे ज़िन्दगी में,इसका मतलब ये तो नही,की हम भरोसा करना छोड़ दे।
तमाम रात का तूफ़ान बर्क-ओ-बाद न था, हमको ही अपने चिरागों पर ऐतमाद न था, वो तो लहू के धब्बों से पहचान बन गई, वर्ना मेरे घर का पता किसी को याद न था।
जो धोखा करना सीख जाते है जनाब, हर सख़्श उन्हें धोखेबाज़ लगते है।
जमाने को अच्छा समझा, लेकिन वो चालबाज निकला, अपने को अपना समझा, लेकिन वो धोखेबाज निकला।
दोस्त भी दुश्मनी करके कमाल करने लगे हैं धोखेबाजों की अब वो मिसाल बनने लगे हैं।
ज़िन्दगी में सब कुछ करना पर धोखा देने वाले इंसान पर वापस भरोसा मत करना।
मोहब्बत की दुनिया में आकर तो देखो ,किसी से दिल लगा कर तो देखो …समझ जाओगे की दर्द क्या होता है ,कभी इश्क में ठोकर खाकर तो देखो … ।।
जो धोखा करना सीख जाते है जनाब, हर सख़्श उन्हें धोखेबाज़ लगते है। Jo dhokha karna sikh jate ha janab har sakhsh unhe Dhokebaaz lagate hain.
❝ मेरी मौत के सबब आप बने;इस दिल के रब आप बने;पहले मिसाल थे वफ़ा की;जाने यूँ बेवफ़ा कब आप बने। ❞
धोखा भी तुमने मुझे वहा दिया जहा से सिर्फ मौत के रास्ते खुलते है Dhokha bhi tumane mujhe waha diya jaha se sirf maut ke raste khulate hai
दीवारों से मिल कर रोना अच्छा लगता हैहम भी पागल हो जाएँगे ऐसा लगता है
हमने की जिनसे मोहब्बत वो इश्कबाज निकला हमारी भावनाओं से खेलने वाला धोखेबाज निकला।
दिलों जान से चाहा था उसे लेकिन उसने मेरी मजबूरी को धोखेबाजी का नाम दे दिया
आंसू छुपा रहा हूँ तुमसेदर्द बताना नहीं आताबैठे बैठे भीग जाती है पलकेंदर्द छुपाना नहीं आता
हम तो आये दिल की महफ़िल सजाने, तेरी कसम तुझे अपना बनाने, किस बात की सजा दी तुने हमको बेवफा हम तो तेरे दर्द को अपना बनाने आए थे।
वो जुदाई के कुछ एक पल थे उसके बाद तकलीफ दे रहे हर एक पल थे. Wo Judai Ke Kuchh Ek Pal The Uske Baad takleef De Rahe Har Ek Pal The.
जिनके लिए हम जमाने से दूर हुए वही हमसे दूर चले गए Jinake liye ham jamane se door huye wahi hamase door chale gaye
❝ हर धड़कन मे एक राज़ होता है,हर बात को बताने का एक अंदाज़ होता है,जब तक ठोकर ना लगे बेवफ़ाई की,हर किसी को आपने प्यार पे नाज़ होता है. ❞
❝ वो दिल की लगी को अदा समजने लगे,दो पल रुठ के गुज़रे जफ़ा समजने लगे,वो क्या जाने मे कितना रोया उनके बिन,वो बिन सोचे समजे बेवफा समजने लगे. ❞
तुमने प्यार ना सही पर तुम्हारे धोखे ने,मुझे बहुत हिम्मत दी है। Tumne pyar na sahi par tumhare dhokhe ne mujhe bahut himmar di hai.
यहाँ ना सच्ची मोहब्बत, ना ही सच्चा दिलदार मिलता है, मतलबी है ये दुनिया, जहाँ बस मतलब का प्यार मिलता है।
आज नींद ने न आने का वादा लिया हैं मुझ से, तेरी तरह वो भी धोखे बाज निकली।
धुंआ ही धुंआ फैला है ज़माने में आज, छुप गए इंसानियत और वफ़ा बढ़ गये है धोखेबाज।
❝ समजते थे हम उनकी हर एक बात को,वो हर बार हमसे धोका देते थे,पर हम भी वक़्त के हातो मजबूर थे,जो हर बार उनको मौका देते थे. ❞
जीते जी मौत से रूबरू होना है ,तो किसी बेवफा से मोहब्बत कर लो .. ।।
आँखें थक गई है आसमान को देखते देखतेपर वो तारा नहीं टूटता ,जिसे देखकर तुम्हें मांग लूँ
अब हम भी उनकी आखों में खटकने लगे हैं, धोखा खाकर उनसे अब दर-दर भटकने लगे हैं।
❝ अब तो हम तेरे लिए अजनब हो गयाबातो के सिलसिले भी कम हो गयाखुशियो से जुआदा हमारे पास गम हो गयाक्या पता ये वक़्त बुरा है या बुरे हम हो गये ❞
पहला गुनाह हमारा कि प्यार कर लिया, और दूसरा गुनाह कि तुमसे कर लिया। phla gunah humara ki pyar kr liya aur doosra gunah ki tumse kar liya.
हमने रस्म रिवाज़ों से बग़ावत की है, हमने वेपन्हा उनसे मोहब्बत की है, दुआओं में जिसे था कभी मांगा, आज उसी ने जुदा होने की चाहत की है।
झूठी हमदर्दी झूठा प्यार यही सच्चाई है, एक धोखेबाज इश्क करने वालों की।
रुठुंगा अगर तुजसे तो इस कदर रुठुंगा की ,,ये तेरीे आँखे मेरी एक झलक को तरसेंगी !!
एक दिन चले जाओगे मुझे छोड़कर, मेरी ख्वाहिशों के घर को तोड़कर, इन्हीं बातों में उलझी हैं रातें मेरी, कैसे रह पाऊँगा मैं तुमसे दूर होकर.
❝ एक आग लगाई सिने मे मेरे,और उसका माज़ा भी लेते रहे,शोलो का तमाशा भी देखा उसने,और आँचल से हवा भी देते रहे. ❞
पहले इश्क़ फिर धोखा फिर बेवफाई !!बड़ी तरकीब से एक इश्क़ ने तबाह कर दिया !!
मुझे किसी के बदल जाने का कोई गम नहीं,बस कोई था जिससे ये उमीद नहीं थी। Mujhe kisi ke badal jane ka Koi gam nahi,bas koi tha jisse Ye ummid nahi thi.
