Shayari For Annual Function Anchoring In Hindi | Best Funny Shayari For Anchoring In Hindi

एन्युअल फंक्शन हमारी स्कूल की बेस्ट यादों में से एक होता हैं, क्यूंकि ये एक ऐसा फंक्शन होता हैं जिनमे हम सबने बहोत मजे किये होते हैं | अगर आपके स्कूल के फंक्शन में आप एंकरिंग के लिए शायरिया ढूंढ रहे हैं तो यहाँ पे आपको बेस्ट Shayari For Annual Function Anchoring In Hindi मिलेंगी जिससे आपको कही और ढूंढने की जरुरत नहीं रहेगी |

2024-10-02 06:31:01 - Milan

हमारी स्वागत में लोगबिन बुलाये आते हैक्योकि यहाँ स्वागतमें फूल नहीं पकेबिछाये जाते है
कुछ परिंदे उड़ रहे Hai आँधियों के सामने,उनमें ताकत Naa सही पर होसला होगा ज़रूर।इसी तरह तक आगे बढ़ते रहे तो देखना,तय समंदर तक Ek दिन फासला होगा ज़रूर।।
तुमको मिल सकता Hai मुझसे बेहतर तोहमको मिल सकता Hai तुमसे बेहतरलेकिन तुम और Hum ग़र मिल जाएं तोकुछ और नहीं Ho सकता इससे बेहतर।
तुमको देखेगे सितारे तो स्याह मंगेगे.और प्यासे तेरी जुल्फों से घाटा मांगेगे.अपने कंधे से दुपटे को ना सरकने देना.वरना बूढ़े भी जवानी कि दुआ मांगेगे.
“ना जाने कब कोई अपना रूठ जाए,ना जाने कब कोई अश्क आँखों से छूट जाए,कुछ पल हमारे साथ भी मुस्कुरा लिया करो यारो,न जाने कब तुम्हारे दांत टूट जाए।”
“अपनी एक ज़मी, अपना एक आकाश पैदा कर,तू अपने लिए एक नया इतिहास पैदा कर…मांगने से कब मिली है ख़ुशी मेरे दोस्त,तू अपने हर कदम पर विश्वास पैदा कर।”
बंधन में है दिल एक बहाली तो बनती है,नीरस से माहौल में एक खुशहाली तो बनती है,यह रंग जो बिखरे है पर्दें पर गर समेटने है तो,जनाब आपकी एक ताली तो बनती है।
तो हम जब तक अथिति अपना स्थान ग्रहण न कर ले तब तक तक आप कुछ ऐसा बोल सकते है।
मंजिल उनिको मिलती हीजिनके सपनो मैँ जान होती है,पंखो से कुछ नहीं होताहौसलों से उड़ान होती है।”
दिलों में विश्वास पैदा करता है,मन में कुछ आस पैदा करता है,मिटटी की तो कुछ बात ही अलग है,ईश्वर तो पत्थरों में भी घास पैदा करता है…
चेहरे पर हंसी और दिल में खुशी होती हैसही मायनों में यही जिंदगी होती हैऔर हंसना किसी इबादत से कम नहींकिसी और को हंसा दो तो बंदगी होती है।
जैसे अनगिनत तारों के साथ चांदनी हैं सजती,कई परिवारों के साथ महफिले हैं बनती,हँसी ठिठोली से जब गूँजता हैं प्रांगन,तभी तो खिलता हैं शादी का आँगन…
कार्यक्रम में खुशियों का महोत्सव हो जाएगा,समंदर में लहरों का महोत्सव हो जाएगा,शोभा आपकी और हमारी दो दूनी चार होगी,जब आपकी तालियों का महोत्सव हो जाएगा…
मिलते तो बहुत लोग Hai ज़िन्दगी की राहों में,मगर हर किसी Me आप जैसी बात नहीं होती।।
मुहोब्बत का एक हसीं अहसास हूँ में,हर पल में घुल जून कुछ एसा खास हूँ में…पूरी उम्र जपो यद् रहे आपको,इस शाम का वो हसीं आगाज़ हूँ में ||
रौनक़-ए-बज़्म नहीं था कोई तुझ से पहलेरौनक़-ए-बज़्म तिरे बा’द नहीं है कोई।
ग़र ख़ुद के साथ ज़ीना आ जायेटूटे हुओं के ज़ख्मो को सीना आ जायेहर पल बरसती है नियामतें कायनात कीबस हर दिन की मुबारक देना आ जाए
तुम आ गए Ho तो कुछ चाँदनी सी बातें होंज़मीं पे चाँद कहाँ रोज़ रोज़ उतरता Hai
“दिल में कोई गम नहींबातों में कोई दम नहीं,ये ग्रुप है नवाबो कायहाँ कोई किसीसे कम नहीं।”
