In this blog post, you will find the best Emotional Sad Shayari In Hindi For Life. This shayari will make you aware of the reality of life. You can share this shayari with your friends and relatives through WhatsApp and Facebook.
छत कहाँ थी नसीब में फुटपाथ ‘को जागीर समझ बैठे, गीले चावल में शक्कर क्या गिरी, बच्चे खीर समझ बैठे !!
जिंदगी देने वाले, मरता छोड़ गये, अपनापन जताने वाले तन्हा छोड़ गये, जब पड़ी जरूरत हमें अपने हमसफर की, वो जो साथ चलने वाले रास्ता मोड़ गये।
कितना भी मजबूत हो दिल तोड़ ही देते हैं मन भर जाने पर सब छोड़ ही देते हैं
मैं हमदर्दी की ख़ैरातों के सिक्के मोड़ देता हूँ, जिस पर बोझ बन जाऊं उसे मैं खुद ही छोड़ देता हूँ
” क्यूँ नहीं महसूस होतीउसे मेरी तकलीफ,जो कहते थे,बहुत अच्छे से जानते है तुझे “
हम अधूरे लोग हैं हमारी न नींद पूरी होती है न खवाब Ham Adhoore Log Hain Hamari Na Neend Poori Hoti Hai Na Khwab.
हुए पागल के अब कैसे कहें, हाँ एक मर्ज़ था जिसे मोहब्बत कहते हैं
कहते हैं मर्द रोते नहीं हैं हाथ सीने पे रख कर सोते नहीं हैं कुछ लोग इस क़दर करीब होते हैं के जुदा होकर भी जुदा होते नहीं हैं
मोहब्बत के कुछ किस्से कहे ना गए कुछ मैं तुमको बता नही पाया कुछ तुम खुद भी समझ नही पाये
शायद यही ज़िंदगी का इम्तिहान होता है, हर एक शख्स किसी का गुलाम होता है, कोई ढूढ़ता है ज़िंदगी भर मंज़िलों को, कोई पाकर मंज़िलों को भी बेमुकाम होता है।
दिल की आवाज को इजहार कहते हैं, झुकी निगाह को इकरार कहते हैं, सिर्फ पाने का नाम इश्क नहीं, कुछ खोने को भी प्यार कहते हैं..!!
सुकून की तलाश में हम दिल बेचने निकले थे, खरीददार दर्द भी दे गया और दिल भी ले गया !
मैंने ज़िन्दगी से पूछा सबको इतना दर्द क्यों देती हो ज़िन्दगी ने हस कर जवाब दिया हम तो सब को ख़ुशी देते है पर एक की ख़ुशी दूसरे का दर्द बन जाती है
प्यार तो उन्हें मिलता है जो दिखावा करते हैं , दिल से प्यार करने वाले को सिर्फ ठोकर मिलता है।
कुछ लोग खामोश रहना ही पसंद करते इसलिए तो लोग उनकी आवाज सुनने को तरसते हैं किसी का दिल ना टूट जाए लफ्जो से इसीलिए तो हम जैसे चुप रहते हैं.
हर पल तुम्हारी याद आती है ! किसी पल तुम भी आओ न !
बच बच कर चलता रहा कांटों से उम्र भर मालूम हुआ एक फूल दर्द देकर चला गया
इक सवाल पर ही रुके हुए हैं अब इश्क़ खुदा ने बनाया ही क्यों अगर उसे दूर जाना ही था वो मेरे इतने करीब आये ही क्यों
शिकायत तुझसे नही तेरे वक़्त से है, जो तुझे कभी मिला ही नहीं मेरे लिए !
क्यों ख़तम हुआ ये रिश्ता जो तेरे मेरे दरमिया था तुझे तो अब घुटन होने लगी थी तेरे लिए ये रिश्ता और क्या था
गाँव की धुल की याद आती है शहर की इमारतों में सुकून नहीं मिलता
तुझसे प्यार करके ज़िंदा हूँ मैं अपने किये पर शर्मिंदा हूँ
कुछ पूरे हुए खाब कुछ अधूरे हुए हैं हम उनसे बिछड़कर भी जुड़े हुए हैं मोहब्बत की हमें भी सज़ा मिली है हम वफ़ा करके भी बुरे हुए हैं
कहने वालों का कुछ नहीं जाता, सहने वाले कमाल करते हैं, कौन ढूंढें जवाब दर्दों के, लोग तो बस सवाल करते हैं.
क्या वो भी मेरे जैसा प्यार करता है तुझसे तेरी बातें हज़ार करता है क्या उसको मेरे बारे बताया था तूने क्या मेरी तरह तुझपे जान निसार करता है
जलता रहा दिल किसी की याद में उसकी जो कहीं जिस्म की आग बुझा रहा था
लूट लेते हैं अपने ही, वरना गैरों को कहा पता होता है, इस दिल की दीवार कहाँ से कमज़ोर हैं ।
जिंदगी के राज है तो राज रहने दो, अगर हैं कोई एतराज तो रहने दो, पर जब दिल करे हमें याद करने को, तो उसे ये मत कहना के आज रहने दो..!!
वक्त नूर को बेनूर कर देता है छोटे से जख्म को नासूर कर देता है कौन चाहता है अपने से दूर होना लेकिन वक्त सबको मजबूर कर देता है
अच्छे होते हैं वो लोग जो आकर चले जाते हैं,थोड़ा ठहर कर जाने वाले बहुत रुलाते हैं !
जानता हूँ नहीं भूला पाऊँगा तुझे !! पर दिखावा करने का हक तो है न मुझे !!
साथ तुम्हारा हरदम चाहते थे तुम्हारे लिए हम आंसू बहाते थे हमने तुम्हें मोहब्बत में मोहब्बत दी मगर तुम हमें हर पल आज़माते थे
दिल तोड़ के वो चला गया खुद को उसने रोका ही नहीं उसके बाद मेरा होगा क्या उस बेगैरत ने ये सोचा ही नहीं
कुछ इश्क़ के ख़्वाब झूठे ही दिखा दे कुछ दिल के ज़ज़्बात झूठे ही दिखा दे बना दे मेरे दिल का फ़साना भी चाहत का कुछ दिलो के अरमान झूठे ही दिखा दे
जिंदगी में ज्यादा उम्मीद किसी से मत रखना मेरे दोस्त क्योंकि जितना ज्यादा लगाव होता है घाव उतना ही गहरा होता है।।
ना चाह के भी एक दिन जुदा हो जाएंगे हम जानेजां कुछ मजबूरी मेरी कुछ तेरी खता और ऊपर से ये वक़्त बेवफा
ना नींद आती है ना चैन मिलता है हर शख्स मुझे मेरी तरह बेचैन मिलता है वो आ रहे हैं जिनकी कोई तलब नहीं जो मुझे चाहिए वो कहाँ मिलता है
कोई खुशियों की चाह में रोया, कोई दुखों की पनाह में रोया, अजीब सिलसिला हैं ये ज़िंदगी का, कोई भरोसे के लिए रोया कोई भरोसा कर के रोया..!!