कितने मकसदो के साथ जी रहे थे हम ,उस बेवफा ने धोखा क्या दिया …मेरी जिंदगी का हर मकसद हमसे छीन लिया … ।।
तुम धोका करो तब भी धोखेबाज नहीं,हम वफा करें तो भी गुनहगार है,ये खता तेरी नहीं जान मेरी,ये तो वक़्त-वक्त की मार है।
वो रो रो कर कहती रही मुझे नफरत है तुमसे,मगर एक सवाल आज भी परेशान किये हुए है,की अगर नफरत ही थी तो वो इतना रोई क्यों
❝ मोहब्बत करने वालो मे भी अक्सर ये सिला देखा हे,जिन्हे अपनी वफ़ा पे नाज़ था, उन्हे भी बेवफा देखा हे. ❞
❝ जाओ किया तुम्हे हर बंधन सेमुक्त . . .हाथो की लकीरों मे होगे तो खुदही चले आओगे . ❞
हर खेल में हम बाजी मार जाते हैं, पर धोखेबाज से हम बाजी हार जाते हैं।
हसना हमें भी आता था किसी ने रुलाना सिखा दिया बोलने में हम भी माहिर थे किसी ने चुप रहना सिखा दिया।
ऐतबार करने का दोस्तों पर दौर बीत गया, बदलने का हर दोस्त अब हुनर सीख लिया।
हर खेल में हम बाजी मार जाते हैं,पर धोखेबाज से हम बाजी हार जाते हैं।
बस एक तुमको ही खो देना बाकि था इससे बुरा इस साल और क्या होना बाकी था
किसी को जुदा करना इतना आसान होता तो रूह को ले जाने फरिश्ते नही आते Kisi ko juda karna itana asaan hota to ruh ko le jane fariste nahi aate
बड़ा जिद्दी निकला मेरा मेहबूब मेरी लाख कोशिश के बाद भी ना रुका Bada ziddi nikala mera mahboob meri lakh koshish ke baad bhi na ruka
वो बिछड़ के हमसे ये दूरियां कर गई,न जाने क्यों ये मोहब्बत अधूरी कर गई,अब हमे तन्हाइयां चुभती है तो क्या हुआ,कम से कम उसकी सारी तमन्नाएं तो पूरी हो गई।
❝ मौत माँगते है तो जिन्दगी खफा हो जाती है, जहर लेते है तो वो भी दवा हो जाती है, तू ही बता ऐ दोस्त क्या करूँ, जिसको भी चाहा वो बेवफा हो जाती है.. ; ❞
❝ ना जाने कैसे इम्तेहान ले रही है जिँदगी आजकल,मुक्दर, मोहब्बत और दोस्त तीनो नाराज रहते है. ❞
बड़ा नाम सुना है तेरा भी धोखेबाजों की बस्ती में।
धोखा देना तो उसकी फितरत में था, मैंने ही उसे अपने प्यार में अनदेखा कर दिया
आंखों से आंसू नहीं रुक रहे ,और एक तू है के हस के बात कर रही है …लहजे में माफी और आंखों में शरम तक नहीं ,ये एक्टिंग का कोर्स तू ला जवाब कर रही है .. ।।
जो धोखा करना सीख जाते है जनाब,हर सख़्श उन्हें धोखेबाज़ लगते है।
बड़ी धोखेबाज है री तेरी नजरे,अब तो वो मुझे पहचानने से भी इंकार करती है।
हर बात पर आंसू बहाया नहीं करते ,दिल की बात हर किसीको बताया नहीं करते …लोग मुट्ठी में नमक लेकर घूमते हैदिल के जख्म हर किसीको दिखाया नहीं करते … ।।
आंखें बंद थी किसी कि याद मेंऔर मौत धोखा खा गयी!
जो कभी हम पर अपनी जान लुटाता था, पता नहीं आज वो इतना बदल कैसे गया।
जिसे हमने अपने दिल में उतरा था, वो आज हमारी नज़रों से उतर गए।
तुम्हे शिकायत है की मुझे बदल दिया वक़्त नेखुद से पूछो, क्या तुम वही हो … ।।
लोग धोखा हमेशा गलत इंसान से खाते हैं ओर बदला अच्छे इंसानों से लेते हैं।
देखें तो देखे कहां तक,यहां तो हर शख्स धोखेबाज नजर आता है। Dekhein to dekhe kahan tak yahan to har shakhs dhokebaaz nazar aata ha.
हर एक चेहरे की फितरतमें वफादारी नहीं होती
हमने सिर्फ प्यार मांगा था और वो धोखा भी देकर चले गए।
गले लगाकर जो जिगरी यार बन जाते हैं, एक दिन लालच में वो ही गद्दार बन जाते हैं।
हम क्या शिकायत करें किसी से ,यहां तो हर कोई बेवफा है …इश्क करो भले जी जान से ,धोखा यहां सबको मिलता है … ।।
सोचता हूं धोखे से ज़हर दे दूं, सभी ख्वाहिशों को दावत पे बुलाकर।
वो तो मेरी किस्मत ही धोखेबाज थी,वरना वो फरिश्ता तो मेरा ही था।
मेरा इश्क तुम्हें धोखा ना लगे, इसलिए तुम्हें छुआ तक नहीं।
तनहाई मुझे अच्छी लगती है,महफिल में तो सब धोखेबाज है।
धुंआ ही धुंआ फैला है ज़माने में आज,छुप गए इंसानियत और वफ़ाबढ़ गये है धोखेबाज।
❝ चाहने वालो को यू सताया नही जाता,बेवफाओ को भी यू भुलाया नही जाता.हम तो तुम्हारे ही है,तुम्हारे ही थे,आपनो को यू ज़िंदगी मे तडपाया नही जाता. ❞
मेरी हर आह को वाह मिली है यहाँ…..कौन कहता है दर्द बिकता नहीं है !
पल भर के लिए अगर वो हमे अपना बना ले, अपनी ज़िंदगी का अगर वो सपना बना ले, फिर भले ही दम निकल जाये हमारा, बस एक रात के लिए वो मुझे अपना बना ले।
किसी को न पाने से जिंदगी खत्म नहीं होती लेकिन किसी को पाकर खो देने से कुछ बाकी भी नहीं रहता
तेरे बाद मैंने मोहब्बत को जब भी लिखा गुनाह लिखा. Tere bad mene mohabbat ko jab bhi likha gunah likha.
आंसू छुपा रहा हूँ तुमसे दर्द बताना नहीं आता बैठे बैठे भीग जाती है पलकें दर्द छुपाना नहीं आता
तू कभी मुझे मिले या न मिले ,बस इतनी से दुआ है मेरी …तू जिसे भी मिले ,तुझे उससे जिंदगी की हर ख़ुशी मिले … ।।
इंसान सब कुछ भूल जाता है सिवाए उन लम्हों के जब उसे अपनों की ज़रूरत थी और वो साथ नहीं थे।
भरोसा कैसे करूं दोस्तों के एतबार पर, अपने दोस्त धोखा देते हैं, जिंदगी की मार पर।
❝ वो बेवफा मेरा इम्तिहान क्या लेगी,मिलेगी नज़रो से तो नज़र तक झुका देगी,उसे मेरी कबर पे दिया जलाने को मत कहेना,वो तो नादान हे कही अपना हाथ जला देगी. ❞
लम्हा लम्हा सांसे ख़तम हो रही है ,जिंदगी मौत के पहलू में सो रही है …उस बेवफा से ना पूछो मेरी मौत की वजह ,वो तो जमाने को दिखाने के लिए रो रही है … ।।
नकाब है सबके चेहरे पर, लोग मुस्कुराके धोखा देते है।
मुझे किसी के बदल जाने का कोई गम नहीं,बस कोई था जिससे ये उमीद नहीं थी।
अब तो हम तेरे लिए अजनबी हो गए ,बातों के सिलसिले भी कम हो गए …खुशियों से जायदा हमारे पास गम हो गया ,क्या पता यह Wakt बुरा है या बुरे हम हो गए … ।।
हर खेल में हम बाजी मार जाते हैं, पर धोखेबाज से हम बाजी हार जाते हैं। Har khel me hum baji mar jate hain par Dhokebaaz se hum baji har jate hain.
प्यार के बदले मुझे धोखा मिला ,फिर भी नहीं तुमसे कोई गिला ….बस दुआ है जिससे तुम प्यार करो,वो तुम्हे कभी ना दे रुला … ।।
मेरी वफ़ा का सबूत और कितना दू तुझे, जा अब तू बेवफा कहकर ही खुश हो
भूलकर हमें अगर तुम रहते हो सलामत, तो भूलके तुमको संभालना हमें भी आता है, मेरी फ़ितरत में ये आदत नहीं है वरना, तेरी तरह बदल जाना मुझे भी आता है।
एक खेल लोगो को बहुत भा रहा है किसी के जज्बातों से खेलना Ek khel logo ko bahut bha raha hai kisi ke jajbat se khelana
धोखा खाए इंसान को टूटने के लिए नहीं बल्कि खुद को समेटने के लिए हिम्मत चाहिए।
वो हर दफा झूठ बोलता रहा, मै सच समझता रहा, कितने धोखे दिए उसने, मै रोज मरता रहा।
धोखा भी बादाम की तरह है, जितना खाओगे उतनी अक्ल आती है।
वक़्त के एक दौर में इतना भूखा था मैं की,कुछ न मिला तो धोखा ही खा गया. Waqt Ke Ek Daur Me Itana Bhukha Tha Me Ke Kuch Na Mila To Dhokha Hi Kha Gaya.