छु ले आसमां जमी की तलाश ना कर,जी ले ज़िन्दगी ख़ुशी की तलाश ना कर |तक़दीर बदल जाएगी खुद ही मेरे दोस्त,मुस्कुराना सिख ले ख़ुशी की तलाश ना कर ||
“मंजिल उन्हीं को मिलती है,जिनके हौसलों में जान होती है…और कार्यक्रम में कृषि उन्ही को मिलती है,जिनकी आयोजको से पहचान होती है।”
सारे दुःख मिटा दो चेहरे की हंसी सेगमों की आग बुझा दो चेहरे की हँसी सेहर कोई खुश रह नहीं सकता चाह कर भीखुशी का राज बता दो चेहरे की हँसी से।
जन-जन की उम्मीद जो, हर मन की जो आस,पुलकित आयोजक हुये, पाकर उनको पास ह्रदय डुबोकर हर्ष में, मुदित भाव भर नैन,चलो बजाकर तालियाँ, स्वागत कर लें आज।
कुछ बयां कर देता हूंकुछ छूपा लेता हूंमै अपनी मुस्कान से हीखूद को मना लेता हूं
ऐ खुदा अपनी अदालत में हम सबके लिए ज़मानत रखना,हम रहे या ना रहें, हमारे दोस्तों को यूँ ही सलामत रखना।।
देखा है तुम्हारे आगे,शर्मा के फूलों को मुरझाते,ए जहाँ को घायल करने वालेतुम डिओडोरेंट क्यों नहीं लगाते।
मुस्कुराने की मकसद ना ढूंढवरना जिंदगी यूं ही कट जाएगीकभी बेवजह मुस्कुरा के देखतेरे साथ साथ जिंदगी भी मुस्कुराएगी
अपनी एक ज़मी, अपना एक आकाश पैदा कर,तू अपने लिए एक नया इतिहास पैदा कर…मांगने से कब मिली है ख़ुशी मेरे दोस्त,तू अपने हर कदम पर विश्वास पैदा कर।।
तुम जो आए हो तो शक्ल-ए-दर-ओ-दीवार है औरकितनी रंगीन मिरी शाम हुई जाती है
कार्यक्रम start होने से पहले हम खास अथिति का इंतज़ार करते है जिसके आने के बाद ही कार्यक्रम का आगाज़ होता है
सौ चाँद भी चमकेंगे तो क्या बात बनेगीतुम आए तो इस रात की औक़ात बनेगी
मुस्कुराने की मकसद ना ढूंढवरना जिंदगी यूं ही कट जाएगीकभी बेवजह मुस्कुरा के देखतेरे साथ साथ जिंदगी भी मुस्कुराएगी।
वाह क्या बात है (ऊंची आवाज में) इनकी इस ताबड़तोड़ परफॉर्मेंस को देखते हुए मुझे एक शेर याद आ रहा है
सुनता हूँ मैं कि आज वो तशरीफ़ लाएँगेअल्लाह सच करे कहीं झूटी ख़बर न हो
आज के दिन को सर झुकाकर करें सज़दामन की उमंगों को पँख लग जायेंगेभर लिया ख़ुद को दुआओं से इस दिनतो दूसरों के लिए भी दुआ कर पाएंगे।
ताली आप बजाओगे, बिखर जायेगा नूर,बज जायेगा ह्रदय में, बच्चों के संतूर,अधिक परिश्रम से किया, इनने आज धमाल,ये बच्चे हक़दार हैं, ताली हो भरपूर।
औरत कभी खिलौना नहीं होती, परमात्माके बाद पूजनीय औरत ही होती है जो मौतकी गौद में जाकर जिंदगी को जन्म देती है.महिला दिवस की हार्दिक बधाई.
बूझी शमा भी जल सकती है,तुफानो से कश्ती भी निकल सकती है |हो के मायूस यूँ ना अपने इरादे बदल,तेरी किस्मत भी कभी बदल सकती है ||
शुक्रिया तेरा तिरे आने से रौनक़ तो बढ़ीवर्ना ये महफ़िल-ए-जज़्बात अधूरी रहती
ज़िन्दगी तब बहतर होती है जब हम खुश होते हैं,लेकिन ज़िन्दगी तब बहतरीन होती है जब हमारी वजह से कोई खुश होता है।।
हर सुबह एक नई शुरुआत लाती हैपुरे दिन के नेक संकल्प सजाती हैजिसने जाना हर दिन है होता शुभये सुबह उसी को ख़ूबसूरत बनाती है
शुक्रिया तेरा तिरे आने से रौनक़ तो बढ़ीवर्ना ये महफ़िल-ए-जज़्बात अधूरी रहती
ज़िन्दगी तब बहतर होती है जब हम खुश होते हैं,लेकिन ज़िन्दगी तब बहतरीन होती है जब हमारी वजह से कोई खुश होता है।।

