Apne To Apne Hote Hai Shayari In Hindi | Best Apne Shayari in Hindi

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2024-08-28 10:35:50 - Milan

“ चुभ जाती हैं बातें कभी,कभी लहजे मार जाते हैं साहब,गैरों से ज्यादा हमयहां अपनों से हार जाते हैं….!!
अपने आप से प्यार करो,और अगर आपको अतिरिक्त जरूरत है,तो मैं यहां रहूंगा …
मेरी बुराई जरा संभल कर करना,क्योंकि, तुम्हारे अपनों में मेरे भी कुछ सामिल हैं |
“ पल पल के रिश्ते का वादा है आपसेअपनापन कुछ इतना ज़्यादा है आपसेना सोचना कि भूल गए हम आपकोज़िन्दगी भर चाहेंगे ये वादा है आपसे….!!
“ सो जा ऐ दिल कि अबधुन्ध बहुत है तेरे शहर में,अपने दिखते नहींऔर जो दिखते हैं वो अपने नहीं….!!
“ आखिर क्यों बनाया मुझे ए बनाने वाले,बहुत दर्द देते हैं ये जमाने वाले,मैंने आग के उजाले में कुछ चेहरे देखे,मेरे अपने ही थे मेरे घर को जलाने वाले….!!!
वही लोग अपनेऔर अनमोल होते है,जो लोग रूठ कर भीआपको मना लेते है।
सब रंग हम्हारे अपने है जैसे सुनहरे सपनें हैं, पर उनको ही रास नहीं आता जो कहते मेरे अपने हैं।
पल पल के रिश्ते का वादा है आपसेअपनापन कुछ इतना ज़्यादा है आपसेना सोचना कि भूल गए हम आपकोज़िन्दगी भर चाहेंगे ये वादा है आपसे
“ कुछ गैर ऐसे मिले,जो मुझे अपना बना गए,कुछ अपने ऐसे निकले,जो गैर का मतलब बता गए…!!
“ धोकेबाज़ लोगों की एक निशानी ये भी हैवो जब भी आपको गिराना चाहेंगेतो वो आपको धक्का नहीं सहारा देंगे….!!!
मेरे अपने मेरे ज़ख्मों के बारे में जानते थे इसलिए नमक कहाँ लगाना है वो अच्छी तरह से जानते थे।
“ ज़िन्दगी देने वाले मरता छोड़ गएअपनापन जताने वाले तनहा छोड़ गएजब पड़ी ज़रूरत हमें अपने हमसफ़र कीवो जो साथ चलने वाले थे सब रास्ता मोड़ गए….!!
जब जीवन उलझनों में फंस जाए,दुनिया की भीड़ से हार जाए।तब याद आती है हमें अपनों की |,
आजकल अपने भी कह रहे हैंकि ख़ुदग़र्ज़ इंसान हूं मैं,उनको कौन समझाए आजकलखुद में ही परेशान हूं मैं।
बहुत बोझ थाअपनो की ख़्वाहिशों का,मेरे ख़्वाब कहाँखुला आसमान देख पाते।
जिनके पास पैसे चार उनके दोस्त भी बनते हैं हजार, जिनके पास कुछ नही उन्हें पूछते भी नही उनके यार
मुझे तो बस मेरे अपनों से ही गिला हैभरोसा किया था खुद से भी ज्यादा लेकिन अंत मे धोखा मिला है
न जाने कोनसा जमाना आया है, जहा अपने भी बेगाने लगते है।
आज कल डॉक्टर भी जान बाद में बचते हैं पहले देखते हैं की मरीज़ की जेब में पैसा बचा है की नहीं।
