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मायके में जहां बेटी मां बाबा के आंखों का तारा होती है, वही बेटी बहू बनकर बूढ़े सास-ससुर का सहारा होती है।
हमारी महफ़िल में लोगबिन बुलायें आते हैं,क्योकि यहाँ स्वागत में फूलनहीं पलकें बिछाये जाते हैं।
ऐसा स्वागत कही हुई ही नहीं है,जैसी स्वागत मेरी प्यारी माँ करती है.
प्यार की कोई गीत सुना दोमेरी हार को आज जीत बना दोआये हो रहनुमा बनके हमारेअपने शब्दो से जीवन को संगीत बना दो।
सिर्फ इज़्ज़त करना नहीइज्जत उखाड़ना भी आता हैं मुझकों…Sirf ijjat karna nhi,Ijjat ukhaadna bhi aata hain mujhko…
कुछ परिंदे उड़ रहे हैं आँधियों के सामने,उनमें ताकत ना सही पर होसला होगा ज़रूर।इसी तरह तक आगे बढ़ते रहे तो देखना,तय समंदर तक एक दिन फासला होगा ज़रूर।
कौन आया कि निगाहों में चमक जाग उठी,दिल के सोये हुए तरानों में खनक जाग उठी,किसके आने की खबर ले कर हवाएँ आईरूह खिलने लगी साँसों में महक जाग उठी.
हार में चाहनेवाले की दुआ मिल गई,गर्म मौसम में ठंडी हवा मिल गई,
कानो में खनकती है खूबसूरत बालियाँमजा तब आती है जब बजती है महफ़िल में तालियां।
जश्न ए शिरकत में आजनज़ारे भी दीयों से जगमगाने लगे हैंएक मुद्दत बाद मिली हैये घड़ियां भी किसी के इंतजार की
“स्वीकार आमंत्रण किया, रखा हमारा मान,कैसे करे कृतज्ञता, स्वागत है श्री मान..।।।
सबके दिलों में हो सबके लिए प्यारआने वाला हर पल लाये खुशियों का बहारइस उम्मीद के साथ भुलाके सारे गमइस आयोजन का करें वेलकम !
सौ चाँद भी आ जाएँ तो महफ़िल में वो बात न रहेगी,सिर्फ आपके आने से ही महफ़िल की रौनक बढ़ेगी.
स्वागत है आपका जब से देखा है, जब भी आते हैं मेरी नजरों में खुशियों की बहार होती है।
अतिथि सत्कार बिना हर अरदास अधूरी होती हैअतिथि ही वो फरिश्ते हैं जिनके आने से आस पूरी होती है
स्वीकारआमंत्रण किया, रखा हमारामान, कैसेकरे कृतज्ञता, स्वागत हैश्री मान..।।।
फ्रेशेर्स के चेहरे की जो मुस्कान है,वही तो हमारे महफ़िल की शान है.
“ तेरे आने पर जोहवा का झोंका आया है,पता चल गया दोस्तआज भी नहीं नहाया है…!!
यदि मुझे भगवान ने बहू के रूप में तुम्हें न दिया होता, तो मैं तुम्हें एक सच्चे दोस्त के रूप में मांगती।
“दोस्तो, इस जश्न का आगाज़ करते हैंऊपर वाले को कर सलाममेहमानों का इस्तिकबाल करते हैंथोड़ा अर्ज़ हम फरमाएंथोड़ी उनसे बोलचाल करते हैं”
आसमान से अच्छा कोई नहींसमंदर से गहरा कोई नहींवैसे तो हमे हर जगह प्यार मिलालेकिन आप लोग जितना प्यार दिया कोई नहीं।
आपने हमारा मान बढ़ा दिया जो हमारे घर पधारे भगवान आपको सदा सलामत रखे
देर लगी आने में तुम को शुक्र है फिर भी आए तोआस ने दिल का साथ न छोड़ा वैसे हम घबराए तो
बिंदास मुस्कुराओ क्या गम हैज़िंदगी में टेंसन किसको कम हैयाद करने वाले तो बहुत है आपकोदिल से तंग करने वाले तो सिर्फ हम है।
चाँद भी हैरान दरिया भी परेशानी में हैअक्स किस का है कि इतनी रौशनी पानी में हैफ़रहत एहसास
“ जब हम उनके घर गएकहने दिल से दिल लगा लो,उनकी माँ ने खोला दरवाज़ा,हम घवरा के बोले..आंटी बच्चो को पोलियो ड्राप पिलवा लो…!!
दर्द अपना झेलकर भी हमारी सेवा में लग जाना, बहू तुम जैसी पाकर, नहीं चाहते हम धन संपत्ति पाना।
आये वो हमारी महफ़िल में कुछ इस तरहकि हर तरफ़ चाँद-तारे झिलमिलाने लगेदेखकर दिल उनको झूमने लगासब के मन जैसे खिलखिलाने लगे.!
दोस्तों बड़े ही सौभाग्य से हमारे घर अतिथि आते हैं । यह एक ऐसी स्थिति है जहां शब्दों की कमी होती है और सिर्फ अनुभवों की भावना होती है।
आज आये हैं वो मिलने मुद्दत के बाद,देखा है उन्होंने हमें बहुत सिद्दत के बाद
चांदनी रात बड़ी देर के बाद आयी, ये मुलाकात बड़ी देर के वाद आयीआज आये हैं वो मिलने बड़ी मुद्दत के बाद, आज की रात बड़ी देर के वाद आयी
हवाएँज़ोर कीचलती थींहंगामा बलाका थामैंसन्नाटे कापैकर मुन्तज़िरतेरी सदाका था
हम सभी उस अलौकिक शक्ति, अदृश्य शक्ति को याद करें और धन्यवाद करें कि हमें यह सुंदर जीवन मिला है |
वो शख्स आ गया, जिसके लिए महफिल को सजाया है, हाथों में टमाटर अंडे ले लो मेरा दोस्त आया है।
वो जिगर ही नहीं,जिसमे दम न हो,बेटा अगर तू बदमाश है,तो हम भी कम नहीं…Wo jigar hi nhi,Jisme dum na ho,Beta agar tu badmash hain,Toh hum bhi kam nhi…
धन्य हुए आज तो हम मिट गए सारे अधियारे, आँखो को बहुत सुकून आया जो आप हमारे घर पधारे।
देर लगी आने में तुम को शुक्र है फिर भी आए तोआस ने दिल का साथ न छोड़ा वैसे हम घबराए तो
हम जिन्हें बुलाते हैं वो बेहद खास होते हैं, स्वागत है उनका जो हरदम दिल के पास रहते हैं।
“ क्या आपको है कीकौन है महफ़िल की शानयहाँ पर आये हुए हर मेहमान….!!
