Looking for the most amazing and unique Raat Shayari In Hindi? Lets get it here with some new and latest shayari. Copy and share your favorite one to your favorite person.
हर रात मुझे रुलाने आ जाती है, ऐ रात तू जल्दी रवाना क्यों नहीं होती।
न तारे न चाँद न उनका आसमां चाहिए, मुझको तो बस मेरी मोहब्बत की सलामती चाहिए।.!
तेरी यादों के दरिया में आज फिर डूबे हम आज फिर आँखे हमारी समंदर हो गई। Teri yadon ke dariya me aaj fir dube hum aaj fir Aankhe humari samandar ho gai.
सूरज सितारे चांद मेरे साथ में रहेजब तक तुम्हारे हाथ मेरे हाथ में रहेशाखाओ से टूट जाए वो पत्ते नहींतूफानों से कहो अपनी औकात मे रहे।
रात गुमसुम है मगर चांद खामोश नहींकैसे कह दू फिर आज मुझे होश नहीएसे डूबा हु तेरी आँखों की गहराइयो में आजहाथ में शराब है मगर पीने का होश नही।
काश!!! किस्मत भी नींद की तरह होती,कि हर सुबह खुल जाती.
ऐ सनम जिसने तुझे चाँद सी सुरत दी हैं, उस ही मालिक ने मुझे भी तो मुहब्बत दी हैं.,
नज़र में आपकी नज़ारे रहेंगे, पलकों पर चाँद सितारे रहेंगे, बदल जाये तो बदले ये जमाना, हम तो हमेशा आपके दीवाने रहेंगे…
गम-ऐ-इश्क रह गया है गम-ऐ-जुस्तजू में ढलकर वो नजर से छिप गए है मेरी जिंदगी बदलकर
अब तेरे जिक्र पे हम बात बदल देते है कितनी रग़बत थी तेरे नाम से पहले पहले
मन रो रहा था बस आँखों का पानी सूखा हुआ था, आधी रात थी और मैं गम में पूरा डूबा हुआ था।
कुछ ऐसी हालत तेरी बदौलत हो गई, तेरे जाने के बाद इन काली रातों से मोहोब्बत हो गई।
हर शाम इंतज़ार रहता है तेरा, रातें कटती हैं ले-ले कर नाम तेरा, हम कबसे बैठे हैं ये आस पाले, कभी न कभी तो आएगा कोई पैगाम तेरा।
फुर्सत मिली जब हमको तो तन्हाई आ गयी घूम भी आया साथ में रुस्वाई आ गयी इन सबसे मिलने आँखों से आंसू भी आ गए
चाँद ने चाँदनी बिखेरी है,तारों ने आसमान को सजाया है,कहने को तुम्हें शुभ रात्रि,देखो स्वर्ग से कोई फरिश्ता आया है.
वो क्या जाने, यादों की कीमत, जो ख़ुद यादों को मिटा दिया करते हैं, यादो का मतलब तो उनसे पूछो जो, यादों के सहारे जिया करते हैं।
मैं हर रात सारी ख्वाहिशों को खुद से पहले सुला देता, हूँ मगर रोज़ सुबह ये मुझसे पहले जाग जाती है।
रोती हुई आँखों में इंतजार होता है ना चाहते हुए भी प्यार होता है क्यों देखते है हम वो सपने जिनके टूटने पर भी उनके सच होने का इंतजार होता है
रात को जब चाँद सितारे चमकते हैं,हम हरदम आपकी याद में तड़पते हैं,आप तो चले जाते हो छोड़कर हमें,हम रात भर आपसे मिलने को तरसते हैं.
खाली शीशे भी निशान रखते है टूटे हुए दिल भी अरमान रखते है जो ख़ामोशी से गुजर गए वो दरिया भी दिल में तूफ़ान रखते है
बहुत अंदर तक जला देती हैं,वो शिकायते जो बया नहीं होतीBahut andar Tak Jala Deti Hai vo Shikayate Jo byaa Nahin Hoti
बिनतुम्हारे कभी नहीं आईक्या मिरी नींद भी तुम्हारी हैजौन एलिया
आपसे दूर रहके भी आपको याद किया हमने,रिश्तों का हर फ़र्ज़ अदा किया हमने,मत सोचना की आपको भुला दिया हमने,आज फिर सोने से पहले आपको याद किया हमने.
मैं बन जाऊं रेत सनम, तुम लहर बन जाना, भरना मुझे अपनी बाहों में, अपने संग ले जाना !
एक किरन भी तो नहीं ग़म की अंधेरी रात में, कोई जुगनू कोई तारा कोई आँसू कुछ तो होता।
मीठी मीठी याद पलकों मैं सजा लेनासाथ गुज़रे पल को दिल मैं बसा लोदिल को फिर भी न मिले सुकून तोमुस्कुरा कर मुझे सपनो मैं बुला लेना.
सख्त रहो में अब आसान सफर लगता है अब अनजान ये सारा ही शहर लगता है कोई नहीं मेरा जिंदगी की राहों में मेरा ये गम ही मेरा हमसफ़र लगता है
बिस्तर बांध लिया है मैंने ग़ालिब बताओ कहाँ रहते है वो लोग जो कहीं के नहीं रहते
मेरा संदेसा उन तक पंहुचा कर कहना, कि तुम्हें देखने को मेरी आँखें तरस गयीं।
बिसवास बनके लोग ज़िंदगी मे आते है खवाब बनके आँखों मे समा जाते है पहले तो ये यकीन दिलाते है की वो हमारे है फिर ना जाने क्यूँ तन्हा छोड़ जाते है
अजीब सी दुनिया है यह साहब,यहां लोग मिलते कम एक दूसरे में झांकते ज्यादा है।।
अच्छा लगता है हर रात तेरे ख्यालों में खो जाना जैसे दूर रहकर भी तेरी बाहों में सो जाना…
तड़प के देखो किसी की चाहत में, तो पता चलेगा, कि इंतजार क्या होता है, यूं ही मिल जाए, कोई बिना चाहे, तो कैसे पता चलेगा, कि प्यार क्या होता है.,
ये दुनिया वाले भी बड़े अजीब है कभी हमसे दूर तो कभी करीब है दर्द ना बताये तो हमें कायर कहते है दर्द बता दे तो हमें शायर कहते है
मौत का एक दिन मुअय्यन हैनींद क्यूँ रात भर नहीं आती
ढूँढ़ता हूँ मैं जब अपनी ही खामोशी को, मुझे कुछ काम नहीं दुनिया कि बातों से, आसमाँ दे ना सका चाँद अपनी आगन का, माँगती रह गई धरती कई रातो में.,
तुम्हारा क्या बिगाड़ा था जो तुमने तोड़ डाला है ये टुकड़े मैं नहीं लुंगी मुझे तुम दिल बना कर दो
दूर हूँ तुमसे तो कोई ग़म नहीं, दूर होकर भूलने वालों में हम नहीं, मिल ना सके तो कोई बात नहीं, तुम्हारी याद किसी मुलाक़ात से कम नहीं !!