लकड़ी के मकानों में चिरागों को न रखिये,अपने भी यहाँ आग बुझाने नहीं आते।
“ ज़िन्दगी में अपनापनतो हर कोई दिखाता हैपर अपना कौन हैये वक्त बताता है….!!
चुभ जाती हैं बातें कभी, कभी लहजे मार जाते हैं साहब, गैरों से ज्यादा हम यहां अपनों से हार जाते हैं।
“ छोटी सी है जिंदगी हँस के जियो,भुला के सारे गम दिल से जियो,उदासी में क्या रखा है मुस्कुरा के जियो,अपने लिए न सही अपनों के लिए जियो…!!
जिंदगी में कभी भी ऐसा काम ना करे जिससे आपके अपनों को ठेस पहुंचे।
वो जो मुझे उनका अपना बताते हैवो मेरी तस्वीर को दीवार परटंगी देखना चाहते है
“ लिखना एक आदत हैइसे आदत ही रहने दो,दिल की ही बात हैइसे अपनों से कहने दो….!!
“ लिखना एक आदत हैइसे आदत ही रहने दो,दिल की ही बात हैइसे अपनों से कहने दो….!!
अगर किसी को अपना मानते हो तो दिल से उसके साथ रिश्ता निभाओ, उसके साथ कोई विश्वाश्घात मत करो।
“ अपने ही अपनों से करते हैअपनेपन की अभिलाषापर अपनों ने ही बदल रखी है अपनेपन की परिभाषा ….!!
अपने लोगो का साथ ऐसा होता है,जैसे उसका साया,कभी साथ नहीं छोड़ते हैं |
कुछ अपने मुझसे बोलते नहीं कुछ मुझे अपना नहीं बोलते।
मेरे कुछ अपने ऐसे भी हैं जो जरुरत के वक्त मेरे पास आते हैं और मेरी जरुरत के वक्त गायब रहते है।
एसे ही नहीं बन जातेगेरो से इतने गहरे रिश्ते,कुछ ख़ालीपन तोअपनों ने ही दिया होगा।
अगर अपनों का साथ होता हैं तो हर मुसीबत से लड़ना हमारे लिए बहुत आसान होता है।
“ वक़्त नूर को बे-नूर कर देता है,छोटे से जख्म को नासूर कर देता है,कौन चाहता है अपनों से दूर रहना,पर वक़्त सबको मजबूर कर देता है….!!
“ आजकल अपने भी कह रहे हैंकि ख़ुदग़र्ज़ इंसान हूं मैं,उनको कौन समझाए आजकलखुद में ही परेशान हूं मैं….!!
“ वक़्त नूर को बेनूर कर देता है,छोटे से जख्म को नासूर कर देता है,कौन चाहता है अपनों से दूर रहना,पर वक़्त सबको मजबूर कर देता है…!!
“ कमाल के हैं वो लोगजो मुझे अपना बताते हैं,दुआएं भी देते हैं औरझूठी कसमें भी खाते हैं…!!!
जरूरतें कम कर लो जितना भी पैसा कमाओगे अधिक होगा, जरूरतें अधिक कर लो जितना भी पैसा कमाओगे कम होगा।
छोटी सी है जिंदगी हँस के जियो,भुला के सारे गम दिल से जियो,उदासी में क्या रखा है मुस्कुरा के जियो,अपने लिए न सही अपनों के लिए जियो।
खुद का घर बनाने के लिए खुद्दार हो गए, अपना घर होते हुए भी किरायदार हो गए।

