Want to impress your guest with the best and cool quote or shayari? Here is the best collection of Guest Shayari In Hindi. You can also get some sarcastic and funny shayari. Read the whole and choose your favorite one.
सजाई महफिल में भी लगती है कुछ कमी,आपके आने से मुक्कमल महफिल सजी.
ख़ूँ शहीदान-ए-वतन का रंग ला कर ही रहाआज ये जन्नत-निशाँ हिन्दोस्ताँ आज़ाद है
आयेवो हमारीमहफ़िल मेंकुछ इसतरह,किहर तरफ़चाँद–तारेझिलमिलाने लगे,देखकरदिल उनकोझूमने लगा,सबके मनजैसे खिलखिलानेलगे…
आपके स्वागत से आजसब के चेहरे पर मुस्कान हैंआपका यूं आना आम नहींहै हमारे लिएआपसे ही सलामतहमारी महफ़िल की शान है
क्यों मेरा नसीब मुझसे खफा हो जाता है,जिसको भी अपना मानो बेवफा हो जाता है,मेरी नज़रों को रात से शिकायत ना हो,सपना नहीं होता पूरा और सवेरा हो जाता है.
कौन आया कि निगाहों में चमक जाग उठी, दिल के सोये हुए तरानों में खनक जाग उठी, किसके आने की खबर ले कर हवाएँ आई, रूह खिलने लगी साँसों में महक जाग उठी.,
चार अक्षरों का शब्द ” सफलता ” अक्सर चार अक्षरों के शब्द ” मेहनत ” से ही मिलती है ।
“अजीज के इन्तजार में ही पलके बिछाते हैं,महफ़िलो की रौनक खास लोग ही बढ़ाते हैं.”
सरे दुःख मिटा दो चेहरे की हंसी से गमों की आग बुझा दो चेहरे की हंसी से हर कोई खुश रह नहीं सकता चाह कर भी ख़ुशी का राज बता दो चेहरे की हँसी से।
हसरतो ने फिर से करवट बदली है, आप आये तो बलखा के बहारें आईं।
तुमको मिल शक्ति है मुझसे बेहतर तो हमको मिल सकता है तुमसे बेहतर लेकिन तुम और हम ग़र मिल जाएं तो कुछ और नहीं हो सकते इससे बेहतर।
हार को जीत की इक दुआ मिल गई,तप्त मौसम में ठंडी हवा मिल गई,आप आये मेरे सनम तो यूँ लगा,जैसे दिल के दर्द को कुछ दवा मिल गई…
कभी जो कहते थे तुम्हे कभी ना रोने देंगे,आंसू भरी आंख लेकर तुझे कभी सोने देंगे,आखिर वहीं हमारी आंख का आंसू बन गए,जो कहते थे तुमको कभी खोने ना देंगे.
रौनक दमक उठती है नूर फैल जाता है जब महफ़िल में आप सा कोई कदम रखता हे।
“ सजाई हुई सभा में भी लगती है कुछ कमी,आपके आने सेमुकम्मल जिंदगी सजी…!!
दुआ करना दम भी उसी तरह निकले,जिस तरह तेरे दिल से हम निकले.
“ना चाँद अपना था ना तू अपना था, काश ये दिल भी मान ले कि वह सब सपना था !
#Style ऐसा करो की #दुनिया देखती जाये, और #यारी ऐसी करो की #दुनिया जलती रह जाए..!
ये कौन आया, रौशन हो गयी महफ़िल किसके नाम से मेरे घर में जैसे सूरज निकला है शाम से
अजीज के इन्तजार में ही पलके बिछाते हैं, महफ़िलो की रौनक खास लोग ही बढ़ाते हैं.
पहली मुलाक़ात में थोड़ा डर लगता है,पर मुस्कुराकर शुरूआत हो तो अपना घर लगता है.
ये और बात कि रस्ते भी हो गए रौशनदिए तो हम ने तिरे वास्ते जलाए थेनिसार राही
#दोस्त ख़रीदे💲 नहीं जाते,❌ ये तो वो #कमीने😎 होते है, जो आपको कभी #शरीफ😇 नहीं देखना👏 चाहते !!
शब्दों का वजन तो हमारे बोलने के भाव से पता चलता हैं,वैसे तो…!!दीवारों पर भी ” Welcome ” लिखा होता हैं…
वक्त का इस्तेमाल बहुत सोच समझकर करों क्योंकि’ वक्त ‘ जब भी शिकार करता है हर ‘ दिशा ‘ से वार करता है ।
पाप की कमाई खाने को देखो भ्रष्ट बहाये खून पसीना।समाज में वह पापी सजा ना पाके उल्टा बन गया और नगीना।।
तारो ने खुशिया बिखेरीसितारों ने महफ़िल लगाई हैआपके आगमण में तोमौसम ने भी अपनी खूबसूरती बिछायी है।
ज़िन्दगी की राह में भटकता एक मुसाफिर हूँ में , समुन्दर की लहरों से सिमटता एक साहिल हूं में, जिसे कभी पूरा लिख नहीं पायी ऐसी अधूरी एक कहानी हुँ में ।
दिल को सुकून मिलता है मुस्कुराने से,महफ़िल में रौनक छा गई आपके आने से.
उस के चेहरे की चमक के सामने सादा लगा, आसमां पे चांद पूरा था मगर आधा लगा।
स्वीकार आमंत्रण किया, रखा हमारा मान, कैसे करे कृतज्ञता, स्वागत है श्री मान.,
जो नजर से गुजर जाया करते हैं;वो सितारे अक्सर टूट जाया करते हैं;कुछ लोग दर्द को बयां नहीं होने देते,बस चुपचाप बिखर जाया करते हैं.