रखे है दिल में हमने बड़े एहतराम से जो गम दिए है तुमने मोहब्बत के नाम से
मेरी जिंदगी की कश्ती का किनारा हो तुम, सितारों से सजी चांदनी रात सा नजरा हो तुम।
नीद में सपना देखा तोंख्वाब बन गया▪▪ख्वाबो में ही सही मिले आपज़िन्दगी भर का किस्साबन गया▪▪नीद जब खुली तों ना सपना थाऔर ना कोई अपना था
🤫खामोशियां बोल देती है, जिनकी बाते नहीं होती, ❤️️इश्क वो भी करते हैं, जिनकी 😞मुलाकाते नहीं होती।
कितना खूबसूरत चेहरा है चांद काउस पर रंग गहरा है शबाब काखुदा को यकीन ने था वफा परइसलिए चांद पर पहरा है तारो का।
रात नहीं ख़्वाब बदलता है,मंज़िल नहीं कारवां बदलता है,ज़ज़्बा रखो जीतने का क्योंकिकिस्मत बदले न बदलेपर वक्त ज़रूर बदलता है.
डूबी है मेरी उँगलियाँ खुद अपने लहू में ये कांच के टुकड़े उठाने की सजा है
चाँद ने कर दिया है तारों को Invite,सूरज ने पकड़ ली है सुबह की Flight,भगवान को याद कर लो और बंद कर दो Light,मेरी तरफ से आपको एक प्यारा सा Good Night.
ना जाने किस रैन बसेरो का तालाश हैं इस चाँद को, रात भर बिना कम्बल भटकता रह हैं इस सर्द रातो में.,
दिल में हर बात छिपा लेंगे, जिंदगी को यूं ही लुटा देंगे, तेरे आने के इंतजार में, हम हर तन्हा रात बिता लेंगे।
आज भी तू मेरे लिए सबसे ज्यादा खास है, तेरे बिना आज भी मेरी हर रात उदास है।
मैं वो क्यों बनु जो तुम्हें चाहिएतुम्हें वो कबूल क्यों नहींजो मैं हूंMain vo kyon Banu Jo Tumhen chahie Tumhen vo Qubool Kyon NhiJo Main Hun
तुझे पाने की ख्वाहिश में कहीं मैं ना खो जाऊं, इस काली रात की तरह मैं कहीं राख ना हो जाऊं।
नशा था तेरे प्यार का जिसमें हम खो गए, हमें भी ना पता चला कब हम तेरे हो गए.
होंठ कह नही सकते जो फसाना दिल का, शायद नज़र से वो बात हो जाए, इस उम्मीद मे करते है इंतज़ार रात का, की शायद सपने मे मुलाकात हो जाए!!
चांद तारों की बारात, आई हमारी खास मुलाकात, गुड नाईट।
कितने दिनों से न रात, न सुबह वक़्त पर हुई, कौन पहले बात करेगा, बात इस शर्त पर हुई।
चाँद को बिठाकर पहरे पर,तारों को दिया निगरानी का काम,आई है यह रात सुहानी लेकर आपके लिए,एक सुनहरा सपना आपकी आँखों के नाम.
इस सफ़र में नींद ऐसी खो गई,हम न सोए रात थक कर सो गई.
कभी हम टूटे तो कभी ख्वाब टूटे ना जाने कितने टुकड़ो में अरमान टूटे हर टुकड़ा आइना है जिंदगी का हर आईने के साथ लाखो जज्बात टूटे
कुछ तस्वीर बाकी हैं अभी तक तेरी यादों की, ये दिल खाली नहीं किसी और के लिए, चाहा तो बहुत मिटा दूँ इन तस्वीरों को, पर मुमकिन नहीं ये इस आदमी के लिए…
दिल की किताब में गुलाब उनका था, रात की नींद में ख्वाब उनका था, कितना प्यार करते हो जब हमने पूछा, मर जायंगे तुम्हारे बिना ये जबाब उनका था!!
आंसूओ की चलने की आवाज नहीं होती दिल के टूटने की आहट नहीं होती अगर होता खुदा को हर दर्द का एहसास तो उसे दर्द देने की आदत नहीं होती
अंधेरी रात हो, तारों का साथ हो, महबूब पास हो और प्यार की बरसात हो।
सुकूनतो न जाने कहाँ खो गया है,अब तो बस नींद के झरोखें आते है
जो तू मेरे पास नहीं है, फिर तेरी याद पास क्यों है, मुझे अब तेरी फिक्र नहीं, फिर ये रात उदास क्यों है।
श्रद्धा जी, आपकी आवाज़ में इन दर्द भरी शायरियों को सुनकर काफ़ी राहत महसूस हुई.. बहोत खूब
ऐ पलक तु बन्द हो जाख्बाबों में उसकी सूरत तो नजर आयेगी,इन्तजार तो सुबह दुबारा शुरू होगी,कम से कम रात तो खुशी से कट जायेगी.
अरमान कोई सीने में आग लगा देता है ख्वाब कोई आकर रातों की नींद उड़ा देता है पूछता हूँ जिससे भी मंजिल का पता अब तो वो रास्ता तेरे घर का ही बता देता है
मैंने आँखों को इंतज़ार की भट्टी पे रख दिया, मैंने दिये को तेज आँधिओं की मर्ज़ी पर रख दिया।
एक बार फिर मुझे तेरी याद आ गई है, लो फिर से तन्हाई की रात आ गई है।
रात को चुपके से आती है एक परी,कुछ खुशियों के सपने लाती है एक परी,कहती है सपनों के आगोश में खो जाओ,भूल के सारे गम चुपके से सो जाओ.
दिल की किताब में गुलाब उनका था,रात की नींद में ख्वाब उनका था,कितना प्यार करते हो जब हमने पूछा,मर जायेंगे तुम्हारे बिना ये जबाब उनका था.