गुलों में रंग भरे बाद-ए-नौ-बहार चले चले भी आओ कि गुलशन का कारोबार चले
खुद को इतना मज़बूत कर लिए है हमने वो क्या उसकी याद भी आना मुश्किल है
क़त्ल न करो, बस मोहब्बत करके छोड़ दो किसी दिलजले से पूछ लो, ये भी सज़ा-ए-मौत है।।
हमें उससे ही शिकायत है कहें कैसे उससे हम वो सबका हो जाता है आये जिसके हिस्से हम
हथियार डाले बैठा हारा हुआ ये लड़का और वो हसीन लड़की दुनियां से लड़ रही है
आँखों ने आसुओं की बारिश नहीं की दिल से प्यार किया कोई साज़िश नहीं की खतावार नहीं फिर भी माफ़ी मांगते रहा तुमने मुझे समझने की कोशिश नहीं की
वो दुःख देकर मेरा सुकून ले गया थोड़ा पागलपन थोड़ा जूनून दे गया
ज़िन्दगी से पूछिये ये क्या चाहती है,बस एक आपकी वफ़ा चाहती है,कितनी मासूम और नादान है ये,खुद बेवफा है और वफ़ा चाहती है।
मुझे सताकर तू खुश कैसे रहेगा तेरा किया लौटकर आएगा ज़रूर इतना मुझे खुदपर भरोसा तो है मुझे याद कर आंसू बहाएगा ज़रूर
खामोश बैठें तो लोग कहते हैं उदासी अच्छी नहीं, ज़रा सा हँस लें तो मुस्कुराने की वजह पूछ लेते हैं !
तू बदनाम ना हो इसीलिए जी रहा हूँ मैं, वरना मरने का इरादा तो रोज होता है..!!
झूठे प्यार में प्यार सिर्फ शब्दों तक सिमटकर रह जाता है. Jhuthe pyar me pyar sirf shabdon tak simatkar reh jata hai..
खुशी में भी आँख आँसू बहाती रही, जरा सी बात हमें देर तलक रुलाती रही, कोई खो के मिल गया तो कोई मिल के खो गया, ज़िन्दगी हम को बस ऐसे ही आज़माती रही।
फर्क नहीं पड़ता कि कौन आपको पाने के लिए मरता है मानो तो ये रखता है कि आपको खोने से कौन डरता है
यूं देखो इस जहान में जर्रे जर्रे में इश्क दिखता है, गुस्ताखियाँ यह हमारी हैं जो हमे रश्क दिखता है।
ज़िन्दगी में ज़िन्दगी के सिवा कुछ नहीं था जो कुछ था उसका था मेरा कुछ नहीं था बर्दाश्त की भी हद थी तभी छोड़ गया वो उसके लिए मुझसे बुरा कुछ नहीं था
बयां क्या करूँ मैं अपना हाल-ए-दिल वो जो मेरा था अब मेरा नहीं उसे अपना कहना भी गुनाह सा है अब उसकी यादों पर भी हक़ मेरा नहीं
एक ज़माना था जब हम रूठ जाते थे, तो सबको पता चल जाता था और आज अगर अन्दर ही अन्दर मर भी जाये तो भी किसी को खबर नहीं होगी.
क्यों आँखों की कहानी नम लिखता है क्यों खुदा मेरी क़िस्मत में हर गम लिखता है
एक तेरे गम को जगह दी दिल में जो मैंने गम गम नहीं रहा ज़हर हो गया
मतलबी जमाना है नफरतों का कहर है, ये दुनिया दिखाती शहद है पिलाती जहर है।
तुमसे मिली तो मुकम्मल सी हुई तुम से बिछड़ी तो दर्द से रूबरू हुई. Tumse Mili To mulakat si Hui tumse bichhadi tu Dard Se rubaru Huii..
मुझसे वो दूरी बनाने लगी है फिर भी कहता हूँ उसकी खता कुछ नहीं इश्क़ किसी से होने लगा उसे उसे लगता है मुझे पता कुछ नहीं
तड़पाने वाले क्या जाने इंतज़ार क्या होता है वक़्त गुज़ारने वाले क्या जाने प्यार क्या होता है
जाऊंगा किसी दिन इस तरह छोड़कर तुम्हें तुम आसमान में देख कर मुझे याद करोगे
मसलें बहुत हैं जिंदगी में फिर भी मुस्कुरा लेता हैं, वक्त है गुजर जाएगा यही खुद को समझा लेता हूं।
किसी ने मुझसे पूछा कैसे हो हमने हंसकर कहा जिंदगी में गम है गम में दर्द है और दर्द में मजा है और मजे में हम हैं।
टूटे हुए काँच की तरह चकनाचूर हो गए, किसी को लग ना जाए, इसलिए सबसे दूर हो गए !!
दिल की सच्चाई नहीं, चेहरे की रंगत देखते हैं लोग
कहते कहते रुक जाना आसान नहीं होता जाते जाते मुड़ जाना आसान नहीं होता किस्से बयां करूँ हालात समझ नहीं आता लिख कर अपने ज़ख्म दिखाना आसान नहीं होता
हम भी अपने गाओं में राजा बाबू थे शहर में आकर हम भी मारे फिरते हैं
आज तुम जिसके कद्र नहीं कर रहे हो ना 🖤 यकीन मानो आज भी उनके लिए दुआ मांगी जाती है.
अकेला छोड़ ही रही हो तो पहले इसकी वजह तो बता दो। Akela chod hi rhi ho to pehle iski wajah to bta do.
मैं क्यों कुछ सोच कर दिल छोटा करू, वो उतनी ही कर सकी वफा जितनी उसकी औकात थी..!!
मुस्कुराने की वजह न ढूंढो, वरना जिंदगी यूं ही कट जायेगी, कभी बेवजह भी मुस्कुराकर देखो, आप के साथ-साथ जिंदगी भी मुस्कुराएगी।
तुम मेरी ज़िन्दगी की वो कमी हो जो कोई भी आकर पूरी नहीं कर सकता
शायद मैं इसलिए पीछे हूँ मुझे होशियारी नही आती बेशक लोग ना समझे मेरी वफादारी मगर मुझे गद्दारी नहीं आती
शम्मा परवाने को जलना सिखाती है, शाम सूरज को ढलना सिखाती है, क्यों कोसते हो पत्थरों को जबकि… ठोकरें ही इंसान को चलना सिखाती हैं।
कह दो के तुम मुझसे प्यार नहीं करते वैसे भी तुम कभी इज़हार नहीं करते दिल के बदले तुम हमारी जान मांगते हो इस तरह मोहब्बत में कारोबार नहीं करते
मेरी माँ कहती है , वो जो अंधेरे में भी साथ ना छोड़े ऐसा साया बनो किसी का !!
खुद से इस तरह दूर ना कर मुझे, पास जीने की वजह सिर्फ तुम हो
खुशी में इंसान दूसरों को ढूंढता है और तन्हाई में खुद ढूंढता है ..! Khushi Me Insan Doosron Ko Dhoodhta Hai Aur Tanhai Me Khud Ko Dhoodhta Hai.
तुझको पाने की तमन्ना तो मिटा दी मैंने, लेकिन इस दिल से तेरे दीदार की हसरत ना गई..!!