हमारी और आपकी #दोस्ती इतनी गहरी हो कि, नौकरी करो आप ….. #सैलरी हमारी हो..!
इंतज़ार है हमे आपके आने का, वो नज़रे मिला के नज़रे चुराने कामत पूछ ए सनम दिल का आलम क्या है, इंतज़ार है बस तुझमे सिमट जाने का
मेरेअतिथि आएहैं आजभगवान बनकरहमारेभगवान कोहृदय सेतिलक लगातेहैं
हमारीमहफ़िल मेंलोग बिनबुलायें आतेहैं,क्योकि…!!यहाँस्वागत मेंफूल नहींपलकें बिछायेजाते हैं…
#यारो ने मेरे #वास्ते क्या कुछ नही किया, सौ बार #शुक्रिया, सौ बार #शुक्रिया !!
खामोशियाँ कर देतीं बयान तो अलग बात है,कुछ दर्द हैं जो लफ़्ज़ों में उतारे नहीं जाते.
ज़िन्दगी में हमेशा मुस्कुराते रहो, जो दर्द मिले उनपे IODEX लगाते रहो।
कौन पहुंचा है कभी अपनी आखरी मंजिल तक,
एक दिन भी जी मगर अटल विश्वास बनकर जीकल नही तू जिंदगी का आज बनकर जीमत बन पुजारी स्वयं भगवान बनकर जीएक दिन भी जी मगर इंसान
अपनी कद्रदानी को,इस तरह ना छिपाइए,अगर प्रस्तुति पसंद आई हो,तो तालियाँ बजाइये।
जो अच्छे और दिल के बड़े होते है, वो स्वागत के लिए खड़े होते है.
“ जीवन में जटिलसमस्याओं का स्वागत करें,अवसर मिलते ही खुद को साबित करें…!!
तुम आए तो चेहरे पर मुस्कान आईयूँ तो हमने मुस्कुराना भी छोड दिया था।
बुझते हुए चराग़ फ़रोज़ाँ करेंगे हम, तुम आओगे तो जश्न-ए-चराग़ाँ करेंगे हम।
जो व्यक्ति तानों की भट्टी में तपता है वह राख नहीं सोना बनता है ।
मुझको तो दर्द-ए-दिल का मज़ा याद आ गया,तुम क्यों हुए उदास तुम्हें क्या याद आ गया?कहने को जिंदगी थी बहुत मुख्तसर मगर,कुछ यूँ बसर हुई कि खुदा याद आ गया.
ज़िन्दगी के कुछ दिन दुख भरे थे,कुछ उससे भरे थे कुछ मुझसे भरे थे,कुछ अजीब सा एहसास था वो भी,जब पहली बार किसी को खोने से डरे थे.
स्वागत आपका हमारे घर में, होंगे हमेशा आपके साथ जीवन भर के प्यार और विश्वास के साथ।
इश्क मोहब्बत क्या है मुझे नहीं मालूम, बस तुम्हारी याद आती है,सीधी सी बात है।
मिटा कर दूरियों को दिल मे प्यार रखना,प्यार का ये रिश्ता यूँ ही बरकरार रखना,अगर किस्मत से हम आपसे बिछड़ भी जाएं,तो हमारा इंतज़ार आंखों में सजाएं रखना.
रखते हैं #मूँछो को #ताव देकर, #यारी निभाते हैं जान देकर, खौफ खाती है दुनिया हमसे, क्यूँकि हम जीते हैं #शेर की दहाड़ लेकर..!
जो दिल का हो ख़ूबसूरत,ख़ुदा ने ऐसे लोग कम बनाये हैं,जिन्हें ऐसा बनाया है खुदा ने,आज वो हमारी महफ़िल में आये हैं…
अर्ज किया है, रजवाड़े में उस रहे थे हाथी, रजवाड़े में उड़ रहे थे हाथी, इतने गौर से क्या सुन रहे, कभी देखे है उड़ते हाथी।
गुलों में रंग भरे बाद-ए-नौ-बहार चलेचले भी आओ कि गुलशन का कारोबार चले
अजीज के इन्तजार में ही पलके बिछाते हैं, महफ़िलो की रौनक खास लोग ही बढ़ाते हैं।
जो दिल का हो ख़ूबसूरत,ख़ुदा ने ऐसे लोग कम बनाये हैं,जिन्हें ऐसा बनाया है खुदा ने,आज वो हमारी महफ़िल में आये हैं…
#यारी निभाते हैं जान देकर... खौफ खाती है दुनिया हमसे, क्यूँकि हम जीते हैं #शेर की दहाड़ लेकर...!
चाँद भी हैरान दरिया भी परेशानी में हैअक्स किस का है कि इतनी रौशनी पानी में हैफ़रहत एहसास
भ्रष्टाचार दे रहा है देश को भयानक बदहालीफैला रहा असामाजिक तनाव देकर के कंगाली
शब्दों का वजन तो हमारे बोलने के भाव से पता चलता हैं, वैसे तो, दीवारों पर भी “वेलकम” लिखा होता हैं.
आये हो तुम हमारी महफ़िल में इस तरहलगता है हर तारे तरफ टिमटिमाने लगे है
आये वो हमारी महफ़िल में कुछ इस तरहकि हर तरफ़ चाँद-तारे झिलमिलाने लगे,देखकर दिल उनको झूमने लगासब के मन जैसे खिलखिलाने लगे.