Best Hindi Shayari For Annual Function Anchoring

तब तिरछी नजरों से उन्होंने हमको देखा,तो हम मदहोश हो गएजब पता लगा उनकी नज़रे ही तिरछी हैतो हम बेहोश हो गए।
श्री कृष्ण कहते है,किसी को प्रेम देना सबसे बड़ा उपहार है,ओर किसी से प्रेम पाना सबसे बड़ा सम्मान है । ❤️
पूजा हो मंदिर Me तो थाली भी चाहिए,गुलशन Hai गुल का तो माली भी चाहिए है,दिल Hai दिलवाला तो दिलवाली भी चाहिए,कार्यक्रम Hai हमारा तो आपकी ताली भी चाहिए…
शुक्रिया तेरा तिरे आने से रौनक़ तो बढ़ीवर्ना ये महफ़िल-ए-जज़्बात अधूरी रहती।
सुबह उठकर तुम्हारा मैसेज देखनारेगिस्तान में पानी देखने जितनी खुशी देता है । 🙃
दिल और दिमाग एक ही जिद पर अड़े हैं,सबकुछ छोड़कर दोनों लड़की के पीछे पड़े हैं..
उसने कहा क्यों मुझे टूट कर चाहा.मैंने कहा  दिमाग से खाली थी और कोई बात नही.
मन में चलकर मोर होना तो चाहिए इसशाम में थोड़ा शोर भी होना चाहिए।
अर्ज किया है,रजवाड़े में उस रहे थे हाथी,रजवाड़े में उड़ रहे थे हाथी,इतने गौर से क्या सुन रहे,कभी देखे है उड़ते हाथी।
वैल्कम डांस करने के लिए आ रही हैं  इनका तालियों के साथ स्वागत कीजिये,प्यारी परी के सुंदर डांस के बाद, अब घर की देसी गर्ल्स की हैं बारी,
दिल को सुकून मिलता हैं मुस्कुराने से.महफ़िल में रौनक आती है दोस्तों के आने से,
खुशियों से तेरा आंगन छलकता रहे,फूलों की वादियों से जीवन महकता रहे,चांद सूरज है आसमान में जब तक,तेरी जिंदगी का सितारा तब तक चमकता रहे…
“अपनी एक ज़मी, अपना एक आकाश पैदा कर,तू अपने लिए एक नया इतिहास पैदा कर…मांगने से कब मिली है ख़ुशी मेरे दोस्त,तू अपने हर कदम पर विश्वास पैदा कर।”
दिखा मिला जब प्यात में हमे,ज़िन्दगी में उदासी छा गयी,सोचा था छोड़ देंगे प्यार करना,पर आज मोहल्ले में दूसरी आ गयी।
ये माना की जिंदगी की राह आसान नहींपर मुस्कुराकर चलने में कोई नुकसान नहीं।
अपनी कद्रदानी को,इस तरह ना छिपाइए,अगर प्रस्तुति पसंद आई हो,तो तालियाँ बजाइये।
इतनी सुंदर प्रस्तुति, इतना सुंदर काम,शाबाशी कर दीजिये, इन बच्चों के नाम खुलकर दे दो तालियाँ, इन परियों को आज,सबने अपने काम को, ख़ूब दिया अंजाम।
कुछ परिंदे उड़ रहे हैं आँधियों के सामने,उनमें ताकत ना सही पर होसला होगा ज़रूर।इसी तरह तक आगे बढ़ते रहे तो देखना,तय समंदर तक एक दिन फासला होगा ज़रूर।
छु ले आसमां जमी की तलाश ना कर, जी ले ज़िन्दगी ख़ुशी की तलाश ना कर| तक़दीर बदल जाएगी खुद ही मेरे दोस्त, मुस्कुराना सिख ले ख़ुशी की तलाश ना कर||
दिन निकला हर दिन जैसापर आज का दिन कुछ ख़ास होअपने लिए तो जीते है रोजआज सबके भले की अरदास हो।
कार्यक्रम में खुशियों का महोत्सव Ho जाएगा,समंदर में लहरों का महोत्सव Ho जाएगा,शोभा आपकी और हमारी Do दूनी चार होगी,जब आपकी तालियों का महोत्सव Ho जाएगा…
ग़र ख़ुद के साथ ज़ीना आ जायेटूटे हुओं के ज़ख्मो को सीना आ जायेहर पल बरसती है नियामतें कायनात कीबस हर दिन की मुबारक देना आ जाए
उम्मीद है पोस्ट आपको पसंद आई हो तो पोस्ट like share और कमेंट जरुर करे और अपने मिलने वालो को अवश्य बताये !
अर्ज़ किये है…खिड़की से झाँक के देखा तो रस्ते में कोई नहीं था,वाह वाह… फिर रस्ते में जा कर देखा…तो खिड़की पर कोई नहीं था।
मिलते तो बहुत लोग है ज़िन्दगी की राहों में,मगर हर किसी में आप जैसी बात नहीं होती।।
ये कलयुग हैं साहब,यहाँ भीड़ को रश कहते हैं,और जो भीड़ में पसंद आ जाए,उसे क्रश कहते हैं…
जीत की खातिर बस जुनून चाहिए, जिसमें उबाल हो एसा खून चाहिए| यह आसमां भी आएगा ज़मी पर, बस इरादों में जीत कि गुंज चाहिए||
ठीक नहीं कहना मेरा सबसे यह हर बार,करतल ध्वनि हो जाये तो हो जाये उपकार,बिना कहे बजती रहें हर प्रस्तुति के बाद,तड़-तड़ वाली तालियाँ तब है कोई बात।
हार को जेट की एक दुआ मिल गईतपन मौसम में ठंडी हवा मिल गई।आप आये श्री मान जी यू लगा,जैसे तकलीफ को कुछ दवा मिल गई.
ये माना की जिंदगी की राह आसान नहींपर मुस्कुराकर चलने में कोई नुकसान नहीं
ऐ खुदा अपनी अदालत में हम सबके लिए ज़मानत रखना, हम रहे या ना रहें, हमारे दोस्तों को यूँ ही सलामत रखना||
जैसा कि हमारे मारवाड़ की परंपरा रही है कि हम अपने अथिति का स्वागत करने में हमेशा तत्पर रहते है-
हर मायूस को हंसाने काकारोबार है अपनादिलो का दर्द खरीद लेते हैंबस यही रोजगार अपना
आओ आज मुश्किलों को हराते हैंचलो आज दिन भर मुस्कुराते हैं।
पूजा हो मंदिर में तो थाली भी चाहिए,गुलशन है गुल का तो माली भी चाहिए है, दिल है दिलवाला तो दिलवाली भी चाहिए,कार्यक्रम है हमारा तो आपकी ताली भी चाहिए…
चलता रहूँगा मंजिल की और, चलने में माहिर बन जाऊंगाया तो मंजिल मिल जाएगी या अच्छा मुसाफिर बन जाऊंगा ||
देख पोस्ट मेरी अच्छी है सोच मेरी अच्छी है.BUT अभी भी तुझे नही आया पसंद तो.यार तू अभी बोर्न  बेबी है.
जिसने बस त्याग ही त्याग किए,जो बस दूसरों के लिए जिए,फिर क्यों उसको धिक्कार दो,उसे जीने का अधिकार दो।
ये जो मेरे चहरे की मुस्कान है,इसकी वजह मेरी जान है । 🖤
शाम सूरज को ढलना सिखाती हैशमा परवाने को जलना सिखाती हैं,गिरने वालो को होती है तकलीफपर ठोकर ही इंसान को चलना सिखाती।
आप मुस्कुराते भी खूब हो फिर,आप दूसरा शर्माते भी खूब हो.दिल तो चाहता है आपको दावत पे बुलाऊ,मगर सुना है आप खाते भी खूब हो.
अपनी एक ज़मी, अपना एक आकाश पैदा कर,तू अपने लिए एक नया इतिहास पैदा कर।मांगने से कब मिली है ख़ुशी मेरे दोस्त,तू अपने हर कदम पर विश्वास पैदा कर।।
कार्यक्रम में खुशियों का महोत्सव हो जाएगा,समंदर में लहरों का महोत्सव हो जाएगा,शोभा आपकी और हमारी दो दूनी चार होगी,जब आपकी तालियों का महोत्सव हो जाएगा।