कोई हिन्दू है तो कोई मुसलमान हैएक सच्चे कलाकारों के लिए तालियां ही भगवान् है।
“ सरे दुःख मिटा दो चेहरे की हंसी सेगमों की आग बुझा दो चेहरे की हंसी सेहर कोई खुश रह नहीं सकता चाह कर भीख़ुशी का राज बता दो चेहरे की हँसी से….!!
स्वागत आपका है, हमारी ये अदा है हमसे बेहतर कोई अतिथि नहीं मिलता आप आए हैं अमन और शांति लाये स्वागत है आपका, हम आपका अभिनंदन करते हैं।
जो दिल का हो ख़ूबसूरत ख़ुदा ऐसे लोग कम बनाये हैं, जिन्हें ऐसा बनाया है आज वो हमारी महफ़िल में आये हैं.,
“ आये वो हमारी महफ़िल में कुछ इस तरहकी हर तरफ चाँद-तारे झिलमिलाने लगे,देखकर दिल उनको झूमने लगासब के मन जैसे खिलखिलाने लगे….!!
मैं बात नही करता ऐसे वैसो से,खरीद लूंगा सालो को पैसों से…Main baat nhi karta aise waiso se,Kharid lunga salo ko paiso se…
हार को जीत की इक दुआ मिल गई, तप्त मौसम में ठंडी हवा मिल गईआप आये मेरे सनम तो यूँ लगा, जैसे दिल के दर्द को कुछ दवा मिल गई
“ दिल के खूबसूरत हो आप ,मन की सच्ची मूरत हो आपतारीफ़ करू क्या आप कीहमारे कार्यक्रम की सूरत हो आप…!!
“ना जाने कब कोई अपना रूठ जाए, ना जाने कब कोई अश्क आँखों से छूट जाए, कुछ पल हमारे साथ भी मुस्कुरा लिया करो यारो, न जाने कब तुम्हारे दांत टूट जाए।”
स्वीकार आमंत्रण किया,रखा हमारा मान,कैसे करे कृतज्ञता,स्वागत है श्री मान।
दिलको सुकूनमिलता हैंमुस्कुराने से,महफ़िलमें रौनकआती हैआपके आनेसे…!!
खुशियों पर मौज की रवानी रहेगी जिंदगी में कोई न कोई कहानी रहेगी हम यूँ कार्यक्रम में चार चाँद लगते रहेंगे अगर आपकी तालियों की मेहरबानी रहेगी!!!
आप आए तो बहारोंने लुटाई ख़ुश्बूफूल तो फूल थेकाँटों से भी आई ख़ुश्बू।
अतिथि हो आप या खुदा का दूत, आपके स्वागत में हम हमेशा होंगे उत्सुक।
ये कौन आया, रौशन हो गयी महफ़िल किसके नाम सेमेरे घर में जैसे सूरज निकला है शाम से.
हम आग लगा देते हैं उस महफ़िल पर,जहा बगावत हमारे खिलाफ होती हैं…Hum aag laga dete hain us mahfil par,Jaha bagawat hamare khilaf hoti hain…
हार को जीत की इक दुआ मिल गई, तप्त मौसम में ठंडी हवा मिल गई, आप आये श्रीमान जी यूँ लगा, जैसे तकलीफों को कुछ दवा मिल गई.,
“ आये वो हमारे महफ़िल में कुछ इस तरहकी हर तरफ चाँद तारे झील मिलाने लगेदेखकर दिल उनको झमने लगासबके मन जैसे खिलखिलाने लगे…!!
आपका स्वागत करनेहम सब मिलकर आये है,चेहरे पर मुस्कान और हाथों मेंफूलों की माला लाये है।
बादलों-सी कड़कती है वो, बिजली-सी चमकती है, घर खुशहाल हो जाता है, जब बहू की हंसी खनकती है।
हर गली अच्छी लगी हर एक घर अच्छा लगा वो जो आया शहर में तो शहर भर अच्छा लगा
“ घर में आया छोटा मेहमानमम्मी-पापा को खूब सताए,शिशु यशस्वी हो और दीर्घायु हो,ऐसी है मेरी शुभकामनाएं…!!
ज़िन्दगी में हमेशा मुस्कुराते रहो, जो दर्द मिले उनपे IODEX लगाते रहो।
कोई सल्तनत नही है मेरे पास,बस मेरा बाप ही मेरे लिये बादशाह है..Koi Saltanat nahi hai mere pass,Bas mera baap he mere liye badshah hai….
हमारी महफ़िल में लोग बिन बुलायें आते हैं,क्योकि यहाँ स्वागत में फूल नहीं पलकें बिछाये जाते हैं।
आपके आने से चमक गई गली,रोशन हुआ आकाश, चारों ओर खुशी में बदला माहौल क्योंकि आप हो हमारे लिए खास।
देश के लिए मर मिटना कुबूल है हमें, अखंड भारत के सपने का जूनून है हमें ! Happy Independence day
सौ चाँद भी चमकेंगे तो क्या बात बनेगी, तुम आए तो इस रात की औक़ात बनेगी.,
“फराज सुनो नाराज हो क्या, फराज सुनो नाराज हो क्या, आप लोग इतने गौर से क्यों सुन रहे, आप फराज हो क्या?”
जीवन में जटिल समस्याओं का स्वागत करें, अवसर मिलते ही खुद को साबित करें।
मीठी बातें और चेहरे पर मुस्कान ऐसे ही अतिथि हैं हमारी महफ़िल की शान
प्यारी बहू, हम इस दुनिया में रहें या न रहें, लेकिन तुम कभी भी घर की चारदीवारी में मत रहना और हमेशा जमाने के साथ चलना।
दिल को सुकून मिलता हैं मुस्कुराने से,महफ़िल में रौनक आती है दोस्तों के आने से।
“ मुहोब्बत का एक हसीं अहसास हूँ में,हर पल में घुल जाउ कुछ ऐसा खास हूँ में,पूरी उम्र जो याद रहे आपको,इस शाम का वो हसीं आगाज़ हूँ में…!!
तुम एक शानदार पत्नी व आज्ञाकारी बहू हो। तुम्हारी तरह कोई और नहीं है।
आशा है आप नीचे दी गई स्क्रिप्ट से अतिथि आगमन, दीप प्रज्वलन, स्वागत गीत, स्वागत संबोधन तब अच्छा मंच संचालन कर पाएंगे।
कल हो तो आज जैसामहल हो तो ताज जैसाफूल हो तो गुलाब जैसाकद्रदान हो तो आप जैसा ,
जो दिल का हो ख़ूबसूरत,ख़ुदा ने ऐसे लोग कम बनाये हैं,जिन्हें ऐसा बनाया है खुदा ने,आज वो हमारी महफ़िल में आये हैं…
“ जो दिल का हो खूबसूरत खुदाने ऐसे लोग कम ही बनाये है।जिन्हे ऐसा बनाया है आजहो हमारी महफ़िल में आये हैं…!!
