जब हम एक ख़ूबसूरत लड़की को देखते हैं तब हमें उनकी तारीफ़ करने का मन करता हैं, इस Shayari For Beautiful Girl के जरिये आप सुन्दर लड़की की तारीफ करके उनको खुश कर सकते हैं |
चल काजल लगा ले पलकों पर..क़त्ल का नया इतिहास रचते हैं,आज शाम मेरी महफ़िल में आना..हम एक ग़ज़ल तेरे नाम लिखते हैं..!!
मदहोश करती हैं बाते तेरी…गर कहतें हैं नशा इसको तो तलब मंजूर हैं हमे…
कुछ नशा तो आपकी बात का हैकुछ नशा तो आधी रात का हैहमे आप यूँ ही शराबी ना कहियेइस दिल पर असर तो आप से मुलाकात का है
अब हम किसी और को नहीं चाह पाएंगे तुझे देखना औरदेखते रहना मेरीआदत बन गई है।
हम तो मदहोश हो गए उनकी आंखों से ही न जाने आइना कैसे बर्दाश्त करता होगा उन्हें।
धीरे से लबों पे आया एक सवाल हैतू ज्यादा खूबसूरत ये तेरा ख्याल है
खूबसूरती चांद की फीकी है उनके नूर के आगे, अब कुछ भी भाता नही हमें उनके सूरूर के आगे।
कैसे बयान करें सादगी अपने महबूब की, पर्दा हमीं से था मगर नजर भी हमीं पे थी।
अगर खूबसूरती वही है जिसे देख नज़रे ठहर जाए, तो कह दो अपनी नज़रो से, हमारा दीदार कर जाए।
सौ गजलें लिख डालूँतेरे एक दीदार परमुक्कमल हैं मेरी दुनियातेरी एक मुस्कान पर
न देखना कभी आईना भूल कर देखोतुम्हारे हुस्न का पैदा जवाब कर देगा।
सब को मेरे बाद रखिये,आप मेरे है ये बात याद रखिये..!!
चुपचाप चले थे जिंदगी के सफर मेंतुम पर नजर पड़ी और गुमराह हो गए
तुम्हारी इस अदा का क्या जवाब दू?अपने दोस्त को क्या सौगात दू?कोई अच्छा सा फूल होता तो माली से मँगवाता,जो खुद गुलाब है उसको क्या गुलाब दू?
तुम्हारी तारीफ किये बिना मै रुक नहीं पता.तुम्हारे हुस्न के चर्चे महफ़िल में करता जाता.
उदास नही होना क्योकि मैं साथ हूँ,सामने न सही पर आस पास हूँ,पलकों को बंद कर जब भी दिल में देखोगे,मैं हर पल तुम्हारे साथ हूँ..!!
ख़ुद न छुपा सके वो अपना चेहरा नक़ाब में, बेवज़ह हमारी आँखों पे इल्ज़ाम लग गया !!
उनके हुस्न का आलम न पूछिये, बस तस्वीर हो गया हूँ, तस्वीर देखकर !!
A baby girl is always a source of perpetual wonder for her parents. –Anonymous
मैं भी ठहरूं किसी के होंठों परक़ाश मेरी ख़ातिर….दुआ करे कोई
कुछ फिजायें रंगीन हैं, कुछ आप हसीन हैं,तारीफ करूँ या चुप रहूँ जुर्म दोनो संगीन हैं।
मस्त नज़रों से देख लेना था अगर तमन्ना थी आज़माने की,हम तो बेहोश यूँ ही हो जाते क्या ज़रूरत थी मुस्कुराने की?
सूरत मे क्या रखा है जालिम, एक दिन सब ढल जाएगी, दिल की खूबसूरती देख, तेरी जिंदगी सवार जायगी।
होश-ए-हवास पे काबू तो कर लिया मैंने,उन्हें देख के फिर होश खो गए तो क्या होगा।
डूबकर तेरी झील सी गहरी आँखों में,एक मयकश भी शायद पीना भूल जाए..
आइने में क्या चीज़ अभी देख रहे थे,फिर कहते हो खुदा की कुदरत नहीं देखी।।
सुबह का मतलब मेरे लिए सूरज निकलना नही, तेरी मुस्कराहट से दिन शुरू होना है।
कौन देखता है किसी को अब सीरत की नज़र से, सिर्फ खूबसूरती को पूजते है, नए ज़माने के लोग।
तुम हशीन हो के गुलाब जैसी हो !!बहुत नाजुक हो ख्वाब जैसी हो !!होठों से लगाकर पी जाऊं तुम्हे !!सर से पाँव तक शराब जैसी हो !!
ये चाँद सा रोशन चेहरा जुल्फों का रंग सुनहरा,ये झील सी नीली आंखे कोई राज हैं इनमे गहरा,तारीफ़ करू क्या उसकी जिसने तुम्हे बनाया।।
तुम्हे हर वक़्त देखना मेरी आदत बन गई है तुम्हे खुदा से मांगना मेरी इबादत बन गई है।
देख कर तेरी आँखों को मदहोश मै हो जाता हूँ.तेरी तारीफ किये बिना मै रह नहीं पता हूँ.