Rishte Apne To Apne Hote hai Shayari

ये जो पैसों के लिए किसी को भी छोड़ देते हैं याद रखना दोस्त पैसा किसी का नहीं होता
“ है मेरी जंग अपनों से,नतीजा एक ही होगा,जो हारूँ तो भी मैं हारूँ,जो जीतूँ तो भी मैं हारूँ….!!
लकड़ी के मकानों में चिरागों को न रखिये,अपने भी यहाँ आग बुझाने नहीं आते।
खामोश रहने से रिश्तेहमेशा उदास हो जाते है,कभी अपनी सुनाओं तोकभी अपनों कि भी सुनो।
लोग अपने ढूंढने निकले है,अपनो को पीछे छोडकर।
“ कल अपनों से धोखा खायातो गैरों में चला आया,हाय तोबा मेरी किस्मतआज वो अपना बनने को आया…!!
“ छोटी सी है जिंदगी हँस के जियो,भुला के सारे गम दिल से जियो,उदासी में क्या रखा है मुस्कुरा के जियो,अपने लिए न सही अपनों के लिए जियो…!!
जो साथ छोड़ दे वो अपने कैसे,जो मुकम्मल न हों वो सपने कैसे।
होने वाले तो जनाब ख़ुद ही अपने हो जाया करते हैं,कभी किसी को बोल कर अपना नहीं बनाया जाता।
“ सुना था दर्द का एहसासअपनों को ही होता हैपर जब दर्द ही अपने देतो एहसास कौन करे…!!!
इतना भी कीमती ना बना अपने आप को,हम गरीब लोग हैं महँगी चीज़ छोड़ दिया करते हैं।
“ कल अपनों से धोखा खायातो गैरों में चला आया,हाय तोबा मेरी किस्मतआज वो अपना बनने को आया…!!
कैदी बाइज्जत बरी और बेगुनाह को मिल रही जेल है, मैं तो बस इतना ही कहूंगा सब पैसों का खेल है।
अगर पैसा सब कुछ नहीं होता तो सब कुछ पैसों से ही क्यों होता है।
वक़्त का पता नहीं चलता है अपनों के साथ पर अपनों का पता चल ही जाता है बुरे वक़्त के साथ।
अब किसे अपना कहे हम इस जमाने में हर कोई हमें अपना बनाकर हमसे दगा कर जाता है।
वही लोग अपने और अनमोल होते है, जो लोग रूठ कर भी आपको मना लेते है।
इंसान कहता है कि पैसा आये तो मैं कुछ करके दिखाऊँ, और पैसा कहता है कि तू कुछ करके दिखा तो मैं आऊँ…!!
मेरे तोह यारो सब अपने छूट गये,और सारे रिश्ते टूट गए ।
पैसा कितना भी हो जाए तुम मौत से बच नहीं सकते, याद रखना तुम अमीर हो अमर नहीं
“ एहसास हो तो अजनबी भीअपने बन जाते है पर,जब एहसास ना हो तोअपने भी पराये हो जाते है….!!
जान के सौदे होते देखे है ईमान बिकते देखे हैं, कुछ रुपयों के बदले मैंने इंसान बिकते देखे हैं।
अपनों को ही गिरा दिया करते है कुछ लोग,खुद को गैरों की नजरों में उठाने के लिए |
“ वक़्त नूर को बे-नूर कर देता है,छोटे से जख्म को नासूर कर देता है,कौन चाहता है अपनों से दूर रहना,पर वक़्त सबको मजबूर कर देता है….!!
जब अच्छा वक़्त चल रहा हो तब हक़ जताने वाले और अपना बताने वाले गली-गली मिलते है।
चुभ जाती हैं बातें कभी,कभी लहजे मार जाते हैं साहब,गैरों से ज्यादा हमयहां अपनों से हार जाते हैं।
वक़्त नूर को बेनूर कर देता है,छोटे से जख्म को नासूर कर देता है,कौन चाहता है अपनों से दूर रहना,पर वक़्त सबको मजबूर कर देता है।
मोहोब्बत ना दिल देख होती है ना लहज़ा देख कर होती है, मोहोब्बत पैसा देख कर होती है।
“ बहुत बोझ थाअपनो की ख़्वाहिशों का,मेरे ख़्वाब कहाँखुला आसमान देख पाते…!!
“ किसी को दिल दीवाना पसंद है,किसी को दिल का नजराना पसंद है,औरों की तो मुझे ख़बर नही लेकिन,मुझे तो अपनो का मुस्कुराना पसंद है….!!!
जादा अपनापन दिखने वाले एक दिन जता ही देते हैं की वो पराये है
पैसा वो बोली है जो बहरों को भी समझ आती है।
दर्द हमेशा अपने ही देते है, वरना गैरो को क्या पता कि, तकलीफ किस बात से होती है।
रिमझिम तो है मगर सावन गायब है,बच्चे तो है मगर बचपन गायब हैक्या हो गयी है तस्वीर ज़माने की यारोअपने तो है मगर अपनापन गायब है
“ ठहरती नहीं ज़िन्दगीकभी किसी के बिना,पर ये गुजरती भीनही अपनों के बिना…!!
“ ज़िन्दगी में यह हुनरभी आजमाना चाहिए,अपनों से अगर होजंग तो हार जाना चाहिए…!!
“ गैरों से मुहब्बत होने लगी हैआजकल मुझे, जैसे जैसे अपनों कोआजमाता जा रहा हूँ…!!
अपनों की दुनिया में बस एक अपने की कमी है, मैं औरों की दुनिया हो सकता हूं, पर मेरी दुनिया बस तू है।
एक सपना था, जो पूरा न हो पाया,एक शक्श था, जो अपना न हो पाया,कुछ पराए थे, जो अपने होने को तरस गए,कुछ अपने थे, जो बिछड़ कर पराए हो गए!!!
है मेरी जंग अपनों से,नतीजा एक ही होगा,जो हारूँ तो भी मैं हारूँ,जो जीतूँ तो भी मैं हारूँ।
जिन्दगी मिलती है जिन्दादिली से जीने के लिए, लोग मेहनत से कमायें पैसे को उड़ाते है पीने के लिए
आखों की पट्टी उतार,में तुझको अपनी जुल्फों में कैद किया नही करती,लाखो हे मेरे हुस्न के दीवाने,पर इस बात का में कभी घमंड किया नही करती ।।