कुछ तेरा काम था कुछ मेरा काम था, तेरी गलियों में आशिक मैं बदनाम था, इतनी शिद्दत से चाहा था तुझको सनम, जान निकली तो तुझ पर ही इल्ज़ाम था।
इस भरी दुनिया में कोई भी हमारा न हुआग़ैर तो ग़ैर हैं अपनों का सहारा न हुआ
कोई “शक्ल” नहीं होती धोखेबाजो की,हमेशा चेहरे पर नकाब लेकर घूमते हैं यह लोग।
हर खेल में हम बाजी मार जाते हैं पर धोखेबाज से हम बाजी हार जाते हैं
एक उम्र भर की जुदाई मेरे नसीब में करके, वो तो चला गया बातें अजीब करके, तर्ज ए वफा को उसकी क्या नाम दूं, खुद तो दूर चला गया मुझे करीब करके।
किसी को धोखा देकर मत सोचो की वो कितना बेवकूफ है ये सोचो की उसे तुम पर कितना भरोसा था।
विश्वास टूट जाएगा दोस्ती पर ज्यादा ऐतबार न करना, मुश्किल हो जाएगा जीना, दोस्तों से इतना प्यार न करना।
साथ जीने मरने का वादा था ,मर के भी साथ न छोड़ने का वादा था …सारी बातों से तू मुखर क्यूँ गयी ,ए सनम तू मुझे धोका दे कर चली गयी … ।।
अब तो वफ़ा करने से मुकर जाता है दिल, अब तो इश्क के नाम से डर जाता है दिल, अब किसी दिलासे की जरूरत नही है, क्योंकि अब हर दिलासे से भर गया है दिल।
ना वो सपना देखो जो टूट जाये,ना वो हाथ थामो जो छुट जाये,
❝ हसी की राह मे गम मिले तो क्या करे,वफ़ा के नाम पर बेवफा मिले तो क्या करे.कैसे बचे ज़िंदगी मे धोके बाजो से,कोई हस के धोका दे तो हम क्या करे. ❞
दर्द है दिल में पर इसका एहसास नहीं होता; रोता है दिल जब वो पास नहीं होता; बर्बाद हो गए हम उसके प्यार में; और वो कहते हैं इस तरह प्यार नहीं होता.
मेरी जुबा जब भी खिलाते है इश्क के खिलाफ ही होते है Meri zubaa jab bhi khulate hai Ishq ke khilaf hi hote hai
दिन हुआ है, तो रात भी होगी, मत हो उदास, उससे कभी बात भी होगी। वो प्यार है ही इतना प्यारा, ज़िंदगी रही तो मुलाकात भी होगी।
❝ बेवफा सनम से तो सिग्रत्ती अची है,बेवफा सनम से तो सिग्रत्ती एकही है ,दिल जलती है, पर होतो से तो लगती है ❞
अगर पता होता कि इतना तड़पाती है मोहब्बत तो,दिल जोड़ने से पहले हाथ जोड़ लेते
❝ सब कुछ है मेरे पास पर दिल की दवा नहीं, दूर वो मुझसे हैं पर मैं खफा नहीं, मालूम है अब भी प्यार करते है मुझसे, वो थोडा सा जिद्दी है, मगर बेवफा नहीं ❞
धाेखा देकर एक दिन वो मेरा यार बन गया, खंजर घोपा पीठ पर और वो गद्दार बन गया।
जिन्दगी की हर मोड़ पर धोखेबाज मिले उनमें पराये कम, अपने ज्यादा मिले।
बेवफा लोग बढ़ रहे हैं धीरे धीरे,इक शहर अब इनका भी होना चाहिए…
धोखा भी बादाम की तरह होता है जितना खाओगे उतनी अक्ल बढ़ेगी Dhokha bhi badam ki tarah hai jitana Khaoge utani akla badhegi
मैं मतलबी नही हूं जो साथ रहने वाले को धोखा दे दू बस मुझे समझना हर किसी के बस की बात नही।
बड़ी हसीन थी जिंदगी ,जब ना किसी से मोहब्बत ना किसी से नफ़रत थी …जिंदगी में एक मोड़ ऐसा आया मोहब्बत उससे हुई ,और नफ़रत सारी दुनिया से हो गयी … ।।
तुम धोका करो तब भी धोखेबाज नहीं, हम वफा करें तो भी गुनहगार है, ये खता तेरी नहीं जान मेरी, ये तो वक़्त-वक्त की मार है।
बो आयने में खुद को कैसे बर्दाश्त करते होंगे उन्हें तो सख्त नफ़रत थी धोखेबाजों से
दिल अमीर था मगर मुक़द्दर गरीब था, मिल कर बिछड़ना तो हमारा नसीब था, हम चाह कर भी कुछ कर न सके, घर जलता रहा और समुन्दर करीब था।
किसी के जज्बात से अगर खेलो तो याद रखना तुम्हारे पास भी दिल है Kisi ke jajbat se agar khelo to yaad rakhna tumhare pas bhi dil hai
जीते जी अगर मौत से रूबरू होना हो तो किसी शख्स से सच्ची मोहब्बत कर लो jite ji agar maut se rubaru hona ho to kis sakhs se sachi Mohabbat kar lo
दीवानगी की सितम तो देखो धोखा मिलने के बाद भी चाहते है हम उनको।
यूँ ठोकर न मार कोई पत्थर नहीं मैं, जिसकी तुझे कदर नहीं वो प्यार हूँ मैं।
ना वो सपना देखो जो टूट जाये, ना वो हाथ थामो जो छुट जाये
प्यार निभाने के लिए ,मैं हमेशा झुकता रहा …और तुम इसे मेरी ,औकात समझ बैठे … ।।
दिल से रोये मगर होंठो से मुस्कुरा बैठे यूँ ही हम किसी से वफ़ा निभा बैठे वो हमे एक लम्हा न दे पाए अपने प्यार का और हम उनके लिए जिंदगी लूटा बैठे।
जान छिड़कने वाले दोस्तों को जब मिलता है मौका, मतलब निकालने के लिए वो भी दे देते हैं धोखा।
कितने मकसदो के साथ जी रहे थे हम उस बेवफा ने धोखा क्या दिया मेरी लाइफ का हर मकसद हमसे छीन लिया सनम बेवफा.
धोखेबाज तो हज़ारों मिलेंगे ज़िन्दगी में इसका मतलब ये तो नही की हम भरोसा करना छोड़ दे
देखें तो देखे कहां तक, यहां तो हर शख्स धोखेबाज नजर आता है।
धोखेबाज तो हज़ारों मिलेंगे ज़िन्दगी में, इसका मतलब ये तो नही, की हम भरोसा करना छोड़ दे।
सुना है बहुत बारिश हुई है तुम्हारे शहर मेंज्यादा भीगना मतअगर धूल गई सारी गलतफहमियांतो बहुत याद आयेंगे हम !!
जिन्दगी की हर मोड़ पर धोखेबाज मिलें, उनमें पराये कम, अपने ज्यादा मिलें।
❝ यू तो कोई तन्हा नही होता,चाहकर किसी से कोई जुदा नही होता,मोहब्बत को मजबूरिया ही ले डूबती है,वरना खुशी से कोई बेवफा नही होता. ❞
वो तो अपने प्यार का प्रसाद सबको बांट रहे थे !!हम ही अनजाने में सारा प्रसाद अपना समझ बैठे !!