“हमें नहीं चाहिये ज़माने की खुशियाँ,अगर मिल जाये मोहब्बत तुम्हारी…”
खुदा ने दोनों को नवाज़ा है तुम्हे ख़ूबसूरती से और मुझे इश्क़ से।
खूबसूरती अक्सर सांवलेपन में होती है, गोरे तो तब भी फरेबी थे और अब भी।
नज़रों की नज़ाकत के क्या कहने जनाब, उनका गुस्से से देखना भी शहद लगता है।
आपका शर्मना हमे बड़ा भाता है, और आपका एक झलक देकर चले जाना, हमे तड़पता है।
आँखों में वफा हो तो पर्दा दिल का ही काफी है,नहीं तो नक़ाब से भी होते हैं इशारे मोहब्बत के..!!
जब ख़यालो में आता है उनका चहरा तब होंटो पर एक फ़रियाद आती है हम भूल जाते है सारे गम बस उनकी मोह्ब्बत की याद आती है।
तुम आईना क्यूं देखती हो? बेरोज़गास करोगी क्या मेरी आँखो को..
तुझे देखकर ऐसा लगा जैसे किसी जन्नत में आ गया, देख कर तेरी खूबसूरती वह चांद भी शरमा गया।
उसने होठों से छू कर दरिया का पानी गुलाबी कर दिया, हमारी तो बात और थी उसने मछलियों को भी शराबी कर दिया।
अपने चेहरे की खूबसूरती पे इतना गुमान मत कर, तेरे खूबसूरती से ज्यादा मेरे सादगी के चर्चे है बाजार में।
कबूल हो गई हर दुआ हमारी,मिल जो गई हमें चाहत तुम्हारी,अब नही चाहत है दिल में हमारे कुछ,जब से मिल गई है मोहब्बत तुम्हारी..!!
आपको देखा तो फिर किसी को नहीं देखा चांद भी कहता रहा मैं चांद हु।
इस जहां में तेरा हुस्न मेरी जां सलामत रहे,सदियों तक इस जमीं पे तेरी कयामत रहे।
जब आप अपना हाथ मेरे हाथो पर रखते हो तोलगता है की खुदा ने चांद को मेरी हतेली पर रख दिया हो।
इस डर से कभी गौर से देखा नहीं तुझको, कहते हैं कि लग जाती है अपनों की नज़र भी !!
I don't know who you will be, but I know you will be my everything. – Anonymous
ऐसा ना हो तुझको भी दीवाना बना डाले, तन्हाई में खुद अपनी तस्वीर न देखा कर।
हुस्न दिखा कर भला कब हुई है मोहब्बत,वो तो काजल लगा कर हमारी जान ले गयी।
Aap Aur Aapki Har Baat Mere Liye Khaas Hai, Yahi Shayad Pyaar Ka Pahla Ehsaas Hai.
ये आईने क्या दे सकेंगे तुम्हें तुम्हारी शख्सियत की खबर, कभी हमारी आँखो से आकर पूछो कितने लाजवाब हो तुम।
बड़ी खूबसूरत नाज़ुक से हैं उनके ये होठ की क्या कहिये,मानो पंखुड़ी हो इक गुलाब सी।।
तेरे इश्क की जंग में, हम मुस्कुराके डट गए,तलवार से तो बच गए, तेरी मुस्कान से कट गए
तू चाँद और मैं सितारा होता?आसमान में एक आशियाना हमारा होता?लोग तुम्हे दूरसे देखते,नज़दीक से देखने का हक बस हमारा होता।।
यकीनन चेहरे की खूबसूरती आंखों को सुकून देती है, लेकिन…. रूह को सुकून तो दिल की खूबसूरती ही देती है।
तुम एक ख़ूबसूरत गुलाब जैसी हो रातों को जगाए उस खवाब जैसी हो तेरे होंटो पर ऱखकर प्यार का प्याला पी जाऊ तुम सर से पांव तक शराब जैसी हो।
सुना है रब कि कायनात में,एक से बढ़कर एक चेहरे हैं…मगर मेरी आँखों के लिए सारे जहाँ में, सबसे खुबसुरत सिर्फ तुम हो…
कमियां तो बहुत है मुझ मेंपर कोई निकाल कर तो देखें
तू जहा है वही सवेरा है तू जहा नहीं वहा अंधेरा हैतू मान या ना मान सबसे खूबसूरत चेहरा तेरा है।
आँखे बयां करती है, दिल में छिपे राज़जब बज रहे हो दिल में मोहब्बत के साज़तेरे नयनों के स्पर्श बिना,मेरी हर रचना अधूरी है…!!!
कभी रात में मुझे सुलाने आ जाया करो आपका मुस्कुराता चहरा हमें सोने भी नहीं देता।
इस जहां में तेरा हुस्न मेरी जां सलामत रहे, सदियों तक इस जमीं पे तेरी कयामत रहे।
तू जरा सी कम खूबसूरत होती तो भी बहुत खूबसूरत होती
इन आँखों का जब जब दीदार हो जाता हैदिन कोई भी हो मेरे लिए त्यौहार हो जाता है
कुछ फिजायें रंगीन हैं, कुछ आप हसीन हैं, तारीफ करूँ या चुप रहूँ जुर्म दोनो संगीन हैं।
खूबसूरती अगर गोर रंग में होती, तो रात इतनी खूबसूरत नहीं होती।
जाती नही आँखों से सूरत आपकी,जाती नही दिल से मोहब्बत आपकी,महसूस ये होता हैं जीने के लिए,पहले से ज्यादा जरूरत हैं आपकी..!!
