आज हम लेकर आये है सबसे अलग और नयी Khudgarz Shayari In Hindi। इस मतलबी दुनिया में कोई किसि का नहीं होता और यही उद्देश्य का साथ हम एक बहेतरीन कलेक्शन लेकर आये है। अपने फेवरेट शायरी को सोशल मीडिया में शेयर करे।
मुस्कराहट का कोई मोल नहीं होता..।। कुछ रिश्तो का कोई तोल नहीं होता..।। वैसे लोग तो मिल जाते है हर मोड़ पर..।। पर कोई आप की तरह अनमोल नहीं होता..
मतलबी दुनिया में लोग अफसोस से कहते है की,कोई किसी का नही।लेकीन कोई यह नहीं सोचता की हम किसके हुए,मज़बूत होने में मज़ा ही तब है।
तेरे हुनर को बस तू खुद ‘तराश ले, दुनिया तो तेरे वजूद को खुद ही तलाश लेगी।
कुछ लोग सिर्फ मतलबी होते है,उन को हमारी शायरी सिर्फ शायरी लगती है,,पर होती वो हक़्क़ीक़त में हमारे दिल की भावना है.!
खुद से ही पूछते हैं, आस पास ढूंढते हैं, हम खोए हैं दुनिया में हर किसी सी रास्ता पूछते हैं।
फुल कभी दो बार नहीं खिलते,मिलने को तो हजारों लोग मिल जाते है।इस मतलबी दुनिया मे,मगर हजारों गलतियां माफ़ करने वाले।माँ बाप नहीं मिलते।
गरजा बहुत कि खुदगर्ज़ हुआ है एक रिश्ता लाइलाज मर्ज़ हुआ है
फायदा उठाने के लिए इतने भी मतलबी मत बनो, की लोग तुम्हें मतलबी कहने लगें।
दुनिया को देख कर अब हम भी मिज़ाज बदले गे , रिश्ता सब से होगा लेकिन वास्ता किसी से नहीं।
ये दुनिया कितनी मतलबी है इस बात का अंदाजा आप यहां से लगा सकते हो के जो पेड़ सूख जाता है उस पेड़ पर तो परिंदे भी बसेरा नहीं करते।
इस मतलबी जमाने में, यह जानना बहुत मुश्किल होता है, की किसके लिए आप जरूरी हो, और किसकी जरूरत हो !
वाकई अगर दुख बांटने से कम होता, तो शायद आज दुनिया में कोई दुखी नहीं होता।
” हो सकें तो अब कोई सौदा न करना ! पिछली दिल्लगी में सब कुछ हार चुका हूँ मैं….!!
आसान नहीं उन्हें माफ़ करनाजो उम्मीद हमें दुश्मन से थीवो सारी दोस्तों ने पूरी कर दी।
मतलबी लोग सामने तारीफ़,और पीठ पीछे बुराई करते है।
जब रिश्ता नया होता हैं तो,लोग बात करने का बहाना ढुढते हैं।और जब उही रिश्ता पुराना हो जाता हैं,तो लोग दुर होने का बहाना ढुढते हैं।
तेरी रुस्वाई से मुझे एक सबक मिला है,दुश्मन भी इतना नहीं करता जितना,,तूने दोस्त बनके किया है।
जिंदगी और मौत के संघर्ष में सिर्फ, मतलबी Logon से मुलाकात हुई !
मुझको छोड़ने की वजह तो बता दे,मुझ से नाराज थे या मुझ जैसे हजार थे।
हर दर्द एक सबक सिखाता है ,और हर सबक एक इन्सान को बदल देता है |
जा रहने है छोड़ कर तेरी गलियों को,ऐ बेवफा,याद रहेगा तेरी ये बेवफाई का सबक भी औरतुझे भी याद आएगी मेरी वफाई का सबक |
बिगड़ी हुई ज़िंदगी की बस इतनी सी कहानी है; कुछ बचपन से हम लोफर थे; बाकी कुछ आप जैसे दोस्तों की मेहरबानी है।
अब कटेगी ज़िंदगी सुकून से कुछ दिन तक,अब हम भी कुछ दिन के लिए मतलबी हो गए हैं।
मतलब यहाँ हर बंदा, मतलब की हद तक, साथ चाहता है !
अगर दोस्त चुनो तो उन्हेंएक बार परख ज़रूर लेनाएक दोस्त ही है जिनके साथ हमसबसे ज्यादा वक़्त बिताते है।
गुनाह करके सजा से डरते हैं, ज़हर पी के दवा से डरते हैं, दुश्मन के सितम का ख़ौफ नहीं हमें, हम तो दोस्तों के खफा होने से डरते है ।
मतलबी जमाना है,नफरतो का कहर है।ये दुनिया दिखती शहद है,पिलाती ज़हर है.!
इजहार मोहब्बत का कुछ ऐसे हुआ!! क्या कहें की प्यार कैसे हुआ… उनकी एक झलक पे निसार हुए हम!! सादगी पे मर-मिटे और आंखो से इकरार हुआ!!