मैंने दुनिया में सिर्फ एक ही यार बनाया, उसके लालच ने उसे गद्दार बनाया।
मेरी तन्हाई को मेरा शौक ना समझना ,बड़े प्यार से दिया है तोहफा किसी ने … ।।
❝ कोई वादा नही फिर भी तेरा इंतेज़ार है,जुदाई के बाद भी तुमसे प्यार है,तेरे चेहरे की उदासी दे रही है गवाही,मुजसे मिलने को तू अब भी बेकरार है. ❞
हर पल साथ देने का वादा करते हैं तुझसे, क्यों अपनापन इतना ज्यादा है तुझसे, कभी ये मत सोचना भूल जायेंगे तुझे हम, हर पल साथ निभाने का वादा है तुझसे।
दिल के दर्द को दिखाना बड़ा मुश्किल है धोखा खा कर बताना बड़ा मुश्किल है।
इस जहां में कोई नहीं बचा ऐतबार के काबिल, दोस्त धोखा दे जाते हैं अब तो झूठे प्यार के खातिर।
इस जमीन से तो हम रिश्ता तोड़ जाएंगे, बस यादों का एक शहर छोड़ जाएंगे, वेबफा तू मुझे सताएगा कितना, एक दिन तुझसे हमेशा के लिए मुह मोड़ जाएंगे।
❝ हमने आपकी यद् मे सिगरेट जलाईमगर कम्भाकत ढूएने भी तेरी तस्वीर बनाई. ❞
इंकार करते करते इक़रार कर बैठेहम तो एक बेवफा से प्यार कर बैठे
आज कल तुम मुझसे रूठे रूठे रहने लगे हो, लगता है मुलाकात किसी और से करने लगे हो।
बेवजह छोड़ गए हो ,बस इतना बताओ सुकून मिला की नहीं …. ।।
वो मुझसे ज्यादा चाहेगा इसे कुछदिनों में ये भरम टूट जायेगा ,मैं ज़रूर याद आऊंगा उस बेवफाको जब उसका साथ बेवजह उससे रूठ जायेगा … ।।
जिंदगी में आगे बढ़ते चल मेरे दिल, तेरी मंजिल अभी बहुत दूर है, जिससे करता था तू इश्क़ सच्चा वो अब किसी और के नशे में चूर है!
किससे तुम्हारी शिकायत करेंगे हम खुद से भी कहने से डरते हैं हम. Kisse Tumhari Shikayat Karenge Hum Khud Se Bhi Kehne Se Darte Hain Hum.
❝ हर दिल का ज़ख़्म धो लेते हे,आंशु ओ के जाम से.इतनी बेवफ़ाई करो की,नफ़रत हो जाए लड़की ओ के नाम से. ❞
तुझसे अच्छे तो जख्म हैं मेरे ।उतनी ही तकलीफ देते हैं जितनी बर्दास्त कर सकूँ
देखें तो देखे कहां तक,यहां तो हर शख्स धोखेबाज नजर आता है।
जो कहते थे हम हमेशा तुम्हारे साथ खड़े है, जब मुसीबत आयी तो देखा उनके हाथ खड़े है।
सोचता हूँ धोखे से जहर दे दूँ, सभी ख्वाहिशों को दावत पर बुला के।
प्यार नहीं है तुमको फिर किस बात का फ़साना है ,चल दिए हो मुझसे बहुत दूर अब तुम्हे क्या दिखलाना है
बेवजह छोड़ गए हो !!बस इतना बताओ सुकून मिला की नहीं !!
पहले जिंदगी छीन ली मुझसे,अब मेरी मौत का भी वो फायदा उठाती है,मेरी क़ब्र पे फूल चढ़ाने के बहाने,वो किसी और से मिलने जाती है … ।।
❝ इतनी वफ़ादारी ना कर किसी से यूँ मदहोश होकरदुनिया वाले एक खता के बदले सारी वफ़ाएं भुला देते है ❞
वो हर दफा झूठ बोलता रहा,मै सच समझता रहा,कितने धोखे दिए उसने,मै रोज मरता रहा।
❝ चाहते थे जिन्हे उनका दिल बदल गयासमन्दर तो वही गहरा हे पर साहिल बदल गयाकतल ऐसा हुआ किस्तो मे मेरा,कभी बदला खंजर तो कभी कातिल बदल गया. ❞
अपनी हालत का खुद एहसास नहीं है मुझ कोमैं ने औरों से सुना है के परेशां हूँ मैं
धोखा खानेवाले भी , क्या एहसान फरमाते हैं, दुनिया से एक धोखेबाज की , पहचान करवाते हैं।
झूठी हमदर्दी झूठा प्यार यही सच्चाई है,एक धोखेबाज इश्क करने वालों की।
❝ हमने तो बेवफा के भी दिल से वफ़ा कियाइसी सादगी को देखकर सबने दगा कियामेरी टिशनगी तो पी गयी हर जख्म के आँसूगर्दिश मे आके हमने अपना घर बना लिया ❞
उस इंसान को कभी धोखा मत देना जो तुम्हे अपनी जान समझता हो Us insaan ko kabhi dhokha mat dena jo tumhe apani jaan samajhta ho
मेरी जिन्दगी में दोस्त हो या प्यार, हंसी मज़ाक माफ़ है झूठ और धोखा नहीं।
टूट जायें ख्वाब तो कोई आस क्या रखना, पलकों के भीगने का हिसाब क्या रखना, बस इसलिए मुस्करा देते हैं हम, अपने दुःख से किसी को उदास क्या रखना।
तुमने प्यार ना सही पर तुम्हारे धोखे नेमुझे बहुत हिम्मत दी है
पहले इश्क़ फिर धोखा फिर बेवफाई ,बड़ी तरकीब से एक इश्क़ ने तबाह कर दिया।
कौन रोता है किसी और की ख़ातिर ऐ दोस्तसब को अपनी ही किसी बात पे रोना आया
सब कुछ मिला बस खुदा के सिवा ,ज़िन्दगी बहुत पसंद आयी रुस्वाई के सिवा …मेरी चाहत का एहसास भी ना होगाउसकी हर अदा पसंद आयी बेवफाई के सिवा … ।।
एक मैं ही अकेला था, बाकि सारा काफिला भी उसका था, एक साथ चलने की सोच भी उसकी थी, और बाद में रास्ता बदलने का फैसला भी उसी का था।
उसकी यादें सदाबहार है मगर अब वो मेरी पहुंच से बाहर है पाकर भी करूंगा क्या वो तो हमेशा से एक धोखेबाज है
हमने सिर्फ प्यार मांगा था और वो धोखा भी देकर चले गए Hamane sirf pyaar manga tha aur wo dhokha bhi de kar chale gaye
❝ बेख़बर तुझे क्या खबर;तेरी आँखों मई कैसा जमाल है;तुझे देख ले जो बस इक नज़र;उस की आँखों मे फिर यह सवाल है! ❞
तुम क्या जानो अपने आप से कितना मैं शर्मिंदा हूँछूट गया है साथ तुम्हारा और अभी तक ज़िंदा हूँ
उस फील्ड के पक्के खिलाड़ी निकले तुम जहा जज्बात से खेला जाता है Us field ke pakke Khiladi nikale tum jaha jajbat se khela jata hai
तुमसे अच्छे तो जख्म है मेरे तकलीफ उतना ही देते है जीतना मैं सह सकू Tumase achhe to jakhm hai mere takleef utana hi dete hai jitana ham sah sake
वो तो अपने प्यार का प्रसादसबको बांट रहे थेहम ही अनजाने में सारा प्रसादअपना समझ बैठे … ।।
वो सुना रहे थे अपनी वफाओ के किस्से, हम पर नज़र पड़ी तो खामोश हो गए। Woh Suna Rahe The Apni Wafao Ke Kisse,Hum Par Nzr Padi Toh Khamosh Ho Gaye.
लौट आया मैं अपना सब कुछ लुटा कर, अपना कहने वाले उन दोस्तों से धोखा खाकर।
पल पल उसका साथ निभाते हम,एक इशारे पे दुनिया छोड़ जाते हम,समंदर के बीच में पहुच कर फरेब किया उसने,वो कहता तो किनारे पर ही डूब जाते हम … ।।
मुझसे सीख कर मोहब्बत का हुनर जाने किस किसको आशिक़ बनाओगे. Mujhse Sikh Kar Mohabbat Ka Hunar Jaane Kis Kisko Aashiq Banaoge
किसी का साथ देना सीखो, धोखा तो सब देते है।
इश्क़ अधूरा रहा तो क्या हुआ !!हम तो पूरे बर्बाद हुए !!