मेरी तस्वीर देखकर लोगों ने कहा इसे ज़बरदस्ती हसाया गया है
*”दुनियां के रैन बसेरे में..* *पता नही कितने दिन रहना है,* *”जीत लें सबके दिलों को..* *बस यही जीवन का गहना है..!!”*
आज हम हैं, कल हमारी यादें होंगी, जब हम ना होंगे, तब हमारी बातें होंगी, कभी पलटो गे जिंदगी के ये पन्ने.. तो शायद आप की आँखों से भी बरसातें होंगी।
चेहरे की हँसी से गम को भुला दो,कम बोलो पर सब कुछ बता दो,खुद ना रूठो पर सबको हँसा दो,यही राज है ज़िन्दगी का,जियो और जीना सिखा दो।
कौन किसको दिल में जगह देता हैं,सूखे पत्ते तो पेड़ भी गिरा देता हैं,वाकिफ हैं हम दुनिया के रिवाजो से,मतलब निकल जाये तो हर कोई भुला देता हैं..
कभी जो जिंदगी में थक 😩 जाओ, तो किसी को कानो कान खबर 👂 भी न होने देना, क्योंकि लोग टूटी हुई इमारतों 🏚️ की ईंट तक उठा कर ले जाते हैं।
खुद पूछो अपने दिल से कि क्या वो मुझको भुलाना चाहता है, अगर वह हां कह दे तो कसम से मोहब्बत छोड़ देंगे..!!
मेरे हाल बेज़ुबान है ये आंसू मेरी पहचान हैं मेरे हिस्से में बस पत्थर हैं दिल फूलों से अनजान है
अपने तो बहुत है जिंदगी में, पर अपनापन किसी में नहीं। Alone Emotional Sad Shayari
मेरे नसीब में अच्छे दिन लिखे ही नहीं मेरी क़िस्मत में जो लोग बुरे लिखे हैं
तुम्हारे एक लम्हे पर भी हक नहीं मेरा, ना जाने तू किस हक से मेरे हर लम्हे में शामिल है..!!
हमने रिश्तों को बचाते बचाते खुद को ही को दिया और लोग कहते रहे हमने ही धोखा दिया ।
जो जा रहा है उसे जाने ही दो आज अगर रुक भी गया तो कल चला जायेगा
ऐ जिंदगी तु ही बता क्या गुनाह किया है हमने जो तु मुझको इतना दर्द दे रहा है ।
गैर थे कौन, कौन अपने थे हम ये समझ ही ना पाए हमने देखा जिधर भी चेहरे बदले ही नजर आए
तूने मोहब्बत का खेल खेला है अब दिल में ज़ख्मों का मेला है कभी हज़ारों थे साथ मेरे आज देखो दिल कितना अकेला है
खामोश कर दिया जिंदगी तूने, वरना हम भी कभी मुस्कुराहटों के बादशाह हुआ करते थे…!!
कुछ लोग मुझेअपना कहा करते थे साहब !सच में वो लोग सिर्फ कहा ही करते थे !!
क्या कोई बता सकता है ये इश्क़ में क्यों होता है दिल जिसको अपना कहता है वही बेवफ़ा होता है
मोहब्बत सीखनी है तो मौत से सीखो, जो एक बार गले लगा ले तो फिर किसी का होने नहीं देती..!!
छुपे रहे वो अपने ही किरदार में हम देख कर भी अनदेखा करते रहे
उदास दिल है मगर मिलता हूँ हर एक से हँस कर यही एक फन सीखा है बहुत कुछ खो कर
बता दे मुझे मेरा गुनाह मेरे कातिल क्यों मेरी जान बनके मेरी जान ले गया
ऐसे लोग अक्सर अकेले रह जाते हैं जो लोग खुद से पहले दूसरों का सोचते हैं
आदत बदल सी गयी हैं वक़्त काटने की, अब हिम्मत ही नहीं होती किसी को अपना दर्द बाटने की ।
सुकून की तलाश में घर से निकला था, दुनियां भर के गम लेकर वापिस लौटा हूँ !!
मौत आये तो शायद दिन संवर जाये, वरना जिंदगी ने तो मार ही डाला है..!!
!! कोई बीमार हम सा नहीं,कोई इलाज तुम सा नहीं !!
तकदीर के खेल से निराश नही होते, ज़िंदगी मे कभी उदास नही होते, हाथो की लकीरो पे यकीन मत करना, तकदीर तो उनकी भी होती है जिनके हाथ नही होते!!
तूफान भी आना ,…जरुरी है जिंदगी में..तब जा कर पता चलता है …,”कौन” हाथ छुड़ा कर भागता है..और“कौन” हाथ पकड़ कर…
अकेला भी इस तरह पड़ गया हूं, कि मेरा हौसला भी साथ नहीं दे रहा है। Akela bhi is tarha pad gaya hun ki mera hosla bhi sath na de rha ha.
मैं हँसता हूँ तो बस अपने ग़म छिपाने के लिए..और लोग देख के कहते है काश हम भी इसके जैसे होते.
अब खुद ही तुझको चलना होगा खुद ही तुझे संभलना होगा मैं कब तक तेरे साथ रहूँगा तुझे खुद ही वक़्त से लड़ना होगा
मैं मानता हूँ खुद की गलतियां भी कम नहीं रही होंगी मगर बेकसूर उन्हें भी कहना मुनासिब नहीं…!!
तेरी मोहब्बत में एक बात सीखी है, तेरे साथ के बिना ये दुनिया फीकी है !
कोई भी सफर कभी खत्म नहीं होता, या तो रास्ता बदल जाता है या फिर वास्ता खत्म हो जाता है ।
तुझे भी खुद से नफरत होने लगेगी अंधेरों की तुझे भी आदत होने लगेगी तब तुझे पता लगेगा आखिर इश्क़ है क्या, इश्क़ है क्या
क्यों रोना किसी के जाने पर जानी लोग तो मिलते ही हैं बिछड़ने के लिए
अकेलापन सा लगता है हर उस रस्ते पर जिन पर तेरे साथ कभी चला था। Akela pan saa lagta hai har us raste par jin par tere sath kabhi chala tha.
खाना हो या मोहब्बत अगर किसी को ज्यादा दे दो तोह वो अधूरा चोर जाता है। Khana ho ya mohabbat agar kisi ko jyada de do toh wo adhura chod jata hai.
अब तक ना समझ पाया कि उसकी हसरत क्या थी, जब दूर ही जाना था तो पास आने की जरुरत क्या थी..!!
सीधी सीधी बात करो बहाने बनाने से क्या मतलब आने वालों की बात करो जाने वालों से क्या मतलब
संभलना पड़ता है, बुरे वक्त में कोई नहीं संभालता !
सिर्फ सहने वाला ही जानता है,की दर्द कितना गहरा है।।
बह जाने दो आंखों से आंसुओं को आज, हर सितम हसीन हो वक्त का ये ज़रूरी तो नही।
इस दिल को थी जिससे सबसे ज्यादा आस, वही निकला सबसे ज्यादा धोखेबाज !!
छीन कर अपनों को अपनों से तू ए खुदा कौन सा हिसाब करता है
कदम कदम पर बहारो ने साथ छोड़ा,जरुरत पडने पर यारो ने साथ छोड़ा,वादा किया सितारोँ ने साथ निभाने का,सुबह होते ही सितारो ने साथ छोड़ा..