जो पल तेरे साथ गुज़ारे हैं उनको मैं गिनु कैसे, मैंने सुना है ख़ूबसूरती की कोई सीमा नहीं होती।
ढाया है खुदा ने ज़ुल्म हम दोनों पर,तुम्हें हुस्न देकर मुझे इश्क़ देकर।
स घड़ी देखो उनका आलमनींद से जब हों बोझल आँखें,कौन मेरी नजर में समायेदेखी हैं मैंने तुम्हारी आँखें।
बहुत खूबसूरत वो रातें होती थी..!!जब तुमसे दिल की बातें होतीं थी..
तेरी तस्वीर ज़रूर है मेरे पास मग़र उसकी कोई ज़रुरत नहीं क्युकी तेरे खूबसूरत चहरे को हमने आँखों में बसा रखा है।
कसा हुआ तीर हुस्न का, ज़रा संभल के रहियेगा, नजर नजर को मारेगी, तो क़ातिल हमें ना कहियेगा।
A daughter is one of the most beautiful gifts this world has to give. – Laurel Atherton
पाँव उठा कर गलें मिलती हैं मुझ सें,मोहतरमा कद में छोटी जो हैं मुझसें!!
हवाओं को चूमती जुल्फों को मत बांधा करो तुम,ये मदमस्त हवाएं नाराज़ होती हैं।।
एक लाइन में क्या तेरी तारीफ लिखूँ, पानी भी जो देखे तुझे तो, प्यासा हो जाये।
ऐसा ना हो तुझको भी दीवाना बना डाले,तन्हाई में खुद अपनी तस्वीर न देखा कर।
जब खामोश आँखों से बात होती है,तो ऐसे ही मोहब्बत की शुरुआत होती है,तेरे ही ख्यालों में खोये रहते हैं,न जाने कब दिन और कब रात होती है..!!
इस प्यार का अंदाज़ कुछ ऐसा है क्या बताए ये राज़ कैसा है लोग कहते है आप चांद जैसे हो मगर सच तो यह है की चांद आपके जैसा है।
तेरे आंखो में कभी आंसू नहीं आने देंगे तू इतनी ख़ूबसूरत है तुझे दिल से नहीं जाने देंगे।
कुछ इस तरह से वो मुस्कुराते हैं,कि परेशान लोग उन्हें देख कर खुश हो जाते हैं,उनकी बातों का अजी क्या कहिये,अल्फ़ाज़ फूल बनकर होंठों से निकल आते हैं।
नहीं पसंद आता अब तेरे सिवा किसी और का चेहरा,तुझे देखना और देखते रहना दस्तूर बन गया है।।
इतना खूबसूरत कैसे मुस्कुरा लेते हो?इतना क़ातिल कैसे शर्मा लेते हो?कितनी आसानी से जान ले लेते हो।।
ये उड़ती ज़ुल्फें और ये बिखरी मुस्कान,एक अदा से संभलूँ तो दूसरी होश उड़ा देती है।
मुझे मालूम नहीं हुस्न की तारीफ,मगर मेरी नजर में हसीन वो है जो तुझ जैसा हो…
As soon as I saw you, I knew a grand adventure was about to happen. –Winnie the Pooh
ख़ुद न छुपा सके वो अपना चेहरा नक़ाब में,बेवज़ह हमारी आँखों पे इल्ज़ाम लग गया।।
अभी इस तरफ़ न निगाह कर !!मैं ग़ज़ल की पलकें सँवार लूँ !!मेरा लफ़्ज़-लफ़्ज़ हो आईना !!तुझे आईने में उतार लूँ !!
इन आँखों को जब जब उनका !!दीदार हो जाता है !!दिन कोई भी हो लेकिन मेरे लिएत्यौहार हो जाता है !!
कसा हुआ तीर हुस्न का, ज़रा संभल के रहियेगा,नजर नजर को मारेगी, तो क़ातिल हमें ना कहियेगा।
ना जाने कैसी मासूमियत है तेरे चहरे पे तुझे सामने से ज़्यादा छुपकर देखना अच्छा लगता है।
उसने होठों से छू करदरिया का पानी गुलाबी कर दिया,हमारी तो बात और थी उसनेमछलियों को भी शराबी कर दिया।
आखों की गहराई में तेरी खो जाना चाहता हूँ,आज तुझे बाँहों में लेकर सो जाना चाहता हूँ,तोड़ कर हदे मैं आज सारी,तुझे अपना बना लेना चाहता हूँ..!!
खूबसूरती तो सांवले चेहरे में ही होती है, गोरी तो तब भी तकलीफ देते थे और आज भी।
चेहरे की सुंदरता से ही कुछ नही होता जनाब, दिलों की खूबसूरती कही जयदा मायने रखती है।
जब उनको बरसात में देखा तो ऐसा लगा की गुलाब पर पानी की बूंदे।
तेरे वजूद से हैं मेरी मुक़म्मल कहानी, मैं खोखली सीप और तू मोती रूहानी।
खूबसूरती में भी आजकल कमी ढूँढ़ते फिरते हैं, शायद किसी से इश्क का सौदा करने चले हैं।
कुछ फिजाएं रंगीन कुछ आप हसींतारीफ करूँ या चुप रहूं दोनों जुर्म संगीन
तुम्हारा तो गुस्सा भी इतना प्यारा है की,जी चाहता है की दिनभर तंग करता रहू !!