“ चेहरे पर हंसी और दिल में ख़ुशी होती हैसही मायनों में यहि जिंदगी होती हैऔर हसना किसी इबादत से कम नहींकिसी और को हँसा दो तो बंदगी होती है…!!
दिल से हम आपका स्वागत करते हैं, ये दिल आपको हमेशा याद रखेगा। हम आपके साथ हमेशा खुशी से रहेंगे, ये दुआ हमारी आपके साथ हमेशा रहेगी।
धन्य धन्य हुए आज तो हम, मिट गये सारे अन्धियारें, आँखों को बहुत सुकून आया, जो आप हमारे द्वार पधारें.
आये वो हमारी महफ़िल में कुछ इस तरह कि हर तरफ़ चाँद-तारे झिलमिलाने लगे, देखकर दिल उनको झूमने लगा सब के मन जैसे खिलखिलाने लगे. Swagat Shayari in Hindi
इम्तिहान समझकरसारे गम सहा करोशख़्सियत महक उठेगीबस खुश रहा करो।
ठीक नहीं कहना मेरा सबसे यह हर बार,करतल ध्वनि हो जाये तो हो जाये उपकार,बिना कहे बजती रहें हर प्रस्तुति के बाद,तड़-तड़ वाली तालियाँ तब है कोई बात।
तैरना है तो समंदर में तैरों नालों में क्या रखा है, प्यार करना है तो देश से करो औरों में क्या रखा है !
ये और बात कि रस्ते भी हो गए रौशनदिए तो हम ने तिरे वास्ते जलाए थे
चाँदनी रात बड़ी देर के बाद आयी,ये मुलाक़ात बड़ी देर के बाद आयी,आज आये हैं वो मिलने मुद्दत के बाद,आज की रात बड़ी देर के बाद आयी…
तेज हवाएं जाने क्यों आज रुखअपना बदलने लगी हैबारिश भी रिमझिम बरस कर जैसेआपके आगमन को तरसने लगी है
हार को जीत की एक दुआ मिल गई तपन मौसम में ठंडी हवा मिल गई। आप आये श्री मान जी यू लगा, जैसे तकलीफ को कुछ दवा मिल गई।
गुलों में रंग भरे बाद-ए-नौ-बहार चले चले भी आओ कि गुलशन का कारोबार चले। – फ़ैज़ अहमद फ़ैज़।
आपका स्वागत करनेहम सब मिलकर आये है,चेहरे पर मुस्कान और हाथों मेंफूलों की माला लाये है।
दिलों में विश्वास पैदा करता है, हम सुब में कुछ आस पैदा करता है… मिटटी की बात तो अलग है, इश्वर तो पत्थरों में भी घास पैदा करता है|
कौन आया कि निगाहों में चमक जाग उठी,दिल के सोये हुए तरानों में खनक जाग उठी,किसके आने की खबर ले कर हवाएँ आईरूह खिलने लगी साँसों में महक जाग उठी.
“ आप आए तो बहारों ने लुटाई खुशबू,फूल तो फूल थे,कांटों से भी आई खुशबू…!!
ज़िन्दगी तब बहतर होती है जब हम खुश होते हैं,लेकिन ज़िन्दगी तब बहतरीन होती है जब हमारी वजह से कोई खुश होता है।।
इस उम्मीद के साथभुलाके सारे गम,इस आयोजन काआओ हम करें Welcome.
स्वागत आपका हमारे घर में, होंगे हमेशा आपके साथ जीवन भर के प्यार और विश्वास के साथ।
तुम जिस तरह से कड़ी मेहनत करती हो, खुदा करे तुम्हारा हर एक सपना पूरा हो।
हम बड़े आदर से करते है अतिथि का सत्कार, आपका हार्दिक स्वागत हमारा सपना हुआ साकार।
हमारा स्वागत नहीं करोगे,क्या हुआ अगर बिन बुलाये आये है.
अकेले है मुझें कोई गम नही,जहाँ इज्जत नही वहाँ हम नहीं…Akele hain mujhe koi gam nhi,Jaha ijjat nhi waha hum nhi…
वैसे तो बहुत तकलीफेँ थी ज़िन्दगी मेपर तुम्हारे आने से सब आसान हो गया हैतुम ऐसे ही मिलते रहा करोतुमसे मिलकर सफर बहुत आसान हो गया है।
ऐसा स्वागत कही हुई ही नहीं है, जैसी स्वागत मेरी प्यारी माँ करती है.
“तुम क्या चले गए, बाग से तितलियां चली गई फूल मुरझाये पत्तियां राख हुई, अब और मत सताओ, गार्डन में पानी देना है, काम पर जल्दी आओ।”
महफिल को खूबसूरत बनाने में, थोड़ी सी हमारी मदद कीजिये, अंजान बनकर मायूस नहीं बैठना है, खुलकर मुस्कुराइये और आनंद लीजिये.,
जो अच्छे और दिल के बड़े होते है, वो स्वागत के लिए खड़े होते है.
अतिथियों के स्वागत के बाद कुछ कार्यक्रमों में संस्था, स्कूल मैनेजमेंट की ओर से स्वागत संबोधन होता है, तो ऐसे कर सकते हैं।
हमारी बहू, तुम खुद को कभी भी बेचारी व लाचार मत समझना। डट कर हर चुनौतियों का सामना करना।
चंदन की खुशबू चौखट पर बिछाते हैं, पवित्र भाव से खुशी के दीप जलाते हैं, मेरे अतिथि आए हैं आज भगवान बनकर, हमारे भगवान को हृदय से तिलक लगाते हैं.,
हो सके तो समझना,वरना गलत समझ,मुझे भूल जाना…Ho sake toh samajhna,Warna galat samajh,Mujhe bhool jana..