Apne To Apne Hote Hain

पैसों की क़ीमत जान से ज्यादा है आज के दौर में, पैसों का दर्जा भगवान् से ज्यादा है आज कल
“ एसे ही नहीं बन जातेगेरो से इतने गहरे रिश्ते,कुछ ख़ालीपन तोअपनों ने ही दिया होगा….!!!
जो अपने होते हैं, वो हमेशा याद रहते हैं,चाहे दूर हों, लेकिन हमेशा पास रहते हैं।
लिखना एक आदत हैइसे आदत ही रहने दो,दिल की ही बात हैइसे अपनों से कहने दो।
साँसों का टूट जाना तोबहुत छोटी सी बात है दोस्तो,जब अपने याद करनाछोड़ दें मौत तो उसे कहते हैं।
बस माँ-बाप का आशीर्वाद साथ हो जिंदगी में तरक्की तो अपने आप ही हो जाएगी।
खामोश रहने से रिश्ते हमेशा उदास हो जाते है, कभी अपनी सुनाओं तो कभी अपनों कि भी सुनो।
“ काश ये लोग समझ जाए कि रिश्तेएक दूसरे का ख्यालरखने के लिए बनाये जाते हैना कि इस्तेमाल करने के लिए….!!!
अगर अपनों का सहारा ना हो तो जिंदगी जीना सच में बेहद मुश्किल हो जाता है।
अपनों के साथ ज़िन्दगी का हर पल जीना है,खुशी और गम दोनों का सामना करना है।अपने अपने होते हैं, दोस्त,जिनके होने से ही ये जिन्दगी खूबसूरत होती है |
ज़माना तो जलकर राख हो ही जाएगा जब अपने ही अपनों से जल रहे हैं।
न जाने कोनसा जमाना आया है,जहा अपने भी बेगाने लगते है।
लगता है सभी अपने उतर आए हैं बगावत परइसलिए सब गए हैं दुश्मनो की दावत पर
जो अपने होते हैं, वो हमेशा साथ रहते हैं,बिना कहे ही समझ जाते हैं, आपके मन की बात |
एक चाहत होती है अपनों के साथ जीने की जनाब वरना पता तो हमें भी है कि मरना अकेले ही है।
तुझसे मेरा मोह न छूटे,रिश्तों की ये डोर न टूटे,अपनों का साथ न छूटे,
ज़िन्दगी में यह हुनर भी आजमाना चाहिए,अपनों से अगर हो जंग तो हार जाना चाहिए।
कभी सोचा है प्यार कैसा दिखता है, प्यार वो अँधा होता है जिसे बस पैसा दिखता है।
बस किसी ने बड़ी तो किसी ने छोटी खानी है, फिर इंसान चाहे कितना ही अमीर क्यों ना हो जाए रोटी ही खानी है।
गैर थे कौन, अपने थे कौन,हम ये समझ न पाए,हमने देखा जिधर भी,चेहरे बदले से नजर आए।
अपनों का साया अगर साथ रहता हैं तो हर परिस्तिथि में मुस्कुराते रहना तय होता यही।
सो जा ऐ दिल कि अबधुन्ध बहुत है तेरे शहर में,अपने दिखते नहींऔर जो दिखते हैं वो अपने नहीं।
लोगों को झुकते देखा है कैसे कैसो के आगे, सब कुछ छोटा सा लगता है पैसों जूतों की क़ीमत है जान की किसे परवाह है, पैसा ही मंदिर अब पैसा ही दरगाह है।
मिली थी जिन्दगी किसी के “काम” आने के लिए, पर वक्त बीत रहा है क़ागज के टुकड़े कमाने के लिए।
ज़माना तो जलकर राख हो ही जाएगा जब अपने ही अपनों से जल रहे हैं।
चुभ जाती हैं बाते कभी,कभी लहजे मार जाते हैं साहब,गैरों से ज्यादा यहाँ हम अपनों से हार जाते हैं |
सुना था दर्द का एहसास अपनों को ही होता है,पर जब दर्द ही अपने दे तो एहसास कौन करे।
आदमी चाहे कितना भी बड़ा क्यों ना हो जब पैसा बोलता है तो सब सुनते हैं।
वक़्त मौन है समय आने पर बता देता है की किसका कौन है।
कभी कभी अपने भी परायों जैसा बर्ताव करते हैं पर कभी-कभी पराये भी अपनों से बढ़कर रिश्ता निभाते हैं।
किसी को दिल दीवाना पसंद है, किसी को दिल का नजराना पसंद है, औरों की तो मुझे ख़बर नही लेकिन, मुझे तो अपनो का मुस्कुराना पसंद है।
भाई भाई का ना रहा बेटा बाप का ना रहा, जब से इंसान पैसे के लिए गया वो अपने आप का ना रहा।
तुम lockdown में अपने घर ने नही रह सकते,किसी के दिल में जबरदस्ती केसे रहोगे..!!
“ बिन बुलाए क्यों आ जाती हैमेरी जिंदगी में जुदाई,मेरे अपनों के ही बीचकर देती है मुझे पराई….!!
हमेशा वही लोग अपने और खास होते है,जो लोग खुद रूठ कर हमेशा आपको को मना लेते है।
जिंदगी के हर मोड़ पर अकेले लड़ लेता हूं,पर ना जाने अपनों से हर बार क्यों जाता हूं।
रिश्ते का ना होनाइतनी तकलीफ नहीं देताजितना रिश्ते के होते हुएएहसास का मर जाना देता है
जो अपने तकलीफ के वक्त ही काम ना आये तो भला वो अपने कैसे हुए।
“ वक़्त नूर को बेनूर कर देता है,छोटे से जख्म को नासूर कर देता है,कौन चाहता है अपनों से दूर रहना,पर वक़्त सबको मजबूर कर देता है…!!
काश ये लोग समझ जाए कि रिश्तेएक दूसरे का ख्यालरखने के लिए बनाये जाते हैना कि इस्तेमाल करने के लिए
किसी को सच या झूठ नहीं दिखता, पैसों के आगे किसी को कुछ नहीं दिखता।
हज़ार अपनों से ज्यादा एक अकेला अपना शक्श ही काफी होता हैं बस शर्त ये हैं की वो जिंदगी भर साथ निभाने वाला हो।