“ ऊँचे आसमान पंछी लेते हैं उड़ानवैसे ही अपनी मेहनत जिन्होने छुआ है आसमानपधारे हैं आज हमारे मंच पर वे मेहमानकरता हु आदरपूर्वक उनको परनाम…!!
तू इतनी खूबसूरत हैमैं सदैव तुम पर मरता हूं,मेरे जीवन में आने के लिएमैं दिल से तुम्हारा आभार प्रकट करता हूं।
क्या आपको पता है किकौन है महफिल की शान?,यहाँ पर आये हुए हर मेहमान.
“ हमारी महफिल मेंदिल वाले ही ही आते हैं,यहां पर स्वागत मेंफूल बिछाए जाते हैं…!!
ऐसा स्वागत कही हुई ही नहीं है, जैसी स्वागत मेरी प्यारी माँ करती है।
हुस्न-ओ-इश्क का समा है आज जमाने के बाद, हर फूल की खुशबू गज़ब है आप के आने के बाद।
चाहत बन गए हो तुम की आदत बन गए हो तुम, हर सांस में यू आते जाते हो, जैसे मेरी इबादत बन गए हो तुम !
प्यार था तुमसे चाहत भी थी,तुमसे की हुई शरारत भी थी,लेकिन शायद तुम ही मुझे समझ नहीं पाए,मोहब्बत थी लेकिन जाहिर ना किया शराफत थी मेरी.
दिल को सुकून मिलता है मुस्कुराने से,महफ़िल में रौनक छा गई आपके आने से.
“ आपके जैसा अतिथिहमारे लिए भगवान् की रहमत है ,आप जो आये हमारे बिचयही हमारी किस्मत है…!!
दिल को सुकून मिलता है मुस्कुराने से,महफ़िल में रौनक छा गई आपके आने से.
अगर आप कुछ नोट्स लिखकर रखेंगे तो आप भूलेंगे नहीं। इसमें सबसे पहले बोला जाता है सम्बोधन ! सम्बोधन कैसे बोला जाता है।
खून बन कर मुनासिब नहीं दिल बहे;दिल नहीं मानता कौन दिल से कहे;तेरी दुनिया में आये बहुत दिन रहे;सुख ये पाया कि हमने बहुत दुःख सहे.
जो अच्छे और दिल के बड़े होते हैवो स्वागत के लिए खड़े होते है
स्वीकार आमंत्रण किया, रखा हमारा मान,कैसे करे कृतज्ञता, स्वागत है श्री मान..।
सौ चाँद भी चमकेंगे तो क्या बात बनेगीतुम आए तो इस रात की औक़ात बनेगी
स्वागत नहीं करेंगे हम आपका बस इतना ही कहेंगे, आप तो अपने ही घर में हो लेकिन जैसे अब हमारे साथ हो।
आप आए तो बहारों ने लुटाई ख़ुश्बूफूल तो फूल थे काँटों से भी आई ख़ुश्बू
गुलों में रंग भरे बाद-ए-नौ-बहार चलेचले भी आओ कि गुलशन का कारोबार चलेफ़ैज़ अहमद फ़ैज़
कहानी अच्छी हो या बुरी किरदार, तुम्हारा सब का दिल जीत लेना चाहिए !
तुम्हारे साथ ये मौसम फ़रिश्तों जैसा है, तुम्हारे बाद ये मौसम बहुत सताएगा।
कोशिश करने वालों की हार नहीं होतीइस बात के मिल जाएंगे उदाहरण हजार,मंजिल पाने के सफर में साथ देते हैं कई लोगउन सभी दिलवालों को हृदय से आभार।
अगर आप हार नहीं मानते तो आपके पास एक और मौका है सफलता प्राप्त क्योंकि हार मान लेना सबसे बड़ी असफलता है ।
जो दिल का हो ख़ूबसूरत ख़ुदा ऐसे लोग कम बनाये हैं, जिन्हें ऐसा बनाया है आज वो हमारी महफ़िल में आये हैं।
मीठी बात और चेहरे पर मुस्कान, ऐसे लोग ही है हमारी महफ़िल के शान. Latest Welcome Shayari
बिना असफ़लताओ को चखे , आज तक किसी ने इतिहास नहीं बनाया हैं .. !
मालूम है कि ख्वाब झूठे हैं, ख्वाहिशें भी अधूरी है , पर जिंदा रहने के लिए कुछ गलतफहमियां भी जरूरी है ।
“दिलों में विश्वास पैदा करता है, मन में कुछ आस पैदा करता है, मिटटी की तो कुछ बात ही अलग है, ईश्वर तो पत्थरों में भी घास पैदा करता है…”
“ मुस्कान आपकी हमारे लिए वरदान हैआपका मार्गदर्सन हमारे लिए सम्मान हैआप आये खुदा हमपर मेहरवान हैबड़े नसीब वाले हैं जो आप हमारे मेहमान है…!!
रफ़्तार मेरी धीमी ही सही लेकिन उड़ान बहुत लंबी होगी ।
देर लगी आने में पर आप आए ज़रूरजो वादे आपने किए थे वह निभाए जरूर।
“ देर लगी आने में आपको शुक्र हैफिर भी आये तोआस ने दिल का साथन छोड़ा वैसे हम घबराये तो…!!!