आप मुस्कुरा दो एक बार तोहम जान भी लुटा देंगेआपके स्वागत में हमज़माने को झुका देगे
बदल जाते कुछ पलों में दिन, महीने और साल, जब से आई है एक परी रहने यूं अपने ससुराल।
आपके आने से चारों ओर खुशियां ही खुशियां गई है फैल, आपका बहुत बहुत स्वागत हमारा और आपका बहुत ही खास है मेल।
दिन निकला हर दिन जैसा पर आज का दिन कुछ ख़ास हो अपने लिए तो जीते है रोज आज सबके भले की अरदास हो।
एक सुखी परिवार में रहना कैसा होता है, इस बात से तुमने हमें परिचित कराया। मुस्कुराती रहो बहू।
हम बड़े आदर से करते है अतिथि का सत्कारआपका हार्दिक स्वागत हमारा सपना हुआ साकार
पहली बार देखा उसे तो नटखट नादान अल्हड़-सी लगी, पास बुलाकर गले लगाया फिर बहू मुझे अपनी-सी लगी।
गुलों में रंग भरे बाद-ए-नौ-बहार चलेचले भी आओ कि गुलशन का कारोबार चलेफ़ैज़ अहमद फ़ैज़
बाहरी दिखावे और शानो-शौकत से वो परहेज किया करती है, बहू मेरी सादे जीवन में उच्च विचार रखा करती है।
दुश्मन की गोलियों का सामना हम करेंगे, आजाद है आजाद ही रहेंगे !
जब तक दीप प्रज्वलन का कार्य हो आप कुछ ना कुछ बोलते रहिए या हल्के हल्के आवाज में कार्यक्रम के विषय के अनुसार गीत लगा दीजिए
हार को जीत की इक दुआ मिल गई,तप्त मौसम में ठंडी हवा मिल गई,आप आये श्रीमान जी यूँ लगाजैसे तकलीफों को कुछ दवा मिल गई.
तलाश जिसकी थी मुझेवो तुम पर आकर खत्म हुईबहुत अधूरी सी थी ज़िन्दगी मेरीतुम्हारे आने से ही पूरी हुई।
शुक्रिया तेरा तिरे आने से रौनक़ तो बढ़ी वर्ना ये महफ़िल-ए-जज़्बात अधूरी रहती
तारो ने खुशिया बिखेरीसितारों ने महफ़िल लगाई हैआपके आगमण में तोमौसम ने भी अपनी खूबसूरती बिछायी है।
जो दिल का हो ख़ूबसूरत ख़ुदा ऐसे लोग कम बनाये हैं, जिन्हें ऐसा बनाया है आज वो हमारी महफ़िल में आये हैं.
हमारी महफ़िल में लोग बिन बुलायें आते हैं,क्योकि यहाँ स्वागत में फूल नहीं पलकें बिछाये जाते हैं
तो जब कभी स्वागत करने का जिम्मा आप पर हो तो निसंकोच भाव से सामने आकर अपने मेहमान का विशेष सन्मान देकर स्वागत किजीये और रिश्तो मे और मिठास भर दिजिये।
देर लगी आने में तुम को शुक्र है फिर भी आए तो आस ने दिल का साथ न छोड़ा वैसे हम घबराए तो
आज आये हैं वो मिलने मुद्दत के बाद, आज की रात बड़ी देर के बाद आयी।
मन मचल के मोर होना चाहिएइस शाम परफॉर्मन्स का दौर होना चाहिए ,सुनाने हम बहुत कुछ आये हैंलेकिन आपकी तालियों में भी ज़ोर होना चाहिए।
तुमको मिल सकता है मुझसे बेहतर तोहमको मिल सकता है तुमसे बेहतरलेकिन तुम और हम ग़र मिल जाएं तोकुछ और नहीं हो सकता इससे बेहतर।
चेहरे पर हंसी और दिल में ख़ुशी होती है सही मायनों में यहि जिंदगी होती है और हसना किसी इबादत से कम नहीं किसी और को हँसा दो तो बंदगी होती है।
मीठी बात और चेहरे पर मुस्कानऐसे लोग ही है हमारी महफ़िल के शान
दे सलामी इस तिरंगे को, जिस से तेरी शान है, सर हमेशा ऊँचा रखना इसका, जब तक दिल में जान है !
आज वो हमारी महफ़िल में कुछ इस तरह आये की हर तरफ चाँद तारे झिलमिलाने लगे देखकर दिल उनको झुमने लगा सब के मन जैसे खिलखिलाने लगे!!!
आपका स्वागत हमारी जान है, आपकी हर ख़ुशी हमारा इमान है। ये दिल छोटा सा हो सकता है, पर आपके लिए ये दुनिया हमारी शान है।
“स्वीकार आमंत्रण किया, रखा हमारा मान,कैसे करे कृतज्ञता, स्वागत है श्री मान..।।।
कौन आया कि निगाहों में चमक जाग उठी,दिल के सोये हुए तरानों में खनक जाग उठी,किसके आने की खबर ले कर हवाएँ आईरूह खिलने लगी साँसों में महक जाग उठी.
“ लबो पर लब्ज़ भी अबतेरी तलब लेकर आते हैं ,तेरी ज़िक्र से महकते हैं ,तेरे सज़दे में बिखड़ जाते हैं…!!!
वो आए घर में हमारे ख़ुदा की क़ुदरत हैकभी हम उन को कभी अपने घर को देखते हैंमिर्ज़ा ग़ालिब
ये हुनर ये सादगीये अपनेपन की मूरत नहीं देखिकिरदार तो बहुत देखे है ज़माने मेंमगर आप जैसी सख्सियत नहीं देखि।
हमारी महफ़िल में लोगबिन बुलायें आते हैं,क्योकि यहाँ स्वागत में फूलनहीं पलकें बिछाये जाते हैं।
हार को जीत की एक दुआ मिल गई, तपन मौसम में ठंडी हवा मिल गई, आप आये श्री मान जी यू लगा, जैसे तकलीफ को कुछ दवा मिल गई.,
दिल को सुकून मिलता हैं मुस्कुराने से महफ़िल में रौनक आती हैं दोस्तों के आने से!!!
तुम्हारा आना एक खूबसूरत एहसास हैतुम साथ होतो हर पल खास है।
स्वागत है यहां, हमें आपका ही था इंतजार,आपके आने तक यह दिल था बेकरार।
स्वागत है आपका आप समारोह की शान हैं हम चाहते हैं आपको आप हमारा अभिमान हैं
अजीज के इन्तजार में ही पलके बिछाते हैं महफ़िलो की रौनक खास लोग ही बढ़ाते हैं.
“ये कौन आया, रौशन हो गयी महफ़िल किसके नाम सेमेरे घर में जैसे सूरज निकला है शाम से.”
तुम दोस्त ही नहीं मेरी जान हो,मेरी दिल के महफ़िल की शान हो.
आये वो हमारी महफ़िल में कुछ इस तरहकि हर तरफ़ चाँद-तारे झिलमिलाने लगे,देखकर दिल उनको झूमने लगासब के मन जैसे खिलखिलाने लगे.
ऐसा स्वागत कही हुई ही नहीं है, जैसी स्वागत मेरी प्यारी माँ करती है.,
सौ चाँद भी चमकेंगे तो क्या बात बनेगी तुम आए तो इस रात की औक़ात बनेगी
अजीज के इंतजार में ही पलके बिछाते हैं महफ़िलों की रौनक खास लोग ही बढ़ाते हैं!!!