आईना तो बस एक पल के लिए तसल्ली दिलाता है, खूबसूरती का अंदाजा तो उस से आंखें मिलाकर ही आता है।
कितनी खूबसूरत हैं आँखें तुम्हारी, बना दीजिये इनको किस्मत हमारी, इस ज़िंदगी में हमें और क्या चाहिए, अगर मिल जाए मोहब्बत तुम्हारी।
हर बार हम पर इल्जाम लगा देते हो मुहब्बत का, कभी खुद से भी पूंछा है इतनी खूबसूरत क्यों हो!
One girl is worth more than twenty boys.- Peter Pan
Apne sanson mein mahakta paya hai tujhe, har khyav me bulaya hai tujhe, kyo na kare yaad tujh ko, jab khuda ne hamare lie banaya hai tujhe..!
वो पूछते है शायरी क्यू लिखते हो जैसे उन्होंने कभी शीशे को देखा ही नहीं।
मुझे दुनिया की ईदों से भला क्या वास्ता यारो,हमारा चाँद दिख जाये हमारी ईद हो जाये।
वही चहरा वही आँखे वही रंगत निकले जब भी कोई ख़्वाब तराशु तेरी ही मूरत निकले।
ये आईने ना दे सकेंगे तुझे तेरे हुस्न की खबर,कभी मेरी आँखों से आकर पूछो केकितनी हसीन हों तुम…
दिल में मेरे देख लेना एक चांद आप जैसा नज़र आएगा एक चहरा है जिसे मोहब्बत है आपके आईने में उतर जाएगा।
धडकनों को कुछ तो काबू में कर ए दिल,अभी तो पलकें झुकाई हैं,दांतो तले होठों को दबा कर मुस्कुराना अभी बाकी है।।
उनकी हाथों में मेंहंदी लगाने का ये फायदा हुआकि रात भर उनके चेहरे से ज़ुल्फें हम हटाते रहे
खींच लेती है मुझे उसकी मोहब्बत,वरना मै बहुत बार मिली हूँ आखरी बार उससे..!!
मोहब्बत के लिए खूबसूरत होने की कैसी शर्त, इश्क़ हो जाये तो बस सब कुछ खूबसूरत लगने लगता है।
तुझे मेरी जरूरत कहु या हसरत तुझे देखे बग़ैर रहा नहीं जाता।
उनकी उल्फ़त अदाओं को बड़ी फुरसत से निहार रहे थे हम, मगर उन्हें फुरसत नहीं थी खूबसूरत-सी अपनी नजरें हमपर फेरने की।
तुझे देखने के बादशराबी भी पीना छोड़ दे ऐसा नशा है तेरे खूबसूरत से चेहरे में।
तुझको आईने की नहीं बल्कि आईने को तेरी ज़रुरत है।
तुझको देखा… तो फिर… उसको ना देखा,चाँद कहता रह गया, मैं चाँद हूँ मैं चाँद हूँ।
बड़ी आरजू थी महबूब को बेनकाब देखने कीदुपट्टा जो सरका तो कमबख्त जुल्फें दीवार बन गयी
कुछ अपना अंदाज हैं कुछ मौसम रंगीन हैं,तारीफ करूँ या चुप रहूँ जुर्म दोनो ही संगीन हैं! ?
हुस्न वालों को संवरने की क्या जरूरत है,वो तो सादगी में भी क़यामत की अदा रखते हैं।
चेहरे से पर्दा हटा तो, खूबसूरती बेनकाब हो गई, उनसे मिली नजर तो, दिल बेकरार हो गया।
उसके मीठे होठ और मुझे शुगर का रोगहकीम साहब तुम रहने दो हमसे नहीं होता परहेज
इश्क़ के फूल खिलते है तेरे चहरे पर जहा तू देखे वहा खुशबू बिखर जाती है।
तेरे चहरे ने मेरी नींद उड़ा रखी है अब तो बस आपके ज़िस्म में रात बितानी है।
तारीफ करने का तो सिर्फ एक बहाना है. असल में हमे तुम्हारे घर में आना है.
हया से सर झुका लेना अदा से मुस्कारा देना,हसीनो को भी कितना सहल है बिजली गिरा देना।।
पहनावे की खूबसूरती तो पहनावे तक ही रहती है, मुखड़े पे खुसी हो तो जिंदगी के हर पल में ख़ुशी रहती है।
तू जरा सी कम खूबसूरत होतीतो भी बहुत खूबसूरत होती
कैसी थी वो रात कुछ कह सकता नहीं मैं, चाहूँ कहना तो बयां कर सकता नहीं मैं ।
आज उसकी मासूमियत के कायल हो गए, सिर्फ उसकी एक नजर से ही घायल हो गए !!
रुख से पर्दा हटा तो, हुस्न बेनकाब हो गया,उनसे मिली नज़र तो, दिल बेकरार हो गया।
हैं होंठ उसके किताबों में लिखी तहरीरों जैसे,ऊँगली रखो तो आगे पढ़ने को जी करता है।
तेरे चहरे की हया तेरी ख़ूबसूरती की पहचान हैतू मान या ना मान मेरे दिल पर तेरे ही निशान है।
तेरे वजूद से हैं मेरी मुक़म्मल कहानी,मैं खोखली सीप और तू मोती रूहानी।Tere Vajood Se Hain Meri Muqammal Kahani,Main Khokhli Seep Aur Tu Moti Roohani.