उमड़ पड़ी है ख़ुशियों की लहरें, छाई है खुशबूओं की महक,जमकर मनाया जाए ये दिन, बनाया जाए ख़ुशियों का शहर।
सौ चाँद भी चमकेंगे तो क्या बात बनेगीतुम आए तो इस रात की औक़ात बनेगी
तेरी वफा के गम ने मुझे कभी हसने नहीं दिया,इस दुनिया ने कभी मुझे रोने नहीं दिया,टूट कर जब मैंने रात पनाह मांगी,वहां भी तेरी याद ने मुझे रोने नहीं दिया.
अपने संघर्ष को अपना जुनून बना लो, जब तक कि वो तुम्हारी कहानी न लिख दे !
#यारा तेरी #यारी को मेने तो #खुदा माना, #याद करेगी #दुनिया तेरा मेरा #अफसाना...!
दिन निकला हर दिन जैसा पर आज का दिन कुछ ख़ास हो अपने लिए तो जीते है रोज आज सबके भले की अरदास हो।
तन की मोहब्ब्त में खुद को तपाए बैठे है, मरेंगे वतन के लिए शर्त मौत से लगाए बैठे है।
दिलको सुकूनमिलता हैंमुस्कुराने से,महफ़िलमें रौनकआती हैआपके आनेसे…!!
हर कोई मुझे जिंदगी जीने का तरीका बताता है उन्हे कैसे समझाऊँ कि कुछ ख्वाब अधुरे है वरना जीना मुझे भी आता है ।
मुझे अच्छा लगता है तेरा नाम अपने नाम के साथ, जैसे कोई सुबह जुड़ी हो हसीन शाम के साथ।
फासलों से तय नहीं होते मंजिलों की दूरी, अक्सर फैसले ही तय करती है कितनी पास है मंजिल ।
तुझे पलकों पे बिठाने को जी चाहता है, तेरी बाहों से लिपटने को जी चाहता है, खूबसूरती की इंतेहा हैं तू, तुझे ज़िन्दगी में बसाने को जी चाहता है।
बड़ा घमंड था माँ बाप के पैसों पर,दोस्ती यारी रिश्तों पर जब आया शहर खुद के पैरों पर खड़ा होनेतो पता चला कोई साथ नहीं अब मेरे सिवाय मेहनत के।
ये बात नहीं कि घर का हर वस्तु आपकी महफूज़ी में हो, लेकिन आपके आने से इस घर में जादू सा महकता हो।
तुझको जाता देख कर दिल घबरा जाता था,तुझे देख कर कभी कभी ये शर्मा जाता था,लेकिन वो प्यार रहा ना वो शर्म रही,जब तेरी याद में मै रो कर रात गुजारता था.
“देर लगी आने में तुम को शुक्र है फिर भी आए तो
“हार को जीत की एक दुआ मिल गईतपन मौसम में ठंडी हवा मिल गई।आप आये श्री मान जी यू लगा,जैसे तकलीफ को कुछ दवा मिल गई।”
तुझे पाने की कोशिश की बहुत मैने,लेकिन शायद मेरी कोशिश में कमी रह गई,वो कहते थे तुमको कभी दुख ना देंगे,उनके नाम की मेरी आंखो में नमी रह गई.
कुछ बात है कि हस्ती मिटती नहीं हमारी सदियों रहा है दुश्मन दौरे जहां हमारा
मैं तो था एक सिरफिराआपने बना दिया मूवी का नायक,आभार करता हूं सबकाआपने बनाया है मुझे इस लायक।
दुख में सुख में हर हालत में भारत दिल का सहारा है भारत प्यारा देश हमारा सब देशों से प्यारा है
सारे जहाँ से अच्छा हिन्दोस्ताँ हमाराहम बुलबुलें हैं इस की ये गुलसिताँ हमारा
देखा है तुम्हारे आगे, शर्मा के फूलों को मुरझाते, ए जहाँ को घायल करने वाले तुम डिओडोरेंट क्यों नहीं लगाते।
#दर्द को _दर्द से ना देखो, दर्द को भी #दर्द होता है, #_दर्द को जरुरत है #दोस्तों की, आखिर #दोस्त ही _दर्द में #हमदर्द होता है !!
ये कौन आया, रौशन हो गयी महफ़िल किसके नाम सेमेरे घर में जैसे सूरज निकला है शाम से.
जो अच्छे और दिल के बड़े होते है,वो स्वागत के लिए खड़े होते है।
कभी-कभी थक जाइये जब जीवन की भागदौड़ से तो खुद के लिए भी कुछ वक्त निकाल लीजिये !
हसरतो ने फिर से करवट बदली है, आप आये तो बलखा के बहारें आईं.,
“सख्त हाथों से भी छुट जाती है उँगलियाँ, रिश्ते ताकत से नहीं मोहब्बत से थामें जाते है ।
चंदन की खुशबू चौखट पर बिछाते हैं, पवित्र भाव से खुशी के दीप जलाते हैं, मेरे अतिथि आए हैं आज भगवान बनकर, हमारे भगवान को हृदय से तिलक लगाते हैं.,
मुझे अपनी पार्टी में बुलाने के लिए आपका बहुत-बहुत आभार। भोजन बहुत शानदार था और दोस्तों से मिल कर भी बहुत मजा आया। दिल से शुक्रिया।
चंदन की खुशबू चौखट पर बिछाते है,पवित्र भाव से ख़ुशी के दीप जलाते है,मेरे अतिथि आये है आज भगवान् बनकर,हमारे भगवान् हो ह्रदय से तिलक लगाते है।
दिल के दर्द छुपाना बड़ा मुश्किल है,टूट कर फिर मुस्कुराना बड़ा मुश्किल है,किसी अपने के साथ दूर तक जाओ फिर देखो,अकेले लौट कर आना कितना मुश्किल है.