अर्ज किया है… की बाहर जाने से पहले खिंजा आ गई… और फूल खिलने से पहले बकरी खा गई।
“ मंजिल पाने के लिएकिसी-न-किसी को आदर्श बनाते हैं,आप हमारे आदर्श हैं,इसलिए हम आपको बुलाते हैं…!!
पहली मुलाक़ात में थोड़ा डर लगता है, पर मुस्कुराकर शुरूआत हो तो अपना घर लगता है.
हार को जेट की एक दुआ मिल गई तपन मौसम में ठंडी हवा मिल गई। आप आये श्री मान जी यू लगा, जैसे तकलीफ को कुछ दवा मिल गई.
सूरज हर शाम को ढल ही जाता हैपतझर बसंत में बदल ही जाता है।मेरे मन मुसीवत में हिम्मत नहीं हारना।समय कैसा भी हो गुजर ही जाता है।
इंतज़ार का भी एक अलग मज़ा है, पर इंतज़ार आपका हमारे लिए सज़ा हैअब ख़त्म हुआ ये इंतज़ार, आ गए हैं वो जिनसे हमको है प्यार
आप आये तो बहारो ने लुटाई खुशबुफूल तो फूल काँटों से भी आयी खुशबु
तुम एक परफेक्ट बहू थी, परफेक्ट बहू हो और हमेशा रहोगी। भगवान तुम्हें लंबी उम्र दे।
हार को जीत की एक दुआ मिल गईतपन मौसम में ठंडी हवा मिल गई।आप आये श्री मान जी यू लगा,जैसे तकलीफ को कुछ दवा मिल गई.
बहू के रूप में बेटी को पाना हमारे जीवन की सबसे बड़ी खुशी है। जीती रहो बेटी।
शिवजी के प्यारे, लड्डु खा के मुशक सवारे.वो है देवा गणेश हमारे,श्री गणेशा देवा श्री गणेशा देवा…गणपति बाप्पा मौर्या.
“ सौ चांद भी आ जाएं यहां,तो वो बात नहीं रहेगी,सिर्फ आपके आने से हीइस जगह की रोनक बढ़ेगी…!!
जो दिल का हो ख़ूबसूरत ख़ुदा ऐसे लोग कम बनाये हैं, जिन्हें ऐसा बनाया है आज वो हमारी महफ़िल में आये हैं।
शब्दों का वजन तो हमारे बोलने के भाव से पता चलता हैं,वैसे तो, दीवारों पर भी “वेलकम” लिखा होता हैं।
मेरा हिंदुस्तान महान था, महान हैं और महान रहेगा, होगा हौसला सबके दिलो में बुलंद, तो एक दिन पाक भी जय हिन्द कहेगा !
हर गली अच्छी लगी हर एक घर अच्छा लगा, वो जो आया शहर में तो शहर भर अच्छा लगा।
आप आए तो बहारो ने लुटाई खुशबू फूल तो फूल कांटो में भी आई खुशबू Aap aaye to baharo ne lutai khushabu phool to phool kato me bhi aai khushab
वो नारी भी है, वो जननी भी है, वो दुर्गा भी है वो चंडी भी है। साथ निभाना उसका हरदम, प्यार देना उसे हरदम, वो एक बहू भी है, वो जीवन संगिनी भी है।
शुक्रिया तेरा तिरे आने से रौनक़ तो बढ़ीवर्ना ये महफ़िल-ए-जज़्बात अधूरी रहती
जो अच्छे और दिल के बड़े होते है, वो स्वागत के लिए खड़े होते है।
ये कौन आया, रौशन हो गयी महफ़िल किसके नाम सेमेरे घर में जैसे सूरज निकला है शाम से.
“ हार को जीत की इक दुआ मिल गई,तप्त मौसम में ठंडी हवा मिल गई,आप आये मेरे सनम तो यूँ लगा,जैसे दिल के दर्द को कुछ दवा मिल गई…!!
“ सजाई हुई सभा में भी लगती है कुछ कमी,आपके आने सेमुकम्मल जिंदगी सजी…!!
उसने वादा किया है आने का,रंग देखो गरीब खाने का.
कार्यक्रम में खुशियों का महोत्सव हो जाएगा,समंदर में लहरों का महोत्सव हो जाएगा,शोभा आपकी और हमारी दो दूनी चार होगी,जब आपकी तालियों का महोत्सव हो जाएगा।
“देखा है तेरे आगे, सरमा कर फूलों को मुरझाते, ए पूरी दुनिया को घायल करने वाले, तुम क्यों नहीं रोज नहाते!!”
जो खुद ही नाप लेते हें बुलंदी आसमानों की,परिंदों को कहाँ तालीम दी जाती उड़ानों की।
अजीज के इन्तजार में ही पलके बिछाते हैं,महफ़िलो की रौनक खास लोग ही बढ़ाते हैं.
मीठी बाते और चेहरे पर मुस्कान ऐसे लोग है हैं हमारी महफ़िल के शान!!!
सौ चाँद भी आ जाएँ तो महफ़िल में वो बात न रहेगी, सिर्फ आपके आने से ही महफ़िल की रौनक बढ़ेगी.
मुस्कराहट का कोई मोल नहीं होताकुछ रिस्तो का कोई तोल नहीं होतालोग तो मिल जाते हैं हर मोड़ पेहर कोई आप जैसा अनमोल नही होता।
अजीज के इन्तजार में ही पलके बिछाते हैं,महफ़िलो की रौनक खास लोग ही बढ़ाते हैं.
जो अच्छे और दिल के बड़े होते है,वो स्वागत के लिए खड़े होते है.
खुशियों से सजी हो जिसकी थाली, उसके आगमन की तैयारी में हम हैं समझदार।
महफ़िल में चार चाँद,लगाने के बावजूद,जब तक न आप आए उजाला न हो सका||
फैनस तो सेलिब्रिटी के होते है,मेरे तो चाहने वाले है…Fans toh celebrity ke hote hain,Mere toh chahne wale hain..
हम नही पहचानते उनको,दौलत का घमंड होता जिनको…Hum nhi pahchante unkoDoulat ka ghamand hota jinko…
महक उठा ये घर आंगनजब से आप पधारे हैं,ऐसा एहसास होता हैजन्मों से आप हमारे हैं।
“ अपनी एक ज़मी, अपना एक आकाश पैदा कर,तू अपने लिए एक नया इतिहास पैदा कर,मांगने से कब मिली है ख़ुशी मेरे दोस्त,तू अपने हर कदम पर विश्वास पैदा कर…!!