Shayari for Anchoring in Hindi

ये नन्हे फुल तब महकते हैंजब खुदा की नीली छत्रियां तनती हैंइन नन्हे मुन्हे फरिश्तो क लिएजोरदार तालियाँ तो बनती हैं।
मीठी बात और चेहरे पर मुस्कान,ऐसे लोग ही है हमारी महफ़िल के शान।
जो लड़कियां शादी के पहले भाव खाती है.शादी के बाद वो किसी तकले के साथ बड़ा पाँव खाती है.
अब में college की प्रिंसिपल……… से निवेदन करती हूं वो sir को स्मृति चिन्ह देकर उनका स्वागत कर।
ठीक नहीं कहना मेरा सबसे यह हर बार,करतल ध्वनि हो जाये तो हो जाये उपकार, बिना कहे बजती रहें हर प्रस्तुति के बाद,तड़-तड़ वाली तालियाँ तब है कोई बात…
“शाम सूरज को ढलना सिखाती हैशमा परवाने को जलना सिखाती हैं,गिरने वालो को होती है तकलीफपर ठोकर ही इंसान को चलना सिखाती।”
मीठी बात और चेहरे पर मुस्कान,ऐसे लोग ही है हमारी महफ़िल के शान।
न पूजा न रानी अपना तो एक ही उसूल है.भाई हर लडकी पर तरी मारू.
इम्तिहान समझकरसारे गम सहा करोशख़्सियत महक उठेगीबस खुश रहा करो
अजब सी हालत है तेरे जाने के बाद,मुझे भूख लगती नहीं खाना खाने के बाद,मेरे पास दो ही समोसे थे जो मैंने खा लिए,एक तेरे आने से पहले, एक तेरे जाने के बाद।
झुक कर तेरे आगे इकरार करता हु,मेरी जान में तुमसे बहोत प्यार करता हु । 💚
एक ना एक दिन यह कहानी बनेगी जरूर,तुम्हारी मम्मी मेरे बच्चो की नानी बनेगी जरूर । 👽
मुहोब्बत का एक हसीं अहसास हूँ में,हर पल में घुल जून कुछ एसा खास हूँ में।पूरी उम्र जपो यद् रहे आपको,इस शाम का वो हसीं आगाज़ हूँ में।।
निकाल दे अपने दिल से हर डर को,नजारे मिलेंगे नए फिर तेरी नजर को,दामन भर जाएगा सितारों से तेरा,ये दुनिया देखेगी तब तेरे उभरते हुनर को…
अपनी कद्रदानी को,इस तरह ना छिपाइए,अगर प्रस्तुति पसंद आई हो,तो तालियाँ बजाइये…
पहले के जमाने मे लोग सफल हुआ करते थे.और आजकल लोग वायरल हुआ करते है.
“जिंदगी का हर पल हो उत्सव, ऐसे कृत्य हो जाएं कदम ऐसे पड़े धरती पर की जीवन नृत्य हो जाए”।
मीठी बात और चेहरे Par मुस्कान,ऐसे लोग ही Hai हमारी महफ़िल के शान।
अपनी एक ज़मी, अपना एक आकाश पैदा कर,तू अपने लिए एक नया इतिहास पैदा कर…मांगने से कब मिली है ख़ुशी मेरे दोस्त,तू अपने हर कदम पर विश्वास पैदा कर।।
मिलते हो बहुत लोग है ज़िन्दगी की राहों में,मगर हर किसी में आप जैसी बात नहीं होती।
पूजा हो मंदिर में तो थाली भी चाहिए,गुलशन है गुल का तो माली भी चाहिए है,दिल है दिलवाला तो दिलवाली भी चाहिए,कार्यक्रम है हमारा तो आपकी ताली भी चाहिए।
मेरी पसंद हंमेशा से लाजवाब थी,यकीन न हो तो खुद को देखले । ❤️
तो आइए आज अब स्कूल और college की एंकरिंग को और interesting बनाते है और उसमें शब्दो से नयी जान लाने का प्रयास करते है
वो नाराज होकर भी मनाता है मुझे,ओर में गलत होकर भी नखरे दिखाती हूं । 😊
शब्दों के इत्तेफाक़ मेंयूँ बदलाव करके देखतू देख कर न मुस्कुराबस मुस्कुरा के देख।
सर्वप्रथम सरस्वती पूजन और दीप प्रज्वलन के लिए में संस्थान के अध्यक्ष….……..,मुख्य अथिति…….. और प्राचार्य को आमंत्रित करती हूं।
बिना बात की लड़ाई,और मेडिकल की पढ़ाई,अकसर लड़कियां ही करती हैं।
खुशी देता है तेरा हस्ता चेहराबिना तेरे क्या है मेरा । 🖤
जिव्हा बैठीं सरस्वती, शब्द-शब्द है नूर,मुख्य अतिथि का स्वागतम, दिल से हो भरपूर भाषण बहुत कमाल था, अनुपम सुने विचार,ख़ूब बजाओ तालीयाँ, ये सच्चे हकदार।
आपके हर गुनाह की माफी है,आप जो रोये तो बहुत नाइंसाफी है,आपकी आँखों में ना आये कभी पानीकियोकि,बहने के लिए तो आपकी नाक ही काफी है।”
मुहोब्बत का एक हसीं अहसास हूँ में,हर पल में घुल जून कुछ एसा खास हूँ में…पूरी उम्र जपो यद् रहे आपको,इस शाम का वो हसीं आगाज़ हूँ में।।
“देखा है तेरे आगे,सरमा कर फूलों को मुरझाते,ए पूरी दुनिया को घायल करने वाले,तुम क्यों नहीं रोज नहाते!!”
हेलो नमस्कार….कैसे हो मेरे सभी भाईयो और उनकी बहनों ….
तुमको मिल सकता है मुझसे बेहतर तोहमको मिल सकता है तुमसे बेहतरलेकिन तुम और हम ग़र मिल जाएं तोकुछ और नहीं हो सकता इससे बेहतर।
“दिलों में विश्वास पैदा करता है,मन में कुछ आस पैदा करता है,मिटटी की तो कुछ बात ही अलग है,ईश्वर तो पत्थरों में भी घास पैदा करता है…”
मंजिल उनिको मिलती हीजिनके सपनो मैँ जान होती है,पंखो से कुछ नहीं होताहौसलों से उड़ान होती है।
स्नेहपूर्ण प्यार से बंधी हैं रेशमसी डौर,जिसके प्यार की सीमा का नहीं है छौर,ले रहे हैं जो एक सपनों की उड़ान,उनके प्यार की खुशबू महक रही है चहुओर…
हमारी महफ़िल में लोग बिन बुलायें आते हैं,क्योकि यहाँ स्वागत में फूल नहीं पलकें बिछाये जाते हैं।
पूजा हो मंदिर में तो थाली भी चाहिए,गुलशन है गुल का तो माली भी चाहिए है,दिल है दिलवाला तो दिलवाली भी चाहिए,कार्यक्रम है हमारा तो आपकी ताली भी चाहिए।
बंधन में है दिल एक बहाली तो बनती है,नीरस से माहौल में एक खुशहाली तो बनती है,यह रंग जो बिखरे है पर्दें पर गर समेटने है तो,जनाब आपकी एक ताली तो बनती है…
आज कुछ शर्माए से लगते हो,सर्दी के कारण कपकपए से लगते हो,चेहरा आपका खिलखिलाये सा लगता है,हफ्ते के बाद नहाए से लगते हो।
अर्ज किया है…की बाहर जाने से पहले खिंजा आ गई…और फूल खिलने से पहले बकरी खा गई।
प्यार में गुस्सा और शक वही करता है,जो आपको खोना नही चाहता । 😊