उनके क़तल करने की तरक़ीब तो देखो जब गुज़रे उनके क़रीब से तो नक़ाब हटा दिया।
अंगड़ाई लेके अपना मुझ पर जो खुमार डाला,काफ़िर की इस अदा ने बस मुझको मार डाला।।
दिल ही दिल में तुम्हें प्यार करते हैं,चुप चाप मोहब्बत का इजहार करते हैं,ये जानते हुए भी आप मेरी किस्मत में नहीं,पर पाने की कोशिश बार-बार करते है..!!
बड़ी खूबसूरती से, कल देखा उसने मुझे, बड़ी हैरानी से ,मैं आज भी उसे सोच रही हूं।
काश तुझे सर्दी के मौसम मे लगे मोहब्बत की ठंड,और तु तड़प के मांगे मुझे कंबल की तरह..!!
ना उसने मनाया ना मैंने कोशिश किया,बस इसी तरहा हमारे रिश्ते ख़तम हो गए..!!
तेरे वजूद से हैं मेरी मुक़म्मल कहानी,मैं खोखली सीप और तू मोती रूहानी।
तुझे पलकों पर बिठाने को जी चाहता है,तेरी बाहों से लिपटने को जी चाहता है,खूबसूरती की इंतेहा है तू…तुझे ज़िन्दगी में बसाने को जी चाहता है।
साँसों से चलू या फिर तेरी धड़कन से तुझे देखते ही उलझन में पड़ गया हु मैं।
तुझे सूरज कहु या फिर चांद तेरे चहरे में दोनों दिखाई देते है।
कभी चांद को देखु, कभी देखु चेहरा तेरा.. दोनों ही बहुत खूबसूरत है, अब तारीफ़ करूँ तो किसकी।
मेरी बेपनाह मोहब्बत का एक ही उसूल है,मिले या ना मिले तू हर हाल में क़ुबूल है..!!
सोचता हु हर कागज पे तेरी तारीफ करु, फिर खयाल आया कहीँ पढ़ने वाला भी तेरा दीवाना ना हो जाए।
ख़ूबसूरती तो हर चीज में होती है जनाब, बस उसे देखने का नज़रिया बदल जाता हैं।
तेरे होठों में भी क्या खूब नशा हैए सनम लगता हैतेरे झूठे पानी से ही शराब बनती है
कोशिश है कोई गलत ना समझे,ख्वाहिश तारीफों कि हमें है भी नहीं |Koshish hai koi galt na samjhe,Khwahish tareefo ki hume hai bhi nahi.
हुस्न का क्या काम ✧ सच्ची मोहब्बत में ✧रंग सांवला भी हो तो ✧ यार कातिल लगता है ✧
उनकी हाथों में मेंहंदी लगाने का ये फायदा हुआ कि रात भर उनके चेहरे से ज़ुल्फें हम हटाते रहे
तेरे सीने से लगकर तेरी आरजू बन जाऊं,तेरी साँसों से मिलकर तेरी ख़ुशबू बन जाऊं,फ़ासले ना रहे हम दोनों के दरमियाँ कोई,मैं मैं ना रहूँ बस तुम बन जाऊं..!!
चेहरा उसका रूहानी है, लगता जैसे कोई कहानी है, ना बीते उन लफ्जो कि एक, प्यारी सी वो लड़की दीवानी हैं।
“क्या लिखूँ तेरी सूरत-ए-तारीफ मेँ,मेरे हमदम अल्फाज खत्म हो गये हैँ,तेरी अदाएँ देख-देख के”
उन्होनें कहा,,, तुम्हारी आंखें बहुत खूबसूरत हैं …मने भी कह दिया,,,तुम्हारे ख़्वाब जो देखती हैं !!
तेरी खूबसूरती पर ही नहीं !!तेरी इन बेहतरीन अदाओं पर भी ये दिल फिदा है !!माना आसमान में सितारे बहुत है !!मगर तू मेरा चांद सबसे जुदा है !!
न जाने क्या मासूमियत है तेरे चेहरे पर…तेरे सामने आने से ज़्यादातुझे छुपकर देखना अच्छा लगता है.
हमराह तो साथ में चलते है रास्ते तो अजनबी बदलते है जबसे बसाया है तुझको आंखों में न जाने लोग क्यू मुझसे इतना जलते है।
कुछ अपना अंदाज हैं !!कुछ मौसम रंगीन हैं !!तारीफ करूँ या चुप रहूँ !!जुर्म दोनो ही संगीन हैं !!
गिरता जाता है चहरे से नकाब अहिस्ता-अहिस्ता,निकलता आ रहा है आफ़ताब अहिस्ता-अहिस्ता।
शुक्र है ये दिल सिर्फ धड़कता है,अगर बोलता तो कयामत आ जाती।
बिल्कुल चांद की तरह है नूर भी, गुरुर भी, दूर भी…
बात क्या करे उसकी खुबसूरती की, फुलो को भी उसे देखकर शर्माते देखा है मैने।
चांद को बहुत गुरूर था उसकी खूबसूरती पर, तोड़ दिया हमने तुम्हारी तस्वीर दिखा कर।
कहाँ से लाऊँ वो लफ्ज़ जो सिर्फ तुझे सुनाई दे ,दुनियाँ देखे अपने चाँद को मुझे बस तूही दिखाई दे ।
उसके इश्क़ की खूबसूरती कैसे बयां करूं जनाब, जब मुस्कुरा के देखता है, तो लगता हैं हर दुआ कुबूल हो गई।
हुस्न वालों को संवरने की क्या जरूरत है, वो तो सादगी में भी क़यामत की अदा रखते हैं।
तारीफ करने का तो सिर्फ एक बहाना है.असल में हमे तुम्हारे घर में आना है.