आँखों में ख़ुशी लव पर हंशीगम का कहि नाम न होये सुबह लायी आपकी ज़िंदगी में इतनी खुशियांजिसकी कभी साम न हो ,
हमारे पोते/पोती को एक आदर्शवादी जीवन देने के तुम्हारा शुक्रिया बहू।
धन्य हुए आज तो हम मिट गए सारे अंधियारे आँखों को बहुत सुकून आया जो आप हमारे घर पधारे!!!
सब की जरूरत और इच्छाओं का ख्याल रखते रखते, वो खुद को भूल जाती है, अपनी इच्छाओं और ख्वाबों को मारकर, वो कब बेटी से बहू बन जाती है।
जो अच्छे और दिल के बड़े होते है वो स्वागत के लिए खड़े होते हैं!!!
स्वागत नहीं करेंगे हम आपका बस इतना ही कहेंगे, आप तो अपने ही घर में हो लेकिन जैसे अब हमारे साथ हो।
यूँ तो जिंदगी से उम्मीद ना थीपर तुम्हारा आना बहुत कुछ कह गयाबहुत शिकवे थे हमें तुमसेलेकिन अब सब दिल मे ही रह गया।
हार को जीत की एक दुआ मिल गईतपन मौसम में ठंडी हवा मिल गईआप आये श्री मान जी यू लगा,जैसे तकलीफ को कुछ दवा मिल गई…!
सौ चाँद भी आ जाएँ तो महफ़िल में वो बात न रहेगी, सिर्फ आपके आने से ही महफ़िल की रौनक बढ़ेगी.
अजीज के इन्तजार में ही पलके बिछाते हैं, महफ़िलो की रौनक खास लोग ही बढ़ाते हैं।
जो दिल का हो ख़ूबसूरत,ख़ुदा ने ऐसे लोग कम बनाये हैं,जिन्हें ऐसा बनाया है खुदा ने,आज वो हमारी महफ़िल में आये हैं…
आपका स्वागत हमारी जिंदगी में है, दिल से निकली ये दुआ हमारी यही है। खुश रहें आप हमेशा, हमारी जिंदगी में आपका स्वागत हमेशा है।
“ खुदा ने खिलखिलातेरंग निहायत ही चंद बनाये हैं ,उनमे से सबसे मोहकआज हमारी महफ़िल में आये हैं…!!
ना पूछो जमाने को क्या हमारी कहानी है, हमारी पहचान तो सिर्फ ये है, की हम सिर्फ हिन्दुस्तानी हैं !
सबके दिलों में हो सबके लिए प्यार,आने वाला हर पल लाये खुशियों का बहार,इस उम्मीद के साथ भुलाके सारे गमइस आयोजन का करें वेलकम.
ऐसा लगता है कि घर में चार चांद लग गए हैंक्योंकि आपके कदम हमारे घर पर पड़ गए हैं
चावल में दूध डालो तो उसे खीर कहते हैआपके लोग के जैसा चाहने वाले हो तोतक़दीर कहते हैं।
सदा न कोयल बोलती, सदा न खिलते फूलऐसे अथिति पधारते जब भाग्य हो अनुकुल।
वोखुद हीनाप लेतेहें बुलंदीआसमानों की,परिंदोंको नहींतालीम दीजाती उड़ानोंकी।
मीठी बात और चेहरे पर मुस्कान,ऐसे लोग ही है हमारी महफ़िल के शान.
शब्दों का वजन तो हमारे बोलनेके भाव से पता चलता हैं,वैसे तो, दीवारों पर भी“वेलकम” लिखा होता हैं.
इस उम्मीद के साथ भुलाके सारे गम, इस आयोजन का आओ हम करें वेलकम।
शब्दों का वजन तो हमारे बोलने के भाव से पता चलता हैं, वैसे तो, दीवारों पर भी “वेलकम” लिखा होता हैं.
देर लगी आने में तुम को शुक्र है फिर भी आए तो आस ने दिल का साथ न छोड़ा वैसे हम घबराए तो
हमारे परिवार का हर एक सदस्य तुम्हें पाकर भाग्यशाली महसूस करता है। सदा खुश रहो मेरी बहू।
तुम आ गए हो तो कुछ चाँदनी सी बातें हों ज़मीं पे चाँद कहाँ रोज़ रोज़ उतरता है।
स्वीकार आमंत्रण किया, रखा हमारा मान, कैसे करे कृतज्ञता, स्वागत है श्री मान.,
महक उठा ये घर आंगन जब से आप पधारे हैं, ऐसा एहसास होता है जन्मों से आप हमारे हैं।
दिल को सुकून मिलता है मुस्कुराने से,महफ़िल में रौनक छा गई आपके आने से.
होठों पर खुशी, आँखों में नूर हो, ऐसे स्वागत का जश्न सदा हमारे दिल में हो।
“चाँदनी रात बड़ी देर के बाद आयी,ये मुलाक़ात बड़ी देर के बाद आयी,आज आये हैं वो मिलने मुद्दत के बाद,आज की रात बड़ी देर के बाद आयी…!!
तुमको मिल शक्ति है मुझसे बेहतर तो हमको मिल सकता है तुमसे बेहतर लेकिन तुम और हम ग़र मिल जाएं तो कुछ और नहीं हो सकते इससे बेहतर।
बागो में फूल खिलते रहेंगे ,हवा आने पर पत्ते हिलते रहेंगे ,और रही ऊपर वाले की मर्जीतो जिस तरह से हम आज मिलेवैसे ही मिलते रहेंगे।
महफ़िल ए जश्न में चाँद सितारें भीअपनी पलके बिछाए बैठे हैंजाने कब से इंतजार है इनको भीतेरे आने का
ये चमक नहीं निगाहो मेंबुलंदी है ख्यालो में ,मैं पत्थर से भी टकराकर उसेरेज़ा रेजा कर दूंगाइस मंच ने मुझे यह मौका दी है।
शब्दों का वजन तो हमारे बोलने के भाव से पता चलता हैं,वैसे तो, दीवारों पर भी “वेलकम” लिखा होता हैं
जाते हैं जुबां पर मोहब्बत भरे अल्फाज आ जाते हैं बिना याद किए ही याद आ जाते हैं जुबां पर मोहब्बत भरे अल्फाज आ जाते हैं अपने भीतर के दरवाजे..!
महफिल में आज आ गयी है जानतालियां बजाकर स्वागत करो, आ गये है हमारे सबसे खास मेहमान
ईश्वर ने भी कीमती रतन गिनती के ही बनाए हैं उन रत्नों में सबसे कीमती आज हमारे बीच में आए हैं
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धन्य हुए आज तो हम मिट गए सारे अधियारे,आँखो को बहुत सुकून आया जो आप हमारे घर पधारे..!!