मंच सञ्चालन के लिए शायरियाँ

सितारों की रोशनी चाँद से कम निकले.तुझे देखते ही हस हस के मेरा दम निकले.
जो दिल का हो खूबसूरतखुदा ने ऐसे लोग कम बनाये हैजिन्हे ऐसा बनाया है खुदा नेआज वो हमारी महफ़िल में आये है।.
तो फिर एक बार और जोरदार तालिया हो जाए (कॉलेज या स्कूल का नाम) के लिए
ये माना की जिंदगी की राह आसान नहींपर मुस्कुराकर चलने में कोई नुकसान नहीं
“चम चम करती चाँदनीटिम टिम करते तारे..ताली कोई नई बजा रहेशोक सभा में आये क्या सारे!!”
अब पधारे गए मुख्य अथिति……… का परिचय देने के लिए में …….. को आमंत्रित करती हूं।
दिन निकला हर दिन जैसापर आज का दिन कुछ ख़ास होअपने लिए तो जीते हैं रोजआज सबके भले की अरदास हो।
दुनियां का हर शौक पला नहीं जाता,कांच के खिलोनो को उछाला नहीं जाता |महनत करने से हो जाती है मुश्किले आसान,क्यों की हर कम तक़दीर पर टाला नहीं जाता ||
तुमको मिल शक्ति है मुझसे बेहतर तोहमको मिल सकता है तुमसे बेहतरलेकिन तुम और हम ग़र मिल जाएं तोकुछ और नहीं हो सकते इससे बेहतर।
दिलों में विश्वास पैदा करता Hai,हम सुब में कुछ आस पैदा करता Hai…मिटटी की बात तो अलग Hai,इश्वर तो पत्थरों में भी घास पैदा करता Hai।।
जब हम उनके घर गए…कहने दिल से दिल लगा लो,उनकी माँ ने खोला दरवाज़ा,हम घवरा के बोले..आंटी बच्चो को पोलियो ड्राप पिलवा लो।
शब्दों Ka वजन तो हमारे बोलने के भाव से पता चलता हैं,वैसे तो, दीवारों Par भी “वेलकम” लिखा होता हैं।
आओ आज मुश्किलों को हराते Haiचलो आज दिन भर मुस्कुराते Hai
वाह क्या बात है इतनी जबरदस्त परफॉर्मेंस देखकर हमें एकदम एक शेर याद आ गया है जिसका अर्ज कीजिएगा की
वो आए घर में हमारे ख़ुदा की क़ुदरत है कभीहम उन को कभी अपने घर को देखते हैं।
“आँखों में आंसू और चेहरे पर नमी है,सांसो में अहले दिल में बेबसी है,पहले क्यों नहीं बताया यार,दरवाज़े में तेरी ऊँगली फसी है।”
जब मै कहने गया था.दिल से दिल की बाते.तो हडबड़ा कर.गिर गया था कीचड़ पर साले.वो मुझे देख कर.पहचान नहीं पाई.उसने कोई पागल समझ कर.मेरी कर दी कुटाई.
सुबह सुबह घरवाले ऐसे उठाते हैं,जैसे कि तीसरा विश्वयुद्ध शुरू हो गया हैं,और मैं आखरी सैनिक बचा हुआ हूँ।
मन मचल के मोर होना चाहिए,संगीत की शाम है, थोडा शोर होना चाहिए,दिखाने को तो रात भर डांस दिखाए हम आपको,मगर आपकी तालियों में भी थोडा जोर होना चाहिए…
आये वो हमारी महफ़िल में कुछ इस तरहकी हर तरफ चाँद-तारे झिलमिलाने लगे,देखकर दिल उनको झूमने लगासब के मन जैसे खिलखिलाने लगे.
“दिलों में विश्वास पैदा करता है,मन में कुछ आस पैदा करता है,मिटटी की तो कुछ बात ही अलग है,ईश्वर तो पत्थरों में भी घास पैदा करता है…”
आपका स्वागत करनेहम सब मिलकर आये है,चेहरे पर मुस्कान और हाथों मेंफूलों की माला लाये है।
शब्दों के इत्तेफाक़ मेंयूँ बदलाव करके देखतू देख कर न मुस्कुराबस मुस्कुरा के देख
जो खो गया उसके लिए रोया नहीं करते,जो पा लिया उसे खोया नहीं करते |उनके ही सितारे चमकते है ए दोस्,जो मजबूरियों का रोना रोया नहीं करते ||
सारे दुःख मिटा दो चेहरे की हंसी seगमों की आग बुझा दो चेहरे की हँसी Seहर कोई खुश रह नहीं सकता चाह Kar भीखुशी का राज बता दो चेहरे की हँसी Se
कुछ ही समय मे कार्यक्रम चालू होने वाला है जब तक आप सब अपना स्थान ग्रहण कर ले ।
जोड़ने वाले को मान मिलता है,तोड़ने वाले को अपमान मिलता है,और जो खुशियाँ बाँट सके,दुनिया मे उसे सम्मान मिलता है…
सुना है आज कल नाजो नखरेकिसी और के उठाने लगे हो.क्या बे आज कल कितने तरीकोसे मुझे जलाने लगे हो.
हसी तेरे चहरे पर रहे सदा, यह दुआ है मेरी.तेरी माशूका बन जाये GF मेरी.
जिस तरह चाहे हमे आजमा लेहम तेरा साथ छोड़ कर नही जायेगे। 😊
ना संघर्ष, ना तकलीफें…क्या है मजा फिर जीने में| तूफान भी थम जाएगा, जब लक्ष्य रहेगा सीने में||
शब्दों का वजन तो हमारे बोलने के भाव से पता चलता हैं,वैसे तो, दीवारों पर भी “वेलकम” लिखा होता हैं।
सारे दुःख मिटा दो चेहरे की हंसी सेगमों की आग बुझा दो चेहरे की हँसी सेहर कोई खुश रह नहीं सकता चाह कर भीखुशी का राज बता दो चेहरे की हँसी से
झिलमिल सितारे सारे करते आपको वंदन हैपधारे गये अथितियो को हमारा सत सत अभिन्नन्दन है।
कुछ बयां कर देता हूंकुछ छूपा लेता हूंमै अपनी मुस्कान से हीखूद को मना लेता हूं
जैसा मूड हो वैसामंजर होता Haiमौसम तो हर इंसान केअंदर होता Hai
मुद्दत Se आता हर दिनज़िन्दगी Me नई उम्मीद जागेआज Ka दिन बख्शे खुशियां आपकोनेक कामों Se सबके नसीब जागे
मंच को जीतना आपके लिए आसान है या यह भी कह दू आप बन सकते है एंकरिंग के जादूगर Buy Now
अपनी एक ज़मी, अपना एक आकाश पैदा कर, तू अपने लिए एक नया इतिहास पैदा कर… मांगने से कब मिली है ख़ुशी मेरे दोस्त, तू अपने हर कदम पर विश्वास पैदा कर||
में……. sir स्व निवेदन करुँगी की वो ……..sir का माल्यापर्ण कर स्वागत कर।
वो आए घर Me हमारे ख़ुदा की क़ुदरत है कभीहम उन Ko कभी अपने घर को देखते हैं।
हर मायूस को हंसाने काकारोबार है अपनादिलो का दर्द खरीद लेते हैंबस यही रोजगार अपना।
वो आये गये जिनका इंतज़ार था,आओ हम खुशियों के दिये जला लें आज के मुख्य अतिथि के स्वागत में,सब लोग जोरदार तालियाँ बजा दें।