रात को मैंने उससे पूछा कि तुम्हें नींद ज्यादा पसंद है या मैं, सुबह ग्यारह बजे रिप्लाई आता है तुम !! 😂😂😂😂😂😂
पत्थर दुनिया जज़्बात नहीं समझतीदिल में क्या है वो बात नहीं समझतीतन्हा तो चांद भी है सितारों के बीचपर चांद के दर्द को रात नही समझती।
गैरो पे खुल ना जाये कहीं राज देखना मेरी तरफ भी ग़म-ऐ-घमाज देखना
सपने वह नहीं होते जो हम सोते समय देखते हैं,बल्कि सपने वह होते हैं जो हमें सोने नहीं देते!शुभ रात्रि!
शाम के बाद जब आती है रात,हर बात में समा जाती है तेरी याद,होती बहुत ही तनहा ये ज़िंदगी,अगर न मिलता कभी जो आपका साथ.
शौक़ -ऐ -सफर कहाँ है कहाँ ले गए हमें हम जिस को छोड़ आये है मंजिल वही तो थी
आकाश के तारों में खोया है जहाँ सारा,लगता है प्यारा एक-एक तारा,उन तारों में सबसे प्यारा है एक सितारा,जो इस वक्त पढ़ रहा है संदेश हमारा.
दिन में यूं लम्हों का गुजर जाना मैं बर्दाश्त कर भी लेता..पर ये चांद का, रात को चांदनी संग आना देख, दिल बहुत रोता…
कितना भी कर ले चाँद से इश्क़, रात के मुक़द्दर मे अँधियारे ही लिखे हैं.
ज़िन्दगी सूखी हुई नहीं बस थोड़ी सी प्यासी है, इसमें रस लाना है तो दरियादिल बन कर तो देखो।
आँखों में रहा दिल में उतर के नहीं देखा कश्ती के मुसाफिर ने समंदर नहीं देखा बे वक़्त जाऊंगा सब चौंक पड़ेंगे एक उम्र हुई दिन में कभी घर नहीं देखा
आज शाम ये चाँद भी क्या खूब दिखती है, देखूं करीब से जो इसको मेरा मेहबूब दीखता है।
डरते थे हम जिससे, फिर वही बात हो गई, जो तुम छोड़कर चले गए, जिंदगी एक तन्हा रात हो गई।
कहाँ से लौ वो लफ्ज़ जो सिर्फ तुझे सुनाई दे दुनिया देखे चाँद को और मुझे सिर्फ तू दिखाए दे…!
तुम मेरी याद में चुपके से आ जाती हो। रोज नया नया एहसास करा जाती हो। Tum Meri Yad Me Chupke Se Aa Jati Hai, Roj Nya Nya Yehsas Kra Jati Ho, i miss u.
लोग पूछते है क्यों सुर्ख है तुम्हारी आँखें हंस के कह देती हूँ रात को सो ना सकी लाख चाहूँ भी मगर ये कह ना सकूँ रात को रोने की हसरत थी मगर रो ना सकी
दिलकश रंगत सी है तेरे इन सवालो मेंहम जवाब देते देते खो गए तेरे खयालो मेंए चांद हमारा भी पैगाम उन्हें देनाकि हर पल साथ हु उसके रात और उजालो में।
देर तो लगती है उसको भरने में जिस जख्म में शामिल हो अपनों की इनायत
नींद आएगी जिस दिन तो इस तरह सोयेंगे,मुझे जगाने के लिए लोग रोयेंगे.
ख़ामोश रात बातें हज़ार, आख़री मुलाक़ात यादें हज़ार।
रुसवाई का डर हैं या अंधेरो से मुहब्बत खुदा जाने, अब मै चाँद को अपने आँगन मे उतरने नहीं देते.,
उसकी चाहत ने रुलाया बहुत है उसकी यादो ने तड़पाया बहुत है हम उससे करते है मोहब्बत बेइन्तहा इस बात को उसने आज़माया बहुत है
इस सफर में नींद ऐसी खो गई ही, मैं ना सोया ये रात थक गई सो गई है।
अपने साये से चौंक जाते हैं,उम्र गुजरी है इस क़दर तनहा.Apne saaye se Chaunk Jaate Hain Umra Gujari Hai Is Kadar Tanha
लगा कर आग सीने में चले हो तुम कहाँ अभी तो राख उड़ने दो तमाशा और भी होगा
तुमने कुछ कहा ना कुछ सुना हमने, और इशारों में ही सारी बात हो गई, वक्त का पता दोनों को ही नहीं चला, लो फिर से हसीन चांदनी रात हो गई।
रातों को अपने सपनों को मार कर, जाग रहा हूँ हालातों से हार कर।
तुझको लेकर मेरा ख्याल नही बदलेगा, दिन बदलेंगे साल बदलेगा, लेकिन दिल का हाल नही बदलेगा !
अब तो घबरा के ये कहते है की मर जायेंगे मर के भी चैन ना पाया तो किधर जायेंगे
मंजिलों के गम में रोने से मंजिलें नहीं मिलती हौसले भी टूट जाते है अक्सर उदास रहने से
सारे दिन रात का इंतज़ार रहता है, तेरे ख़्वाब का नींद में खुमार रहता है।
इश्क है या इबादत, अब कुछ समझ नही आता, एक खूबसूरत ख्याल हो तुम, जो दिल से नही जाता !
डूब चुका जब नील गगन की झेल में तेरा हर वादा, चमक रहा था मेरा दिल में फिर भी तेरे गम का चाँद.,
यह जूनून ही है तुम्हारा, जागो तो ख्याल तुम्हारा, सो जाओ तो ख्वाब तुम्हारा। – नींद नहीं आती फनी शायरी –
हमने तो बस इतना ही सीखा है दोस्तों राह-ऐ-मोहब्बत में कभी किनारा नहीं मिलता जो मिल जाये इस राह पर कभी यार से वो जख्म कभी फिर दोबारा नहीं सिलता
जहाँ से दिल चाहे तुम्हारा वहाँ से मेरी जिंदगी पढ़ लेना, पन्ना चाहे कोई सा भी खुले, हर पन्ने पर होगा नाम तुम्हारा !
दुनिया में रहकर सपनों में खो जाओकिसी को अपना बना लो या किसी के हो जाओअगर कुछ भी नहीं होता तो घबराओनहीं चादर तकिया लो और सो जाओ.
चाँद है ओर चाँदनी रात है, होती सितारो से तेरी बात है, होती है हमारी हर रात प्यारी इसलिए, क्योकि तुम्हारी प्यारी प्यारी याद हमारे साथ है!!