जब दोस्त ही फंसाते है जाल में, तो क्या फर्क है दुश्मनों की चाल में।
समय तो बहुत था हमारे पास रिश्ता सुधारने का, लेकिन तुम उस वक्त को समझ नही पाई !
मत खोल मेरी पुरानी किताब को ऐ दोस्त ,हर उस साख ने दिल दुखया है जिस पर मुझे ऐतबार था |
“ कौन कहता है की खामोशियाँ खामोश होती हैं,खामोशियों को खामोशी से सुनो क्या पता,खामोशियाँ वो कह दे जिसकीलफ़्ज़ों में तलाश होती है…!!
” हर किसी में तुझे पाने की कोशिश की ! बस एक तुझे न पाने के बाद…!!
ना दोस्ती मिली ना प्यार मिला, हर मोड़ पर, एक मतलबी यार मिला !
उनका मतलबी होना भी पसंद है हमें, मतलब से ही सही याद तो करते हैं हमें।
“ सूखे पत्ते की तरह थे हम ! किसी ने समेटा भीतो सिर्फ जलाने के लिए….!!!
हम इतने अज़ीज़ नहीं होते हैं, जितना हमें दिखाया जाता है, दोस्त बना के ही दुनिया के बाजार में हमें लुटा जाता है।
आसमान से तोड़ कर ‘तारा’ दिया है; आलाम ए तन्हाई में एक शरारा दिया है; मेरी ‘किस्मत’ भी ‘नाज़’ करती है मुझ पे; खुदा ने ‘दोस्त’ ही इतना प्यारा दिया है।
मोहोब्बत के दम पर जो रिश्ते जोड़े दिए जाते है,वहीं केवल एक मतलब के लिए तोड़ दिए जाते है।
सूरज के डूब जाने से ही अंधेरा नहीं होता है आंखों पर पट्टी बांध लेने से भी अंधेरा हो जाता है.
“ कोई कहता है दुनिया प्यार से चलती है,कोई कहता दुनिया दोस्ती से चलती है,लेकिन जब आजमाया तो पाया,कि दुनिया तो सिर्फ मतलब से चलती है…!!!
कहने को ‘समझदार थे हम भी कुछ हद तक., ठग लिया दुनिया ने, फिर भी थोड़ा-थोड़ा करके।
हाँ बहुत मतलबी हूँ मैं भी इश्क़ में,चाहता हूँ मैं वो जो नहीं है मिरा।
मतलबी दुनिया है नफरतों का कहर साहब दिखाती शहद है पिलाती जहर है।
मैंने जब खुदा से कहा।। तू मेरी दुआ भी कभी कुबूल कर दे।। उसने भी मुस्कुरा कर कह दिया।। तू एक ही शक्श को मांगना छोड़ दे।।
“ सोचा था एक घर बनाकर बैठूंगा सुकून से ! लेकिन घर की ज़रूरतोने मुसाफिर बना दिया…!!
न जाने क्यों मेरी निगाहें उसके आंखों की सच्चाई पर टिकी थी शायद मेरे नसीब में उस बेवफा की खुदगर्ज मोहब्बत ही लिखी थी
मैं सब कुछ और तू कुछ नहीं!! बस यही सोच… हमें इंसान बनने नहीं देती.!!
वक्त आने दो हमारा भी जवाब भी देंगे, हर एक मतलबी इंसान से उसका हिसाब भी लेंगे।
अपना साया भी कितना खुदगर्ज होताचिलचिलाती धूप हो तो आड़ में होता है,अगर अँधेरा हो जाए तो साथ छोड़ देता है !!
सच्चाई की चुनर ओढ़े अब बुराई दिख रही है खुदगर्ज इंसान के इश्क़ से दुनिया अंजान हो रही है
दुनिया में खुदगर्ज लोग बोहोतमिल जाएंगेअपना मकसूद पुरा होते ही अकेलेछोड़ जाएंगे।
महफ़िल मे हर दोस्त नेअपना सही रंग दिखाया हैकैसे करी जाती है दग़ाबाज़ीये हमें दोस्त ने ही सिखाया है।
एक रिश्ता ऐसा बनायादोस्त कम उसे भाई बनायाजब पता लगा हमें सच्ची दोस्ती कातब उसने अपना असली चेहरा दिखाया।
“ किसी से सिर्फ उतना ही दूर होना,जिससे कि उसे आपकीअहमियत का एहसास हो जाये,पर इतना भी दूर मत होना कि,वो आपके बिना जीना ही सीख लें…!!
तुझ पे कुर्बान मेरी यारी है, हस के मर जाऊं इस की तैयारी है, सिलसिला न खतम हो अपने प्यार का, क्यूंकी... read more
दुश्मन हमें देखकर हमसे जलते है, हमें सामने नही बल्कि पीठ पीछे कहते है।
मेरे बुरे समय में कुछ दोस्तमेरी कमिया गिना रहे हैंहोकर मतबी वे दुसरो से दोस्तीनिभा रहे हैं।
“ अकेले रहने का भी एक अलग सकुन है,ना किसी की वापस आने की उम्मीद,ना किसी के छोड़ कर जाने का डर….!!