हर गली अच्छी लगी हर एक घर अच्छा लगावो जो आया शहर में तो शहर भर अच्छा लगा
दिखावे की कोशिश कभी मत करना मेरे दोस्त जब Perfect हो जाओगे खुद ही नजर आ जाओगे ।
चंदन की खुशबू चौखट पर बिछाते हैं पवित्र भाव से खुशी के दीप जलाते हैं मेरे अतिथि आए हैं आज भगवान बनकर हमारे भगवान को हृदय से तिलक लगाते हैं
सारी शिकायतों का हिसाब जोड़ कर रखा था मैंने; दोस्त ने गले लगाकर सारा गणित ही बिगाड़ दिया।
#दोस्तों की #दोस्ती में कभी कोई #रूल नहीं होता है और ये #सिखाने के लिए, कोई #स्कूल नहीं होता है…
जिंदगी एक गेम की तरह है, जितना आगे जाओ मुश्किल और बढ़ती जाएगी ।
माना कि तुझको मै हासिल ना कर सका,मोहब्बत थी तुझसे बयां ना कर सका,लेकिन किसी को पा लेना ही मोहब्बत नहीं होता,चाहे मै तेरे काबिल ना बन सका.
आशा है आप नीचे दी गई स्क्रिप्ट से अतिथि आगमन, दीप प्रज्वलन, स्वागत गीत, स्वागत संबोधन तब अच्छा मंच संचालन कर पाएंगे।
अजीज के इन्तजार में ही पलके बिछाते हैं,महफ़िलो की रौनक खास लोग ही बढ़ाते हैं.
सौ चाँद भी आ जाएँ तो महफ़िल में वो बात न रहेगी, सिर्फ आपके आने से ही महफ़िल की रौनक बढ़ेगी.,
#यारी निभाते हैं जान देकर… खौफ खाती है दुनिया हमसे, क्यूँकि हम जीते हैं #शेर की दहाड़ लेकर…!
कोन कहता है की #यारी बर्बाद करती है, अरे ओ यारो कोई #निभाने वाला हो तो #दुनिया याद करती है..!
हार को जेट की एक दुआ मिल गई तपन मौसम में ठंडी हवा मिल गई। आप आये श्री मान जी यू लगा, जैसे तकलीफ को कुछ दवा मिल गई.
सारी दुनिया छोड़ के मैंने तुझको अपना बनाया था, करोगे याद सदियों तक किसी ने दिल लगाया था !
हमारी महफ़िल में लोग बिन बुलायें आते हैं, क्योकि यहाँ स्वागत में फूल नहीं पलकें बिछाये जाते हैं।
सबके दिलों में हो सबके लिए प्यार, आने वाला हर पल लाये खुशियों का बहार, इस उम्मीद के साथ भुलाके सारे गम इस आयोजन का करें वेलकम.
अपनी आज़ादी को हम हरगिज़ मिटा सकते नहीं,सर कटा सकते हैं लेकिन सर झुका सकते नहीं।
अपनी रूहानी तहजीब से वोसब को कुछ यूं लुभाने लगे हैंउनकी शिरकत से परिंदे भीबड़े अदब से अपना सर झुकाने लगे हैं
भावी मन संचालकों को वक्ताओं को मेरा हार्दिक प्रणाम
ऐ जिंदगी जब तुझे समझ लिया तो मौत क्या चीज है तू ही बता ऐ वतन तुझसे बड़ी भी कोई चीज है।
अवकाशी मेघ दाटून आल्यावर आनंदाने बेभान होऊन नृत्य करणाऱ्या त्या मयुरासमान आतुर झालेला हा प्रेक्षकवृंद…
वतन की मोहब्बत हम में खुद को तपाये बैठे है,हम मरेंगे तो वतन के लिए ये मौत से शर्त लगाये बैठे हैं।
रोली तिलक थाल मे, श्री फल लिया सजायेस्वागत को श्री मान के, भेट दुशाला लाये
बिना स्वार्थ के दिया है आपने साथकैसे करूं मैं आपका आभार,बस यही कहना चाहूंगाआप हो मेरे जीवन के सबसे अच्छे उपहार।
हमारी महफ़िल में शरीख होनेकाफिर ख़ुद ब ख़ुद चले आते हैंक्योंकि महमा-ए-खास के आगमन परयहां फूल नहीं दिल बिछाए जाते हैं
“सब पूछते हैं मुझसे मोहब्बत है क्या, मुस्कुरा देता हूं मैं और याद आ जाती है माँ !
चाँदनी रात बड़ी देर के बाद आयी,ये मुलाक़ात बड़ी देर के बाद आयी,आज आये हैं वो मिलने मुद्दत के बाद,आज की रात बड़ी देर के बाद आयी।
अतिथि सत्कार बिना हर प्यार अधूरी होती हैये वो फरिश्ते हैं जिनके आने से आस पूरी होती है
“ नए लोगों के बिना दफ्तर अधूरा-सा लगता है,वेलकम करते हैं आपकायहां, अब ऑफिस पूरा लगता है…!!
दुनिया के झूठ से बचता एक सच हुँ में , हर रोज़ एक भीड़ में भागता तनहा हूँ में । निराश होकर जो हर रोज़ घर आता है वही एक इंसान हूं में !!
हार को जीत की इक दुआ मिल गई, तप्त मौसम में ठंडी हवा मिल गई, आप आये श्रीमान जी यूँ लगा, जैसे तकलीफों को कुछ दवा मिल गई.,
“शब्दों का वजन तो हमारे बोलने के भाव से पता चलता हैं,वैसे तो, दीवारों पर भी “वेलकम” लिखा होता हैं.