लगता है मेरी नींद का किसी पराये के साथ चक्कर चल रहा हैसारी सारी रात गायब रहती है।
इसी ख्याल से गुजरी है शाम -ऐ-दर्द अक्सर की दर्द हद से जो गुजरेगा मुस्कुरा दूंगा
ये रात है तन्हा या हम काश की समझ पाते।
तुमसे गले मिल कर सनम तुम्हें एक बात बतानी है मेरे सीने में जो दिल धड़कता है वो तेरी निशानी है !
आई होगी किसी को हिज्र में मौतमुझ को तो नींद भी नहीं आती
इश्क़ लिखकर रात काटी, इश्क़ पढ़ कर रात काटी, इश्क़ जी कर रात काटी, इश्क़ मर कर रात काटी।
मेरे हाथो में तेरा हाथ हो, मेरी तन्हाइयो में तेरा साथ हो, ओर हो सर्द रात खामोश, हम हो तेरी बाहों में ओर प्यार की बात हो.
तु अपनी निगाहो से ना देख खुद को, चमकता हीरा भी तुझे पत्थर लगेगा, सब कहते होगे चाँद का टुकडा हैं तू, मेरी नजर चाँद तेरा टुकडा लगेगा.,
ख़लाक़ ने छीन ली है मुझसे मेरी तन्हाई तक इश्क आ पंहुचा है इल्जाम से रुस्वाई तक
रात और दिन का फ़ासला है दोनों के दरमियाँ, सूरज रोज़ जलता है चाँदनी से मिलने के लिए।
दुखो को कह दो अलविदा,खुशियों का तुम कर लो साथ,चाँद की यह चांदनी और तारों की बारात,लेकर मीठे सपने संग आ गयी है यह रात.
बड़ी मुश्किल से बने है टूट जाने के बाद हम आज भी रो देते है मुस्कुराने के बाद आपसे मोहब्बत थी हमें बे- इन्तहा मगर ये महसूस हुआ आपसे बिछड़ने के बाद
इक उम्र कट गई है तिरे इंतिज़ार में, ऐसे भी हैं कि कट न सकी जिन से एक रात.,
एक बार फिर इश्क़ करेंगे हम,अभी सिर्फ भरोसा उठा है जनाजा नहीं।।
फिर से वही रोग लग गया है हमें पुराना, अँखियों में नींद का जरा सा भी नहीं आना।
चाँद को ज़मी पर लाने की ज़िद थीउन्हें अपना बनाने की ज़िद थीअच्छा हुआ वो पहले बेवफा हो गएवरना उन्हें पाने के लिए ज़माने को मिटने की ज़िद थी।
सोते हुए को जगाएंगे हम,आप की नींदे चुराएंगे हम,हर वक्त SMS करके सताएंगे हम,आप को आएगा गुस्सा लेकीन,उस गुस्से मे ही याद तो आएंगे हम.
तुम सामने होते हो, तो होती है लंबी बात, तुम नहीं जो होते साथ, तो फिर अकेले ही बिताता हूं अपनी रात।
जहाँ तलक ये हसीं गुनगुनाती रात चले नज़र-नज़र से मिले दिल से दिल की बात चले हमारे दिल की तड़प कुछ तो अपने काम आए किसी का नाम लूँ लब पे तुम्हारा नाम आए
एक शख्स है आसमां हमारा उसकी दीद में चाँद देखते है हम ..!
अक्सर जब हम उनको याद करते हैं, अपने रब से यही फरयाद करते हैं, उम्र हमारी भी लग जाये उनको, क्योंकी हम उनको खुद से ज्यादा प्यार करते हैं.
जब रात तुम्हारी याद आती है, दूर चाँद में तुम्हारी सूरत नज़र आती है, ढूँढ़ते हैं हम तुम्हे रात भर अपने आस पास, ऐसे ही तनहा हर रात गुज़र जाती है शुभ रात्रि
चाँद तो अपनी चाँदनी को ही निहारता हैं, उसे कहाँ खबर कोई चकोर प्यासा रह जाता हैं.,
वो सुबह मुझसे आए हाल पूछने, कल का खवाब सच में बहुत हसीं था।
तन्हाई की यह कुछ ऐसी अजब रात है तुझसे जुडी हुयी हर याद मेरे साथ है तड़प रहा है तनहा चाँद बिना चांदनी के इस अंधेरी रात में आज कुछ और बात है
मुझे दर्द-ऐ-इश्क का मजा मालूम है दर्द-दे-दिल का इन्तेहा मालूम है जिंदगी में कभी मुस्कुराने की दुआ ना देना मुझे पल भर मुस्कुराने की सजा मालूम है
क्या चल रहा है कुछ दिख नहीं रहा, तेरे जाने के बाद ज़िन्दगी में अँधेरा है बहुत।
जिन्हे भुलाने में यारों इतने ज़माने लगे जब दिल दुखा तो वो ही लोग याद आने लगे
रात को जीत तो पाता नहीं लेकिन ये चराग़, कम से कम रात का नुक़सान बहुत करता है.,
सांसे टूट रही हैं मेरी लेकिन, फिर भी तुझसे मिलने की आस है, तू शायद ही मिलेगी एक दिन मुझे, इस डर से ही मेरी ये रात उदास है।
दिन भर की थकान अब मिटा लीजिए, हो चुकी रात रोशनी बुझा लीजिए, एक खूबसूरत ख्वाब राह देख रहा है, बस पलकों का परदा गिरा लीजिए!!
आपकी नींद ख़्वाबों से भर जाएँ,आपकी जिन्दगी खुशियों से संवर जाएँ,चाँद की चांदनी चेहरे पर बिखर जाएँ,और हुस्न आपका एकदम निखर जाएँ.
ये तेरी जुदाई का यादगार है वरना एक जख्म भरने में देर कितनी लगती है
सो जिंदगी निसार करूँ ऐसी मौत पर यूँ रोये ज़ार ज़ार तू अहल-ऐ-अजा के साथ
बड़ा शोर सुनते थे पहलु में दिल का जो चीरा तो एक क़तरा -ऐ -खून ना निकला
टूटे खुवाब की तस्वीर कब पूरी होती हैचांद तारों के बीच भी दूरी होती हैदेना तो खुदा हमें सब कुछ चाहता हैपर उसकी भी कुछ मजबूरी होती है।
नींद का साथ हो, सपनों की बारात हो,चांद सितारे भी साथ हो और कुछ रहे ना रहे,पर हमारी यादें आपके साथ हो.