अब लोगों को क्या हो गया, हर कोई दोस्ती की बजाय दुश्मनी निभाने में लग गया।
मतलब का तराजू इतना भरी है ,जिसमे तुलती हर दोस्त की यारी है।माना मतलबी ये दुनिया सारी है ,मगर ये मतलब ,,दोस्ती से भी ज्यादा भरी है।
चाँद की दोस्ती, रात से सुबह तक; सूरज की दोस्ती, दिन से शाम तक; हमारी दोस्ती पहली मुलाकात से आखरी सांस तक।
एक दूसरे के दिल में यूं पल रही मोहब्बत जमाना नहीं समझता जलते हुए दिए की शहादत ये खुदगर्ज जमाना नहीं समझता
इस दुनिया से कहीं दूर चले जाने को जी चाहता है मतलबी दुनिया में ना रह कर मर जाने को जी चाहता है।
मैं खुदगर्ज़ सही, ख़ुद्दारी भी अपने साथ रखती हूँ; ख़ैरात में इश्क़ मिले भी तो, मुझे ज़रूरी नहीं लगता
दुनिया मे हर चीज कीमती हैं, पाने से पहले और खोने के बाद।
एक पहचान हज़ारो दोस्त बना देती हैं एक मुस्कान हज़ारो गम भुला देती हैं,ज़िंदगी के सफर मे संभाल कर चलना, एक ग़लती हज़ारो सपने जला कर राख देती है.
तेरे दीदार की तलब रखता था!!।। तुझसे प्यार की चाहत रखता था।। तुझसे इजहार की भी सदा रखता था।। रख ना पाया तो सिर्फ इजहार ए जुनून।।
विश्वास का गला घोट आज,में भी मतलबी बनके जी रहा हूँ।इस तुच्छ से स्वार्थ के लिए,मतलबी लोगो को अपना अपना कह रहा हूँ।
“ आँसुओ का कोई वज़न नहीं होता ! लेकिन निकल जानेपर मन हल्का हो जाता है…!!
मतलब हमें बस उनसे था, शायद इसीलिए वो मतलबी बन गए !😒💯
मरने वाले तो एक दिन बिन बताएंमर जातें है रोज़ तो वो मरते है जोखुद से ज्यादा किसी को चाहते हैं!
जो दोस्त झूठे प्यार के खातिरअपने जिगरी यार को छोड़ देते हैंवो कभी किसी से वफ़ा नहीं कर सकते।
हुस्न के साथ मतलबी नकाब निकलता है,अक्सर चमकता सोना खराब निकलता है।
विश्वास की डोर एक धोखे से तोड़ जाते हैं, मतलबी लोगों की फितरत है की, वो अपनों को बीच रस्ते में छोड़ जाते हैं ।
अच्छे दोस्त आँखों में खटकने लगते है, जब मतलबी लोग दोस्त बनने लगते है।
टूट जाता है गरबी में रिश्ता,जो बहुत खाश होता हैं।हजारों यार बनते हैं जब,पैसा पास होता हैं।
“ किसी का ये सोचकर साथ मत छोड़ना,कि उसके पास कुछ नहीं तुम्हे देने के लिए,बस ये सोच कर साथ निभाना कि,उसके पास कुछ नहीं हैतुम्हारे सिवा खोने के लिए…!!
हम ज़िंदगी के गीत सुना रहे थेहम ग़मों के तराने गा रहे थेखींच रही थी बंदीशें हमें बार-बारहम फिर भी बेइंतहां मुस्कुरा रहे थे ।
मिल जाए कोई नया तो हमें ना भुला देना, कोई रुलाए तुम्हे तो हमें याद कर लेना, दोस्त रहेंगे उमर भर... read more
दुनियादारी में हम थोड़े कच्चे हैं; पर दोस्ती के मामले में सच्चे हैं; हमारे सच्चाई बस इस बात पर कायम है; की हमारी दोस्त हमसे भी अच्छे हैं ।
मतलबी लोगों का दौर है यारों, यहां देख कर भी अनदेखा करते हैं हज़ारों।
अब दोस्तो के दिलो मेंदोस्ती के फूल नहीं खिलते दिल में नफ़रत लिए हसकर मिलते हैं।
ज़िंदगी सुंदर है पर मुझे जीना नहीं आता; हर चीज में नशा है पर मुझे पीना नहीं आता; सब मेरे बिना जी सकते हैं, सिर्फ मुझे दोस्तों के बिना जीना नहीं आता ।
किताबों की दुनिया में बेहिसाब पन्ने हैं, पर हर पन्नों में ज़िक्र तेरा नज़र आता है।
सब मतलब की यारी है, यही दुनिया की सबसे बड़ी बीमारी है।
अब और किसी परऐतबार नहीं होताजबसे मैंने दोस्तो काअसली चेहरा देखा हैकसम से अपने चेहरे सेभी मुझे नफत होने लगी है।
“ तुमसे मोहब्बत करने का गुनाह किया था ! तुमने तो पल पल मरने की सज़ा दे दी…!!!