कलियों से वो फूल बनी, दीये से वो जोत बनी, चांद की वो चांदनी बनकर, पूरे घर को चमका गयी। दुनिया की सबसे प्यारी लड़की, आज बहू बन मेरे घर आ गई।
ये कौन आया, रौशन हो गयी महफ़िल किसके नाम से,मेरे घर में जैसे सूरज निकला है शाम से..!!
ये कौन आया, रौशन हो गयी महफ़िल किसके नाम सेमेरे घर में जैसे सूरज निकला है शाम से.
आपकी मुस्कुराहट हमारे घर का सबसे सुंदर सजावट है, हमेशा ऐसे ही मुस्कुराते रहना हमारे लिए बड़ी खुशी की बात है।
हर घड़ी चारों पहर अब एकपल की गुज़ारिश करने लगा हैएक मनचले मेहमान कीशिरकत में अब हर कोई जैसेदिन रात तरसने लगा है
“ आपके आने से ये शाम ख़ास हो गयीसारे दिन की बोरियतझक्कास हो गयी…!!
मीठी बात और चेहरे पर मुस्कान,ऐसे लोग ही है हमारी महफ़िल के शान.
“ जो दिल का हो खूबसूरतखुदा ने ऐसे लोग कम बनाये हैजिन्हे ऐसा बनाया है खुदा नेआज वो हमारी महफ़िल में आये है..!!
अजीज के इन्तजार में ही पलके बिछाते हैं, महफ़िलो की रौनक खास लोग ही बढ़ाते हैं.
शब्दों का वजन तो हमारे बोलनेके भाव से पता चलता हैं,वैसे तो, दीवारों पर भी“वेलकम” लिखा होता हैं.
हर गली अच्छी लगी हर एक घर अच्छा लगा, वो जो आया शहर में तो शहर भर अच्छा लगा.,
इंतज़ार है हमे आपके आने का, वो नज़रे मिला के नज़रे चुराने कामत पूछ ए सनम दिल का आलम क्या है, इंतज़ार है बस तुझमे सिमट जाने का
ये बात नहीं कि घर का हर वस्तु आपकी महफूज़ी में हो, लेकिन आपके आने से इस घर में जादू सा महकता हो।
जो नहीं है मुनासिब अब तकवो भी आज मुकम्मल हो जाएगाआपके आने से जिंदगी कोआज एक नया आयाम मिल जाएगा
“ तुम आए तो हमें एक उम्मीद सी मिल गई,दुआओं में जैसे हमेंजहां की खुशियां मिल गई…!!
तुम्हारे जीवन में चाहे कितनी भी कठिनाइयां क्यों न हो, हमेशा याद रखना कि मेरा आशीर्वाद हमेशा तुम्हारे साथ है।
पूरी धरा भी साथ दे दे तो कुछ और बात हैपर आप ज़रा भी साथ दे तो कुछ और बात हैयु तो एक पाव से भी चलते हैं लोग।पर दूसरा भी अगर साथ दे तो कुछ और बात है।
अर्ज़ किये है… खिड़की से झाँक के देखा तो रस्ते में कोई नहीं था, वाह वाह… फिर रस्ते में जा कर देखा… तो खिड़की पर कोई नहीं था।
इस संसार की आधी मुश्किलें तो यूं ही हल हो जाती हैं, जब सास मां और बहू बेटियां बन जाती हैं।
जिंदगी में एक सबक मिला,अकड़ में रहोतो लोग औकात में रहते हैंZindagi me ek sabak mila,Akad me raho,Toh log aukat mein rahte hain….
हार को जीत की एक दुआ मिल गई तपन मौसम में ठंडी हवा मिल गई। आप आये श्री मान जी यू लगा, जैसे तकलीफ को कुछ दवा मिल गई.
तुम जो आए हो तो शक्ल-ए-दर-ओ-दीवार है और कितनी रंगीन मेरी शाम हुई जाती है
ईश्वर से प्रार्थना है कि मेरी बहू दिन दोगुनी रात चौगुनी उन्नति करे। खूब नाम कमाओ।
“मीठी बात और चेहरे पर मुस्कान,ऐसे लोग ही है हमारी महफ़िल के शान.”
लड़कियों की अदा हमे पसंद नहीं लड़कियों की बाते हमे पसंद नहीं ये तो दोस्तों के ज़िद है वार्ना हमे लड़कियां पटाना पसंद नहीं।
स्वीकार आमंत्रण किया, रखा हमारा मान, कैसे करे कृतज्ञता, स्वागत है श्री मान..।।।
आप आये श्रीमान तो ऐसा लगातकलीफों को जैसे दवा मिल गई.
आप आये श्रीमान तो ऐसा लगा जैसे तकलीफों को दवा मिल गई!!!
गुलों में रंग भरे बाद-ए-नौ-बहार चले चले भी आओ कि गुलशन का कारोबार चले
खुदा ने खिलखिलाते रंग निहायत ही चंद बनाये हैं उनमे से सबसे मोहक आज हमारी महफ़िल में आये हैं
क्या आपको पता है कि कौन है महफिल की शान?यहाँ पर आये हुए हर मेहमान..!!
ड्राईफूड्स में जैसे छुआरा हैमेरे …..आज भी दिल से कुंवारा है।
कभी जीन्स स्कर्ट पहनने वाली अब साड़ी का पल्लू संभालने लगी है, नटखट अल्हड़-सी लड़की अब अपना घर संवारने लगी है।
“ स्वीकार आमंत्रण किया,रखा हमारा मान,कैसे प्रकट करें कृतज्ञता,स्वागत है श्रीमान…!!
वापस आ गए है,अब भोकाल मचाएंगे,बेटा जितना तूने सोच रखा है,उससे भी आगे जाएंगे..Wapas aa gaye hain,Ab bhaukal macheyenge,Beta jitna tune soch….
अगर सच्ची लगन और विश्वास न होती।तो मन में दर्सको की चाह न होतीकुछ तो बात ही दिल वालो मेंवरना आपसे मिलने की इतनी आस नहीं होती।
चंदन की खुशबू चौखट पर बिछाते हैंपवित्र भाव से खुशी के दीप जलाते हैंमेरे अतिथि आए हैं आज भगवान बनकरहमारे भगवान को हृदय से तिलक लगाते हैं
किसी का स्वागत के लिए घर का बड़ा होना जरूरी नहीं दिल बड़ा होना चाहिए
ऐसा स्वागत कही हुई ही नहीं है,जैसी स्वागत मेरी प्यारी माँ करती है.
“ सफलता के लिए हर किसीको प्रेरणा की जरूरत होती है,हमें किसी और की नहीं,बस आपकी जरूरत होती है…!!