मुझे आग भी अपनी लगती है मुझे धुप से भी अब प्यार है मुझे दर्द भी मीठा लगता है अब गम ही मेरा यार है
बड़े दिल से बद्दुआ है मेरी तुझे भी मोहब्बत कभी नसीब ना हो तेरे भी चेहरे का नूर जाएगा तेरी भी आँखों में पानी आएगा
उसको सबसे बेहतर मैं मानता था मैं उसको अच्छे से पहचानता था उसे किसी का होते हुए भी देखा मैंने मेरा हो नहीं सकता वो… मैं जानता था
काश चाहने वाले हमेशा चाहने वाले ही रहते पर लोग अक्सर बदल जाते है मोहब्बत हो जाने के बाद
थोड़ी सी है ज़िंदगी, अरमान बहुत है,हमदर्द ना कोई, इंसान बहुत है,हम अपने दिल का दर्द भी सुनाएं तो किसको,जो दिल के करीब है, वो हमसे अनजान बहुत है ।
ना रात की खबर ना दिन का पता हम अपनी ही क़िस्मत से परेशान हैं ज़रा सा मुस्कराते हैं और लोगों को लगता है हमारी ज़िन्दगी बहुत आसान है
माना एक दिन चली ही जाएगी तू छोड़कर अब तो रहम कर मुझ पर ऐ जिंदगी आखिर इतनी क्यूँ खफा हो गयी है मुझसे ।
साफ़ दिल नहीं उसे महंगा प्यार चाहिए था मैं सारंगी और उसे गिटार चाहिए था
जो आपकी भावनाओं को समझ कर भी आपको तकलीफ देता हो वो कभी आपका अपना नहीं हो सकता ।
ज़िन्दगी में एक बात हमेशा याद रखना हमें तब तक कोई हरा नहीं सकता जब तक हम खुद से न हार जाये
जिंदेगी को तुम भी समझने लगोगे 👀 जब तुम इश्क किसी से करोगे और ❤️ नसीब को कुछ और ही कबूल होगा 💔
ग़लतियाँ बहुत की हैं मगर इरादे कभी ग़लत नहीं थे मेरे
तेरी मुस्कान से सुधर जाती है तबीयत मेरी बताओ न तुम इश्क 💕 करती हो या ईलाज !
जितना चाहे रुला ले मुझको तू ऐ जिन्दगी, हँसकर गुजार दूंगा तुझको ये मेरी भी जिद है..!!
सोचा था तड़पायेंगे हम उन्हें,किसी और का नाम लेके जलायेगें उन्हें,फिर सोचा मैंने उन्हें तड़पाके दर्द मुझको ही होगा,तो फिर भला किस तरह सताए हम उन्हें।
थोड़ा-थोड़ा करके हम टूटते जा रहे हैं, खुद को अपनों से दूर जाते देख रहे हैं ।
अपनी कमजोरियो का जिक्र कभी न करना जमाने मैं लोग कटी पतंग को जम कर लुटा करते है
प्यार के उजाले में गम का अंधेरा आता क्यों है जिसको हम चाहे वही रुलाता क्यों है अगर वह मेरा नसीब नही तो खुदा ऐसे लोगों से मिलाता क्यों है
जिंदगी में कोई हँसाने वाला होना चहिये मेरे दोस्त , रुला तो zindagi भी रही है ।
वो मुझे हमेशा याद करती होगी, ये बात मैं भूल नहीं पाता हूँ !
खुद को पढ़ते है फिर छोड़ देते है, एक पन्ना जिंदगी का हम रोज मोड़ देते है..!!
नफरत मत करना हमसे हमे बुरा लगेगा, बस प्यार से कह देना तेरी जरुरत नही है !
अब उसे बोलकर आ गए हैं हम आना नहीं है तो फिर जा हमेशा के लिए
चले थे हम सुकून की तलाश में गम की बस्ती में जाकर ठिकाना मिला
तुमसे भी तो गलतियां हो सकती है ना हर बार मुझपे इलज़ाम ज़रूरी है क्या
नज़र की अपनी कोशिश थी ये दिल के अपने मसले थे वो मिलकर भी था मिला नहीं हाल कुछ ऐसे बदले थे
सहारे ढूढ़ने की आदत नहीं हमारी, हम अकेले पूरी महफिल के बराबर है। Sahare dhundhne ki adat nahi humari hum akele puri mahfil ke barabar hai.
जा ओ बेवफा तुझसे क्या शिकायत तूने तो मोहब्बत को धंधा बना कर रखा है
मैं कितना पागल था के भटका बादल था मैं गरजा भी नहीं मैं बरसा भी नहीं
खुबसूरत रिश्ता है मेरा और भगवान के बीच में, ज्यादा मैं मांगता नहीं और कम वो देता नहीं!
चलो अब क्या शिकायत क्या करें शिकवा तुमसे रूठ सी गयी है वफाओं की हवा हमसे
कुछ बातें समझने पर नहीं बल्कि खुद पर बीत जाने पर ही समझ आती है. Kuch baten samjhane pr ni balki khud pr beet jane per hi samajh aati ha..
कुछ अजीब सा चल रहा है, ये वक्त का सफर, एक गहरी सी खामोशी है खुद के ही अंदर।
ये सर्द तन्हां रातें याद आये मुलाक़ातें आँखें फिर नम हो जाती होने लगती बरसातें
जिंदगी के राज है तो राज रहने दो, अगर हैं कोई एतराज तो रहने दो, पर जब दिल करे हमें याद करने को, तो उसे ये मत कहना के आज रहने दो!
खुद का दर्द खुद से ज्यादा कोई नही समझ सकता मेरे दोस्त ।
इतना दर्द सहा है लाइफ में, अब दर्द का एहसास ही नहीं होता !
शायद यही ज़िंदगी का इम्तिहान होता है, हर एक शख्स किसी का गुलाम होता है, कोई ढूढ़ता है ज़िंदगी भर मंज़िलों को, कोई पाकर मंज़िलों को भी बेमुकाम होता है।
हर एक चेहरे को ज़ख़्मों का आईना न कहो, ये ज़िंदगी तो है रहमत इसे सज़ा न कहो।
नसीब वाले होते हैं वो लोग, जिनकी फिकर और प्यार करने वाला कोई होता है..!!
ज़िन्दगी तस्वीर और तक़दीर भी, फर्क तो सिर्फ रंगों का है मनचाहे रंगों से बने तो तस्वीर, और अनजाने रंगों से बने तो तक़दीर
हम तो अक्सर सारे गमो को हँस कर गले लगा लेते है, क्योंकि जिंदगी हमारी ही है इसे हम खुल कर जी लेते है।
सुन ऐ ज़िंदगी मुश्किलों के सदा हल दे, थक न सके हम फुर्सत के कुछ पल दे, दुआ है दिल से सबको सुखद आज, और एक बेहतर कल दे..
जब फैसला आसमान वाले का होता है, तब कोई बकालत जमीन वाले की नही होती है।
दुनिया का यही दस्तूर है साथ वह तक मतलब जहा तक। Duniya ka yahi dastoor ha sath wah tak matlab jahan tak.
समय के साथ जिंदेगी भी उन गुलाब की तरह हो गई है, जो किसी किताबों के नीचे दबकर मुरझा गईं है 🥀
ये पागल पागल फिरता है इसको तू समझा दे अब या तो अपना बना ले इसे या फिर दिल जला दे अब
मुझसे दूर जाने वाले मैं तेरे पास हूँ के नहीं मुझे याद आने वाले मैं तुझे याद हूँ के नहीं
तुम इश्क़ करो और दर्द ना हो मतलब दिसंबर की रात हो और सर्द ना हो
नाजुक होता है ये मोहब्बत का धागा टूटा तो फिर जुड़ नहीं पाता
उल्टी सीढ़ियां होती है ये मोहब्बत की गिरकर लगना तो लाजमी है
मोह्हबत और भी बेशूमार हो जाती है साहब ❤️ जब मासूका किसी और का और दिल मासूका का हो जाये 👀 ✨
किसीको क्या बताये कितने मजबूर है हम जिसे चाहा सच्चे दिल से आज उसी से दूर है हम ।
आज मेरे आइना ने भी कह दिया, तेरा बेबस चेहरा मुझसे देखा नहीं जाता !!