” जो लोग दर्द को समझते हैं ! वो लोग कभी दर्द की वजह नहीं बनते….!!
तेरे संग जीने की कहानी, मुझे दुनिया को है बतानी, तुझे पाकर इस जहां में हमनें अपनी खुश हो गई जिंदगानी।
“ जिंदगी ने सवाल बदल डाले,वक्त ने हालात बदल डाले,हम तो आज भी वही है जहाँ कल थे,बस उन्होंने अपने जज्बात बदल डाले….!!!
हमें जिंदगी से लड़ना है इसीलिए नहीं कि हम जीत जाएं बल्की इसलिए कि हमें कोई हरा न दे।
“ मोहब्बत सच्ची हो तोलौट कर ज़रूर आती है ! खैर छोड़ो सब कहने की बाते हैं….!!!
“ दुबारा इश्क़ होगा तो तुझसे ही होगा ! खफा हूँ मैं बेवफा नहीं ….!!!
जिंदगी तो उसी ने जी है जिसकी मौत पे जमाना अफसोस करे।वरना जन्म तो हर कोई मरने के लिए ही लेता है।
भूला देगे तुम्हें जरा सब्र तो कीजिए,आपकी तरह मतलबी होने में जरा वक्त लगेगा।
जिनको हम अपना जिगरी यार मानते है ,वो सिर्फ हमे अपने मतलब के लिए पहचानते है।
मेरे ही दिल में रहकर कैसे तुम इसमें ही छेद करोगे मुझे क्या पता था चाहत में इतने खुदगर्ज निकलोगे
जिंदगी में सब लोग दोस्त या रिश्तेदारबनकर ही नहीं आते,कुछ लोग सबक बन कर भी आते हैं।
“ ज़िन्दगी में सबसे ज्यादादुःख दिल टूटने पर नही,भरोसा टूटने पर होता है,क्योंकि हम किसी परभरोसा कर के ही दिल लगाते है…!!
“ अफसोस होता हैजब हमारी पसंद कोई और चुरा लेता है,ख्वाब हम देखते हैंऔर हकीक़त कोई और बना लेता है…!!
बुस्दिल न समझों लोगो मुझे बस मेरा वक़्त बुरा है,आने दो समय तुम सब को सबक सिखा देगें |
“ मैं हमेशा डरता था उसे खोने से ! उसने ये डर ही ख़त्मकर दिया मुझे छोड़कर….!!
हम विश्वास को इंसानियत मनाते थे पर वो मतलबी लोग तो सिर्फ अपने मतलब को ही जानते थे।
हम अपनों को कुछ ऐसा सिखाएंगे, सही वक्त पर दुश्मन को औकात दिखाएंगे।
आजकल दुनिया में खिलौनों की जरूरत नहीं पड़ती, क्योंकि लोग दिलों के साथ बड़े शौक से खेलते हैं।
प्यार करने का हुनर हमें आता नहीं.. इसीलिए हम प्यार की बाजी हार गए.. हमारी जिन्दगी से उन्हें बहुत प्यार था.. शायद इसीलिए वो हमें जिंदा ही मार गए..
दोस्ती करने के उनके अंदाज बोहोत है ,मगर छिपे इसमें मतलब के राज़ बोहोत है।
दिलों में मतलब और जुबान से प्यार करते हैं, बहुत से लोग दुनिया में यही कारोबार करते हैं।
जब ज़िंदगी तुम्हें कोई नया मौक़ा देतो पुरानी ग़लतियों को दोहराने कीग़लती कभी मत करना यारों ।
उन दुश्मनों से डरने की कोई जरूरत नहीं जो सामने से वार करते हैं,बचना है तो उन मतलबी लोगों से बचो जो आपको गले लगाते हैं।
” क़ाश तुम मेरे होते ! क़ाश ये अल्फाज़ तेरे होते….!!
भरोसे की आड़ में उन्होंने मुझे बहुत सताया है,मतलबी लोगों की तरहा शायद,,मतलब के लिए उन्होने मुझे अपना बनाया है।
दोस्त बनकर जो धोखा दे ! उससे बड़ा कोई दुश्मन नहीं हो सकता !
दिल में जो थी मोहब्बत की राहें जैसे खाली कर दी है खुदगर्जी ने ही इंसानों के दिल में जगह कर ली है
दोस्ती अच्छी हो तो रंग लाती है, दोस्ती गहरी हो तो सबको भाति है, दोस्ती नादान हो तो टूट जाती है, पर… अगर दोस्ती अपने जैसी हो तो इतिहास बनाती है
मत करना हाथो कीलकीरों पर भरोसा अगरदोस्त बदल सकते है तोफिर किस्मत क्या चीज़ है।
“ नादान हैं वो लोग जो इश्क़ नहीं करते ! अरे ! जिगरा चाहिए बर्बाद होने के लिए….!!
तुझे हक है अपनी दुनियाँ में खुश रहने का, मेरा क्या, मेरी दुनियाँ तो तू ही है।
” जहां कभी तुम हुआ करते थे ! वहां अब दर्द होता है….!!