आज का अवसर बड़ा निराला हैआज यंहा नूर बरसने वाला हैएकबार जोरदार तालिया बजा देकार्यक्रम अभी शुरू होने वाला है।
उनकी खिदमत मेंजश्न तो अक्सर आम हुआ करते हैंउनके आगमन पर दुश्मन भीबड़े अदब से उनका नाम लिया करते हैं
अतिथि सत्कार बिना हरअरदास अधूरी होती है,अतिथि ही वो फरिश्ते हैंजिनके आने से आस पूरी होती है।
रोली तिलक थाल मे, श्री फल लिया सजाये, स्वागत को श्री मान के, भेट दुशाला लाये..।।
खुशनसीब है हम जो आप बने है हमारे मेहमान आज आपके इधर आने से बढ़ी है हमारी शान
एक अच्छी बहू के आने से केवल उसके पति का ही नहीं, बल्कि परिवार के सभी सदस्यों का भाग्य संवर जाता है।
हम अपने अंदाज मे जीते है,ये अपना ज्ञान,कही ओर जाके दो..Hum apne andaaz me jeete hai,Ye apna gyaankahi aur jake do..
आपका स्वागत हम सब मिलकर फुलों से करेंगे, हमें आशा है कि आप आना ना भुलेंगे।
“ रोनक दमक उठती है, नूर फैल जाता है,जब ऑफिस में आप-साकोई नया शख्स आता है…!!
ना संघर्ष, ना तकलीफें…क्या है मजा फिर जीने में।तूफान भी थम जाएगा, जब लक्ष्य रहेगा सीने में।
चांदनी रात कई मुद्दतों के बाद आई है ये मुलाक़ात कई मन्नतों के बाद आई है
तुम एक बेस्ट मां, बेस्ट पत्नी व बेस्ट बहू हो। ईश्वर तुम्हें दीर्घायु दे।
देर लगी आने में तुम को शुक्र है फिर भी आए तोआस ने दिल का साथ न छोड़ा वैसे हम घबराए तो
आपके आने की ख़ुशी हम कैसे करू बयां,बस इतना जान लो अब रौशन है हमारा सारा जहां..!!
ये मत सोचो,भूल गया होंगे,नाम, चेहरे, औकातसबकी याद है मुझे..Ye mat socho,Bhool gya hoga,Naam, chehre, aukat,Sabki yaad hain mujhe…
मीठी बात और चेहरे पर मुस्कान, ऐसे लोग ही है हमारी महफ़िल के शान.
आपके आने से आज येशाम खाश हो गई,सारे दिन की परेशानियाँपल भर में ख़त्म हो गई।
“ तुमको मिल शक्ति है मुझसे बेहतर तोहमको मिल सकता है तुमसे बेहतरलेकिन तुम और हम ग़र मिल जाएं तोकुछ और नहीं हो सकते इससे बेहतर..!!
जैसे जीजा को साली पसंद होती हैवैसे हर महफ़िल को ताली पसंद होती है।
हार को जीत की इक दुआ मिल गई,तप्त मौसम में ठंडी हवा मिल गई,आप आये श्रीमान जी यूँ लगाजैसे तकलीफों को कुछ दवा मिल गई.
दिल के खूबसूरत हो आप, मन की सच्ची मूरत हो आप,तारीफ़ करू क्या आप की हमारे कार्यक्रम की सूरत हो आप..!!
दिल को सुकून मिलता हैंमुस्कुराने से,महफ़िल में रौनक आती हैदोस्तों के आने से।
इस उम्मीद के साथभुलाके सारे गम,इस आयोजन काआओ हम करें Welcome.
“दिलों में विश्वास पैदा करता है,हम सुब में कुछ आस पैदा करता है…मिटटी की बात तो अलग है,इश्वर तो पत्थरों में भी घास पैदा करता है|”
दिव्यत्वाची जेथ प्रचिती। तेथे माझे कर जुळती।। या बोरगावकारांच्या पंक्तीना सार्थ ठरवून, तद्वत दिव्यत्वाची प्रचीती करून देणारा हा अतिथी गण…
सबके दिलों में सबके लिए प्यार होआने वाला हर पल खुशियों की बहार हो
रोशन हो गई ये जगह आपके आने से, यूं ही आते रहना किसी बहाने सेआपका स्वागत है हमारे घर में, हमें आपका इंतजार था जमाने से
बिन वेतन काम करती है वो, निस्वार्थ सेवा करती है, दूसरों की खुशी के लिए वो अपनी आहुति देती है।
खुदा करे तुम सफलता के हर मुकाम को छुओ। तुम्हारा हर एक सपना पूरा हो।
आपके इंतजार में ये आंखें बेकरार हो जाती है, आपको देखते ही हमें खुशी मिल जाती है।
महफिल को खूबसूरत बनाने मेंथोड़ी सी हमारी मदद कीजिये,अंजान बनकर मायूस नहीं बैठना है,खुलकर मुस्कुराइये और आनंद लीजिये.
तुम जो आए हो तो शक्ल-ए-दर-ओ-दीवार है औरकितनी रंगीन मिरी शाम हुई जाती है।
सबके दिलों में हो सबके लिए प्यार,आने वाला हर पल लाये खुशियों का बहार,इस उम्मीद के साथ भुलाके सारे गमइस आयोजन का करें वेलकम.
“ सदा रहे सबके दिलो में प्यारआती रहे खुसियो का बहाररखकर मंजिलो की ओर कदममेहमान का करे तालियोंके साथ वेलकम…!!
देरलगी आनेमें तुमको शुक्रहै फिरभी आएतोआसने दिलका साथन छोड़ावैसे हमघबराए तो
हरगलि अच्छिलगी, हरघर अच्छालगा।वोआया महफिलमें, तोमहफिल हिअच्छा लगा॥
रौनक दमक उठती है नूर फैल जाता है जब महफ़िल में आप सा कोई कदम रखता हे।
हमारे छोटे से आशियाने में आप जब चाहे आ सकते है आपका दिल से है वेलकम
“सबके दिलों में हो सबके लिए प्यार,आने वाला हर पल लाये खुशियों का बहार,इस उम्मीद के साथ भुलाके सारे गमइस आयोजन का करें वेलकम.”
रोली तिलक थाल मे, श्री फल लिया सजाये, स्वागत को श्री मान के, भेट दुशाला लाये..।।
दिल को सुकून मिलता हैं मुस्कुराने से. महफ़िल में रौनक आती है दोस्तों (आप) के आने से,
“ तुम क्या चले गए,बाग से तितलियां चली गईफूल मुरझाये पत्तियां राख हुई,अब और मत सताओ,गार्डन में पानी देना है,काम पर जल्दी आओ…!!!