रिश्ते बनते रहे इतना ही बहुत हैं,सब हँसते रहे इतना ही बहुत हैं,हर कोई हर वक्त साथ नही रह सकता,याद एक दुसरे को करते रहे इतना ही बहुत हैं..!!
तेरी आँखों के खूबसूरती में डूब जाऊ मै. धीरे धीरे तेरी तारीफ करता चला जाऊ मै.
तुम आओगी तो फुलों की बरसात करेंगेमौसम के फरिश्तों से मेरी बात हुई है..
परछाई आपकी हमारे दिल में हैं,यादेँ आपकी हमारी आँखों में हैं,कैसे भुलाए हम आपको,प्यार आपका हमारी साँसों में हैं..!!
मैं तुम्हारी सादगी की क्या मिसाल दूँइस सारे जहां में बे-मिसाल हो तुम।
वो बे-नकाब जो फिरती है गली-कूंचों में,तो कैसे शहर के लोगों में क़त्ल-ए-आम न हो।।
कितनी खूबसूरत हैं आँखें तुम्हारी,बना दीजिये इनको किस्मत हमारी,इस ज़िंदगी में हमें और क्या चाहिए,अगर मिल जाए मोहब्बत तुम्हारी।
तेरी ख़ूबसूरती के इस तरह कायल है जी करता है तुझे तस्वीर से बाहर निकाल लू।
मेरी निगाह-ए-शौक भी कुछ कम नहीं मगर,फिर भी तेरा शबाब तेरा ही शबाब है।।
तारीफ वो धोखा है जिसे हम बहुत ध्यान से सुनते हैं |Tareef wo dokha hai jise hum bahut dhayan se sunte hai.
बिजलियों ने सीख ली उनके तबस्सुम की अदा,रंग ज़ुल्फ़ों की चुरा लाई घटा बरसात की।।
आँखे खुलते ही तुझे सोचते है दिन की शुरुआत रोज़ कमाल की होती है।
आज भी एक आरजू जगी है, वो खुबसूरती को देखने की इच्छा उठी है, बेमिसाल है जो हर स्वरूप मे, उसे हमे अपनी ज़िंदगी बनानी है।
तुझे पलकों पे बिठाने को जी चाहता है तेरी बाहों से लिपटने को जी चाहता है, खूबसूरती की इंतेहा हैं तू, तुझे ज़िन्दगी में बसाने को जी चाहता है।
उनके हुस्न का आलम न पूछिये,बस तस्वीर हो गया हूँ, तस्वीर देखकर।
आफ़त तो है वो नाज़ भी अंदाज़ भी लेकिन,मरता हूँ मैं जिस पर वो अदा और ही कुछ है।
क्या हुस्न था कि आँख से देखा हजार बार,फिर भी नजर को हसरत-ए-दीदार रह गयी।
सुबह का मतलब मेरे लिए सूरज निकलना नही,तेरी मुस्कराहट से दिन शुरू होना है।
क़भी चुपके से मुस्कुरा कर देखना, दिल पर लगे पहरे हटा कर देख़ना,ये ज़िन्दग़ी तेरी खिलखिला उठेगी, ख़ुद पर कुछ लम्हें लुटा कर देखना |
मैं तुम्हारी सादगी की क्या मिसाल दूँ इस सारे जहां में बे-मिसाल हो तुम !!
लम्हे ये सुहाने साथ हो न हो,कल में आज ऐसी बात हो न हो,आपसे प्यार हमेशा दिल में रहेगा,चाहे पूरी उम्र मुलाकात हो न हो..!!
खूबसूरती ना ही सूरत में होती है !!और ना ही लिबास में !!ये तो महज़ जालिम नजरों का खेल है !!जिसे चाहे उसे हसीन बना दें !!
बिल्कुल चांद की तरह हैनूर भी, गुरुर भी, दूर भी…
ना रंग से रंगीन हुए, ना भंग से हुए मदहोशडाली जो उसने तिरछी नज़र फिर कहाँ रहा कुछ होश,,
कैसे बयान करें सादगी अपने महबूब की,पर्दा हमीं से था मगर नजर भी हमीं पे थी।
क्या लिखूं तेरी तारीफ-ए-सूरत में यार, अलफ़ाज़ कम पड़ रहे हैं तेरी मासूमियत देखकर।
सुबह का मतलब मेरे लिए सूरज का निकलना नहीं,तेरी मुस्कराहट से दिन शुरू होता है मेरा
तुम आईना क्यूं देखती हो?बेरोज़गास करोगी क्या मेरी आँखों को..
तेरी यादों की कोई सरहद होती तो अच्छा रहताखबर तो रहती अभी सफर कितना तय करना है
कैसे बयान करें सादगी अपने महबूब की, पर्दा हमीं से था मगर नजर भी हमीं पे थी !!