मतलबी दुनिया में लोग अफ़सोस से कहते है कि, कोई किसी का नही,,लेकिन कोई यह नहीं सोचता कि हम किसके हुए..!!!
नादान था दिल मेरा इसलिए उसको भी नादान समझ लिया,वो तो इंसानी भेष में एक मतलबी शैतान था।
अच्छे दोस्त आँखों में खटकने लगते है,जब मतलबी लोग दोस्त बनने लगते है।
” क्या फायदा है अब रोने से ! जो प्यार न समझा वो दर्द क्या समझेगा…!!
मेरी दुनिया का हर शख्स मतलबी निकला,घर एक आईना था बस वही वफादार निकला।
जियो ऐसे के अपने आप को पसंद आ जाओ, दुनिया वालो की पसंद तो पल भर में बदल जाती है।
ख्वाहिश तो थी मिलने की पर कभी कोशिश नहीं की.. सोचा जब खुदा माना है उसको तो बिन देखे ही पूजेंगे..!!
“ मैं कहाँ जनता हूँ दर्द की क़ीमत ! मेरे अपनों ने मुझे मुफ्त में दिया है….!!
जिसे हमने अपना खुदा माना वो ही बड़ा, मतलबी और खुदगर्ज निकला !
पहले लोग दिल से बात करते थे,अब लोग मतलब से बात करते है।
खुद से ज्यादा किसी पर ऐतबार मत करनाधोखा खाया है दोस्ती में कई दफाअब दोस्तों पर कभी विश्वाश मत करना।
आपसे काम हैं तो आपका नाम हैं,वरना कोई नहीं पूछता आपका क्या हाल हैं।हम मतलबी नहीं की चाहने,वालो को धोखा दे।बस हमें समझना हर किसी की,बसकी बात नही !!!
खुदगर्ज़ दुनिया के मतलबी लोग कभी नहीं समझ सकते,बिना मतलब के भी कुछ रिश्ते निभाये जा सकते है।
इस मतलबी दुनिया में जरूरत से ज्यादा अच्छे बनोगे तो जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल कर लिए जाओगे।
झूटी है तेरी दोस्ती औरझूठा है तेरा ऐतबारचली जा मेरी ज़िन्दगी सेनहीं चाहिए तेरा प्यार।
मतलब न पूरे होने पर लोग,लहज़े बदल लेते हैं।
कुछ लोग आदत से मजबूर होते हैंमतलबी दोस्तो से हम दूर होते हैं।
थोड़ा सा परेशान हूं इस दौर में यूं ना रुलाया करो मतलबी रिश्तो का बोझ हमसे उठवाया ना करो।
अपनापन तो हर कोई दिखता है , पर असल मैं अपना कौन है, ये वक्त बताता है।
मेरा सनम बड़ा धोखेबाज़ है ,क्यूंकि मतलब के लिए ,,मुझे बेमतलब में प्यार करता है।
“ कभी कभी किसी केलफ्ज़ हमें इतने चुभ जाते हैं,की हम चुप से हो जाते हैंऔर सोचते है क्यावाकई में हम इतने बुरे हैं…!!
“ असली तकलीफ तो येज़िन्दगी देती है ! मौत तो बस यूंही नाम से बदनाम है….!!!
हमें भले ही कुछ आता हो या ना आता हो, पर हमें अच्छे से आता है दुश्मन को औकात में रहना सीखना।
“दिन बीत जाते हैं सुहानी यादें बनकर, बातें रह जाती हैं कहानी बनकर, पर दोस्त तो हमेशा दिल के करीब रहेंगे, कभी... read more
दुनिया बोहोत बड़ी है मगरये बात सही है ज्यादा तरलोग धोकेबाज़ ही होंगे।
जिस-जिस पर मुझे नाज थाउन सब ने सबक सिखाया है।
दोस्ती हर चेहरे की मीठी मुस्कान होती है, दोस्ती ही सुख दुख की पहचान होती है, रूठ भी गए तो दिल पर मत लेना , क्योंकि दोस्ती जरा सी नादान होती है….!!!
आज दिल के आईने में तेरी धुंधली सी तस्वीर मिल गई खुदगर्जी की सजा भी हमें इस मोहब्बत में मिल गई
किताबे भी बिल्कुल मेरी तरह है।। अल्फाज से भरपूर मगर खामोश।।
“ तुम्हे क्या पता किसदौर से गुजर रहा हूँ मैं,कहने को तो ज़िंदा हूँ,मगर मौत से गुज़र रहा हूँ मैं…!!