उसकी यादें सदाबहार है,मगर अब वो मेरी पहुंच से बाहर है,पाकर भी करूंगा क्या,वो तो हमेशा से एक धोखेबाज है।
होले होले कोई याद आया करता है,कोई मेरी हर साँसों को महकाया करता है,उस अजनबी का हर पल शुक्रिया अदा करते हैं,जो इस नाचीज़ को मोहब्बत सिखाया करता है।
दिल के दर्द को दिखाना बड़ा मुश्किल है.धोका खा कर बताना बड़ा मुश्किल है.
वो शक्स धोखेबाज निकला, जिससे मैंने बे-वजह, बे-इंतेहा मोहब्बत की।
तेरे बाद मैंने मोहब्बत कोजब भी लिखा गुनाह लिखा… ।।
❝ शहर में हमदम पुराने बहुत थे नासिर;वक़्त पड़ने पर मेरे काम ना आया कोई। ❞
❝ शाम होते ही चिरागों को बुझा देता हूँयह दिल ही काफ़ी है तेरी याद मैं जलने के लिए ❞
वो छोड़ के गए हमें,न जाने उनकी क्या मजबूरी थी,खुदा ने कहा इसमें उनका कोई कसूर नहीं,ये कहानी तो मैंने लिखी ही अधूरी थी.
जब तुमसे मुझे धोखा मिला तो ये एहसास हुआ तुम कलाकार भी कमाल के हो।
❝ मैंने उनसे प्यार किया,यह मेरे प्यार की हद थी.मैंने उनपे इतबर किया,यह मेरे इतबर की हद थी.मरकर भी खुली रही मेरी आखें,यह मेरे इंतिज़ार की हद थी. ❞
मोहब्बत जिंदगी बदल देती हैमिल जाए तो भी और न मिले तो भी
ये ना पूछ कितनी शिकायतें हैं तुझसे ऐ ज़िन्दगी,सिर्फ इतना बता की तेरा कोई और सितम बाक़ी तो नहीं।
ये और बात कि चाहत के ज़ख़्म गहरे हैं तुझे भुलाने की कोशिश तो वर्ना की है बहुत।
❝ ई मेरे जुर्म गिनाने वालेतेरे घर कोई आइना है क्या? ❞
❝ ए खुदा तूने हम दीवानो का,ये कैसा नसीब बनाया है,जितनी खुशिया दूर जाती है,उतना ही गम करीब आया है. ❞
ज़ख्म पुराने हुए कोई तो नया ज़ख्म दे जाओचलो आओ फिर से फिर से वही इश्क़ ले आओ
देखें तो देखे कहां तक,यहां तो हर शख्स धोखेबाज नजर आता है।
हर बार उनने हमें धोखा दिया है, गलती उनकी नहीं क्योंकि, हमने ही उन्हें मौका दिया है।
धुंआ ही धुंआ है ज़माने में आज, छुप गयी वफ़ा और बढ़ गये हैं धोखेबाज।
बड़ी धोखेबाज है री तेरी नजरे, अब तो वो मुझे पहचानने से भी इंकार करती है।
किसी टूटे हुए दिल की आवाज मुझे कहिये, तार जिसके सब टूटे हो वो साज़ मुझे कहिये, मैं कौन हूँ और किसके लिए जिंदा हूँ, मैं खुद नहीं समझा वो राज़ मुझे कहिये।
दोस्त शामिल होने लगे हैं दूसरों की चाल में, दगा करके फंसा लेते हैं अपनाें को जाल में।
आदत थी मेरी मुस्कुराने कीतुमने रोना सीखा दिया …इन प्यार वाली बातों से ,तुमने दूर रहना सीख दिया … ।।
मुझे तेरा इश्क़ बेइमान सा लगता है, कभी इधर कभी उधर भटकता तेरा दिल मुझे धोखेबाज सा लगता है।
मुझे तेरा इश्क़ बेइमान सा लगता है,कभी इधर कभी उधर भटकता तेरादिल मुझे धोखेबाज सा लगता है।
❝ बेवफा है दुनिया किसी का ऐतबार ना करो,हर पल देते है धोका किसी से प्यार ना करो,मिट जाओ बेशाक़ तनहा जी कर,पर किसी के साथ का इंतज़ार ना करो. ❞
हम क्या शिकायत करें किसी से,यहां तो हर कोई बेवफा है इश्क करो भले जी जान से धोखा यहां सबको मिलता है.
क्या बात है, बड़े चुपचाप से बैठे हो.कोई बात दिल पे लगी है या दिल कही लगा बैठे हो.
एक खेल लोगो को बहुत भा रहा है किसी के जज्बातों से खेलना।
कौन रोता है किसी और की ख़ातिर ऐ दोस्त सब को अपनी ही किसी बात पे रोना आया
जिन्दगी की हर मोड़ पर धोखेबाज मिलें, उनमें पराये कम,अपने ज्यादा मिलें। zindagi ki har mod par dhokebaaz mile unme paraye km apne jyada mile.
दीवानगी का सितम तो देखो कि धोखा मिलनेके बाद भी चाहते है हम उनको .
❝ इश्क ए मोहब्बत मे कभी ऐसे तस्वीर भी होगी,हमे क्या पता के किसी बेवफा के लिए शायरी भी लिखनी होगी . ❞
होले होले कोई याद आया करता है,कोई मेरी हर साँसों को महकाया करता है,उस अजनबी का हर पल शुक्रिया अदा करते हैं,जो इस नाचीज़ को मोहब्बत सिखाया करता है।
❝ अगर आप किसी कों धोका देने में कामयाब हो गएतो ये मत समजना की आप कितने चालाक हैये सोचना की वो आप पर कितना विश्वास करता था ❞
भरोसा जितना कीमती होता है ,धोका उतना ही महंगा हो जाता है …ईमानदारी का दाम कोन जाने ,यहां हर बेइमान राजा हो जाता है … ।।
जाने वाले तो चले ही जायेंगे आपकी मोहब्बत चाहे कितनी सच्ची हो और धोखेबाज हमेशा धोखा ही देगा भले उसकी नियत कितनी भी अच्छी हो।
अर्ज़ किया है-तुमने हमें धोखा दिया,मगर तुम्हे प्यार मिले ….मुझसे भी ज़्यादा दीवाना,तुम्हे कोई यार मिले … ।।
टूट कर चाहने वालो को टूट जाना पड़ता है यही रिवाज है इश्क का Tut kar chahane walo ko tut Jana padta hai yahi riwaj hai ishq ka
अब तो दोस्त भी नहीं किसी एतबार के काबिल, पक्की दोस्ती भी तोड़ देते हैं झूठे प्यार की खातिर।
दीवानगी की सितम तो देखो धोखा मिलने के बाद भी चाहते है हम उनको Deewani ka sitam to dekho dhokha milane ke baad bhi chahate hai ham unako
मुद्दत से थी किसी से मिलने की आरज़ू, ख्वाहिश-ए-दीदार में सबकुछ लुटा दिया, किसी ने दी खबर कि आएंगे वो रात को, इतना किया उजाला कि घर तक जला दिया।
उन्होंने हमें आजमाकर देख लिया,इक धोखा हमने भी खा कर देख लिया,क्या हुआ हम हुए जो उदास,उन्होंने तो अपना दिल बहला के देख लिया..!!