वार्षिक समारोह के लिए शायरी

कुछ परिंदे उड़ रहे हैं आँधियों के सामने,उनमें ताकत ना सही पर होसला होगा ज़रूर।इसी तरह तक आगे बढ़ते रहे तो देखना,तय समंदर तक एक दिन फासला होगा ज़रूर।।
मुहोब्बत का एक हसीं अहसास हूँ में, हर पल में घुल जून कुछ एसा खास हूँ में… पूरी उम्र जपो यद् रहे आपको, इस शाम का वो हसीं आगाज़ हूँ में||
चेहरे पर हंसी और दिल में ख़ुशी होती हैसही मायनों में यहि जिंदगी होती हैऔर हसना किसी इबादत से कम नहींकिसी और को हँसा दो तो बंदगी होती है।
जिनको हम चुनते हैवो ही हमे घंटे है,चाहे बीवी हो या नेतादोनों कहां सुनते है..!!
“फराज सुनो नाराज हो क्या,फराज सुनो नाराज हो क्या,आप लोग इतने गौर से क्यों सुन रहे,आप फराज हो क्या?”
चंदा की चकोरी से कभी बात ना होती, गर तुमसे हमारी ये मुलाकात ना होती| इस शाम के लोगों में कुछ बात हे यारों, वरना तो कभी इतनी हसीं रात ना होती||
ग़र ख़ुद के साथ ज़ीना आ जायेटूटे हुओं के ज़ख्मो को सीना आ जायेहर पल बरसती है नियामतें कायनात कीबस हर दिन की मुबारक देना आ जाए।
चेहरे पर हंसी और दिल Me खुशी होती हैसही मायनों Me यही जिंदगी होती हैऔर हंसना किसी इबादत Se कम नहींकिसी और Ko हंसा दो तो बंदगी होती है
इम्तिहान समझकरसारे गम सहा करोशख़्सियत महक उठेगीबस खुश रहा करो
हार को जीत की इक दुआ मिल गई,तप्त मौसम में ठंडी हवा मिल गई,आप आये श्रीमान जी यूँ लगाजैसे तकलीफो को कुछ दवा मिल गई.
स्वागत की इस कड़ी को आगे बढ़ाते हुए में ……. sir से निवेदन करुँगी की वो ……… को साफा पहनाकर उनका स्वागत कर।
सुनता हूँ मैं कि आज वो तशरीफ़ लाएँगेअल्लाह सच करे कहीं झूटी ख़बर न हो
दर्दे दिल बयाँ करने हैं आये,आखिर बार दुल्हे को समझाने हैं आये,शादी नहीं हैं वो लड्डू जिसे खाकर बस मजा आये,ये तो वो फंदा हैं जिस गले पड़े वो पछताये…
अपनी कद्रदानी को,इस तरह Naa छिपाइए,अगर प्रस्तुति पसंद आई Ho,तो तालियाँ बजाइये……
शाम सूरज को ढलना सिखाती हैशमा परवाने को जलना सिखाती हैं,गिरने वालो को होती है तकलीफपर ठोकर ही इंसान को चलना सिखाती।”
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बहुत मस्त हो तुम लोगो की नजरो से बचके रहो.आँखों में काजल के साथ, गले में भी निम्बू मिर्चीकी माला लटकाया करो.
वो आए घर में हमारे ख़ुदा की क़ुदरत है कभीहम उन को कभी अपने घर को देखते हैं।
दिन निकला हर दिन जैसापर आज का दिन कुछ ख़ास होअपने लिए तो जीते हैं रोजआज सबके भले की अरदास हो।
“अपनी एक ज़मी, अपना एक आकाश पैदा कर, तू अपने लिए एक नया इतिहास पैदा कर… मांगने से कब मिली है ख़ुशी मेरे दोस्त, तू अपने हर कदम पर विश्वास पैदा कर।”
मसेंजर पर बात कर के उनसे हमारी नीद उडी.सामने मिली तो वजन था 75 और नाम था पंखुड़ी.
कौन करेगा मुझसे शादी,मुझें तो सिर्फ मैग्गी बनाना ही आता हैं..
“मंजिल उनिको मिलती ही जिनके सपनो मैँ जान होती है, पंखो से कुछ नहीं होता हौसलों से उड़ान होती है।”
ऐ खुदा अपनी अदालत में हम सबके लिए ज़मानत रखना,हम रहे या ना रहें, हमारे दोस्तों को यूँ ही सलामत रखना।।
ठीक नहीं कहना मेरा सबसे यह हर बार,करतल ध्वनि हो जाये तो हो जाये उपकार,बिना कहे बजती रहें हर प्रस्तुति के बाद,तड़-तड़ वाली तालियाँ तब है कोई बात…
दिल को सुकून मिलता हैं मुस्कुराने से.महफ़िल में रौनक आती है दोस्तों के आने से,
बूझी शमा भी जल सकती है, तुफानो से कश्ती भी निकल सकती है| हो के मायूस यूँ ना अपने इरादे बदल, तेरी किस्मत भी कभी बदल सकती है||
कलाकार ने खींच दी, रेखा इक गम्भीर,सच का करके सामना, नैनन आया नीर जोरदार हो तालियाँ, शहर भले हिल जाय,इस प्रस्तुति से आज की, बदल गई तस्वीर।
रौनक़-ए-बज़्म नहीं था कोई तुझ से पहलेरौनक़-ए-बज़्म तिरे बा’द नहीं है कोई।
जैसा मूड हो वैसामंजर होता हैमौसम तो हर इंसान केअंदर होता है
भूल नही सकते हम वो दिन, जबआप पहेली बार मुस्कुराए थे । 😍
तुम बहुत खूबसूरत होआँखों में काजल लगाया करो,में तो कहता हूँ आँखों में काजल ही नहींगले में नींबू मिर्ची और चप्पल भी लटकाया करो।
हर सुबह एक नई शुरुआत लाती हैपुरे दिन के नेक संकल्प सजाती हैजिसने जाना हर दिन है होता शुभये सुबह उसी को ख़ूबसूरत बनाती है
सुबह होते ही जो इंसान सबसे पहलेयाद आता है, वो तुम ही हो । 🖤
हमारी महफ़िल में लोग बिन बुलायें आते हैं,क्योकि यहाँ स्वागत में फूल नहीं पलकें बिछाये जाते हैं
चेहरे पर हंसी और दिल में खुशी होती हैसही मायनों में यही जिंदगी होती हैऔर हंसना किसी इबादत से कम नहींकिसी और को हंसा दो तो बंदगी होती है
ज़िन्दगी में हमेशा मुस्कुराते रहो,जो दर्द मिले उनपे IODEX लगाते रहो।
यकीन नहीं अगर तुझे तो आज़मा के देख लेएक बार तू जरा मुस्कुरा के देख ले,जो ना सोचा होगा तूने वो भी मिलेगा तुझकोबस एक बार अपना कदम आगे बढ़ा के तो देख ले।
जीत की खातिर बस जुनून चाहिए,जिसमें उबाल हो एसा खून चाहिए |यह आसमां भी आएगा ज़मी पर,बस इरादों में जीत कि गुंज चाहिए ||
वक़्त के साथ सब बदल जाता हैं,किसी जमाने में जिसे ठेंगा कहते थे,आज उसे लाइक कहते हैं…
चाँद भी आज सरमाया है.देख कर लगता है तुझे.पागल पन का दौरा.फिर से आया है.
मुस्कुराकर, दर्द भूलकर रिश्तों में बंदथी दुनिया सारी हर पग को रोशन करनेवाली वो शक्ति है एक नारी महिला दिवसकी शुभकामनाएं.
तुम जो आए हो तो शक्ल-ए-दर-ओ-दीवार है औरकितनी रंगीन मिरी शाम हुई जाती है