कब आ रहे हो मुलाकात के लिये,हमने चाँद रोका है एक रात के लिये।Kab Aa Rahe Ho Mulakat Ke Liye,Humne Chaand Roka Hai Ek Raat Ke Liye.
तुमको जब बोझ लगे मोहब्बत तो बता देना मैं चुप चाप मोहब्बत से मुकर जाऊंगा
गुलाब की खुशबू भी फीकी लगती है, कौन सी खूशबू मुझमें बसा गए हो तुम, जिन्दगी है क्या तेरी चाहत के सिवा, ये कैसा ख्वाब हमें दिखा गए हो तुम !
हमारे चले जाने के बाद ये समंदर की रेत तुमसे पूछेगी,. कहाँ गया वो शाकस जो तन्हाई में आकर बस तेरा ही नाम लिखा करता था,.
आंखो को आंखो से बताई जाती हैदुनिया से जो बात छुपाई जाती हैचाँद से पूछो या पूछो मेरे दिल सेतन्हा कैसे रात बिताई जाती है।
ख्व़ाब आँखों से गये,नींद रातों से गई,वो गई तो ऐसा लगाजिन्दगी हाथो से गई.
वो जब भी मुझ से नाराज़ सी हो जाती है, मेरी नींद मुझ से खफा सी हो जाती है। – नींद पर हिंदी कविता –
अपनों ने प्यार में रुला दिया क्या हुआ जो किसी और के लिए हमें भुला दिया हम तो वैसे भी अकेले थे क्या हुआ जो आपने ये एहसास दिला दिया
चाहते तो हम भी उसे एक ज़माने से थे, मगर चाँद कब इंसानों का हुआ है।
रात का अँधेरा कुछ कह रहा, चाँद अपनी चांदनी में बह रहा. रात का अँधेरा संकेत दे रहा, चलो सो जाये ये कह रहा
शायरी में कहाँ सिमटता है दर्द-ए-दिल दोस्तो, बहला रहे हैं खुद को जरा कागजों के साथ.,
इससे पहले के रात हो जाये,क्यों न एक मुलाक़ात हो जाये,अपने मोबाइल से एक प्यारा सा मेसेज ही कर दो,जिससे शोर भी न हो और बात हो जाये.
मैंने मौत को देखा तो नहीं, पर शायद वो बहुत खूबसूरत होगी। कमबख्त जो भी उससे मिलता हैं,जीना ही छोड़ देता हैं।।
मेरे हाथो में तेरा हाथ हो, मेरी तन्हाइयो में तेरा साथ हो, ओर हो सर्द रात खामोश, हम हो तेरी बाहों में ओर प्यार की बात हो!!
कोई हद भी नहीं रखी मैंने तुझे चाहने के लिए, दिन रात एक कर दिए तुझे पाने के लिए।
तेरी हर बात, तेरी हर याद मेरे लिए खास होती है, जो तू मेरे साथ नहीं है तो मेरी हर रात उदास होती है। पढ़ते रहें रात की तन्हाई शायरी
आओ किसी शब मुझको टूट के बिखरता देखो मेरी रगों में जहर जुदाई का उतरता देखो किस किस अदा से तुझे माँगा है खुदा से आओ कभी मुझे सजदों में सिसकता देखो
थक कर बहुत सो चुके हो अब हर दिन हँस कर जागना शुरू कर दो।
कोई कुछ भी ना कहे तो पता क्या है इस बेचैन ख़ामोशी की वजह क्या है उन्हें जाकर कोई कहे हम ले लेंगे जहर भी वो सिर्फ ये तो बता दे मेरी खता क्या है
बे नाम सी ख़लिश है नज़र बदहवास है कोई सबब नहीं है मगर दिल उदास है कितनी अजब सुरते हालत हो गई फिर मैकदे मैं नूर की बरसात हो गई
अंधेरी रातों का वो ख़बर पूछती है स्याह रातों का वो सबब पूछती है कौन बताए ,कौन समझाए उसे क़ातिल रातों का वो असर पूछती है
दोस्ती और मोहब्बत में फर्क सिर्फ इतना है बरसों बाद मिलने पर मोहब्बत नजर चुरा लेती और दोस्ती सीने से लगा लेती है
रात भर तेरी तारीफ़ करता रहा चाँद से, चाँद इतना जला कि सूरज हो गया।
बहुत खूबसूरत वो रात होती है, जब तुझसे दिल की बात होती है, वैसे कुछ खास लफ्ज़ नहीं होते मेरे, पर उनमें तेरे लिए प्यार की मिठास होती है.
रोज तारो की नुमाईश में खलल पड़ता हैये चाँद है पागल जो रात में निकल पड़ता है।
चमकते चाँद को नींद आने लगी,आपकी खुशी से दुनिया जगमगाने लगी,देख के आपको हर कली गुनगुनाने लगी,अब तो फेकते-फेकते मुझे भी नींद आने लगी.
आज बारिश में तेरे संग नहाना है, सपना ये मेरा कितना सुहाना है, बारिश की बूंदें जो गिरे तेरे होंठों पे, उन्हें अपने होंठों से उठाना है !
हम भी एक शाम बहुत उल्जे हुए थे खुद में एक शाम उसको भी हालात ने मोहलत नहीं दी
चाहे विस्की पीयो या बियर, गुड नाईट ओ माय डियर।
तक़दीर किसी को बूरे दिन ना दिखाए होते हैं बूरे वक़्त मैं अपने भी पराये
ज़रा ये धुप ढल जाए ,तो हाल पूछेंगे ,यहाँ कुछ साये , खुद को खुदा बताते हैं।
तन्हा सर्द रातों में जब-जब तेरी याद आई, हमने तेरी यादों की तब-तब चिता जलाई।
आप वो चाँद हो जिसकी रोशिनी सब पर नहीं पड़तीहम खुश नसीब है जो आप हमें रोशन कर देते हो।
बारिश हुई तो फूलों के तन छाक हो गए मौसम के हाथ भीग के सफाक हो गए मौसम को क्या खबर है की बारिश की चाह में कैसे बुलंद-ओ-बाला शजर ख़ाक हो गए
उसकी प्यारी मुस्कान होश उड़ा देती हैउसकी प्यारी आँखे हमे दुनिया भुला देती हैआएगी आज भी वो मेरे स्वप्नों में यारोंबस यही उम्मीद हमे रोज़ सुला देती है !