परछाई आपकी हमारे दिल में है यादे आपकी हमारी आँखों में है कैसे भुलाये हम आपको प्यार आपका हमारी साँसों मे।
चिंगारी का ख़ौफ़ न दिया करो हमे,हम अपने दिल में दरिया बहाय बैठे है,अरे हम तो कब का जल गये होते इस आग में,लेकिन हमतो खुद को आंसुओ में भिगोये बैठे है।
इश्क़ अधूरा रहा तो क्या हुआ ,हम तो पूरे बर्बाद हुए
ना वो सपना देखो जो टूट जाये, ना वो हाथ थामो जो छुट जाये। Naa wo sapna dekho jo tut jaye na wo hanth thamo jo chhut jaye.
❝ फुल हो तुम मुरझाना नहीं साथ छोड़ के कभी दूर जाना नहीं जब तक हम जिन्दा है अ दोस्त कभी किसी से घबराना नहीं ❞
जो जले थे हमारे लिए बुझ रहे है वो सारे दिये, कुछ अंधेरों की थी साजिशें कुछ उजालों ने धोखे दिए।
धोखेबाजों का चलन है साहब, वफ़ा करने वालो की कहाँ कदर है।
तुमने प्यार ना सही पर तुम्हारे धोखे ने मुझे बहुत हिम्मत दी है. Tumne pyar na sahi par tumhare dhoke ne mujhe bhut himmat di h.
इंकार करते करते इक़रार कर बैठे, हम तो एक बेवफा से प्यार कर बैठे। inkar karte karte inkrar kar bethe hum to ek bewafa se pyar kar bethe.
कितने भी प्यार देदो बदलने वाले बदल ही जाते है Kitana bhi pyaar dedo badalne Wale badal hi jate hai
अल्फ़ाज़ सिर्फ चुभते हैं !!खामोशियां मार देते है !!
एक तुम हो जिसे हर कोई भा जाता है, और एक हम है, जिसे तुम्हारे सिवा कोई नहीं भाता।
फितरत है कुछ दोस्तों की या मजबूरी है, सबको धोखा देना उनके लिए बहुत जरूरी है।
धोखा खानेवाले भी ,क्या एहसान फरमाते हैं,दुनिया से एक धोखेबाज की ,पहचान करवाते हैं।
कई बार तलाश किया मैंने खुद को खुद में, पर तेरे सिवा कुछ न मिला मुझ को मुझ में।
दुनिया में मैं अपनी कमी छोड़ जाऊंगा, राहों पर इंतजार की लकीर छोड़ जाऊंगा, याद रखना एक दिन मुझे ढूढ़ते फिरोगे, आँखों में आपके मैं नमी छोड़ जाऊंगा।
❝ ज़ख़्म जब मेरे सिने के भर जाएँगे;आँसू भी मोती बनकर बिखर जाएँगे;ये मत पूछना किस किस ने धोखा दिया;वरना कुछ अपनो के चेहरे उतर जाएँगे। ❞
जिन्दगी की हर मोड़ पर धोखेबाज मिलें, उनमें पराये कम, अपने ज्यादा मिलें।
आज नींद ने न आने का वादा लिया हैं मुझ से,तेरी तरह वो भी धोखे बाज निकली।
धोखेबाजों का चलन है साहब, वफ़ा करने वालो की कहाँ कदर है।
धोखेबाजों का चलन है साहब,वफ़ा करने वालो की कहाँ कदर है।
इस दिल में आग सी लग गई जब वो खफा हुए, फर्क तो तब पड़ा जब वो जुदा हुए, हमे वो वफ़ा करके तो कुछ दे न सके, लेकिन दे गये वो बहुत कुछ जब वो वेबफा हुए।
बारिशे हो ही जाती है मेरे शहर में,कभी बादलो से तो कभी आँखों से.
जुबान खामोश और आँखों में नमी होगी, यही बस मेरी दास्ताने-ज़िंदगी होगी, भरने को तो हर ज़ख्म भर जायेगा लेकिन, कैसे भरेगी वो जगह जहाँ तेरी कमी होगी।
उसे कभी धोखा न देना साहब जो आपकी बहुत क़द्र करता हो Use kabhi dhokha na dena sahab jo apaki bahut kadra karta ho
सोचा था तड़पायेंगे हम उन्हें, किसी और का नाम लेके जलायेगें उन्हें, फिर सोचा मैंने उन्हें तड़पाके दर्द मुझको ही होगा, तो फिर भला किस तरह सताए हम उन्हें।
धोखा देकर ऐसे चले गए ,जैसे कभी जानते ही नहीं थे …अब ऐसे नफरत जताते हो,जैसे प्यार को मानते ही नहीं थे … ।।
ये शराब को जब चाढ़ता हूं हर रोज,ताकी इसका नशा चढ़े,और तेरे धोखेबाज इश्क़ का नशा उतरे।
❝ पत्थर से दिल लगाने से पहेले देख लेते,की वो धड़क रहा हे के नही.उनपर ऐतबार ना करते हम अगर,तो ज़िंदगी मे ठोकर ना खाते हम कभी. ❞
इस बेदर्द जमाने में कोई नही अपना सब मतलब से याद करने वाले है Is bedard jamane me koi nahi apna sab matlab se yaad karne wale hai
जो धोखा करना सीख जाते है जनाब हर सख़्श उन्हें धोखेबाज़ लगते है
❝ अब तो हम तेरे लिए अजनबी हो गयेबातो के सिलसिले भी कम हो गयेखुशियो से ज़्यादा हमारे पास गम हो गयेक्या पता ये वक़्त बुरा है या बुरे हम हो गये… ❞
हर मुलाकात पर वक्त का तकाजा हुआ,हर याद पर दिल का दर्द ताजा हुआ,सुनी थी सिर्फ लोगो से जुदाई की बाते,आज खुद पर बीती तो हकीकत का अंदाजा हुआ
धोखा भी बादाम की तरह है जितना खाओगे उतनी अक्ल आती है. Dhoka bhi badam ki tarha ha jitna khaaoge utni akal aati ha.
❝ यू तो हर दिल में एक कशिश होती हैहर कशिश में एक ख्वाहिश होती हैमुमकिन नही सभी के लिए ताज महल बनानालेकिन हर दिल में एक मुमताज़ होती है ❞
सोचा था तड़पायेंगे हम उन्हें,किसी और का नाम लेके जलायेगें उन्हें,फिर सोचा मैंने उन्हें तड़पाके दर्द मुझको ही होगा,तो फिर भला किस तरह सताए हम उन्हें।
जो जले थे हमारे लिऐ बुझ रहे है ,वो सारे दिये, कुछ अंधेरों की थी ,साजिशें कुछ उजालों ने धोखे दिये … ।।
मोहब्बत भी उधार की तरह है लोग ले तो लेते है मगर देना भूल जाते हैं. Mohabbat bhi udhar ki trha hailog le to lete hai magar dena bhul jate hain.
तकलीफ़ ये नहीं कि किस्मत ने धोखा दिया हमको, तकलीफ़ तो ये है कि मेरा ऐतबार तुमपे था किस्मत पे नहीं।
मुझे लगा की कोई दोस्त साथ नहीं छोड़ता है, नहीं पता था कि दगा देने वाला वक्त पर मुंह मोड़ता है।
इश्क कहता है मुझे इक बार करके देख, तुझे मौत से न मिलवा दिया तोमेरा नाम बदल देना।
❝ आपके प्यार ने दिया सुकून इतना,के आपके सिवा ना कोई प्यारा लगे,बेवफ़ाई करनी हे तो इस तरह से करना,के आपके बाद कोई बेवफा ना लगे. ❞
कोई “शक्ल” नहीं होती धोखेबाजो की, हमेशा चेहरे पर नकाब लेकर घूमते हैं यह लोग।
तनहाई मुझे अच्छी लगती है, महफिल में तो सब धोखेबाज है।
झूठी हमदर्दी झूठा प्यार यही सच्चाई है !!एक धोखेबाज इश्क करने वालों की !!