Best Apne To Apne Hote hain Quotes

“ ख्वाब अक्सर पूरे होते हैं,बस सपनों में जान होनी चाहिए,अपने अक्सर खास होते हैं,उनसे ही तो पहचान होनी चाहिए…!!
छोड़ देते हैं लोग जब समय ख़राब होता है,तभी कोई होता है जो आपको और मजबूती से पकड़ता है,और इन्ही को हम अपने कहते हैतभी तो अपने तो अपने होते हैं |
जिंदगी से हर कदमपर लड़ तो जाता हूं मैं,पर अपनों से हरबार हार जाता हूं।
कभी-कभी अपने ही दुश्मनो की तरह पीछे से पीठ में छुरा घोप जाते है।
अपने अहम् कोथोड़ा-सा झुका के चलिये,सब अपने लगेंगेज़रा-सा मुस्कुरा के चलिये।
जा के कह दो दुनिया वालों से,नहीं है चाह मुझे किसी के सहारे की,मुझे तो बस जरूरत है मेरे अपने लोगो की |
रिश्ते ख़राब होने कीएक वजह ये भी हैलोग टूटना पसंद करते हैलेकिन झुकना नहीं
बहुत बोझ था अपनो की ख़्वाहिशों का, मेरे ख़्वाब कहाँ खुला आसमान देख पाते।
पैसा होने पर किसी को बेइज़त मत करना याद रखना पैसा किसी का नहीं होता।
हाँ मेरा भी कोई अपना है, चलो झूठा ही सही ये भी मेरा एक सपना है।
एक अजीब सी दौड़ है ये ज़िन्दगी, जीत जाओ तो कई अपने पीछे छूट जाते हैं, और हार जाओ तो अपने ही पीछे छोड़ जाते हैं।
बिन बुलाए ना जाने क्यों आ जाती है मेरी जिंदगी में जुदाई,मेरे अपने लोगो के बीच ही कर देती है पराई।
ये जो आज पैसा है दौलत है, सब माँ-बाप की ही बदौलत है।
फिसल रहीं है सारीखुशियाँ पलकों से भिगकर,हर अपना बिछड़ रहा हैमुझसे एक एक कर।
कुछ लोग तो इसलिये अपने बने हैं अभी,कि मेरी बर्बादी का दीदार नजदीक से हो।
जिंदगी में कभी भी ऐसा काम ना करे जिससे आपके अपनों को ठेस पहुंचे।
वक़्त देखते-देखते ज़िन्दगी बेवक़्त हो गई, पैसे कमाने में ज़िन्दगी खर्च हो गई।
ज़माना तो जलकर राख हो ही जाएगा जब अपने ही अपनों से जल रहे हैं।
“ एसे ही नहीं बन जातेगेरो से इतने गहरे रिश्ते,कुछ ख़ालीपन तोअपनों ने ही दिया होगा….!!!
तकलीफें तो हज़ारों हैं इस ज़माने में, बस कोई अपना नज़र अंदाज़ करे तो बर्दाश्त नहीं होता।
अपनापन छलके जिसकी बातो में,सिर्फ कुछ ही लोग ऐसे होते है लाखो में।
लोग अपनों को ढूंढने निकले है,अपने लोगो को पीछे छोडकर।
“ मशहूर होना पर मगरुर न होना,कामयाबी से नशे मे चूर न होना,मिल जाए सारी कायनात आपको अगर,इसके लिए कभी अपनो से दूर मत होना….!!
जब अपनों का साथ छूट जाता हैं तो किसी गैर शक्श का हम पर काबू पाना आसान हो जाता है।
अपने ही अपनों से करते हैअपनेपन की अभिलाषापर अपनों ने ही बदल रखी है अपनेपन की परिभाषा
लाख यारी दोस्ती कर लो ज़माने में,,पर जब मुसीबत आएगी तो अपने ही सामने आयेगें,क्योंकि अपने अपने ही होते हैं |
“ रिश्ते ख़राब होने कीएक वजह ये भी हैलोग टूटना पसंद करते हैलेकिन झुकना नहीं….!!
ज़िन्दगी देने वाले मरता छोड़ गएअपनापन जताने वाले तनहा छोड़ गएजब पड़ी ज़रूरत हमें अपने हमसफ़र कीवो जो साथ चलने वाले थे सब रास्ता मोड़ गए
हाँ मेरा भी कोई अपना है,चलो झूठा ही सहीये भी मेरा एक सपना है।
बाक़ी सब रिस्ते तो होते ही हैं,पर अपने तो अपने होते हैं |
जिसके पास पैसा होता है उनके सब क़रीब होते है, उनका कोई नहीं होता जो गरीब होते हैं।
इंसान को उतना ही सुकून मिलता है, जितना Phone Pay APP में पैसा होता है..
और हम अपनी फीलिंग एक्सप्रेस नहीं कर पाते हैं |दोस्तों आपकी इसी problm का solution हैं हमारी Apne to Apne Hote Hai Shayari in Hindi|
जो ये कहते हैं ये सच नहीं है, ये जो पैसा है ये सब नहीं है।
सब रंग हम्हारे अपने हैजैसे सुनहरे सपनें हैं,पर उनको ही रास नहीं आताजो कहते मेरे अपने हैं।
“ खामोश रहने से रिश्तेहमेशा उदास हो जाते है,कभी अपनी सुनाओं तोकभी अपनों कि भी सुनो…..!!
जोश में आ कर कभी होश खोना नहीं ,जो अपने है उन अपनों को कभी धोखा देना नहीं।
ये कह कर मेरेदुश्मन मुझे छोड़ गए,कि तेरे अपने ही काफी हैंतुझे रुलाने के लिए।
जहाँ प्यार और अपने लोगो के एक ही माइने हों,वहा हमेशा सुख का वास होता है |
किसी के कहने पर नहीं अपने आप कराता है, इलज़ाम इंसान पर है पर पैसा सारे पाप कराता है।
दर्द हमेशा अपने ही देते है,वरना गैरो को क्या पता कि,तकलीफ किस बात से होती है।
जो आपकी ख़ुशी में हंसते हैं,जो आपकी दुख में रोते हैं।वो आपके हमेशा होते हैं,क्योंकि अपने तो अपने होते हैं।