ता फिर न इंतिज़ार में नींद आएउम्र भरआने का अहद कर गए आए जो ख़्वाब में▪▪▪▪मिर्ज़ा ग़ालिब
अपने होठों को मेरे होठों से आज छू जाने दो, दिल की हसरते आज पूरी हो जाने दो, मेरी तो हर रात तन्हा होती है तुम आज की रात को सुहानी होने जाने दो.
ऊफ्फ्फ्फमोहब्बत कर ली ▪▪अब रातो मे नींद कैसे आएगी
मैंने दबी आवाज़ में पूछा? मुहब्बत करने लगी हो?नज़रें झुका कर वो बोली! बहुत।
हमने माना की तग़ाफ़ुल ना करोगे लेकिन ख़ाक हो जायेंगे हम तुमको खबर होने तक परतवे -ऐ-खुर से है शबनम को फना की तालीम मैं भी हूँ एक इनायत की नजर होने तक
चिराग-ऐ-वफ़ा अपने हाथ में लिए घूमते रहे जिनके लिए हम रात भर आज वो ही जुदा हमसे हो गए है चल दिए वो ही हमसे अपना मुहं मोड़ कर
तेरे साथ बारिश मेंभीगकर कितना मजा आता..लेकिन अब तो मैं रात भर बसआंसूओं में भीगता रहता..
मेरी हर सांस में तू है, मेरी हर खुशी में तू है, तेरे बिन जिंदगी कुछ भी नहीं, क्योंकि मेरी जिंदगी भी बस तू है !
लकीरें हैं तो रहने दो, किसी ने रूठ कर गुस्से में शायद खींच दी थी, उन्ही को अब बनाओ पाला, और आओ कबड्डी खेलते हैं।।
सितारे चाहते हैं की रात आयेहम क्या लिखें की आपका जवाब आयेसितारों जैसी चमक तो नही मुझमेहम क्या करें की हमारी याद आये.
काश कोई ऐसी भी रात आएएक चाँद आसमा में होऔर दूसरा हमारे करीब आ जाए।
ये ज़िन्दगी काली रात सी गुज़रती ही नहीं, ये रात ना गुज़री तो एक दिन हम गुज़र जाएंगे।
हँस के फरमाते है वो देख के हालत मेरी क्यों तुम आसान समझते थे मोहब्बत मेरी बाद मरने के भी चोरी ना रफ़ाक़त मेरी मेरी तुर्बत से लगी बैठी है हसरत मेरी
अब तो तन्हा उदासी भरी रात खत्म नहीं होती, दिन निकल जाता है लेकिन तेरी बात खत्म नहीं होती।
यूँ खाली पलकें झुका देने से नींद नही आती सोते वही लोग है जिनके पास किसी की यादें नही होती.
तेरे ख्यालों में डूबकर हर बात भुला देता हूं, तेरी तस्वीर को देखकर तन्हा रात बिता देता हूं।
गलत किया कि तेरे वादे पर ऐतबार किया , तेरे बाद तो मैंने क़यामत का इंतज़ार किया।
तेरी ही तरह हो गई है नींद भी मेरी, कितना भी चाहो आती ही नहीं।
जिंदगी की राह में रास्ते बदल जाते है वक़्त की आंधी में इंसान बदल जाते है सोचते है तुम्हे इतना याद ना करे लेकिन आँख बंद करते ही इरादे बदल जाते है
ज़िंदगी एक रात है जिसमे ना जाने कितने खवाब है! जो मिल गया वो अपना है, जो टूट गया वो सपना है!!
दिल का सुकून और तू मेरे पास नहीं है, कैसे कह दूं कि मेरी रात उदास नहीं है।
तुम फिर उसी अदा से अंगड़ाई ले के हँस दो, आ जाएगा पलट कर गुजरा हुआ जमाना !
एक सपने की तरह तुझे सजा कर रखूँ, अपने इस दिल में हमेशा छुपा कर रखूँ, मेरी किस्मत मेरे साथ नहीं वरना हमेशा के लिए तुझे अपने पास बैठा कर रखूँ !
इतनी सी ज़िन्दगी है पर ख्वाब बहुत है जुर्म तो पता नहीं साहब पर इल्जाम बहुत है।।
बहुत छाले हैं उसके पैरों मेंकमबख्त उसूलों पर चला होगाBahut chhale Hain Uske Pairon MeinKambakht usool on per Chalna hoga
अब चले भी आओ इस दिल में मेहमान बनकर, इतना भी ना कराओ इंतज़ार अनजान बनकर।
आपके दीदार को निकल आये हैं सितारे, आपकी ख़ुशबू से छा गई है बहारें, आपके साथ दिखते हैं कुछ ऐसे नजारें, कि छुप-छुप के चाँद भी बस आपको निहारे !
नादान हो जो कहते हो की क्यों जीते हो ग़ालिब किस्मत में है मरने की तमन्ना कोई दिन और
मुहब्बत में झुकना कोई अजीब बात नहीं, चमकता सूरज भी तो ढल जाता हैं चाँद के लिए.,
नींद उड़ा कर मेरी कहते हैं वो कि सो जाओ कल बात करेंगे अब वो ही हमें समझाए कि कल तक हम क्या करेंगे.
अपनी नींद चुरा कर तुम्हे चिट्ठी में भेज रहा हु, सुना है आजकल तुम फिर रातों में जाग रहे हो, – नींद नहीं आने पर हिंदी शायरी –
मिल भी जाते है तो कतरा की निकल जाते है हर मौसम की तरह दोस्त बदल जाते है हम अभी तक है गिरफ्तार-ऐ-मोहब्बत यारों ठोकरें खाके के सुना था की संभल जाते है
कहाँ से लाऊँ हुनर उसे मनाने का कोई जवाब नहीं था उसके रूठ जाने का मोहब्बत में सजा मुझे ही मिलनी थी क्यों की जुर्म मैंने किया था उससे दिल लगाने का
मोहब्बत तो सिर्फ एक इत्तेफाक है, ये तो दो दिलों की मुलाकात है, मोहब्बत ये नहीं देखती कि दिन है या रात है, इसमें तो सिर्फ वफादारी और जज़्बात है.,
रात भर सोता है चाँद आसमान के आगोश में सुबह आँख खुलते ही आफताब हो जाता है।
आईने आंख में चुभते थे, बिस्तर से बदन कतराता था एक याद बसर करती थी मुझे,मैं सांस नहीं ले पाता थाA
बस एक बार तुमसे बात हो जाए तो, रात को दिल कहता है, “आज दिन अच्छा था. 🌙 Good Night My Love 🌙
जैसे अलग सा जादू है तेरी हर बात में, बहुत याद आती हैं तेरी दिन और रात में, कल जब देखा था मैंने सपना रात में, तब भी तेरा हाथ था हमारे ही हाथ में .