Annual Function ke Liye Shayari

ये नन्हे फूल तब महकते हैं,जब खुदा की नीली छत्रियां तनती हैं,ये नन्हे मुन्हे फरिश्तो के लिए,जोरदार तालियाँ तो बनती हैं…
शब्दों का वजन तो हमारे बोलने के भाव से पता चलता हैं,वैसे तो, दीवारों पर भी “वेलकम” लिखा होता हैं।
दिलों में विश्वास पैदा करता है, हम सुब में कुछ आस पैदा करता है… मिटटी की बात तो अलग है, इश्वर तो पत्थरों में भी घास पैदा करता है||
ये नन्हे फुल तब महकते हैंजब खुदा की नीली छत्रियां तनती हैंइन नन्हे मुन्हे फरिश्तो क लिएजोरदार तालियाँ तो बनती हैं
इम्तिहान समझकरसारे गम सहा करोशख़्सियत महक उठेगीबस खुश रहा करो।
आओ आज मुश्किलों को हारते हैचलो आज दिन भर मुस्कुराते है
“शाम सूरज को ढलना सिखाती है शमा परवाने को जलना सिखाती हैं, गिरने वालो को होती है तकलीफ पर ठोकर ही इंसान को चलना सिखाती।”
तुम आ गए हो तो कुछ चाँदनी सी बातें होंज़मीं पे चाँद कहाँ रोज़ रोज़ उतरता है।
दिलों में विश्वास पैदा करता है,हम सुब में कुछ आस पैदा करता है।मिटटी की बात तो अलग है,इश्वर तो पत्थरों में भी घास पैदा करता है।।
सरे दुःख मिटा दो चेहरे की हंसी सेगमों की आग बुझा दो चेहरे की हंसी सेहर कोई खुश रह नहीं सकता चाह कर भीख़ुशी का राज बता दो चेहरे की हँसी से।
हमारी महफ़िल Me लोग बिन बुलायें आते हैं,क्योकि यहाँ स्वागत Me फूल नहीं पलकें बिछाये जाते हैं
चलता रहूँगा मंजिल की और, चलने में माहिर बन जाऊंगा या तो मंजिल मिल जाएगी या अच्छा मुसाफिर बन जाऊंगा||
ये नन्हे फुल तब महकते Haiजब खुदा Ki नीली छत्रियां तनती हैंइन नन्हे मुन्हे फरिश्तो Ke लिएजोरदार तालियाँ तो बनती Hai
उसके बाद आप कार्यक्रम को start कर सकते है। कार्यक्रम के starting में आप एक मुक्तक बोल सकते है और कार्यक्रम का आगाज़ कर सकते है।
ये नन्हे फूल तब महकते हैजब खुदा की नीली छत्रिया तनती हैइस नन्हे मुन्हे फरिश्तो के लिएजोरदार तालियाँ तो बनती है।
जिंदगी के पथ पर मिलते है कई राहगीर पर आपके जैसा हमे न मिला कोई
दिन निकला Har दिन जैसापर आज Ka दिन कुछ ख़ास होअपने लिए तो जीते Hai रोजआज सबके भले Ki अरदास हो।
हर मायूस को हंसाने काकारोबार है अपनादिलो का दर्द खरीद लेते हैंबस यही रोजगार अपना
कुछ बयां कर देता हूंकुछ छूपा लेता हूंमै अपनी मुस्कान से हीखूद को मना लेता हूं।
दिलों में विश्वास पैदा करता है,हम सुब में कुछ आस पैदा करता है…मिटटी की बात तो अलग है,इश्वर तो पत्थरों में भी घास पैदा करता है।।
मुद्दत से आता हर दिनज़िन्दगी में नई उम्मीद जागेआज का दिन बख्शे खुशियां आपकोनेक कामोंसे सबके नसीब जागे।
फिकर खुद की छोड़ दी हे मेनेतुम जो इतना ख्याल रखते हो । 💚
आज के दिन को सर झुकाकर करें सज़दामन की उमंगों को पँख लग जायेंगेभर लिया ख़ुद को दुआओं से इस दिनतो दूसरों के लिए भी दुआ कर पाएंगे।
दिल को सुकून मिलता हैं मुस्कुराने से,महफ़िल में रौनक आती है दोस्तों के आने से।