Best Shayari on Apne Log

क्या बताए की खुद से कितना इश्क करते है,यूं समझिए की तन्हाई में ज्यादा खुश रहते है।।।
कुछ अपने बेवक़्त हमें छोड़करहमसे दूर चले जाते हैं,रहा नहीं जाता उनसे भीअक़्सर सपनों में मिलने आते है।
किसी और से क्या मोहब्बत करू,इन दिनों खुद से ही फिर जुड़ने की कोशिश कर रहा हु!!!
एसे ही नहीं बन जाते गेरो से इतने गहरे रिश्ते, कुछ ख़ालीपन तो अपनों ने ही दिया होगा।
अब निकल आओ तुम मेरे अंदर से,अब मुझको मेरी जरूरत है..!!
“ ज़िन्दगी में यह हुनरभी आजमाना चाहिए,अपनों से अगर होजंग तो हार जाना चाहिए…!!
हर याद जिन्दगी से भुलाई नहीं जाती,और अपनों से दुश्मनी यारों निभाई नहीं जाती|
कुछ यूँ भी मौत के मंज़र देखें है, अपनों के हाथ में ही जब खंजर देखें है।
जोश में हों कर होश खोना नहीं, अपने है अपनों को धोखा देना नहीं।
बिन बुलाए क्यों आ जाती है मेरी जिंदगी में जुदाई, मेरे अपनों के ही बीच कर देती है मुझे पराई।
कुछ रिश्ते किराये के मकान जैसे होते हैं कितना भी सजा लो पर कभी अपने नहीं होते हैं ।
फिसल रहीं है सारी खुशियाँ पलकों से भिगकर, हर अपना बिछड़ रहा है मुझसे एक एक कर।
जो हमारे दर्द को समझते हैं,और हमेशा हमारे साथ होते हैं।जिनके बिना हमारी ज़िन्दगी अधूरी होती है,वाही तो हमारे अपने होते हैं |
मैंने सुना है की पैसा बोलता है, उसे बता देना की मैं बहरा हूँ। कागज़ की क़ीमत जान से ज्यादा है, पैसों की क़ीमत आज कल भगवान से ज्यादा है।
“ गैर थे कौन, अपने थे कौन,हम ये समझ न पाए,हमने देखा जिधर भी,चेहरे बदले से नजर आए….!!!
“ गैरों से मुहब्बत होने लगी हैआजकल मुझे, जैसे जैसे अपनों कोआजमाता जा रहा हूँ…!!
होने वाले ख़ुद ही अपने हो जाते हैं,किसी को कहकर अपना बनाया नहीं जाता।
“ फिसल रहीं है सारीखुशियाँ पलकों से भिगकर,हर अपना बिछड़ रहा हैमुझसे एक एक कर…..!!!
पहले लड़ना और मनानारोज़ का काम होता था..अब तो पहली तकरार हीरिश्ते ख़त्म कर देती है
कभी जो अपना कहते थे,आज दूर से ही किनारा करते है।
ज़िन्दगी में अपनापनतो हर कोई दिखाता हैपर अपना कौन हैये वक्त बताता है
जिस पर पैसा नहीं उसे कहाँ पूछा जाता है, यहाँ जिसके पास पैसा होता है उसे पूजा जाता है।
“ कुछ अपने बेवक़्त हमें छोड़करहमसे दूर चले जाते हैं,रहा नहीं जाता उनसे भीअक़्सर सपनों में मिलने आते है…!!
“ फिसल रहीं है सारीखुशियाँ पलकों से भिगकर,हर अपना बिछड़ रहा हैमुझसे एक एक कर…..!!!
दुसरो को रुला कर मज़ा लेने वालोसबर रखो एक दिनज़िनदगी तुम्हारे मज़े लेगी
“ किसी को दिल दीवाना पसंद है,किसी को दिल का नजराना पसंद है,औरों की तो मुझे ख़बर नही लेकिन,मुझे तो अपनो का मुस्कुराना पसंद है….!!!
जब मेरे अपने ही मेरे खिलाफ हैं तो भला आप किस से उम्मीद लगाई जाये।
ख्वाब अक्सर पूरे होते हैं,बस सपनों में जान होनी चाहिए,अपने अक्सर खास होते हैं,उनसे ही तो पहचान होनी चाहिए।
“ धोकेबाज़ लोगों की एक निशानी ये भी हैवो जब भी आपको गिराना चाहेंगेतो वो आपको धक्का नहीं सहारा देंगे….!!!
गैरों से क्या दुखी होनाजब अपने ही इतना दुःख देते है।
अगर किसी को अपना मानते हो तो दिल से उसके साथ रिश्ता निभाओ, उसके साथ कोई विश्वासघात मत करो।
धोकेबाज़ लोगों की एक निशानी ये भी हैवो जब भी आपको गिराना चाहेंगेतो वो आपको धक्का नहीं सहारा देंगे
मुझे हर किसी को अपना बनाने का हुनर आता हैतभी मेरे बदन पर रोज़ एक घाव नया नज़र आता है ।
“ अपनों के साथ वक़्त का पता नहीं चलता,पर अपनों का पता चलता है वक़्त के साथ,वक़्त नहीं बदलता अपनों के साथ, परअपने ज़रूर बदल जाते हैं वक़्त के साथ….!!
“ जिंदगी से हर कदमपर लड़ तो जाता हूं मैं,पर अपनों से हरबार हार जाता हूं…!!
गैर थे कौन, अपने थे कौन, हम ये समझ न पाए, हमने देखा जिधर भी, चेहरे बदले से नजर आए।
खुश रहने के लिए पैसा ही सब कुछ नही होता, मोहब्बत दिल से होती हैं पैसों से प्यार नही होता,
“ बिन बुलाए क्यों आ जाती हैमेरी जिंदगी में जुदाई,मेरे अपनों के ही बीचकर देती है मुझे पराई….!!
जब बुरा वक़्त आता है तो अपनों में छुपे गैर लोगो का चहेरा अपने आप नजर आ जाता हैं।
“ कुछ गैर ऐसे मिले,जो मुझे अपना बना गए,कुछ अपने ऐसे निकले,जो गैर का मतलब बता गए…!!
“ सब रंग हम्हारे अपने हैजैसे सुनहरे सपनें हैं,पर उनको ही रास नहीं आताजो कहते मेरे अपने हैं….!!!
सभी के तलवे चाटूँ मैं ऐसा थोड़ी हूँ, सभी को पसंद आऊं मैं पैसा थोड़ी हूँ।