आजदिल कहता है, जल्दी से तुम्हेंएक नज़र देख करलौट आऊँ▪▪नींद में मुस्कुराते हो तो बड़ाप्यार आता है तुम पर
तेरे इश्क़ की आग मेरे दिल को आज भी खूब जलाया करती है, जुदा हो गए तो क्या हुआ ये आँख आज भी तुम्हारा इंतज़ार करती है।
तेरी हर अदाओं में मेरे दिल का धड़कना जैसे चांदनी रातों में हो तारों का चमकना।
मेरी निगाहों में एक ख्वाब आवारा है, चाँद भी देखूं तो, चेहरा तुम्हारा है।
तुम्हारी Lovely आँखों ने, हमें ऐसे Attract किया, की सबको Neglect करके, तुम्हे ही सेलेक्ट किया !
कैसे करूं मैं तुम्हारी यादों की गिनती, सांसों का भी कोई हिसाब रखता है क्या !
तमन्नाओ से भरी हो आपकी ज़िंदगी,ख्वाहिशो से भरा हो आपका हर पल,दामन भी लगने लगे छोटा आपको,इतनी खुशियां लेकर आये आने वाला कल.
तुम मेरे बीते वक़्त थे तुम्हें आना ही नहीं था, हम तो यूँ ही सारी रात करबटें बदलते रहे।
तेरे आने की उम्मीद में इधर उधर भागते है, दिन का चैन तो गया ही था, अब तो रातों को भी जागते है।
लगता है ऐसा कि कुछ होने जा रहा है,कोई मीठे सपनों में खोने जा रहा है,धीमी कर दे अपनी रौशनी ऐ चाँद,यार मेरा अब सोने जा रहा है.
मंजिल पे आके शाद ऐ अजब हादसा हुआ मैं हमसफ़र को भूल गया हमसफ़र मुझे
गीले काग़ज़ की तरह हैं ज़िंदगी अपनी कोई जलता भी नहीं कोई बहता भी नहीं इस क़दर हैं अकले रााओं में दिल की कोई बुलाता भी नही कोई बतलता भी नहीं
रात आ जाए तो फिर तुझ को पुकारूँ या-रब, मेरी आवाज़ उजाले में बिखर जाती है.,
परायों से जीतने में इतनी ख़ुशी नहीं मिलती जितनी कभी-कभी अपनों से हार कर मिल जाती है।
कब आ रहे हो मुलाकात के लिए मैंने चांद टोका है एक रात के लिए
मुद्दत सेख़्वाब में भी नहीं नींद का ख्यालहैरत में हूँ ये किस का मुझे इंतिज़ार हैशैख़ ज़हूरूद्दीन हातिम
जाने कितनी रातो की नींदे ले गया वो…जो पल भर मोहब्बत जताने आया था…
कोई अच्छी सी सजा दो मुझको चलो ऐसा करो रुला दो मुझको तुम्हें भूलू तो मौत आ जाये दिल की गहराई से ये दुआ दो मुझको
किसी रोज़ शाम के वक़्त, सूरज के आराम के वक़्त, मिल जाए साथ तेरा,
ख्वाब जब मर जाते है नींदे रत भर चीखती है
पूरे की ख्वाइश में इंसानबहुत कुछ खोता हैभूल जाता है ये बातआधा चांद भी खूबसूरत होता है।
ख़ुदा करे कि इस दिल की आवाज़ में इतना असर हो जाए, जिसकी याद में तड़प रहे हैं हम उसे ख़बर हो जाए !!
जब आसमान में चांद निकले तो जाम हो जाएतेरे नाम एक खूबसूरत शाम हो जाए।
मेरा हर लम्हा चुराया आपने, आँखों को एक ख्वाब देखाया आपने, हमें जिन्दगी दी किसी और ने, पर प्यार में जीना सिखाया आपने !
बड़ा आराम मुझे रात के अँधेरे में मिलता है, कोई मुझे इसमें रोता देख नहीं पाता।
एक कहानी सी दिल पर लिखी रह गयी वो नजर जो मुझे देखती रह गयी लोग आकर बाजार में बिक भी गए मेरी कीमत लगी की लगी रह गयी
गम की तशरीह बहुत मुश्किल थी तो अपनी तस्वीर दिखा दी हम ने
गुजरी थी जो कल शाम सामने से मेरे, उसी की याद में मैंने सारी रात गुजार दी।
मेरी तन्हाइयों से आके आबिद कोई तो पूछे कभी जब चाँद पूरा हो समंदर चीख़ता क्यों है
जान है मुझे जिंदगी से प्यारी, जान के लिए कर दू कुर्बान यारी, उसके लिए छोड़ दू यारी तुम्हारी, पर तुमसे क्या छुपाना तुम ही तो हो जान हमारी !
ज़िंदगी भीएक खेल ही है▪▪बचपन मे कौआ उड़,मैना उड़▪▪जवानी में नींद उड़,चैन उड़ ▪▪बुढापे में बाल उड़,दांत उड़
जुबां मेरी मगर उन पर बातें तुम्हारी, रो-रो कर गुज़र रही है रातें हमारी।
काई सी जम गयी है आँखों पर सारा मंजर हरा सा रहता है सहमा सहमा डरा सा रहता है जाने क्यों दिल भरा सा रहता है
नींद आते हुए भी, नींद ना आ पाना, रात लिखती है मानो हर रोज़, मेरी मोहब्बत का फ़साना।
चांद तारों भरी रात हो, हमारी बहुत ही खास मुलाकात हो, एक दूसरे के दिल में जज्बात हो, गुड नाईट।
न जाने किस तरह का इश्क कर रहे हैं हम, जिसके हो नहीं सकते उसी के हो रहे हैं हम !
ऐ नींद,तू कहाँ खो गईकिस झोपड़ी मेंसो गईदौलत ने बिछाए बिस्तरतू ज़मीं पर ही सो गई
फिर वहीं लौट के जाना होगा यार ने कैसी रिहाई दी है
मेरी हर सांस में तू है, मेरी हर खुशी में तू है, तेरे बिन जिंदगी कुछ भी नहीं, क्योंकि मेरी जिंदगी भी बस तू है.