ये मुश्किल वक्त है लेकिन ये जल्दी बीत जायेगा, ये एैसी रेस है जो रुक गया वो जीत जायेगा ।।
ना जाने किस तरह का इश्क कर रहे हैं हम, जिसके हो भी नही सकते… उसके हो रहे हैं हम।।
जो मेरे अल्फ़ाज़ नहीं समझ पा रहे हैं वो मेरी खामोशी कैसे समझ पाएंगे।
रुई का गद्दा बेच कर मैंने इक दरी खरीद ली, ख्वाहिशों को कुछ कम किया मैंने और ख़ुशी खरीद ली..!!
ना दोस्ती मिली ना प्यार मिला, जिंदगी के हर मोड़ एक एक मतलबी यार मिला ।
लेकर गई मोहब्बत को एक ऐसे मोड़ पर जिंदगी ना लौटना मुमकिन था ना बिछड़ना
मेरी आँखों को तब आराम आया, जब मेरा महबूब सदा के लिए मेरे पास आया !
पहले चुभा बहुत अब आदत सी है, यह दर्द पहले था अब इबादत सी है !
खुद को जीने की तसल्ली, मैं बहाने नहीं देता अब तेरी याद भी आये तो मैं आने नहीं देता
न जाने कौन सी बात है उस जाने पहचाने से अजनबी मे, मेरे लाख न चाहते हुए भी ,मेरी तन्हाई मे भी मेरे मुस्कुराने की बजह बन जाती है।
वक़्त ने दिखा दी सबकी हकीकत वरना हम तो वो थे जो सबको अपना समझते थे ।
स्कूल का वो बस्ता फिर से थमा दे माँ ये ज़िन्दगी का बोझ अब उठाया नहीं जा रहा
एक एक करके सब जुदा हो जायेंगे मैं इंसान ही रहूँगा सब खुदा हो जायेंगे
बहुत कुछ सीखा रहा है मुझे मेरा अकेलापन, इतना तो मुझे मेरी किताबों ने भी ना सीखाया ।
इतना आसान नही जीवन का किरदार निभा पाना,इंसान को बिखरना पड़ता है रिश्तो को समेटने के लिए.
कोई खुशियों की चाह में रोया, कोई दुखों की पनाह में रोया, अजीब सिलसिला है ये ज़िन्दगी का, कोई भरोसे के लिए रोया, तोह कोई भरोसा करके रोया.
अक्सर मोहब्बत उन्ही लोगो से होती है जिन्हें पाना नामुमकिन होता है। Aksar Mohabbat unhin logon Se Hoti hain jinhen pana namumkin hota hai.
कुदरत का यह उसूल है, की आना जाना है बारी बारी, क्या करेंगे यारो वो मोहब्बत, जिनको सिर्फ़ धन दौलत है प्यारी!!
अगर फितरत हमारी सहने की नहीं होती तो हिम्मत तुम्हारी कुछ कहने की नहीं होती
तेरी याद आई है आंखे भर गई, गमों की शाम यूं ही गुजर गई !
बहुत गुरुर था इस नासमझ दिल को तुम्हारी मोहब्बत पर, कमबख्त बेवफाई झेल नहीं पाया और टूट कर बिखर गया.
हमें बदनाम करते हो बेवफाई हमारे नाम करते हो क्या करें तुमसे शिकायत तुम्हारी अजी आप तो कमाल करते हो
मेरी तन्हाईया गवाह है इस बात की, अब तक तेरी जगह कोई नहीं ले पाया !
अपनों से होती है नाराजगी साहेब गैरों से क्या गिले-शिकवे
उन्हें मुझसे शिकायत है मुझे उनसे शिकायत है शिकायत ही शिकायत में के हम बर्बाद बैठे हैं
मैं उस किस्मत का सबसे पसंदीदा खिलौना हूँ, जो रोज़ जोड़ती है मुझे फिर से तोड़ने के लिए
हर जगह से टूट रही है आस , हर शख्स कर रहा है उदास , इतने सवाल मत कर ए जिंदगी सबके जवाब नहीं हैं मेरे पास ।
बनती गयी कहानी जहाँ जहाँ गया वो हर मोहल्ले में उसने किस्से बनाये हैं
झूठा प्यार दिखाकर किसी के अरमानों के, साथ मत खेलो क्योंकि जब दिल टूटता है, तो लोग टूट जाते हैं !!💔
उसके सवाल से मेरे जवाब तक सब आसान था बस मुश्किल ये थी की हम एक दूजे को समझ ना सके
लौट के आने का वादा करके वो यूँ गया की उसकी याद तक नहीं आती
तन्हाई में सोचना कभी क्या नहीं किया तेरे लिए जीने की थी ख्वाहिश मगर मरते रहे हम तेरे लिए
कब तक रहेंगे तन्हाइयों में घिरे कोई तो होगा हमारे भी लिए
ए नसीब जरा एक बात तो बता,तू सबको आज़माता हैया मुझसे ही दुश्मनी है।।
परायों से ही क्या सिकराय करूं में, मेरे हर हार के गम मे मेरे अपनो के चेहरे ज्यादा खुश थे !
फुर्सत में करेंगे तुझसे हिसाब-ए-ज़िन्दगी अभी तो उलझे है खुद को सुलझाने में
हो ताल्लुक तो रूह से ही हो,दिल तो अक्सर भर ही जाता है।।
हसरतें कुछ और है, वक्त की इल्तिजा कुछ और है। कौन जी सका है जिंदगी अपने मुताबिक। दिल चाहता कुछ और है, होता कुछ और है।
हर किसी में तुझे पाने की कोशिश की बस एक तुझे न पाने के बाद. Har kisi me tujhe pane ki koshish ki bs ek tujhe Na pane ke bad.
यादों को मरने में वक़्त लगता है दिल को संभलने में वक़्त लगता है
जो आपकी भावनाओं को समझ कर भी आपको तकलीफ देता हो वो कभी आपका अपना नहीं हो सकता ।
एक जरूरत छुपी होती है जब कोई कहता है “मुझे अकेला छोङ दो”
हर किसी को जिंदगी दो तरीके से जीना चाहिये, पहला जो हासिल है उसे पसन्द करना सीख लो, और दूसरा पसन्द है उसे हासिल करना सीख लो।
ना तुम हमसे मिलो ना हम गुजारिश करेंगे, खुश रहो जहाँ रहो बस खुदा से यही सिफारिश करेंगे..!!
अक्सर मोहब्बत उन्ही लोगो से होती है जिन्हें पाना नामुमकिन होता है। Aksar Mohabbat unhin logon Se Hoti hai jinhen pana namumkin hota hai.
कोई खुशियों की चाह में रोया, कोई दुखों की पनाह में रोया, अजीब सिलसिला हैं ये ज़िंदगी का.. कोई भरोसे के लिए रोया, कोई भरोसा कर के रोया!!