साथ रहना था ही नहीं तो ,तुमने हमसे नाता क्यों जोड़ा …हमे धोका देकर तुमने ,हमे कही का नहीं छोड़ा … ।।
इश्क अधूरा ही रह हमारा मगर हम बर्बाद पूरे हुए |
जिन्दगी की हर मोड़ पर धोखेबाज मिलें,उनमें पराये कम, अपने ज्यादा मिलें।
❝ वफ़ा के नाम से वोह अनजान थे!किसी की बेवफाई से शायद परेशान थे!हमने वफ़ा देनी चाही तो पता चला!हम खुद बेवफा के नाम से बदनाम थे! ❞
ज़िन्दगी में हमें दुख दिल टूटने पर उतना नहीं होता जितना विश्वास टूटने पर होता है, क्योंकि हम किसी पर विश्वास करके ही अपना दिल उन्हें देते हैं.
मैंने तो बस प्यार किया था, पता नहीं क्यों उसने धोखा समझ लिया
अब तो वफ़ा करने से मुकर जाता है दिल, अब तो इश्क के नाम से डर जाता है दिल, अब किसी दिलासे की जरूरत नही है, क्योंकि अब हर दिलासे से भर गया है दिल।
हम जानते है आप जीते हो जमाने के लिए, एक बार तो जीके देखो सिर्फ हमारे लिए, इस नाचीज़ की दिल क्या चीज़ है, हम तो जान भी देदेंगे आप को पाने के लिए।
झूठी हमदर्दी झूठा प्यार यही सच्चाई है, एक धोखेबाज इश्क करने वालों की। Jhuti humdardi jhutha pyar yahi sachhai hai ek dhokebaz ishq karne walon ki.
मोहब्बत करना तो जैसे मौत से भी बड़ी कोई सजा है, किसी से क्या शिकवा करना जब अपने ही बेवफा है !
❝ वो जो अपना था हमसे है खफा , पता नही किससे हुई थी क्या खता बे वजा दिल नही तुटता किसी का , तुम थे या हम थे बेवफा ❞
बड़ी धोखेबाज है तेरी नजरे !!अब तो वो मुझे पहचानने से भी इंकार करती है !!
समय गुज़रते-गुज़रते कुछ लोगो का प्यारकमज़ोर नहीं और गहरा हो रहा है
उस फील्ड के पक्के खिलाड़ी निकले तुम जहा जज्बात से खेला जाता है।
मुझसे खता हुई जो ये दिल तुझसे लगा लिया,गम को हमेशा के लिए अपना बना लिया …अब जीने की चाहत न रही हमको,इसलिए हमने अपनी मौंत का जनाजा खुद ही सजा लिया … ।।
धोका तूने ऐसा दिया.मेरी जिंदगी काहर मकसद मुझसे छीन लिया.
जितना गहरा भरोसा था उन पर ,उससे भी गहरा धोखा देकर चले गए वो … ।।
❝ बड़ी हसीन थी ज़िंदगी..जब ना किसीसे मुहब्बत ना किसी से नफ़रत थी!ज़िंदगी में एक मोड़ ऐसा आया मुहब्बत उससे हुईऔर नफ़रत सारी दुनिया से हो गयी. ❞
❝ मैं फिर से, ठीक तेरे जैसे की तलाश में हूँ..गलती कर रहा हू लेकिन होशोहवास में हूँ ❞
जीते जी मौत से रूबरू होना है !!तो किसी बेवफा से मोहब्बत कर लो !!
जब तुमसे मुझे धोखा मिला तो ये एहसास हुआ तुम एक्टर भी कमाल के हो Jab tumase mujhe dokha mila to ye ehsaas hua tum actor bhi Kamal ke ho
मोहब्बत इतनी शिद्दत से करो कि वह धोखा देकर भी सोचे वापिस जाऊँ तो किस मुँह से जाऊँ।
मेरी तन्हाई को मेरा शौक ना समझना !!बड़े प्यार से दिया है तोहफा किसी ने !!
वो हर दफा झूठ बोलता रहा मै सच समझता रहा कितने धोखे दिए उसने मै रोज मरता रहा।
❝ वो जो अपना था हुंसे है खफा,पता नही किस से हुई थी क्या ख़ाता,बे-वजह दिल नही टूट-ता किसी का,तुम थे या हम थे बेवफा… ❞
दोस्ती कर के भी हम अकेले हैं, इस दुनिया में धोखेबाजों के मेले हैं।
जितना गहरा भरोसा है उस पर उससे भी गहरा धोखा दे गए Jitana gahara bharosa tha us par usase bhi gahara dhokha de gaye
जमाने को अच्छा समझा,लेकिन वो चालबाज निकला,अपने को अपना समझा,लेकिन वो धोखेबाज निकला।
कोई कसर नहीं छोड़ उसने मुझे बर्बाद करने में Koi kasar nahi chhoda usane mujhe barbad karne me
तेरे बाद मैंने मोहब्बत को !!जब भी लिखा गुनाह लिखा !!
धोखेबाजों का चलन है साहब वफ़ा करने वालो की कहाँ कदर है
तुझे अपनाऊ तो मुझसे जमाना रूठ जाता हैऔर मोहब्बत पढ़ने लिखने में बहुत आसान हैपर उसे निभाने में पसीना छुट जाता है
तुम इतना जो मुस्कुरा रहे होक्या ग़म है जिस को छुपा रहे हो
❝ कुछ उम्दा किस्म के जज़्बात हैं हमारे,कभी दिल से समझने की तकलुफ़्फ़् तो कीजिए। ❞
जिन्दगी की हर मोड़ पर धोखेबाज मिलें !!उनमें पराये कम अपने ज्यादा मिलें !!
उसकी यादें सदाबहार है मगर अब वो मेरी पहुंच से बाहर है पाकर भी करूंगा क्या वो तो हमेशा से एक धोखेबाज है।
उस ने पूछा था क्या हाल हैऔर मैं सोचता रह गया
वो शक्स धोखेबाज निकला,जिससे मैंने बे-वजह,बे-इंतेहा मोहब्बत की।
बो आयने में खुद को कैसे बर्दाश्त करते होंगे,उन्हें तो सख्त नफ़रत थी धोखेबाजों से।
साथ रहना था ही नहीं तो तुमने हमसे नाता क्यों जोड़ा हमे धोका देकर तुमने हमे कही का नहीं छोड़ा.
मत आने दो किसी को करीब इतना,कि उससे दूर जाने से इंसान खुद से रूठ जाये
मैंने दोस्ती पर विश्वास रखना छोड़ दिया है, जब से दोस्तों ने बुरे समय में धोखा दिया है।
उसकी यादें सदाबहार है, मगर अब वो मेरी पहुंच से बाहर है, पाकर भी करूंगा क्या, वो तो हमेशा से एक धोखेबाज है।
ये शराब को जब चाढ़ता हूं हर रोज ताकी इसका नशा चढ़े और तेरे धोखेबाज इश्क़ का नशा उतरे
बस एक तुमको ही खो देना बाकि थाइससे बुरा इस साल और क्या होना बाकी था
भूले नहीं हैं तुमको ना ही कभी भूल पाएंगे, कुछ इस तरह धोखा दिया तूने कि अब ना किसी से दिल लगा पाएंगे।
प्यार निभाने के लिए मैं हमेशा झुकता रहा !!और तुम इसे मेरी औकात समझ बैठे !!
ये शराब को जब चाढ़ता हूं हर रोज, ताकी इसका नशा चढ़े, और तेरे धोखेबाज इश्क़ का नशा उतरे।
❝ ग़मों की बरसात समेटे बैठा हूँ , किसी बेवफा से धोखा खाया बैठा हूँ , जाने कब देगा उपरवाला मुझे मौत , खुदा के भरोसा आस लगाये बैठा हूँ ❞
मेरी मासूमियत का फायदा उठा के वो धोखेबाज मेरी जज्बात से खेल गया।
दुनिया बहुत स्वार्थी है साथ कोई क्यो देगा फोकट का यहा कफ़न नही मिलता तो बिना दुःख के इश्क कौन देगा
गजब कमिनी थी यार वो, खुद ही धोखा देकर खुद ही Sad Status लगाती।
मेरा इश्क तुम्हें धोखा ना लगे, इसलिए तुम्हें छुआ तक नहीं।
प्यार नहीं है तुमको फिर किस बात का फ़साना है !!चल दिए हो मुझसे बहुत दूर अब तुम्हे क्या दिखलाना है !!