न करवटे थी न बेचैनियां थी,क्या गजब की नींद थीमोहब्बत से पह
आरज़ू ये नहीं की गम का तूफ़ान टल जाये फिक्र तो ये है की कहीं आपका दिल ना बदल जाये कभी मुझको अगर भुलाना चाहो तो दर्द इतना देना की मेरा दम निकल जाये
सितारों में अगर नूर न होता,तन्हा दिल मजबूर न होता,हम आपको गुड नाईट कहने ज़रूर आते,अगर आप का घर दूर न होता.
मिलने आयेंगे हम आपसे ख्वाबों में, ये ज़रा रौशनी के दिये बुझा दीजिए, अब नहीं होता इंतज़ार आपसे मुलाकात का, ज़रा अपनी आँखों के परदे तो गिरा दीजिए.
चमकते तारों को नींद आने लगी,आपकी मुस्कुराहट से दुनिया जगमगाने लगी,आपको देखकर महफिल गुनगुनाने लगी,अब तो सो जा यार पकाते पकाते मुझे भी नींद आने लगी.
चांदनी रात है, तारों की बारात है, हाथों में हाथ है, प्यार की शुरुआत है।
गैर मुकम्मल सीजिन्दगी,वक्त कि बेतहाशा रफ्तार▪▪रात इकाई नींद दुहाई,ख्वाब सैकडा दर्दहजार
दिन में काम नहीं सोने देता है,रात में महबूब का नाम नही सोने देता है.
आपको भूले वो नजर कहाँ से लाये किसी और को चाहे वो जिगर कहाँ से लाये रह नहीं सकते आपके बिना उफ़ भी ना निकले वो जहर कहाँ से लाये
तलाश है एक ऐसे शख्स की जो आँखों में उस वक़्त दर्द देख सके जब सब लोग मुझसे कहते है क्या यार हमेशा हंसती रहती हो
रात भर तेरी तारिफ़ करता रहा चाँद से, चाँद इतना जला कि सूरज हो गया.,
इस से पहले की रात हो जाए, क्यू ना एक मुलाक़ात हो जाए, अपने मोबाइल से 1 प्यारा सा MSG ही कर दो, जिस से शोर भी ना हो और बात भी हो जाए!!
अब तो हर दिन हम तेरी जुदाई में बिताते हैं होती है जब रात तो उसे भी तन्हाई में बिताते हैं।
हाथ खाली है तेरे शहर से जाते जाते जान होती तो मेरी जान लुटाते जाते अब तो हर हाथ का पत्थर हमें पहचानता है उम्र गुजरी है तेरे शहर में आते जाते
पता नहीं इंतज़ार रात का था या तुम्हारा था, मैंने राहों में दिया जलाया भी और बुझाया भी।
पूछे ना जिंदगी में किसी ने भी दिल के दुःख अब शहर भर में ज़िक्र मेरी खुद- ख़ुशी का है
दिन भर की थकान मिट जाती है, जब तुमसे फोन पर बात हो जाती है, गुड नाईट।
जुस्तुजू जिस की थी उसको तो ना पाया हमने इस बहाने से मगर देख ली दुनिया हमने
ऐ खुदा किसी को ऐसी जिंदगी ना दे जिंदगी दे तो यूँ बेबसी ना दे दिल में रहे सदा चाहतें यार के मिलन की पर ना हो सके मुलाकात उनसे ऐसी कोई मज़बूरी ना दे
तेरे बिना कैसे गुज़रेंगी ये रातें, तन्हाई का गम कैसे सहेंगी ये रातें, बहुत लम्बी हैं घड़ियाँ इंतज़ार की, करवट बदल-बदल कर कटेंगी ये रातें।
आँखों में बसके दिल में समां कर चले गए ख्वाबिदा जिंदगी थी जगा कर चले गए चेहरे तक आस्तीन वो लेकर चले गए क्या राज था की जिसको छिपकर चले गए
प्यार ने ये कैसा तोहफा दे दिया मुझको गमों ने पत्थर बना दिया तेरी यादों में ही कट गयी उम्र सारी और मैं लोगो से कहता रहा की तुझे कब का भुला दिया
किससे कहूं दिल की हर बात, सभी को बताना मुश्किल है, जो तू साथ नहीं मेरे तो हर तन्हा रात बिताना मुश्किल है।
सजा मिलने की ज़िन्दगी से वजह पूछ रहा हूँ मैं, नींद सुलगा रहा और रात फूँक रहा हूँ मैं।
जाने उस शख्स को कैसे ये हुनर आता है,रात होती है तो आँखों में उतर आता है,मैं उस के खयालो से बच के कहाँ जाऊं,वो मेरी सोच के हर रस्ते पे नजर आता है !
जरा सी जगह छोड देना अपनी नींदों में, क्योकि आज रात तेरे ख्बाबो में हमारा बसेरा होगा.
मुझे इन पत्थरों का डर ना होता अगर शीशे का मेरा घर ना होता यकीनन हम भी खेलते इश्क की बाजी अगर दिल टूटने का डर ना होता
कितनी जल्दी से मुलाकात गुजर जाती है,प्यास बुझती नही बरसात गुजर जाती है,अपनी यादों से कहो की यूँ ना सताया करे,नींद आती नही और रात गुजर जाती है.
ए दिल तेरी आहों में असर है की नहीं, जो हाल इधर है वो उधर है की नहीं, जिनकी खातिर रातें मेरी बे- खवाब होईं, उनको मेरे इस गम की खबर है की नहीं.,
चाँद तारो से रात जगमगाने लगी, फूलों की खुश्बू से दुनिया महकने लगी, सो जाइये रात हो गयी है काफ़ी, निंदिया रानी भी आपको देखने है आने लगी!!
पूनम का पूरा चांद भी निकला है आसमान में, हवाएं भी फूलों की महक लाती हैं, न जाने क्यों तुम्हारी याद आते ही, मेरे चेहरे पर मुस्कान सी छा जाती है।
एक रात को उसने मुझे सोता हुआ छोड़ा चल दो वो कहीं प्यार को रोता हुआ छोड़ा
इतने बेवफा नहीं है की तुम्हें भूल जाएंगे, अक्सर चुप रहने वाले प्यार बहुत करते हैं।।
आप कुछ मेरे आईना ए दिल में आए, जिस तरह चाँद उतर आया हो पैमाने में.,