Hindi Shayari on Apne To Apne Hote Hain

“ है मेरी जंग अपनों से,नतीजा एक ही होगा,जो हारूँ तो भी मैं हारूँ,जो जीतूँ तो भी मैं हारूँ….!!
सभी के तलवे चाटूँ मैं ऐसा थोड़ी हूँ, सभी को पसंद आ जाऊं मैं पैसा थोड़ी हूँ।
रंग पैसे ने अपना कुछ ऐसा जमाया है, की इंसान भूल गया पैसे ने उसे नहीं उसने पैसे को बनाया है।
एक साथ तो कितने भी रह सकते हैं,पर जज्बात तो सिर्फ अपने ही समझते हैं|
ज़िन्दगी में अपनापन तो हर कोई दिखाता है,पर अपना कौन है ये वक्त बताता है।
अपनों पर शक का कोई इलाज नहीं, और गैरों पर अपने हक़ का कोई हिसाब नहीं।
कुछ गैर ऐसे मिले,जो मुझे अपना बना गए,कुछ अपने ऐसे निकले,जो गैर का मतलब बता गए।
अगर तुम्हारे रूठने पर वो तुम्हे नहीं मना रहा है तो क्या खाक वो तुम्हारा अपना है।
“ अपनों पर शक काकोई इलाज नहीं,और गैरों पर अपने हक़का कोई हिसाब नहीं…!!
“ ख्वाब अक्सर पूरे होते हैं,बस सपनों में जान होनी चाहिए,अपने अक्सर खास होते हैं,उनसे ही तो पहचान होनी चाहिए…!!
“ सब रंग हम्हारे अपने हैजैसे सुनहरे सपनें हैं,पर उनको ही रास नहीं आताजो कहते मेरे अपने हैं….!!!
सो जा ऐ दिल कि अब बहुत धुन्ध है शहर में तेरे,अपने दिखते नहीं और जो दिखते हैं वो अपने नहीं।
“ पहले लड़ना और मनानारोज़ का काम होता था..अब तो पहली तकरार हीरिश्ते ख़त्म कर देती है…!!
कल अपनों से धोखा खायातो गैरों में चला आया,हाय तोबा मेरी किस्मतआज वो अपना बनने को आया।
दुनिया गिरती है आकर पैरों के आगे, सब कुछ फीका हो गया है पैसों के आगे
तेरा दूर चले जाना ही अच्छा था,तेरे साथ से ज्यादा में अपने आप के साथ खुश हु!!!
मेरी जंग है मेरे अपनों से, नतीजा सिर्फ एक ही होगा,अगर हारूँ तो भी मैं ही हारूँ, और जीतूँ तो भी मैं ही हारूँ।
“ रिश्ते का ना होनाइतनी तकलीफ नहीं देताजितना रिश्ते के होते हुएएहसास का मर जाना देता है…!!
रेगिस्तान भी हरे हो जाते हैं जब अपने साथ अपने खड़े हो जाते हैं।’
तुम्हे जाने बिना ही तुमसे इश्क कर लिया,ये भी न पूछा, क्या हो तुम मेरे लिए..!!
सो जा ऐ दिल कि अब धुन्ध बहुत है तेरे शहर में, अपने दिखते नहीं और जो दिखते हैं वो अपने नहीं।
“ अपनों के साथ वक़्त का पता नहीं चलता,पर अपनों का पता चलता है वक़्त के साथ,वक़्त नहीं बदलता अपनों के साथ, परअपने ज़रूर बदल जाते हैं वक़्त के साथ….!!
इस ज़िन्दगी के सफर में कुछ बेगाने अपने बन गये, जो रिश्तों में थे अपने वो अब बेगाने बन गये।
“ चुभ जाती हैं बातें कभी,कभी लहजे मार जाते हैं साहब,गैरों से ज्यादा हमयहां अपनों से हार जाते हैं….!!
“ साँसों का टूट जाना तोबहुत छोटी सी बात है दोस्तो,जब अपने याद करनाछोड़ दें मौत तो उसे कहते हैं….!!
आज जब देखता हूँ की सभी पर क़र्ज़ बकाया है, तो समझ नहीं आता की इंसान ने पैसा बनाया है या फिर पैसे ने इंसान को बनाया है।
समझने में ज़माने लग गए, दोस्त का साथ छूट गया जब कमाने लग गए।
“ गैर थे कौन, अपने थे कौन,हम ये समझ न पाए,हमने देखा जिधर भी,चेहरे बदले से नजर आए….!!!
एहसास हो तो अजनबी भी अपने बन जाते है पर, जब एहसास ना हो तो अपने भी पराये हो जाते है।
कुछ गैर ऐसे मिले जो मुझे अपना बना गएकुछ अपने ऐसे निकले जो गैर का मतलब बता गए।
ये दुनिया एक दूकान है जहाँ हर तरफ बस दौलत का सिक्का चलता है।
बुरे वक़्त में जो मिलना भी नहीं चाहते अच्छे वक़्त में वो भी आकर सीधा गले मिलते हैं।
“ अपनों की दुनिया मेंबस एक अपने की कमी है,मैं औरों की दुनिया हो सकता हूं,पर मेरी दुनिया बस तू है….!!
पैसे से ज्यादा पेशा क्या हैं ये देखना ज़रूरी होता है।
“ खामोश रहने से रिश्तेहमेशा उदास हो जाते है,कभी अपनी सुनाओं तोकभी अपनों कि भी सुनो…..!!
जिंदगी में कभी भी ऐसा काम ना करे जिससे आपके अपनों को ठेस पहुंचे।
अपनों के साथ वक़्त का पता नहीं चलता,पर अपनों का पता चलता है वक़्त के साथ,वक़्त नहीं बदलता अपनों के साथ, परअपने ज़रूर बदल जाते हैं वक़्त के साथ।
“ अल्फाज सिर्फ़ कानों तक पहुंचते हैं,अपनों की खामोशीअक़्सर रूह तक पहुंचती है….!!!
ज़माना तो जलकर राख हो ही जाएगा जब अपने ही अपनों से जल रहे हैं।
होने वाले ख़ुद ही अपने हो जाते हैं,किसी को कहकर अपना बनाया नहीं जाता।
वक्त निकाल कर बात कर लिया करो अपनों से,वर्ना जब अपने ही नहीं रहेगे तो वक़्त का क्या करोगे |
“ ज़िन्दगी देने वाले मरता छोड़ गएअपनापन जताने वाले तनहा छोड़ गएजब पड़ी ज़रूरत हमें अपने हमसफ़र कीवो जो साथ चलने वाले थे सब रास्ता मोड़ गए….!!