बड़ी अजीब है मोहब्बत की दास्तान वफा को बेवफा से ही प्यार होता है Badi ajeeb hai mohabbat ki dastaan wafa ko bewafa se hi pyaar hota hai
बो आयने में खुद को कैसे बर्दाश्त करते होंगे, उन्हें तो सख्त नफ़रत थी धोखेबाजों से।
❝ मैं शिकायत क्यों करूँ, ये तो क़िस्मत की बात है..तेरी सोच में भी मैं नहीं, मुझे लफ्ज़ लफ्ज़ तू याद है..!! ❞
ये मत सोच के मैं तुझे भुला नहीं सकता, तेरी यादों के पन्ने मैं जला नहीं सकता, कश्मकश ये है कि खुद को मरना होगा, और मैं अपनी खातिर तुझे रुला नहीं सकता।
मोहब्बत करने वाला में भी अक्सर ये सिला देखा हैजिन्हे अपनी वफ़ा पे नाज़ था उन्हें भी बेवफा देखा है
काश तुम समझ सकते चुप रहने वालों को भी दर्द होता है. Kash tum samjh sakte chup rehne walon ko bhi dard hota ha.
मेरी मासूमियत का फायदा उठा के वो धोखेबाज मेरी जज्बात से खेल गया Meri masumiyat ka fayada utha ke wo dhokhebaz meri jajbat se khel gaya
❝ मत रख हमसे वफा कि उम्मीद,हमने हर दम बेवफाई पाई हे.मत धुंढ हमारे जिस्म पे ज़ख्मो के निशान,हम ने हर चोट दिल पे खाई हे. ❞
सच्चा इश्क किया है तो अब बेवफाई के गीत हम ही गायेंगे, बेवफाई में तेरा नाम न उठे इसलिए हम आंसू लेकर हर शहर में मुस्कुरायेंगे।
तेरी मोह्हबत भी बादलों की तरह निकली छाई मुझ पर और बरस किसी और पर गयी।
मोहब्बत सीखा कर जुदा हो गए ,न सोचा न समझा खफा हो गएदुनिया में किसको हम अपना कहे ,जब तुम ही बेवफा हो गए।
देखें तो देखे कहां तक यहां तो हर शख्स धोखेबाज नजर आता है।
तुम्हारे धोखे ने हालात बिगाड़ दी, मैं अपने घर का सबसे हसमुख लड़का था।
मेरी चाहत ने उसे खुशी दे दी, बदले में उसने मुझे सिर्फ खामोशी दे दी, खुदा से दुआ मांगी मरने की लेकिन, उसने भी तड़पने के लिए जिन्दगी दे दी।
शोक मनाओ साहब !!अब हम तुम्हारे नहीं रहे !!
❝ अपने दिल को आख़िर दुखाना है,और बहारो मे घर सज़ाना है,तो प्यार अक्सर एक बेवफा से करो,अगर मोहब्बत को आजमाना है. ❞
लाख तेरे चाहने वाले होंगे मगर हम सा कोई दीवाना मिले तो कहना Lakh tere chahne wale honge magar ham sa koi deewana mile to kahna
❝ सोचा था घर बना कर बैठुंगा सुकून से;पर घर की ज़रूरतों ने मुसाफ़िर बना डाला। ❞
अगर दर्द का एहसास करना हो तो किस शख्स से सच्ची मोहब्बत कर लो Agar dard ka ehsas karna ho to kisi sakhs se sachi Mohabbat kar lo
दोस्ती का मेरी अच्छा सिला दिया उसने, मुसीबत में मेरी मुझे भुला दिया उसने।
कितनी मिन्नतो के बाद भी वो जुदा हो गए जब बात साड़ी तक आई तो वो बेवफा हो गए।
दिल के दर्द को दिखाना बड़ा मुश्किल है, धोका खा कर बताना बड़ा मुश्किल है। Dil ke dard ko dikhana bada mushkil hai dhaka kha kar batana bada mushkil hai.
दिलों जान से चाहा था उसे,लेकिन उसने मेरी मजबूरी कोधोखेबाजी का नाम दे दिया।
जमाने को अच्छा समझा, लेकिन वो चालबाज निकला अपने को अपना समझा, लेकिन वो धोखेबाज निकला
हज़ारों महफ़िल है लाखों मेले है पर जहा तुम नहीं वह हम अकेले हैं. hazaron Mehfil Hai Lakhon Mele Hai per Jahan Tum Ni waha Ham Akele ha.
मोहब्बत ऐसी थी कि उनको बता न सके, चोट दिल पे थी इसलिए दिखा न सके, हम चाहते तो नही थे उनसे दूर होना, मगर दूरी इतनी थी उसे हम मिटा न सके।
❝ कैसी है यह हमारी तक़दीर,हर तरफ दागा ही पाया है.दिल मे तो है प्यार ही प्यार लेकिन,हर तरफ बेवफाओ को ही पाया है. ❞
जिंदगी का हर सपना टूट जाता है जब कोई अपना हमसे दूर जाता है Zindagi ka har sapna tut jata hai Jab koi apana hamase door jata hai
सब के होते हुए भी तन्हाई मिलती हे,यादो में भी गम की परछाई मिलती हे,जितनी भी दुआ करते हे किसी को पाने की,उतनी ही उनसे बेवफाई मिलती है..!!
मेरी यारी का उसने अच्छा परिणाम दिया मेरी मुशीबत मे उसने मुझको ही भुला दिया
दिल किसी से तब ही लगानाजब दिलो को परखना सिख लो
भरोसा तोडा है तुमने कैसे सोच लिया कि रिश्ता बच जाएगा। bhrosa toda h tumne kaise soch liya ki rishta bach jaega.
हर रोज एक खाब टूट जाने दे ,हर रोज युही खूद को रूठ जाने दे …मेरी किस्मत में ही बेवफाई है ,दिल एक शीशा है आज फिर फूट जाने दे …. ।।
जिस पर हम अपनी जान लुटाते रहे, वो ही हमारे सपनों का कातिल निकला !
जिन्दगी की हर मोड़ पर धोखेबाज मिलें उनमें पराये कम, अपने ज्यादा मिलें
जितना गहरा भरोसा था उन पर !!उससे भी गहरा धोखा देकर चले गए वो !!
दिल के ज़ख्म भरते-भरते कब वोदिल ज़ख़्मी कर गए पता ही नहीं चला
उल्फत का अक्सर यही दस्तुर होता है,जिसे चाहो वही अपने से दूर होता है,दिल टूट कर बिखरता है इस कदर,जैसे कोई कांच का खिलौना चूर होता है …. ।।
उस रिश्ते को भी निभाया है हमने जिसमे ना मिलना पहली शर्त है Us rishte ko bhi nibhaya hai hamne jisame na milana pahli shart thi
ऐसी भी क्या मजबूरी थी चलता इश्क़ छोड़ गए तुम. Aisi Bhi Kya Majboori Thi Chalta Ishq Chod Gaye Tum.
चाहत जिस्म फिर धोखा देखा यहां मोहब्बत के नाम पर सिर्फ मौका देखा।
धोखा दिया था जब तूने मुझे जिंदगी से मैं नाराज था सोचा कि दिल से तुझे निकाल दूं मगर कंबख्त दिल भी तेरे पास था।
ऐ मोहब्बत तेरे अंजाम पे रोना आयाजाने क्यूँ आज तेरे नाम पे रोना आया
तुमने समझा ही नहीं और ना समझना चाहा,हम चाहते ही क्या थे तुमसे “तुम्हारे सिवा
ज़ख्म पुराने हुए कोई तो नया ज़ख्म दे जाओ चलो आओ फिर से फिर से वही इश्क़ ले आओ