कोई कहता हैं दुनिया प्यार से चलती है,कोई-कहता हैं दुनिया दोस्ती से चलती है।लेकिन जब अजमाया तो पता,दुनिया तो बस मतलब से चलती है।
मेरी चुप्पी को मेरी मज़बूरी समझने की गलती मत करो लोगो,ये तो मेरे संस्कार है,वर्ना जुबान तो हमारी भी कैची से तेज ही चलती है |
दोस्ती करने से ही बढ़ती है यारी, दुश्मन को जलता देख ये दुनिया हमें लगती है प्यारी।
मतलबी लोगों का किस्सा ही खत्म,जैसे लोग वैसे हम..!🤗
बेवफ़ा से दिल लगा लिया नादान थे हम,गलती हमसे हुई कयोंकि इंसान थे हम।आज जिनके नजरें मिलाने में तकलीफ होती हैं,कुछ समय पहले उनकी जान थे हम।
इस शहर के लोग बहुत मतलबी है,टूटते तारे को देख अपने लिए कुछ नायाब मांगते है।
ए खुदा जब तूने रिश्ते बनाना सीखा ही दिया था ,तो फिर मतलब के लिए इन्हे तोडना क्यों सिखाया।
“ बहुत सोचा बहुत समझा,बहुत देर तक परखा तब जाना,तन्हा जी लेना मोहब्बत से कही बेहतर है…!!
अपने नसीब में, अपनों का सहारा नहीं दोस्तो कितना ही दिल लुटाऊँ, कोई हमारा नहीं दोस्तो
घड़ी वक्त बताता हैं,और वक्त,,लोगो की औकात।
कभी भी किसी के लिए खुद को ना बदले,क्योंकि लोग बहुत मतलबी है।आप को बदल कर खुद,ही बदल जाते हैं।
कैसे कह दूँ इश्क मतलबी है उसका,उसे मुझसे कोई फायदा भी तो नहीं है।
तैयार था मैं देने के लिए जान भी इकरार में तुम खुदगर्ज हो गई हो, न जाने क्यों प्यार में
दोस्ती निभाई तूने ऐसेफिर कोई सच्चा दोस्त ना लगाऔर जब तूने धोका दिया उसके बादमुझे कोई और सच्चा दुश्मन ना लगा।
कुछ मतलबी लोग ना आते,तो जिंदगी इतनी बुरी भी ना थी !!
दिल से दिल बड़ी मुश्किल से मिलते हैं; तूफानों में साहिल बड़ी मुश्किल से मिलते हैं; यूँ तो मिल जाता है हर कोई; मगर आप जैसे दोस्त नसीब वालों को मिलते हैं।
ये दुनिया है यहां कत्ल सरेआम होता है, मिजा़ज चाहें छोटा हो पर बड़ा नाम होता है।
तोडा है यारों उसने जो दिल मेरा बेवफाई करके,लगता होगा उसको की हम रोयेगे ,जाकर बता दो यारों उसको ,उससे कही ज्यादा अंसू पोछने वाले हैं मेरे पास|
करतूत तो देखो ज़रा दोस्तों कीहमसे दोस्ती निभाते निभाते वो तो दुश्मनी कर गए।
कोई मिला नही जिसको वफ़ा देते हर एक ने दिल तोड़ा है किस किस को सजा देते।
आपकी दोस्ती की एक नज़र चाहिए; यह दिल है बेघर इसे एक घर चाहिए; यूँ साथ चलते रहे, ऐ दोस्त; यह दोस्ती हमें उम्र भर चाहिए।
हमने है कुछ तो जज्बात, हमें आदत नही है पुछने की दुश्मन की औकात।
मतलब ख़तम राब्ता ख़तम,यह है दुनियां का रसम।
सुनो हम बदले नहीं है बस, समझ गए है की, दुनिया कैसी है।
सबसे बुरा तब लगता है जब मतलबी लोग,आपके दिल में उतर जाते हैं।
दोस्ती दर्द नहीं खुशियों की सौगात है; किसी अपने का ज़िंदगी भर का साथ है ; ये तो दिलों का वो ख़ूबसूरत एहसास है; जिसके दम से रौशन ये सारी कायनात है ।
” मोहब्बत भी उधार की तरह है ! लोग ले तो लेते है मगर देना भूल जाते हैं….!!
किसी को सबक सिखाने के लिए जरूरी तो नहीं की उसके साथ गलत ही किआ जाए ,बुरे के साथ अच्छा कर के भी उसको सबक सिखाया जा सकता है |
मानता था मैं दुनिया के लिए, कीमती होगा प्यार वहम था मेरा, मतलबी निकला यह सारा संसार !
अगर मिलना ही है तो क़द्र करने वालो से मिलो मतलबी लोग तो खुद तुमसे मिलने आएंगे
मतलबी दुनिया में आपकी इज्जत उतनी ही है,जितनी इन्हे आपकी जरूरत है।
जिसे हमने अपना खुदा माना वो ही, बड़ा मतलबी और खुदगर्ज निकला !
फ़रेब की दुनिया में हो घर हमारा, एक नक़ाब तेरा हो और एक मेरा।
“ जिनके दिल पर चोट लगती है ! वो अक्सर आँखों सेनहीं दिल से रोते हैं….!!
वक्त कहाँ है किसी के पास, जब तक कोई मतलब न हो खास !