Apne Log Shayari

मुसीबतें एक आईने के सामान होती है जिसमे साफ़ दिख जाता है की हमारे साथ कौन खड़ा है।
“ अपने ही अपनों से करते हैअपनेपन की अभिलाषापर अपनों ने ही बदल रखी है अपनेपन की परिभाषा ….!!
आखिर क्यों बनाया मुझे ए बनाने वाले,बहुत दर्द देते हैं ये जमाने वाले,मैंने आग के उजाले में कुछ चेहरे देखे,मेरे अपने ही थे मेरे घर को जलाने वाले।
न जाने यह कोनसा जमाना आ गयाजहा पर तोह अपने भी बेगाने से लगते है।
जब तक उम्र कम होती है पैसे की अहमियत कम होती है, जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है वैसे-वैसे पैसे की अहमियत बढ़ती है।
कुछ गैर ऐसे मिले, जो मुझे अपना बना गए, कुछ अपने ऐसे निकले, जो गैर का मतलब बता गए।
“ रिमझिम तो है मगर सावन गायब है,बच्चे तो है मगर बचपन गायब हैक्या हो गयी है तस्वीर ज़माने की यारोअपने तो है मगर अपनापन गायब है….!!
“ सुना था दर्द का एहसासअपनों को ही होता हैपर जब दर्द ही अपने देतो एहसास कौन करे…!!!
गैरों से मुहब्बत होने लगी है आजकल मुझे,जैसे जैसे अपनों को आजमाता जा रहा हूँ।
कुछ अपने ऐसे भी हैं मेरी जिंदगी में जो दिल से नहीं दिमाग से रिश्ते निभाते है।
सब रंग मेरे अपने है जैसे की सारे सुनहरे सपनें हैं,लेकिन उनको ही रास नहीं आता जो कहते है की वो मेरे अपने हैं।
“ सो जा ऐ दिल कि अबधुन्ध बहुत है तेरे शहर में,अपने दिखते नहींऔर जो दिखते हैं वो अपने नहीं….!!
किसी को सच या झूठ नहीं दिखता, पैसों के आगे किसी को कुछ नहीं दिखता।
पैसे वालों के पास सब होता है, गरीबों का बस एक रब होता है
कभी सोचा ना था की मेरे अपने ही मुझसे दगा कर जायेंगे, जरुरत के वक्त मुझे यूह अकेला छोड़ जायेंगे।
कल अपनों से धोखा खाया तो गैरों में चला आया, हाय तोबा मेरी किस्मत आज वो अपना बनने को आया।
अल्फाज सिर्फ़ कानों तक पहुंचते हैं,अपनों की खामोशीअक़्सर रूह तक पहुंचती है।
पैसा इंसान को ऊपर ले जा सकता है, पर इंसान पैसे को ऊपर नहीं ले जा सकता।
अपनापन दिखे जिसकी बातो में,सिर्फ चंद लोग ही ऐसे होते है बस लाखो में।
लिखना एक आदत है इसे आदत ही रहने दो, दिल की ही बात है इसे अपनों से कहने दो।
नसीब भी क्या बिगाड़े का उसका यारों,जिसके पास साथ हो उसके अपने लोगो का |
अपनों की दुनिया मेंबस एक अपने की कमी है,मैं औरों की दुनिया हो सकता हूं,पर मेरी दुनिया बस तू है।
“ काश ये लोग समझ जाए कि रिश्तेएक दूसरे का ख्यालरखने के लिए बनाये जाते हैना कि इस्तेमाल करने के लिए….!!!
“ तकलीफें तो हज़ारों हैं इस ज़माने में,बस कोई अपना नज़रअंदाज़ करे तो बर्दाश्त नहीं होता….!!
जब भी बहुत खुश हो,आइना जरूर देखना चाहिए,किसी और को मालूम हो न हो,आपको आपकी मुस्कुराहट की कीमत मालूम होना चाहिए..!!
पैसा कमाने से ‘हरि’ को ऐतराज नही, गर कमाया पैसा नाजायज नही
बुरा समय बता देता है कौन अपना हैदेखो कोई आगे भी नहीं आया सब चुप्प है
सुना था दर्द का एहसासअपनों को ही होता हैपर जब दर्द ही अपने देतो एहसास कौन करे
कुछ लोग ख़्वाब खरीदने के लिए नींद बेच देते हैं, कुछ लोग ज़मीन खरीदने के लिए ज़मीर बेच देते हैं।
ना करू बयां जज़्बात कभी, दिल उलझन में फस जाता है,किसको कहु में अपना, यहां नकाब सभी का दिख जाता है!!
वक़्त नूर को बे-नूर कर देता है,छोटे से जख्म को नासूर कर देता है,कौन चाहता है अपनों से दूर रहना,पर वक़्त सबको मजबूर कर देता है।
“ कमाल के हैं वो लोगजो मुझे अपना बताते हैं,दुआएं भी देते हैं औरझूठी कसमें भी खाते हैं…!!!
“ इस ज़िन्दगी के सफर मेंकुछ बेगाने अपने बन गये,जो रिश्तों में थे अपनेवो अब बेगाने बन गये….!!
अपनों से गिला बस इसी बात का हैं की मुझेअपनों में भी अभी तक कोई अपना नहीं मिला।
जंग अपनों से नहींबुरे हालातों से है,क्यूंकि जब हालात अच्छे थेतब वो भी वफादार थे।
“ पहले लड़ना और मनानारोज़ का काम होता था..अब तो पहली तकरार हीरिश्ते ख़त्म कर देती है…!!
जो अपने होते हैं वो तो दुआओं से डर को दूर भगा देते हैं,हिम्मत को बढाकर नया अहसास जगा देते हैं |
पैसे कमाए ज़िन्दगी को खर्च कर, अब ले जा भी नहीं सकते पैसे ऊपर जेब में रख कर।
जोश में हों कर होश खोना नहीं,अपने है अपनों को धोखा देना नहीं।
आज कल अपने साथ नहीं सिर्फ राय दिया करते हैं।
जीवन के सफ़र में कई बेगाने अपने बन गए,पर जो अपने थे वो बेगाने हो गए ।
अपनों का प्यार अगर एक साथ मिल जाता है तो खुशियों से भरा हमें ये संसार दिखने लग जाता है।

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