समझाते हैं लोग तुम्हें भूल जाऊ मैं उन्हें क्या पता तेरे गम जीने की वजह है मेरे
सौ दर्द छिपे हैं सीने में मगर अलग ही मजा है, हंसकर जीने में ।
छोड़ दे तू मुझे गिला भी नहीं,, मुझमे अब और कुछ बचा भी नहीं, उसने बस यूँ कहा ,,चले जाओ… जल्दबाज़ी में, मैं रुका भी नहीं…
कभी मिलेगी खुशियां कभी मिलेंगे गम हमदर्द की क्या जरूरत अकेले काफी हैं हम।
इश्क़ की भी अपनी बचकानी ज़िद है, चुप कराने को भी वही चाहिए, जो रुला कर गयी है.
यह हिंदी में एक बहुत ही दुखद कविता है और मुझे पढ़कर बहुत खुशी हुई, इस तरह की अच्छी कविता हमारे साथ साझा करने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद।
चुभते हुए ख्वाबों से कह दो अब आया ना करे, हम तन्हा तसल्ली से रहते है बेकार उलझाया ना करे !
रख लो दिल में संभाल कर थोड़ी सी यादें हमारी, रह जाओगे जब तन्हा तब बहुत काम आएंगे हम..!
अकेले रहने में ही सुकून है, न किसी का एहसान, न किसी का नुकसान ।
जी भरके ज़ुल्म कर लो मुझपे क्या पता मेरे जैसा बेजुबान न मिले तुम्हे। Jee bharke julm kar li mujh pe kya pata mere jesa bejuban na mil tumhe.
मत कर किसी से उम्मीद मेरे हर किसी की अपनी दुनिया है कोई कितना भी अपना हो पहले अपना ही देखता है ।
सीख लिया है अब मैंने जिंदगी जीना। अब चाहे तू वापस आए या ना आए, कोई फर्क नहीं पड़ता।
जिंदगी ने आज एक बात तो सिखा ही दिया हमको जो जितना सच्चा रहता है वह उतना ही ज्यादा अकेला रहता है
कुछ नहीं है आज मेरे शब्दों के गुलदस्ते में, कभी कभी मेरी खामोशियाँ भी पढ लिया करो…!!
चलते चलते फिर गली वो आ गयी जिस गली में अब हमारा कोई नहीं
कदर और वक्त भी कमाल के होते है जिसकी कदर करो वो वक्त नहीं देता और जिसको वक्त दो वो क़दर नही करता ।
चल रहे हो तो ही जिंदा हो, थम जाने का नाम तो जिंदगी बिलकुल नही।
महल मेरा रेत का बनवाते हो, और पता बारिश को देते हो!! Mahal Mera Ret Ka Banwate Ho, Aur Pata Barish Ko Dete Ho.
हौसला तो देखो, जिन्दगी का जनाब हर पर मौत को साथ मे लेकर चलता है !
तुम खास थे इसलिए लड़े तुमसे, पराये होते तो मुस्कुरा कर जाने देते..!!
जाए कहाँ अपना ये शहर छोड़ कर मगर इस शहर में अब अपना कोई नहीं
ऐसा भी क्या हुआ, भरोसा ही था… टूट गया..!!
अब तो न किसी की चाह, न ही किसी से कोई आस बाकी है.. बस तू जहां भी जाए हमेशा खुश रहे, मेरे लिए तो बस इतना ही काफी है।
दुनिया का सबसे बेहतरीन रिश्ता वहीं होता हैजहाँ एक हल्की सी मुस्कराहट और छोटी सी माफ़ी से ज़िन्दगी दोबारा पहले जैसी हो जाती है..
तू याद कर या भूल जा,तू याद है बस ये याद रख।।
तेरी आँखों मे नूर बरसता है पूरे जहाँ का सरूर बसता है लगता है कोई हुआ नही इनका दीवाना है इनमे में तो प्यार का बहुत बड़ा दस्तूर लगता है.
महफ़िल में हँसना हमारा मिजाज बन गया, तन्हाई में रोना एक राज बन गया😢 दिल के दर्द 💔को चेहरे से जाहिर न होने दिया बस यही जिंदगी जीने का अंदाज बन गया❤
टूटे हुए सपनो और छुटे हुए अपनों ने मार दिया वरना ख़ुशी खुद हमसे मुस्कुराना सिखने आया करती थी !!
क्या है ज़िन्दगी देखो तो ख्वाब है ज़िन्दगी पढो तो किताब है ज़िन्दगी सुनो तो ज्ञान है ज़िन्दगी
जवाब देना हमें भी आता है बस कीचड़ में पत्थर फेंकने की आदत नहीं है !
एक अजीब सी दौड़ है ये ज़िन्दगी….जीत जाओ तो कई अपने पीछे छूट जाते हैं, हार जाओ तो अपने ही पीछे छोड़ जाते हैं ।
बचपन में जवान होने का शौक था, जवान हुए तो बचपन याद आ रहा है !!
अच्छा इम्तिहान लेता है ये खुदा दिल भी देता है तो टूटने के लिए
बेबसी का आलम उस शख्स से पूछिए जो रोना चाहता है मगर रो नहीं सकता
माना तेरी नज़रों में तेरे काबिल नहीं हूँ मैं मैं क्या हूँ उनसे पूछ जिन्हें हासिल नहीं हूँ मैं
बराबरी का सिलसिला जारी है, वो बहुत रुला चुकें, अब हमारी बारी है
सुबह तारे दिखे मुझको रात में धुप लगती थी वो कैसा इश्क़ था तेरा वो कैसा हाल था मेरा
पढ़े लिखे नहीं थे वो शायद गलतियों को हुनाह का नाम देते रहे मुझे बदनाम करना पसंद था उन्हें और हम उन्हें ये काम देते रहे
एक उम्र लग गई हमें ये जानने में सिर्फ कहने से कोई अपना नहीं होता
जब रिश्ता नया होता हैं तब लोग बात करने के बहाने ढूंढते हैं और वही रिश्ता जब पुराना हो जाता है तो लोग दूर जाने के बहाने ढूढ़ते है ।
हर दिल के अपने कुछ दर्द होते हैं जो हस कर सहे वही मर्द होते हैं
मुझे ढूंढने की कोशिश अब न किया कर, तूने रास्ता बदला तो मैंने मंज़िल ही बदल ली ।
दिलों में खोट है, जुबान से प्यार करते है.. बहुत से लोग दुनिया में यही व्यापार करते है ।
ए ज़िन्दगी तू इतनी बद्सलुखी न कर कौन सा यहा हम बार-बार आने वाले है
ज़िन्दगी मुह बनाये फिरती है, जैसे हालात मेरे बस में हैं. Zindagi Muh Banaye Firti Hai, Jaisey Haalaat Mere Bus Me Hain.
तुमको क्या खबर हाल मेरा है क्या मैं कह भी नहीं सकता कुछ मुझे सहना भी सब है
नफ़रत सी हो गई है ‘इस जिंदगी से अब, बस अब आखिरी दिन का इंतजार है ।
धीरे धीरे ढलते सूरज का सफ़र मेरा भी है शाम बताती है मुझे एक घर मेरा भी है
जायका अलग है हमारे लफ़्जो का, कोई समझ नहीं पाता कोई भुला नहीं पाता !