दोस्त साथ हो तो रोने में भी शान है; दोस्त ना हो तो महफ़िल भी शमशान है; सारा खेल दोस्ती का है वरना; जनाज़ा और बारात एक समान है।
इंसान को यूँ ही मतलबी नहीं कहा जाता, उसे अपने सुख से ज्यादा दुसरे के दुःख में मज़ा आता है
टूट जाता है,ग़रीबी में वो रिश्ता जो ख़ास होता है।हज़ारों यार बनते है जब पैसा पास होता है।
“ न अब किसी से नाराज़गी है,न ही किसी से मोहब्बत है,बार बार अगर अपने होने का,एहसास दिलाना पड़े तोहम अकेले ही अच्छे है…!!
तुम अपने दिल में मोहब्बत का आलम हमेशा जिंदा रखना अपनी खुदगर्जी और खुद्दारी खुद अपने ही पास रखना
अकसर वही लोग हम पर उँगलीया उठाते हैं,जिनकी मुझसे बात करने की औकात न हैं।
इस मतलबी दुनिया में हर कोई बदल जाता है, जब उनको कोई आपसे बेहतर मिल जाता है।
जिंदगी जीने का कुछऐसा अंदाज रखनामतलबी दोस्तो को खुद सेज़रा दूर रखना।
चाय और चरित्र जब भी गिरते हैं दागजरूर लगते हैं, दुनियाँ वो किताब हैंजो कभी नहीं पढ़ी जा सकती,लेकिन जमाना वो अध्यापक हैंजो सब कुछ सीखा देता हैं…
मैं सब कुछ और तू कुछ नहीं बस यही सोच… हमें इंसान बनने नहीं देती.
दोस्ती फुल से करोगे तो महक जाओगे; शराब से करोगे तो बहक जाओगे; सावन से करोगे तो भीग जाओगे; हमसे करोगे तो बिगड़ जाओगे; और नहीं करोगे तो किधर जाओगे ।
बहुत कुछ सिखाया जीवन के सफर ने अनजाने में,वो किताबों में लिखा था ही नही जो सबक पढ़ाया जमाने ने।
” बनना है तो किसी के दर्द की दवा बनो ! जख्म तो हर इंसान देता है…!!!
चाल जो तूने चली है कायरों वाली,करके वफा का वादा की है जो बेवफाई तूने,वक़्त आने दे मेरा भी बेवफा ,सबक तो तुझे हम ही सिखायेगें |
“ रूठूँगा तुझसे तो इस क़दर रूठूँगा तेरी आँखे तरस जाएगी मेरी एक झलक को….!!
कभी मतलब के लिए,तो कभी बस, दिल्लगी के लिए।हर कोई मुहब्बत ढूंढ रहा है,यहाँ ज़िन्दगी के लिये।
बेवफा दोस्तो की बातें बोहोतअच्छी और सच्ची लगती है और जबएहसास होता है की क्या कर दियाफिर वो साथ भी नहीं देते है।
हमने तो दोस्ती भी देखी हैऔर देखे है धोकेबर्बाद कर देते है अपने जबमिलते है उनको मौके।
मेरी शांति पर हसने वालो को जरा बता दू यारों,मैंने अच्छे – अच्छों की शांति भंग की है |
” दर्द कम नहीं हुआ है मेरा ! बस सहने की आदत हो गयी है…!!
बादलो से कह दो अब इतना भी ना बरसे।। अगर मुझे उनकी याद आ गई.. तो मुकाबला बराबरी का होगा..।।
जिस दिन तुम अकेले जीना सिख जाओगे, उस दिन ये दुनिया तुम जीत जाओगे।
जहाँन की फ़िक्र किये बिना ,तुम्हे अपना मान लिया है।मतलबी नहीं हूँ सोणियो ,ये तूने झूठा जान लिया है।
यूं असर डाला है मतलबी लोगो ने दुनिया में,राम राम भी करो तो लोग समझते है जरूर कोई काम होगा।सत्य है. .
ना जाने कैसे वो ये काम कर पाते हैपहले दोस्ती और फिरदुश्मनी निभाते है।
कोन किसको दिल में जगह देता हैं,सूखे पत्तो तो पेड़ भी गिरा देता हैं।वाकिफ है हम दुनिया के रिवाजो से,मतलब निकल जाए तो हर कोई भूल जाता हैं।
“ दर्द दो तरह के होते है,एक वो जो आपको तकलीफ देता है, दूसरा वो जो आपको बदल देता है….!!
स्कूल में लाखों खर्च किए हमने मगर सबक तो हमे ज़िन्दगी ने सिखाया है।
सिखा दिया है दुनिया ने ये,अपनो पर भी शक करना।वरना मेरी फ़ितरत में तो,गौरो पर भी भरोसा करना था।
बरसात को तो होना ही थाजिन्हे कभी गरज़ना भी नहीं आयाआज वो हमें आँखे दिखा रहे है।
जिस जिस को अपना बनाता गया वो शख्स अपने रंग दिखाता गया
मैं बुरा हूँ मुझे पता है,मगर मैं मतलबी नहीं हूँ।
आजकल तो प्यार भी मतलबी है,पूरी दुनिया मतलबी लोगों से भरी पड़ी है।
“ सबर जब जमीन तुम्हे तंगलगे आसमान की तरफ देखना,नम आँखों से मुस्कुराना,और कहना अच्छा तू ऐसे राज़ी है,मैं भी ऐसे राज़ी हूँ……!!!