लोग कहते है खूबसूरत चहरा नहीं दिल होना चाहिएमैंने कहा लोगो को फिर पहले चहरा नहीं दिल देखना चाहिए।
कुछ चीज़ दिल में बस जाती है जिसमे सबसे पहले आपका चेहरा है।
खूबसूरती तो समय के साथ खत्म हो जाती हैं, पर सच्चा प्यार ज़िन्दगी भर साथ रहता हैं।
आपका हसीन चेहरा देखकर फ़रिश्ते भी कहते होंगे काश हम इंसान होते।
तुझको देखा फिर उसको ना देखा चांद कहता रहा..मैं चांद हूं, मैं चांद हूं
बातें दिल की बोलती है आंखेंइसलिए जुबां को कैद किया है
तेरे चहरे की रोशनी से रोशन मेरी रात है पास है तू मेरे जब तारों को भी चांद का साथ है।
तलब उठती है बार-बार तेरे दीदार की,ना जाने देखते-देखते कब तुम लत बन गये।
तू वो खुबसूरत अहसास है, जिसे हर समय पाने की तमन्ना रहती हैं।
Sometimes when I need a miracle I look into my daughter's eyes and realize I already have one. – Anonymous
उसको सज़ने संवरने की ज़रूरत ही नही ……उसपे सज़ती है हया भी किसी ज़ेवर की तरह !!
वो मुझसे रोज़ कहती थी !!मुझे तुम चाँद ला !!कर दो उसे एक आईना !!दे कर अकेला छोड़ आया हूँ !!
कैसे ना हो इश्क, उनकी सादगी पर ए-खुदा, ख़फा हैं हमसे, मगर करीब बैठे हैं…
उसके हुस्न से मिली है मेरे इश्क को ये शौहरत,मुझे जानता ही कौन था तेरी आशिक़ी से पहले।
इस सादगी पे कौन न मर जाए ऐ ख़ुदालड़ते हैं और हाथ में तलवार भी नहीं |Is Sadgi Pe Kaun Na Mar Jaye Ai Khuda,Ladte Hain Aur Haath Mein Talvar Bhi Nahin.
देख कर तेरी आँखों को मदहोश मै हो जाता हूँ. तेरी तारीफ किये बिना मै रह नहीं पता हूँ.
यूं तो दुनिया में देखने लायक बहुत कुछ है, पर पता नहीं क्यों ये आंखे सिर्फ तुम्हारी आंखों पर आकर ही रुक जाती है।
देख के तेरी ये तस्वीर हो गए हम खामोश, चाँद ऊपर से चीला के बोला, थम जा वरना हो जायेगा बेहोश।
तुम्हारी तारीफ किये बिना मै रुक नहीं पता. तुम्हारे हुस्न के चर्चे महफ़िल में करता जाता.
नवाज़ा है जिसे उस ख़ुदा ने अपनी अदाकारी से, वो हर शख्स अपने आप मे खूबसूरत तो है ही।
अच्छे लगे तुम सो हमने बता दिया,नुकसान ये हुआ कि तुम मगरूर हो गए।।
तुम्हारी सुन्दरता को देख मैं निःशब्द हूँ, तुम्हारी निःशब्दता ही तुम्हें सुंदर बनाती है।
तेरी तस्वीर सामने रख कर हम आँखें खोला करते है हर सुबह,अपनी क़िस्मत को किसी और के हवाले कैसे कर दूँ….
आज उसकी मासूमियत के कायल हो गए,सिर्फ उसकी एक नजर से ही घायल हो गए |Aaj uski masumiyat ke kayal ho gye,Sirf uski ek nazar se hi ghayal ho gye.
ये रूठना अच्छा लगता है बार बार मुझे तुमसे,मनाने मे मुझ पे तेरा प्यार बरस जाता हैं।।
तेरी खाई हुई मेरे सर की झूठी कसमेंअब मुझे अक्सर बीमार रखती हैं
“अब हम समझे तेरे चेहरे पे तिल का मतलब,हुस्न की दौलत पे दरबान बिठा रखा है..”
आज उसकी मासूमियत के कायल हो गए,सिर्फ उसकी एक नजर से ही घायल हो गए।
सुना है तारीफों के पुल के नीचे,मतलब की नदी बहती है |Suna hai tareefo ke pul ke niche,Matlab ki nadi behnti hai.
एक इंच भी छोड़ने का मन नहीं करता……………!किसी झगड़े की ज़मीन सी लगती हो तुम………
कुछ फिजायें रंगीन हैं, कुछ आप हसीन हैं, तारीफ करूँ या चुप रहूँ जुर्म दोनो संगीन हैं !!
कभी कभी दाग भी अच्छे होते है, युही चाँद खुबसुरती का मिसाल नहीं है।
आप नही तो जिन्दगी में क्या रह जाएगा,दूर तक तनहाइयों का सिलसिला रह जाएगा,हर कदम पर साथ चलना पिया मेरे ,वरना आपका ये हमसफ़र अकेला रह जाएगा..!!
रोज इक ताज़ा शेर कहाँ तक लिखूं तेरे लिए,तुझमें तो रोज ही एक नई बात हुआ करती है।
तेरा अंदाज़-ए-सँवरना भी क्या कमाल है,तुझे देखूं तो दिल धड़के ना देखूं तो बेचैन रहूँ।
तुझे देख कर ना जाने क्यों,मेरे दिल की धड़कन तेज हो जाती है..!!