हर पल यही सोचता रहा,के कहा कमी रह गयी थी मेरी चाहत में;उसने इतनी शिदत्त से मेरा दिल तोड़ा,के आज तक नहीं संभल पाए.
“दिल को सुकून मिलता हैं मुस्कुराने से.महफ़िल में रौनक आती है दोस्तों (आप) के आने से”
महक उठा ये घर आंगनजब से आप पधारे हैंऐसा एहसास होता हैजन्मों से आप हमारे हैं
अतिथि ना सिर्फ खुशियों का संचार करते हैं, बल्कि विवेक और संस्कार का भी प्रदर्शन करते हैं।
रोली तिलक थाल मे, श्री फल लिया सजाये, स्वागत को श्री मान के, भेट दुशाला लाये..।।
जिनमे अकेले चलने के हौसले होते है, एक दिन उन्ही के पीछे काफिले होते है, सेना है तो हम है।
जब कहा था तुमने हमारे सपने सच होंगे,तब यकीन था तुम पर रब से भी ज्यादा,लेकिन अब विश्वास चूर चूर हो गया है मेराशायद तुमने अधूरा छोड़ दिया अपना वादा.
पी लेते हैं एक दूसरे की जूठी सिगरेट भी दोस्ती किसी मजहब की मोहताज नहीं होती
जो दिखाई देता है वो हमेशा सच नहीं होता , बस यह निर्भर इस बात पर करता है कि आप उसे किस दिशा से देख रहे हैं ।
ये कौन आया, रौशन हो गयी महफ़िल किसके नाम सेमेरे घर में जैसे सूरज निकला है शाम से.
उन्होंने पूछा तोहफे में क्या चाहिए आपको हमने कहा वो मुलाकात जो कभी खत्म ना हो !
जो मेरा था, वो मेरा हो ना पाया;आँखों मे आंसू थे, पर रो ना पाया;एक रोज़ उसने कहा, हम मिलेंगे ख्वाबो मे;और मेरी किस्मत तो देखो,उसी रात मे सो ना पाया.
तुम दोस्त ही नहीं मेरी जान हो,मेरी दिल के महफ़िल की शान हो.
वोआए घरमें हमारेख़ुदा कीक़ुदरत हैकभीहम उनको कभीअपने घरको देखतेहैं
दर्द दो तरह के होते हैं;एक दर्द आपको दर्द देता हैं;और दूसरा दर्द,आपको बदल देता हैं.
“ जब कोई बच्चा इस धरती पर आता है,हर चेहरा खुशियों से खिल जाता है…!!
तुम्हे इतना पसंद करता है कम्बख्त दिल ए सनम, कि मेरी पहली और आखिरी आरजू बस तुम हो !
भारत माता के वीर सपूत, जिनके लिए ना कोई छाव और धूप, हर पथ पर वो बढ़ते जाते, दिखाते वो अपने कितने रूप।
“बिखरे है अश्क कोई साज नही देता खामोश है सब कोई आवाज नही देता कल के वादे सब करते है । मगर क्यू कोई साथ आज नही देता ।
#दोस्त👬 ही तो होते हैं असली #दौलत,💰 यूँ तो पूरी #ज़िन्दगी🌏 पड़ी है पैसे💲 कमाने को !!
भारत की फ़जाओं को सदा याद रहूँगा, आज़ाद था, आज़ाद हूँ, आज़ाद रहूँगा।– चंद्रशेखर आजाद
जो दिल का हो ख़ूबसूरत ख़ुदा ऐसे लोग कम बनाये हैं,जिन्हें ऐसा बनाया है आज वो हमारी महफ़िल में आये हैं
हार तब नहीं होती जब आप गिर जाते हैं , हार तो तब होती है जब आप फिर से उठने से इनकार कर देते हैं ।
देर लगी आने में तुम को शुक्र है फिर भी आए तोआस ने दिल का साथ न छोड़ा वैसे हम घबराए तो
हम उमीद करते हैं आपका स्वागत हो जाए, आपकी खुशियों की बौछार सबके दिल में छाए।
दिलों में विश्वास पैदा करता है, हम सुब में कुछ आस पैदा करता है… मिटटी की बात तो अलग है, इश्वर तो पत्थरों में भी घास पैदा करता है|
लक्ष्य के रास्ते में कितने ही परेशानी क्यों ना हो कभी घुटने मत टेके क्योंकि जो लक्ष्य की चाहत रखते हैं उनकी रगों में खून नहीं जुनून दौड़ता है ।
तुम्हारा ख्याल जब भी आता हैदिल तुन्हे अपने करीब पता हैबादल कितने भी काले क्यों ना होतुम्हारे आने से हर मौसम खिल जाता है।
अजीज के इन्तजार में ही पलके बिछाते हैं, महफ़िलो की रौनक खास लोग ही बढ़ाते हैं.
मीठी बात और चेहरे पर मुस्कान,ऐसे लोग ही है हमारी महफ़िल के शान.
“ फराज सुनो नाराज हो क्या,फराज सुनो नाराज हो क्या,आप लोग इतने गौर से क्यों सुन रहे,आप फराज हो क्या…!!
उसने वादा किया है आने का,रंग देखो गरीब खाने का.