न जीने देती है न मरने देती है, ये मोहब्बत इतनी कुत्ती चीज है साली ये न सही करने देती है न ही कुछ गलत करने देती है।
उन्हें जन्नत में भी सुकून नहीं मिलता जो किसी के इश्क़ में मारे जाते हैं
तुझे चाहा था इस तरह गर्मी में कोई चाहे बारिश जिस तरह और जो इन आँखों में बारिशें है सिर्फ तेरी साज़िशें हैं
अकेले ही काटना है मुझे ऐ जिन्दगी का सफर, यूँ पल-दो-पल साथ चलकर मेरी आदत खराब न करो..!!
जिंदगी इतनी भी बुरी नहीं है कि मरने को दिल चाहे, बस कुछ लोग इतना दर्द देते हैं कि जीने का दिल नहीं करता..!!
मोहब्बत में आज कल सब यही इनाम देते हैं दिए जो ज़ख्म थे उसने वो अब आराम देते हैं
अच्छे होते हैं वो लोग जो आकर चले जाते हैं, थोड़ा ठहर कर जाने वाले बहुत रुलाते हैं !
अगर मन उदास हो तो एक काम किया करो, भीड़ से हटकर खुद को थोड़ा वक्त दिया करो ।
आग लगती है सीने में उसे देखकर किसी के साथ फिर याद आता है अब उसपर मेरा कोई हक़ नहीं
छोड़ दिया बेवज़ह सबको परेशां करना, जब कोई अपना ही नहीं समझता, तो उसे अपनी याद क्यों दिलाना !
अगर तुम्हारी नीयत सही हो तो ग़लत रास्ते भी सही मंज़िल तक ले जाते हैं
उदास कर देती है हर रोज ये शाम, ऐसा लगता है जैसे भूल रहा है कोई धीरे धीरे !
नही मांगता ए खुदा की जिंदगी सौ साल की दे, दे भले चंद लम्हो की मगर कमाल की दे।
पहले उसने अपनी सारी हसरत पूरी की देखते ही देखते सारा मंज़र बदला जिसने मुझे कहा था तुम बदलोगे तो नहीं उसने पहले नीयत बदली फिर नंबर बदला
टुटते हुवे तारे से भी तुझें मांगा हें ओर बता तुझसे कैसी मोहोबत करू…🙂🍁
अपने तो बहुत है जिंदगी में, पर अपनापन किसी में नहीं।
खुद को टीना बेचारा बनाया ना कर हर कहीं आंसू बहाया ना कर सारी मेरी गलती हो कैसे मुमकिन है झूठे किस्से लोगों को बताया ना कर
कल खो दिया आज के लिये, आज खो दिया कल के लिये, कभी जी ना सके हम आज आज के लिये, बीत रही है जिदंगी.. कल आज और कल के लिये!
टूटे हुए काँच की तरहचकनाचूर हो गए,किसी को लग ना जायेइसलिए सबसे दूर हो गए🥺।।
जिसमे दोनों तरफ हार होती है ये दिल उस जंग में हारा है किसी को उसकी बेवफाई ले डूबी किसी जो उसके प्यार ने मारा है
दर्द तो तब ज्यादा होता है, जब अपना कोई हमारी हालत ना समझकर, हमे गलत समझते है ।।
गैरों से मुझे मोहब्बत होने लगी है जैसे जैसे अपनों को आज़माता जा रहा हूँ
सच्ची यारी किसी रेहमत से कम नहीं होती रिश्तों की महक भी कभी कम नहीं होती कोई साथ दे अगर हर बुरे वक़्त में तो ये ज़िन्दगी किसी जन्नत से कम नहीं होती
गली गली जगह जगह बदनाम कर दिया तूने चलो अच्छा है, कोई तो दिल से एहसान कर दिया तूने
जिस तरह लोग, मुर्दे इंसान को कन्धा देना पूण्य समझते है… काश इस तरह जिन्दा इंसान को सहारा देना पूण्य समझने लगे तो जिंदगी आसान हो जाएगी।
मेरी यादें उसे देकर के ये कहना मेरे यारों के वो जो था तेरा आशिक़ वो बस यादों में ही है
कुछ पन्ने क्या फटे हमारी जिन्दगी की किताब के, ज़माने ने समझा हमारा दौर ही बदल गया ।
लड़कियों को कौन बताए क्या सफर है हमारा हमें कहना भी नहीं कुछ हमें सहना भी बहुत है
हुए कुछ हादसे ऐसे के सब हसकर बिखर गया समझ ही ना सके हम तुम ये क्या आकर गुज़र गया
कहते थे तुम सब हूँ मैं तुम्हारे लिए खुद रब हूँ मैं तुम भी बदल गए मौसमों की तरह तुम कहाँ कहाँ अब हूँ मैं
जो पागल हुए थे तेरी सूरत देख कर तेरी नीयत देख कर सब ठीक हो गए
मैं कभी-कभी बैठकर सोचता हूं इस बात को बचपन की नादानियों में गुजरे हुए वे दिन वही कमाल के थे !
आज में जीने वाला परिंदा हूं, इसलिए अभी तक जिंदा हूं..!
जिसको जितना जाना उसको इतना जाना है आना एक मजबूरी थी जाना एक बहाना है
मेरी खामोशियों में भी फसाना ढूँढ लेती है, बड़ी शातिर है दुनिया मजा लेने का बहाना ढ़ूँढ लेती है..!!
मुस्कुराओ क्या गम है, जिंदगी में टेंशन किसको कम है, अच्छा या बुरा तो केवल भ्रम है, जिंदगी का नाम ही.. कभी खुशी कभी गम है!
कुछ ऐसा इत्तेफ़ाक हैं नजर और नसीब का भी जो नसीब में नहीं होता , नजर को अक्सर वहीं चीज़ पसंद आती हैं ।
जिस दिन से वो हम से जुदा हुआ है हमारे दिल को दर्द बड़ा हुआ है। Jis din se wo hum se juda hua hai humre dil ko dard bada Hua ha.
ज़िन्दगी में कभी उदास मत होना कभी किसी बात पर निराश मत होना ये ज़िन्दगी एक संगर्ष है चलती ही रहेगी
यार बेकार बेज़ार हम हुए बर्बाद इश्क़ में बर्बाद हम हुए
दूरियों का ग़म नहीं अगर फ़ासले दिल में न हो~ नज़दीकियां* बेकार है अगर *जगह* दिल में ना हो..!!!
वो भी जाने क्या दौर था मेरी तू तेरी मोहब्बत कोई और था
हाथों में कुछ नहीं छाले ही छाले थे और फिर उसने हवा में कांटें उछाले थे वो तो चला गया अपने रंग दिखाकर मेरे दिल के तुकड़े भी उसके हवाले थे
वो नाराज होता तो उसे हर कीमत पर मना लेते, वो रिश्ता ही नहीं रखना चाहता तो उसे मनाये कैसे..!!
आँखें थक गई है आसमान को देखते देखतेपर वो तारा नहीं टूटता ,जिसे देखकर तुम्हें मांग लूँ
ऐसे ना जाओ छोड़कर मुँह मोड़कर दिल तोड़कर बैठे हैं जले दिल के पास तेरी ही दी शौल ओढ़कर
जब नसीबों में पत्थर लिखे हो तब मोहब्बत शीशों से किया नहीं करते
इस पार तो बस तकलीफें तकलीफें हैं उस पार पहुंचकर हमें चैन से सोना है
दिल में हर राज़ दबा कर रखते है, होंटो पर मुस्कराहट सजाकर रखते है, ये दुनिया सिर्फ़ खुशी मैं साथ देती है, इसलिए हम अपने आँसुओ को छुपा कर रखते है!