मुझे नफरत है ऐसे लोगों से जो, साथ देने की बात तो करते है पर, वक्त आने पर रंग बदल लेते है।
सुना है, मुहब्बत खुदगर्ज होती है और....कहते है,जो सच्ची है, वो अधूरी रहती है!!
“ इश्क़ सिर्फ मुझे हुआ था ! उसे तो बस कुछ पल का नशा हुआ था….!!
किसी को कोई सबक सिखाने के लिए यारों,पहले हमें स्वयंम उस सबक को सीखना पड़ता है |
जो “आपके” है, वो कभी,“व्यस्त” नही हो सकते !!जो “व्यस्त” है , वो कभी,आपके” नही हो सकते !!
उनका मतलबी होना भी पसंद है हमें, मतलब से ही सही याद तो करते हैं हमें।
तेरी झूठी मोहब्बत में यारा अब मेरी धड़कन बढ़ने लगी जिंदगी जब खुदगर्ज जमाने को समझने की कोशिश करने लगी
जानबूझकर उसने ना किया मुझसे कभी प्यार क्या बताऊं, बड़ा ही खुदगर्ज निकला मेरा यार
दिल टूट जाएगा तेरा दोस्तो परज्यादा ऐतबार मत करनामुश्किल हो जाएंगा ये समझनाकी उसने धोखा क्यों दिया।
लोग भी बडे मतलबी होते है,जब हो जरूरतें तो पास आते है।वर्ना जरूरतें ख़त्म होने पर,आपको छोड़ जाते हैं।
दुनिया में दिखते हैं हर कहीं बदलते हुए चेहरे खुदगर्जी की मिसाल है ये समंदर की लहरें
तेरी दोस्ती में धोखा बहोत था ,इसलिए अब्बू ने मुझे रोका बहोत था।
लोग खुद पर विश्वास खोने लगे हैं ! अब तो दोस्त भी मतलबी होने लगे हैं !
मुझे दुखी देखकर वोखुश हो जाते हैकभी हमने भी उनकेआंसू पूछे थे।
” वो मेरे साथ चलते तो थे ! मगर किसी और की तलाश में….!!
“ रिश्तें उन्ही से बनाओ ! जो निभाने की औकात रखते हों…!!
“ हिम्मत नहीं इतनी की दस्तानेज़िन्दगी सुना सकें अपनी,मुख़्तसर सी सुनो जिसनेभी दिल तोड़ा जी भर के तोड़ा….!!
“ मेरी कोशिश हमेशा से नाकाम रही ! पहले तुम्हें पाने कीअब तुम्हें भुलाने की….!!
लोग कहते है कि खुशियां बांटने से खुशी दुगुनी हो जाती है, पर आज तो खुशियां बांटने से दुश्मनी बढ़ जाती है।
धोका देकर उरूज परजाने वाला दोस्तएक दिन ज़मी पर जरूरआकर गिरता है।
याद हमें रखना, चाहे पास हम न रहें; कयामत तक चलता रहे ये दोस्ती का सफ़र; दुआ करो रब से की कभी क़यामत न हो।
गए तो थे यारों से मिलने ,पर यार तो न मिले , लेकिनसबक बहोत बड़े बड़े मिले |
शामिल थे जीवन में कुछ सस्ते लोग,बस सबक जरा कीमती देकर चले गये।
उसने दोस्ती का ऐसा सिला दियाअपने मतलब के लिए उसनेमेरी दोस्ती को भुला दिया।
मूर्ख है दीपक, जो खुद को जलाता है जमाने के लिये खुद को मिटा देता है, औरों का अंधेरा मिटाने के लिये
दोस्ती से कीमती कोई जागीर नहीं होती ; दोस्ती से खूबसूरत कोई तस्बीर नहीं होती; दोस्ती यूँ तो कच्चा धागा है। मगर; इस धागे से मजबूत कोई जंजीर नहीं होती ।
आखिर क्यों पीछा करती है दुनिया, कही हम गलती से उनका कुछ ले तो नहीं आये।
“ वो हमसे पूछते हैं कहाँ रहते हो आज कल ! काश ! हमसे पूछने से पहलेउन्होंने अपने दिल में झाँक लिया होता…!!!
उदास आंखों में अपनी करार देखा है।। पहली बार उसे बेकरार देखा है.. जिसे खबर ना होती थी मेरे आने जाने की।। उसकी आंखों में अब इंतजार देखा है…।।
किसी की आंखों में चाहत नजर नहीं आ रही है दुनिया खुदगर्जी के इस बुरे समंदर में बहती जा रही है
बहुत मतलबी निकला ए-दिल तू मेरा होकर भी, धड़कता तो तू मेरे सीने में है पर किसी और का होकर।