सौ चाँद भी आ जाएँ तो महफ़िल में वो बात न रहेगी, सिर्फ आपके आने से ही महफ़िल की रौनक बढ़ेगी.,
इश्क इश्क होता है जनाब, चाहे गलती से क्यों ना हो महबूब महबूब होता हो , चाहे बेवफा क्यों से ही क्यू ना हो ,
आपके इंतजार में हर कोई यूंदरवाज़े पर टकटकी लगाए हैंफूल भी घरौंदे को छोड़ अपनेआज जैसे आपकी राह मेंपलके बिछाए हैं
कौन आया कि निगाहों में चमक जाग उठी, दिल के सोये हुए तरानों में खनक जाग उठी, किसके आने की खबर ले कर हवाएँ आई रूह खिलने लगी साँसों में महक जाग उठी.
गुल और गुलशन आज फिरकुछ अहसास करने लगे हैंआपकी शिरकत में ये कुछबेसब्र होकर जाने कब सेआपका इंतजार करने लगे हैं
मेरा हर पल आज खूबसूरत हैं, दिल में जो सिर्फ तेरी ही सूरत हैं, कुछ भी कहे ये दुनिया गम नहीं, दुनिया से ज्यादा हमें तेरी जरुरत है।
आपके आने से मानो,बाहर हमारे दर पे चली आयी हो,जब आप सा मेहमान मिल जाये, तो ज़िंदगी में भला क्यों तन्हाई हो, तन्हाई हो।
दिल को सुकून मिलता हैं मुस्कुराने से.महफ़िल में रौनक आती है दोस्तों (आप) के आने से,
पुलिस पकड़े उसको जो खिला ना सके पैसा।सुरक्षादारों का आचरण हुआ डकैतों जैसा।।
गुजर रही है खामोशी से ये ज़िन्दगी,ना कोई खुशी है ना गम का शोर,चाहे सौ साल ही क्यों ना इंतजार करना पड़े,अब उसके सिवा इस दिल में ना आएगा कोई और.
“ आपका स्वागत करनेहम सब मिलकर आये है,चेहरे पर मुस्कान और हाथों मेंफूलों की माला लाये है…!!
“ दिल में कोई गम नहींबातों में कोई दम नहीं,ये ग्रुप है नवाबो कायहाँ कोई किसीसे कम नहीं…!!
दुश्मन को जलाना, और दोस्त के लिए, जान की बाजी लगाना, फितरत है हमारी
इस बात को हवाओं से बताये रखना,रौशनी होगी बस चरागों को जलाये रखना,हमने लहू देकर की है जिसकी हिफाजत,उस तिरंगे को हमेशा अपने दिल में बसाये रखना।
ये और बात कि रस्ते भी हो गए रौशनदिए तो हम ने तिरे वास्ते जलाए थे
“मीठी बात और चेहरे पर मुस्कान,ऐसे लोग ही है हमारी महफ़िल के शान.”
हमारी स्वागत में लोग बिन बुलाये आते है क्योकि यहाँ स्वागत में फूल नहीं पके बिछाये जाते है
आसमान से तोड़ कर सितारा दिया है, आलम ऐ तन्हाई में एक शरारा दिया है, मेरी किस्मत भी नाज़ करती है मुझपे, खुदा ने दोस्त ही इतना प्यारा दिया है।
ऐसा स्वागत कही हुई ही नहीं है,जैसी स्वागत मेरी प्यारी माँ करती है।
पानी में तस्वीर बना सकते हो तुम, पहाड़ से सड़क निकाल सकते हो तुम , वो कायर है जो तकदीर पे अपनी रोते हैं जैसा चाहो वैसी तकदीर बना सकते हो तुम ।
भारत माता की मोहब्बत में खुद को कुर्बान कर बैठेंगे, मरेंगे अपनी वतन कि मिट्टी के लिए, चाहे मौत शर्त लगा बैठेंगे।
इतिहास के हर पन्ने पर लिखा है, दोस्ती कभी बड़ी नहीं होती, निभाने वाले हमेशा बड़े होते हैं.
शेर के पुत्र शेर ही जाने जाते है, लाखो के बीच फौजी पहचाने जाते है।
सौ चाँद भी आ जाएँ तो महफ़िल में वो बात न रहेगी,सिर्फ आपके आने से ही महफ़िल की रौनक बढ़ेगी.
दोस्ती में कभी गुरुर मत रखना मेरे दोस्त, क्योकि गुरुर एक दिन जरूर जायगा, लेकिन दोस्त फिर कभी वापस नहीं आएगा।
“ मेरे घर की उदासियों को मिटाने आई है,मेरे घर में प्यारी सीमुस्कान लिए बिटिया रानी आई है…!!
सदा न कोयल बोलती, सदा न खिलते फूलऐसे अथिति पधारते जब भाग्य हो अनुकुल।
आप मुस्कुरा दो एक बार तोहम जान भी लुटा देंगेआपके स्वागत में हमज़माने को झुका देगे
इंतज़ार की घड़ियां ख़त्म हुयी, आये हैं हमारे चाहने वालेजी भर के खुशियां मनाओ, आये हैं दिल के दिए जलाने वाले
सच्चे दोस्त कभी गिरने नहीं देते, ना किसी की नज़रों में और ना किसी के कदमो में।
#सच्चा_दोस्त🙎♂️ साथ देता है 👆तब, जब #अपना साया👽 भी साथ #छोड़💔 देता है !!
पहली मुलाक़ात में थोड़ा डर लगता है,पर मुस्कुराकर शुरूआत हो तो अपना घर लगता है.