मैं फना हो गया उसकी एक झलक देखकरना जाने आइने पर हर रोज क्या गुजरती होगी
हम पर यूँ बार बार इश्क का इल्जाम न लगाया कर, कभी खुद से भी पूंछा है इतनी खूबसूरत क्यों हो
तेरा हसीन चेहरा देखने के बाद दिल ने फिर से हिम्मत की है प्यार करने की।
याद करेंगे तो दिन से रात हो जायेगी,आईने में देखिये खुद को हमसे बात हो जायेगी,शिकवा न करीये हमसे मिलने का,आँखे बंद करीये मुलाकात हो जायेगी..!!
सादगी भी कमाल है उनकी, बिना सँवरें चमकना जानती है।
लङने दो ज़ुल्फों और हवाये को आपस में,तुम क्यों हाथ से उनमें सुलह कराने लगती हो..
नींद से क्या शिकवा जो आती नहीं रात भर, कसूर तो उस चेहरे का है जो सोने नहीं देता !!
तुम्हारी सादग़ी ही है, तुम्हारी खूबसूरती, वरना हमारी ये आँखे, तुम्हे यूँ ना घूरती।
और भी इस जहां में आएंगे आशिक कितने,उनकी आंखों को तुमको देखने की हसरत रहे।
जी भर के देखु अगर आपकी इजाज़त हो चेहरा आपका मेरी नज़रो में शरारत हो।
ज़ुलफें मत बांधा करो तुम, हवाएं नाराज़ रहती हैं
पहले प्यार के लिए दिल जिसे चाहता है,वो हमे मिले या ना मिले दिल पे राज हमेशा उसी का होता है..!!
Dil Ki Dhadkan Aur Meri Sadaa Hai Tu, Meri Pehli Aur Aakhiri Wafa Hai Tu, Chaha Hai Tujhe Chahat Se Bhi Barh Kar, Meri Chahat Aur Chahat Ki Inteha Hai Tu.
आँखों मे आँसुओं की लकीर बन गई,जैसी चाहिए थी वैसी तकदीर बन गई,हमने तो सिर्फ रेत में उँगलियाँ घुमाई थीं,गौर से देखा तो आप की तस्वीर बन गई।।
लफ्ज़ क्या बयां करेंगे खूबसूरती उनकी, जिनके ज़िक्र से ही खूबसूरती बयां हो जाए।
रुके तो चाँद चले तो हवाओं जैसा है,वो शख्स धूप में भी छाव जैसा है।।
जब भी तुझे सोचता हु तो तेरी कमी महसूस होने लगती है जब तेरी तस्वीर को बया करता हूं तो अल्फ़ाज़ों की कमी होने लगती है।
आज फिर निकले हैं, वो बेनकाब शहर मेआज फिर भीड़ होगी शहर में
तेरे खुबसुरती पे तो लाखों मरते होंगे, लेकिन हम तेरी बाते सुनने के लिए तड़पते हैं।
तेरी नज़रें बयाँ करती हैं मेरी खूबसूरती, अब मुझे आइनों की ज़रूरत न रही।
ये आईने क्या दे सकेंगे तुम्हेंतुम्हारी शख्सियत की खबर,कभी हमारी आँखो से आकर पूछोकितने लाजवाब हो तुम।
ना जाने किस मोड़ पर आकर रुक गई है जिंदगी,कुछ बोलो तो भी गलत और ना बोलू तो भी गलत..!!
सुकून की तलाश में !!तुम्हारी आँखों में झाँका था हमने !!किसे पता था कम्बखत !!दिल का दर्द और बढ़ जाएगा !!
ढाया है खुदा ने ज़ुल्म हम दोनों पर, तुम्हें हुस्न देकर मुझे इश्क़ देकर।
ये बात, ये तबस्सुम, ये नाज, ये निगाहें,आखिर तुम्हीं बताओ क्यों कर न तुमको चाहें।
उफ्फ ये नज़ाकत ये शोखियाँ ये तकल्लुफ़,कहीं तू उर्दू का कोई हसीन लफ्ज़ तो नहीं।
लौट जाती है उधर को भी नजर क्या कीजे,अब भी दिलकश है तेरा हुस्न तो क्या कीजे?
मैं क्या लिखू आपकी तारीफ़ में आपके चहरे ने सब बया कर दिया।
ऐ खुदा उनकी हर पल हिफाज़त करना अब खूबसूरत चेहरा उदास अच्छा नहीं लगता।
एक लाइन में क्या तेरी तारीफ लिखूँ,पानी भी जो देखे तुझे तो, प्यासा हो जाये।
लङने दो ज़ुल्फों और हवाये को आपस में, तुम क्यों हाथ से उनमें सुलह कराने लगती हो…?
कैसी थी वो रात कुछ कह सकता नहीं मैं,चाहूँ कहना तो बयां कर सकता नहीं मैं ।
तेरी खूबसूरती मेरी नज़रों से पूछ, जिन्हें तेरे ख़याल भी हसीन लगा करते हैं।
इन आँखो को जब-जब उनका दीदार हो जाता है, दिन कोई भी हो, लेकिन मेरे लिए त्यौहार हो जाता है…