खत्म हो गयी सारी लकीरें हाथों की जिनपर कभी मोहब्बत का नाम लिखा था
जब किस्मत और हालात दोनों ही खराब हो तो, बहुत कुछ सुनना और सहना पड़ता है ।
बहुत अकेला कर दिया मुझे मेरे अपनो ने, समझ नहीं आता हैं किस्मत बुरी है या मैं ।
खुद का दर्द खुद से ज्यादा कोई नही समझ सकता मेरे दोस्त ।
नहीं चाहिए मेरे चेहरे पर हसी जब तक तू गैर की बाहों में है आएगी तुझपर भी धुप वक़्त की अभी तू मीठी छाओं में है
सब के दिलों का एहसास अलग होता है, इस दुनिया में सब का व्यवहार अलग होता है, आँखें तो सब की एक जैसी ही होती है, पर सब का देखने का अंदाज़ अलग होता है!
उसे मैं सारी उम्र कोसता रहा वो जो मुझे मिलकर भी मिला नहीं
न कर शुमार कि हर शय गिनी नहीं जाती, ये ज़िंदगी है हिसाबों से जी नहीं जाती।
अपना बनके जो आया उसको अपना माना था वो तो जाने वाले थे मेरा रूठना तो बहाना था
जो था वो अब रहा नही, जो हुं अब वो किसी को पता नहीं !
मोहब्बत इतनी शिद्दत से करो कि वह धोखा देकर भी सोचे, कि वापिस जाऊँ तो किस मुह से जाऊँ..!!
के अब रहा नहीं जाता के अब सहा नहीं जाता शिकायत है बहुत उनसे मगर कुछ कहा नहीं जाता
मेरी खामोशी थी जो सबकुछ सह गयी, उसकी यादें ही अब इस दिल में रह गयी, थी शायद उसकी भी कोई मज़बूरी, जो मेरी जिंदगी की कहानी अधूरी ही रह गयी!!
बदल जाने की उम्मीद तो थी तुमसे मगर इतनी जल्दी… ये पता ना था
कभी फुर्सत मिले सोचना ज़रूर वक़्त और प्यार के अलावा और माँगा ही क्या था। Kabhi fursat mile sochna zarur waqt aur pyar ke alwa aur manga hi kya tha.
बुरे वक़्त की ये भी एक निशानी है हर अच्छा इंसान बुरा हो जाता है
खामोश कर दिया जिंदगी तूने, वरना हम भी कभी मुस्कुराहटों के बादशाह हुआ करते थे…!!
बात मोहब्बत की है वरना हम को भी हमारी इज़्ज़त प्यारी है। Baat mohabbat ki hai varna hum ko bhi humari izzat pyari ha.
हाँ झूठे होते हैं सब वादे, कोई किसी का साथ उम्र भर नहीं देता
सफर जो धूप का किया तो तजुर्बा हुआ, वो जिंदगी ही क्या जो छांव-छांव चली हो..!!
मै उन बेवफा से कहूंगा की हर लड़का बजबूत नही होता कुछ लड़के टूटे कांच की तरह टूट के बिखर जाते है
सिर्फ चेहरे पर मरते हो तुम क्या ख़ाक मोहब्बत करते हो
कोई ठुकरा दे चाहत को तो हँस कर सह लेना…💔 मोहब्बत की तबियत में ज़बरदस्ती नही होती…💔
वक्त आने पर बदलना पड़ता है पांव में छाले लिए चलना पड़ता है अगर चाहिए एक अच्छा मुस्तकबिल तो जवानी में ही संभलना पड़ता है। मुस्तकबिल
हमने ज़िन्दगी को बस इतना ही जाना है तकलीफ में अकेले हैं, खुशियों में सारा जमाना है
सो सुख पा कर भी सुखी न हो पर एक ग़म का दुःख मनाता है तभी तो कैसी करामात है कुदरत की लाश तो तैर जाती है पानी में पर जिन्दा आदमी डूब जाता है
मोहब्बत थी मगर एक तरफ़ा थी अब ना एक भी आस बची है मर गए सारे जज़्बात दिल के दिल में अब बस सीने में राख बची है
कैसे रोने दे सकता हूँ मैं उस शख्स को जिसे मैंने खुदा से रो रो कर माँगा है
रहे ना हम उसके ना वो हमारा है इस दरिया का ना कोई किनारा है ग़लत फ़हमियों में हम दोनों रहे ना झूठ चाहिए ना सच गवारा है
बिखरा हुआ हूँ बरसो से इसी इंतजार में, कोई तो होगा जो समेटने आएगा मुझे !
इंसान सिर्फ उसी के लिए रोता है, जिसे अपनी जिंदगी में सबसे खास जगह देता है.!
मुस्कुराने के मौके कम मिले हैं हमें ज़िन्दगी में बहुत गम मिले हैं गैरों से मोहब्बत होने लगी हमें अपनों से इस तरह हम मिले हैं
सब के दिलों का एहसास अलग होता है, इस दुनिया में सब का व्यवहार अलग होता है, आँखें तो सब की एक जैसी ही होती है, पर सब का देखने का अंदाज़ अलग होता है..!!
हवा चुरा ले गयी मेरी शायरी की किताब, देखो आसमां पढ़ के रो रहा है बेहिसाब !
किये जितने सवाल उससे वो उतनी हामी भरता था आशिक़ों की थी कमी नहीं वो कैसी मोहब्बत करता था
जो ताउम्र किसी एक के होकर रहें ऐसा महबूब अब कहां मिलता है
ज़िंदगी हसने का नाम है, रोना किस काम का, जाने वाले चले गये, उनके लिए दिल दुखाना किस काम का!!
मुस्कुराने से शुरू और रुलाने पर खत्म, ये वो जुल्म है जिसे लोग मोहब्बत कहते हैं..!!
नन्हे से दिल में अरमान कोइ रखना, दुनिया की भीड़ में पहचान कोइ रखना, अच्छे नहीं लगते जब तुम रहते हो उदास, इन होठों पे सदा मुस्कान कोइ रखना!
यहां अपने ही लूट कर जा रहे हैं अब किस पर भरोसा करें हम
ज़बरदस्ती किसी की life का हिस्सा बनने से अच्छा है ख़ुद को संभाली और उसकी दुनिया से बहोत दूर चले जाओ
उसके हिस्से में मेरी खुशियां लिखने वाले मैंने सिर्फ उसके गम ही तो नहीं मांगे थे
सुना था किसी से नाम तुम्हारा निकली मोहब्बत काम तुम्हारा हर कहीं घर बना के बैठे हो पता नहीं अभी तुम्हें अंजाम तुम्हारा
बहुत अच्छे से वो अपना किरदार निभाते हैं बेईमान हैं बेईमानी से साथ निभाते हैं
वहां से बिगड़ी है ज़िंदगी मेरी जहाँ से साथ तुमने छोड़ा था Waha se bigadi hai zindagi meri jahan se sath tumane chhoda tha.,
रिश्ता चाहे कोई भी हो,, एक बात पक्की है जिससे हम आशा करते हैं वही जिंदगी का तमाशा करते हैं ।
मायने ज़िन्दगी के बदल गये अब तो, कई अपने मेरे बदल गये अब तो, करते थे बात आँधियों में साथ देने की.. हवा चली और सब मुकर गये अब तो।