हमारी महफिल में दिल वाले ही ही आते हैंयहां पर स्वागत में फूल बिछाए जाते हैं
अमित भाई, सचमुच आपकी इन सारी बातों ने मन को छू लिया ,कभी कभी सँचालन करने का मौका आता है, आपके शब्दो से माँ सरस्वती का आभास होता है !
रंवा रंवा देश का भ्रष्ट लोग खा रहे हैं लगातारस्वार्थी कुत्तों के बीच ईमानदारी गई स्वर्ग सिधार
हमारी महफ़िल में लोग बिन बुलायें आते हैं, क्योकि यहाँ स्वागत में फूल नहीं पलकें बिछाये जाते हैं.
“अच्छी सोच ही तुम्हे बड़ा बनाती है ! खड़ा कर तुम्हे अपने पैरों पर, अपने सपनो के मुकाम तक पहुंचती है।
जो दिल का हो ख़ूबसूरत ख़ुदा ऐसे लोग कम बनाये हैं, जिन्हें ऐसा बनाया है आज वो हमारी महफ़िल में आये हैं.
दिल को सुकून मिलता हैं मुस्कुराने से.महफ़िल में रौनक आती है दोस्तों के आने से,
जो नहीं है मुनासिब अब तकवो भी आज मुकम्मल हो जाएगाआपके आने से जिंदगी कोआज एक नया आयाम मिल जाएगा
रोली तिलक थाल मे, श्री फल लिया सजाये, स्वागत को श्री मान के, भेट दुशाला लाये..।।
सफलता भी उसी के कदमों पर निसार है जिसके सर पर मेहनत का ताज सवार है ।
सच तो ये है की तेरे पंखों में अभी भी उड़न बाकि है।
आपके हर गुनाह की माफी है, आप जो रोये तो बहुत नाइंसाफी है, आपकी आँखों में ना आये कभी पानी कियोकि, बहने के लिए तो आपकी नाक ही काफी है।”
उदास ना होना अगर मुलाक़ात ना हो;ख़फ़ा ना होना अगर आपसे बात ना हो;खुदा करे ज़िन्दगी खुशियों से सजे आपकी;भुला लेना उस वक़्त जब आपकी दिन से रात ना हो.
घर से दूर आया हूँ अपनी पहचान बनाने के लिए पर उन्ही को भूल चुका हूँजिन्होंने मेरे सपने पूरे करने के लिए अपना सब कुछ त्याग दिया है।
उस ने वा’दा किया है आने का रंग देखो ग़रीब ख़ाने का जोश मलीहाबादी
बुझते हुए चराग़ फ़रोज़ाँ करेंगे हम,तुम आओगे तो जश्न-ए-चराग़ाँ करेंगे हम।
“ जो दिल का हो ख़ूबसूरत,ख़ुदा ने ऐसे लोग कम बनाये हैं,जिन्हें ऐसा बनाया है खुदा ने,आज वो हमारी महफ़िल में आये हैं…!!
हार को जीत की इक दुआ मिल गई,तप्त मौसम में ठंडी हवा मिल गई,आप आये श्रीमान जी यूँ लगाजैसे तकलीफों को कुछ दवा मिल गई.
शौक था मुझे शहर के बड़े बड़े होटलों मे खाने कालेकिन खाने का असली स्वाद तो मै अपने घर छोड़ आया हूँ।
रौनक दमक उठती है, नूर फैल जाता हैजब महफ़िल में आप सा कोई कदम रखता है
आज कुछ शर्माए से लगते हो, सर्दी के कारण कपकपए से लगते हो, चेहरा आपका खिलखिलाये सा लगता है, हफ्ते के बाद नहाए से लगते हो।
हम अम्न चाहते हैं मगर ज़ुल्म के ख़िलाफ़गर जंग लाज़मी है तो फिर जंग ही सही
“ रोनक दमक उठती है, नूर फैल जाता है,जब ऑफिस में आप-साकोई नया शख्स आता है…!!
पी लेते हैं एक दूसरे की जूठी सिगरेट भी दोस्ती किसी मजहब की मोहताज नहीं होती
सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में हैदेखना है ज़ोर कितना बाज़ू-ए-क़ातिल में है
“चांद रोज छत पर आकर इतराता बहुत था ! कल रात मैंने भी उसे तेरी तस्वीर दिखा दी !
कौन आया है कि निगाहों में चमक जाग उठी,दिल के सोये हुए तरानों में खनक जाग उठी,किसके आने की खबर ले कर हवाएँ आई,रूह खिलने लगी साँसों में महक जाग उठी..
हक़ीक़त जान लो जुदा होने से पहले,मेरी सुन लो अपनी सुनाने से पहले;ये सोच लेना भुलाने से पहले,बहुत रोयी हैं ये आँखें मुस्कुराने से पहले.
हम #दोस्ती करते हैं तो #अफसाने लिखे जाते हैं, और #दुश्मनी करते हैं तो #तारिखे लिखी जाती हैं..!
इस दुनिया में बड़ा कौन नही बनना चाहता, पर सच कहूँ तो ! बड़ा वही बनता हैं जिनकी सोच बड़ी होती है।
कौन आया कि निगाहों में चमक जाग उठी, दिल के सोये हुए तरानों में खनक जाग उठी, किसके आने की खबर ले कर हवाएँ आई रूह खिलने लगी साँसों में महक जाग उठी.
#दोस्ती में लोग #जान भी देते है, लेकिन अपनी #जान का, #Mobile नंबर नहीं देते...!
“जब तक हम ये जान पाते हैं, कि जिन्दगी 🤔 क्या है, तब तक ये आधी, खतम हो चुकी होती है ।