If you are looking for Kash Mera Bhi Koi Apna Hota Shayari In Hindi then you have come to the right place as here you will find the best Shayari collection.
जिन अपनों की आँख के तारे हुआ करते थे हम, आज उन्हीं की आँखों में खटकने लगे है हम !
उतरा है मेरे दिल में कोई चाँद नगर से,अब खौफ ना कोई अंधेरों के सफ़र में,वो बात है तुझ में कोई तुझ सा नहीं है,काश कोई देखे तुझे मेरी नज़र से।
जब कोई अपना ही हमारे साथ धोखा करता है, तो इस दुनिया में हमें कोई अपना नहीं लगता !
आँसू आ जाते हैं रोने से पहले,ख्वाब टूट जाते हैं सोने से पहले,लोग कहते हैं मोहब्बत गुनाह है,काश कोई रोक लेता इसे होने से पहले।
उसकी हसरत को मेरे दिल में लिखने वाले,काश उसे भी मेरे नसीब में लिखा होता।
काश कि दिल पर अपना अख्तियार होता,ना नफरत होती ना प्यार होता.
यहाँ बेमतलब के लिए कोई किसी के लिए कुछ नहीं करता, हर कोई यहाँ बस अपना मतलब निकालने के लिए ही करता है !
ख़त्म ही ना हो जो “ज़िन्दगी” है कुछ ऐसे सवाल की तरह, काश की इनसे #बचाने वाला होता मेरा अपना मेरी ढाल की तरह।
काश मेरा भी कोई अपना होता, फिर बाकी न कोई मेरा सपना होता, गजार देते सारी जिंदगी उसके साथ, जब प्यार देने वाला कोई अपना होता !
दिल एक गुमराह को काश यह मालूम होता,प्यार तब तक हसीन है जब तक नहीं होता।
लगता है आजकल दुनिया में शुरू हो चुकी है यह रसम, मतलब निकल जाने पे कर देते है लोग सब रिश्ते ख़तम !
नहीं बस्ती किसी और की सूरत अब इन आंखों में,काश कि हमने तुझे इतने गौर से ना देखा होता।
हमेशा हमारे अपने ही हमारा दिल दुखाते है, हमारे अपने ही हमें सबसे ज्यादा रुलाते है !
अपने भी अपनी औकात दिखा रहे है, अपने होकर भी दुश्मनी निभा रहे है !
काश आंसू के साथ यादें भी बह जाती,तो एक दिन तसल्ली से बैठ कर रो लेते।
हर किसी को ना दिल के पास रखो, बहुत कम रखो पर बहुत खास रखो !
वो रोज देखता है डूबते सूरज को इस तरह,काश मैं भी किसी शाम का मंजर होता
ये ”बोलने” से बेहतर की काश ये ‘ख्वाहिश’ पूरी हो जाए, बेहतर ये नहीं की उन्हें पूरा करने की #कोशिश की जाए।
जिस पर मैंने अपना सब कुछ लुटाया, उसी की नज़रों में मैं हो गया पराया !
काश तू भी बन जाए तेरी यादों की तरह,ना वक़्त देखे ना बहाना बस चली आए।
आज के रिश्तों में यही सबसे बड़ी बीमारी है, केवल मतलब होने तक ही लगती दुनिया प्यारी है !
#काश तुम सा ही कोई तुमको मिले, तब जानेंगे कितनी “ख़ुशी” हमको मिली और कितने गम तुमसे मिले।
काश उनको कभी फुर्सत में यह ख्याल आए,कि कोई याद करता है उन्हें जिंदगी समझकर।
काश हमे भी कोई समझने वाला होता,तो आज हम इतने ना समझ न होते,काश कोई इश्क का जाम पिलाने वाला होता,तो आज हम भी इस शराब के दीवाने न होते।
काश दिल की आवाज में इतना असर हो जाए,हम याद करें उनको और उन्हें खबर हो जाए।
काश कि तुम समझ पाओ,मेरी चाहत की इंतिहा को,हैरान रह जाओगे तुम,अपनी खुश नसीबी पर।
हर रिश्ता यहाँ अपने मतलब का होता है, जब आपको जरूर होती है किसी की तो कोई अपना भी अपना नहीं होता है !
कितने आँसू बहा दिए हैंइस चार दिन की मोहब्बत में,काश… सजदे में बहातेतो आज गुनाहों से पाक होते।
ये मतलब की दुनिया है साहब, यहाँ कोई किसी का नहीं होता, पराये लोगों की तो बात छोड़ो यहाँ तो अपना भी अपना नहीं होता !
जब से टुटा है दिल, तब से बचा कोई सपना नहीं, अब ये जान लिया, इस दुनिया में कोई अपना नहीं !
काश तू समझ सकतीमोहब्बत के उसूलो को,किसी की साँसों में समाकरउसे तन्हा नहीं करते।
काश यह दिल अपने बस में होता,ना किसी की याद आती ना किसी से प्यार होता।
काश हमें बेपर्भा रहना सिखाए कोई,हम थक गए हैं परवाह करते-करते।
काश कि वो लौट के आयें मुझसे ये कहने,कि तुम कौन होते हो मुझसे बिछड़ने वाले.
काश की #कश्मकश में फंसे है सब अब यहाँ से #निकले तो कहीं पहुंचे।
आज के समय कोई अपना नहीं होता है, सिर्फ लोग तभी तक अपने होते है जब तक उनका कोई स्वार्थ होता है !
वो अपना ही होता है जो हमारा दिल दुखाता है, वो अपना ही होता है जो अक्सर हमें रुलाता है !
कभी जिन लोगो को हम में खूबियां नज़र आती है, आज उन्हीं लोगो को हम में कमियां नज़र आती है !
काश की इतनी #हसरतें ना होती, तो खामखा ज़िन्दगी में इतनी ”कसरतें” ना होती।
काश ये होता काश वो होता,काश न हुई होती मोहब्बत काश यूँ दिल न टूटा होता.
#काश तेरे न मिलने का कोई गिला ना होता, या ”काश” की तू कभी मिला ही ना होता।
काश वह भी आकर हमसे कहते हैं मैं भी तनहा हूं,तेरे बिन तेरी तरह तेरी कसम तेरे लिए।
जब कोई अपना हमारे दिल से उतर जाता है, तो उसके साथ रहना भी पराया सा लगता है !
कभी कभी जिंदगी में ये भी होता है कि कोई अपना भी अपना नहीं होता !
कुछ लोग फैशन की तरह अपने रिश्ते बदल रहे है, हमारे अपने भी गिरगिट की तरह रंग बदल रहे है !
हमेशा अपने ही अपनों के दिल दुखाते है, हमारा दिल तोड़कर हमें अपने ही रुलाते है !
देखा हुआ हर सपना सच नहीं होता, यहाँ हर कोई हमारा अपना नहीं होता !
काश एक ख्वाहिश पूरी हो इबादत के बगैरतुम आकर गले लगा लो मुझे मेरी इजाजत के बगैर।
काश आ जाए वो मुझे जान से गुजरते देख,ख्वाहिश थी कभी मुझे बिखरते देखें।
जिसके लिए मैं पूरी तरह दीवाना था, उसके लिए मैं सामान कोई पुराना था, जब ख़त्म हो गयी उसे जरुरत मेरी तो मैं उसके लिए एक गुजरा जमाना था !
जब हम कोई सपना देखते है, तो कोई अपना ही उसे तोड़ जाता है, जिंदगी की राह पे साथ चलते चलते हमारा बीच राह में साथ छोड़ जाता है !