हर सुबह एक नई शुरुआत लाती हैपुरे दिन के नेक संकल्प सजाती हैजिसने जाना हर दिन है होता शुभये सुबह उसी को ख़ूबसूरत बनाती है।
अपनी एक ज़मी, अपना एक आकाश पैदा कर,तू अपने लिए एक नया इतिहास पैदा कर…मांगने से कब मिली है ख़ुशी मेरे दोस्त,तू अपने हर कदम पर विश्वास पैदा कर।।
ताली आप बजाओगे, बिखर जायेगा नूर,बज जायेगा ह्रदय में, बच्चों के संतूर,अधिक परिश्रम से किया, इनने आज धमाल,ये बच्चे हक़दार हैं, ताली हो भरपूर…
तो इस लाजवाब परफॉरमेंस के लिए एक बार फिरसे से ज़ोरदार तालिया हो जानी चाहिए। इस पर ही मुझे एक शेर याद आ रहा है।
मुस्कुराने की मकसद ना ढूंढवरना जिंदगी यूं ही कट जाएगीकभी बेवजह मुस्कुरा के देखतेरे साथ साथ जिंदगी भी मुस्कुराएगी
तेरी यादों में इतनी ताकत हैकी वो बीते कल को आजजिंदा करते है । 🌹
ताली आप बजाओगे, बिखर जायेगा नूर,बज जायेगा ह्रदय में, बच्चों के संतूर,अधिक परिश्रम से किया, इनने आज धमाल,ये बच्चे हक़दार हैं, ताली हो भरपूर…
सौ चाँद भी चमकेंगे तो क्या बात बनेगीतुम आए तो इस रात की औक़ात बनेगी
ज़िन्दगी तब बहतर होती है जब हम खुश होते हैं,लेकिन ज़िन्दगी तब बहतरीन होती है जब हमारी वजह से कोई खुश होता है।।
ना संघर्ष, Naa तकलीफें…क्या Hai मजा फिर जीने में।तूफान भी थम जाएगा, Jab लक्ष्य रहेगा सीने में।।
पूजा हो मंदिर में तो थाली भी चाहिए,गुलशन है गुल का तो माली भी चाहिए है,दिल है दिलवाला तो दिलवाली भी चाहिए,कार्यक्रम है हमारा तो आपकी ताली भी चाहिए…
मिलते तो बहुत लोग है ज़िन्दगी की राहों में, मगर हर किसी में आप जैसी बात नहीं होती||
ठीक नहीं कहना मेरा सबसे यह हर Baar,करतल ध्वनि हो जाये तो Ho जाये उपकार,बिना कहे बजती रहें हर प्रस्तुति Ke बाद,तड़-तड़ वाली तालियाँ तब Hai कोई बात…
ज़िन्दगी तब बहतर होती है जब हम खुश होते हैं, लेकिन ज़िन्दगी तब बहतरीन होती है जब हमारी वजह से कोई खुश होता है||
मीठी बात और चेहरे पर मुस्कान,मीठी बात और चेहरे पर मुस्कान,ऐसे लोग ही है हमारी महफ़िल की शान…
हमारे सभा मे उपस्थित सभी अथितिगण का सादर अभिनंदन, हमारे आज के chief guest प्रांगण में पधार चुके है, इनका जोरदार तालियो से स्वागत करे।
मुद्दत से आता हर दिनज़िन्दगी में नई उम्मीद जागेआज का दिन बख्शे खुशियां आपकोनेक कामोंसे सबके नसीब जागे
“तुम क्या चले गए,बाग से तितलियां चली गईफूल मुरझाये पत्तियां राख हुई,अब और मत सताओ,गार्डन में पानी देना है,काम पर जल्दी आओ।”
बूझी शमा भी जल सकती है, तुफानो से कश्ती भी निकल सकती है,हो के मायूस यूँ ना अपने इरादे बदल,तेरी किस्मत कभी भी बदल सकती है…

Anchoring Shayari for School Annual Function in Hindi

पंख ही काफ़ी नहीं हैं आसमानों के लिए,हौसला भी चाहिए ऊंची उड़ानो के लिए।
दुनिया के सारे मसलों को टाल कर,चलोना मिलते है, किसी बहाने से । 🖤
जैसा मूड हो वैसामंजर होता हैमौसम तो हर इंसान केअंदर होता है।
शब्दों के इत्तेफाक़ मेंयूँ बदलाव करके देखतू देख कर न मुस्कुराबस मुस्कुरा के देख

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